प्रदेश के पर्यटन स्थलों का विकास सरकार की प्राथमिकताः जयवीर सिंह

लखनऊ। लखनऊ के आशियाना स्थित महाराजा बिजली पासी किला विश्वस्तरीय स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने लगभग 19 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। इसमें लाइट एंड साउंड शो, बच्चों के लिए खेलने के स्थल, पाथवे समेत कई और कार्य कराए जाएंगे।

यह जानकारी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पर्यटन स्थलों का विकास सरकार की प्राथमिकता में है। इसी क्रम में महाराजा बिजली पासी किले का विकास कराने की तैयारी है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि महाराजा बिजली पासी लोकप्रिय राजा थे। उनके द्वारा किले का निर्माण किया गया था। वर्तमान समय में यह महत्वपूर्ण स्थल है। यहां सभी आयुवर्ग के पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी ताकि यहां भ्रमण करने लिए बच्चे, युवा, वृद्ध महिला-पुरुष भ्रमण में रुचि दिखाएं। इसके लिए सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। शाम के समय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए लाइट एंड साउंड कार्यक्रम होगा, जिसमें महाराजा बिजली पासी और उनके शासन का वर्णन किया जाएगा। योजना के तहत बच्चों के लिए क्रीड़ा स्थल भी विकसित किया जाएगा, जहां बच्चों के खेलने के लिए विभिन्न झूले उपलब्ध होंगे। इसके अलावा पाथवे, कैंटीन, लैंडस्केप, शौचालय समेत विभिन्न कार्य किए जाएंगे।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्रदेश में पर्यटन तेज गति बढ़ रहा है। अभी उत्तर प्रदेश घरेलू पर्यटन के मामले में पहले स्थान पर है। हमारा प्रयास है कि विश्व से आने वाले पर्यटकों के मामले में भी यह उपलब्धि हासिल करें। इसके लिए पर्यटन स्थलों और पर्यटक सुविधाओं का निरंतर विकास किया जा रहा है। महाराजा बिजली पासी के किले का विकास होने के बाद पर्यटकों के पास राजधानी लखनऊ में भ्रमण और अच्छे विकल्प होंगे।
वैश्य समाज सेवा उत्तर प्रदेश एवं हिंदू महिला सेवा समिति ने की ओर से बसंतपंचमी का आयोजन
लखनऊ। वैश्य समाज सेवा उत्तर प्रदेश एवं हिंदू महिला सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में लाटूश रोड स्थित होटल एस पी इंटरनेशनल में बसंत पंचमी सरस्वती पूजा के शुभ अवसर पर महिलाओं व बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत वरिष्ठ समाजसेवी एवं अध्यक्ष वैश्य समाज सेवा उ॰ प्र॰ राजेंद्र गुप्ता शिमला परिवार ने ज्ञान की देवी माँ सरस्वती जी की पूजा अर्चना, आरती व माल्यार्पण कर की। उन्होंने बताया कि इन दोनों संस्थाओं द्वारा समय पर विभिन्न कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाते रहते है, तथा गरीब व जरूरतमंद लोगों को सहायता भी प्रदान की जाती रहती है, यह सब संस्था के कार्यकर्ताओं द्वारा सहयोग करने से ही सम्भव हो पाता है। कार्यक्रम का संचालन हिंदू महिला सेवा समिति की महामंत्री इंदिरा उपाध्याय ने बहुत ही सुव्यवस्थित तरीके से किया। महिलाओं व बच्चों द्वारा बहुत ही सुंदर नृत्य और संगीत के कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिसमें वहां पर उपस्थित सभी लोगों का मन मंत्र मुक्त हो गया और लोगों ने उत्साहवर्धन में तालियों की गड़गड़ाहट से पूरे हाल को भर दिया।

कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने बालीबुड तथा भक्ति के सुपरहिट गानों पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किये। सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों को अध्यक्ष राजेंद्र गुप्ता शिमला परिवार द्वारा प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर माल की महारानी भावना सिंह भी उपस्थित रही, जिनका संस्था की सहयोगी जय श्री प्रिया गुप्ता द्वारा स्वागत व अभिनंदन किया गया। इस कार्यक्रम में दोनों संस्थाओं के अध्यक्ष तथा सभी पदाधिकारी एवं समाज के अन्य लोग भी उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख रूप से पत्रकार रामकृष्ण मिश्रा, मीडिया प्रभारी रोहित तिवारी एवं मयंक गुप्ता, रामकिशन वैश्य, गिरीश केसरवानी, रोहित गुप्ता, संजय अग्रवाल हिंदू महिला सेवा समिति की अध्यक्ष आयुषी गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय लक्ष्मी, उपाध्यक्ष निर्मला मिश्रा, उपाध्यक्ष शालिनी त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष पुष्पा गुप्ता, बबीता चैरसिया, पत्रकार अर्चना कश्यप, सदस्य वंदना त्रिपाठी, सदस्य दीपमाला साहू, सदस्य हेमा जोशी, अन्नपूर्णा द्विवेदी आदि लोग उपस्थित रहे। पुलवामा आतंकवादी दुघर्टना में आज ही के दिन 2019 में शहीद 40 वीर सैनिको को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। उपाध्यक्ष एडवोकेट अंजू गुप्ता ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के अंत में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया जिसमें सभी लोगों ने प्रसाद गृहण किया।
उत्तर प्रदेश राज्य संग्रहालय में पहाड़ी चित्रकला कार्यशाला का समापन कार्यक्रम संपन्न
लखनऊ। राज्य संग्रहालय, लखनऊ, संस्कृति विभाग उवप्रव द्वारा आयोजित कला अभिरूचि पाठ्यक्रम के अन्तर्गत पहाड़ी चित्रकला विषयक कार्यशाला (दिनांक 07.02.2024 से 14.02.2024 तक) के समापन एवं प्रमाण-पत्र वितरण समारोह का आयोजन के अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ माण्डवी सिंह, कुलपति, भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय एवं निदेशक, डा सृष्टि धवन के उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। चित्रकार पद्मश्री विजय शर्मा द्वारा कहा गया कि पहाड़ी चित्रकला राजा- महराजाओं एवं मुगल शासकों के प्रश्रय में फली-फूली और विकसित हुई। राजनैतिक परिस्थितयों के बदलने के कारण राजकीय संरक्षण के अभाव में यह कला विलुप्त हो गयी। पहाड़ी चित्रकला को नई पीढी के कलाकारों को चित्रांकन विधान सिखाने की दृष्टि से राज्य संग्रहालय, लखनऊ द्वारा कला अभिरूचि कार्यक्रम एक सुखद पहल है। आठ दिवसीय इस कार्यशाला में प्रतिभागियों ने बड़े मनोयोग से रूचि लेते हुए विभिन्न विषयों पर सुन्दर आलेखन किया है। उनके द्वारा यह भी कहा गया कि लघु चित्रकला का विधान सिखाने के लिये एक सप्ताह की कलावधि बहुत कम है। निकट भविष्य में इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन किया जाना चाहिये, ताकि नई पीढी के कलाकार इस विलुप्त होती कला को सीख कर इस महान कला को पुनर्जीवित करने में योग दे सकें। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ० माण्डवी सिंह ने कहा कि इस चित्रकला की विषय वस्तु रीति कालीन काव्य, पुराण ग्रन्थ आदि है। अतः विद्यार्थियों को तकनीक के साथ-साथ साहित्य का ज्ञानार्जन करना चाहिये ताकि विषय वस्तु को अच्छी तरह समझ सकें। उप्र संग्रहालय निदेशालय की निदेशक डा सृष्टि धवन द्वारा धन्यवाद ज्ञापन करते समय कहा गया कि आगमी समय में इस तरह की कार्यशाला का आयोजन 15 दिवसीय कराया जायेगा । उक्त कार्यशाला को सफल बनाने हेतु कार्यक्रम प्रभारी डॉ मीनाक्षी खेमका, सहायक निदेशक, उमा द्विवेदी, संयुक्त सचिव, रेनू द्विवेदी, निदेशक, पुरातत्व, डॉ विनय कुमार सिंह, मुद्राशास्त्र अधिकारी, डॉ अनीता चौरसिया, धन्नजय कुमार राय, शशि कला राय, गायत्री गुप्ता, राधे लाल, शारदा प्रसाद त्रिपाठी, प्रमोद कुमार, बृजेश कुमार यादव, डॉ मनोजनी देवी, गौरव कुमार, संतोष कुमार आदि उपस्थिति रहे।
स्वास्थ्य शिविर-जागरूकता मेला एवं कंबल वितरण महाअभियान में उमडा जनसैलाब
लखनऊ। ममता का पर्याय और नर सेवा नारायण सेवा को अपना उद्देश्य मानकर दिन रात असहायों और गरीबों की सेवा करने वाली ममता चैरिटेबल ट्रस्ट जनता को निरोग करने के लिए ट्रस्ट ने मिधानी ग्रुप द्वारा प्रायोजित आज एक भव्य स्वास्थ्य जागरूकता शिविर एवं आरोग्य मेला का आयोजन श्री कल्याणगिरि मंदिर कथा सभागार हरदोई रोड, ठाकुरगंज, लखनऊ में किया गया।
जिसका शुभारंभ डीसीपी पश्चिम लखनऊ राहुल राज, महन्त कल्याणगिरि मंदिर, लाल सिंह संगठनमंत्री गंगा समग्र अवध प्रांत एवं राजीव मिश्रा मुख्य ट्रस्टी ममता चैरिटेबल ट्रस्ट के कर कमलों द्वारा किया गया शिविर में अनुराग पाण्डेय, उपाध्यक्ष ममता चैरिटेबल ट्रस्ट, प्रांतीय प्रमुख आरती आयाम गंगा समग्र, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गौरव पाण्डेय, सदस्य राजेश मिश्रा, उमाशंकर, राजेश शुक्ला, सुमित, शशिकांत शुक्ल सदस्य ममता चैरिटेबल ट्रस्ट, अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं ट्रस्ट परिवार के सम्मानित सदस्य उपस्थित रहें। सभी चिकित्सकों को डीसीपी पश्चिम लखनऊ राहुल राज एवं राजीव मिश्रा की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। स्वास्थ्य जागरूकता शिविर में 1468 लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया। मेले में मेदांता अस्पताल के विख्यात चिकित्सकों द्वारा जनता का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं उन्हें 15 दिन की नि:शुल्क औषधि वितरित की गईI स्वास्थ्य मेले में स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा महिलाओं में हो रही कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर एवं स्त्री रोग के विषय में विस्तृत जानकारी देकर उन्हें उपचार के लिये बताया गया। स्त्री रोग विशेषज्ञ ने महिलाओं के स्वास्थ्य हेतु एक संगोष्ठी की जिसमे महिलाओं में होने वाले बीमारियों कैंसर,ब्रेस्ट कैंसर से बचाव और उपचार, महिलाओं में 5 साल में एक बार जांच आदि को जरूरी बताया स्वास्थ्य मेले में डाॅक्टरो ने जनता का स्वास्थ्य परीक्षण किया I मेले में जरूरतमंदो को कम्बल वितरण, 10 दिव्यांगों को ट्राई साइकिल, 10 बैसाखी एवं महिलाओं को सैनेटरी किट वितरित की गई। स्वास्थ्य मेलें में हजारों की संख्या में लोग स्वास्थ्य परीक्षण के लिये उपस्थित रहें। यह जानकारी ममता चैरिटेबल ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी राजीव मिश्रा द्वारा दी गईI
बसंत पंचमी ,सरस्वती पूजा के अवसर पर भूतनाथ मार्केट में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन
लखनऊ। भूतनाथ आदर्श व्यापार मंडल एवं बंगाली समाज की प्रमुख संस्था बंधु महल तथा जैन समाज की प्रमुख संस्था "जैन मिलन साकेत" के संयुक्त तत्वावधान में बसंत पंचमी, सरस्वती पूजा के अवसर बुधवार को भूतनाथ मार्केट में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया है।

भूतनाथ आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष कमल अग्रवाल ने बताया ब्लड डोनेशन कैंप का उद्घाटन उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता जी द्वारा सुबह 9:30 बजे किया जाएगा तथा इस अवसर पर अनेक व्यापारी एवं बंधु महल के पदाधिकारी तथा जैन मिलन साकेत के पदाधिकारी रक्तदान करेंगे कमल अग्रवाल ने बताया इस अवसर पर बंगाली समाज के पदाधिकारियों द्वारा मां सरस्वती का प्रसाद खिचड़ी का भी वितरण किया गया।
पर्यटन मंत्री 15 से 18 फरवरी तक फिरोजाबाद, मैनपुरी, आगरा तथा नई दिल्ली के भ्रमण पर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह 15 फरवरी से 18 फरवरी, 2024 तक फिरोजाबाद, मैनपुरी, आगरा तथा नई दिल्ली के भ्रमण पर रहेंगे। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार पर्यटन मंत्री कल 15 फरवरी को सुबह लखनऊ से प्रस्थान कर दोपहर 12 बजे कुसमरा स्थित नराईच धाम में पर्यटन विकास कार्यों एवं रामलीला मैदान की चहारदीवारी आदि निर्माण कार्यों का शिलान्यास करेंगे। उसके उपरान्त अपरान्ह 2 बजे गोल्डेन हीरो शोरूम ओमनगर मैनपुरी रोड, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद में हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल की लांचिग के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। अगले दिन शुक्रवार को रपड़ी वन क्षेत्र ईको टूरिज्म स्थल नसीरपुर थाने के आगे बटेश्वर मार्ग जनपद फिरोजाबाद में ईको टूरिज्म विकास कार्योंं का पूर्वाह्न 11 बजे लोकार्पण करेंगे। इसके उपरान्त बीहड़ वाली माता मंदिर प्रांगण सिकहरा जनपद फिरोजाबाद में पर्यटन विकास कार्यों का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद श्री कृष्ण मंदिर प्रांगण ग्राम कटौरा जनपद फिरोजाबाद में पर्यटन विकास की विभिन्न परियोजानाओं का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद नरसिंह ग्लोबल एकेडमी सोथरा रोड सिरसागंज, फिरोजाबाद में वार्षिक दिवस समारोह अस्तित्व का शंखनाद कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होगे। अगले दिन 17 फरवरी को अपराह्न 01 बजे नई दिल्ली पहुंचेगे और अपराह्न 02 बजे भारत मंडपम प्रगति मैदान नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल होंगे। इसके बाद 18 फरवरी को भी भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेंगे। इसके उपरान्त शाम 6 बजे शिल्पग्राम आगरा में ताज महोत्सव 2024 के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे तथा देर शाम तक निज आवास सिरसागंज जनपद फिरोजाबाद में रात्रि विश्राम करेंगे और अगले दिन सोमवार को दोपहर के बाद लखनऊ पहुंचेगे।
मंडलायुक्त ने गऊघाट पुल ग्रीन कॉरिडोर और बसंतकुंज योजना का किया औचक निरीक्षण
लखनऊ। मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब ने आज गऊघाट पुल ग्रीन कॉरिडोर और बसंतकुंज योजना (प्रेरणास्थल) का औचक निरीक्षण किया।इस अवसर पर लखनऊ विकास प्राधिकरण (उपाध्यक्ष) श्री इंद्रमणि त्रिपाठी सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।मंडलायुक्त ने सर्वप्रथम गऊघाट के निर्माणाधीन ब्रिज का निरीक्षण किया साथ ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मैनपॉवर की संख्या में बढोत्तरी करते हुए, युद्ध स्तर पर निर्माणधीन कार्य कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि निर्माणधीन कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए अपने निर्धारित समयावधि पूर्ण हो जाना चाहिए। संबंधित अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि ब्रिज का 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण करा लिया गया है। शेष कार्य अपने निर्धारित समयावधि में पूर्ण करा लिया जाएगा साथ ही एलडीए वीसी द्वारा बताया गया कि 19 फरवरी को गऊघाट पुल पर आवागमन चालू करा दिया जाएगा।

निरीक्षण के क्रम में मंडलायुक्त ने ग्रीन कॉरिडोर के निर्मांणधीन बंधा रोड का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि निर्माणधीन सड़को का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण हो जाना चाहिए। इसमें किसी प्रकार के हिला हवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंडलायुक्त ने लखनऊ विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष को निर्देश देते हुए कहा कि हॉर्टिकल्चर के चल रहे कार्यो में भी तेजी लाया जाये। इसके बाद मंडलायुक्त ने बसंतकुंज योजना में बन रहे निर्माणधीन प्रेरणास्थल का जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिया कि दिन-रात कार्य करते हुए निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराया जाए। लाइट और लैंड स्केपिंग का कार्य गुणवत्ता पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त, जनक कुमार गर्ग परखी दोहरीकरण परियोजना की हकीकत
लखनऊ। पूर्वाेत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल की ओर से यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचालन सुगमता के लिए मूलभूत ढ़ांचे में विस्तार के क्रम में दोहरीकरण परियोजना के तहत आज सीतापुर-सीतापुर सिटी स्टेशनों के मध्य 04 किमी रेल खंड का दोहरीकरण एवं 25,000 वोल्ट ए.सी क्षमता के नई विद्युतकर्षण लाइन युक्त रेल खण्ड का संरक्षा परीक्षण मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त, जनक कुमार गर्ग एवं पूर्वाेत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) एस.सी. श्रीवास्तव, मुख्य विद्युत इंजीनियर/निर्माण ओ.पी.सिंह, मुख्य सिगनल इंजीनियर ज्ञान प्रकाश नारायण, मुख्य इंजीनियर/टीपी संदीप कुमार तथा लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबन्धक आदित्य कुमार समेत मंडल व निर्माण संगठन के अधिकारी की उपस्थिति में निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने सर्वप्रथम सीतापुर सिटी रेलवे स्टेशन (उत्तर रेलवे) पर दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप सेफ्टी अभिलेखों, यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, बर्थिंग ट्रैक बैलास्ट, फाउलिंग मार्क   आदि की संरक्षा परखी। इसके बाद मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त अधिकारियों के साथ 11 बजे मोटर ट्राली से सीतापुर सिटी-सीतापुर जं0 स्टेशनों के मध्य दोहरीकरण एवं विद्युतीकृत के निमित्त बनी नई लाइन के संरक्षा निरीक्षण के लिए रवाना हुए।
इस दौरान स्टेशनों के मध्य स्टेशन यार्ड पर पॉइंट एवं क्रॉसिंग , 52सी समपार,  एसईजे संख्या-50, मेजर ब्रिज संख्या-65 , कर्व संख्या 34, माइनर ब्रिज 139, कर्व संख्या 32, समपार संख्या 93, स्टेशन यार्ड एवं पॉइंट एवं क्रॉसिंग  का संरक्षा निरीक्षण किया तथा दोहरीकृत/विद्युतीकृत रेल खण्ड की कार्य प्रणाली के अनुरुप सभी गेट मैनो की कार्यशीलता एवं संरक्षा सजगता को परखा।

मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने सीतापुर जं0 रेलवे स्टेशन पहुॅचने पर पैनल रूम, यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, सिगनलिंग, बर्थिंग ट्रैक बैलास्ट, ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊँचाई को देखा तथा स्टेशन मास्टर से संरक्षा संबंधी प्रश्न पूछकर संरक्षा कार्य कुशलता परखी। निरीक्षण के बाद अधिकतम गति से दोहरीकृत विद्युत लाइन पर विद्युत इंजन युक्त स्पेशल ट्रेन से इस स्पीड ट्रायल के दौरान सीसीआरएस स्पेशल 110 किमी प्रति घंटे की अनुमेय गति से तप्पा खजुरिया-सीतापुर सिटी-सीतापुर जं0 स्टेशनों के मध्य चलाई गई। मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान सीतापुर सिटी-सीतापुर जं0 के मध्य गति परीक्षण सफल रहा।

इस दोहरीकरण कार्य के होने के बाद अब बुढ़वल-सीतापुर-रोज़ा खंड पूर्ण रूप से दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत हो गया है। जिसके फलस्वरूप पहले की तुलना में अब इस खंड पर ट्रेनों का संचालन और अधिक सुगम हो जाएगा। आम जनता से अपील की जाती है कि आज से इस रेलखण्ड को दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत समझें और नए विद्युतीकृत रेलवे ट्रैक तथा ओवर हेड लाइन से सुरक्षित दूरी बनाये रखें ।
इस अवसर पर लखनऊ मण्डल के वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबंधक, वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर/ समन्वय, वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर/।।, वरिष्ठ मण्डल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर (टीआरडी), उप मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर/निर्माण एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में महिला लघु उद्योग पर हुआ कार्यशाला का आयोजन

लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में आज भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) नई दिल्ली एवं प्रबंध अध्ययन विभाग के संयुक्त तत्वाधान मे ' उत्तर प्रदेश में महिला उद्यमी के लिए स्टैंड अप योजना की ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुँच एवं सामाजिक - आर्थिक प्रभाव का आंकलन ' विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
आईसीएसएसआर द्वारा पोषित इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के तौर पर लखनऊ के अग्रणी जिला प्रबंधक श्री मनीष पाठक मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त मंच पर प्रबंध अध्ययन विभाग के प्रमुख प्रो अमित कुमार सिंह, डॉ कृष्ण मुरारी, डॉ सलिल सेठ एवं प्रोग्राम डायरेक्टर डॉ० लता बाजपेयी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन एवं बाबासाहेब के छायाचित्र को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके पश्चात आयोजन समिति की ओर से मुख्य अतिथि एवं शिक्षकों को पुष्पगुच्छ एवं स्मृतिचिन्ह भेंट कर उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया। सर्वप्रथम डॉ० लता बाजपेयी ने सभी को अतिथियों के परिचय एवं कार्यक्रम की रुपरेखा से अवगत कराया।

लखनऊ के अग्रणी जिला प्रबंधक मनीष पाठक ने सभी को संबोधित करते हुए कहा, कि स्टैंड अप योजना के माध्यम से महिला उद्यमियों, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को व्यापार के क्षेत्र में बढ़ावा दिया जाता है, जिससे कि वह स्वयं आर्थिक रूप से सशक्त होने के साथ- साथ राष्ट्र के विकास में अहम योगदान दे सकें।

प्रो अमित कुमार सिंह ने महिलाओं में प्रबंधन के विशेष गुण की प्रशंसा की और कहा, कि महिलायें विपरीत परिस्थितियों में भी एक साथ कई जिम्मेदारी निभाने में सक्षम है। साथ ही महिलाओं ने अन्य क्षेत्रों की तरह व्यापार के क्षेत्र में भी अग्रणी रहकर अपनी योग्यता को सिद्ध किया है।
डॉ कृष्ण मुरारी ने चर्चा के दौरान कहा, कि आज का युग उद्यम केंद्रित युग है। लोग छोटे- छोटे व्यापार शुरू करके आत्मनिर्भर बन रहे हैं, जो कि किसी भी राष्ट्र के लिए एक सकारात्मक कदम है। इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा कई ऐसी योजनायें चालू की गयी है, जिससे बैंक द्वारा व्यापार शुरू करने के लिए आसानी से ऋण प्राप्त किया जा सकता है।

प्रोग्राम डायरेक्टर डॉ लता बाजपेयी ने कार्यशाला के विषय में विचार रखते हुए कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला का उद्देश्य हाशिए पर रहने वाले समुदायों में उद्यमशीलता और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। ताकि सभी लोग श्रेष्ठ भारत को बनाने में अपना योगदान दे सकें। डॉ० सलिल सेठ ने भी इस प्रकार की कार्यशाला को महिलाओं एवं छोटे व्यापार शुरू करने की इच्छा रखने वालों के लिए उपयोगी बताया।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शिक्षक, स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलायें एवं विश्वविद्यालय के अन्य विद्यार्थी मौजूद रहे।
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में महिला लघु उद्योग पर हुआ कार्यशाला का आयोजन

लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में आज भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) नई दिल्ली एवं प्रबंध अध्ययन विभाग के संयुक्त तत्वाधान मे ' उत्तर प्रदेश में महिला उद्यमी के लिए स्टैंड अप योजना की ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुँच एवं सामाजिक - आर्थिक प्रभाव का आंकलन ' विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
आईसीएसएसआर द्वारा पोषित इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के तौर पर लखनऊ के अग्रणी जिला प्रबंधक श्री मनीष पाठक मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त मंच पर प्रबंध अध्ययन विभाग के प्रमुख प्रो अमित कुमार सिंह, डॉ कृष्ण मुरारी, डॉ सलिल सेठ एवं प्रोग्राम डायरेक्टर डॉ० लता बाजपेयी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन एवं बाबासाहेब के छायाचित्र को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके पश्चात आयोजन समिति की ओर से मुख्य अतिथि एवं शिक्षकों को पुष्पगुच्छ एवं स्मृतिचिन्ह भेंट कर उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया। सर्वप्रथम डॉ० लता बाजपेयी ने सभी को अतिथियों के परिचय एवं कार्यक्रम की रुपरेखा से अवगत कराया।

लखनऊ के अग्रणी जिला प्रबंधक मनीष पाठक ने सभी को संबोधित करते हुए कहा, कि स्टैंड अप योजना के माध्यम से महिला उद्यमियों, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को व्यापार के क्षेत्र में बढ़ावा दिया जाता है, जिससे कि वह स्वयं आर्थिक रूप से सशक्त होने के साथ- साथ राष्ट्र के विकास में अहम योगदान दे सकें।

प्रो अमित कुमार सिंह ने महिलाओं में प्रबंधन के विशेष गुण की प्रशंसा की और कहा, कि महिलायें विपरीत परिस्थितियों में भी एक साथ कई जिम्मेदारी निभाने में सक्षम है। साथ ही महिलाओं ने अन्य क्षेत्रों की तरह व्यापार के क्षेत्र में भी अग्रणी रहकर अपनी योग्यता को सिद्ध किया है।
डॉ कृष्ण मुरारी ने चर्चा के दौरान कहा, कि आज का युग उद्यम केंद्रित युग है। लोग छोटे- छोटे व्यापार शुरू करके आत्मनिर्भर बन रहे हैं, जो कि किसी भी राष्ट्र के लिए एक सकारात्मक कदम है। इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा कई ऐसी योजनायें चालू की गयी है, जिससे बैंक द्वारा व्यापार शुरू करने के लिए आसानी से ऋण प्राप्त किया जा सकता है।

प्रोग्राम डायरेक्टर डॉ लता बाजपेयी ने कार्यशाला के विषय में विचार रखते हुए कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला का उद्देश्य हाशिए पर रहने वाले समुदायों में उद्यमशीलता और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। ताकि सभी लोग श्रेष्ठ भारत को बनाने में अपना योगदान दे सकें। डॉ० सलिल सेठ ने भी इस प्रकार की कार्यशाला को महिलाओं एवं छोटे व्यापार शुरू करने की इच्छा रखने वालों के लिए उपयोगी बताया।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शिक्षक, स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलायें एवं विश्वविद्यालय के अन्य विद्यार्थी मौजूद रहे।