औरंगाबाद में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प के बाद पुलिसिया करवाई हुई तेज : 11 पुरूष एवम 5 महिला को पुलिस ने किया गिरफ्तार

औरंगाबाद : जिले के कासमा थानांतर्गत नाराइच गांव में कब्रिस्तान के जमीन में रास्ता को ले हिसक झड़प हुई.।झड़प में दर्जनों ग्रामीण घायल हुए लेकिन पुलिस के गिरफ्तारी के भय से किसी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज न कराकर निजी क्लीनिकों में इलाज कराने की सूचना है।घटना की जानकारी मिलते ही एसडीओ सन्तन कुमार सिंह,एडीपीओ सदर 01 संजय कुमार पांडेय ,एसडीपीओ सदर 02 अमित कुमार,सीओ भारतेंदु सिंह,बीडियो उपेन्द्र दास इंसपेक्टर मधु कुमारी थानाध्यक्ष इमरान आलम एवम पुलिस के वरीय पदाधिकारी गांव में पहुंचे। पुलिस ने चिन्हित कर उपद्रवियों की गिरफ्तारी की।

महिलाओं ने पुलिस के विरुद्ध मारपीट करने एवम घर के समान एवम वाहन का तोड़फोड़ करने का भी आरोप लगाई ।कई बाइक एवम ऑटो एवम स्कार्पियो टूटे हुए पाए गए। पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी करते हुए दोनों पक्ष के 58 नामजद एवम 50-60 अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया।

थानाध्यक्ष ईमरान आलम ने बताया कि इस मामले में सरकारी कार्य मे बाधा, सरकारी संपत्ति को नुकसान,, पुलिस पर जानलेवा हमला,धार्मिक स्थल को क्षतिग्रस्त करना,सीसीटीवी कैमरा एवम हैलोजन लाइट तोड़ने एवम धार्मिक उन्माद फैलाने तथा आपसी सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए 58 नामजद एवम 50-60लोगो को अभियुक्त बनाया गया। जिसके आधार पर नामजद अभियुक्त नीतीश कुमार,, मो जमशेद,शत्रुघ्न सिंह,तनवीर आलम,पोखन दास,मो मोइन,मो सलाउद्दीन, राजू दास,मो सिद्दीकी,संजीत कुमार,सरविन्द कुमार, रुकसाना खातून,जुलेखा खातून, प्रवीण बानो,रीता देवी एवम सुमित्रा देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।साथ ही विधि व्यवस्था बनाए रखने हेतु पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है।

दरअसल एक माह पूर्व शव दफनाने को ले विवाद उत्पन्न हुआ था।प्रशासन की मौजूदगी में दूसरे स्थल पर शव को दफन किया गया।इस मामले में भी चौकीदार राजकुमार पासवान के बयान पर प्राथमिकी करते हुए 37 नामजद एवम 40 से 50 अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया था।लेकिन किसी की गिरफ्तारी नही हुई थी। इस दौरान कब्रिस्तान से रास्ता को ले विवाद बढ़ गया।विवाद सुलझाने हेतू प्रशासन की मौजूदगी में ग्रामीणों की बैठक भी हुई और 11 सदस्यीय कमिटि भी बनाई गई थी लेकिन सारा प्रयास विफल रहा जिसके कारण ही मंगलवार की रात्रि घटना की पुनरावृत्ति हुई।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बाल विवाह रोकथाम एवं निषेध हेतु जिला पदाधिकारी, औरंगाबाद की अध्यक्षता में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित की गई

दिनांक 20-03-2024 को बाल विवाह रोकथाम एवं निषेध हेतु जिला पदाधिकारी, औरंगाबाद की अध्यक्षता में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित की गई जिसमें मुख्य रूप से आगामी 10 मई 2024 को अक्षय तृतीया के दौरान संभावित बाल विवाह की रोकथाम एवं निषेध हेतु रणनीति तैयार करने पर चर्चा की गई, जिला पदाधिकारी महोदय ने कहा कि दोनों अनुमंडल पदाधिकारी अपने अध्यक्षता में अपने कार्यक्षेत्र के पदाधिकारियों यथा शिक्षा,स्वास्थ्य, बाल विकास परियोजना, बाल संरक्षण, बाल कल्याण समिति,कल्याण (विकास मित्र),जीविका तथा सभी हितभागी एवं विवाह में शामिल होने वाले धर्मगुरु भेंडर/ऐजेंसी टेंट, कैटरर, बैड,बाजा,लाईट, प्रिंटिंग प्रेस, मैरेज हाॅल के मालिक के साथ बैठक आयोजित कर बाल विवाह रोकथाम एवं निषेध हेतु जागरुकता लाऐंगे साथ बाल विवाह की सूचना मिलने पर त्वरित अग्रेतर कारवाई सुनिश्चित करेंगे! उन्होंने कहा की जीविका दीदियां इसमें अपनी महत्ती भूमिका अदा करेंगी! ऐसे तो अब बाल विवाह कम होने की संभावना रहती है,लोगों में काफी जागरूकता आयी है फिर भी प्रशासन को पूरी तरह से चौकस रहना है और अगर कोई भी बाल विवाह होने की सूचना प्राप्त होती है तो त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे रोकना है और बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, 2006 के तहत आवश्यक कार्रवाई करनी है इसके लिए अनुमंडल पदाधिकारी सक्षम प्राधिकार हैं तथा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी सहायक प्रतिषेध पदाधिकारी हैं! जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस द्वारा कार्यक्रम/बैठक ऐजेंडा से अवगत कराया गया तथा यूनिसेफ पटना के बाल संरक्षण विशेषज्ञ द्वारा बाल विवाह रोकथाम एवं निषेध हेतु विस्तार पूर्वक चर्चा की गई! जिला परियोजना प्रबंधक, महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा बाल विवाह रोकथाम एवं निषेध हेतु पूर्व में किए गए गतिविधि/कार्यक्रम एवं वर्तमान की जा रही गतिविधि/कार्यक्रम तथा प्रतिवेदन से सभी संबंधितों को अवगत कराते हुए उनकी भूमिका के बारे में बताया गया तथा बैठक में शामिल सभी पदाधिकारियों से अनुरोध किया गया कि सभी संबंधित पदाधिकारी आपसी समन्वय से प्रतिवेदन समेकित करने में सहयोग प्रदान करना चाहेंगे! बैठक में पुलिस पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी,जिला कल्याण पदाधिकारी,जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा,जिला जनसंपर्क पदाधिकारी,सहायक निदेशक बाल संरक्षण, बाल कल्याण समिति सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी,सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी,सेंटर प्रशासक,मिशन समन्वयक एवं सभी संबंधित पदाधिकारियों ने बैठक में भाग लिए! अंत में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया.

5 पुलिस कर्मियों का पीटीसी से एएसआई मे हुआ प्रमोशन, थानाध्यक्ष ने लगाया स्टार

औरंगाबाद : जिले के रफीगंज थाना में पदस्थापित पुलिस पीटीसी से पुलिस सहायक अवर निरीक्षक में प्रोन्नति प्राप्त होने पर रफीगंज थाना में पांच पुलिस कर्मी को रफीगंज थानाध्यक्ष गुफरान अली ने स्टार लगाकर बधाई दिया। 

वही प्रोन्नति प्राप्त बबनजीत कुमार , मुक्तिदेव निराला , गोविंद मिश्रा ,संजय कुमार , मृत्युंजय कुमार, सहायक अवर निरीक्षक को उपस्थित पुलिस कर्मियों ने बधाई दिया। 

थानाध्यक्ष ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि आपके मेहनत से काम करने का प्रतिफल यह प्रोन्नति है।प्रोन्नति के साथ ही आपकी जिम्मेवारी बढ़ गयी।सर्विस में अभी और प्रोन्नति होगी।इसके लिए आपलोग और मेहनत करें।

इस मौके पर थानाध्यक्ष गुफरान अली, एसआई वर्षा कुमारी, कविता कुमारी,रविकांत कुमार यादव ,प्रेमजीत कुमार मंडल,सहित अन्य पुलिस कर्मी शामिल रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

पैसे के लेन-देन मे अपहृत सुशील कुमार सिंह की हुई थी हत्या, पुलिस ने चार अपराधियों को किया गिरफ्तार

औरंगाबाद : जिले के हसपुरा थाना क्षेत्र के टाल निवासी सुशील कुमार सिंह की हत्या पैसे के लेन-देन के मामले में हुई थी.

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हत्या में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. 

एसडीपीओ कुमार ऋषि राज ने दाउदनगर थाना परिसर में मीडिया को यह जानकारी देते हुए बताया कि अरवल जिले के कलेर थाना क्षेत्र के हृदयचक निवासी मो.सादाब खान व मो. रजीन असलम ,दाउदनगर थाना क्षेत्र के चौरी निवासी मो. सद्दाम खान उर्फ एहतेशाम खान व अरवल जिले के कलेर थाना क्षेत्र के पुराकोठी निवासी मो. बुलंद अख्तर को गिरफ्तार किया गया है. 

मृतक सुशील कुमार सिंह के मोपेड का अलग-अलग पार्ट्स हृदयचक से बरामद किया गया है. हत्या में उपयोग किया गया बाइक एवं अपराधियों का चार मोबाइल भी जब किया गया है. 

गिरफ्तार अपराधियों द्वारा पुलिस को बताया गया है कि सुशील कुमार सिंह सूद पर पैसा चलाने का काम करते थे. मो.सादाब ने लगभग डेढ़ से दो लाख रुपए उनसे सूद पर लिया था, जिसे वापस करने के लिए वह दबाव बना रहे थे. 

पैसा लौटाने के नाम पर अपराधियों ने 29 फरवरी को उन्हें गहना मैदान पर बुलाया और वहां से हृदयचक ले जाकर उनकी हत्या कर दी. 

एसडीपीओ ने बताया कि हत्या करने के बाद अपराधियों ने उनके शव को कलेर थाना क्षेत्र के पूराकोठी के आगे सोन नदी में फेंक दिया. एनडीआरएफ की टीम मृतक के शव की खोज कर रही है. 

गिरफ्तार अपराधी मो. सद्दाम का पूर्व आपराधिक इतिहास रहा है. उसका और भी आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है. अन्य अपराधियों का भी आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है. 

अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद कई स्थानों पर जाकर एफएसएल और डॉग स्कवायड की टीम के साथ सीन को रीक्रिएट किया गया है. 

प्रेस वार्ता में हसपुरा थानाध्यक्ष नरोत्तम, दाउदनगर थानाध्यक्ष फहीम आजाद खान, व हसपुरा थाना के सब इंस्पेक्टर चंद्रशेखर कुमार उपस्थित रहे.

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सही साबित हुआ स्ट्रीट बज्ज का आकलन, उपेंद्र कुशवाहा की खातिर काराकाट के सांसद महाबलि सिंह के टिकट की चढ़ गई बलि

औरंगाबाद: 14 मार्च को ही डिजिटल ने खबर के माध्यम से काराकाट के जेडीयू सांसद महाबली सिंह के टिकट की बलि चढ़ने की संभावना व्यक्त की थी। हालांकि उस वक्त सिंह ने इस संभावना को यह कह कर खारिज किया था कि महाबली की बलि नही चढ़ती है। महाबली बलि लेता है। अपनी बलि देता नही है। उन्होने यह भी दावा किया था कि उन्हे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट रूप से कह रखा है कि जेडीयू का अपनी सभी सीटिंग सीटो पर चुनाव लड़ना तय है। इस नाते उनका काराकाट से ही चुनाव लड़ना भी तय है। उपेंद्र कुशवाहा एनडीए में है। 

उन्हे सीट भी मिलेगी लेकिन काराकाट की नही बल्कि उन्हे अपने लिए नई जमीन तलाशनी होगी। वहीं महाबली के यें दावें सोमवार को उस वक्त धरे के धरे रह गए जब एनडीए के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग की घोषणा हुई। घोषणा होते ही शायद महाबली सिंह को हाथों से तोते उड़ने जैसा ही महसूस हुआ होगा क्योंकि जहां वें कह रहे थे कि काराकाट सीट पर उनकी टिकट पक्की है, पर हुआ कुछ और ही। 

उल्टे काराकाट की सीट समझौते में पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा(आरएलएम) के खाते में चली गई। मतलब महाबली सिंह की बलि चढ़ गई। उनका दावा फेल कर गया और हमारा(स्ट्रीट बज्ज) का दावा अक्षरशः सच निकला। अब काराकाट की सीट पर उपेंद्र कुशवाहा का ही चुनाव लड़ना फाइनल है।   

      

 यह कहा था महाबली ने

 जेडीयू के सीनियर लीडर और काराकाट के निवर्तमान सांसद महाबली सिंह ने 14 मार्च को कहा था कि पुनः एनडीए का अंग बनने के साथ ही जेडीयू और बीजेपी में जीती हुई सीटों को लेकर सबकुछ फाइनल है। 

इसमें किंतु-परंतु की कोई गुंजाइश नही है। यह भी कहा था कि बीजेपी अपनी जीती हुई सीटो पर और जेडीयू अपनी जीती हुई सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा के लिए अपना टिकट काटे जाने की चर्चा को दरकिनार करते हुए उत्साह भरे लहजे में कहा था कि आप मेरे टिकट की बलि चढ़ने की बात कर रहे है। 

जान लीजिए मेरा नाम महाबली है और महाबली की बलि नही चढ़ती। कहा था कि किसी भी सूरत में मेरे टिकट की बलि नही चढ़ने वाली है। हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू के सभी सांसदों को कह रखा है कि वें सभी अपने क्षेत्र में रहे। उनके टिकट पर कोई संकट नही है। अपने नेता के आदेश पर वें अपने क्षेत्र में लगातार जनता के बीच बने हुए है। 

कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा भी एनडीए के सम्मानित नेता है। जल्द ही एनडीए में तय हो जाएगा कि कुशवाहा कहां से चुनाव लड़ेंगे। कुशवाहा चुनाव जरूर लड़ेंगे लेकिन काराकाट से नही लड़ेंगे, काराकाट से महाबली ही लड़ेंगे।

 उन्होंने पिछले पांच साल में अपने प्रयास से काराकाट संसदीय क्षेत्र में हुए विकास कार्यों को गिनाते हुए भी कहा था कि हमारी 5 साल में क्या उपलब्धि है यह सिर्फ काराकाट की जनता ही नहीं देश की जनता जानती है। जनता मेरे साथ है और मैं जनता के साथ हूं।        

जेडीयू के एनडीए में आने से पहले राजग में आ गए थे उपेंद्र कुशवाहा

हालांकि जेडीयू के एनडीए में आने के पहले से ही उपेंद्र कुशवाहा इस गठबंधन में है। 

इसी वजह से जेडीयू के एनडीए का अंग हो जाने के बावजूद इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि काराकाट की लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद महाबली सिंह का टिकट कटना तय है। ऐसी चर्चा चौक-चौराहों पर भी हो रही थी। इन चर्चाओं में दम निकला और आखिरकार महाबली की बलि चढ़ ही गई।

औरंगाबाद की साईबर पुलिस ने पूर्व मंत्री रामधार सिंह के फेसबुक अकाउंट को हैकर्स के चंगुल से कराया मुक्त, हैकर की हुई पहचान

औरंगाबाद: बीजेपी के औरंगाबाद के कद्दावर बुजुर्ग नेता और पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह के हैक हुए फेसबुक अकाउंट को यहां की साईबर पुलिस ने हैकर्स के चंगुल से मुक्त करा लिया है। 

11 मार्च को हैक हुआ था पूर्व मंत्री का फेसबुक

औरंगाबाद सायबर थाना के थानाध्यक्ष पुलिस उपाधीक्षक डॉ. अनू कुमारी ने बताया कि पूर्व मंत्री रामाधार सिंह ने 11 मार्च को अपना फेसबुक अकाउंट हैक होने की शिकायत दर्ज कराई थी। कहा था कि उनकी सोशल नेटवर्किंग साइट का संचालन सूरज तिवारी नामक युवक करता है, जिसे किसी हैकर ने हैक कर लिया है। उनके फेसबुक फालोवर्स की संख्या तीन लाख से अधिक है। इस वजह से चुनावी मौसम में फेसबुक हैक होने से फालोवर्स से उनका संवाद नहीं हो पा रहा है। उनकी मेल आइडी से भी कोई काम नहीं हो पा रहा है। लोगों से संपर्क करने में उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।  

      

सुपौल का निकला हैकर

उन्होंने बताया कि शिकायत के बाद तकनीकी अनुसंधान में पता चला कि पूर्व मंत्री के फेसबुक अकाउंट को हैक करने वाला युवक रूपेश कुमार यादव सुपौल जिले के छातापुर थाना क्षेत्र के लालगंज गांव का निवासी है।       

पुलिस के हाथ नही लगा हैकर

हैकर की जानकारी हाथ लगते ही सायबर थाना की पुलिस ने हैकर की तलाश में सुपौल जाकर वहां की पुलिस के साथ छापेमारी की।

 इस दौरान हैकर पुलिस के हाथ नही लग सका। इस दौरान पुलिस ने हैकर के पिता अनिल यादव से भी आवश्यक पूछताछ की।

 पुलिस का दावा, शीघ्र होगी हैकर की गिरफ्तारी

इसके बावजूद हैकर की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस हैकर की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयासरत है। 

सायबर थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस ने पूर्व मंत्री के फेसबुक अकाउंट को हैकर के चंगुल से मुक्त करा लिया है। पुलिस को हैकर का नंबर मिल गया है। पुलिस हैकर को ट्रैक करने मे में लगी है। शीघ्र ही हैकर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हैकर के चंगुल से फेसबुक अकाउंट मुक्त होने पर पूर्व मंत्री ने ली राहत की सांस-वही पूर्व मंत्री ने अपने फेसबुक अकाउंट को हैकर के चंगुल से मुक्त होने पर राहत की सांस ली है। 

उन्होंने कहा कि साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट दीपक कुमार की सहयता से मेरा फेसबुक अकॉउंट रिकवर हो गया है। हैकर अपराधी की पहचान हो गई है। इसके लिए वें सिक्योरिटी एक्सपर्ट और सायबर पुलिस को धन्यवाद देते है। अब वें अपने फॉलोवर्स से फेसबुक के माध्यम से संवाद कर सकेंगे।

होली पर्व शांतिपूर्ण एंव सौहाद पूर्ण वातावरण में सम्पन्न होने को लेकर अनुमंडल स्तर पर शांति समिति की बैठक आयोजित

औरंगाबाद: आज दिनाक 18.03.2024 को जिल योजना भवन, औरंगाबाद के सभा कक्ष में 11:00 बजे पूर्वा० से अनुमडल पदाधिकारी, औरंगावाद एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मु०-2 औरगाबाद के अध्यक्षता में होली पर्व 2024 शांतिपूर्ण एंव सौहाद पूर्ण वातावरण में सम्पन्न हो, अनुमंडल स्तर पर शांति समिति की बैठक आयोजित किया गया। 

अनुमण्डल पदाधिकारी, औरंगाबाद द्वारा उपस्थित सभी पदाधिकारी एंव गण्यमान्य व्यक्तियों का अभिवादन स्वीकार करते हुए होली पर्व भाईचारे के साथ शांतिपूर्ण एव सौहार्द पूर्ण वातावरण में मनाने का निदेश दिया गया।

अनुमण्डल पदाधिकारी, औरंगाबाद के द्वारा सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकासपदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को निदेश दिया गया कि होली पर्व के अवसर पर सभी संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण/ पर्यवेक्षग करने तथा यह सुनिश्चित करेंगे कि इस पर्व के अवसर पर कोई भी व्यक्ति मस्जिद, कब्रिस्तान, कर्बल्लाह अदि के समीप पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थों का प्रयोग नही करें। होली के दिन सभी अंचल अधिकारी एवं थानाध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र में विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु सघन गश्ती कार्य करना सुनिश्चित करेंगे ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना नही हो एवं परिवहन व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित होते रहे।

अनुमण्डल पदाधिकारी, औरंगाबाद द्वरा यह भी बताया गया कि होलिका दहन के समय लोगो के द्वारा लोक संगीत (फगुआ) गाया जाता है।

 कभी-कभी इस गायकी में अश्लील शब्दों प्रयोग भी किए जाने से विवाद उत्पन्न होता है। होली दहन के क्रम में मशाल (लुकवारी)भॉंजते हुए शरारती तत्वों द्वारा जान-बूझ कर पूर्व विवाद को लेकर दूसरों के फूस की झोपडियों/ फसल / जलावन आदि में आग भी लगा दी जाती है तथा दूसरे की सीवाना में लुकवारी फेक देते हैं जिससे विवाद उत्पन्न होत है। होली के दिन सामान्यतः लोग रंग-अबीर से होली खेलते है। प्रायः ऐसा भी देखा जाता है कि होली के नाम पर लोग एक दूसरे पर कीचड़ गोबर या पेन्ट फेकते हैं तथा एक-दूसरे के कपड़े फाड़ देते हैं जो विवाद का कारण होता है. जिससे विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन हो सकती है। शरारती तत्वों के द्वारा अन्य समुदाय के लोगों तथा धार्मिक स्थलों पर अबीर-गुलाल फेंके जाने के कारण, एक दूसरे पर टीका-टिप्पणी किये जाने के कारण तथा अन्थ करणों से विवाद की सम्भावना बनी रहती है।इस अवसर पर विशेष प्रशासनिक सतर्कता अपेक्षित है। 

उस दिन समूदाय विशेष के धार्मिक स्थलों विशेषकर कब्रिस्तानों के निकट प्रशासनिक प्रबन्धन तथा निगरानी आवश्यक है, ताकि शरारती तत्वों द्वारा साम्प्रदायिक सदभावना को प्रभावित ना किया जा सके ।ऐसा भी देखा गया हैकि निर्धारित समय के पूर्व होलिका स्थान पर आग फेंक दिया जाता है जिससे विवाद उत्पन्न होने की संभावना रहती है। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को निदेश दिया गया की इस पर सतत निगरानी रखेगे। वैसे सवेदनशील स्थानों पर चौकिदार, पंचायत सेवक विकास मित्र एवं अन्य कर्मी को प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करेंगे।

सभी थानाध्यक्षों को अनुमंडल पुलिर पदाधिकारी, मु०-2 द्वारा निदेश दिया गयाकि अपने-अपने थाना स्तर के डीoजे संचालको का बैठक कर यह घोषणा पत्र भरवा लेंगे कि डीoजे० का उपयोग कदापि नहीं करेंगे क्योकि शरारती तत्वों द्वारा धार्मिक उन्माद वाले नारे लगाकर डीoजे० पर अश्लील गाने बजाकर साम्प्रदायिक सदभावना को प्रभावित किया जा सकताहै। एसे व्यक्तिओं पर कड़ी निगरान रखते हुए वैधानिक एवं प्रशासनिक कारवाई करना सुनिश्चित करेंगे।

यद्यपि बिहार राज्य में पूर्णतः शराबंदी है तथापि किसी अन्य तरीके से मद्यपान कर अथवा गांजा, भांग जैसे मादक द्रव्यों का सेवन नशा करने वालों के द्वारा हंगामा किया जा सकता है। कुछ युवाओं के द्वारा नशे का सेवन कर तेजी व लापरवाही से दुपहिया तथा चारपहिया वाहन सडक पर चलाया जाता है जिससे दुघर्टना की संभावना रहती है। बिहार राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में पडोसी राज्यों से चोरी-छिपे शराब लागकर उसका सेवन तथा उसकी बिक्रि की संभावना होली में रहेगी। 

इस संबंध में अनुमण्डल पदाधिकारी, औरंगाबाद एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मु0-2 के द्वारा सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थानाध्यक्षों को यह भी निदेश दिया गया कि शराब तस्करों एवं शराब का सेवन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई करना सुनिशिचित करेंगे। चेक नाका/ चेक पोस्ट पर सघन चेकिन एवं छापेमारी का कार्य करेंगे। साथ ही अभियान चलाकर वाहन जॉच करेंगे।

सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष झुमटा जुलूस के लिए यह सुनिश्चित करेंगे की ऐसी कोई झॉंकी अथवा दृश्य नहीं होगा जिससे किसी सम्प्रदाय, जाति वर्ग अथवा समूदाय की भावनाओं को ठेस पहुँचे या किसी प्रकार की वैमनस्यता उत्पन्न होनी की संभावना ना हो। इसके उल्लंघन की अवस्था में व्यक्तियों के विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी इसका सख्ती से अनुपालन यरना सुनिश्चत करेंगे।

होली पर्व शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण जातावरण में सम्पन्न करने के निमित पूर्व से सभी संवेदनशील स्थलों का भ्रमण करने एवं शांति समिति की बैठक करने हेतु सभी अंचलाधिकारी/सभी थानाध्यक्ष को निदेश दिया गथा। जिस स्थल पर विवाद की सम्भावना हो वहाँ पर भी गणमान्य व्यक्तियों के साथ स्थानीय शाति समिति की बैठक कर ड़ाटा बेस तैयार कर लेने हेतु निदेश दिया गया।

सभी थानाध्यक्ष को द०प्र०स० की धारा 107 के अन्तर्गत जारी वारण्टों को शीघ्र तामिल करने तथा द०प्र0स० की धारा 144 से संबंधित न्यायालय से मंगा गया जाँच प्रतिवेदन शीघ्र भेजने का निदेश दिया गया।

सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकस पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को निदेश दिया गया की लोक सभा आम निर्वचन-2024 की अधिसूचना जारी होने के पश्चात उसी दिन से आर्दश आचार सहिता के आदेशों / अनुदेशों का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।

उक्त बैठक में विद्युतविभाग, लोक स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन विभाग के पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी, प्रखण्ड़ विकास पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष सदर अनुमण्डल, औरंगाबाद के अतिरिक्त सभी प्रखंडों के गण्यमान्य व्यक्ति भाग लिए।

लवली आनंद आज जॉइन करेंगी JDU; आनंद मोहन की रिहाई के एक साल बाद लिया फैसला, 12 फरवरी को बेटे चेतन आनंद ने बदला था पाला

औरंगाबाद: पूर्व सांसद और बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी और पूर्व सांसद लवली आनंद आज JDU जॉइन करेंगी।शाम 5 बजे वो जदयू का दामन थामेंगी। उन्हें पार्टी • के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और मंत्री विजय चौधरी सदस्यता दिलाएंगे। सदस्यता ग्रहण करने से पहले आनंद मोहन ने अपनी पत्नी लवली आनंद और बेटे अंशुमन आनंद के साथ CM से मुलाकात की है। 5 दिन के अंदर CM से उनकी यह दूसरी मुलाकात थी।

12 फरवरी को चेतन ने बदला था पाला

इससे पहले एनिवर्सरी के मौके पर भी आनंद मोहन CM से मिले थे। इससे पहले 12 फरवरी को बीच सदन में लवली आनंद के विधायक बेटे चेतन आनंद ने पाला बदल लिया था, वे राजद खेमे से निकल कर सत्ता पक्ष में आकर बैठ गए थे।

मध्य विद्यालय कजपा के प्रधानाध्यापक को हुआ ब्रेन हैमरेज, आक्रोशित शिक्षकों ने बीआरसी के समक्ष किया प्रदर्शन

रफीगंज(औरंगाबाद)

राजकीय मध्यविद्यालय कजपा के प्रधानाध्यापक 48 वर्षीय मिथिलेश कुमार ब्रेन हैमरेज होने के कारण गया के निजी अस्पताल में जीवन मौत से जूझ रहे है।प्रधानाध्यापक के भाई अशोक कुमार ने बताया कि शनिवार के साम में मेरे भाई गया स्थित घर पर ही थे।इसी बीच बीआरसी के बीपीएम अमित कुमार ने मेरे भाई के मोबाईल पर फोन किए जो कड़े तेवर में बात कर रहे थे।बात करते करते ही बेहोश होकर गिर पड़े।बेहोश होते ही हमलोग उन्हें हॉस्पिटल में ले गए जहाँ डॉक्टर ने ब्रेन हैमरेज होने का बात बताया।जो अब भी जीवन मौत से जूझ रहे है।इसकी सूचना मिलते ही रविवार को बीआरसी के समक्ष शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष सुनील कुमार रंजन के नेतृत्व में शिक्षकों ने बीपीएम के विरुद्ध प्रदर्शन किया।

प्रखंड अध्यक्ष ने बताया कि शनिवार को बीपीएम, बीआरसी द्वारा मिथिलेश कुमार प्रभारी प्रधानाध्यापक के फ़ोन पर धमकी दिया और कहा कि आप क्यों साढ़े 4:00 बजे से फरार है? सस्पेंड हो जाएगा।अब फोटो सेंड सेंड कर देंगे। एक वर्षो से फरार शिक्षक परितोष कुमार हैं, जो प्राथमिक विद्यालय में अभी प्रतिनियोजित शिक्षक हैंजिसे लेकर वे घूमते है । सारे विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक को टॉर्चर कर रहे हैं, बड़े पैमाने पर उगाही कर रहे हैं।धमकी से ही मिथिलेश कुमार का ब्रेन हेमरेज हुआ है। जो डॉ जनेंद्र कुमार के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती है। जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। इस तरह के कारनामा से पदाधिकारी अगर हरकत से बाज नहीं आते है तो वृहद पैमाने पर आंदोलन होगा और सड़क से सदन तक आंदोलन करेंगे ।बीपीएम का पक्ष लेने हेतू कई बार उनके मोबाइल पर सम्पर्क किया गया लेकिन वे मोबाईल नहीं उठाए।

नराईच गांव में असमाजिक तत्वों ने कब्र को किया क्षतिग्रस्त।

रफीगंज औरंगाबाद

रफीगंज प्रखंड क्षेत्र के कासमा थाना क्षेत्र के नराईच गांव में असामाजिक तत्वों द्वारा कब्र को क्षतिग्रस्त किया गया।सूचना मिलते ही अंचलाधिकारी भारतेन्दु सिंह एव कासमा थाना प्रभारी इमरान पुलिस बल के साथ पहूंचे।और क्षतिग्रस्त कब्र को बनवाया।कुछ दिनों से कब्र के पास रास्ता विवाद चला रहा था।

अंचलाधिकारी ने बताया कि क्षतिग्रस्त कब्र को बनाया जा रहा है।रास्ता विवाद को लेकर दोनो पक्षों के बीच समझौता हुआ था।जिसमें जमीन मापी का सहमति बना। स्थल का मापी कराया गया।कब्र घेराबंदी के लिए अभिकर्ता को सूचना की गयी है।शीघ्र ही समाधान करा लिया जायेगा।