नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में कैंसर जांच आयोजित
गोरखपुर। वर्ष 2022-2024 के लिए विश्व कैंसर दिवस का विषय "देखभाल अंतर को बंद करें" है। इसी के तहत मुख्य चिकित्साधिकारी के सहयोग से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोराबार के प्रांगण में मंगलवार को हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा नि:शुल्क कैंसर स्वास्थ्य शिविर मे कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण का आयोजन किया गया ताकि लोगों को कैंसर के बारे में शुरुआती जानकारी, रोकथाम, पहचान, लक्षण की जांच और दवाई अपने नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र से नि:शुल्क मिल सके।
इसमें आए 114 मरीजों में कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ.राकेश श्रीवास्तव द्वारा कैंसर संबंधित लक्षण की जांच की। सबसे ज्यादा दिखाने आए लोगों में मुंह, स्तन में गांठ, गर्भाशय, अंडाशय जीभ, पेट, प्रोस्टेट, गले में गांठ आदि की संभावित समस्या वाले लोग आए। सभी लोगों की समस्या देखकर तथा जांचकर उचित निशुल्क दवाई दी गई।
कैंसर के प्रकार एवं उनके लक्षण के दुर्दांत रोग कैंसर के सम्भावित मरीजों एवं उनके परिजनों को प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई।
इस स्वास्थ्य शिविर में आए लोगों और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में विस्तृत रूप से सर्वाइकल की रोकथाम में एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमावायरस) टीकों की भूमिका पर जोर देने को कहा गया और जानकारी दी गई कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट 2024 के हिस्से के रूप में 9 से 14 वर्ष की लड़कियों के लिए सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित करने की सरकार की योजना की घोषणा की है।
उन्हें समझाया गया कि भारत में, स्तन कैंसर 23% है जबकि महिलाओं में कैंसर के 17% मरीज सर्वाइकल कैंसर के कारण होते हैं और दुनिया में सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों में से एक चौथाई का कारण सर्वाइकल कैंसर है, हालांकि इसे ज्यादातर रोका जा सकता है।
भारत में हर साल लगभग 1.25 लाख महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का पता चलता है और 75 हजार से अधिक की इससे मौत हो जाती है। भारत में, 83% आक्रामक सर्वाइकल कैंसर एचपीवी 16 या 18 से जुड़े होते हैं, जबकि दुनिया भर में यह 70% है।जब कैंसर की देखभाल में देरी होती है तो मरीजों के बचने की संभावना कम होती है। इसलिए यदि कोई समस्या है, तो हमें कैंसर के शीघ्र निदान और अच्छे उपचार के बारे में पता होना चाहिए।
कैंसर उन बीमारियों में से एक है जिसका शीघ्र निदान सफल उपचार के लिए सबसे अच्छा मौका देता है। इस कार्यक्रम में "इसे समय पर पकड़ें, हर बार जल्दी पता लगाने के मामले में इसे हराएं" थीम के साथ शीघ्र पता लगाने के महत्व पर जोर दिया गया।
स्वास्थ्य केंद्र आए सभी लोगो को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका आदि वितरित किया गया ताकि वे लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर सकें की बचाव ही कैंसर का सबसे अच्छा ईलाज है। इसके साथ ही कैंसर के लक्षण के शक होने पर एक कैंसर के चिकित्सक को जरुर दिखाएं।
शिविर में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. ओबैदुल हक, अजय श्रीवास्तव, रानी त्रिपाठी, श्रीभगवान यादव, नारद मुनि प्रतिमा शर्मा, अंकित पांडेय , अस्पताल के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य सराहनीय रहा ।
Feb 07 2024, 17:29