खनन विभाग की कारवाई, नरकी में अवैध रूप से संचालित क्रशर के संचालनकर्ताओं पर गिरी गाज*

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हज़ारीबाग: उपायुक्त नैंसी सहाय के निदेशानुसार खनन विभाग एवं जिला पुलिस बल एवं थाना पुलिस बल के द्वारा संयुक्त रूप से आज दिनांक 09 फरवरी को विष्णुगढ़ थानान्तर्गत मौजा नरकी में अवैध रूप से संचालित तीन क्रशरों जो क्रमशः सैफ अंसारी, पिता स्व० मोबिन अंसारी, पता नरकी खुर्द विष्णुगढ़, हजारीबाग, दिनेश कुमार वर्णवाल उर्फ दिपु साव, पता नरकी खुर्द विष्णुगढ़, हजारीबाग एवं रण विजय सिंह, पिता सिद्ध सिंह, पता नरकी खुर्द विष्णुगढ़, हजारीबाग के द्वारा मौजा नरकी अवस्थित वन भूमि एवं नदियों से अवैध रूप से चोरी छिपे पत्थर का उत्खनन कर क्रशर का संचालन किया जा रहा था।

 वर्णित तीनों क्रशरों के मालिको, संचालकों के विरूद्ध विष्णुगढ़ थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। जाँच दल के द्वारा नरकी अवस्थित कोनार नदी में ट्रैक्टर का रजिस्टेशन संख्या अंकित नहीं, लाल रंग, महेन्द्रा B275 DI, चेचिंस संख्या NYNB00900, इंजन संख्या स्पष्ट नहीं, डाला संख्या अंकित नहीं है, उक्त वाहन पर पत्थर लोड करने की कार्रवाई की जा रही थी, जिसे जप्त कर थाना लाया गया इस क्रम में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा विरोध कर सरकारी कार्य में बाधा पहुँचाई गई।

उपरोक्त तीनों क्रशरों के मालिकों, ट्रैक्टर के मालिकों एवं चालकों, पत्थर संचालकों एवं अवैध अज्ञात अवैध पत्थर खननकर्त्ताओं तथा वाहन को छुड़ाने में संलिप्त स्थानीय ग्रामीणों के विरूद्ध सरकारी काम में बाधा डालने, खनन अधिनियम एवं आईपीसी की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसका थाना काण्ड संख्या 29/24, दिनांक 09.02.24 है।

हजारीबाग:ओएनजीसी बोकारो द्वारा सीएसआर मद से 156 आंगनबाड़ी केंद्रों को दिया गया बर्तन का सेट


हजारीबाग:- ओएनजीसी बोकारो के सौजन्य से सी.एस.आर मद से ईचाक प्रखंड के सभी 156 आंगनबाड़ी केन्द्रों में बर्तन किट का वितरण किया गया।  उपायुक्त सभागार में उपायुक्त नैंसी सहाय के द्वारा ईचाक प्रखंड के 156 केन्द्रों के लिए ओ.एन.जी.सी.बी.एम.परिसम्पति बोकारो के सौजन्य से सी.एस.आर.मद से बर्तन किट का वितरण किया गया। 

इस मौके पर सभागार से कुल 05 आंगनबाड़ी केन्द्रों जिसमें सुशीला देवी परासी बड़ा अखाडा,प्रमिला देवी,परासी कुटुमसुकरी,दरिया -2,बबिता देवी, बरियठ महतो,वीणा कुमारी,बरियठ तार टोला सभी आंगनबाड़ी सेविका को मौके पर बर्तन देकर वितरण कार्य प्रारम्भ किया गया।

 

मौके पर उपायुक्त ने कहा कि इस परियोजना के तहत 156 केंद्रो से 3660 बच्चों को इसका लाभ मिलेगा। इस परियोजना का संचालन हस्तशिल्प विकास संस्थान,हजारीबाग द्वारा किया गया। 

इस मौके पर ओ.एन.जी.सी. के पदाधिकारी दयानंद कन्डूलिया मुख्यमहाप्रबंधक मानव संसाधन, सोनाली कुमारी ओ.एन.जी.सी. प्रबंधक, इंदु प्रभा खालखो, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी,पंचानन उरांव जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, अभिषेक कुमार जिला समाज कल्याण कार्यालय के साथ नरेश ठाकुर सचिव हस्तशिल्प विकास संस्थान, हजारीबाग उपस्थित रहे।

बिजली समस्याओं और आगामी रामनवमी रूट में बिजली के मेंटेनेंस को लेकर जीएम से मिले हजारीबाग के सदर विधायक

हज़ारीबाग : गुरुवार को हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल बिजली विभाग के जुलु पार्क स्थित कार्यालय पहुंचे और विभाग के महाप्रबंधक सह मुख्य अभियंता दिनेश कुमार सिंह से मुलाकात कर क्षेत्र की बिजली से संबंधित समस्याओं और आगामी रामनवमी-2024 की तैयारी को लेकर अभी से ही मेंटेनेंस कार्य शुरू करने को लेकर विशेष चर्चा की।

विधायक मनीष जायसवाल ने शहर के कुम्हारटोली, आश्रम रोड़ के कई परिवारों की बिजली संबंधी समस्या का यथासिध्र निराकरण करने, दारू प्रखंड के छोटका इरगा में 100 केबीए के ट्रांसफार्मर को बदलकर 200 केबीए में अपग्रेड करने, बहेरी में कृषि कनेक्शन लगाने, क्षेत्र में भारी संख्या में 25 केबीए के ट्रांसफार्मर को अपग्रेड करने और आगामी रामनवमी -2024 की तैयारी को लेकर हजारीबाग के रामनवमी मार्ग में बिजली मेंटेनेंस का कार्य अभी से शुरू करनी की मांग महाप्रबंधक सह मुख्य अभियंता दिनेश कुमार सिंह से किया ।

बिजली विभाग के महाप्रबंधक सह मुख्य अभियंता दिनेश कुमार सिंह ने अपने अधिनस्त पदाधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए विधायक मनीष जायसवाल द्वारा सुझाए गए समस्याओं पर यथाशीघ्र कार्य करने को कहा।

उन्होंने विधायक मनीष जायसवाल को आश्वस्त किया की समस्याओं का समाधान जल्द होगा और रामनवमी रुठ पर मेंटेनेंस का काम भी वर्तमान वर्ष पहले ही शुरू कर दिया जाएगा ।

हजारीबाग: एक दिवसीय जिला स्तरीय किसान मेला -सह- प्रादर्श प्रदर्शनी का आयोजन किया गया


हजारीबाग: आत्मा कार्यालय परिसर, शंकरपुर, हजारीबाग में बुधवार को एक दिवसीय जिला स्तरीय किसान मेला -सह- प्रादर्श प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। किसान मेला का उ‌द्घाटन सुश्री सुलोचना मीणा, प्रशिक्षु आईएएस सह सहायक समाहर्त्ता, हजारीबाग के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।किसान मेला में हजारीबाग जिला के विभिन्न प्रखण्डों से लगभग 1000 किसानों ने भाग लिया।

 मेला में महिला कृषकों द्वारा बढ़-चढ़ कर भाग लिया गया। जिला कृषि पदाधिकारी, हजारीबाग द्वारा कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई। संयुक्त कृषि निदेशक, हजारीबाग द्वारा भी कृषकों को संबोधन किया गया।

 AN UNIT रिसर्च संस्था द्वारा नशामुक्ति अभियान तया मिलेट मिशन पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। किसान मेला में कृषि विभाग के साथ-साथ पशुपालन, मत्स्य, उद्यान, भूमि संरक्षण, डी०डी०एम० नाबार्ड, एल० डी०एम०, इफको, नेटाफेम एवं अन्य संबंधित संस्थाओं द्वारा स्टॉल लगाकर कृषकों को अपने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई।

कृषि विज्ञान केन्द्र, आई०सी०ए० आर०, मांडू के कृषि वैज्ञानिक डा० इन्द्रजीत कुमार द्वारा कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें खेती की उन्नत तकनीक की जानकारी तथा कृषकों के खेती संबंधी समस्याओं का निदान किया गया। किसान मेला में कृषकों द्वारा काफी मात्रा में अपने कृषि उत्पाद का प्रदर्शन किया गया। 

प्रशिक्षु आई०ए०एस० द्वारा प्रादर्श प्रदर्शनी का उदघाटन एवं स्टॉलों का निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा कुछ किसानों के बीच पुरस्कार का भी वितरण किया गया। लगभग 30 प्रादर्शों पर कृषकों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार दिये गये।

 पुरस्कार के रूप में स्प्रेयर तथा कृषि टूलकिट कृषकों को वितरित किये गये। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कृषि मेला-सह-प्रदर्शनी की समापन की घोषणा की गई।

कार्यक्रम के दौरान संतोष कुमार संयुक्त कृषि निदेशक उत्तरी छोटानागपुर परिक्षेत्र हजारीबाग, असीम रंजन एक्का जिला कृषि पदाधिकारी हजारीबाग, प्रदीप कुमार जिला मत्स्य पदाधिकारी हजारीबाग, पंचानन उराँव जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी हजारीबाग, प्रेम प्रकाश सिंह डी०डी०एम० नाबार्ड हजारीबाग, विल्सन आनंद कुजूर जिला कृषि अभियंता हजारीबाग, डा० वीणा टुडू कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी हजारीबाग, राजकुमार साहू जिला उद्यान पदाधिकारी हजारीबाग, अनूप हेम्ब्रम भूमि संरक्षण सर्वेक्षण पदाधिकारी, हजारीबाग, राहूल राज महली जिला योजना एवं मूल्यांकन पदाधिकारी, डा० अलका कुमारी अनुमंडल कृषि पदाधिकारी (प्रक्षेत्र), निकीता कुमारी सहायक निदेशक उद्यान, अमर लकड़ा सहायक निदेशक, सांख्यिकी, डा० अनुरंजन, परियोजना निदेशक आत्मा हजारीचाग, रजनीश आनंद उप परियोजना निदेशक आत्मा हजारीबाग, डा० इन्द्रजीत कुमार कृषि विज्ञान केन्द्र, मांडू के कृषि वैज्ञानिक सहित संयुक्त कृषि निदेशक कार्यालय एवं जिला कृषि कार्यालय के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

मूकबधिर क्रिकेट टूर्नामेंट संपन्न: हजारीबाग की टीम चैंपियन*

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हजारीबाग: झारखंड मुक बधिर क्रिकेट एसोसिएशन के तत्वाधान में क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल मैच हजारीबाग बनाम पश्चिम सिंहभूम के बीच खेला गया। संत कोलंबस ग्राउंड हजारीबाग में आयोजित फाइनल मुकाबले में पश्चिमी सिंहभूम की टीम को हजारीबाग की टीम ने 18 रन से पराजित कर ट्रॉफी पर कब्ज़ा किया। 

फाइनल मुकाबले में हजारीबाग की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 125 रन बनाए, जबाबी पारी खेलते हुए पश्चिमी सिंहभूम की टीम ने 10 विकेट के नुकसान पर 107 रन ही बना सकी। हजारीबाग की ओर से निरंजन ने ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए 28 रन की पारी खेली और विपक्षी टीम के तीन विकेट भी झटके। हजारीबाग की ओर से जीतू ने 27 रनों की पारी खेली।

हजारीबाग के संत कोलंबस मैदान में 3 से 6 फरवरी तक आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट में हजारीबाग, बोकारो, रांची, पश्चिमी सिंहभूम, धनबाद सहित कुल 8 टीमों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। टूर्नामेंट के प्रायोजक के रूप में एनटीपीसी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

फाइनल मुकाबले के दिन बतौर मुख्य अतिथि जिला योजना पदाधिकारी पंकज कुमार, सांसद प्रतिनिधि चौधरी प्रसाद साहू के अलावे झारखंड डीफ क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक यादव, कोषाध्यक्ष विशाल कुमार, सचिव रणजीत कुमार, दीपक शर्मा, अरुण कुमार, जोय रमैन, दीपक शर्मा, प्रदीप शर्मा, अरुण कुमार, रिमा साहू प्रमुख रूप से मौजूद थे।

हजारीबाग यूथ विंग के द्वारा 64 वर्षीय दिव्यांग महिला को रक्त उपलब्ध कराया गया


हजारीबाग: बदलते वक्त के साथ जीवन में हर कुछ बदल रहा है। लोग केवल अपने काम की ओर अग्रेषित नजर आते हैं और ऐसे मौके पर हजारीबाग यूथ विंग लोगों की सेवा के लिए हर वक्त और हर समय आतुर नजर आ रहा है।

 इस आतुर के बीच बुधवार को सदर विधानसभा क्षेत्र के मेरु तरवा निवासी दिव्यांग धन्वा देवी 64 वर्षीय का इलाज शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ऑफ अस्पताल में चल रहा है इस बीच संबंधित चिकित्सकों के द्वारा परिजनों को संबंधित रक्त उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया इसके बाद परिजन अपने जान पहचान तथा विभिन्न जगहों पर रक्त की खोजबीन में जुट गए कहीं उपलब्ध न होने पर हजारीबाग यूथ विंग से संपर्क किया इसके बाद यूथ विंग के पदाधिकारी संबंधित रक्त की खोजबीन में जुट गए। अंत में जांबाज सैनिक राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित विवेक तिवारी से रक्तदान करने का विनम्र आग्रह किया गया।

 इसके बाद विवेक तिवारी तत्काल शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ऑफ अस्पताल परिसर स्थित ब्लड बैंक पहुंच कर रक्तदान किया। परिजनों को हजारीबाग यूथ विंग के द्वारा कुछ घंटे में ही रक्त उपलब्ध करा दिया गया।

मौके पर उपाध्यक्ष विकास केसरी, जय प्रकाश खण्डेलवाल, कोषाध्यक्ष रितेश खण्डेलवाल, विकाश तिवारी सहित कई लोग मौजूद थे।

31 जनवरी से धरना प्रदर्शन कर रहे बंदोबस्त कार्यालय के कर्मियों का धरना खत्म, विभिन्न बिंदुओं पर बनी सहमति


हजारीबाग: 31 जनवरी 2024 से बन्दोबस्त कार्यालय कर्मियों द्वारा संचालित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को आज 7 फरवरी को जिला प्रशासन द्वारा सुलझा लिया गया। उपायुक्त नैंसी सहाय के निर्देशानुसार एसडीओ अशोक कुमार एवं सहायक बन्दोबस्त पदाधिकारी, मुख्यालय के समक्ष विभिन्न मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहें कर्मियों के बीच निम्नलिखित बिंदुओं पर सहमति बनी। जिसके आलोक में धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को तत्काल स्थगित करने का निर्णय लिया गया।

समझौता के बिंदू

1. नियमितिकरण 28 कर्मचारियों का भविष्य निधि लेखा संख्या का आवंटन की प्रक्रिया तत्काल की जा रही है।

2. सभी 28 कर्मियों की सेवापुस्त एक सप्ताह के अंदर खोल दी जायेगी।

3. सभी 28 कर्मियों का वेतन भुगतान के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करते हुए आदेशार्थ सक्षम पदाधिकारी के समक्ष संचिका उपस्थापित किया जा रहा है। सक्षम प्राधिकार से आदेश प्राप्त होते ही एक सप्ताह में भुगतान कर दिया जायेगा।

4. धरना अवधि (31.01.2024 से 07.02.2024) को कार्य अवधि मानी जायेगी।

5. सभी 28 कर्मियों के विरूद्ध किसी प्रकार की दण्डात्मक कार्रवाई नही की जायेगी।

6. जिला सचिव, जिला महासंघ मनीष कुमार पर सहायक बन्दोबस्त पदाधिकारी मुख्यालय, हजारीबाग के पत्रांक 48-11 दिनांक 06.02.2024 निर्गत पत्र के द्वारा लगाये गये आरोप वापस लिया गया।

टीओ ने पेश की नजीर, दिखाई मानवीय संवेदना और पढ़ाया सरकारी कर्मियों के दायित्व का पाठ


हजारीबाग। बिखरी और बिसरी उम्मीदों को जैसे आशाओं के पंख लग गए। हजारीबाग जिला कोषागार पदाधिकारी उज्ज्वल चौरसिया ने ऐसी नजीर पेश की कि एक बेसहारा गरीब परिवार को जैसे बड़ा सहारा मिल गया। 

उन्होंने आर्थिक तंगी से जूझ रहे एक सरकारी सेवानिवृत्त कर्मचारी के परिवार के लिए खत्म हो चुकी पेंशन की उम्मीद को फिर से जिंदा कर न सिर्फ पीड़ित मानवता की सेवा का परिचय दिया, बल्कि सरकारी कर्मी होने के दायित्व और कर्तव्य का पाठ भी पढ़ाया।

दरअसल जिला समाहरणालय संवर्ग के इचाक अंचल कार्यालय से सेवानिवृत्त लिपिक शिव प्रसाद की मृत्यु के पश्चात् उनकी पांच पुत्रियों जिनमें दो दिव्यांग व मानसिक रूप से कमजोर हैं के सामने समस्याओं का पहाड़ था। उनकी देखभाल की जिम्मेवारी उनकी बड़ी बहन के कंधो पर थी। चूंकि शिव प्रसाद अविभाजित बिहार के समय में सेवा में आए थे और इस वर्ष हजारीबाग से सेवानिवृत्त हुए थे। उनके घर में कोई पुरुष नहीं होने तथा खुद बीमार रहने व दिव्यांग बेटियों की परवरिश के कारण पेंशन आदि विभागीय कार्रवाई नही हो पाई थी। 

उनके पिता की मृत्यु के उपरांत परिवार में भरण-पोषण की बड़ी समस्या थी। दोनो दिव्यांग पुत्रियां अपनी बड़ी बहन के घर में रह रही हैं। 

पेंशन स्वीकृति संबधी जानकारी जिला समाहरणालय के कोषागार कार्यालय को प्राप्त हुई। फलस्वरूप कोषागार पदाधिकारी (टीओ) ने व्यक्तिगत इच्छाशक्ति से उक्त वर्णित परिवार की स्थिति को जानने के लिए उनके घर गए। उन्होंने बताया कि परिस्थितियां बिल्कुल दयनीय थीं। आय का कोई श्रोत नहीं होने के कारण उन्हें भरण-पोषण में काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। कोषागार पदाधिकारी ने बताया कि उन बेटियों के पिता की पेंशन निर्गत करने संबंधी कई अड़चने थीं। बिहार सरकार के एजी कार्यालय से लेकर झारखंड सरकार के एजी कार्यालय तक कई चरणों में वार्ता की गई तथा कागजातों को एकत्रित किया गया। अंततः दोनों राज्यों से सहमति की स्वीकृति के फलस्वरूप कोषागार कार्यालय को पेंशन निर्गत करने की सैद्धांतिक मंजूरी मिल गईं। 

टीओ ने बताया कि इतने प्रयासों के बाद स्वर्गिय शिव प्रसाद की बेटियों को उनके पिता के पेंशन का लाभ मिल पाएगा। उनसे उनकी तकलीफें खत्म तो नहीं हो जाएंगी, लेकिन हां परेशानियां कुछ कम जरूर होंगी।

महात्मा एन. डी. ग्रोवर की पुण्यतिथि पर किया गया हवन का आयोजन


हज़ारीबाग: महात्मा नारायण दास ग्रोवर की पुण्यतिथि पर हजारीबाग के आर्ष कन्या विद्यालय के परिसर में आज समरिटन वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से वैदिक हवन का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा नारायण दास ग्रोवर के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजली के साथ हुआ। उसके बाद आर्ष कन्या गुरुकुल के छात्र छात्राओं द्वारा भक्ति समुह गान के साथ उनको श्रद्धांजलि अर्पित किया गया एवम विद्यालय के आचार्य श्री कौटिल्या के अगुवाई में सभी उपस्थित अतिथियों ने हवन किया। 

इस विशेष आयोजन पर संस्था के अध्यक्ष सह राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानित अशोक कुमार ने बताया कि समरिटन वेलफेयर फाउंडेशन की स्थापना महात्मा नारायण दास ग्रोवर जो भारत में दो सौ से अधिक डीएवी विद्यालयों के संस्थापक थे, उनके ही प्रेरणा एवं सुझाव से 2007-8 में की गई। संस्था का एक मात्र उद्देश्य है कि गरीब, दलित आदिवासी, पिछड़ी जाति और समाज के दबे हुए लोगों को आगे बढ़ने के साथ उन्हें निशुल्क कोचिंग,नौकरी के लिए कौशल प्रशिक्षण देना एवं इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से लोगो को जागरूक करना ताकि एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके । 

आज के इस कार्यक्रम में विशेष रूप से राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित प्रसिद्ध शिक्षा एवं पर्यावरणविद डॉक्टर बालेश्वर राम,प्रोफेसर सरोज रंजन के साथ प्रसिद्ध समाजसेवी रंजन जैन,तरंग ग्रुप के निर्देशक अमित कुमार गुप्ता,नागेंद्र निश्चल एवं लवली कुमारी उपस्थित थी।

फिल्म: छोटे शहर से बड़े सपने को साकार करने में जुटे हैं हजारीबाग के गजानंद पाठक

स्वामी विवेकानंद के प्रेरक जीवनी पर आधारित फिल्म "पुनर्जागरण" की अपार सफ़लता के बाद उनके गुरु "जगतगुरु श्री रामकृष्ण" की जीवनी पर आधारित फिल्म का जल्द देंगे सौगात

वर्तमान दौर में जहां ग्लैमर और पाश्चात्य संस्कृति समाज में हावी है। ऐसे समय में अधिकतर लोग छोटे शहरों से निकलकर अपने सपने पूरे करने के लिए महानगरों की चकाचौंध में जद्दोजहद करते दिखते हैं ऐसे समय में भी कुछ लोग ऐसे भी जो अपनी सोच को सार्थक बनाने के लिए छोटे शहरों से भी न सिर्फ बड़े सपने देखते हैं बल्कि उन्हें सरकार करके अन्य छोटे शहरों से भी संभावनाओं की तलाश के साथ सपने पूरे करके कामयाब करियर की राह अपना रहें लोगों के लिए सकारात्मक ऊर्जा भरने का सफल प्रयास करते हैं और उनके लिए प्रेरक बनकर उभरते हैं। 

शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हजारीबाग के एक ऐसे ही शख्स हैं गजानंद पाठक जिन्होंने कोरोना ग्रसित होने के बाद समाज और राष्ट्र के लिए कुछ बेहतर करने की ठानी। उनकी जिद्द और जुनून ने हजारीबाग जैसे छोटे शहर से उनकी फिल्म निर्माण के सपने को साकार किया। 

गजानंद पाठक ने समाज के युवा पीढ़ी में धर्म और आध्यात्मिक के साथ इंसानियत और राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत करने को लेकर पहले विश्व स्तर पर हिंदू धर्म को श्रद्धेय धर्म के रूप में स्थापित करने वाले, समूचे भारत में धर्म और आध्यात्मिक की जागृति और स्वाभिमान की एक नई लहर पैदा करने वाले महामानव स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरित और उनके संदेशों से ओत-प्रोत हिंदी फिल्म "पुनर्जागरण" का निर्माण किया। 

जो ओटीटी प्लेटफॉर्म हंगामा पर रिलीज़ हुआ और दर्शकों ने इसे खूब प्यार दिया। इस फिल्म में शत प्रतिशत कलाकार हजारीबाग से थे। जिन्होंने पूरी कौशल क्षमता को झोंक दिया और इस फ़िल्म को जीवंत करने का सकारात्मक कार्य किया। इस फिल्म में धर्म और अध्यात्म जीवन को बड़े ही सरल तरीके से दर्शाते हुए दिखाया गया कि स्वामी विवेकानंद ने किस प्रकार निष्क्रिय साधना की अंतःगुहाओं से निकलकर धर्म और अध्यात्म को मानवसेवा के आदर्श में बदला और देखते ही देखते जातीय पुनर्जागरण के वे कैसे अग्रदूत बन गए।

 इस फिल्म ने युवाओं में एक नई ऊर्जा का प्रवाह भी किया। इस फिल्म के निर्माता एवं कॉन्सेप्ट गजानंद पाठक हैं जबकि फिल्म के लेखक एवं निर्देशक अनिरुद्ध उपाध्याय हैं। 

फिल्म "पुनर्जागरण" के अपार सफ़लता के बाद महा मानव स्वामी विवेकानंद के गुरु भारत के महान संत, आध्यात्मिक गुरु एवं विचारक सह मां काली के अनन्य भक्त जगतगुरु रामकृष्ण परमहंस के जीवनी पर आधारित फिल्म "जगतगुरू श्री रामकृष्ण" का निर्माण वीईसी फिल्म के बैनर तले करने का साहस किया। इस फिल्म के निर्माता गजानंद पाठक है और निर्देशक डॉ बिमल कुमार मिश्रा हैं। इस फिल्म में गजानंद पाठक ने जगतगुरु रामकृष्ण परमहंस की भूमिका निभाते हुए अपने आत्मीय कलाकारी को बखूबी प्रदर्शित किया है।

 हजारीबाग के उभरते हुए युवा कलाकार अमरकांत ने युवा रामकृष्ण साधक की भूमिका में फिल्म में अपनी अभिनय क्षमता का बेहतर प्रदर्शन किया है। महिला कलाकार श्रेष्ठा भट्टाचार्य ने गुरु रामकृष्ण परमहंस की आध्यात्मिक सहधर्मिणी और

रामकृष्ण संघ की 'श्रीमाँ' की भूमिका को जीवंत किया है। हजारीबाग के प्रसिद्ध कलाकार मुकेश राम प्रजापति ने स्वामी विवेकानंद की भूमिका को अपनी विलक्षण प्रतिभा के बदौलत जीवंत करने का सार्थक प्रयास किया है। इसके अलावे हजारीबाग के लोकप्रिय कलाकारों में से चांदनी झा, मनोज पांडेय, दीपक घोष, संजय तिवारी, प्रसन्न मिश्रा, प्रशांत कुमार पांडेय सहित अन्य ने भी अपनी प्रतिभा का शानदार जलवा बिखेरा है।

 धर्म, अध्यात्म, योग और ध्यान पर आधारित फिल्म "जगतगुरु श्री रामकृष्ण" श्री रामकृष्ण परमहंस के दिव्य व्यक्तित्व से तो परिचय कराती ही है उनके जीवन के कई रहस्यमयी पहलुओं के रोमांच से भी पर्दा उठाती है। यह फिल्म पूर्ण रूप से मनोरंजक, पारिवारिक और संदेशात्मक है। यह फिल्म युवाओं में शक्ति, भक्ति, आत्मश्रद्धा, आत्मविश्वास के साथ आत्म- साक्षात्कार की ओर बढ़ाने की प्रेरणा और उत्साहवर्धन करती है तो धर्म- जाती के बंधन से ऊपर उठकर इंसानियत और राष्ट्र प्रेम का दुनिया को राह भी दिखाती है।

 इस फिल्म में प्रसिद्ध भजन सम्राट अनूप जलोटा, सुरेश वाडकर एवं महालक्ष्मी अय्यर ने अपनी गायिकी का परिचय देते हुए रामकृष्ण परमहंस के जीवन की घटनाओं को जीवंतता प्रदान किया है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक आध्यात्मिक दुनिया का अलौकिक सुकून प्रदान करती है। संगीतकार अजय मिश्रा ने इस फिल्म में संगीत दिया है जिन्होंने देवों के देव महादेव टीवी सीरियल में संगीत दिया था। इस फिल्म के गीतकार डा हरे राम पांडेय जी हैं और इस फिल्म का छायांकन किया है राहुल पाठक ने। 

फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन का पूरा काम मुम्बई में कराया गया है जहां पर अत्याधुनिक वी एफ एक्स तकनीक एवं डी आई का प्रयोग किया गया है और त्रुटियों की संभावना को कम से कम करके उच्च गुणवत्ता प्रदान की गई है। इस फिल्म को केंद्रीय फिल्म परमानंद बोर्ड के द्वारा यू सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया है। झारखंड के हजारीबाग के कलाकारों के समूहों द्वारा अभिनीत और हजारीबाग की नयनाभिराम झील, सुकूनदेय जलाशय छड़वा डैम, नैसर्गिक कनहरी हिल जैसे मनोहारी खूबसूरत प्राकृतिक स्थलों और विवेकानंद आईटीआई में बनाए गए ग्रीन स्टूडियो में फिल्माया गया है। आगामी 16 फरवरी को यह फिल्म रिलीज़ होगी। फिल्म के निर्माता गजानंद पाठक ने बताया कि झारखंड के हजारीबाग, रामगढ़ एवं गिरिडीह जिले के सिनेमाघरों में इस फिल्म को रिलीज किया जाएगा इसके बाद इसे अन्य राज्यों के साथ भारत के अन्य हिस्सों में पहुंचाया जाएगा ।

हजारीबाग के इस फिल्म के संपूर्ण निर्माता टीम और कलाकारों के समूह होने सामूहिक रूप से समाज के लिए एक बेहतरीन प्रयास किया है। जिसे दर्शकों के असीम प्रेम, स्नेह और आशिर्वाद की जरूरत है। जागरूक भारतीय नागरिक होने के नाते हम सभी को ऐसे प्रेरक लोगों के नेक और सार्थक सोच को इस फिल्म को देखकर और फिल्म के संदेश को प्रसारित करके इनके जज्बे को सलाम करने की सख्त जरूरत है ।