विश्व हिंदू परिषद की बैठक का हुआ आयोजन
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अयोध्या।कारसेवक पुरम में विहिप की प्रन्यासी मंडल की महत्वपूर्ण बैठक हुई । इस अवसर पर जनसंख्या असंतुलन, लव जिहाद के साथ विदेशी मुस्लिम घुसपैठ,ईसाई मिशनरी द्वारा अवैध धर्मांतरण जैसे गंभीर विषयों पर मंथन हुआ । विहिप के महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि विहिप ने संकल्प लिया था कि मंदिर वहीं बनाएंगे उसकी पूर्णता की दिशा में हम सभी लोग हैं जा रहे।
विहिप हिंदू समाज और अपने देश के लिए कर रहा है काम। ऐसे अनेक विषयों पर काम करते हुए विहिप के पूरे हो रहे हैं 60 वर्ष।षष्टि वर्ष पूर्ति के मौके पर पूरे देश में विश्व हिंदू परिषद का काम पूरे देश में एक लाख से अधिक स्थानों तक पहुंचे इसको लेकर बैठक में मंथन हुआ।
इस दौरान देश में हिंदू समाज की चुनौती जिसमें जनसंख्या असंतुलन,विदेशी मुस्लिम घुसपैठ, ईसाई मिशनरी धर्मांतरण मुसलमानों के बड़े वर्ग के माध्यम से लव जिहाद है हिंदू समाज के विरुद्ध बैठक में इन चुनौतियों पर कार्य योजना का विचार हुआ और केंद्र सरकार के द्वारा घोषित समान नागरिक संहिता कानून उसके रूल फ्रेम करने पर चर्चा हुई ।
विश्व हिंदू परिषद का है संकल्प अफगानिस्तान पाकिस्तान और बांग्लादेश से जो भी हिंदू जैन बौद्ध सिख वहां पर अल्पमत में रहने वाला समाज वह अगर अपनी सुरक्षा के लिए भारत में लेकर आया है शरण उनको नागरिकता और सुरक्षा देने के लिए विहिप पूर्ण प्रयास करेगा ।
पश्चिम बंगाल की संदेश खाली की घटना बर्बरता और अत्याचारों की होती है होती जा रही है सीमा पार।पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के शपथ के बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने किए थे दंगे हजारों हिंदुओं के ऊपर सरकारी संरक्षण में हुए हमले पुलिस बनी थी मूक दर्शक।
सैकड़ो घर पर गए थे तोड़े सैकड़ो महिलाओं पर हुए थे अत्याचार। दुर्भाग्य से वही घटना है पूनः संदेश खाली में होते हुए रही है दिख।तृणमूल कांग्रेस के अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता इसमें है लिप्त है इस तरह की अत्याचारों पर एक सबक सिखाने की आवश्यकता है ।
उन्होने कहा कि विहिप करती है मांग ऐसे जिहादी तत्व की गिरफ्तारी होकर इन्हें देना चाहिए फांसी की सजा।काशी मथुरा पर विहिप के महामंत्री ने कहा कि श्री राम मंदिर के आंदोलन के समय संतों ने लिया था धर्म संसद में संकल्प । उन्होंने कहा कि काशी मथुरा और अयोध्या तीनों हिंदू समाज रहेगा प्राप्त करके।
राम जन्मभूमि का विषय एक तरह से हो गया है पूर्ण काशी में सबूत के आधार पर हिंदू समाज अपना संकल्प करेगा पूरा।समान नागरिक संत कानून का प्रयोग उत्तराखंड में हो गया है प्रारंभ, जिसमें विवाह और तलाक विषयों पर विचार किया गया है ।
उन्होंने कहा कि हमारा आग्रह है कि एक देश एक कानून समान नागरिक संहिता होनी चाहिए लागू,उत्तराखंड के सरकार के द्वारा दिखाई गई राजनीतिक इच्छा शक्ति है स्वागत योग्य । उन्होने कहा कि पूरे देश में समान नागरिक संहिता लागू होना चाहिए । मिलिंद परांडे अंतरराष्ट्रीय महामंत्री विश्व हिंदू परिषद
Feb 25 2024, 18:56