*सूखा प्रभावित क्षेत्रो में पानी की समस्या का हो प्राथमिकता से समाधान, मण्डलायुक्त ने दिया निर्देश*
मिर्जापुर- भीषण गर्मी व सम्भावित सूखे को देखते हुए सूखा प्रबन्धन व ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रो के प्रभावित इलाकों में सुचारू रूप से पेयजल उपलब्ध कराने की तैयारियों के दृष्टिगत मण्डलायुक्त डॉ मुथुकुमार स्वामी बी ने आज आयुक्त कार्यालय सभागार में तीनों जनपदों के जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, सिचाई विभाग नहर, एमसीडी प्रखण्ड, जल निगम, नमामि गंगे सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर सूखा से निपटने के लिये किये जाने वाले तैयारियों की समीक्षा की।
मण्डलायुक्त ने बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या के त्वरित समाधान हेतु जनपद मुख्यालय एवं विकास खण्ड स्तर पर कंट्रोल स्थापित किया जाए। उन्होंने कहा कि जहां भी पेयजल की समस्या से सम्बन्धित सूचना प्राप्त होती है तत्काल संज्ञान लेते हुये प्रभावी कार्यवाही की जाए। पेयजल समस्या ग्रस्त क्षेत्रों का चिन्हांकन कर प्रभावित ग्राम पंचायतो में लोगो को सुचारू ढंग से पेयजल उपलब्घ कराने हेतु टैंकरो की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाए यदि कही टैंकर संचालित करने हेतु बजट की उपलब्धता न होने की दशा में शासन से बजट की डिमांड कर लिया ताकि आवश्यकता के अनुसार पेयजल की आपूर्ति सुचारू ढंग से कराया जा सकें। उप निदेशक पंचायत को निर्देशित करते हुये कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में स्थापित हैण्डपम्पों की जांच कराते हुये खराब हैण्डपम्पो की प्राथमिकता पर मरम्मत व रिबोर सुनिश्चित कराया जाए। इसी प्रकार तीनों जनपदों के अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे व जल निगम के अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि नमामि गंगे परियोजना के तहत घर-घर नल कनेक्शन में प्रगति लाते हुये अधिक से अधिक घरो में पेयजल आपूर्ति करायी जाए। राजकीय नलकूप के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद में खराब नलकूपो का सर्वे कर 15 दिवस के अन्दर मरम्मत कराते हुये सुचारू रूप से चलाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
अधीक्षण अभियन्ता राजकीय नलकूप ने बताया कि जनपद भदोही में 10 नलकूप तथा मीरजापुर में 6 नलकूप खराब है जिसे तत्काल ठीक करवाकर पानी आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी। विकास खण्डों व नगरीय क्षेत्रो में आवश्यकतानुसार प्याऊ की भी व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाए। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को पशुओं के लिये पर्याप्त मात्रा में चारा, भूषा की व्यवस्था तथा पशुओं के जीवन रक्षक दवाईओं की व्यवस्था सुनिश्चत करा ली जाए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को संक्रामक रोगो से बचाव हेतु पर्याप्त मात्रा में दवाईयों की उपलब्घता, कीटनाशक दवाओं की छिड़काव, बीमारियों के रोकथाम हेतु समुचित व्यवस्था करायी जाए। मण्डलायुक्त ने कहा कि मुख्य विकास अधिकारी व जिला पंचायत राज अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रो में सम्बन्धित अधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारियों से प्रत्येक दिन जून मीटिंग व जिलाधिकारी साप्ताहिक रूप से समीक्षा करें।
मण्डलायुक्त ने सभी जिलाधिकारी व सम्बन्धित अधीक्षण अभियन्ताओं व अधिकारियों से कहा कि सूखे की सम्भावना के दृष्टिगत सूखा प्रबन्धन हेतु दीर्घकालिक योजना बनाकर सूखे के प्रभाव को कम करने हेतु योजना का अनुपालन किये जाने का प्रयास किया जाए। उन्होंने कहा कि दीर्घ कालिक योजनाओं में शासन की मंशानुरूप वर्षा के पानी का अधिकतम उपयोग करना तथा संरक्षण करना, पानी के बहाव को कम करना के पानी परम्परागत स्रोतो को पुर्नजीवीकरण करना, पानी के संग्रहण एवं भू कूपो का पुर्नभरण तथा मिट्टी व नमी का संरक्षण के साथ ही अत्यधिक मात्रा में पेड़ लगाने तथा पेड़ो की कटान पर रोक लगाया जाए। उन्होंने कहा कि फसल चक्र में फसलो के बदलाव तथा उन्नति बीजों का उपयोग, फसलों फौवारा पद्धति को बढ़ावा देकर जल संरक्षण पर बल देना, कृषि के साथ अन्य प्रकार के रोजगारों व परम्परागत उद्योगों को बढ़ावा देना, सघन वनीकरण अभियान चलाने पर भी बल दिया। उन्होने उप निदेशक पंचायती राज व ग्राम्य विकास से कहा कि पेयजल के सभी स्रोतो, संशाधनों की उचित मरम्मत कर पूर्ण उपयोग हेतु तैयार करायें। खराब नलकूपो को समय से मरम्मत, पशुओं के पेयजल हेतु सिचाई विभाग नहरो, नालो, निजी नलकूपों के द्वारा तालाबों एवं पोखरों को भरवाने की व्यस्था सुनिश्चत करायी जाय। मजदूरो एवं अन्य जरूरत मन्द लोगों लोगो मनरेगा के तहत कार्य उपलबध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाए। अधीक्षण अभियन्ता विद्युत खराब ट्रांसफार्मर को निर्धारित अवधि में बदलने की व्यवस्था तथा रोस्टर के अनुसार निर्धारित समय में निर्वाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने की व्यवस्था भी करायें। सिंचाई विभाग के द्वारा सिंचाई के सभी संशाधनो को चालू स्थिति में रखना, नहरोम के अवैध कटान पर कड़ी निगरानी करते हुये रोस्टर के अनुसार के चलाये जाने की व्यवस्था के निर्देश दिये गये।
बैठक में सोनलिफ्ट कैनाल से पेयजल हेतु डोंगिया जलाशय में पानी छोड़े जाने पर जिलाधिकारी मीरजापुर द्वारा कड़ी नाराजगी सिचाई नहर प्रखण्ड व एमसीडी के अधिकारियों पर व्यक्त करते हुये पानी छोड़ने पर बल दिया गया बताया गया कि सोनलिफ्ट कैनाल में वर्तमान में सभी 12 पम्प चालू स्थित में है विद्युत आपूर्ति भी पर्याप्त सुनिश्चित करायी जा रही है जबकि पानी को लेबल कम होने के कारण मात्र दो पम्प ही चालू किया जा सकता हैं। इसमें एक पम्प से लगभग 60 क्यूसेक पानी छोड़ा जाता है जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान मई व जून माह में पानी उपलब्ध कराने के लिये अभी 15 दिनों तक पानी डोंगिया नदी में प्रतिदिन छोड़ दिया जाता है तो मई जून में पेयजल हेतु पर्याप्त व्यवस्था की जा सकती हैं। मण्डलायुक्त ने सोनलिफ्ट कैनाल के सम्बन्ध में समस्त जानकारी प्राप्त करते हुये आगामी 15 दिनों तक छोड़ने का निर्देश दिया। बैठक में नमामि गंगे परियोजना एवं अमृत योजना के कार्य प्रगति की समीक्षा के दौरान पाइप बिछाने का कार्य, घरो में कनेक्शन तथा कनेक्शन वाले घरो में पानी आपूर्ति के साथ ही खोदे गये मार्गो के सड़को की मरम्मत की भी बिन्दुवार समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। मण्डलायुक्त ने कहा कि पानी आपूर्ति के दौरान यदि कही पाइप फटने, टूटने की शिकायत प्राप्त होती है तो सम्बन्धित एजेंसी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि सूखा प्रबन्धन कार्य में सभी अन्र्तविभागीय अधिकारियों को शासनादेश में निहित जो दायित्व सौंपा गया है पूरी निष्ठा व समय के साथ सुनिश्चित करायें ताकि पेयतल की समस्या का निराकरण कराया जा सके।
बैठक में जनपद मिर्जापुर के जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, अपर आयुक्त डाॅ विश्राम, संयुक्त विकास आयुक्त रमेश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे देवेन्द्र प्रताप सिंह, अधीक्षण अभियन्ता विद्युत, जल निगम, सिंचाई, संयुक्त निदेशक कृषि डाॅ अशोक उपाध्याय सहित अन्य सम्बन्धित मण्डलीय अधिकारी आयुक्त कार्यालय सभागार में उपस्थित रहें तथा जिलाधिकारी सोनभद्र चन्द्र विजय सिंह, भदोही विशाल कुमार व मुख्य विकास अधिकारी सोनभद्र सौरभ गंगवार व भदोही यशवंत कुमार जूम एप के माध्यम से बैठक में शामिल रहें।
Mar 30 2024, 19:38