31 जनवरी से धरना प्रदर्शन कर रहे बंदोबस्त कार्यालय के कर्मियों का धरना खत्म, विभिन्न बिंदुओं पर बनी सहमति


हजारीबाग: 31 जनवरी 2024 से बन्दोबस्त कार्यालय कर्मियों द्वारा संचालित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को आज 7 फरवरी को जिला प्रशासन द्वारा सुलझा लिया गया। उपायुक्त नैंसी सहाय के निर्देशानुसार एसडीओ अशोक कुमार एवं सहायक बन्दोबस्त पदाधिकारी, मुख्यालय के समक्ष विभिन्न मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहें कर्मियों के बीच निम्नलिखित बिंदुओं पर सहमति बनी। जिसके आलोक में धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को तत्काल स्थगित करने का निर्णय लिया गया।

समझौता के बिंदू

1. नियमितिकरण 28 कर्मचारियों का भविष्य निधि लेखा संख्या का आवंटन की प्रक्रिया तत्काल की जा रही है।

2. सभी 28 कर्मियों की सेवापुस्त एक सप्ताह के अंदर खोल दी जायेगी।

3. सभी 28 कर्मियों का वेतन भुगतान के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करते हुए आदेशार्थ सक्षम पदाधिकारी के समक्ष संचिका उपस्थापित किया जा रहा है। सक्षम प्राधिकार से आदेश प्राप्त होते ही एक सप्ताह में भुगतान कर दिया जायेगा।

4. धरना अवधि (31.01.2024 से 07.02.2024) को कार्य अवधि मानी जायेगी।

5. सभी 28 कर्मियों के विरूद्ध किसी प्रकार की दण्डात्मक कार्रवाई नही की जायेगी।

6. जिला सचिव, जिला महासंघ मनीष कुमार पर सहायक बन्दोबस्त पदाधिकारी मुख्यालय, हजारीबाग के पत्रांक 48-11 दिनांक 06.02.2024 निर्गत पत्र के द्वारा लगाये गये आरोप वापस लिया गया।

टीओ ने पेश की नजीर, दिखाई मानवीय संवेदना और पढ़ाया सरकारी कर्मियों के दायित्व का पाठ


हजारीबाग। बिखरी और बिसरी उम्मीदों को जैसे आशाओं के पंख लग गए। हजारीबाग जिला कोषागार पदाधिकारी उज्ज्वल चौरसिया ने ऐसी नजीर पेश की कि एक बेसहारा गरीब परिवार को जैसे बड़ा सहारा मिल गया। 

उन्होंने आर्थिक तंगी से जूझ रहे एक सरकारी सेवानिवृत्त कर्मचारी के परिवार के लिए खत्म हो चुकी पेंशन की उम्मीद को फिर से जिंदा कर न सिर्फ पीड़ित मानवता की सेवा का परिचय दिया, बल्कि सरकारी कर्मी होने के दायित्व और कर्तव्य का पाठ भी पढ़ाया।

दरअसल जिला समाहरणालय संवर्ग के इचाक अंचल कार्यालय से सेवानिवृत्त लिपिक शिव प्रसाद की मृत्यु के पश्चात् उनकी पांच पुत्रियों जिनमें दो दिव्यांग व मानसिक रूप से कमजोर हैं के सामने समस्याओं का पहाड़ था। उनकी देखभाल की जिम्मेवारी उनकी बड़ी बहन के कंधो पर थी। चूंकि शिव प्रसाद अविभाजित बिहार के समय में सेवा में आए थे और इस वर्ष हजारीबाग से सेवानिवृत्त हुए थे। उनके घर में कोई पुरुष नहीं होने तथा खुद बीमार रहने व दिव्यांग बेटियों की परवरिश के कारण पेंशन आदि विभागीय कार्रवाई नही हो पाई थी। 

उनके पिता की मृत्यु के उपरांत परिवार में भरण-पोषण की बड़ी समस्या थी। दोनो दिव्यांग पुत्रियां अपनी बड़ी बहन के घर में रह रही हैं। 

पेंशन स्वीकृति संबधी जानकारी जिला समाहरणालय के कोषागार कार्यालय को प्राप्त हुई। फलस्वरूप कोषागार पदाधिकारी (टीओ) ने व्यक्तिगत इच्छाशक्ति से उक्त वर्णित परिवार की स्थिति को जानने के लिए उनके घर गए। उन्होंने बताया कि परिस्थितियां बिल्कुल दयनीय थीं। आय का कोई श्रोत नहीं होने के कारण उन्हें भरण-पोषण में काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। कोषागार पदाधिकारी ने बताया कि उन बेटियों के पिता की पेंशन निर्गत करने संबंधी कई अड़चने थीं। बिहार सरकार के एजी कार्यालय से लेकर झारखंड सरकार के एजी कार्यालय तक कई चरणों में वार्ता की गई तथा कागजातों को एकत्रित किया गया। अंततः दोनों राज्यों से सहमति की स्वीकृति के फलस्वरूप कोषागार कार्यालय को पेंशन निर्गत करने की सैद्धांतिक मंजूरी मिल गईं। 

टीओ ने बताया कि इतने प्रयासों के बाद स्वर्गिय शिव प्रसाद की बेटियों को उनके पिता के पेंशन का लाभ मिल पाएगा। उनसे उनकी तकलीफें खत्म तो नहीं हो जाएंगी, लेकिन हां परेशानियां कुछ कम जरूर होंगी।

महात्मा एन. डी. ग्रोवर की पुण्यतिथि पर किया गया हवन का आयोजन


हज़ारीबाग: महात्मा नारायण दास ग्रोवर की पुण्यतिथि पर हजारीबाग के आर्ष कन्या विद्यालय के परिसर में आज समरिटन वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से वैदिक हवन का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा नारायण दास ग्रोवर के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजली के साथ हुआ। उसके बाद आर्ष कन्या गुरुकुल के छात्र छात्राओं द्वारा भक्ति समुह गान के साथ उनको श्रद्धांजलि अर्पित किया गया एवम विद्यालय के आचार्य श्री कौटिल्या के अगुवाई में सभी उपस्थित अतिथियों ने हवन किया। 

इस विशेष आयोजन पर संस्था के अध्यक्ष सह राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानित अशोक कुमार ने बताया कि समरिटन वेलफेयर फाउंडेशन की स्थापना महात्मा नारायण दास ग्रोवर जो भारत में दो सौ से अधिक डीएवी विद्यालयों के संस्थापक थे, उनके ही प्रेरणा एवं सुझाव से 2007-8 में की गई। संस्था का एक मात्र उद्देश्य है कि गरीब, दलित आदिवासी, पिछड़ी जाति और समाज के दबे हुए लोगों को आगे बढ़ने के साथ उन्हें निशुल्क कोचिंग,नौकरी के लिए कौशल प्रशिक्षण देना एवं इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से लोगो को जागरूक करना ताकि एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके । 

आज के इस कार्यक्रम में विशेष रूप से राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित प्रसिद्ध शिक्षा एवं पर्यावरणविद डॉक्टर बालेश्वर राम,प्रोफेसर सरोज रंजन के साथ प्रसिद्ध समाजसेवी रंजन जैन,तरंग ग्रुप के निर्देशक अमित कुमार गुप्ता,नागेंद्र निश्चल एवं लवली कुमारी उपस्थित थी।

फिल्म: छोटे शहर से बड़े सपने को साकार करने में जुटे हैं हजारीबाग के गजानंद पाठक

स्वामी विवेकानंद के प्रेरक जीवनी पर आधारित फिल्म "पुनर्जागरण" की अपार सफ़लता के बाद उनके गुरु "जगतगुरु श्री रामकृष्ण" की जीवनी पर आधारित फिल्म का जल्द देंगे सौगात

वर्तमान दौर में जहां ग्लैमर और पाश्चात्य संस्कृति समाज में हावी है। ऐसे समय में अधिकतर लोग छोटे शहरों से निकलकर अपने सपने पूरे करने के लिए महानगरों की चकाचौंध में जद्दोजहद करते दिखते हैं ऐसे समय में भी कुछ लोग ऐसे भी जो अपनी सोच को सार्थक बनाने के लिए छोटे शहरों से भी न सिर्फ बड़े सपने देखते हैं बल्कि उन्हें सरकार करके अन्य छोटे शहरों से भी संभावनाओं की तलाश के साथ सपने पूरे करके कामयाब करियर की राह अपना रहें लोगों के लिए सकारात्मक ऊर्जा भरने का सफल प्रयास करते हैं और उनके लिए प्रेरक बनकर उभरते हैं। 

शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हजारीबाग के एक ऐसे ही शख्स हैं गजानंद पाठक जिन्होंने कोरोना ग्रसित होने के बाद समाज और राष्ट्र के लिए कुछ बेहतर करने की ठानी। उनकी जिद्द और जुनून ने हजारीबाग जैसे छोटे शहर से उनकी फिल्म निर्माण के सपने को साकार किया। 

गजानंद पाठक ने समाज के युवा पीढ़ी में धर्म और आध्यात्मिक के साथ इंसानियत और राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत करने को लेकर पहले विश्व स्तर पर हिंदू धर्म को श्रद्धेय धर्म के रूप में स्थापित करने वाले, समूचे भारत में धर्म और आध्यात्मिक की जागृति और स्वाभिमान की एक नई लहर पैदा करने वाले महामानव स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरित और उनके संदेशों से ओत-प्रोत हिंदी फिल्म "पुनर्जागरण" का निर्माण किया। 

जो ओटीटी प्लेटफॉर्म हंगामा पर रिलीज़ हुआ और दर्शकों ने इसे खूब प्यार दिया। इस फिल्म में शत प्रतिशत कलाकार हजारीबाग से थे। जिन्होंने पूरी कौशल क्षमता को झोंक दिया और इस फ़िल्म को जीवंत करने का सकारात्मक कार्य किया। इस फिल्म में धर्म और अध्यात्म जीवन को बड़े ही सरल तरीके से दर्शाते हुए दिखाया गया कि स्वामी विवेकानंद ने किस प्रकार निष्क्रिय साधना की अंतःगुहाओं से निकलकर धर्म और अध्यात्म को मानवसेवा के आदर्श में बदला और देखते ही देखते जातीय पुनर्जागरण के वे कैसे अग्रदूत बन गए।

 इस फिल्म ने युवाओं में एक नई ऊर्जा का प्रवाह भी किया। इस फिल्म के निर्माता एवं कॉन्सेप्ट गजानंद पाठक हैं जबकि फिल्म के लेखक एवं निर्देशक अनिरुद्ध उपाध्याय हैं। 

फिल्म "पुनर्जागरण" के अपार सफ़लता के बाद महा मानव स्वामी विवेकानंद के गुरु भारत के महान संत, आध्यात्मिक गुरु एवं विचारक सह मां काली के अनन्य भक्त जगतगुरु रामकृष्ण परमहंस के जीवनी पर आधारित फिल्म "जगतगुरू श्री रामकृष्ण" का निर्माण वीईसी फिल्म के बैनर तले करने का साहस किया। इस फिल्म के निर्माता गजानंद पाठक है और निर्देशक डॉ बिमल कुमार मिश्रा हैं। इस फिल्म में गजानंद पाठक ने जगतगुरु रामकृष्ण परमहंस की भूमिका निभाते हुए अपने आत्मीय कलाकारी को बखूबी प्रदर्शित किया है।

 हजारीबाग के उभरते हुए युवा कलाकार अमरकांत ने युवा रामकृष्ण साधक की भूमिका में फिल्म में अपनी अभिनय क्षमता का बेहतर प्रदर्शन किया है। महिला कलाकार श्रेष्ठा भट्टाचार्य ने गुरु रामकृष्ण परमहंस की आध्यात्मिक सहधर्मिणी और

रामकृष्ण संघ की 'श्रीमाँ' की भूमिका को जीवंत किया है। हजारीबाग के प्रसिद्ध कलाकार मुकेश राम प्रजापति ने स्वामी विवेकानंद की भूमिका को अपनी विलक्षण प्रतिभा के बदौलत जीवंत करने का सार्थक प्रयास किया है। इसके अलावे हजारीबाग के लोकप्रिय कलाकारों में से चांदनी झा, मनोज पांडेय, दीपक घोष, संजय तिवारी, प्रसन्न मिश्रा, प्रशांत कुमार पांडेय सहित अन्य ने भी अपनी प्रतिभा का शानदार जलवा बिखेरा है।

 धर्म, अध्यात्म, योग और ध्यान पर आधारित फिल्म "जगतगुरु श्री रामकृष्ण" श्री रामकृष्ण परमहंस के दिव्य व्यक्तित्व से तो परिचय कराती ही है उनके जीवन के कई रहस्यमयी पहलुओं के रोमांच से भी पर्दा उठाती है। यह फिल्म पूर्ण रूप से मनोरंजक, पारिवारिक और संदेशात्मक है। यह फिल्म युवाओं में शक्ति, भक्ति, आत्मश्रद्धा, आत्मविश्वास के साथ आत्म- साक्षात्कार की ओर बढ़ाने की प्रेरणा और उत्साहवर्धन करती है तो धर्म- जाती के बंधन से ऊपर उठकर इंसानियत और राष्ट्र प्रेम का दुनिया को राह भी दिखाती है।

 इस फिल्म में प्रसिद्ध भजन सम्राट अनूप जलोटा, सुरेश वाडकर एवं महालक्ष्मी अय्यर ने अपनी गायिकी का परिचय देते हुए रामकृष्ण परमहंस के जीवन की घटनाओं को जीवंतता प्रदान किया है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक आध्यात्मिक दुनिया का अलौकिक सुकून प्रदान करती है। संगीतकार अजय मिश्रा ने इस फिल्म में संगीत दिया है जिन्होंने देवों के देव महादेव टीवी सीरियल में संगीत दिया था। इस फिल्म के गीतकार डा हरे राम पांडेय जी हैं और इस फिल्म का छायांकन किया है राहुल पाठक ने। 

फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन का पूरा काम मुम्बई में कराया गया है जहां पर अत्याधुनिक वी एफ एक्स तकनीक एवं डी आई का प्रयोग किया गया है और त्रुटियों की संभावना को कम से कम करके उच्च गुणवत्ता प्रदान की गई है। इस फिल्म को केंद्रीय फिल्म परमानंद बोर्ड के द्वारा यू सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया है। झारखंड के हजारीबाग के कलाकारों के समूहों द्वारा अभिनीत और हजारीबाग की नयनाभिराम झील, सुकूनदेय जलाशय छड़वा डैम, नैसर्गिक कनहरी हिल जैसे मनोहारी खूबसूरत प्राकृतिक स्थलों और विवेकानंद आईटीआई में बनाए गए ग्रीन स्टूडियो में फिल्माया गया है। आगामी 16 फरवरी को यह फिल्म रिलीज़ होगी। फिल्म के निर्माता गजानंद पाठक ने बताया कि झारखंड के हजारीबाग, रामगढ़ एवं गिरिडीह जिले के सिनेमाघरों में इस फिल्म को रिलीज किया जाएगा इसके बाद इसे अन्य राज्यों के साथ भारत के अन्य हिस्सों में पहुंचाया जाएगा ।

हजारीबाग के इस फिल्म के संपूर्ण निर्माता टीम और कलाकारों के समूह होने सामूहिक रूप से समाज के लिए एक बेहतरीन प्रयास किया है। जिसे दर्शकों के असीम प्रेम, स्नेह और आशिर्वाद की जरूरत है। जागरूक भारतीय नागरिक होने के नाते हम सभी को ऐसे प्रेरक लोगों के नेक और सार्थक सोच को इस फिल्म को देखकर और फिल्म के संदेश को प्रसारित करके इनके जज्बे को सलाम करने की सख्त जरूरत है ।

हजारीबाग यूथ विंग के पदाधिकारियों ने सदर अनुमंडल पदाधिकारी से की शिष्टाचार मुलाकात।


रामगढ़:- जिले में सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों में पिछले दो वर्षों से हजारीबाग यूथ विंग के द्वारा अपनी सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है। इसी बीच सोमवार को हजारीबाग यूथ विंग के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने नवनियुक्त सदर अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार से फूलों का गुलदस्ता भेंट कर शिष्टाचार मुलाकात किया, हजारीबाग यूथ विंग के द्वारा किए गए सेवा कार्यों को विस्तार पूर्वक उनके बीच रखा गया। 

बताया गया कि यूथ विंग धार्मिक कार्यों के साथ सामाजिक कार्यों में भी अपनी सहभागिता पूरी सुनिश्चित करती है। साथ ही बताया गया कि गौशाला मे भी यूथ विंग के द्वारा सेवा प्रदान किया जाता है। सभी बातों को ध्यान पूर्वक सुनने के उपरांत नवनियुक्त सदर अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार ने कहा की आप लोगों की सेवा बहुत ही अच्छी है, हमें जब जरूरत होगी आप सबों की सेवा की तो आप सबों को अवश्य याद किया जाएगा। 

मौके पर संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन ने कहा कि सामाजिक क्षेत्र में किए गए सेवा को विस्तार रूप से उन्हें बताया गया। हजारीबाग यूथ विंग हर सामाजिक कार्यों में अपनी सहभागिता पिछले दो वर्षों से सुनिश्चित कर रही है, शहर वासियों के प्रेम और आशीर्वाद से आगे भी करते रहेगी।

मौके पर अध्यक्ष करण जायसवाल ने कहा कि पदाधिकारी एवं सदस्यों ने नवनियुक्त सदर अनुमंडल पदाधिकारी से मुलाकात की मुलाकात के दौरान कई अहम विषयों पर चर्चा हुई, साथ ही कहा कि हजारीबाग यूथ विंग जल्द भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन करने जा रही है।

मौके पर :– संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन, अध्यक्ष करण जायसवाल,सचिव संजय कुमार, सह सचिव डॉ बी.वेंकटेश,कोषाध्यक्ष रितेश खण्डेलवाल,कार्यकारिणी सदस्य अभिषेक कुमार पांडे, विकास तिवारी, मो. ताजुद्दीन एवं शानू सिंह सहित कई लोग मौजूद थे।

हजारीबाग:कांग्रेस नेता मुन्ना सिंह ने रामगढ़ जिला मैदान से न्याय यात्रा की शुरुआत की।


हजारीबाग:- हजारीबाग कांग्रेस नेता अपने समर्थकों व वरिष्ठ कांग्रेस जनों के साथ रामगढ़ सुभाष चौक में राहुल गांधी का स्वागत कर न्याय यात्रा को सफलता पूर्वक रामगढ़ जिला में सम्पूर्ण करवाने में अहम योगदान दिया।

इस अवसर पर मुन्ना सिंह ने कहा कि न्याय यात्रा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं में एक नई ऊर्जा दी है, जिसका लाभ संगठन के साथ-साथ लोकसभा व विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन में प्राप्त होगा।

प्रदेश उपाध्यक्ष भीम कुमार ने कहा कि झारखंड में जिस प्रकार से ED का दुरुपयोग कर झारखंड सरकार को गिराया गया इस असफल प्रयास के लिए भाजपा को किसी भी परिस्थिति में जनता पार्टी ने किया है माफ नहीं किया जा सकता करेग एक आदिवासी मूलवासी को अपमानित करना भाजपा का हमेशा से कार्यशैली रहा है। 

न्याय यात्रा में मुख्य रूप से

जिला अध्यक्ष शैलेंद्र यादव, आबिद अंसारी,अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष साजिद अली खान , मोहम्मद वारिस , विक्की कुमार धान , बबलू सिंह, कटकमदाग प्रखंड अध्यक्ष गोवर्धन गूंज , शारदा रंजन दुबे, राजू यादव , करू यादव , नरसिंह प्रजापति , सरजू यादव , अंसारी , रब्बानी , खुर्शीद , इत्यादि सैकड़ो लोग उपस्थित थे।

सांसद जयंत सिन्हा के प्रयासों से बरही रेलवे स्टेशन पर इंटरसिटी एक्सप्रेस के ठहराव को मिली स्वीकृति


हजारीबाग:- सांसद हज़ारीबाग सह अध्यक्ष वित्त संबंधी संसदीय स्थायी समिति जयंत सिन्हा के प्रयासों से हज़ारीबाग को वंदे भारत और इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात मिली है। इन ट्रेनों के संचालन से लाखों यात्रियों को अत्यंत सुविधा हो रही है।

जयंत सिन्हा से क्षेत्रवासियों ने बरही रेलवे स्टेशन पर भी इंटरसिटी एक्सप्रेस के ठहराव की मांग की थी। इस संबंध में वे निरंतर प्रयास कर रहे थे। इसको लेकर उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से आग्रह किया था। साथ ही वे रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से भी संपर्क में थे। उनके प्रयासों को बड़ी सफलता प्राप्त हुई है।

रांची-मधुपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस के बरही रेलवे स्टेशन पर ठहराव को स्वीकृति मिल गई है। इसका संचालन बरही से सुबह 8:59 बजे और शाम को 6:43 बजे किया जायेगा। बरही में इस ठहराव से यात्रियों को अत्यंत सुविधा होने वाली है।

जयंत सिन्हा ने कहा कि इंटरसिटी एक्सप्रेस का बरही में ठहराव होना हम सभी क्षेत्रवासियों के लिए हर्ष की बात है। हम सबका साथ और सबका विकास के मूलमंत्र के साथ काम कर रहे हैं। हमारा प्रयास यात्रियों के लिए सदैव हर बेहतर सुविधा सुनिश्चित करवाना रहा है। क्षेत्र में रेल संबंधी विभिन्न विकास कार्य जारी हैं। 

अमृत स्टेशन योजना से बरकाकाना रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है। इससे क्षेत्र में रेल सेवाओं का परिदृश्य बदलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हज़ारीबाग लोकसभा निरंतर विकास की ओर अग्रसर है। मैं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी से लगातार मुलाकात कर क्षेत्र में रेल संबंधी कार्यों पर चर्चा कर रहा हूँ।

वंदे भारत और इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत होना इन्हीं प्रयासों का परिणाम है। इसके साथ ही हम हज़ारीबाग से राजधानी एक्सप्रेस शुरू करवाने के लिए प्रयासरत हैं। इसके शुरू होने पर नई दिल्ली और कोलकाता की यात्रा कर पाएंगे।

जयंत सिन्हा ने क्षेत्र में रेल सेवाओं की सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री जी और रेल मंत्री जी का आभार प्रकट किया। साथ ही इस अवसर पर समस्त क्षेत्रवासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दीं।

डीएमएफटी मद से दिव्यांगजनों को बैटरी ऑपरेटेड ट्राई साइकिल का वितरण, उपायुक्त ने किया वितरण


उपायुक्त नैंसी सहाय ने डीएमएफटी मद से 10 दिव्यांगजनो को बैटरी ऑपरेटेड ट्राई साइकिल का वितरण किया। इस दौरान उप विकास आयुक्त प्रेरणा दीक्षित मौजूद रहीं।

समाहरणालय भवन परिसर में 2 फरवरी को आयोजित वितरण कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा चयनित तथा उपायुक्त के जनता दरबार में आए आवेदनों पर विचारोपरांत लाभुकों को बैटरी द्वारा संचालित ट्राई साइकिल का वितरण किया। इस दौरान उपायुक्त ने लाभुकों से बात भी की तथा अन्य दिव्यांग जो इस श्रेणी में आते है,उन्हे भी बैटरी संचालित ट्राई साइकिल उपलब्ध कराने की बात कही। 

उपस्थित लाभुकों ने उपायुक्त की संवेदनशीलता पर धन्यवाद दिया। 

इस कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी इंदु प्रभा खलखो व अन्य कर्मी उपस्थित रहे।

सदर अनुमंडल पदाधिकारी के रूप में अशोक कुमार ने लिया प्रभार


सदर अनुमंडल पदाधिकारी के रूप में अशोक कुमार ने लिया प्रभार। निवर्तमान अनुमंडल पदाधिकारी विद्याभूषण कुमार ने 1 फरवरी को नए अनुमंडल पदाधिकारी सदर को अपना प्रभार सौंपा। 

इस दौरान झारखंड राज्य अनुसचिवीय कर्मचारी संघ (समाहरणालय संवर्ग) की ओर से नए अनुमंडल पदाधिकारी को फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष गोपाल कुमार पासवान,राजेश रंजन दुबे, मनीष नारायण, निशिकांत उपाध्याय एवं अशोक दास मौजूद रहे।

अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाला बजट : चंद्र प्रकाश जैन


हज़ारीबाग : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को आम बजट पेश किया है, बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हजारीबाग यूथ विंग के संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन ने कहा कि हर वर्ग का सम्मान, सबका रखा गया है ध्यान,ग़रीब कल्याण एवं भारत कल्याण तथा नारी शक्ति को मजबूत करने को लेकर कई विकल्प पेश किए गए है.

अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए बजट में हर चीज पर चर्चा की गई है। इस बजट के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं. 

किसी भी क्षेत्र को नहीं छोड़ा गया है। 

आज हम अर्थव्यवस्था के मामले में दुनिया में एक आत्मविश्वासी देश बन गए हैं। इस बजट में 2047 के विकसित भारत की नींव को मजबूत करने की गारंटी है। नारी शक्ति महिलाओं के लिए लखपति दीदी योजना लाई गई है,

 इसके तहत 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का सौभाग्य मिलेगा। पूरे बजट में विकसित भारत का रोड मैप पेश गया है।

यह बजट भारत की अर्थव्यवस्था ऊपर ले जाने एवं भारत के हर नागरिक को आर्थिक रूप से सशक्त करने का कार्य करेगा। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के उन्नयन में मील का पत्थर साबित होगा। इसके माध्यम से समाज के सभी वर्गों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा।