रोडवेज बस और ट्रैक्टर-ट्राली की टक्कर में पांच मजदूरों की मौत, दो घायल

लखनऊ । यूपी के जौनपुर-प्रयागराज हाईवे पर रोडवेज बस और ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर में ट्रॉली सवार पांच मजदूरों की मौत हो गई और दो घायल हो गये। घटना बीती देर रात की है। हादसे को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि थाना सिकरारा अंतर्गत समाधगंज बाजार के पास जौनपुर-प्रयागराज हाईवे पर मकान ढालने वाले लगभग सात मजदूर ट्रैक्टर ट्रॉली पर सवार थे। प्रयागराज की तरफ से आ रही रोडवेज बस ने टक्कर हुई तो ट्राली असंतुलित होकर पलट गई।

हादसे में टैक्टर ट्रॉली पर सवार पांच लोगों की मृत्यु हो गई तथा दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना पर थाना सिकरारा पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर घायलों को इलाज हेतु सीएचसी मछलीशहर भेजा गया। मृतकों के शव को कब्जे में लेकर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। हादसे को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण ने बताया कि सूचना पर पुलिस टीम तत्काल पहुंची और घायलों को अस्पताल भेजा गया। मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।

कौशांबी की पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्टः 9 मरे ,7 घायल, 1 लापता

लखनऊ। यूपी के प्रयागराज से जुडे़ कौशांबी जनपद के कोखराज के भरवारी नगर पालिका के अमहा गांव में संचालित पटाखा की फैक्ट्री में भीषण ब्लास्ट हुआ है। ब्लास्ट से फैक्ट्री में काम कर रहे दो दर्जन लोगों में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि सात घायल हुए है। एक अन्य लापता बताया जा रहा है। विस्फोटक कांड की जाॅच करने अपर पुलिस महानिदेशक भानु भाष्कर, आईजी प्रयागराज चन्द्रप्रकाश मौके पर जाॅच के लिए पहुंचे।

आग पर काबू पाने के लिए पांच अलग-अलग फायर बिग्रेड की टीमे सीएफओ प्रयागराज आरके पाण्डेय के नेतृत्व में काम कर रही है। विस्फोट के कारणों का पता नही चल सका है। अफसरों के मुताबिक कारण पता लगाने के लिए पुलिस व फोरेंसिक की टीम गहराई से छानबीन कर रही है।

हादसे के बाद भरवारी से मंझनपुर एवं भरवारी से प्रयागराज के बीच ग्रीन कारिडोर बनाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।

एडीजी प्रयागराज भानु भाष्कर के मुताबिक विस्फोट स्थल पर प्राइमरी जाॅच में केमिकल व बारूद अत्यधिक मात्रा में होने के संकेत मिले है। भरवारी कस्बे से दो किलोमीटर दूर सुबह 11 बजे पर अमहा स्थित न्यू रंगोली फायर वक्र्स फैक्ट्री में अचानक भीषण धमाके शुरू हो गए।

स्थानीय लोगों के मुताबिक वह घरों में थे। उन्हे लगा कि मौसम खराब होने की वजह से बिजली कड़क रही है। लेकिन कुछ ही देर में धुंए का गुबार आसमान में देख आसपास के लोग सहम गए।

चीखपुकार व जान बचाने की जद्दोजहद कर रहे लोगों को सबसे पहले स्थानीय लोगों ने मदद पहुंचाने की कोशिश की। स्थानीय थाना पुलिस ब्लास्ट के 50 मिनट बाद घटनास्थल पहुंची। अपर पुलिस महानिदेशक भानु भाष्कर ने बताया पुलिस को प्राथमिक सूचना 11ः50 पर मिली।

तत्काल राहत एवं मदद पुलिस द्वारा शुरू कराया गया। मौजूदा समय में सीएफओ (चीफ फायर अफसर) आरके पाण्डेय के नेतृत्व में पाॅच फायर बिग्रेड की टीमें आग पर काबू पाने में लगी हुई है।

घटना में अब तक 9 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। जबकि सात लोग घायल है। घायलों का उपचार प्रयागराज व मंझनपुर के अस्पतालों में किया जा रहा है।

भरवारी के अमहा गांव में शाहिद अली पुत्र शराफत अली न्यू रंगोली फायर वक्र्स के नाम पर रजिस्टर्ड पटाखा फैक्ट्री संचालित कर रहे थे। फैक्ट्री में सुरक्षा उपकरणों की अनदेखी के चलते रविवार सुबह 11 बजे विस्फोट हो गया। घटना में अमहा, बैरिहा, मारूफपुर, चमन्धा, सगुनी गांव के दो दर्जन से अधिक मजदूर पटाखे का निर्माण व पैकेजिंग कर रहे थे। धमाका होते ही मजदूर जान बचाकर भागने लगे। फैक्ट्री के अंदर हिस्से में काम कर रहे मालिक शाहिद अली 33 पुत्र सराफत अली, शिवनारायण 24 पुत्र भोला प्रसाद, मुन्ना लाल 50 पुत्र कल्लू, शिवाकान्त उर्फ बल्लू 21 पुत्र रामभवन, अशोक 50 पुत्र गयाप्रसाद, कल्लू 18 पुत्र अज्ञात, मंगलाप्रसाद 18 पुत्र लक्ष्मण, जनार्दन कुमार 25, रेखा देवी पत्नी अज्ञात की मौत हो गई। जबकि कल्लू पुत्र राजेश, रामभवन पुत्र पन्ना लाल, रामभवन पुत्र स्व. पंचमलाल, नरेश पुत्र ऊदल, मुकेश पुत्र सुखराज, राकेश पुत्र रामआसरे व कौसर अली उर्फ कैश पुत्र सराफत अली घायल हो गए। इसके अलावा जयचन्द्र पुत्र पूनी सोनेलाल व हरीलाल लापता बताए जा रहे है।

मुख्यमंत्री योगी ने 1782 युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यहां लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उप्र लोकसेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और विद्युत सेवा आयोग के लिए 1782 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। मुख्यमंत्री ने चयनित युवाओं को शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मुझे प्रसन्नता है कि मिशन रोजगार के तहत प्रदेश के युवाओं को अलग-अलग विभागों में सेवा का अवसर प्रदान किया जा रहा है। युवा प्रतिभाओं को और उनके परिजनों को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार युवाओं को सुचिता एवं पारदर्शिता से नौकरी देने के लिए प्रतिबद्ध है। पिछले सात सालों में छह लाख से अधिक सरकारी नौकरी दी गई है।

प्रदेश में नौकरी एवं रोजगार की नई संभावनाओं के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। प्रदेश की कानून व्यवस्था हम सबके सामने है। पहले यहां कोई निवेश नहीं करना चाहता था। पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में 10 लाख करोड़ से अधिक निवेश की परियोजनाओं का धरातल पर उतारा गया है। इससे लगभग 34 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। आज उप्र में हर क्षेत्र में बेहतर कार्य हो रहा है। मुख्यमंत्री ने नवचयनित युवाओं से पूरी निष्ठा के साथ सरकारी सेवा के दौरान कार्य करने की सीख दी।

इस मौके पर नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, आयुश मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु, राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, दिनेश खटिक, रामकेश निषाद समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

कौशांबी में पटाखा फैक्ट्री मालिक के बेटे सहित छह की मौत, पथराव

लखनऊ । यूपी के कौशांबी में प्रयागराज-कानपुर हाईवे पर कोखराज के पास भरवाई ईदगाह के सामने पटाखा फैक्ट्री में रविवार दोपहर अचानक आग लग गई। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां समय से ना पहुंचने पर ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा और पुलिस पर पथराव कर दिया। रोकने पर उनसे हाथापाई भी की। अब तक तीन लोगों की आग से जलकर मौत हो चुकी है। मृतकों में शिवनारायण पुत्र चौबेलाल (34), बल्लू पटेल (22), जनार्दन कुमार, मंगला प्रसाद और रेखा देवी हैं।

वहीं फैक्ट्री मालिक शराफत अली के बेटे शाहिद अली(35) की भी मौत हो गई। उसका दूसरा बेटा कौशर अली (32) गंभीर रूप से झुलस गया है, उसे इलाज के लिए स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल प्रयागराज रेफर किया गया है। आग लगने के दौरान फैक्ट्री में 18 आदमी काम कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों में दिन्ना पटेल, अशोक पटेल़, बल्लू पटेल एवं कल्लू पटेल का पता नहीं चल रहा हैं। फैक्ट्री की आग पूरी तरह काबू होने पर ही अंदर उनकी तलाश का काम शुरू हो पाएगा। वहीं अब तक आठ गंभीर रूप से झुलसे लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर हैं, आग बुझाने का प्रयास जारी है।

फ्लीट दुर्घटना में घायल लोगों का हाल जानने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को ट्रामा सेंटर पहुंचे और फ्लीट दुर्घटना में घायल लोगों का हाल जाना। मुख्यमंत्री ने घायल लोगों के मेडिकल चेकअप की विस्तृत जानकारी ली और होश में आ गये लोगों से वार्ता भी की। घायल लोगों ने घटना के बारे में मुख्यमंत्री को बताया।

ट्रामा सेंटर में डाक्टरों की मौजूदगी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बेहद घायल लोगों को विशेष ध्यान रखें। कोई चिकित्सकीय सुविधा की कमी न हो। हर स्थिति में प्रत्येक घायल व्यक्ति को सुरक्षित करना है। घायल को भरपूर सेवा देने का प्रयास हो।

उल्लेखनीय है कि शनिवार की शाम को अर्जुनगंज क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फ्लीट में चल रहे वाहन अनियंत्रित हो कर आपस में टकरा गये थे। वाहनों के आपस में टकराने से सिपाहियों सहित कई घायल हो गये थे। समूचे घटना में ज्यादा घायल लोगों को सिविल अस्पताल से ट्रामा सेंटर भेजवाया गया था।

सीएम योगी के एंटी डेमो वाहन के सामने कुत्ता आने से वाहन अनियंत्रित, दो की मौत, कई घायल

लखनऊ। यूपी की राजधानी के अर्जुनगंज में शनिवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फ्लीट के सामने कुत्ता आ जाने से वाहन अनियंत्रित हो गए। अनियंत्रित वाहनों के आपस में टकराने से उसमें सवार आठ पुलिस कर्मी सहित कुल 11 लोग घायल हो गए।रविवार की सुबह इन घायलों में से दो की मौत हो गई। सिपाही विजय कुशवाहा की हालत बेहद गंभीर है। घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

घटना की सूचना मिलती ही प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार घायलों का हालचाल लेने सिविल अस्पताल पहुंचे। इसके बादा ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर उपेंद्र कुमार अग्रवाल, जिलाधिकारी सहित तमाम भी अधिकारी सिविल अस्पताल पहुंच गए हैं। वहीं घायलावस्था में सिविल अस्पताल पहुंचाई गई तीन महिलाओं को ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है। सिविल अस्पताल के बाहर जुटी भीड़ को पुलिस प्रशासन द्वारा हटाया जा रहा है।ज्वाइंट सीपी उपेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि कुत्ते को बचाने के चक्कर में यह हादसा हुआ है।

रविवार को शाम करीब पौने आठ बजे सीएम का काफिला एयरपोर्ट से पांच कालिदास मार्ग आ रहा था। रूट को क्लियर कराने के लिए काफिले से करीब दो किमी आगे चल रही इंटरसेप्टर गाड़ी ने सड़क पर कुत्ता आने की जानकारी वायरलेस पर दी। सूचना मिलते ही इसके पीछे चल रहा एंटी डेमो वाहन(टाटा सूमो) का चालक सतर्क हुआ लेकिन फिर भी निकलते-निकलते उसका एक पहिया कुत्ते पर चढ़ गया। पहिया चढ़ते ही वाहन अनियंत्रित होकर तेजी से सड़क की दूसरी तरफ जाकर दो कारों से टकरा गया। एक कार में बैठा पूरा परिवार घायल हो गया। जबकि पास में खड़ी मां-बेटी, कैंट थाने का एक सिपाही व अन्य तीन लोग भी उसकी चपेट में आ गए। क्षेत्रीय लोगों की मदद से सभी घायलों को अन्य पुलिस वालों ने तत्काल सिविल अस्पताल पहुंचाया। कुछ को ट्रामा तो कुछ को लोहिया अस्पताल रेफर किया गया। सभी का इलाज जारी है।

रविवार को उपचार के दौरान 14 साल की प्रिया और 35 वर्ष की नीलम ने इलाज के दौरान तोड़ दिया है। सिपाही विजय कुशवाहा की हालत बेहद गंभीर है। घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। चालक सिपाही राम सिंह,हेड कांस्टेबल अवध नारायण,सिपाही मोहम्मद सलीम,विजय प्रताप,शिवम यादव,विजय कुशवाहा इंस्पेक्टर कैंट का हमराही ,सुशीला अर्जुनगंज,प्रिया ,अस्फाश सिद्दीकी,हसनैन,खालिद आजम,कार्तिक त्रिपाठी,शहनाज,मुस्तकीम,एक अज्ञात महिला का अस्पताल में उपचार चल रहा है।

किराना दुकान पर बिकता मिला टाटा का नकली नमक ,दुबग्गा पुलिस और टाटा नमक की लीगल टीम ने संयुक्त रूप से की कार्रवाई

लखनऊ । खाद्य पदार्थो के साथ-साथ अब नमक में भी मिलावट शुरू हो गई है। राजधानी के दुबग्गा थानाक्षेत्र में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पर पुलिस और कंपनी की लीगत टीम की संयुक्त कार्रवाई के दौरान एक दुकान से बड़े पैमाने पर टाटा का नकली नमक बिकता पाया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने पकड़े गए नमक का नमूना भरने के बाद सील कर दिया गया है। साथ ही नकली नमक बेचने वाले दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

थानाक्षेत्र में टाटा कंपनी को काफी दिनों से नकली नमक बिकने की सूचना मिल रही थी। इसी के आधार पर पुलिस ने कंपनी की लीगल टीम के साथ मो. मिया के किराना स्टोर पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान टीम को टाटा का 12500 किलो डुप्लीकेट नमक बरामद किया। पुलिस ने नकली नमक के खेप को शील कर दिया गया है। नकली टाटा नमक बेचने और सप्लाई करने का काम करने वाले किराना स्टोर मालिक मो. मिया को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने कॉपी राइट एक्त के तहत मो. मिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रही है।

लोकसभा चुनाव को लेकर पुलिस ने कसी कमर

लखनऊ। लोकसभा सामान्य निर्वाचन को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके कराने को लेकर संयुक्त पुलिस आयुक्त, कानून एंव व्यवस्था द्धारा को विभिन्न स्रोतों से प्राप्त होने वाले केंद्रीय अर्धसैनिक बल, पीएसी, नागरिक पुलिस एवं होमगार्ड के जवानों के ठहरने से लेकर रात्रि विश्राम के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं को लेकर रिजर्व पुलिस लाइन में गोष्ठी का आयोजन किया गया।

संयुक्त पुलिस आयुक्त उपेंद्र अग्रवाल ने गोष्ठी के दौरान बताया की लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराने के लिए लखनऊ को विभिन्न स्रोतों से प्राप्त होने वाले केंद्रीय अर्धसैनिक बल, पीएसी, नागरिक पुलिस एवं होमगार्ड के जवानों के ठहरने के लिए समस्त थाना क्षेत्र अन्तर्गत कुल 129 चिन्हित विद्यालयों, स्कूलो एवं धर्मशाला इत्यादि में मूलभूत सुविधा जैसे पानी, शौचालय,स्नानागार, विद्युत व्यवस्था, साफ सफाई, एवं जनरेटर व्यवस्था के सम्बन्ध में प्रत्येक स्थल के लिए नामित लाइजन पुलिस अधिकारियों (उपनिरीक्षका मु.आरक्षी आरक्षी) की संगोष्ठी संदन की मीटिंग में उपस्थित सभी लाइजन अधिकारी से प्रत्येक चिंन्हित विश्राम स्थल में उपलब्ध पानी, शौचालय, स्नानागार, विध्युत व्यवस्था, साफ सफाई, जनरेटर व्यवस्था इत्यादि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी और सभी को निर्देशित दिया गया कि भारत निर्वाचन आयोग एवं पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश द्वारा केंद्रीय अर्धसैनिक बल व अन्य पुलिस बल की सुख-सुविधा में चिंन्हित किसी भी स्थल पर किसी प्रकार कमी न रहे।

जिन स्थानों पर उचित व्यवस्थाएं न हो तो सम्बन्धित विद्यालयों के प्रधानाचार्य व प्रबन्धकों से बात चीत कर समस्याओं का निस्तारण कराया जाये। इसके अतिरक्त समस्त लाइजन अधिकारियों को यह निर्देश दिया जाता है कि जिन स्थानों पर पुलिस बल ठहरने के लिए उपयोगी व्यवस्थाएं न हो उनके बारे में विभाग को तुरंत सूचित करें।

भारत निर्वाचन आयोग ने स्थानांतरण नीति को अक्षरशः लागू करने के दिए निर्देश

लखनऊ।भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि जिन अधिकारियों को 3 वर्ष पूरे करने के बाद जिले से बाहर स्थानांतरित किया जाता है, उन्हें उसी संसदीय क्षेत्र के किसी अन्य जिले में तैनात नहीं किया जाए। उन मामलों में गंभीरता से लेते हुए, जिनमें राज्य सरकारों द्वारा अधिकारियों को एक ही संसदीय क्षेत्र के भीतर निकटवर्ती जिलों में स्थानांतरित/तैनात किया जा रहा है, आयोग ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी मौजूदा स्थानांतरण नीति को बिगाड़ने में सक्षम न हो सकें।

इस क्रम में, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का उत्तर प्रदेश में अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिया है कि दो संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों वाले राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को छोड़कर, सभी राज्य यह सुनिश्चित करेंगे कि जिन अधिकारियों को जिले से बाहर स्थानांतरित किया गया है, उन्हें उसी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में तैनात नहीं किया जाए।

आयोग की स्थानांतरण नीति का अक्षरशः पालन किया जाए, न कि अनुपालन दिखाने के लिए इसे छुपाया जाए। यह नियम उन तबादलों और पोस्टिंग पर पूर्वव्यापी रूप से लागू होता है जिन्हें आयोग के पूर्व निर्देशों के अनुसार पहले ही लागू किया जा चुका है।ईसीआई नीति के अनुसार, उन सभी अधिकारियों को स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया है जो या तो अपने गृह जिले में तैनात थे या एक स्थान पर तीन वर्ष पूरे कर चुके हैं। इसमें वे अधिकारी शामिल हैं जो सीधे या पर्यवेक्षी क्षमता में किसी भी तरह से चुनाव कार्य से जुड़े हुए हैं।

चुनावों में समान अवसर में खलल डालने के खिलाफ आयोग की जीरो टॉलरेंस नीति रही है। हर स्मरण रहे कि हाल ही में हुए 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में, आयोग ने विभिन्न अधिकारियों, यहां तक कि राज्य में वरिष्ठ स्तर के पुलिस अधिकारियों के स्थानांतरण का आदेश दिया था।

*यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द, सीएम योगी ने छह महीने में दोबारा परी कराए जाने का दिया भरोसा*

#up_ police_ recruitment_ exam _ cancelled

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा को शनिवार को रद्द कर दिया गया है। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि छह माह के भीतर ही पूर्ण शुचिता के साथ परीक्षा दोबारा आयोजित की जाएगी। बता दें कि 17 व 18 फरवरी को पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया साइट पर कहा कि आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी छह माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है।

यूपी सरकार के गृह विभाग की ओर से बताया गया कि पुलिस भर्ती परीक्षा के संबंध में तथ्यों की जांच परख के बाद पारदर्शिता के उच्च मापदंडों को ध्यान रखते हुए भर्ती को निरस्त करने का फैसला लिया गया है। सरकार ने भर्ती बोर्ड को निर्देश दिए हैं कि जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए। साथ ही साथ कानूनी कार्रवाई की जाए।

बता दें कि कथित उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती मामले में भर्ती बोर्ड ने इंटरनल जांच के लिए एक जांच कमेटी की गठन कर दिया गया है। एडीजी रैंक के अधिकारी इस जांच कमेटी को हेड कर रहे हैं और भर्ती बोर्ड के पास अब तक तकरीबन 1500 शिकायतें अभ्यर्थियों के द्वारा e mail से भेजी गई हैं। इंटरनल समिति इन्हीं शिकायत की जांच करके पता लगाएंगे कि वाकई में एग्जाम से पहले पेपर लीक हुए थे या नहीं? 

परीक्षा के दौरान कृष्णानगर स्थित एक स्कूल में परीक्षार्थी सत्य अमन कुमार के पास मिली सवालों के जवाब की पर्ची से पेपर लीक होने की आशंका जताई जा गई थी। एफआईआर दर्ज कराने वाले इंस्पेक्टर ने भी तहरीर में सुनियोजित तरीके से पेपर लीक होने की बात लिखी थी। बता दें कि पेपर लीक कराने वाले एसटीएफ की रडार पर हैं और अबतक कई बड़ी गिरफ्तारियां हो चुकी हैं । जिसके बाद परीक्षा रद्द किए जाने की मांग हो रही थी। जिसके बाद सरकार ने परीक्षा रद्द करने का बड़ा फैसला लिया है।