बड़ी खबर : बहुमत साबित करने से पहले दिल्ली जाएंगे सीएम नीतीश कुमार, पीएम मोदी समेत बीजेपी के इन नेताओं से करेंगे मुलाकात

डेस्क : राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। 12 फरवरी को विधानसभा में नई एनडीए सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले सीएम नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर जा रहे है। जहां वे पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएम नीतीश कुमार 7 फरवरी को दो दिन के लिए दिल्ली दौरे पर जाएंगे। जहां वह नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे। 

मंत्रिमंडल के विस्तार और फ्लोर टेस्ट के पहले सीएम और पीएम की यह मुलाकात अहम बताई जा रही है। 

गौरतलब है कि इसके पहले डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा पीएम मोदी सहित बीजेपी के आलाकमानों से मुलाकात की है। वहीं अब सीएम नीतीश दो दिनों के लिए दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं।

मंत्री श्रवण कुमार ने आज अपना पदभार संभाला,अधिकारियों ने किया स्वागत


 ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने आज अपना पदभार संभाल लिया सचिवालय में पहुंचने के बाद अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और उसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जीतन मांझी के नाराज होने की कोई बात नहीं है उन्होंने कहा कि जिस तरीके से अखबार में हमने बात पड़ी है उसे तो यह पता चलता है कि वह बिल्कुल संतुष्ट है.

 उनसे जब पूछा गया कि कई विधायक संपर्क में है इस पर उन्होंने कहा कि हमारे सभी विधायक इंटैक्ट हैं और पूरी तरह मजबूती के साथ पार्टी के साथ खड़े हैं.

 उनसे पूछा गया कि तेजस्वी यादव ने कहा कि खेला होगा उन्होंने कहा कि उन्हें से जाकर पूछे क्या खेल होगा हम लोग 1000% 12 तारीख को बहुमत साबित करेंगे.

 कांग्रेस के विधायकों को हैदराबाद भेजे जाने पर उन्होंने कहा कि हमसे डरने की कोई बात नहीं है हमारे डर से वह क्यों भेजेंगे उन्हें से पूछिए उन्होंने क्यों भेजा है.

पेपर लीक करने पर होगी 10 साल की जेल और लगेगा 1 करोड़ का जुर्माना, मोदी सरकार ला रही सख्त कानून

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केंद्र सरकार प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी और अनियमितताओं से सख्ती से निपटने के लिए एक बेहद सख्त कानून ले कर आई है। सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) विधेयक 2024 लोकसभा में आज पेश कर दिया गया। इस बिल का मकसद परीक्षाओं में पेपर लीक को रोकना है। पेपर लीक मामले में दोषी पाए जाने पर 10 साल की सजा और 1 करोड़ रुपए जुर्माने का प्रवाधान किया गया है। वहीं दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने के मामले में 3 से 5 साल की सजा का प्रावधान किया गया है।

केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने यह विधेयक संसद में पेश किया। इसमें पेपर लीक के मामलों में कम से कम तीन से पांच साल की सजा का प्रस्ताव है। बिल का उद्देश्य यूपीएससी,एसएससी, रेलवे, नीट, जेईई और सीयूईटी सहित तमाम परीक्षाओं में चीटिंग को रोकना है। इन परीक्षाओं में लाखों की संख्या में युवा भाग लेते हैं।

इस प्रस्तावित कानून के अनुसार, सार्वजनिक परीक्षाओं के संचालन में अनुचित साधनों से संबंधित सभी अपराध संज्ञेय, गैर-जमानती और गैर-शमनयोग्य होंगे। अगर ये विधेयक पारित हो जाता है, तो परीक्षाओं के दौरान गड़बड़ी में शामिल व्यक्तियों को कम से कम तीन साल की कैद की सजा हो सकती है, जिसे पांच साल तक बढ़ाया जा सकता है, साथ ही दस लाख रुपये तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है। इतना ही नहीं, परीक्षा के लिए सेवा प्रदाता पर 1 करोड़ रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है और परीक्षा की आनुपातिक लागत कंपनी से ही वसूली जाएगी। सेवा प्रदाता को 10 साल की जेल और चार साल की अवधि के लिए परीक्षा आयोजित करने का कोई भी अनुबंध लेने से भी प्रतिबंधित किया जाएगा।

इससे पहले, बजट सत्र की शुरुआत पर गत 31 जनवरी को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सरकार परीक्षाओं में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है। उन्होंने कहा, इस दिशा में सख्ती लाने के लिए नया कानून बनाने का निर्णय लिया गया है।

बता दें कि देश के विभिन्न राज्यों में आए दिन पेपर लीक और नकल की घटनाएं होती रहती हैं। कई राज्यों में इसके खिलाफ कानून भी बनाए गए हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर इसके खिलाफ कोई कानून नहीं है। कई राज्यों में पेपर लीक की वजह से परीक्षाएं रद्द करनी पड़ी और दोबारा एग्जाम कराने पड़े।वहीं दोबारा से परीक्षा कराने पर राज्य सरकार का पैसा खर्च होता है और कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। साथ ही सरकार और स्थानीय प्रशासन को छात्रों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ता है।

बिहार में एनडीए नीतीश के नेतृत्व में आगे बढ़ेगी और बिहार को विकास की नई ऊंचाई पर ले जायेगी : मंगल पांडेय

पटना : बिहार में एनडीए की सरकार बनी है मंत्रिमंडल का गठन हुआ है। इसपर बीजेपी के नेता व बिहार के पूर्व मंत्री मंगल पांडे ने बड़ी बात कही है।

उन्होंने कहा कि बिहार में जो सरकार बनी है वह बिहार की जनता इच्छा के अनुरोध पर बनी है। बिहार की जनता जिस प्रकार सुशासन डबल इंजन की सरकार से चाहती है वैसी सरकार फिर से एक बार गठित हुई है। 

नीतीश कुमार और हम सबों के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार और तेजी से आगे बढ़ेगा।

कहा कि लगभग 16-17 महीने के पीछे के कार्यकाल में विकास में रुकावट आ गई थी। कानून व्यवस्था का संकट खड़ा हो गया था। 

अब मुझे इस बात का पूरा विश्वास है कि जैसे पूर्व में एनडीए की सरकार ने अच्छा परफॉर्म किया था। एनडीए की सरकार एक बार फिर से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से सहयोग लेते हुए बिहार में एनडीए नीतीश के नेतृत्व में आगे बढ़ेगी और बिहार को विकास की नई ऊंचाई पर ले जायेगी। 

वहीं कांग्रेस के द्वारा अपने सभी विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किए जाने पर मंगल पांडे ने कहा यह कतई उचित नहीं लगता है कि किसी जन प्रतिनिधि को आप कैद कर लीजिए, बंद कर लीजिए किसी जगह पर लेकर चले जाइए।  

जिस पार्टी का अपने कार्यकर्ताओं अपने विधायक पर विश्वास और भरोसा नहीं है। जिस पार्टी के अंदर इतना अविश्वास हो जो पार्टी अपने विधायक पर भरोसा नहीं कर सकती, वह लोकतंत्र पर कैसे भरोसा कर सकती है।

पटना से मनीष प्रसाद

तेजस्वी के ऑन बिहार फ्लोर टेस्ट मे होगा खेल पर मंत्री विजय चौधरी का पलटवार, खेल तो हमलोग ही जीतेंगे

पटना : 12 फरवरी को नीतीश सरकार बिहार विधानसभा में बहुमत सिद्ध करेगी। इससे पहले तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में बड़ा खेल होगा।

जिसको लेकर संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि खेला होगा और खेल हम ही लोग जीतेंगे।

उन्होंने कहा कि बिहार में एक ही खेला होगा। वह 12 फरवरी को विधानसभा में बहुमत सिद्ध करना है तो हम लोग बहुमत भी सिद्ध कर लेंगे। 

विजय चौधरी ने कहा कि किसी भी दल को सरकार बनाने के लिए बहुमत की जरूरत होती है। आंकड़े की जरूरत होती है। उस आंकड़े को हम लोग सिद्ध करेंगे। 

बताते चलें कि 28 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन का साथ छोड़ एक बार फिर से बीजेपी के साथ नई सरकार का गठन किया है। 

अब इस सरकार को 12 फरवरी को विधानसभा में बहुमत सिद्ध करनी है। उसको लेकर तरह-तरह की राजनीतिक कयास लगना शुरू हो गया है।

पटना से मनीष प्रसाद

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देंगे पीएम मोदी, बीजेपी ने पार्टी सांसदों के लिए जारी किया व्हिप

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देने वाले हैं। बजट सत्र के पहले दिन 31 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया था। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा में अपने सभी सांसदों को मौजूदा बजट सत्र के चौथे दिन निचले सदन में उपस्थित रहने के लिए तीन-लाइन व्हिप जारी किया है।

सदन में आज होने वाले कार्यों की लिस्ट के मुताबिक, लोकसभा सांसद रवनीत सिंह और रामशिरोमणि वर्मा 14 दिसंबर, 2023 को सदन की बैठकों से सदस्यों की गैरमौजूदगी पर समिति की बारहवीं बैठक का विवरण सदन के पटल पर रखेंगे। लोकसभा सांसद पीपी चौधरी और एनके प्रेमचंद्रन 'क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैश्विक आतंकवाद का मुकाबला' विषय पर विदेश मामलों की समिति (सत्रहवीं लोकसभा) की 28वीं रिपोर्ट पेश करेंगे।

बीजेपी सांसद राजीव चंद्रशेखर कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय से जुड़े 'प्रशिक्षण महानिदेशालय के कामकाज' पर श्रम, कपड़ा और कौशल विकास पर स्थायी समिति की 49वीं रिपोर्ट में शामिल सिफारिशों के लागू होने की स्थिति के बारे में एक बयान देंगे।केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वर्ष 2024-25 के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की अनुमानित प्राप्तियों और व्यय का विवरण (हिंदी और अंग्रेजी वर्जन) प्रस्तुत करेंगी।

केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव जल (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1974 में संशोधन के लिए जल (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) संशोधन विधेयक, 2024 विधेयक आज राज्यसभा में पेश करेंगे। लोकसभा चुनाव से पहले आखिरी सत्र के इस साल अप्रैल-मई में होने की उम्मीद है, जो 10 दिनों की अवधि में आठ बैठकों में चलेगा और 9 फरवरी को समाप्त हो सकता है।

संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बजट सत्र की शुरुआत के मौके पर लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। उन्होंने लगभग 74 मिनट के संबोधन में सरकार के विजन और देश में बीते 10 साल की अवधि में हुए कामकाज का विस्तार से जिक्र किया।

बिहार में एनडीए में अब कोई खेल नहीं बल्कि विकास का मेला होगा : प्रभाकर मिश्रा

पटना : बिहार में एनडीए की सरकार के बनने के बाद से महागठबंधन द्वारा लगातार प्रहार किया जा रहा है। राजद नेता व बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव लगातार बोल रहे है कि अभी खेल बाकी है। 

इधर विपक्ष के इस बयान पर बिहार बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा जो बिहार मं विकास नहीं चाहते हैं बिहार में सिर्फ सियासत खेल का जगह बनाना चाहते हैं। एनडीए में कोई खेल नहीं होगा बल्कि विकास का मेला होगा। तरक्की और तामिल का मेला समृद्धि और विकास का मेला होगा। 

बिहार में एनडीए का सरकार मजबूत है। बिहार के विकास के मुख्य धारा में एनडीए या भाजपा में जो जुड़ना चाहते हैं वह किसी भी दल का हो उनका स्वागत है। 

एनडीए का एक ही लक्ष्य बिहार का तीव्र गति से विकास और उसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रतिबद्ध है। अब बिहार में खेला नहीं विकास का रेला होगा।

जनता की भावना के अनुकूल पार्टी ने लिया निर्णय, बिहार को बचाना हमारी प्राथमिकता थी : विजय कुमार सिन्हा*

डेस्क : बिहार में एनडीए की सरकार बन गई है। वहीं मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों के विभागों के बंटवाड़े के साथ अब कामकाज भी शुरु हो गया है। जिसके बाद अब बीजेपी कोटे से बिहार के डिप्टी सीएम बने विजय कुमार सिन्हा ने जदयू के साथ जाकर सरकार बनाने को लेकर बड़ी बात कही है। 

डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि जनता की भावना के अनुकूल हमलोगों ने निर्णय लिया है। बिहार को बचाना हमारी प्राथमिकता थी। ऐसे में अपनी भावनाओं का महत्व कम हो जाता है, जनता की भावना का महत्व ज्यादा हो जाता है। 

दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राजद पर भी जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी बनने चले थे, पर वो असफल रहे। लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरे परिवार ने सत्ता का दुरुपयोग किया। 

उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया एनडीए सरकार में शुरू हुई थी। जातिगत गणना में सदन के अंदर एनडीए ने निर्णय लिया था। जनता सब देख रही है। राजद के लोग जितनी उपलब्धि गिना रहे हैं, वो सभी निर्णय एनडीए सरकार में हुए थे। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने जनादेश एनडीए को दिया था। उन्होंने कहा कि राजद ने बिहार को बदनाम और भयभीत किया। नौजवानों को पलायन के लिए विवश किया। वो लोग तिकड़म करके सरकार में आये थे। भाजपा ने जनादेश का सम्मान किया है।

बताते चले कि पिछली बार एनडीए से अलग होकर जब नीतीश कुमार ने राजद के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाया था। उसके बाद से बीजेपी द्वारा लगातार यह बात की गई थी कि अब नीतीश कुमार के लिए बीजेपी के सारे दरवाजे बंद हो चुके है। किसी भी कीमत पर अब बीजेपी उनके साथ गठबंधन नहीं करेगी। लेकिन बीते जनवरी माह के अंतिम सप्ताह मे अचानक बिहार की राजनीति में बड़ा उलट-फेर हुआ। जदयू और बीजेपी के बीच चल रही 17 माह की तल्खी और बयानबी के बीचे अचानक विराम लगते हुए दोनों साथ आकर बिहार में सरकार बना लिया।

एनआईटी पटना में बढ़ेगी एक हजार और सीटें, कैंपस में बनाया जाएगा इंक्यूबेशन सेंटर : मुख्यमंत्री

डेस्क : एनआईटी पटना में एक हजार सीटें और बढ़ेंगी। साथ ही राज्य सरकार की तरफ से एनआईटी पटना कैंपस में इंक्यूबेशन सेंटर बनाया जाएगा। एक सप्ताह में इसके लिए राशि का आवंटन कर दिया जाएगा। अगले साल तक यह सेंटर पूरा बन जाना चाहिए। उक्त एलान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते रविवार को एनआईटी परिसर में बीसीई-एनआईटी के पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम जब इस कॉलेज में पढ़ते थे, तो इसकी क्षमता पांच सौ थी, जो अब बढ़कर पांच हजार हो गई है। बिहटा में इसका दूसरा कैंपस 125 एकड़ में बन रहा है। इसके बन जाने के बाद क्षमता को छह हजार करा दें। इतनी बड़ी संख्या में देश में कहीं और नामांकन नहीं होता है।

इस मौके पर उन्होंने घोषणा की कि राज्य सरकार की तरफ से एनआईटी पटना कैंपस में इंक्यूबेशन सेंटर बनाया जाएगा। एक सप्ताह में इसके लिए राशि का आवंटन कर दिया जाएगा। अगले साल तक यह सेंटर पूरा बन जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि एनआईटी का कैंपस बिहटा में बन रहा है, पर पटना में स्थापित ही एनआईटी-1 कहलाएगा और यह सबदिन बना रहेगा। बिहटा में बन रहा भवन एनआईटी पटना का दूसरा हिस्सा होगा।

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे इस संस्थान से पासआउट हुए 51 साल हो गये। इस समारोह में हर साल हम आते हैं। इसमें पुराने सहपाठियों से मिलने का मौका मिलता है। पुराने साथियों से मिलकर काफी खुशी होती है। पटना साइंस कॉलेज में पढ़ने के बाद मैंने इसमें नामांकन लिया था। उस समय यहां 500 विद्यार्थी पढ़ते थे। छात्र यूनियन के चुनाव में मेरे कहने पर 500 में 450 समर्थन में वोट करते थे। उस बात को हम कभी भूल नहीं सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी की सरकार में मैं मंत्री था, तब देश में 14 जगहों पर एनआईटी बन रहा था। हमने आग्रह किया कि बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग देश का छठा कॉलेज है, जिसे एनआईटी का दर्जा मिलना चाहिए। उसी समय वर्ष 2004 में इस कॉलेज को एनआईटी का दर्जा मिला। इसका विस्तार करने के लिए बिहटा में 125 एकड़ जमीन दी गई है, जहां कैंपस बनकर तैयार हो गया है। यहां भी छह हजार छात्रों के पढ़ने की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमलोग पढ़ते थे तो लड़कियां इंजीनियरिंग कॉलेज में नहीं पढ़ती थीं। हमने राज्य के सभी जिलों में इंजीनियरिग कॉलेज की स्थापना करायी और उसमें लड़कियों के लिए 35 प्रतिशत सीटें आरक्षित की।

बिहार मे बदला मौसम का मिजाज, पटना समेत कई जिलों मे बारिस ने बढ़ाया ठंड

पटना : हिमालय और उत्तराखंड के पठारी इलाको में लगातार हो रही बारिश का बिहार में भी असर दिखाई देने लगा हैं। 

मालूम हो कि पटना सहित प्रदेश के कई जिलों में देर रात्रि से हो रही बारिश से तापमान में लगातार गिरावट आने के चलते एक बार फिर से ठिठुरन वाली सर्दी ने दस्तक दे दी हैं।

मौसम विभाग ने इस बाबत पहले ही आशंका जाहिर कर चुका था। 

मिली जानकारी के अनुसार अभी इस स्थिति में कमोवेश सुधार घंटो बाद भी आने वाली नही है और इसके प्रभाव से दो से तीन दिनों तक कनकनी बढ़ सकती हैं। 

मालूम हो कि पिछले 24 घंटो में मौसम शुष्क बना रहा। रविवार को संध्या में मौसम ने करवट लिया और देखते ही देखते पटना, हाजीपुर,सारण, सिवान मुजफ्फरपुर सहित कई जिलों में बारिश होने की सूचना है। 

मौसम विभाग ने इस दौरान आसमान में गर्जना के साथ बारिश होने की जानकारी दी है। साथ ही लोगो को एहतियात के तौर पर सावधानी बरतने के लिए कहा है।

पटना से मनीष प्रसाद