*तिब्बत के सर्वोच्च धर्म गुरु दलाई लामा तिब्बती निर्वासित सरकार के राष्ट्रपति, सांसद, सदन के उपसभापति एवं मंत्रियों से विभूति कुमार मिश्र के नेत
मीरजापुर। अखिल भारत रचनात्मक समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवमं महिला प्रबोधिनी फाउंडेशन के संस्थापक विभूति कुमार मिश्र के नेतृत्व में शांति सद्भावना दल के सदस्यों ने हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में नोवेल सम्मान से सम्मानित तिब्बत के सर्वोच्च धर्म गुरु दलाई लामा से शिष्टाचार भेंट की तथा उनके समक्ष दुनिया भर में निर्वासित तिब्बती नागरिकों के प्रति भारतीय नागरिकों के हृदय में प्रगाढ़ मैत्री भाव को प्रदर्शित किया।
गौरतलब हो है कि विभूति कुमार मिश्र के नेतृत्व में दलाई लामा की जयंती के अवसर पर प्रत्येक वर्ष 6 जुलाई को देश भर में वृक्षारोपण अभियान चलाया जाता है। तीन दिवसीय धर्मशाला प्रवास के दौरान विभूति कुमार मिश्र के साथ तिब्बती निर्वासित सरकार के राष्ट्रपति शिक्योंग पेंपा सेरोन के साथ भी वार्ता हुई। इस दौरान तिब्बती संसद के उपसभापति डोलमा सेरीन तेखांग ने विभूति कुमार मिश्र एवं शिष्ट मंडल दल के सदस्यों का स्वागत करते हुए उन्हें अपने संसद की कार्यवाही दिखाने हेतु संसद भवन के सभागार तक ले गईं जहां तिब्बती संसद के सभापति खेंपो सोनाम टेनफेल ने विभूति कुमार मिश्र के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए सभी उपस्थित तिब्बती सांसदों से परिचित कराया तथा उपस्थित संसद सदस्यों ने मेज थपथपाकर विभूति कुमार मिश्र तथा उनके साथ उपस्थित शिष्ट मंडल दल के सदस्यों का स्वागत किया।
इस दौरान सभापति खेंपो सोनाम टेनफेल ने अखिल भारत रचनात्मक समाज की संस्थापिका पूर्व राज्य सभा सांसद पद्म विभूषण डा. निर्मला देशपांडे द्वारा तिब्बत मुक्ति हेतु चलाए गए अहिंसक रचनात्मक आन्दोलन में विभूति कुमार मिश्र के योगदान को स्मरण किया और तिब्बती जनता की ओर से आभार जताया।
निर्वासित तिब्बती सरकार में केंद्रीय रक्षा मंत्री श्रीमति ग्यारी डोल्मा एवं कैबिनेट सेक्रेटरी करमा चोइंग सहित कई मंत्री, सांसदों ने विभूति कुमार मिश्र और उनके साथ शिष्ट मंडल दल में शामिल सदस्यों को तिब्बती परम्परा के अनुसार भाव भीनी बिदाई दी। इस अवसर पर विभूति मिश्र ने कहा कि भारत सरकार और भारतीय नागरिकों द्वारा निर्वासित तिब्बती नागरिकों के साथ उनके सांस्कृतिक, आर्थिक एवं आध्यात्मिक गतिविधियों के संचालन में पूर्ण सहयोग किया जा रहा है।
भारत की युवा पीढ़ी तिब्वती समस्या के प्रति बहुत ही संवेदनशील है अतएव हम तिब्बती युवाओं एवं भारतीयों युवाओं के बीच कला संस्कृति, कौशल ज्ञान के आदान प्रदान हेतु संयुक्त रूप से एक कार्य योजना का निर्माण कर तदनुरूप रचनात्मक कार्योँ का संचालन करेंगें। तिब्बत की सुरक्षा में भारत की भी सुरक्षा सन्नीहित है।
शांति सद्भावना शिष्ट मंडल दल में कर्नल वीरेंद्र सहाय वर्मा, विनायक मिश्र, चाया निका शर्मा, मनीषा सहाय, निशी कुलश्रेष्ठ, वंदना कुलश्रेष्ठ तथा लखन केवट शामिल थे।
Mar 24 2024, 14:55