दुमका : बेरोजगारी व भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजयुमो का रोजगार न्याय मार्च, नियोजन कार्यालय में जड़ा ताला, विरोध-प्रदर्शन
दुमका : राज्य में बेरोजगारी एवं भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने बुधवार को प्रमंडल स्तर पर रोजगार न्याय मार्च निकाला। दुमका के एसपी कॉलेज के पास से निकाले गए रोजगार न्याय मार्च में शामिल भाजयुमो एवं भाजपा कार्यकर्ताओं ने श्रम एवं नियोजन कार्यालय में तालाबंदी की एवं सूबे के चम्पाई सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। रैली का नेतृत्व भाजयुमो के जिलाध्यक्ष रुपेश मंडल ने किया।
दुमका के भाजपा सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि राज्य की झामुमो व कांग्रेस नेतृत्ववाली सरकार ने रोजगार के नाम पर यहाँ के युवाओं को ठगने का काम किया। पांच लाख युवाओं को रोजगार देने का सरकार ने वादा किया था, नौकरी तो नहीं मिली पर यहाँ के युवाओं को बहाली के नाम पर भ्रष्टाचार देखने को मिला। पेपर लिक का मामला सामने आया। अब तक स्पष्ट नियोजन नीति नहीं बन पायी। इन तमाम मुद्दों को लेकर राज्य के बेरोजगार युवाओं में आक्रोश है।
भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज ने कहा कि राज्य की चम्पाई सरकार यहाँ के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस तथा यूपीए गठबंधन ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा था कि सरकार बनी तो 1 साल में 5 लाख नौकरी देंगे नहीं तो राजनीतिक से संन्यास लेंगे और नौकरी नहीं मिलने तक स्नातक बेरोजगार को पांच हजार एवं स्नातकोत्तर को सात हजार बेरोजगारी भत्ता देंगे। कहा कि पांच लाख नौकरी देने का वादा पूरी तरह विफल हो गया।
एक साल में 5 लाख तो क्या अपने पूरे कार्यकाल में 5 लाख का 1% युवाओं को भी नौकरी देने में असफल सरकार ने विधानसभा में केवल 357 नौकरी देने की बात स्वीकारी। जबकि बेरोजगारी भत्ता पर कोई पहल अभी तक नहीं की। कहा कि अव्यवहारिक तौर पर लागू नियोजन नीति 2021 को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया, हेमंत सोरेन का युवा विरोधी चेहरा सामने ला दिया और राज्य सरकार चाहती तो संकल्प जारी कर स्थानीय व नियोजन नीति बना सकती थी परंतु इसकी नियत साफ नहीं है।
जनता को दिगभ्रमित करने के लिए नोवी अनुसूची को बहाना बनाया गया। झारखंड में आज कोई भी स्पष्ट नियोजन नीति नहीं है।मौके पर भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ लुईस मरांडी, प्रदेश मंत्री मुन्ना मिश्रा, भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री मनीष दुबे, भाजपा जिलाध्यक्ष गौरवकान्त प्रसाद, पूर्व जिलाध्यक्ष निवास मंडल, अंजुला मुर्मू, अमरेंद्र सिंह, विवेकानंद राय, दीपक स्वर्णकार, भाजयुमो देवघर ज़िला अध्यक्ष अतुल सिंह, साहिबगंज ज़िला अध्यक्ष अनिमेष सिन्हा, जामताड़ा ज़िला अध्यक्ष अनूप पांडेय, पाकुड़ ज़िला अध्यक्ष जयसेन बेसरा, अमन राज, संथाल परगना प्रमंडलीय प्रभारी सौरभ कश्यप, भाजयुमो देवघर जिला प्रभारी गुंजन मरांडी, सुजीत यदुवंशी, विमल मरांडी, अमिता रक्षित, नीतू झा, अमन राज, प्रवीण सिंह, मनीष कुमार, वासुदेव झा, गोपीनाथ दत्ता, दिप्तांशु कोचगवे, चंदन यादव, रितेश कुमार, ओम केसरी, सोनी हेंब्रम, प्रिया सिंह, प्रिया रक्षित, सन्नी सिंह, पप्पू सिंह, अभिजीत सुमन, संतोष सोरेन, मार्शल ऋषिराज टुडू, गोविंद, रघुनाथ दे, पंकज झा आदि अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Mar 15 2024, 20:35