Bhadohi

Feb 08 2024, 15:22

*10 संवेदनशील और चार अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र,पूर्व की परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले विद्यालयों पर रहेगी विशेष नजर, होगी विशेष निगरानी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। यूपी बोर्ड टापर की तैयारियां धीरे-धीरे अंतिम दौर में पहुंच गई है। जिले के 96 परीक्षा केंद्रों में वित्तविहीन बने 71 केंद्रों में 14 संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्र प्रस्तावित हुए हैं। इन केंद्रों पर गत पांच साल में परीक्षा के दौरान किसी न किसी कारण नकल कराने के आरोप लगे हैं। जिन पर प्रशासन और शिक्षा विभाग की विशेष निगरानी रहेगी। शिक्षा विभाग इन केंद्रों के लिए एल‌आईयू से रिपोर्ट लेगा। जिले में 22 फरवरी से शुरू से रही बोर्ड परीक्षा के लिए 96 केंद्र बनाए गए हैं। पिछले वर्ष की तुलना में यह संख्या नौ कम है।

96 परीक्षा केंद्रों में दो राजकीय, 23 शासकीय और 71 वित्तविहीन विद्यालय केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा को सकुशल एवं सुचितापूर्ण संपन्न कराने के लिए प्रशासन से लेकर शिक्षा महकमा पूरी तैयारी में लगा है। वित्तविहीन बनाए गए 71 केंद्रों पर स्कूल के केंद्र व्यवस्थापक के अलावा अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक के अलावा अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक तैनात होंगे। इसके अलावा सभी केंद्रों पर एक - एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी लगाए जाएंगे। तीनों एमडीएम जहां जोनल मजिस्ट्रेट रहेंगे, वहीं 12 जिलास्तरीय अधिकारी सेक्टर मजिस्ट्रेट बनेंगे। 2019 से बोर्ड परीक्षा के दौरान केंद्रों पर गड़बड़ी सामने आई।

जिसको लेकर 14 केंद्रों पर संवेदनशील एवं अति संवेदनशील चिह्नित किया गया है। इसमें डीघ ब्लॉक में तीन, सुरियावां में दो ,पूरेनगरी में एक, औराई में चार, ज्ञानपुर में तीन और भदोही में एक केंद्र शामिल हैं। बताते चलें कि बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल में कुल 31,749 और इंटर में 24 हजार 525 समेत कुल 57 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक विकालय भारती ने बताया कि पूर्व में जिन विद्यालयों में गड़बड़ी मिली है, उन्हें चिन्हित किया गया है। एल‌आईयू से रिपोर्ट लेकर ऐसे केंद्रों पर विशेष निगरानी की जाएगी।

परीक्षा केंद्रों के आसपास लाउडस्पीकर प्रतिबंधित

डीआईओएस विकालय भारती ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के समय परीक्षा केंद्रों के आसपास लाउडस्पीकर पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। केंद्र के 100 मीटर परिधि में फोटो स्टेट की दुकाने नहीं रहेगी। 200 मीटर परिधि में धारा 144 प्रभावी रहेगा। उड़का दस्ता और परीक्षा कार्य में लगे शिक्षकों व केंद्र व्यवस्थापकों को लोक सेवक माना जाता है। ऐसे में इन पर हमला करने वालों पर संज्ञेय अपराध की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

Bhadohi

Feb 08 2024, 13:46

*ढाई हजार अध्यापकों की लगाई जाएगी ड्यूटी,परीक्षा समाप्त होने पर पुलिस की मौजूदगी में जमा होंगी कापियां*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।जिले में यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 22 फरवरी हो रही है। इसे लेकर कुल 96 परीक्षा में बनाए गए हैं। जिनमें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के 56 हजार विद्यार्थी दिमागी कसरत करेंगे।

जिले को तीन जोनल और 12 सेक्टर मजिस्ट्रेट के अलावा सभी केंद्रों पर एक - एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे। एक - एक कक्ष में छात्र संख्या के आधार पर कक्ष निरीक्षकों की तैनाती होगी। माध्यमिक के 16 सौ शिक्षकों के साथ नौ सौ बेसिक शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके लिए विभागीय स्तर से पत्र भी लिखा गया है।

जिला विद्यालय निरीक्षक विकालय भारती ने बताया कि सभी स्कूलों के शिक्षकों का डाटा आनलाइन उपलब्ध हैं। परीक्षा केंद्रों पर छात्र संख्या, कक्षों के आधार पर कक्ष निरीक्षकों का आवंटन किया जाएगा।

Bhadohi

Feb 07 2024, 17:45

*कांशीराम आवास में आधा दर्जन ट्रांसफार्मर खराब*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।कांशीराम शहरी आवास में रहने वाले करीब 12 सौ परिवार आज भी बुलादी सुविधा से महरुम है। बिजली विभाग द्वारा कुल दस ट्रांसफार्मर लगाए थे। जिसमें आधा दर्जन जलकर खराब पड़े हैं। इतना ही नहीं इन ट्रांसफार्मरों में से कनेक्शन तक काट लिया गया है।

बिजली विभाग के प्रति लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। आवास में रहने वालों ने बताया कि वर्ष 2009 में कांशीराम आवास 1500 लोगों में आवंटित हुआ था। इसमें विद्युतीकरण को दस ट्रांसफार्मर लगाए गए थे। कुछ शेड से ट्रांसफार्म हटा लिए गए हैं।

जबकि आधा दर्जन ट्रांसफार्मर वर्षों से खराब पड़ा है। दो-तीन ट्रांसफार्मर में ही कनेक्शन है जिससे आपूर्ति की जा रही है। खराब ट्रांसफार्मर बदलने की मांग क‌ई वर्ष से की जा रही है। लेकिन बिजली विभाग द्वारा संज्ञान नहीं ली जा रही है।

चंद दिन पूर्व ही बिजली विभाग द्वारा कैंप लगाकर बिजली बिल वसूली की गई है। बताया कि हम लोगों के लिए मात्र 50 रुपया बिजली बिल देने को निर्धारित की गई थी। बिजली विभाग के लोग मनमाने ढंग से बिल वसूली करते हैं। जबकि हम लोगों के लिए किसी तरह की सुविधा नहीं बढ़ता गया।

Bhadohi

Feb 07 2024, 17:42

*बिजली लटके हाईटेंशन तार से हो सकता है हादसा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। विकास भवन के बेहद करीब स्थित कांशीराम शहरी आवास में रहना जोखिम भरा- साबित हो रहा है। बिजली विभाग की घोर लापरवाही बड़ा हादसे का कारण बन सकती है। हाईटेंशन का तार नीचे लटक रहा है। बिजली खंभा भी गलकर एक तरफ लुढ़क गया है। लेकिन बिजली विभाग द्वारा ध्यान न देना गंभीर चिंता का विषय है।

बिजली विभाग की अनदेखी से यहां रहने वालों में रोष बढ़ता जा रहा है। लोगों ने बताया कि कांशीराम शहरी आवास में क‌ई माह से हाईटेंशन का जर्जर तार लटक रहा है। ट्रैक्टर व बस इस तरफ आया तो वह सीधे हाईटेंशन तार के संपर्क में आ जाएंगे। बिजली का खंभा भी कुछ स्थानों पर गलकर एक दिशा में टेढ़ा हो गया है। बार - बार शिकायत के बावजूद बिजली विभाग संज्ञान नहीं ले रहा है।

ऐसे में किसी भी वक्त अप्रिय घटना हो सकती है। कांशीराम शहरी आवास में इन दिनों करीब 12 सौ परिवार रहा है। इसके बाद भी विभागीय स्तर से लापरवाही की जा रही है। समस्या के बाबत कोई सुधि नहीं ले रहा समाधान के नाम सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।

Bhadohi

Feb 07 2024, 17:34

*बागवानी को तैयार हो रहा 40 हजार अमरुद के पौधे*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।जिला मुख्यालय परिसर स्थित राजकीय पाली क्लीनिक हाउस में इन दिनों 40 हजार अमरुद का पौधा तैयार हो रहा है। पौधा तैयार होने के बाद रोपण को कृषकों व‌ बागवानों में वितरित कर दी जाएगी।

विभागीय स्तर से नर्सरी में तैयार हो‌ रहे पौधों की देखभाल की जा रही है। जिला उद्यान अधिकारी ममता सिंह यादव ने बताया कि विभागीय स्तर से कलेक्ट्रेट परिसर में पाली हाउस में फलदार व छायादार पौधे तैयार हो रहा है।

पर्यावरण संरक्षण व रोजगार की दिशा में करीब चालीस हजार अमरुद का पौधा तैयार हो रहा है। तैयार हो रहे पौधे बागवानों में वितरित होंगे। रोपित होने के पांच वर्ष बाद ही अमरुद बागवानों को मुनाफा देने लगता है। फलदार पौधों की संख्या जिले में बढ़ाई जाए इसलिए नर्सरी में पौधा तैयार किया जा रहा है। पौधा की निगरानी को विभागीय स्तर से कर्मचारी रखे हैं।

Bhadohi

Feb 07 2024, 17:27

*चार चोरियों व एक छिनैती का अभी तक खुलासा नहीं,आपराधिक घटनाओं के खुलासा की मांग की*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। थाना क्षेत्र में पिछले दिनों लगातार तीन दिन हुई चोरी और नगर के एक स्थान पर हुई छिनैती तथा उचक्का गिरी के मामले में पुलिस के हाथ खाली है। अभी तक एक भी मामले का खुलासा न होने से लोग भय के साए में जी रहे हैं। थाना क्षेत्र के तिलंगा गांव में आत्माराम मिश्रा के घर जहां लाखों की चोरी हुई थी। जबकि क्षेत्र के ही घनश्यामपुर गांव में अमरेश चंद मौर्य के यहां भी चोरों ने कमरों को खंगालने के साथ ही लाखों रुपये के आभूषण पर हाथ साफ कर दिया गया था।

उसके दूसरे दिन तिंलगा गांव स्थित तिलेश्वरनाथ मंदिर में लगा है चोर काट ले गए थे। नगर में सराफा कारोबारी से हुई छिनैती व एटीएम से कार्ड बदल कर पैसा निकाल लेने की हुई घटना में भी अभी तक खुलासा नहीं किया किया गया है। सर्राफा कारोबारी के मामले में पुलिस जहां छिनैती की बजाय चोरी का केस कर लिया है। इसके बावजूद इसके कोई कार्रवाई न होने से लोगों में असंतोष है।

Bhadohi

Feb 07 2024, 17:01

*कोहरे - बारिश से आम की फसल प्रभावित*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। प्रदूषण की मार तथा कोहरे के वार के बाद बेमौसम बारिश ने फसल को करारी चपत लगती दिख रही है। ढूंढने पर ही एकाध स्थानों पर आम की डालियों में बौर दिखाई दे रहे। ऐसे में उम्मीद है कि इस वर्ष सीजन में आम आदमी को फलों के राजा आम का स्वाद आसानी से मिलने वाला नहीं है।

विदेशी डॉलर को लेकर कालीन नगरी का नाम विश्व पटल पर भले ही अदब से लिया जाता हो, लेकिन यहां की समस्याएं जगजाहिर है। खासकर प्रदूषण की समस्या यहां गंभीर है। जल व वायु प्रदूषण की स्थिति जहां भयावह स्थिति में पहुंच ग‌ई है, जबकि ध्वनि प्रदूषण भी कमतर नहीं।

ऐसे में आम आदमी के साथ ही पेड़ पौधों पर भी प्रदूषण की मार देखी जा रही है। इस वर्ष समय से पूर्व समय के बाद तक पड़े कोहरे ने आम की फसल पर दोहरा मार दिया।

इस बीच दो दिन पूर्व में ही हुई बारिश ने भी रही कसर पूरा कर दी। उधर, आम की डालियों से बौर गायब हैं। ढूंढने पर कुछ पेड़ों में बौर दिखाई भी दे रहे हैं, लेकिन वे ग्रामीन का कहना है कि इस वर्ष आम की फसल के चलते आम आदमी को उसका स्वाद मिलना मुश्किल है।

किसान दिनेश यादव ने बताया कि जिला प्रशासन आम फसल को बढ़ावा देने के प्रति गंभीर नहीं है, इसके चलते यहां पर फसल की हालत खस्ताहाल है। प्रशासन को अभियान चलाकर आमों पर दवाओं का छिड़काव करना चाहिए, ताकि जो भी बौर लगे हैं,वह बच सकें।

Bhadohi

Feb 07 2024, 16:53

*तीन सीजन में दस हजार से अधिक किसानों की फसल बर्बाद, 2525 को ही मिली क्षतिपूर्ति*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ किसानों से ज्यादा बीमा कंपनियों ने उठाया है। तीन सीजन में मौसम की वजह से जिले के दस हजार से अधिक किसानों की फसल बर्बाद हो गई।

बीमा कंपनियों की ओर से महज 2525 प्रभावित किसानों को ही क्षतिपूर्ति दी गई। करीब 75 फीसदी किसानों को कागजगात पूरे होने का हवाला देकर क्षतिपूर्ति रोक दी गई। आंकड़ों पर नजर डालें तो दो वर्षों में बीमा कपंनियों ने 17 हजार बीमाधारक किसानों से पांच करोड़ 35 लाख से अधिक का प्रीमियम वसूला, जबकि प्रभावित किसानों को सिर्फ 74 लाख रुपये ही भुगतान किया।

पांच करोड़ 35 लाख प्रीमियम में करीब तीन करोड़ रुपये बीमाधारक किसानों से वसूले गए थे। जबकि शेष राशि केंद्र और प्रदेश सरकार ने जमा की थी।जिले में रबी और खरीफ की खेती प्रमुखता से है। रबी सीजन में करीब 50 हजार हेक्टेयर में गेंहूं, चना, मटर और खरीफ सीजन में 30 से 32 हजार हेक्टेयर में धान, मक्का जैसे फसलों की खेती होती है।

2014 में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की थी। दावा था कि इससे किसानों को बारिश, ओलावृष्टि सहित अन्य प्राकृतिक आपदाओं में होने वाले नुकसान की भरपाई होगी। शुरुआत में तीन से चार वर्षों तक किसानों को योजना का भरपूर लाभ मिला। इसके बाद बीमा कंपनियों के जटिल कागजी नियम और शर्तों के कारण किसानों को क्षतिपूर्ति मिलना मुश्किल हो गया।

योजना में प्रभावित किसानों को 20 प्रतिशत से लेकर शत प्रतिशत क्षतिपूर्ति देने का प्रावधान है।खरीफ सीजन 2021 में 5216 बीमाधारक किसानों ने 45 लाख 52 हजार 630 रूपये प्रीमियम जमा किया। केंद्र और राज्य सरकार को मिलाकर यह रकम एक करोड़ 93 लाख 31 हजार 206 हो गया। इसमें सिर्फ 1143 किसानों को 34 लाख की क्षतिपूर्ति दी गई।

रबी सीजन में 4561 किसानों से 22 लाख 28 हजार 166 प्रीमियम मिलाकर कुल एक करोड़ 34 लाख लिया गया, जबकि 488 किसानों को ही क्षतिपूर्ति दी गई। खरीफ 2022 में 7175 किसानों से कुल सवा दो करोड़ प्रीमियम लिया गया, लेकिन लाभ देने के नाम पर सिर्फ 894 किसानों को क्षतिपूर्ति दी गई।

बीमा कंपनियों की ओर से तीनों सीजन में तकरीबन पांच करोड़ 35 लाख से अधिक प्रीमियम की रकम वसूल की गई, लेकिन तीनों सीजन में 75 लाख ही क्षतिपूर्ति दी गई। तीनों सीजन में जिले के करीब 10 हजार से अधिक किसानों की फसल जलजमाव, बीमारी और आग लगने से नष्ट हो गई। गिने-चुने किसानों को ही क्षतिपूर्ति मिली।

अभोली ब्लॉक के भंडा निवासी किसान हरिकेश सिंह, सूर्य नारायण तिवारी, ब्रहमदेव सिंह और धनंजय सिंह ने बताया कि जलजमाव से फसल नष्ट हो गई। बीमा कंपनी के प्रतिनिधि सर्वे करके चले गए।

क्षतिपूर्ति खाते में नहीं आई। इसी तरह सुरियावां बहुताचकडाही के बीमाधारक किसान जगदीश, रामनरेश, लल्लन की फसल बारिश के कारण बर्बाद हो गई। बीमा कंपनियों ने शर्तों का हवाला देकर क्षतिपूर्ति रोक दी।

मुआवजा देने का प्रावधान

ज्ञानपुर। योजना में फसल पूरी तरह बरबाद होने पर 47 हजार 950 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से प्रभावित किसान को मुआवजा देने का प्रावधान है। किसानों के मुताबिक प्रति हेक्टेयर खेती करने में लगभग 40 से 50 हजार रुपये की लागत आती है। फसल बर्बाद होने पर बीमा कंपनी इससे कम ही मुआवजा देती है।

जिन बीमाधारक किसानों के फसलों की क्षति होती है। सूचना के बाद बीमा कंपनी के प्रतिनिधि सर्वे कर नुकसान का आकलन करते हैं। उसके आधार पर क्षतिपूर्ति की जाती है। एक साल में जिले के 17 हजार किसानों में 10 हजार से अधिक किसानों ने फसल नष्ट होने की सूचना दी थी।

बीमा कंपनी आंकलन के आधार पर प्रभावित 2525 किसानों को 75 लाख से अधिक की क्षतिपूर्ति दी गई। - डॉ. अश्वनी सिंह, उप कृषि निदेशक।

Bhadohi

Feb 07 2024, 16:49

*800 बेसिक शिक्षकों की लगेगी ड्यूटी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में बोर्ड परीक्षा को पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के लिए ढाई हजार कक्ष निरीक्षक लगाए जाएंगे। इसमें करीब आठ सौ बेसिक शिक्षक कक्ष निरीक्षक बनाए जाएंगे। इसके लिए डीआईओएस ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा है।

डीआईओएस कार्यालय के मुताबिक 15 फरवरी से पहले कक्ष निरीक्षकों के चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से 22 फरवरी को होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए 96 केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के 56 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे।

परीक्षा को पारदर्शी एवं निष्पक्ष कराने के लिए प्रशासन से लेकर शिक्षा विभाग की ओर से हर स्तर पर तैयारी की जा रही है। तीन जोनल और 12 सेक्टर मजिस्ट्रेट के अलावा सभी केंद्रों पर एक-एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात होंगे। इसके अलावा वित्तविहीन विद्यालयों में अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक भी लगेंगे।

एक-एक कक्ष में छात्र संख्या के आधार पर कक्ष निरीक्षकों की तैनाती होगी। इसके लिए राजकीय, वित्तपोषित और वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षकों की सूची गत दिनों मांगी गई थी। माध्यमिक के 1600 शिक्षकों के साथ 900 बेसिक शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके लिए विभाागीय स्तर से पत्र भी लिखा गया है।

जिला विद्यालय निरीक्षक विकायल भारती ने बताया कि सभी स्कूलों के शिक्षकों का डाटा आनलाइन उपलब्ध है। परीक्षा केंद्रों पर छात्र संख्या, कक्षों के आधार पर कक्ष निरीक्षकों का आवंटन होना है। जिसकी तैयारी शुरू हो गई है। 10 से 15 फरवरी के बीच कक्ष निरीक्षकों की सूची को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।

माध्यमिक शिक्षकों की कमी के चलते बेसिक शिक्षा विभाग से शिक्षकों की मांग की गई है। बोर्ड से जारी निर्देश के अनुसार इस बार 40 परीक्षार्थियों पर दो कक्ष निरीक्षक और 41 से 60 परीक्षार्थियों तक तीन कक्ष निरीक्षक तैनात किए जाएंगे। बताया कि इस बार पेपर खत्म होने पर उत्तरपुस्तिकाएं परीक्षा केंद्र से पुलिस की अभिरक्षा में संकलन केंद्र तक जाएगी।

परीक्षा केंद्रों तक प्रश्नपत्र स्टेटिक मजिस्ट्रेट की निगरानी में जाएंगे। वे केंद्र व्यवस्थापकों को अपने सामने ही प्रश्नपत्र सुपुर्द कराएंगे।

Bhadohi

Feb 07 2024, 14:38

*मुख बधिर मुक्त कार्यक्रम का जिला अस्पताल में डीएम ने किया शुभारंभ, चिकित्सकों ने बच्चों का किया स्क्रीनिंग*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मुख बधिर मुक्त उत्तर प्रदेश 2030 कार्यक्रम का आज ज्ञानपुर नगर स्थित जिला अस्पताल महाराज चेत सिंह में डीएम गौरांग राठी ने शुभारंभ किया ।इस दौरान कार्यक्रम में चिकित्सकों द्वारा जनपद के मुख्य बधिर बच्चों का स्क्रीनिंग किया और उनके बेहतर इलाज के लिए संकल्पित रहे।

महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल ज्ञानपुर में आज मुख बधिर मुक्त उत्तर प्रदेश 2030 कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

जिसमें मुख्य अतिथि रूप में पहुंचे जिला अधिकारी गौरांग राठी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में मौजूद चिकित्सकों द्वारा जनपद के मुख्य बधिर बच्चों का स्क्रीनिंग कर जांच किया ।

चिकित्सकों ने बताया की जांच के बाद बच्चों को बेहतर इलाज के लिए कानपुर अस्पताल भेजा जाएगा जहां पर उन्हें अच्छा इलाज मिले और जनपद मुख बधिर बच्चों से मुक्त हो। कार्यक्रम में जीरो से 5 वर्ष के बच्चों का स्कैनिंग चिकित्सकों द्वारा की गई । जिले में कुल 2000 मुख बधिर बच्चे हैं जिनका स्कैनिंग कर बेहतर इलाज करते हुए जिले को मुख बधिर मुक्त बनाने का चिकित्सकों ने संकल्प लिया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी गौरांग राठी ने कहा कि मुख बधिर मुक्त उत्तर प्रदेश 2030 शासन का लक्ष्य है। ऐसे में ऐसा कोई बच्चा चिकित्सीय सेवा से वंचित न रहे जिसके लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।

मुख बधिर बच्चों का स्कैनिंग करने के बाद बेहतर इलाज के लिए कानपुर भेजा जाएगा और जनपद को पूर्ण रूप से मुख बधिर मुक्त जनपद बनाने का कार्य चिकित्सकों द्वारा किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने बताया कि हमेशा बच्चों को चिन्हित किया जाता है वर्तमान समय में जनपद में 2000 मुख बधिर बच्चे हैं।