पुलिस और आबकारी ने पकड़ी 40 लाख की शराब

अशीष कुमार, मुजफ्फरनगर। जनपद में बुढाना पुलिस व आबकारी टीम ने पंजाब से गुजरात जा रही लोकसभा चुनाव में खपत होने वाली शराब पर बड़ी कार्रवाई की। पुलिस ने चेकिंग में 10 टायर ट्रक व एक फॉर्च्यूनर गाड़ी सहित दो अंतर्राज्यीय शराब सप्लायरों को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने 10 टायर ट्रक से 535 पेटी इंपीरियल ब्लू पंजाब मार्का की शराब बरामद की। पकड़ी गई अवैध शराब की कीमत 40 लाख रुपए से ज्यादा की बताई जा रही है। अंतर्राज्यीय दोनों शराब सप्लायर पंजाब के निवासी है जो गुजरात यूपी बंगाल सहित बिहार, झारखंड में ऑन डिमांड शराब की सप्लाई किया करते थे।

मुजफ्फरनगर की बुढाना कोतवाली पुलिस ने चेकिंग के दौरान बुढाना पुलिस व आबकारी टीम ने संयुक्त रूप से अंतर्राज्यीय शराब सप्लायरों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दो शातिर शराब सप्लायरों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने अंतर्राज्यीय दोनों शातिर शराब सप्लायरों के कब्जे से 10 टायर ट्रक व एक फॉर्च्यूनर गाड़ी पकड़ी जिसकी चेकिंग में पुलिस ने ट्रक के अंदर से 535 पेटी इंपीरियल ब्लू पंजाब मार्का बरामद की। आपको बता दे की शातिर अंतर्राज्यीय दोनों शराब सप्लायर मनी राणा और गुरु आशीष पंजाब के निवासी है।

जो उत्तर प्रदेश गुजरात सहित कई राज्यों में ऑन डिमांड शराब की सप्लाई बड़े पैमाने पर ट्रको में प्लाई बोर्ड के नीचे छुपा कर किया करते थे। बहराल आरोपियों की माने तो लोकसभा चुनाव की घोषणा होते ही बिहार में शराब की डिमांड बढ़ गई है और हम यह शराब ट्रक में प्लाई बोर्ड के नीचे छुपा कर उत्तर प्रदेश हरियाणा के रास्ते से ले जाकर अलग-अलग कई राज्यों में सप्लाई करते थे।

पुलिस ने दोनों शराब सप्लायरों के कब्जे से ट्रक और फॉर्च्यूनर गाड़ी बरामद की है उन दोनों गाड़ियों पर यह शराब सप्लायर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर शराब सप्लाई के कामो को ऑन डिमांड पर किया करते थे। फिलहाल पुलिस ने लोकसभा चुनाव के मध्य नजर शराब माफियाओं पर हुई कार्रवाई के बाद दोनों शराब सप्लायरों को सलाखों के पीछे भेज दिया तो वहीं अभी भी इस मामले में तीन और अन्य पंजाब और हरियाणा के निवासी व्यक्तियों के तार भी इस शराब सप्लाई से जुड़े हुए बताए गए हैं जिस पर पुलिस अभी काम कर रही है।

लोकसभा चुनाव को लेकर क्रांति सेना ने बुलाई बैठक

अशीष कुमार,मुज़फ्फरनगर ।में क्रांति सेना के द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर एक बैठक आयोजित की गई जिसमे लोकसभा सीटों से दावेदारों के आवेदनो के साथ ही उनको चुनाव लड़वाने को लेकर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से उनके सुझाव भी मांगे गए।

क्रांति सेना के प्रकाश चौक स्तिथ कार्यालय पर पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। बैठक में लोकसभा चुनाव के विचार मंथन किया गया। कार्यक्रम में सभी वक्ताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव सिर पर हैं और ऐसे में हर पार्टी में कोई ना कोई चुनाव लड़ने के लिए अपने दावेदारी पेश कर रहा है उसी कड़ी में क्रांति सेना में भी मुजफ्फरनगर, कैराना, बिजनौर और मुरादाबाद से कई लोगों ने अपने आवेदन क्रांति सेना के शीर्ष नेतृत्व को भेजे हैं जिन को लेकर पदाधिकारियों की बैठक कर विचार विमर्श किया गया।

और सुझाव रखे गए बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश महासचिव मनोज सैनी ने कहा कि पदाधिकारीयों ने जो सुझाव दिए हैं वह वास्तव में सराहनीय है उन्होंने कहा कि आज तक संगठन द्वारा जिस सत्तारूढ़ दल का समर्थन किया गया उसने चुनाव बाद किसी की सुध बुध भी नहीं ली और सभी के सुझाव राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत करा दिए जाएंगे और जो भी उनका निर्णय होगा वह सर्वमान्य होगा बैठक में डॉक्टर योगेंद्र शर्मा ने भी अपने विचार रखे और संगठन की मजबूती पर बल दिया इस अवसर पर किसान क्रांति सेना के मंडल अध्यक्ष चौधरी शक्ति सिंह ने भी बैठक में अपना वक्तव्य रखते हुए कहा कि संगठन का पुराना इतिहास रहा है।

संगठन न तो कभी कमजोर था और न ही कभी कमजोर होगा और आने वाले लोकसभा चुनाव में अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए इस बात की अनुभूति भी करा दी जाएगी कि और जो भी निर्णय है पार्टी हाईकमान का होगा वह शिरोधार्य होगा क्रांति सी महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष पूनम चौधरी ने भी अपना वक्तव्य रखते हुए कहा कि उन्होंने अपना आवेदन पत्र पार्टी हाई कमान ललित मोहन शर्मा को भेज दिया है।

अब यह कार्य उनका है कि वह चुनाव लड़ने के लिए उन्हें आदेशित करते हैं या अन्य को जो भी निर्णय हाई कमान का होगा वो सर्वमान्य है नवनियुक्त जिला अध्यक्ष लोकेश सैनी ने हाईकमान व सभी पदाधिकारीयों का आभार व्यक्त किया और आशावस्त कराया की पूर्व से भी अधिक अथक परिश्रम के साथ संगठन के प्रचार प्रसार का कार्य कर्तव्य निष्ठा के साथ निर्वहन करेंगे बैठक का संचालन मंडल अध्यक्ष शरद कपूर द्वारा किया गया और मुख्य रूप से रूप से प्रबुद्ध प्रकोष्ठ मंडल अध्यक्ष आलोक अग्रवाल किसान क्रांति सेना मंडल सचिव अनिल चौधरी जिला महासचिव देवेंद्र चौहान जिला कोषाध्यक्ष गौरव गर्ग जिला उपाध्यक्ष संजीव वर्मा जिला सचिव नरेंद्र ठाकुर आशीष शर्मा प्रदीप करी सुनील सैनी वरिष्ठ नेता राजेश कश्यप जिला महासचिव महिला प्रकोष्ठ अंजू त्यागी नगर अध्यक्ष नेहा गोयल जिला मीडिया प्रभारी अनोखी देवी नरेंद्र शर्मा सहेंद्र कश्यप दीपक धीमन योगेंद्र सैनी शैलेंद्र विश्वकर्मा नरेश सैनी नगर अध्यक्ष खतौली नवदीप धीमान आदि।

सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम में की गई किडनी की सफल सर्जरी, निकाला गया 40-40 का ट्यूमर

अशीष कुमार,मुजफ्फरनगर/गुरुग्राम। एक शानदार उपलब्धि हासिल करते हुए सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम के डॉक्टरों की टीम ने सफल नेफ्रेक्टोमी सर्जरी की है. डॉक्टर शलभ अग्रवाल के नेतृत्व में ये एडवांस पार्शियल नेफ्रेक्टोमी सर्जरी 40 वर्षीय पुरुष मरीज की हुई है जिनकी किडनी में मास पाया गया था. सर्जरी के जरिए न सिर्फ बड़ा ट्यूमर निकाला गया बल्कि मरीज की किडनी और उसकी फंक्शनिंग को भी बचाया गया.

किसी स्वास्थ्य समस्या के चलते जब इस मरीज ने अपना अल्ट्रासाउंड कराया तो किडनी में परेशानी की बात सामने आई. बाद में गहन जांच पड़ताल में 40-40 मिमी के ट्यूमर का खुलासा हुआ. इस ट्यूमर ने किडनी के ऊपरी आधे हिस्से पर कब्जा किया हुआ था. हालत ऐसी थी कि मरीज को तुरंत मेडिकल हेल्प की आवश्यकता थी।

इस मरीज को अन्य अस्पतालों ने किडनी निकालने की सलाह दी थी क्योंकि ट्यूमर ज्यादातर हिस्से में फैल चुका था. लेकिन मरीज की उम्र ज्यादा नहीं थी और उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति भी थी कि किडनी के फंक्शन को सुचारू रखा जाए जिसके लिए उन्होंने वैकल्पिक इलाज तलाशा।

ये मरीज गुरुग्राम के सीके बिरला अस्पताल में आए और यूरोलॉजी के कंसल्टेंट डॉक्टर शलभ अग्रवाल और उनकी एक्सपर्ट मेडिकल टीम को दिखाया. मरीज की व्यापक जांच पड़ताल की गई और किडनी के फंक्शन को बचाते हुए ट्यूमर निकालने के मकसद से आगे बढ़ा गया. हालांकि, ट्यूमर के साइज और लोकेशन की वजह से मामला काफी चुनौतीपूर्ण था।

डॉक्टर शलभ अग्रवाल के नेतृत्व में मरीज की लेफ्ट पार्शियल नेफ्रेक्टोमी सर्जरी की गई. ये एक ऐसी सर्जिकल तकनीक है जिसमें सिर्फ ट्यूमर को निकाला जाता है और किडनी का अन्य हिस्सा सुरक्षित बाकी रहता है. मरीज की अच्छी रिकवरी के लिए सर्जरी के बाद डीजे स्टेंटिंग की गई।

इस प्रक्रिया से गुजरने के बाद हालांकि मरीज को शुरुआत में हाई ब्लड प्रेशर और पेट में दर्द जैसी शिकायत हुई लेकिन अब मरीज की पूरी तरह से रिकवरी हो रही है. सफल सर्जरी से न सिर्फ उनकी स्वास्थ्य चिंताएं दूर हो गई हैं बल्कि उनकी किडनी के फंक्शन भी सही हैं. ये केस सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम की सफलता में एक मील का पत्थर है।

मरीज के रिजल्ट पर डॉक्टर शलभ अग्रवाल ने संतुष्टि जाहिर की और कहा, ''किडनी फंक्शन को बचाना काफी अहम होता है, खासकर युवा मरीजों में. ये एडवांस पार्शियल नेफ्रेक्टोमी सर्जरी सफलता के साथ पूरी करने और मरीज के जीवन को बेहतर बनाने पर हमारी टीम गौरवान्वित है।''

सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम मेडिकल इनोवेशन के मामले में हमेशा से आगे रहा है. यहां मरीजों को लेटेस्ट सर्जिकल तकनीक की मदद बेस्ट केयर दी जाती है और मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार को सुनिश्चित किया जाता है।

मुजफ्फरनगर के फुलत में दो पक्षों में खूनी संघर्ष में तीन की मौत, एडीजी ने लिया जायजा

मुजफ्फरनगर। रतनपुर थाना क्षेत्र के फुलत गांव में अनुसूचित जाति के दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष में तीन लोगों की मौत हो गई। मंगलवार की देर रात दो लोगों की मौत के बाद बुधवार को अस्पताल में तीसरे व्यक्ति की भी मौत हो गई। तिहरे हत्याकांड में पुलिस ने दोनों पक्षों के दस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बुधवार को मेरठ जोन के एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर ने फुलत गांव का निरीक्षण किया और अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी ली। फुलत गांव में अनुसूचित जाति के अंकित पुत्र राजू और पड़ोसी हरिमोहन की बेटी मीनाक्षी ने करीब दस माह पहले गांव से फरार होकर कोर्ट मैरिज कर ली थी। इस समय दोनों मेरठ में रह रहे थे। इसके बाद से ही दोनों पक्षों के बीच रंजिश शुरू हो गई।

थाने में तहरीर भी दी गई थी। बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया था। इसके बाद भी हरिमोहन पक्ष के लोगों ने अंकित को गांव में नहीं आने की चेतावनी दी थी। मंगलवार को अंकित अपने परिवार में सगाई समारोह में भाग लेने के लिए पहुंच गया। देर रात हरिमोहन पक्ष के लोगों ने अंकित को गांव में देख लिया। इस पर हरिमोहन और उसके दो बेटों रोहित व राहुल ने अंकित को घेर लिया। इसके बाद अंकित की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद राजू पक्ष के लोगों ने तीनों पिता-पुत्रों को गोलियों से भून दिया। जिसमें से रोहित की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि हरिमोहन और राहुल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से दोनों की गंभीर हालत को देखते हुए हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। बुधवार को घायल राहुल की भी मौत हो गई। ऐसे में गांव में तिहरा हत्याकांड होने से हड़कंप मच गया। गांव में नाई की दुकान चलाता था अंकित फुलत गांव में मृतक अंकित नाई की दुकान चलाता था। उससे कुछ ही दूरी पर मीनाक्षी का घर था। यहां से दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। परिजनों के विरोध के बाद दोनों गांव से फरार हो गए और कोर्ट मैरिज कर ली।

इसके बाद से ही दोनों मेरठ में रह रहे थे। एडीजी मेरठ जोन ध्रुवकांत ठाकुर ने बुधवार को मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक सिंह, एसपी देहात आदित्य बंसल, सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह के साथ फुलत गांव जाकर हालात का निरीक्षण किया। एडीजी ने पुलिस अधिकारियों को पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बुधवार को राजू पुत्र फूल सिंह ने दूसरे पक्ष के हरिमोहन पुत्र धर्मपाल, मीना पत्नी हरिमोहन तथा उसके तीन बेटों राहुल, सचिन तथा रोहित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। दूसरे पक्ष की ओर से मृतक रोहित के चाचा गोर्वधन पुत्र धर्मपाल ने दूसरे पक्ष के राजू पुत्र फूल सिंह तथा उसके चार बेटों अंकित, बबलू, जोशी व मोनू के विरुद्ध मुकदमे दर्ज कराए। पुलिस ने पहले ही राजू, मोनू, गोवर्धन को हिरासत में ले चुकी है।

*तेजी से बढ़ रहे देश में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और एचपीबी कैंसर के मामले, न्यूनतम इनवेसिव कैंसर सर्जरी से बदल रही तस्वीर*

अशीष कुमार

मुजफ्फरनगर- पिछले कुछ वर्षों से, हमारे देश में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और एचपीबी कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर ग्रासनली, पेट, छोटी और बड़ी आंत, यकृत, पित्ताशय, अग्न्याशय आदि सहित जी आई पथ और पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। ये कैंसर पेट के किसी भी अंग से अल्सर या मांस के रूप में उत्पन्न हो सकते हैं और अगर ध्यान न दिया जाए तो कुछ ही समय में अन्य भागों में मेटास्टेसिस कर सकते हैं। जहां समय पर निदान से बेहतर उपचार और रोगी के लंबे समय तक जीवित रहने की संभावना बढ़ जाती है, वहीं विलंबित उपचार उपचार के परिणाम को प्रभावित करता है और जीवन की गुणवत्ता पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। मामलों में वृद्धि जागरूकता के निम्न स्तर को भी दर्शाती है जिसके कारण शीघ्र पता लगाना संभव नहीं है।

खासकर इस विषय से जुड़ी जागरूकता की कमी के कारण, ऐसी बीमारियों से मृत्यु दर को रोकने में शीघ्र निदान और त्वरित उपचार का महत्वपूर्ण महत्व है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से बढ़ती प्रगति, न्यूनतम इनवेसिव जी आई सर्जरी, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी और रोबोटिक सर्जरी जैसे नए उपचार विकल्पों ने बड़े पैमाने पर कैंसर उपचार का चेहरा पूरी तरह से बदल दिया है। मिनिमल इनवेसिव सर्जरी इस क्षेत्र में एक बड़ा योगदान बन गई है क्योंकि वे कैंसर के इलाज में एक अभिनव दृष्टिकोण प्रदान करते हैं, साथ ही न्यूनतम रक्त हानि, त्वरित रिकवरी और कम समय में अस्पताल सुनिश्चित करते हैं।

हाल के आंकड़ों से पता चलता है कि विकासशील देशों को कैंसर की घटनाओं में तेज वृद्धि का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन साथ ही, कैंसर देखभाल में कई प्रगति हुई है। हालाँकि, ज्ञान की कमी और विषय से जुड़े मिथकों के कारण हमारी अधिकांश आबादी इन विकासों का लाभ नहीं उठा पा रही है।ऐसे मामलों में वृद्धि का एक सबसे बड़ा कारण आम जनता में शुरुआती संकेतों और लक्षणों के बारे में जागरूकता की कमी है, जिसके कारण निदान और उपचार में देरी होती है, जिससे रोग का निदान खराब हो जाता है। जंक फूड पर निर्भरता के साथ अस्वास्थ्यकर आहार का सेवन, अत्यधिक शराब और अनियमित नींद के पैटर्न सहित खराब जीवनशैली ऐसे मामलों में तेजी से वृद्धि के प्रमुख ज्ञात कारणों में से कुछ हैं। शीघ्र और त्वरित उपचार से जी आई रोगों में वृद्धि को रोकने में मदद मिल सकती है।

ग्लोबोकैन इंडिया 2020 के निष्कर्ष कैंसर से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने और इन बीमारियों से जुड़ी घटनाओं और मृत्यु दर को कम करने के लिए व्यापक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को लागू करने के लिए चल रहे प्रयासों के महत्व को रेखांकित करते हैं। प्रौद्योगिकियों की प्रगति के साथ, कैंसर सर्जरी तक न्यूनतम पहुंच भी आम हो गई है। विशेषज्ञ पर्याप्त रूप से कोलन कैंसर, पेट के कैंसर, लिवर मेटास्टेसिस सहित कठिन ट्यूमर का पता लगा सकते हैं, जो कुछ मामलों में न्यूनतम चीरे के साथ या यहां तक कि लेप्रोस्कोपिक विधि से, देर से चरण की बीमारी का संकेत देते हैं। जीआई कैंसर का पता लगाने के लिए उपयोग किए जाने वाले कुछ प्रमुख नैदानिक उपकरण:

1. एंडोस्कोपी:

• कोलोनोस्कोपी: इस प्रक्रिया में एक लचीली ट्यूब को सम्मिलित करना शामिल है। संपूर्ण बृहदान्त्र की जांच करने के लिए मलाशय में कैमरा (कोलोनोस्कोप)। यह कोलोरेक्टल कैंसर और पॉलीप्स का पता लगाने में प्रभावी है।

• एसोफैगोगैस्ट्रोडोडेनोस्कोपी (ईजीडी या ऊपरी एंडोस्कोपी): इसमें ग्रासनली, पेट और छोटी आंत की जांच के लिए मुंह के माध्यम से एक स्कोप डाला जाता है। इसका उपयोग आमतौर पर ग्रासनली, पेट और ग्रहणी संबंधी कैंसर का पता लगाने के लिए किया जाता है।

2. एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड (ईयूएस): ईयूएस विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए एंडोस्कोपी को अल्ट्रासाउंड इमेजिंग के साथ जोड़ता है। पाचन तंत्र और आसपास की संरचनाओं की छवियां। ईयूएस कैंसर की सीमा का आकलन करने के लिए विशेष रूप से उपयोगी, स्टेजिंग, ट्यूमर, और मार्गदर्शक बायोप्सी।

3. कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) स्कैन: सीटी स्कैन का उपयोग पेट और श्रोणि की विस्तृत क्रॉस-अनुभागीय छवियां प्राप्त करने के लिए किया जाता है। वे ट्यूमर का पता लगाने, लिम्फ नोड्स का मूल्यांकन करने और कैंसर के प्रसार की सीमा निर्धारित करने के लिए मूल्यवान हैं।

4. चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (एमआरआई): एमआरआई नरम ऊतकों की विस्तृत छवियां प्रदान कर सकता है, जिससे यह यकृत, अग्न्याशय और पेट के अन्य अंगों के मूल्यांकन के लिए उपयोगी हो जाता है। इसका उपयोग अक्सर स्टेजिंग और उपचार की योजना बनाने के लिए किया जाता है।

5. बायोप्सी और पैथोलॉजिकल जांच: कैंसर की उपस्थिति की पुष्टि करने और इसके प्रकार और ग्रेड को निर्धारित करने के लिए एंडोस्कोपी, सर्जरी या अन्य प्रक्रियाओं के दौरान प्राप्त ऊतक के नमूनों की माइक्रोस्कोप के तहत जांच की जाती है।

6. ट्यूमर मार्कर: कुछ जी आई कैंसर से जुड़े विशिष्ट बायोमार्कर को मापने वाले रक्त परीक्षण निदान और उपचार प्रतिक्रिया की निगरानी में सहायता कर सकते हैं। उदाहरणों में कोलोरेक्टल के लिए सीईए (कार्सिनोएम्ब्रायोनिक एंटीजन) शामिल है

7. पीईटी-सीटी स्कैन: कंप्यूटेड टोमोग्राफी के साथ संयुक्त पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी का उपयोग असामान्य चयापचय गतिविधि का पता लगाने के लिए किया जा सकता है, जिससे संभावित कैंसर प्रसार के क्षेत्रों की पहचान करने में मदद मिलती है। मैं

पारंपरिक सर्जरी की तुलना में मिनिमली इनवेसिव सर्जरी के मरीजों के लिए कई फायदे हैं, जिनमें कम से कम निशान, तेजी से रिकवरी, कम दर्द, अस्पताल में कम समय तक रहना और सर्जरी के बाद कम जटिलताएं शामिल हैं। महामारी के बाद रोबोटिक सर्जरी को प्राथमिकता दी गई है क्योंकि इससे अस्पताल में रहने और सर्जरी के बाद की जटिलताओं में कमी आती है।

लोगों को अभी भी जागरूक होने की आवश्यकता है कि ऑन्कोलॉजी में हालिया प्रगति के साथ, कैंसर का इलाज पूरी तरह से संभव है। और शीघ्र निदान न केवल जीवित रहने की संभावना को बढ़ा सकता है, बल्कि जीवन की बेहतर गुणवत्ता भी प्रदान कर सकता है।

कूड़े की गाड़ी का फीता काट वार्ड वासियों को दी नई सौगात

अशीष कुमार,मुजफ्फरनगर। वार्ड नंबर 45 में सभासद पति हाजी गुलरेज सिद्दीकी उर्फ राजू आढ़ती ने अपने वार्ड वासियो को दी नई सौगात उन्होंने डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली गाड़ी का शुभारंभ किया ये कूड़े की गाड़ी घर-घर से कूड़ा उठाने का काम करेगी जिससे वार्ड वासियों को कूड़ा गंदगी से निजात मिलेगी।

भाकियू (अ)जिला प्रभारी जीशान सिद्दीकी ने अच्छे काम की प्रशंसा करते हुए सभासद पति हाजी गुलरेज सिद्दीकी को मुबारक बाद दी और कहा की इस गाड़ी से लोगो मे ख़ुशी की लहर देखने को मिल रहीं है अब घरो का कूड़ा बाहर फेकना नहीं पड़ेगा और गाड़ी घरो से कूड़ा लेने खुद आएगी इस काम के लिए मे भाकियू (अ)जिला प्रभारी ज़ीशान सिद्दीकी सभासद पति व पूर्व महानगर अध्यक्ष हाजी गुलरेज सिद्दीकी को एक बर फिर बधाई देना चाहता हूं।

इस मोके पर इरशाद अहमद, मौलाना गुलजार, पूर्व सभासद रोशन जहाँ जी इकबाल मलिक जी, चाचा खन्ना जी एवं वार्ड के मौजिज़ लोग उपस्थित रहे।

सीने पर गोली खाने को तैयार टिकैत परिवारः राकेश

अशीष कुमार

मुज़फ्फरनगर- किसानों की राजधानी सिसौली में हुई किसानो की महापंचायत में कई बड़े और अहम फैसले लिए गए हैं। दिल्ली कूच के लिए पंजाब और हरियाणा के किसानों पर दिल्ली बाॅर्डर पर लाठीचार्ज और बल प्रयोग के दूसरे तरीकों को आजमाने की कड़ी निंदा के साथ भारतीय किसान यूनियन ने साफ कर दिया है कि वो देश के हर उस किसान के साथ खड़ी है, जिस पर जुल्म ज्यादती की जा रही है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों के अधिकारों की लड़ाई में टिकैत परिवार खुद अपने सीने पर गोली खाने को तैयार है, उनकी दिली ख्वाहिश है कि टिकैत परिवार की ओर से किसानों के संघर्ष के दौरान आंदोलन में बलिदान दिया जाये।

भाकियू मुख्यालय किसान भवन सिसौली में शनिवार को भाकियू की मासिक पंचायत का आयोजन किया गया। इसमें दूर दराज से आये किसान नेताओं के साथ भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत और भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने दिल्ली कूच आंदोलन में पुलिस फोर्स के रवैये से बनी टकराव की स्थिति को लेकर रणनीतिक चर्चा की। इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि 21 फरवरी को यूपी का किसान सरकार की नीतियों के खिलाफ ट्रैक्टर मार्च करेगा। उन्होंने मासिक पंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों के लिए आंदोलन बंद नहीं होगा,जहां पर भी गोलियां चलेगी वहां पर हम आगे रहेंगे। उन्होंने कहा कि टिकैत परिवार से जान 2018 में जानी थी, 2021 में जानी थी, लेकिन बच गई। हम किसी भी सरकार या राजनीतिक पार्टी के पक्षधर नहीं है।हम राजनीतिक भी नहीं हैं, किसान हैं और किसानों के लिए हम बलिदान देंगे और आखिरी दम तक किसानों के साथ खड़े रहेंगे। सरकार बनाने के लिए जनता किसी को भी चुने ये हमारा मुद्दा नहीं है, लेकिन हम किसानों के गुंडागर्दी नहीं चलने देंगे। आज देश में किसी भी विपक्षी राजनीतिक दल के नेता की बोलने की हिम्मत नहीं रही है, बोलने वालों को जेलों में डाला जा रहा है। यही नीति सरकार के लोग किसानों के साथ भी अपना रहे हैं या तो किसान जेल जायेगा या फिर सड़कों पर रहेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को आज आंदोलन के लिए जुटना होगा, कमजोर पड़ोगे तो सरकार हमें तोड़ देगी, जेल जाना पड़ेगा। हम मिलकर लड़ेंगे।राकेश टिकैत ने फैसलों को सुनाते हुए कहा कि 21 फरवरी को मुख्यालय का घेराव, 26-27 फरवरी को हरिद्वार से गाजीपुर बाॅर्डर तक मार्च किया जाएंगा।

किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि राष्ट्रीय कमेटी ने निर्णय लिया है, 21 फरवरी को किसानों को जिला मुख्यालय पर ट्रैक्टर मार्च के लिए तैयार रहना है। जरूरत पड़ी तो यूपी का किसान दिल्ली कूच करने से भी पीछे नहीं हटेगा। 26 और 27 फरवरी तक यूपी का किसान ट्रैक्टर मार्च लेकर दिल्ली कूच के लिए निकलेगा। हाईवे जाम नहीं करेंगे। हम दिल्ली जायेंगे या नहीं ये फैसला हम कभी भी बदल सकते हैं।

मुज़फ्फरनगर में बड़ी साजिश का हुआ पर्दाफ़ाश,खालापार से मिले 4 जिन्दा टाइम बम, दो गिरफ़्तार

अशीष कुमार,मुजफ्फरनगर। यूपी में मेरठ की स्पेशल टास्क फोर्स ने 4 टाइम बम के साथ मुज़फ्फरनगर के मिमलाना रोड़ निवासी जावेद शेख सहित दो लोगो को खालापार से गिरफ्तार किया हैं। जिसके बाद से पुरे इलाके में हड़कंप मच गया।

मिली जानकारी के अनुसार आरोपी जावेद शामली निवासी इमराना नाम की महिला के संपर्क में था जिसने उसको बम बनाने का ऑर्डर दिया था। बम मिलने की सूचना के बाद दिल्ली से मुज्जफ्फरनगर पहुंची आईबी की टीम आरोपी जावेद से पूछताछ कर और जानकारी जुटाने में लगी हैं।

मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपी जावेद का नेपाल से भी कनेक्शन सामने आया है ...यूपी एसटीएफ के द्वारा आरोपी जावेद ने पूछताछ में बताया की उसे ये बम बनाने का ऑर्डर इमराना नाम की एक महिला ने दिया था. जांच में ये भी सामने आया कि जावेद नेपाल भी आता-जाता है ...और वहां से उसका गहरा कनेक्शन है. इन बमों का इस्तेमाल किसी बड़ी प्लानिंग में किया जाना था या फिर किसी बड़े नेता या धार्मिक स्थान को निशाना बाने की गहरी साजिश थी इसको लेकर आरोपी से पूछताछ की जा रही हैं।

हालांकि इस मामले में अभी तक कोई आतंकी एंगल सामने नहीं आया है लेकिन सुरक्षा एजेंसिया अब पहले से और ज्यादा एक्टिव हो गई हैं और गहनता से जांच में जुट गई हैं।

*प्रमुख समाजसेविका बीना शर्मा एवं मयूरी स्वरूप ने महिला बैरक में चिल्ड्रन पार्क हेतु महिला बंदियों के बच्चों के लिए खेलकूद सामग्री की प्रदान*

अशीष कुमार

मुज़फ्फरनगर। जिला कारागार मुजफ्फरनगर में महिला बंदियों के कल्याण एवं उत्थान से संबंधित कार्यक्रम को लेकर आज जनपद मुजफ्फरनगर की प्रमुख समाजसेविका बीना शर्मा एवं मयूरी स्वरूप के सौजन्य से महिला बैरक में चिल्ड्रन पार्क हेतु महिला बंदियों के बच्चों के लिए खेलकूद सामग्री प्रदान की गई ताकि महिला बंदियों के बच्चे खेलकूद के साथ अपना मनोरंजन कर सकें, इस अवसर पर बीना शर्मा ने कहा कि समाज के प्रबुद्ध जनों के सहयोग से ऐसे कार्यक्रमों को बढ़ावा मिलता रहना चाहिए ताकि जेल के अंदर बंदी सुधार ग्रह की संकल्पना को बेहतर ढंग से मजबूती प्रदान की जा सके।

 इस अवसर पर दर समाजसेविका मयूरी स्वरूप ने कहा कि मुजफ्फरनगर जिला कारागार का स्वरूप पूरी तरीके से बदला हुआ है और मैंने यहां आकर महसूस किया कि महिला बंदियों के कल्याण एवं उत्थान के साथ-साथ उनके बच्चों का पूरा ध्यान यहां पर रखा जाता है और यहां पर महिला बंदियों के बच्चों के लिए क्रेच की व्यवस्था की गई है जो बहुत ही आधुनिक और बेहतर है, साथ ही उन्होंने लाइब्रेरी की भी प्रशंसा की, इस अवसर पर जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने दोनों समाज सेविकाओं का धन्यवाद एवं आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस प्रकार के सहयोग से बंदियों का कल्याण एवं उत्थान तो होता ही है साथ ही हमें भी बेहतर ढंग से कार्य करने हेतु बल और प्रोत्साहन मिलता है।

 यह अच्छी बात है कि जिला कारागार मुजफ्फरनगर के प्रति बीना शर्मा ने सदैव सहयोगवादी दृष्टिकोण अपनाते हुए सहयोग प्रदान किया है इसके लिए मैं उनका धन्यवाद एवं आभार प्रकट करता हूं और आशा करता हूं कि भविष्य में भी इसी प्रकार उनका सहयोग प्राप्त होता रहेगा।

इस अवसर पर मुख्य रूप से राजेश कुमार सिंह जेलर, सुश्री मेघा राजपूत, डिप्टी जेलर हेमराज सिंह, यश केंद्र यादव, डॉक्टर परितोष मुद्गल आदि मौजूद रहे।

*चौधरी इरफान बने बिजनौर से भारतीय किसान मजदूर संयुक्त मोर्चा के जिला अध्यक्ष*

अशीष कुमार

मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान मजदूर संयुक्त मोर्चा के प्रदेश कार्यालय मीनाक्षी चौक पर सदस्यता अभियान जारी राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी मोहम्मद शाह आलम के नेतृत्व में बिजनौर से आय दर्जनों किसानों ने संगठन में सदस्यता ग्रहण की तो सभी की सहमति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी मोहम्मद शाह आलम ने

मोहम्मद इरफान को प्रदेश संगठन मंत्री नियुक्त किया

सूफीयान को बिजनौर जिला प्रभारी नियुक्त किया

चौधरी इरफान को बिजनौर जिला अध्यक्ष नियुक्त किया

नूरूल हक को बिजनौर जिला महामंत्री नियुक्त किया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी मोहम्मद शाह आलम ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों पर भरोसा जताया तो वही नव नियुक्त बिजनौर जिला अध्यक्ष चौधरी इरफान व सभी प्राधिकारियों ने चौधरी शाह आलम को आश्वासन देते हुए कहा बिजनौर जनपद में संगठन को मजबूत करने का कार्य करेंगे किसान और मजदूर की आवाज को मजबूती से बुलंद करेंगे।