*10 संवेदनशील और चार अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र,पूर्व की परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले विद्यालयों पर रहेगी विशेष नजर, होगी विशेष निगरानी*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। यूपी बोर्ड टापर की तैयारियां धीरे-धीरे अंतिम दौर में पहुंच गई है। जिले के 96 परीक्षा केंद्रों में वित्तविहीन बने 71 केंद्रों में 14 संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्र प्रस्तावित हुए हैं। इन केंद्रों पर गत पांच साल में परीक्षा के दौरान किसी न किसी कारण नकल कराने के आरोप लगे हैं। जिन पर प्रशासन और शिक्षा विभाग की विशेष निगरानी रहेगी। शिक्षा विभाग इन केंद्रों के लिए एलआईयू से रिपोर्ट लेगा। जिले में 22 फरवरी से शुरू से रही बोर्ड परीक्षा के लिए 96 केंद्र बनाए गए हैं। पिछले वर्ष की तुलना में यह संख्या नौ कम है।
96 परीक्षा केंद्रों में दो राजकीय, 23 शासकीय और 71 वित्तविहीन विद्यालय केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा को सकुशल एवं सुचितापूर्ण संपन्न कराने के लिए प्रशासन से लेकर शिक्षा महकमा पूरी तैयारी में लगा है। वित्तविहीन बनाए गए 71 केंद्रों पर स्कूल के केंद्र व्यवस्थापक के अलावा अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक के अलावा अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक तैनात होंगे। इसके अलावा सभी केंद्रों पर एक - एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी लगाए जाएंगे। तीनों एमडीएम जहां जोनल मजिस्ट्रेट रहेंगे, वहीं 12 जिलास्तरीय अधिकारी सेक्टर मजिस्ट्रेट बनेंगे। 2019 से बोर्ड परीक्षा के दौरान केंद्रों पर गड़बड़ी सामने आई।
जिसको लेकर 14 केंद्रों पर संवेदनशील एवं अति संवेदनशील चिह्नित किया गया है। इसमें डीघ ब्लॉक में तीन, सुरियावां में दो ,पूरेनगरी में एक, औराई में चार, ज्ञानपुर में तीन और भदोही में एक केंद्र शामिल हैं। बताते चलें कि बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल में कुल 31,749 और इंटर में 24 हजार 525 समेत कुल 57 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक विकालय भारती ने बताया कि पूर्व में जिन विद्यालयों में गड़बड़ी मिली है, उन्हें चिन्हित किया गया है। एलआईयू से रिपोर्ट लेकर ऐसे केंद्रों पर विशेष निगरानी की जाएगी।
परीक्षा केंद्रों के आसपास लाउडस्पीकर प्रतिबंधित
डीआईओएस विकालय भारती ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के समय परीक्षा केंद्रों के आसपास लाउडस्पीकर पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। केंद्र के 100 मीटर परिधि में फोटो स्टेट की दुकाने नहीं रहेगी। 200 मीटर परिधि में धारा 144 प्रभावी रहेगा। उड़का दस्ता और परीक्षा कार्य में लगे शिक्षकों व केंद्र व्यवस्थापकों को लोक सेवक माना जाता है। ऐसे में इन पर हमला करने वालों पर संज्ञेय अपराध की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
Feb 10 2024, 12:03