मुजफ्फरपुर में शिवजी शाह नामक व्यक्ति से 50 लाख रंगदारी मांग, दहशत फैलाने के लिए पर्चा फेंका और फायरिंग भी की

मुजफ्फरपुर :- जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां एक व्यक्ति से 50 लाख रंगदारी की मांग की गई है। वहीं दहशत फैलाने के लिए बदमाशों द्वारा पर्चा फेंका गया है और फायरिंग भी की गई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। 

घटना के संबंध में बताया गया है कि जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र निवासी शिवजी साह से बदमाशों ने 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। वहीं पर्चा फेंक कर फायरिंग भी की। 

घटना के बाद से पीड़ित का पूरा परिवार दहशत में है। वही अज्ञात के खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गई।  

पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है और मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कई प्रखंडों का किया निरीक्षण

मुजफ्फरपुर जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बुधवार को कई प्रखंडों का निरीक्षण किया, 

दरअसल जिले के बोचहा, बंदरा और गायघाट प्रखंडों का जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया, 

साथ ही अंचल कार्यालय में लंबित दाखिल खारिज मामले को अविलंब निष्पादन करने का निर्देश दिया, अन्यथा सख्त कार्रवाई करते हुए जुर्माना राशि भी लगाई जा सकती है, 

वही गायघाट अंचल में दाखिल खारिज सहित अन्य कई कार्यों में काफ़ी कमी पाए जाने पर सख्त दिखे, वही लंबित मामलों को हर हाल में निष्पादन करने का निर्देश दिए.

डीएम ने प्रखण्ड भ्रमण क्रम में इन प्रखण्ड कार्यालयों का किया निरीक्षण, दिए यह सख्त निर्देश

मुजफ्फरपुर : जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने आज प्रखण्ड भ्रमण क्रम में बोचहा बंदरा और गायघाट प्रखण्ड कार्यालय का दौरा/ निरीक्षण किया। उन्होंने अंचल कार्यालय में लंबित दाखिल खारिज मामले को अविलंब इस माह के अंत तक निष्पादन करने का निर्देश दिया । अन्यथा सख्त कार्रवाई करते हुए 50हजार की जुर्माना राशि भी लगाई जा सकती है।

बैकलॉग मामले में नोटिस निर्गत कर नियमानुसार कार्यवाई करने का निर्देश दिया गया। गायघाट अंचल में दाखिल खारिज और भूमिहीन परिवारों के बीच वास योग्य भूमि उपलब्ध कराने में काफ़ी दयनीय स्थिति रहने पर अंचलाधिकारी पर कारवाई करने का निर्देश दिया गया।

मुख्यमंत्री आवास योजना पर विशेष निर्देश देते हुए कहा कि आवास योजना की स्वीकृति उपरांत लाभुकों को राशि आवंटित करते हुए आवास निर्माण करना सुनिश्चित करे। रोकड़ पंजी को भी अद्यतन करने का निर्देश सभी अंचल और प्रखंड कार्यालय में अधिकारियों को दिया गया। अंचल नो कार्यालय का कैश बुक को तीन दिनों में अद्यतन करने का निर्देश दिया गया।

इस अवसर पर संबंधित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी , अंचलाधिकारी सहित अन्य उपस्थित थे।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

ब्रेकिंग मुजफ्फरपुर : एनटीपीसी में एक इंजीनियर ने किया आत्महत्या

मुजफ्फरपुर: जिले से अभी-अभी एक बड़ी खबर सामने आई है।

जहां कांटी एनटीपीसी में एक इंजीनियर ने आत्महत्या कर लिया है।

 

मृतक मधुकर रेड्डी जो की इंजीनियर है और एनटीपीसी कांटी मे कार्यरत थे।

उन्होंने आत्महत्या करके अपनी जान दे दी है। सुसाइड नोट में उन्होंने निजी और वित्तीय कारण बताया है। 

वो करीब 26 साल के थे और आंध्र प्रदेश के निवासी थे। 

फिलहाल पुलिस मामले की जांच मे जुटी है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

अधिवक्ता हत्याकांड मामले के मुख्य आरोपी को आजीवन कारावास और 35 हजार रुपए अर्थ दंड, घटना के दस साल बाद सुनाई गई सजा

मुजफ्फरपुर : जिले के बहुचर्चित अधिवक्ता रामकुमार ठाकुर हत्याकांड में दस साल बाद अदालत ने मुख्य आरोपी ब्रह्मानंद सहनी को सजा सुनाई। मुजफ्फरपुर कोर्ट के एडीजे 2 ने इस मामले में सजा सुनाते हुए इस हत्याकांड के मुख्य आरोपित ब्रह्मानंद सहनी को सश्रम आजीवन कारावास के साथ 35 हजार जुर्माना भी लगाया गया है। वहीं इस मामले में अभियुक्त पर आर्म्स एक्ट के तहत भी दोषी पाए जाने पर सात साल अतिरिक्त सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई है।

हत्या से जुड़ा यह बहुचर्चित मामला 23 मार्च 2013 का है, जहां कोर्ट से अपना काम निपटाकर घर जा रहे अधिवक्ता की राम कुमार ठाकुर की मनियारी थाना क्षेत्र के पुरषोत्तमपुर हाई स्कूल की पास गोली मारकर नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई थी ।

इस मामले में मृतक अधिवक्ता के भतीजे सुजीत कुमार के बयान मनियारी थाना में कांड संख्या 48/13 में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जिसमे रतनौली पंचायत के पूर्व मुखिया राजकुमार सहनी और उनके पुत्र ब्रह्मानंद सहनी समेत छह लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। जहां इस मुकदमे की सुनवाई के क्रम में ही मुख्य आरोपी और पूर्व मुखिया राजकुमार सहनी की मौत हो गई थी। इसी मामले में आज अदालत ने दूसरे आरोपी ब्रहानंद सहनी को अदालत ने सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।

35 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया

इस मामले की जानकारी देते हुए अपर लोक अभियोजक मुकेश प्रसाद सिंह ने हत्याकांड पर प्रकाश डालते हुए कहाकी इस हत्याकांड में मुजफ्फरपुर व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता राम कुमार ठाकुर की नामजद अभियुक्तों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसमें सेशन ट्रायल के दौरान अदालत में 15 गवाह से जिरह के बाद आज एडीजे 2 की अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई। साथ ही अलग अलग धारा में कुल पैंतीस हजार अर्थदंड और सात साल सश्रम कारावास की सजा आर्म्स एक्ट में सुनाई गई। दोनो सजा साथ में चलेगी, वही इस मामले में अर्थदंड नही देने पर छह माह की अतिरिक्त सजा काटनी होगी। सजा का एलान होते ही आरोपी के परिजन अदालत में ही फूट फुटकर रोने लगे।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

जीजा-साली के बीच बातचीत को कोर्ट ने गैरकानूनी मानने से किया इंकार, मोबाइल कॉल के आधार पर अपह्त लड़की के जीजा की जमानत अर्जी को किया मंजूर

मुजफ्फरपुर : जिले के पारू थाना क्षेत्र के दाऊदपुर निवासी खैरुन खातून की नतिनी जैनव खातून का अपहरण दो वर्ष पूर्व कर लिया गया था। इस सम्बंध में खैरुन खातून के आवेदन पर पारू थाना में अपहरण की धारा में प्राथमिकी दर्ज की गई। तत्पश्चात पुलिस के द्वारा अनुसन्धान प्रारम्भ हुआ। पुलिस अनुसन्धान के क्रम में जैनव खातून के मोबाइल पर आरती कुमारी और मोहम्मद आलम का कॉल गया हुआ था, इसका पता चला। लेकिन घटना के बाद से ही जैनव खातून का मोबाइल बंद हो गया।

पुलिस ने मोहम्मद आलम के घर पर छापामारी करना शुरू कर दिया। तब मोहम्मद आलम ने कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल किया, जिसकी सुनवाई आज कोर्ट में हुई। सुनवाई के दौरान मोहम्मद आलम, जो कि जैनब खातून के जीजा है, इस बात को मोहम्मद आलम के तरफ़ से बहस कर रहे मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा ने कोर्ट को बताया।

बहस के दौरान मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा ने कहा कि जीजा और साली के बीच हुई वार्तालाप कोई जुर्म नहीं है बल्कि यह मानवाधिकार है। जीजा, साली से और साली, जीजा से बात कर सकती है। तब कोर्ट ने अपर लोक अभियोजक से पूछा कि जीजा और साली के बीच हुई वार्तालाप कौन-सा जुर्म है? जिसपर अपर लोक अभियोजक की ओर से कोई जबाव नहीं दिया गया।

साथ-ही-साथ अधिवक्ता एस. के. झा ने पुलिस की जाँच पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस के द्वारा प्राथमिकी में अंकित वाहन मालिक पर कार्रवाई नहीं की जा रही है और निर्दोष को फँसाने का प्रयास किया जा रहा है। अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए ए.डी.जे.- 8 के न्यायालय द्वारा आवेदक मो. आलम को जमानत दे दी। सुनवाई के दौरान कांड की सुचिका खैरुन खातून भी कोर्ट में उपस्थित थी।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर में युवक को घर से बुलाकर किया पीट पीटकर किया अधमरा, वीडियो हुआ वायरल

मुजफ्फरपुर : जिले के गोबरसही चौक निवासी युवक दिव्यम गौतम की युवकों ने बेरहमी से पिटाई कर अधमरा कर दिया। युवक की पिटाई का वीडियो भी वायरल हो रहा है। घटना चार फरवरी की बताई जा रही है।

जिस युवक की पिटाई की गई है उसका नाम दिव्यम है और वह इंटर का छात्र बताया जा रहा है। दिव्यम जब गोबरसही स्थित मेहता मैदान के पास पहुंचा तो सभी आरोपितों ने जान मारने की नीयत से उसकी बैट, विकेट और बांस से पिटाई शुरू कर दी। इससे वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गया। इसके बाद भी उसके शरीर पर बैट आदि से प्रहार किया गया।युवक के शरीर पर विकेट तोर दिया।

युवक जबतक बेहोश नही हो गया तब तक पिटता रहा। इस दौरान उसका सिर भी फूट गया शरीर के अन्य हिस्सों में भी गंभीर चोट आई। उसे अधमरा स्थिति में उसे छोड़कर सभी आरोपित भाग निकले। इन लोगों ने पूरी घटना का वीडियों भी बनाया। उसका इलाज शहर के निजी अस्पताल में चल रहा है। वह इंटर का परीक्षार्थी है।

मामले में उसके चाचा अधिवक्ता संजय ओझा ने सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें पांच को नामजद करने के साथ 25 अज्ञात को आरोपित किया है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

AES, चमकी को धमकी देने को इस बार भी तैयार है मुजफ्फरपुर जिला

मुजफ्फरपुर :- जिलाधिकारी, सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में आज AES को लेकर पहली बैठक संबंधित पदाधिकारियों के साथ किया गया, जिसमें बिन्दुवार समीक्षा हुई। विगत सालों में हुए केस को देखते हुए इस बार तैयारी करने का निदेश संबंधित पदाधिकारी को दिया गया। 

गौरतलब है कि पिछले वर्ष एक भी मृत्यु का केस नहीं था। गहन प्रचार-प्रसार और कुशल माॅनिटरिंग के चलते लगातार सुधार और जीरो डेथ की ओर जिला अग्रसर है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया की इस बार अभी से ही पंचायतों में डेडिकेटेड वाहनों को चिन्हित करने, उसके चालक का नाम चिन्हित करें और संबंधित माता-पिता, सेविका और आशा के मोबाईल में सेव कर दें ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में क्विक रिस्पाॅस के साथ मरीज को चिकित्सा केन्द्र पर ले जाया जा सके। 

आई.ई.सी. के तहत जन जागरूकता और प्रचार-प्रसार को सघन रूप से करने का निदेश दिया गया। होम विजिट के साथ बच्चों का सर्वे कर सूचीबद्ध करने का निदेश दिया गया। साथ ही जीविका, आई.सी.डी.एस. एवं अन्य स्तरों पर भी प्रशिक्षण देने की बात कही गयी। कन्ट्रोल रूम को एक्टिव करने का निदेश वैक्टरजनित पदाधिकारी डाॅक्टर सतीश को दिया गया। 

बताते चलें कि विगत वर्ष पहली बार औराई प्रखण्ड में सबसे ज्यादा केस परिलक्षित हुए थें। हैण्डबील, होर्डिग, फ्लैक्स, एल.ई.डी. वाहन द्वारा प्रचार-प्रसार गत वर्ष की भांति इस बार भी कराने का निदेश दिया गया। एस.के.एम.सी.एच. और निजी हाॅस्पीटल को भी इस बावत पूर्ण तैयार रहने का निदेश दिया गया। 

महादलित टोलों में विकास मित्र तथा विद्यालयों में चेतना सत्र जीविका दीदी द्वारा अपने मीटिंग में चर्चा-परिचर्चा के द्वारा इसका गहन प्रचार-प्रसार करने का निदेश दिया गया। 

बैठक में उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी, डाॅक्टर सतीश कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी दिनेश कुमार, डी.पी.ओ. आई.सी.डी.एस. चाॅदनी सिंह, एस.के.एम.सी.एच. तथा केजरीबाल हाॅस्पीटल के चिकित्सक, डी.पी.एम. रेहान असरफ सहित अन्य उपस्थित थें।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

जंयती पर याद किये गए आचार्य जानकी बल्लभ शास्त्री, डीएम ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया नमन

मुजफ्फरपुर :- आचार्य जानकी बल्लभ शास्त्री की आज सभागार में जयंती समारोह मनायी गयी। जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पूष्प चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। विकास प्रभारी श्रीमती अर्चना कुमारी कार्यक्रम के संयोजक थीं। 

इस अवसर पर भगवान लाल सहनी की अध्यक्षता में उनके जयंती समारोह मनाया गया, जिसमें उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर हिन्दी साहित्यकार और विद्वानों द्वारा चर्चा और कविता पाठ किया गया। 

जिला पदाधिकारी ने अपने उद्ववोधन में कहा कि साहित्य हमेशा ही सामाज और प्रशासन को दिशा दिखायी है। आचार्य जानकी बल्लभ शास्त्री जी निश्चय ही एक समाज में समरस्ता और संवेदना के साथ अपनी रचना दी है, जो आज भी प्रासंगिक है और उनके व्यक्तित्व और उनके कर्म से हम सभी गौरवान्वित हो रहे हैं। 

कार्यक्रम में डाॅक्टर सतीश राय, निदेशक पत्रकारिता विभाग, बिहार युनिर्वसिटी, डाॅक्टर पुनम सिन्हा पूर्व विभागाध्यक्ष हिन्दी विभाग, डाॅक्टर संजय पंकज गया से आये श्री अरविन्द कुमार ने उनके संस्मरण और उनकी रचनाओं पर विशेष रूप से टिप्पणी और समीक्षा की। उन सभी ने उनके कई कविताओं, गीति नाट्यों का उद्धरण देकर उनके व्यक्तित्व को रेखांकित किया। 

इस अवसर पर आगंतुक सभी विद्वान जनों को अंगवस्त्र, पुस्तक और स्मारिका देकर सम्मानित किया गया। मौके पर नगर दण्डाधिकारी रविशंकर, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी दिनेश कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी सत्य प्रिय कुमार, वरीय उप समाहर्ता जुली कुमारी आदि उपस्थित थें। कुशल संचालन गोपाल फलक द्वारा की गयी।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

बिहार लघु उद्यमी योजना का सीएम नीतीश कुमार ने किया शुभारंभ, पोर्टल का भी किया लोकार्पण

डेस्क : आज 1 अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार लघु उद्यमी योजना का शुभारंभ किया तथा बिहार लघु उद्यमी योजना के पोर्टल का भी लोकार्पण किया। वहीं उन्होंने बिहार लघु उद्यमी योजना पर आधारित एक पुस्तिका का भी विमोचन किया।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने जाति आधारित गणना करवाई ताकि जाति के साथ-साथ हर किसी की आर्थिक स्थिति का भी पता चल सके। सर्वेक्षण के दौरान पता चला कि 94 लाख से अधिक गरीब परिवार हैं जिनको आर्थिक मदद की जरूरत है। हमलोग ऐसे सभी परिवार के लाभुकों को 2-2 लाख रुपया सहायता राशि देंगे ताकि। वे लघु उद्यमी योजना के अंतर्गत अपना व्यवसाय शुरू कर सकें। इसकी ट्रेनिंग भी अलग से दी जाएगी। आर्थिक रूप से गरीब परिवारों को स्व-रोजगार हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु 'बिहार लघु उद्यमी योजना' लागू की गयी है। योजना के अन्तर्गत राज्य के आर्थिक रूप से गरीब सभी परिवारों को लाभान्वित किये जाने का लक्ष्य है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलाधिकारी इस कार्यक्रम से जुड़े हुये हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं कि इस योजना के अलावे अगर कोई अपना रोजगार करना चाहता है तो उनकी भी पूरी मदद करें। हम आपलोगों से अनुरोध करेंगे कि हर जाति, धर्म के लोगों के बीच इस योजना को प्रचारित-प्रसारित करें ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकें। इस योजना के क्रियान्वयन में जितना पैसा लगेगा सरकार खर्च करेगी। हमलोग अगले 5 वर्ष के लिये पहला टर्म शुरू कर रहे हैं। इस योजना के बेहतर ढंग से कार्यान्वयन के लिये आपलोग ठीक से कार्य करें। हम यही चाहते हैं कि सभी को मदद मिल जाए ताकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।

गौरतलब है कि बिहार लघु उद्यमी योजना की शुरुआत 'हर घर उद्यमी, हर घर रोजगार, ऊँची उड़ान के लिए बिहार है तैयार' थीम के साथ की गई है। आर्थिक रूप से गरीब परिवारों को स्वरोजगार हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने एवं राज्य में बेरोजगारी दर में कमी लाये जाने के उद्देश्य से बिहार लघु उद्यमी योजना लागू की गयी है। जाति आधारित गणना के दौरान 94 लाख से अधिक गरीब परिवार पाये गये। बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत ऐसे गरीब परिवार में लाभुक को 2-2 लाख रुपये की राशि दी जाएगी।

आज इस योजना के लिए आवेदन के पोर्टल का लोकार्पण किया गया है। इसके लिये 61 परियोजनाओं को चिह्नित किया गया है जिसमें छोटे-छोटे उद्यम को शामिल किया गया है। यह पोर्टल आवेदकों के लिए खोल दिया गया है। 20 फरवरी तक इस योजना के लिये आवदेन किये जायेंगे।

आवेदक की उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आवेदक की परिवारिक आय प्रतिमाह 6000 रूपये से कम होनी चाहिए। बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत लाभुकों को तीन किस्तों में राशि दी जायेगी। प्रथम किस्त में परियोजना लागत की 25 प्रतिशत, द्वितीय किस्त में परियोजना लागत की 50 प्रतिशत एवं तृतीय किस्त में परियोजना लागत की 25 प्रतिशत राशि लाभुकों को दी जायेगी। योजना के कार्यान्वयन एवं अनुश्रवण हेतु राज्य अनुश्रवण समिति के गठन का प्रावधान है जबकि जिला स्तर पर योजना के अनुश्रवण हेतु जिला अनुश्रवण समिति का गठन किया जायेगा।