सरस्वती देवी निर्विरोध निर्वाचित हुई मनार पंचायत की उपमुखिया

औरंगाबाद : जिले के दाउदनगर प्रखंड के मनार पंचायत के उप मुखिया का चुनाव प्रखंड कार्यालय सभागार में कराया गया। वार्ड सदस्य सरस्वती देवी निर्विरोध उप मुखिया निर्वाचित हुईं। 

बीडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी योगेंद्र पासवान ने चुनाव की प्रक्रिया संपन्न कराई। पर्यवेक्षक के रूप में औरंगाबाद के अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार उपस्थित रहे। 

उप मुखिया पद के लिए एकमात्र नामांकन सरस्वती देवी ने किया और वे निर्विरोध उप मुखिया निर्वाचित हुईं। बीडीओ ने निर्वाचन का प्रमाण पत्र सौंपा।

उप मुखिया के चुनाव में 10 वार्ड सदस्य उपस्थित हुए। इनमें सरस्वती देवी के अलावा सिकंदर यादव, सुनील कुमार, अविनाश कुमार, पचिया देवी ,पार्वती देवी, गुड़िया देवी, अनीता देवी, मीना देवी शांति देवी शामिल हैं।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सोनी कुमारी बनी गोह प्रखंड की उप प्रमुख, विकास का किया वायदा

औरंगाबाद : जिले के गोह प्रखंड के उप प्रमुख का चुनाव अनुमंडल कार्यालय दाउदनगर सभागार में कराया गया। जिसमें सोनी कुमारी 16 मत लाकर उप प्रमुख निर्वाचित हुईं। वहीं उनके प्रतिद्वंद्धी आरती सिंह को आठ मत प्राप्त हुए। जबकि एक मत रद्द घोषित हुआ। चुनाव के दौरान चार पंचायत समिति सदस्य अनुपस्थित रहे।

एसडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी मनोज कुमार ने उप प्रमुख निर्वाचित होने के बाद उन्हें निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र सौंपा और शपथ दिलाया। पर्यवेक्षक के रूप में जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी जयप्रकाश नारायण उपस्थित रहे।

वहीं जीत दर्ज करने के बाद सोनी कुमारी ने कहा कि वे अपने दायित्व का पूरा पालन करते हुए क्षेत्र में विकास कार्य में अपनी अहम भूमिका अदा करेंगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

रफीगंज सीएचसी में स्वास्थ्य कर्मियों ने लिया मतदान करने का शपथ

औरंगाबाद : जिले के रफीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मतदान हेतु शपथ लिया गया।

शपथ लेते हुए सभी ने कहा कि लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए लोकतांत्रिक परंपरा की मर्यादा रखते हुए, स्वतंत्र निष्पक्ष एवं शांतिपुर निर्वाचन की गरिमा को निर्भीक होकर धर्म, जाति ,समुदाय अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचन में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। लोगो को जागरूक भी करे।

इस शपथ कार्यक्रम में बीसीएम सनी कुमार, विकास कुमार सिंह ,लैब टेक्नीशियन नदीम अख्तर ,रंजीत कुमार, रिंकी कुमारी, डाटा ऑपरेटर गणेश कुमार, अजहर , एएनएम दानव तिग्गा एवं आशा फर्स्टलेटर और आशा कार्यकर्ता ने भाग लिया।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

चुनाव कार्य के पदाधिकारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण का हुआ आयोजन, डीएम-एसपी ने दिए कई निर्देश

औरंगाबाद : आगामी लोक सभा आम निर्वाचन 2024 जैसे जैसे नजदीक आ रहा है जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। इसी कड़ी में आज मंगलवार को नगर भवन औरंगाबाद में सभी छः विधान सभा के लिए प्रतिनियुक्ति सेक्टर पदाधिकारियों,पुलिस सेक्टर पदाधिकारियों तथा फ्लाइंग स्कायड पदाधिकारियों का विशेष प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।

उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए पुलिस पदाधिकारी स्वप्ना मेश्राम ने बताया कि सभी सेक्टर पदाधिकारी अपने अपने संबंधित मतदान केंद्रों का निश्चित रूप से भ्रमण कर सभी आधारभूत सुविधाओं की अद्यतन रिपोर्ट ससमय जिले को भेज दें ताकि आवश्यकतानुसार तैयारी की जा सके। साथ ही मुख्य रूप से मानचित्र वैद्यता संबंधित रिपोर्ट गहन जांच पड़ताल तथा टोले मोहल्लों या वसाव क्षेत्र के मतदाताओं से सीधा संपर्क कर तैयार कर लें।

उन्होंने निर्देश दिया कि यदि किसी प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा किसी मतदाता या मतदाताओं के समूह को डराया धमकाया या प्रभावित किया जा रहा है तो इसकी रिपोर्ट तथा की गई कार्यवाई की जानकारी अविलंब निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध कराएं। सभी पदाधिकारी अपने अपने कार्य और दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी पूर्वक करेंगे।

वहीं इस मौके पर जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने बताया की सेक्टर पदाधिकारी किसी भी चुनाव में लीड करते हैं। उनकी दी गई जानकारी के आधार पर ही मतदान प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीकों से संपन्न कराया जाता है। सभी सेक्टर पदाधिकारी ईवीएम मशीनों की पूरी जानकारी हासिल कर लें। मतदान के दिन भी आपकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आपके पास रिजर्व ईवीएम मशीन होते हैं जो खराब हुए ईवीएम से बदला जाता है। किसी प्रकार के इरर्स आने पर आपको ही दुरुस्त करना होता है। इसलिए ईवीएम से संबंधित सभी जानकारी तथा मतदान की पूरी प्रक्रिया से भी अवगत होना चाहिए ताकि मतदान सरल तरीके से त्रुटिरहित संपन्न हो। ईवीएम की पूरी सुरक्षा देना आपका कर्तव्य है। किसी भी हाल में ईवीएम की बिना सुरक्षा में ना रखें।

इस अवसर पर अपर समाहर्ता ललित भूषण रंजन, अनुमंडल पदाधिकारी संतन सिंह, उप निर्वाचन पदाधिकारी मोहम्मद गजाली, अवर निर्वाचन पदाधिकारी दाउदनगर मनोज कुमार, मुख्य मास्टर प्रशिक्षक राजकुमार प्रसाद गुप्ता सहित अन्य लोग उपस्थित थें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद जिले में अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा (टियर-3) के सफल एवं कदाचारमुक्त संचालन के मद्देनजर समीक्षा बैठक आयोजित की गई

आज दिनांक 12 मार्च 2024 को जिला पदाधिकारी, श्री श्रीकांत शास्त्री के द्वारा समाहरणालय के योजना भवन के सभा कक्ष में औरंगाबाद जिले में अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा (टियर-3) के सफल एवं कदाचारमुक्त संचालन के मद्देनजर समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

गौरतलब हो कि औरंगाबाद जिले में दिनांक 15 मार्च 2024 को दो पाली में यह परीक्षा आयोजित की जानी है। औरंगाबाद जिला अंतर्गत कुल 19 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। जिला पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि प्रथम पाली के परीक्षार्थी को परीक्षा प्रारंभ होने के समय पूर्वाह्न 9:30 बजे से एक घंटा पूर्व अर्थात 8:30 बजे तक तथा द्वितीय पाली के परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने के समय अपराह्न 2:30 से एक घंटा पूर्व अर्थात 1:30 बजे तक ही परीक्षा भवन में प्रवेश करने की अनुमति दिया जाएगा। दोनों पालियों के लिए निर्धारित समय के बाद अर्थात विलंब से आने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा भवन में किसी भी परिस्थिति में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दिया जाएगा। साथ ही यह भी निर्देश दिया कि सभी केंद्राधीक्षक एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट केंद्रो पर लाइट, पेयजल, शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे। परीक्षा केंद्र पर मोबाइल, स्मार्ट वॉच एवं किसी भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स आदि का प्रयोग वर्जित रहेगा। साथ ही सभी केंद्राधीक्षक यह आश्वस्त हो लेंगे कि सघन फ्रिस्किंग के उपरांत ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाय। महिला अभ्यर्थियों के लिए फ्रिस्किंग के लिए केंद्राधीक्षक अधीक्षक के द्वारा एक अलग कक्ष अथवा घेरायुक्त स्थल की व्यवस्था की जाएगी। जिला पदाधिकारी के द्वारा स्पष्ट बताया गया कि परीक्षा संचालन में संलग्न वीक्षकों तथा केंद्राधीक्षक को भी किसी भी परिस्थिति में परीक्षा कक्ष में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी

अध्यापक नियुक्ति परीक्षा के कदाचार मुक्त संचालन हेतु स्टैटिक, जोनल एवं उड़न दस्ता दल का गठन किया गया है। साथ ही पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की भी पर्याप्त मात्रा में प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अतिरिक्त जिला अपना प्रबंधन शाखा, औरंगाबाद में नियंत्रण कक्ष की भी स्थापना की गई है।

इस समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम, अपर समाहर्ता ललित भूषण रंजन, सदर एसडीएम संतन कुमार सिंह, डीटीओ शैलेश कुमार,डीएलओ सच्चिदानंद सुमन, डीसीएलआर स्वेतांक लाल, जिला शिक्षा पदाधिकारी, डीपीओ गार्गी कुमारी, सभी केंद्राधीक्षक, पुलिस पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

प्रखंड प्रमुख विपुल कुमार की अध्यक्षता पंचायत समिति की हुई बैठक, लगभग दो करोड़ की विकास योजनाओं का किया गया चयन

औरंगाबाद : जिले के प्रखंड कार्यालय सभागार में पंचायत समिति की विशेष बैठक प्रखंड प्रमुख विपुल कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई।बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। लगभग दो करोड़ की विकास योजनाओं का चयन किया गया। बैठक की शुरुआत गत बैठक की संपुष्टि से हुई। जुलाई 2023 में हुई बैठक में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए गए विकास योजनाओं को संपुष्टि प्रदान की गई। कुछ पंचायत समिति सदस्यों के कुछ विरोध के बाद संपुष्टि की गई।

बीडीओ ने कहा कि जो सदस्य ली गई योजना के स्थान पर दूसरी योजना देना चाहते हैं, वह दे सकते हैं। प्रमुख खेमे के कुछ पंचायत समिति सदस्यों ने पूर्व प्रमुख पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस बैठक में इन योजनाओं के चयन की बात कही जा रही है,उसकी सूचना ही नहीं दी गई थी। 

वित्तीय वर्ष 2024- 25 की योजना पर विचार-विमर्श व चयन पर चर्चा के दौरान बीडीओ ने कहा कि 15 वीं वित्त आयोग की राशि का बजट लगभग 98 लाख का है ।अनटायड मद में 38,66,400 और टायड मद में 28 लाख 99हजार 800 व 28 लाख 99 हजार 800 हैं।षष्टम वित्त आयोग में भी इतनी ही राशि है। 

मनरेगा पर चर्चा के दौरान पीओ निर्भय कुमार द्वारा बताया गया कि लगभग 12 करोड़ 76 लाख 11 हजार 18 सौ रुपए का बजट है।

सामान्य स्थाई समिति में प्रमुख अध्यक्ष, गुप्तेश्वर पाल ,संगीता देवी, प्रज्ञा प्रीतम सदस्य, वित्त अंकेक्षण योजना समिति में प्रमुख अध्यक्ष, माया देवी, पूनम देवी, बबलू कुमार सदस्य, उत्पादन समिति में प्रज्ञा प्रीतम अध्यक्ष ,कविता देवी, पूनम देवी, ध्रुव शर्मा सदस्य ,शिक्षा समिति में बबलू कुमार अध्यक्ष ,संगीता देवी ,गुप्तेश्वर पाल ,कविता देवी सदस्य ,लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण एवं स्वच्छता समिति में गुप्तेश्वर पाल अध्यक्ष, संगीता देवी ,माया देवी ,प्रज्ञा प्रीतम सदस्य, लोक निर्माण समिति में संगीता देवी अध्यक्ष ,पूनम देवी प्रियंका देवी ,गुप्तेश्वर पाल सदस्य चुने गए।

पूर्व प्रमुख खेमे के सदस्यों द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद सामाजिक न्याय समिति का गठन नहीं किया जा सका।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बिहार में मुसलमानों की बदहाली पर पीके ने राजद पर बोला हमला, कही यह बात

पटना: मुसलमान 32 साल से राजद को वोट दे रहा है, कोई राजद या तेजस्वी से क्यों नहीं पूछता कि उन्होंने मुसलमानों के वोट तो लिए लेकिन उनके लिए कुछ क्यों नहीं किया। उक्त बाते आज जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कही है। 

जन सुराज पदयात्रा के दौरान पत्रकार वार्ता में एक सवाल का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जब तक आप समाज में सुधार नहीं लाएंगे, आपके बच्चे गुजरात और तमिलनाडु में जाकर मजदूरी ही करेंगे, फिर यहां के लोगो का भला कैसे होगा। 

कहा कि मैं बिहार में 18 महीने से पैदल चल रहा हूं, 5 हजार से ज्यादा गांव में जाने के बाद मैं रोज मंच से कहता हूं कि दलितों के बाद सबसे ज्यादा गरीब, बदहाल, फटेहाल अगर बिहार में कोई है तो वो मुसलमान है। लेकिन 32 साल से मुसलमानों ने लालटेन का साथ नहीं छोड़ा है। 30-32 सालों में मुसलमानों ने RJD से कभी नहीं पूछा कि आपके नेता सड़क और ग्रामीण कार्य मंत्री रहे फिर हमारे गांव में सड़क, नाली और गली क्यों नहीं बना है? 

पीके ने कहा कि आप स्वास्थ्य मंत्री थे फिर बच्चों के लिए अस्पताल और दबाई क्यों नहीं है? आप शिक्षा मंत्री थे फिर हमारे बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था क्यों नहीं है? मुसलमान इन सारी परेशानियों के बावजूद लालटेन को वोट देता है।

धीरेन्द्र की रिपोर्ट

बिना पंजीकरण संचालित अल्ट्रासाउंड क्लिनिको पर भी कार्रवाई करने का डीएम ने दिया निर्देश

 

जिला पदाधिकारी श्री कांत शास्त्री द्वारा समाहरणालय के सभा कक्ष में बैठक आयोजित कर स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की गई. इस क्रम में उपस्थित सभी उपाधीक्षक, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं जिले में कार्यरत डेवलपमेंट पार्टनर प्रतिनिधियों सहित सभी जिला स्तरीय पदाधिकारीयों को समीक्षित विभिन्न बिंदुओं पर आवश्यक निर्देश दिए गए. उक्त आशय की जानकारी जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. अनवर आलम द्वारा दी गयी. 

जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया गया कि जिला पदाधिकारी द्वारा सदर अस्पताल, औरंगाबाद में सिजेरियन, हाइड्रोसील, हर्निया जैसे ऑपरेशन की व्यवस्था सामान्य रूप से कराने हेतु उपाधीक्षक सदर अस्पताल, औरंगाबाद को निर्देश दिया गया. सिजेरियन की आवश्यकता पड़ने पर सदर अस्पताल से रेफर होने के समय अधीक्षक, उपाधीक्षक अथवा अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी इस बात की जांच करेंगे कि प्रसूति को किन परिस्थितियों में किसी दूसरे संस्थान में रेफर किया जा रहा है तथा रेफर करने का औचित्य सही है अथवा नहीं. गलत रेफरल की जांच के साथ-साथ जिले में बिना पंजीकरण डिलीवरी करने वाले अस्पतालों की जांच प्रशासन के द्वारा करने का निर्देश दिया गया. सिविल सर्जन एवं उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, औरंगाबाद को आदेशित किया गया कि स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ अथवा जनरल सर्जन चिकित्सकों की उपलब्धता चौबीस घंटे कराते हुए सिजेरियन की व्यवस्था कराई जाय ताकि सुविधा के अभाव में अन्य संस्थाओं में जाने की नौबत नहीं आए. अनुमंडलीय अस्पताल, दाउदनगर में सिजेरियन सेक्शन की संख्या में कमी को लेकर खेद व्यक्त की गई.  

बिना पंजीकरण संचालित अल्ट्रासाउंड क्लिनिको पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया.

 

यह पता चलने पर कि सदर अस्पताल से लेकर सभी प्राथमिक,अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पदस्थापित चिकित्सकों द्वारा सरकार के दिशा-निर्देशों अनुसार ड्यूटी नहीं की जा रही है. कुछ ही चिकित्सक बायोमैट्रिक अटेंडेंस बनाते हैं, कुछ सप्ताह में मात्र दो-तीन दिन की ड्यूटी करते हैं तथा अपनी मर्जी अनुसार अस्पताल आते हैं. इस संबंध में जिला पदाधिकारी द्वारा सख़्त निर्देश दिया गया कि ड्यूटी की अवधि में कमी स्वीकार्य नहीं होगी. निर्धारित रोस्टर के अनुसार जो चिकित्सक कार्य नहीं करते हैं अथवा जो चिकित्सक मात्र दो-तीन दिन ही कार्य कर रहे हैं उन्हें किए गए ड्यूटी के अनुसार ही वेतन/मानदेय दिया जाए. सभी उपाधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को यह आदेशित किया गया कि चिकित्सकों का बायोमेट्रिक अटेंडेंस बनवाना सुनिश्चित करें.

मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन के इंप्लीमेंटेशन को संतोषजनक नहीं पाया गया. निर्देशित किया गया कि आवश्यक प्रशिक्षण कराते हुए कार्यक्रम को प्रभावी रूप से क्रियान्वित कराया जाए. संस्थागत स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों को प्रभावित तरीके से आयोजित करने के संबंध में निर्देश दिया गया. 

प्रत्येक माह आंगनवाड़ी केंद्रों पर आयोजित होने वाले वीएचएसएनडी के दौरान गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच, गर्भवती एवं बच्चों के टीकाकरण सहित अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों से संबंधित प्राथमिक सुविधा उपलब्ध कराई जाए. उन्होंने जिला स्तरीय पदाधिकारी को निर्देशित किया कि वह प्रखंडों में जाकर के नियमित रूप से विभिन्न कार्यक्रमों को मॉनिटर करें तथा जो कार्यक्रम पीछे रहे हैं उनकी साप्ताहिक समीक्षा कर आवश्यक सुधार करें.

इस बैठक में सिविल सर्जन डॉ रवि भूषण श्रीवास्तव, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किशोर कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मिथिलेश प्रसाद सिंह, जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रवि रंजन, जिला लेखा प्रबंधक मोहम्मद अफरोज हैदर, जिला एपिडेमोलॉजिस्ट उपेंद्र कुमार चौबे, डीसीएम आनंद प्रकाश, आरबीएसके कोऑर्डिनेटर नीलम रानी, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी, जिला एमई पदाधिकारी अविनाश कुमार सहित जिला स्वास्थ्य समिति, औरंगाबाद के तमाम अधिकारी एवं डेवलपमेंट पार्टनर के प्रतिनिधि, सभी उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं अन्यान्य उपस्थित रहे.

जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की हुई मासिक समीक्षा बैठक

जिला पदाधिकारी श्री कांत शास्त्री द्वारा समाहरणालय के सभा कक्ष में बैठक आयोजित कर स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की गई. इस क्रम में उपस्थित सभी उपाधीक्षक, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं जिले में कार्यरत डेवलपमेंट पार्टनर प्रतिनिधियों सहित सभी जिला स्तरीय पदाधिकारीयों को समीक्षित विभिन्न बिंदुओं पर आवश्यक निर्देश दिए गए. उक्त आशय की जानकारी जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. अनवर आलम द्वारा दी गयी. 

जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया गया कि जिला पदाधिकारी द्वारा सदर अस्पताल, औरंगाबाद में सिजेरियन, हाइड्रोसील, हर्निया जैसे ऑपरेशन की व्यवस्था सामान्य रूप से कराने हेतु उपाधीक्षक सदर अस्पताल, औरंगाबाद को निर्देश दिया गया. सिजेरियन की आवश्यकता पड़ने पर सदर अस्पताल से रेफर होने के समय अधीक्षक, उपाधीक्षक अथवा अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी इस बात की जांच करेंगे कि प्रसूति को किन परिस्थितियों में किसी दूसरे संस्थान में रेफर किया जा रहा है तथा रेफर करने का औचित्य सही है अथवा नहीं. गलत रेफरल की जांच के साथ-साथ जिले में बिना पंजीकरण डिलीवरी करने वाले अस्पतालों की जांच प्रशासन के द्वारा करने का निर्देश दिया गया. सिविल सर्जन एवं उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, औरंगाबाद को आदेशित किया गया कि स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ अथवा जनरल सर्जन चिकित्सकों की उपलब्धता चौबीस घंटे कराते हुए सिजेरियन की व्यवस्था कराई जाय ताकि सुविधा के अभाव में अन्य संस्थाओं में जाने की नौबत नहीं आए. अनुमंडलीय अस्पताल, दाउदनगर में सिजेरियन सेक्शन की संख्या में कमी को लेकर खेद व्यक्त की गई. 

बिना पंजीकरण संचालित अल्ट्रासाउंड क्लिनिको पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया.

 

यह पता चलने पर कि सदर अस्पताल से लेकर सभी प्राथमिक,अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पदस्थापित चिकित्सकों द्वारा सरकार के दिशा-निर्देशों अनुसार ड्यूटी नहीं की जा रही है. कुछ ही चिकित्सक बायोमैट्रिक अटेंडेंस बनाते हैं, कुछ सप्ताह में मात्र दो-तीन दिन की ड्यूटी करते हैं तथा अपनी मर्जी अनुसार अस्पताल आते हैं. इस संबंध में जिला पदाधिकारी द्वारा सख़्त निर्देश दिया गया कि ड्यूटी की अवधि में कमी स्वीकार्य नहीं होगी. निर्धारित रोस्टर के अनुसार जो चिकित्सक कार्य नहीं करते हैं अथवा जो चिकित्सक मात्र दो-तीन दिन ही कार्य कर रहे हैं उन्हें किए गए ड्यूटी के अनुसार ही वेतन/मानदेय दिया जाए. सभी उपाधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को यह आदेशित किया गया कि चिकित्सकों का बायोमेट्रिक अटेंडेंस बनवाना सुनिश्चित करें.

मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन के इंप्लीमेंटेशन को संतोषजनक नहीं पाया गया. निर्देशित किया गया कि आवश्यक प्रशिक्षण कराते हुए कार्यक्रम को प्रभावी रूप से क्रियान्वित कराया जाए. संस्थागत स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों को प्रभावित तरीके से आयोजित करने के संबंध में निर्देश दिया गया. 

प्रत्येक माह आंगनवाड़ी केंद्रों पर आयोजित होने वाले वीएचएसएनडी के दौरान गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच, गर्भवती एवं बच्चों के टीकाकरण सहित अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों से संबंधित प्राथमिक सुविधा उपलब्ध कराई जाए. उन्होंने जिला स्तरीय पदाधिकारी को निर्देशित किया कि वह प्रखंडों में जाकर के नियमित रूप से विभिन्न कार्यक्रमों को मॉनिटर करें तथा जो कार्यक्रम पीछे रहे हैं उनकी साप्ताहिक समीक्षा कर आवश्यक सुधार करें.

इस बैठक में सिविल सर्जन डॉ रवि भूषण श्रीवास्तव, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किशोर कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मिथिलेश प्रसाद सिंह, जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रवि रंजन, जिला लेखा प्रबंधक मोहम्मद अफरोज हैदर, जिला एपिडेमोलॉजिस्ट उपेंद्र कुमार चौबे, डीसीएम आनंद प्रकाश, आरबीएसके कोऑर्डिनेटर नीलम रानी, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी, जिला एमई पदाधिकारी अविनाश कुमार सहित जिला स्वास्थ्य समिति, औरंगाबाद के तमाम अधिकारी एवं डेवलपमेंट पार्टनर के प्रतिनिधि, सभी उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं अन्यान्य उपस्थित रहे.

ट्रैक्टर चोरी कर भाग रहे चोर को पुलिस ने ट्रैक्टर के साथ दबोचा

औरंगाबाद जिला के रफीगंज थाना अन्तगर्त से एक अज्ञात चोरो द्वारा ट्रैक्टर चोरी कर लिया गया था

वहीं बरही झारखंड से रफीगंज पुलिस के द्वारा 10 मार्च को चोरी का ट्रैक्टर बरामद कर लिया गया है । और ट्रैक्टर चोरी कर भाग रहे चोर को भी पुलिस ने धर दबोचा।

वहीं रफीगंज थाना अध्यक्ष गुफरान अली ने बताया कि पुलिस की सक्रियता से ट्रैक्टर चोर संपत कुमार पिता महेंद्र मलाकार ग्राम-अकौनी थाना रफीगंज जिला औरंगाबाद को चोरी के ट्रैक्टर के साथ गिरफ्तार किया गया है। और अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।