कामयाबी: अवैध रूप से अफीम-पोस्त की खेती करने वाले 2 गिरफ्तार

मीरजापुर। जिले की पुलिस को एक सप्ताह के अंदर दूसरी बार एक बड़ी सफलता मिली है। जिले में अफीम की खेती का पुलिस ने खुलासा करते हुए आज एक और भंडाफोड़ किया है। विंध्याचल कोतवाली क्षेत्र के गैपुरा में

अवैध अफीम की खेती का खुलासा करने के बाद अदलहाट में इस बार बाजी हाथ लगी है।

दरअसल, बुधवार को अदलहाट पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी कि ग्राम फत्तेपुर व रामजीपुर में कुछ व्यक्तियों द्वारा अफीम पोस्त की अवैध रुप से खेती की गई है।

सूचना पर थाना अदलहाट पुलिस टीम द्वारा दबिश देकर अवैध रुप से अफीम की खेती करने वाले रामवृक्ष पाल पुत्र भूल्लर राम पाल निवासी ग्राम रामजीपुर थाना अदलहाट व प्रेमनाथ सिंह पुत्र रामनन्दन निवासी ग्राम फत्तेपुर को गिरफ्तार किया गया तथा अन्य संलिप्तों की गिरफ्तारी हेतु संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है। पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन ने बताया कि रामवृक्ष पाल उपरोक्त के खेत में अवैध रुप से लगाए गए अफीम-पोस्ता के 1710 पौधे एवं प्रेमनाथ सिंह उपरोक्त के खेत में लगाए गए अफीम-पोस्ता के 1930 पौधे तथा मौके से फरार तीसरे व्यक्ति के खेत में अवैध रुप से लगाए गए अफीम-पोस्ता के 3200 पौधें, इस प्रकार अवैध रुप से खेतो में उगाए गये अफीम-पोस्ता के कुल 6840 पौधे मय डोडा, वजन-260.650 किग्रा जिनकी अनुमानित कीमत ₹ 06 करोड़ आंकी गई है को बरामद किया गया।

बाक्स मैटर ----

एक सप्ताह में दूसरी बार अफीम की खेती का हुआ खुलासा

मीरजापुर। अदलहट थाना क्षेत्र में अफीम की खेती का खुलासा होने के बाद पुलिस भी अचरज में है। पुलिस अब इस दिशा में जुट गई है कि जिले में और कहां-कहां अवैध तरीके से अफीम की खेती हो रही है। 10 मार्च को विंध्याचल थाना क्षेत्र में अफीम की अवैध खेती का खुलासा होने के बाद पुलिस अभी कुछ सोचती कि इसके पहले गुरुवार को विंध्याचल के बाद अदलहाट थाना क्षेत्र में अफीम की खेती का खुलासा हो जाने के बाद पुलिस के हौसले बुलंद देखें जा रहें हैं। पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन द्वारा लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 एवं त्योहारों को सकुशल सम्पन्न कराने तथा जनपद में शांति एवं कानून व्यवस्था सुदृढ़ बनाये रखने हेतु अपराध की रोकथाम एवं अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने तथा अवैध रूप से मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु जनपद के समस्त प्रभारी निरीक्षक,थानाध्यक्षगण को निर्देश दिया गया है। इसी क्रम में पुलिस को मिली इस सफलता से मातहत खासे उत्साहित हैं।

मीरजापुर: स्कॉर्पियो-बाइक सवार में हुई भीषण टक्कर, दो महिला समेत तीन की मौत,

मीरजापुर। विंध्याचल थाना क्षेत्र के अकोढ़ी में मीरजापुर-प्रयागराज मार्ग पर स्कॉर्पियो और बाइक सवार में भीषण टक्कर में बाइक सवार दो महिला समेत तीन की मौके पर मौत हो गई है। सूचना पर विंध्याचल थाना प्रभारी पुलिसकर्मियों संग मौके पर पहुंच कर विंध्याचल वाहन को अपने कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई में जुट गए थे। जानकारी के अनुसार विन्ध्याचल क्षेत्रान्तर्गत अकोढ़ी के पास स्कार्पियों व मोटरसाइकिल के बीच एक्सीडेंट हो जाने की सूचना पर पुलिस उच्चाधिकारी व थाना विन्ध्याचल पुलिस बल द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर बाईक सवार राजदेव बिन्द पुत्र श्रीराम परहा 28 वर्ष, सन्नो देवी पत्नी राजदेव 26 वर्ष व आशा देवी पत्नी महाबली 34 वर्ष निवासीगण ग्राम बरबटा थाना जिगना, मीरजापुर जिनकी मौके पर ही मौत हो गई थी, के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु मोर्चरी भिजवाया है। जबकि दुर्घटना कारित स्कार्पियों को कब्जे में ले लिया गया है।

दुर्घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई थी। मौके पर पहुंच पुलिस ने मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज आवागमन को बहाल कराया है।

जल जीवन मिशन, जल गुणवत्ता पर चलाया गया जागरुकता अभियान

मीरजापुर। जल जीवन मिशन जल गुणवत्ता डब्ल्यू -आईईसी योजना अंतर्गत राज्य पेयजल स्वछता मिशन (एसडब्ल्यूएसएम) द्वारा इन्पैनल्ड सूचीबद्ध एजेंसी विंग्स लखनऊ के माध्यम से जनपद के विकास खंड कोन में खंड विकास अधिकारी तथा सहायक विकास अधिकारी पंचायत द्वारा राजस्व स्तर ग्राम स्तर पर चल रहे जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर आगे के लिए रवाना किया गया।

इस मौके पर जल जीवन मिशन व जल गुणवत्ता पर प्रकाश डालते हुए जल संरक्षण पर भी जोर दिया गया। कार्यक्रम अंतर्गत फील्ड परीक्षण किट, बैक्टएरीओलॉजिकल वाइल की सहायता से एफटीके यूजर्स महिलाओं के मध्य जल गुणवत्ता परीक्षण जागरूकता कार्यक्रम तथा प्रोजेक्टर के माध्यम से एफटीके यूजर्स एवं अन्य महिलाओं के मध्य एफटीके किट यूज़ प्रक्रिया तथा जल जनित बीमारियों के प्रकोप हेतु ग्राम पंचायतों, जनमानस के समक्ष फिल्म प्रदर्शनी वीडियो शो कार्यक्रम एवं हॉटस्पॉट के रूप में पेयजल आपूर्ति, शुद्ध एवं सुरक्षित पेयजल, स्वच्छता संबंधी प्रदर्शनी जागरूकता कार्यक्रम, आईसी सामग्री वितरण कार्यक्रम तथा सामाजिक मानचित्रण द्वारा सोशल मापिंग कार्यक्रम को बताते हुए इसकी उपयोगिता बताई गई।

वीडियो टीम को जागरूक करते हुए खण्ड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत द्वारा हरी झंडी दिखाकर गांव की तरफ रवाना किया गया।इस मौके पर ग्राम सचिव, ग्राम प्रधान तथा संस्था से नवीन श्रीवास्तव, पंकज गौड़, रविंद्र इत्यादि मौजूद रहे।

चुनावी चकल्लस:हुजूर यह पब्लिक है! सब जानती ही नहीं समझती भी है,मतदाताओं के सवाल 'मोहतरमा' कहां थी साढ़े चार साल?

संतोष देव गिरि ,मीरजापुर। चुनाव सिर पर होते ही सौगातों की बरसात, 'विकासवाद' की बात शिलान्यास-उद्घाटनों का दौर आखिरकार यह तेजी आज क्यों इसके पहले क्यों नहीं? यह सवाल असहज कर देने वाले हैं। जिनके शाय़द ही जवाब देते हुए बने। 2024 के लोकसभा चुनाव का आगाज हो चुका है, बस चंद दिन ही शेष बचे हुए हैं जिसके बाद इसकी अधिकारिक तौर पर घोषणा भी कर दी जाएगी। इस बीच जिले में विकासवाद का ढिढ़ोरा खूब बज रहा है। नित्य नई योजनाओं की सौगात देने की बात खूब हो रही है। सुबह से प्रारंभ हुआ कार्यक्रमों का दौर रात तक निपटायां जा रहा है। शिलान्यास-उद्घाटनों का दौर ऐसा चल रहा है मानों जैसे 'अंताक्षरी' हो रही है कि कहीं कोई और बाजी ना मारने पाएं।

उद्घाटन और शिलान्यास के दौर को इस कदर प्रस्तुति दी जा रही है, जैसे कि इसके पहले जिले में कोई विकास करने वाला था ही नहीं, अब भला 'मोहतरमा' को कौन बताए कि इसके पहले भी जिले में अनेकों विकास पुरुष रहे हैं, जिनका नाता, जुड़ाव आज भी जिले के लोगों से बना हुआ है। जो नहीं भी हैं, लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्यों की आज भी तारीफ करना यहां के लोग नहीं भूलते। उसके पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि उन्होंने कुछ भी करने से पहले 'ढिंढोरा' नहीं पीटा है, करके दिखलाया है। वह अपने कार्यों के बल पर पहचान बनाने में कामयाब रहे हैं, ना कि शासन सत्ता की योजनाओं का श्रेय अपने माथे मढ़ कर शिलान्यास, उद्घाटन वाले नेता बने थे। इन दिनों जनपद के विकास और उत्थान की बात तेजी पर है, लेकिन इससे इतर हट कर देखें तो नगर की सड़कों की बदहाली से लेकर विभिन्न ग्रामीण इलाकों में ग्रामीण सड़कों का बुरा हाल है जो 'विकासवादी' बातों की हवा निकालने के लिए काफी हैं।

जिस हर घर नल जल योजना का बखान करते हुए 'मोहतरमा' थकतीं नहीं, कभी उनके लिए खोदे गए मार्ग पर पैदल चलकर लोगों तक पहुंचती तो अंदाजा लगता, खैर वह ऐसा क्यों करें, उन्हें क्या पड़ी है? वह तो खुद ही लग्जरी वाहनों के काफिले सुरक्षा घेरे में चलती हैं, जिन्हें और सुरक्षा घेरा उपलब्ध करा दी गई है। शायद सुरक्षा घेरा जो पहले मिला था उससे 'जी' नहीं भर पा रहा था, सो सरकार ने कृपा बरसा दी और बढ़ा दी गई सुरक्षा चुनाव भी है, अंदरखाने में विरोध भी है। सो सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होना तो मांगता ही है। वैसे भी 'मोहतरमा' की ख़्वाहिशें अंतहीन हैं उन्हें सुरक्षा मिला तो क्या मिला।

केंद्र और प्रदेश में भी उनकी अपनी सरकार है। कुनबे के तौर पर पति-पत्नी दोनों ही सरकार के अभिन्न अंग हैं। पार्टी की कमान भी अपने हाथों में हैं। उन्हें कोई टस से मस नहीं कर सकता यानि दल-संगठन की कमान अपनी मुठ्ठी में है। ऐसे में भला सुरक्षा ही बढ़ी तो क्या बढ़ी? इसपर बात भी नहीं होनी चाहिए। इस पर बात करे भी तो कौन और किससे? जब पूरी मंडली (कुछेक को छोड़) ही मोहतरमा के आगे-पीछे चल पड़ी है।

श्रेय लेने की हड़बड़ी क्यों?

'मोहतरमा' के विकासवाद वाले ढ़ोल पर मतदाताओं की तीखी प्रतिक्रिया भी सुनने में आ रही है। .... इतने दिनों कहां रहीं... क्या किया। जो आज हो रहा है, वह इसके पहले क्यों नहीं हुआ? दरअसल, इस बार जागरूक मतदाता योगी-मोदी के विकास और योजनाओं के सहारे मतदाताओं को लुभाते रहे जनप्रतिनिधियों से सवाल भी दागने को आतुर है कि सरकार की संचालित योजनाओं का श्रेय आखिरकार आप कब तक लेते रहोगे? ।

गौरतलब हो कि जिले में पिछले कुछ महीने से जिस गति से शिलान्यास और उद्घाटन का दौर चला है उसे देखकर हर कोई अचंभित ही नहीं सवाल भी करता नजर आ रहा है कि आखिरकार इतनी तेजी अब क्यों? सरकार की तमाम योजनाओं के बाद भी जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, विद्युत, सड़क मार्गो की दशा बदहाल बनी हुई है। इनमें सिंचाई से जुड़ी हुई समस्या भी सबसे जटिल और प्रमुख है जिससे जिले का अन्नदाता किसान कराह रहा है समय-समय पर उसे धरना-प्रदर्शन करने के लिए भी विवश होना पड़ता है। बावजूद इसके किसानों की समस्याएं कम नहीं हुई हैं। बेरोजगारी की मार, जिले में कुटीर धंधों की बदहाली किसी से छुपी हुई नहीं है। जिन योजनाओं के नाम का शिलान्यास कर जनता को सौगात देने की बात कही जा रही है वह कब पूरी होगी यह तो समय के गर्भ में है, तो उस पर श्रेय लेने की हड़बड़ी क्यों?

(आगे भी जारी)

मां की डांट से क्षुब्ध किशोरी ने फांसी लगाकर दी जान

मीरजापुर। मां की डांट से क्षुब्ध किशोरी ने बुधवार की देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना कछवां थाना क्षेत्र के बजरडीहा गांव की है।बजरडीहा निवासी दिनेश गौड़ की 14 वर्षीय पुत्री महिमा को उसकी मां ने किसी बात को लेकर फटकार लगाई थी। इससे क्षुब्ध होकर वह अपने कमरे को अंदर से बंद कर लिया और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पुलिस व फॉरेंसिक टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

मीरजापुर पुलिस ने अवैध देशी शराब का निर्माण व बिक्री करने वाले गैंग का किया भण्डाफोड़, 2 गिरफ्तार

मीरजापुर। पुलिस ने अवैध अपमिश्रित देशी शराब का निर्माण व बिक्री करने वाले गैंग का भण्डाफोड़ करते हुए 2 को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस ने 220 लीटर स्प्रिट, 135 शीशी अपमिश्रित देशी शराब, नकली क्यूआर कोड सहित शराब निर्माण में प्रयुक्त अन्य सामाग्री बरामद किया गया है। अवैध शराब एवं मादक पदार्थों की निर्माण, तस्करी व बिक्री पर अंकुश लगाते हुए संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी, बरामदगी एवं प्रभावी कार्यवाही करने के लिए एसपी ने जनपद के समस्त प्रभारी निरीक्षक, थानाध्यक्षगण को निर्देश दिये हैं।

उक्त निर्देश के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक नगर व क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में थाना कछवां, एसओजी, सर्विलांस व आबकारी विभाग की संयुक्त पुलिस टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है।

सोमवार को थाना कछवां अन्तर्गत ग्राम सेमरी में सरकारी देशी शराब की दुकान के पास एक अलग कमरे में अपमिश्रित शराब निर्माण करने की मुखबिर की प्राप्त सूचना पर पुलिस एवं आबकारी विभाग की संयुक्त पुलिस टीमों द्वारा दबिश देकर मौके से 2 अभियुक्तों अरविन्द कुमार गुप्ता व प्रतीक पाण्डेय को गिरफ्तार किया गया तथा मौके से प्लास्टिक के 5 जरिकेन में रखी 220 लीटर स्प्रिट, 135 शीशी प्रत्येक 200 एमएल अवैध, अपमिश्रित देशी शराब अंकित ब्लू लाइमब्राण्ड, नकली क्यूआर कोड, ढ़क्कन, सिंक कैप, खाली शीशी, ड्रायर मशीन, कीपिया, इंजेक्शन प्लास्टिक के नीडल व सिरिंज तथा लोहे का सुजा बरामद किया गया।

जिनके खिलाफ विधिक कार्यवाही करते हुए जेल भेजा गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि वह लोग अपने दो अन्य साथियों की मदद से नकली अपमिश्रित देशी शराब का निर्माण करते है जिसे नशीली व तीक्ष्ण बनाने हेतु स्प्रिटएवं अन्य सामग्री को मिलाकर बनाते है तथा खाली शीशियों में भरकर नकली क्यूआर कोड, लेबल व ढ़क्कन लगाकर असली देशी शराब के रूप में बिक्री करते है। जिससे अच्छी खासी कमाई हो जाती है।

नाम पता गिरफ्तार अभियुक्तगण—

1. अरविन्द कुमार गुप्ता पुत्र स्व0रामसागर गुप्ता निवासी पाहो बाजार थाना कछवां जनपद मीरजापुर,उम्र करीब-35 वर्ष ।

2. प्रतीक पाण्डेय पुत्र विश्वम्भरनाथ पाण्डेयनिवासी प्रेम का पूरा(मझवाँ)थाना कछवां जनपद मीरजापुर,उम्र करीब-29 वर्ष ।

पंजीकृत अभियोग —

मु0अ0सं0-13/2024धारा 60 आबकारी अधिनियम व धारा 272,273,419,420,467,468,471 भादवि व 54/63 कॉपीराइट एक्ट ।

आपराधिक इतिहास(अभियुक्त अरविन्द कुमार गुप्ता उपरोक्त )—

1. मु0अ0सं0-14/2004 धारा 323,342,354,452,504,506 भादवि थाना मिर्जामुराद जनपद वाराणसी ।

2. मु0अ0सं0-256/2011 धारा 147,148,149,307,323,395,504,506 भादवि थाना कछवां जनपद मीरजापुर ।

बरामदगी विवरण —

• प्लास्टिक के 05 जरिकेन में रखी 220 लीटर स्प्रिट ।

• 135 शीशी प्रत्येक 200mlअवैध/अपमिश्रितदेशी शराब अंकित ब्लू लाइमब्राण्ड।

• नकली क्यूआर कोड 1081 नग, 1000 अदद ढ़क्कन, 50 अदद साबूत पुराना ढ़क्कन, सिंक कैप 90 अदद, 1000 अदद खाली शीशी लार्ड डिस्टलरी लिमिटेड गाजीपुर मुद्रित, 01 अदद ड्रायर मशीन, 01 अदद कोल्ड ड्रिंक की अधकटी बोतल की बनी कीपिया, इंजेक्शन प्लास्टिक के नीडल व सिरिंज 50ml,20ml व 3ml तथा स्टील/लोहे का सुजा 01 अदद ।

गिरफ्तारी का स्थान, दिनांक व समय —

ग्राम सेमरी में सरकारी देशी शराब की दुकान के पास से, दिनांकः12.03.2024 को समय 21:45 बजे ।

गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली पुलिस टीम —

थानाध्यक्ष कछवां-संजीत बहादुर सिंह मय पुलिस टीम ।

उप-निरीक्षक संजय सिंह प्रभारी एसओजी मय पुलिस टीम ।

उप-निरीक्षक मानवेन्द्र सिंह प्रभारी सर्विलांस मय पुलिस टीम ।

आबकारी निरीक्षक राजकिशोर सिंह क्षेत्र-प्रथम, मीरजापुर ।

सीएचसी आने वाले मरीजों का दवा विक्रेता छीन रहें पर्चा, अपने ही ईलाज के दरकार में आधिकारियों की राह देख रहा सीएचसी चुनार

मिर्जापुर। एक समय था जब चुनार तहसील अन्तर्गत चचेरी मोड़ स्थित समुदायिक स्वास्थ केन्द्र में ईलाज के लिए मरीजों का तांता लगा रहता था, दूर दराज से लोग ईलाज के लिए यहां आते थे और स्वस्थ होकर चिकित्सकों को दुवाएं देकर जाते थे, लेकिन आज की तारीख में जो स्थिति है, कि भूले भटके मरीज ही अस्पताल की ओर रुख करते है और जाते समय व्यवस्था को जमकर कोंसते है। 

चुनार के चचेरी मोड़ स्थित सरकारी अस्पताल परिसर दलालों, अवैध मेडिकल स्टोर संचालकों का अड्डा बन चुका है, चार पांच की संख्या में मौजूद मेडिकल स्टोर संचालक व उनके दलाल अस्पताल खुलते ही परिसर में डेरा जमा लेते है और ईलाज कराने आए मरीजों का पर्चा पकड़कर अपने अपने दुकान पर ले जाकर उनको महंगी दवा तथा जांच करवाकर मनमाना पैसा वसूल करते है।

 स्थानीय होने के कारण वैसे तो कोई डॉक्टर अथवा स्वास्थ्यकर्मी इनकी शिकायत करने से कतराता है किंतु यदि कोई चिकित्सक इसका विरोध करता है तो दलालों द्वारा संबंधित चिकित्सक के विरुद्ध अपने लोगों से फर्जी शिकायती पत्र दिलवाकर नाजायज दबाव बनाया जाता है। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में तैनात एक जिम्मेदार अधिकारी ने बताया कि कुछ वर्षों पहले मेरी पोस्टिंग सीएचसी चुनार में थी यहां मेडिकल स्टोर संचालक एक व्यक्ती जिसके ऊपर दर्जनों मुकदमे दर्ज़ है उसका माफिया राज़ चलता है परिसर से तो पर्चा पकड़ना आम बात है। 

सीधे डाक्टरों के चेंबर से पर्चा लेकर अपने दुकान में ले जाकर बेकाम की दवाएं मरीजों को बेचा जाता है विरोध करने पर मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा डाक्टरों का ही विडियो बनाकर आधिकारियों को भेजकर दबाव बनाया जाता है यहीं कारण है की कभी सीएचसी में पांच सौ से ऊपर की ओपीडी होती थीं, किंतु वर्तमान में यह एक सौ से भी कम हो गई है।

 स्थिति जानने के बाद स्भ्रांत लोगों के जेहन में कई सवाल खड़े हो गए हैं लोग सोचने को मजबूर है की सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के राज में कानून की इस कदर धज्जियां उड़ाने वालों के उपर आखिरकार स्वास्थ महकमा, पुलिस प्रशासन क्यों मेहरबान है।

मीरजापुर लोस : ''स्वघोषित'' अभी से ही जीत सुनिश्चित होने का भरने लगे हैं दंभ

संतोष देव गिरि,मीरजापुर। राज्य के अति पिछड़ा मिरजापुर जिले में लोकसभा चुनाव की डुगडुगी बज चुकी है, सिर्फ और सिर्फ अधिकारिक तौर पर घोषणा होनी बाकी है। भाजपा-अपना दल (एस) गठबंधन से उम्मीदवार कौन है? यह भी सर्वविदित है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस-सपा और बसपा में अभी खामोशी देखी जा रही है। सपा ने अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को पिछले महीने ही यहां से प्रभारी घोषित कर मैदान में उतारा है, जो एक दो कार्यक्रमों के बाद थके हारे हुए यहां से विलुप्त हो लिए हैं।

टिकट को लेकर अभी सिर्फ चल रही कयासबाजी

टिकट किसको मिलेगा, कौन दमदारी से सत्ता से 'रण संघर्ष' करते हुए यहां (मीरजापुर लोस) की रहनुमाई करने में सफलता प्राप्त कर सकता है? इसको लेकर कयासबाजी जोरों पर है। सभी खासकर पार्टी संगठन के अंदरखाने में चर्चा तेज है, लेकिन दबी जुबान, भय इस बात का भी है कि नेता जी 'पार्टी प्रमुख' के समक्ष मुंह कौन खोले? एक बात और वह कहावत है ना कि "राजा को पता नहीं भील वन बांट आएं" की तर्ज पर इधर बीच एक 'स्वघोषित' समाजसेविका व खुद को सपा की महिला नेत्री कहनें वाली मोहतरमा जरूर पार्टी में अपने को दमदार उम्मीदवार ही नहीं मौजूदा सांसद को हराकर जीत का स्वयं दंभ भरने से पीछे नहीं हैं वह भी बैठे बिठाए। जिनके बारे में पूछे जाने पर कई कार्यकर्ता खुद मुंह बिदका कर चलते बनते हैं।

चुनाव लड़ने की देखी जा रही आतुरता

बहरहाल, लोकसभा चुनाव लड़ने की आतुरता भी देखी जा रही है। हर कोई उतावला बना हुआ है। खासकर चुनाव लड़ने के लिए मन बनाये हुए लोग तो अपने 'आका' के गणेश परिक्रमा करने में भी जुट गए हैं। इनमें कुछ ऐसे भी चेहरे हैं जिनको खुद उनकी ही पार्टी के लोग नहीं जानते पहचानते हैं, लेकिन वह भी उछल-कूद मचाने से पीछे नहीं हैं। भला हो कुछ तथाकथित सोशल मीडिया के लोगों का जो उन्हें जिंदा बनाये रखने के लिए कभी सशक्त तो मुकाबले में मजबूत दावेदार 'स्वघोषित' करते हुए अभी से ही जीत सुनिश्चित होने का दंभ भर दें रहें हैं। अब यह अलग बात है कि पार्टी हाईकमान ने भले ही कोई हां-ना अभी नहीं किया है। उम्मीदवारों के नामों पर मंथन जारी है। कौन किसको कितना टक्कर दे सकता है इसके आधार पर भी कयासों का दौर जारी है। तो वहीं दूसरी ओर मतदाता भी सरकार की चलाई गई योजनाओं पर अपना 'छाती' पीटने वाले जनप्रतिनिधि को सबक सिखाने के मूड़ में है जो चुनाव सिर पर होने पर 'विकासवादी विचारों' का 'घोल' पिलाते फिरने लगे हैं।

विंध्य खेल महोत्सव का हुआ शानदार एवं ऐतिहासिक आगाज

मीरजापुर। जिला ओलंपिक संघ एवं अनुप्रिया पटेल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में पुलिस लाइन परेड मैदान पर दो दिवसीय बालीबाल एवं एथलेटिक्स के बालक बालिकाओं ने प्रतिभा किया। यह बताना आवश्यक है कि 22 दिसंबर से 24 जनवरी तक जनपद के 12 ब्लॉकों में यह प्रतियोगिता आयोजित की गई थी, जिसमें प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले बालक एवं बालिकाओं का जिलास्तर पर शानदार प्रतियोगिता आयोजित कराई गई।

इस अवसर पर खिलाड़ियों में खेल भावना के साथ खेल के प्रति जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोह 11 बजे जगदीश सिंह पटेल चेयरमैन जिला सहकारी बैंक ने एथलेटिक्स खिलाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर इस कार्यक्रम का शुभारंभ कराया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री ने विजेता खिलाड़ियों पुरस्कार प्रदान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और कहा की खेलेगा इंडिया तो खिलेगा इंडिया, उन्होंने जनपद के सभी 12 ब्लॉकों से आए विभिन्न खेल के खिलाड़ियों निर्णायक मंडल के साथ सभी खेल सचिव एवं आए हुए दर्शकों के साथ जिला ओलंपिक संघ के महासचिव एसपी त्रिपाठी की पूरी टीम की भूरि भूरि प्रशंसा की।

दो दिवसीय इस प्रतियोगिता के प्रथम दिन के कार्यक्रम के बाद दूसरे दिवस 13 मार्च को प्रातः काल 9 बजे से कबड्डी , ताइक्वांडो एवं योगासन के खिलाडियों में बालक बालिकाओं के प्रतियोगिता कराए जाएंगे।

प्रतियोगिता के सहयोगी के रूप में हूबलाल सचिव कबड्डी संघ, अनवर खान सचिव हाकी संघ, राकेश त्रिपाठी सचिव एथलेटिक्स संघ, योगी ज्वाला सिंह सचिव योगासन संघ, अश्वनी पांडेय ताइक्वांडो संघ के साथ साथ प्रवीण आर्य, पप्पू यादव, सतीश सिंह एवं संचालक बृजभूषण, राजलक्ष्मी, साहिल राम सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।

पहल : मीरजापुर की प्राचीन लोंहदी नदी के जीर्णोद्धार के लिए जिलाधिकारी ने भूमि पूजन के पश्चात फावड़ा चलाकर कार्य किया शुभाम्भ

संतोष देव गिरि,मीरजापुर। पूरी तरह से अस्तित्व खोकर नाले का रूप रूप ले चुकी ऐतिहासिक लोंहदी नदी के दिन फिरने वाले हैं। इसकी पहल जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने स्वयं हाथों में फावड़ा थाम कर इस नदी के जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ किया है।

मंगलवार को जनपद की प्राचीन लोंहदी नदी के जीर्णोद्धार के लिए जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन व मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने विधि विधान पूर्वक भूमि पूजन कर हाथों में फावड़ा लेकर नदी के तलहटी में खुदाई कार्य का शुभारंभ करते हुए लोगों का आह्वान किया कि वह इस नदी के जीर्णोद्धार के साथ-साथ इसे संरक्षित करने के लिए आगे आए।

लोंहदी नदी को उन्होंने 11 ग्राम पंचायत के लोगों के लिए जीवन दायिनी बताते हुए कहा कि यह महज एक नदी ही नहीं, बल्कि जीवन दायिनी भी हैं जिनका सीधा लगाव आम जनों से लेकर छोटे बड़े सभी जीव जंतुओं, पशु पक्षियों एवं खेत खलियानों से भी जुड़ा हुआ है। जिसकी अपेक्षा नहीं बल्कि इन्हें संरक्षण करने की आवश्यकता है।

जिलाधिकारी ने प्राचीन लोंहदी नदी के जीर्णोद्धार के लिए आयोजित कार्यक्रम के दौरान उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि बरसात के पहले हमें जल संरक्षण पर कार्य करना है। उन्होंने कहा कि जिले में 2 वर्षों से पर्याप्त मात्रा में बारिश नहीं हुई है। वर्षा न होने से नदियों के जल स्तर पर भी काफी प्रभाव पड़ा है।

नदी सूखकर तालाब हो गए हैं। उन्होंने कहा कि नदी (जल स्रोत) कभी सूखते नहीं, बल्कि हमारी अपेक्षाओं से यह सूखते हैं।

----कृषि उपयोगी है नदी के तलहटी का मिट्टी---

जिलाधिकारी ने बताया कि लोंहदी नदी 11 ग्राम पंचायत को जोड़ते हुए 16 किलोमीटर में फैली हुई है जहां 19 चेकडैम यानी हर किलोमीटर पर चेक डैम बने हुए हैं जो सुरक्षित हो तो हर वर्ष वर्षा का पानी नदी में बराबर बना रहे।

नदी के तलहटी का मिट्टी खेतों के लिए खास उपयोगी है। इसके बारे में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि नदी की खुदाई में सभी सहयोग प्रदान करने के साथ-साथ इसकी मिट्टी का उपयोग अपने खेतों में करें, यह खेती के लिए काफी उपयोगी ही नहीं बल्कि ऊर्जावान भी है।

जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के विकासखंड सिटी में विलुप्त लोंहदी नदी का उद्गम स्थल बरकछा खुर्द के राजस्व गांव अटारी से होता है जो ग्राम पंचायत बरकछा खुर्द के अटारी से होते हुए विकासखंड सीटी के बरकछा खुर्द, छीतपुर, सिरसी गहरवार, सिरसी बघेल, लोंहदी खुर्द, नकहरा, लोंहदी कला, चन्दईपुर, गोपालपुर, राजापुर एवं कंतित ग्रामीण से गुजरती है। इस प्रकार से यह नदी कुल 11 ग्राम पंचायत से प्रभावित होती है और ग्राम पंचायत राजपुर में अंतिम छोर से गंगा नदी में मिल जाती है।

उन्होंने कहा कि यह नदी कुल 16.76 किलोमीटर की दूरी, कुल लागत रू.101.74 लाख, जिसमें मनरेगा से 94.63 व्यय एवं 39243 मानव दिवस का सृजन करते हुये विकासखंड सिटी में तय करती हैं। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 11 ग्राम पंचायत में कार्य कराए जाना प्रस्तावित है जिसमें कुल प्राक्कलित लागत 101.74 लाख है।

उक्त कार्य करने के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 की कार्य योजना में कार्य को सम्मिलित कर लिया गया है। उपयुक्त कार्य में जल संरक्षण के विभिन्न कार्य एवं वृक्षारोपण का भी कार्य किया जाना है जल संरक्षण के तहत लोंहदी नदी के जल प्रवाह का प्रवाह मार्ग पर चेक डैम एवं पापुलेशन आदि का भी निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।

नदी में जल को स्वच्छ रखने हेतु यह आवश्यक है की नदी में मिलने वाले जल का उचित तरीके से सुन्दरीकरण किया जाए इसके लिए सभी स्थलों पर फिल्टर चेंबर का भी निर्माण किया जाएगा नदी में कुछ स्थानों पर जैसे चन्दईपुर, बरकछा खुर्द, गोपालपुर में बृहद वृक्षारोपण एवं अमृत उद्यान भी प्रस्तावित है।

--जीर्णोद्धार में एक करोड़ की राशि होगी खर्च--

मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने कहा कि इस नदी को और भी गहरा बनाया जाएगा जल संचयन के साथ-साथ नदी के जीर्णोद्धार का कार्य और चेक डैम भी बनाए जाएंगे, ताकि पानी का भू-गर्भ बना रहे। उन्होंने ग्रामीणों से जन सहयोग की अपील करते हुए कहा कि वर्षा से पूर्व तीन-चार महीने में इस कार्य को पूर्ण करना है वर्षा में मीरजापुर का पानी बहने ना पाए इसे रोक कर नदी में ही बनाए रखना है, ताकि इस विलुप्त होती नदी को बचाने के लिए सभी का जन सहयोग कारगर साबित होने के साथ-साथ इस नदी को और गहरा कर जल संरक्षण संचयन का कार्य किया जाएगा।

उन्होंने लोंहदी नदी के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहां कि नदी 11 ग्राम पंचायत से होकर गुजरती है बरकछा खुर्द ग्राम पंचायत के राजस्व गांव से होते हुए यह अटारी पुल से आगे बढ़कर गंगा नदी में मिल जाती है। उन्होंने कहा कि मार्च में ही यह नदी सूख जाती है जिसे बचाना और इसकी उपयोगिता को बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य बनता है। उन्होंने कहा कि इस नदी के जीर्णोद्धार का उद्देश्य है इसे विलुप्त होने से बचाना तथा जल को सुरक्षित करना है।

मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि यहां जल संरक्षण के लिए 400 कार्य स्वीकृत हैं जिनमें 180 कार्य स्वीकृत हो चुके हैं। कुछ स्थानों पर वृक्षारोपण एवं पांच बड़े पार्क को भी विकसित करने की योजना है। इसके लिए स्थान चयन किया जा रहा है मनरेगा एवं राज्य वित्त के कन्वर्जन से हो रहे इस कार्य में लगभग एक करोड़ की धनराशि खर्च होना है। 39243 हजार मानव दिवस सृजित किए जाएंगे।

लोंहदी नदी की जितनी ग्राम पंचायत इस नदी के दायरे में आने वाले एक नहर जो सिरसी गहरवार से नकहरा तक है उसे कब्जे से मुक्त कराया जायेगा। इस अवसर पर उपायुक्त एनआरएलएम अनय मिश्रा, सिटी ब्लाक प्रमुख के प्रतिनिधि, खण्ड विकास अधिकारी सिटी सहित भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहें।