*बरवासन धाम पर विधिक जागरूकता को लेकर हुई परिचर्चा*

ललितपुर। जनपद ललितपुर के प्रसिद्ध तीर्थ बालाबेहट स्थित बरवासन धाम पर अधिवक्ता सुनील देवलिया, हरिओम शरण नायक के संयोजन में गोट और विधिक परिचर्चा का आयोजन हुआ जिसमें शहर के सैकड़ों प्रबुद्ध अधिवक्ताओं ने प्रतिभाग किया। बुंदेली व्यंजनों के साथ भविष्य में लागू होने वाले नए कानूनों पर परिचर्चा की।

कानून लागू होने पर अधिवक्ताओं क्या तैयारियां करनी होगी इन बिंदुओं पर वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने प्रकाश डाला। इस दौरान प्रकाश चौबे, गोविंद नारायण सक्सेना, श्यामाकांत चौबे, अंकित जैन, संजीव दीक्षित, राजेश पाठक, पुष्पेन्द्र सिंह चौहान, रविंद्र घोष, मुकेश लोधी, धर्मेंद्र राजपूत, दीपक राजपूत, नंदकिशोर, अक्षय गौतम, चक्रेश, बल्लभ करौलिया, अशोक जैन, मुकुट बिहारी रावत, रविकांत दीक्षित, पुनीत देवलिया, अविनाश उपाध्याय, सक्षम दीक्षित, भागीरथ लोधी, राजीव चौधरी, मधुसूदन श्रीवास्तव  आदि कई अधिवक्ता मौजूद रहे।

*रेलवे स्टेशन पर बना फुटओवर ब्रिज तत्काल प्रभाव से चालू किया जाये : बु.वि.सेना*

ललितपुर। बुन्देलखण्ड विकास सेना की एक आवश्यक बैठक स्थानीय कम्पनी बाग में सेना प्रमुख हरीश कपूर की अध्यक्षता में आहूत हुई। बैठक में ललितपुर रेलवे स्टेशन पर बने फुटओवर ब्रिज को नेहरूनगर की तरफ से बन्द किए जाने पर गहरी चिन्ता और रोष व्यक्त किया गया है।

सेना प्रमुख ने कहा कि रेलवे क्रॉसिंग के उस तरफ नेहरू नगर में लगभग 40 हजार की आबादी रहती है तथा स्टेशन पर बनाये फुटओवर ब्रिज पर प्रतिदिन 5 हजार लोगों का आवागमन होता है, जिसमें महिलाएं, बुजुर्ग और स्कूली बच्चे शामिल है। कहा कि देवगढ़ रोड रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज तो बन गया है लेकिन पैदल चलने वालों के लिए जो रेलवे स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज बनाया गया है।

जिसे बन्द किया जा रहा है। जबकि इस फुटओवर ब्रिज से प्रतिदिन 5 हजार लोगों का आवागमन होता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि जिन लोगों के पास वाहन नहीं हैं उनके लिए यह फुटओवर ब्रिज शहरी क्षेत्र में आने के लिए बहुत सहायक था लेकिन अब यह बन्द होने से बहुत दूर तक घूमकर जाना पड़ेगा, जिस कारण बुजुर्गों  महिलाओं और स्कूली बच्चों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

इसके अलावा स्थानीय निवासियों का यह कहना भी है कि नेहरूनगर तक टैक्सियां नही चलती हैं। ऐसे में फुटओवर से शहर की ओर आकर सीधा टैक्सी पकड़कर चले जाते थे, अब चूंकि ओवरब्रिज बन्द होने की दशा में 2 किमी. का लम्बा चक्कर लगाना पड़ेगा।

बैठक में फूलचन्द रजक, कदीर खान, राजकुमार कुशवाहा, अमरसिंह बुन्देला, प्रेमशंकर गुप्ता, भैय्यन कुशवाहा, नन्दराम कुशवाहा, खुशाल बरार, प्रमोद धानुक, देवेन्द्र राजा, गफूर खान, प्रदीप, रामप्रकाश झा, पंकज रैकवार, मिलन चौहान, जगदीश कुशवाहा, सुधीर धानुक, अमित जैन, ईश्वर बरार आदि मौजूद रहे।

*भागने से पहले घरेलू नौकर समेत चार को पुलिस ने दबोचा*

ललितपुर। जिले के प्रख्यात चिकित्सक सर्जन डा.आर.के.अग्रवाल के घर से हुयी करीब 40 लाख रुपये की चोरी के मामले में कोतवाली पुलिस ने एसओजी की मदद से घरेलू नौकर समेत चार को जिला छोडऩे से पहले ही धर दबोचा है। पूरे मामले का पटाक्षेप करते हुये पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक ने सफलता प्राप्त करने वाली टीम को 25 हजार रुपये नकद ईनाम देने की घोषणा की है।

तीस जनवरी को डा.आर.के.अग्रवाल ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उसके घरेलू नौकर ने उसके कमरे के बगल में बने छोटे कमरे से करीब 40 लाख रुपये की नकदी चोरी कर ली है और वह फरार है। कोतवाली पुलिस ने चिकित्सक की तहरीर पर घरेलू नौकर के खिलाफ धारा 381 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी थी।

मामले को गंभीरता से लेते हुये पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक ने घटना के खुलासे को लेकर टीमों का गठन कर दिया था। बताया जा रहा है कि अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन व डीआईजी झांसी के संयुक्त निर्देशन में अपराधियों की धर-पकड़ के लिए चलाये जा रहे अभियान में भी इस मामले के खुलासे को लेकर पुलिस को सक्रिय कर दिया गया था।

करीब चालीस लाख रुपये की चोरी के मामले की पुलिस ने जांच शुरू की तो इसमें जांच के दौरान घरेलू नौकर प्रकाश कुशवाहा के अलावा फूलचंद्र कुशवाहा, कम्पाउण्डर दीपक कुशवाहा और चौकीदार भजन कुशवाहा के नाम भी प्रकाश में आये थे, जिन्हें पुलिस ने ग्राम मड़वारी से धर दबोचा।

पूछताछ के दौरान प्रकाश कुशवाहा ने बताया कि वह डा.आर.के. अग्रवाल के यहां करीब 22 वर्ष से काम कर रहा है। इतना ही नहीं डाक्टर उसे अपने पारिवारिक सदस्य की तरह मानते थे। प्रकाश ने बताया कि उसे जानकारी थी कि सारा पैसा डाक्टर साहब कहां रखते हैं। इन रुपयों की लालच में आकर उसने अपने दोस्तों में डाक्टर के यहां कार्यरत कम्पाउण्डर दीपक कुशवाहा व चौकीदार भजन कुशवाहा के साथ एकराय होकर रुपये चोरी करने की योजना बनायी। बताया कि डाक्टर साहब जब दीपक कुशवाहा के साथ सुबह करीब 9.30 बजे अस्पताल चले गये और ऑपरेशन थियेटर में थे, इसकी जानकारी दीपक ने उसे फोन करके दी थी।

प्रकाश ने बताया कि तभी मौका देखकर उसने शिव डायग्नोक्टिक सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरों की सप्लाई काट दी, ताकि कैमरे में चोरी की घटना पकड़ी न जा सके। फिर चौकीदार के साथ मिलकर चोरी की और रुपयों को एक बैग में रखकर अपने साले मड़वारी निवासी फूलचंद्र के यहां पहुंचा, जहां उन्होंने इस षडय़ंत्र में फूलचंद्र को शामिल कर सारे रुपयों को खेत में मिट्टी के नीचे रुपयों से भरा बैग दबा दिया। प्रकाश के अनुसार वह ललितपुर छोड़कर भागने वाला था, कि तभी पुलिस ने उसे धर दबोचा।

पुलिस ने डा.आर.के.अग्रवाल के घरेलू नौकर काशीराम कालोनी निवासी प्रकाश पुत्र बसन्ते कुशवाहा, सिद्धंनपुरा मड़ावारी निवासी फूलचंद्र कुशवाहा पुत्र हरिचरन, वर्णी कॉलेज के पास रहने वाला कम्पाउण्डर दीपक कुशवाहा पुत्र प्रेमनारायण व रामनगर निवासी भजन कुशवाहा पुत्र मोहनलाल कुशवाहा को हिरासत में ले लिया है। इसके अलावा पुलिस ने डा.आर.के.अग्रवाल द्वारा दर्ज कराये गये मामले की धारा 381 में धारा 411 व 120बी धाराओं की बढ़ोत्तरी की गयी। साथ पुलिस ने पकड़े गये बदमाशों के पास से 41 लाख 59 हजार 500 रुपये की नकदी बरामद की है।

प्रकरण का पटाक्षेप करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली शशिभूषण, निरीक्षक नरेन्द्र सिंह, निरीक्षक जर्नादन यादव, एसओजी प्रभारी हरीशंकर चन्द्र, उप निरीक्षक विपिन डेढ़ा, महिला उप निरीक्षक पारूल चन्देल, आरक्षी नरेश कुमार, आरक्षी स्वदेश कुमार शामिल रहे।

*झूठी निकली सराफा व्यापारी की रची लूट की कहानी*

ललितपुर। मध्य प्रदेश के सराफा व्यापारी ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी कि उसके साथ दो बाइक सवार बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम देते हुये सोने-चांदी से भरे बैग को लूट लिया है। बैग में करीब 18 लाख रुपये की ज्वैलरी थी। सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस ने तत्काल पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक को अवगत कराया, जिस पर एसपी ने तत्काल अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार व क्षेत्राधिकारी सदर अभय नारायण राय के संयुक्त पर्यवेक्षण में छह टीमों को गठित कर जांच कर खुलासा करने के निर्देश दिये थे। लेकिन कुछ ही समय पश्चात पूरी कहानी बदल गयी।

कड़ाई से पूछताछ करने पर सराफा व्यापारी ने झूठी कहानी बनाने की बात स्वीकार कर ली।गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के जिला छतरपुर अंतर्गत थाना महराजपुर के वार्ड नं.13 गढ़ीमोहाल निवासी शिवम सोनी पुत्र अवध किशोर सोनी ने पुलिस को शाम करीब 4 बजे सूचना दी कि वह फेरी लगाकर गांव-गांव जाता है और ज्वैलरी बेचता है। वह अपना पैसा लेने के लिए ग्राहकों के पास गया था, जहां अपराह्न करीब 1.30 बजे ग्राम खड़ोवरा से रोंडा के बीच बिना नम्बर प्लेट की पल्सर व डीलक्स लिये चार नकाबपोश बदमाशों ने उसे घेर लिया और उससे करीब 3 किलो चांदी, 285 ग्राम सोना जिसकी कीमत करीब 18 लाख रुपये की लूट कर ली है।

सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली पुलिस, सीसीटीवी कैमरा, सर्विलांस, एसओजी समेत छह टीमों का गठन कर जल्द मामले के खुलासे के निर्देश दिये थे। सूचना के बाद आलाधिकारियों ने मौका मुआयना किया। जांच के दौरान शिकायतकर्ता की बात और फुटेज व सर्विलांस से जो साक्ष्य मिले उनमें विसंगतियां पायी गयीं।

इसे लेकर पुलिस भी असमन्जस्य की स्थिति में थी। पुलिस ने सराफा व्यापारी से कड़ाई से पूछताछ की, जिसमें शिकायतकर्ता शिवम सोनी ने पूरा सच बयान करते हुये दर्ज करायी गयी कहानी को ही झूठा साबित कर दिया। शिवम सोनी ने पुलिस को बताया कि उसने एक प्लाट व एक कार खरीदी थी, जिससे उसकी दुकान का कर्जा था, जिसे वह चुकाना चाहता था।

कर्जदार उससे बार-बार तकाजा कर रहे थे। इससे क्षुब्ध होकर उसने खुद से लूट की कहानी बनायी और दूसरे सुनार से उधार ली ज्वैलरी का रुपया न देना पड़े, इसके लिए लूट की कहानी रच डाली। उसने बताया कि वह अपने साथ एक लड़के को लेकर गांव-गांव जाता था। लेकिन 3 फरवरी को वह उक्त लड़के को जानबूझकर अपने साथ नहीं लाया।

वह सामान बेचने और ग्राहकों से रुपये लेने गया था। इसके बाद उसने अपने फोन को तोड़कर फेंक दिया, जिससे कि घटना सही लगे और सुनसान स्थान पर जाकर लूट की घटना बना डाली। शिवम सोनी ने बताया कि उसने ज्वैलरी को गलाने का भी प्रयास किया। पुलिस ने पूरे प्रकरण को लेकर शिवम सोनी को हिरासत में लेकर वैधानिक कार्यवाही शुरू कर दी है।

*कलश यात्रा के साथ सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ*

ललितपुर- डोंडाघाट तालाबपुरा में भरत पुरोहित के आवास पर सात दिवसीय श्रीमद्भागवत का शुभारंभ जुगलकिशोर बालाजी मंदिर से प्रारंभ होकर नृसिंह मन्दिर व वापिस उसी रास्ते वापिस मुख्य यजमान के घर कथा मंडल में कलश रख कर समाप्त हुई।

कलश यात्रा में भारी संख्या में पुरुष महिलाएं शामिल हुई। इस बीच जगह जगह स्वागत व पुष्प बर्षा हुई। इसके उपरांत कथा व्यास जयनारायण शास्त्रीजी ने कथा में बताया कि सबसे अच्छा श्रोता और सबसे सच्चा श्रोता हनुमानजी महाराज है, जिन्होंने हमेशा श्रीरामजी की बात सुनी है। साथ ही साथ गुरु की महिमा की महिमा के बिना कुछ संभव नहीं है। प्रथम दिवस की कहा कि सच्चिदानन्द रुपा हर जगह भगवान का रूप है। तप श्रीकृष्ण है, सत्य श्रीकृष्णा है, कृष्णा है, आनंद श्रीकृष्णा है। हमारे गोविंद के रूप अनेक है व व्यक्ति का धन श्रीरामधन है। कथा के मुख्यजमान उमेश सुडेले व रिचा सुडेले सपरिवार कलश यात्रा के साथ कथा का श्रवण किया। इस मौके पर सुदामा प्रसाद पुरोहित, भरत पुरोहित, प्रभा पुरोहित, तिलकराम, गायत्री, अजंलि, शिवानी, सिम्मी, हरिओम सुडेले, प्रिंस पुरोहित, जगदीश प्रसाद तिवारी, आशीष तिवारी, हरनाम सिंह तोमर, सुबोध गोस्वामी, नीरज जैन, लीलाधर उपाध्याय, सोनू सेन, रमेश नगाइच, कृष्णकांत साहू, आकाश सेन, महेंद्र यादव के अलावा मोहल्लावासी ने कथा का श्रवण किया।

*डीएम ने गौशालाओं में निरीक्षण कर व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के दिए निर्देश*

ललितपुर- जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने कान्हा गौशाला/पशु शेल्टर होम्स तालबेहट का औचिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय उपजिलाधिकारी/अधिशासी अधिकारीए नगर पंचायत तालबेहट श्रीराम यादव उपस्थित रहे। निरीक्षण में बताया गया कान्हा गौशाला में गौवंशों हेतु 02 शेड बने हुये है। कान्हा गौशाला में गौवंश पंजिका का अवलोकन करने पाया गया कि वर्तमान में गौशाला में 302 गौवंश संरक्षित है। कान्हा गौशाला के दोनो शेड में शीत लहर एवं ठण्ड से गौवंशों के बचाब के लिये जूट की बनी हुयी तिरपाल लगी हुयी थी, साथ ही साथ कान्हा गौशाला में अलाव लगाये जाने के लिये जलाऊ लकड़ी भी रखी हुयी थी।

कर्मचारियों द्वारा अवगत कराया गया कि गौवंशों को शीत लहर एवं ठण्ड से बचाव हेतु गौशाला में 02 स्थानों पर प्रतिदिन अलाव लगाये जाते है। उपजिलाधिकारी/अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत तालबेहट को निर्देशित किया जाता है कि वह गौशाला का नियमित निरीक्षण करे एवं शीत लहर एवं ठण्ड से किसी भी गौवंश की मृत्यु न हो पाये। भूसा स्टाक पंजिका का अवलोकन किया गया जिसमें 152 कुन्तल भूसा पाया गया। कान्हा गौशाला में स्थित भूसा गोदाम का अवलोकन किया गया एवं स्टाक पंजिका अनुसार लगभग 152 कुंतल भूसा संरक्षित पाया गया। साथ ही साथ भूसा में मिलाया जाना वाला चोकर 3.00 कुन्तल रखा हुआ था। कर्मचारियों द्वारा अवगत कराया गया कि गौवंशों को सुबह व शाम दिये जाने वाले में भूसा में चोकर, हरी घास आदि मिलाकर दिया जाता है, साथ ही साथ पशु चिकित्साधिकारी द्वारा बताये जाने पर नमक आदि भी खिलाया जाता है।

निरीक्षण में कान्हा गौशाला में साफ सफाई संतोषजन पायी गयी, परन्तु कही-कही पर गोबर पाया गया। कर्मचारियों द्वारा अवगत कराया कि गौशाला में प्रतिदिन 02 बार गोवर का उठान किया जाता है। उपजिलाधिकारी/अधिशासी अधिकारी को निर्देशित किया जाता है कि वह कर्मचारियों द्वारा गौशाला में प्रतिदिन 03 बार गोबर का उठान कराकर निश्चित स्थल पर एकत्रित कराना सुनिश्चित करे। गौवंशों को पेयजल हेतु पानी की टंकियां बनी हुयी है एवं सोलर आधारित डीप बोर द्वारा पूर्व में गौवंशों को पेयजल की आपूर्ति की जाती थी।

इस सम्बन्ध में कर्मचारियों द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में डीपबोर से पूर्ण रूप से गौवंशों के लिये पेयजल आपूर्ति नही हो पाने के कारण कान्हा गौशाला के पास स्थित कृषक द्वारा निशुल्क अपने कृषि कूप से पेयजल हेतु पाइप डालकर आपूर्ति होती है। जिससे गौवंशों को पेयजल के लिये कोई समस्या नही रहती है। उपजिलाधिकारी/अधिशासी अधिकारी को निर्देशित किया जाता है कि वह सप्ताह में एक दिन गौशाला का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को सुचारू से संचालित कराना सुनिश्चित करे। साथ ही साथ नगर में मुख्य मार्ग पर कुछ गौवंश पाये गये अत: नगर में कोई भी गौवंश आवारा न घूमें एवं उनको पकड़ कर कान्हा गौशाला/पशु शेल्टर होम्स में भेजना सुनिश्चित करें।

*विकासपरख परियोजनाओं में लापरवाही बर्दास्त नहीं : डीएम*

ललितपुर- जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने जनपद के विभिन्न विकासपरक परियोजनाओं का निरीक्षण कर प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने परियोजनाओं को ससयम पूर्ण कराकर आजमन तक उनका लाभ पहुंचाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आजमनमानस के कल्याण हेतु निर्माणाधीन परियोजनाओं के कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। निर्माणाधीन ललितपुर पेयजल पुनर्गठन योजना के तहत बताया गया कि योजना स्वीकृत लागत 4624.02 लाख रुपये का सम्पादन मै. प्रार्ची इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रा.लि. इन्दौर द्वारा किया जा रहा है। योजना में इन्टेक वेल एवं फुट ब्रिज, रा-वाटर राइजिंग मेन, 10 एम.एल.डी. जल शोधन संयंत्र, 1 नग स्वच्छ जलाशय, 2 नग शिरोपरि जलाशय, 72.73 किमी. वितरण प्रणाली तथा 6600 नग पेयजल गृह संयोजन इत्यादि कार्य प्रस्तावित है।

कार्यों की प्रारम्भ तिथि 01 सितम्बर 2019 तथा कार्य समाप्ति की संशोधित तिथि 31 जुलाई 2023 है। वर्तमान में योजना कुल भौतिक प्रगति लगभग 90 प्रतिशत है, जिलाधिकारी ने शेष कार्य त्वरित गति से पूर्ण कराने के निर्देश दिये। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत धौर्रा में सी.सी.टी.वी. कैमरा एवं पब्लिक एड्रेस सिस्टम के कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। बताया गया कि उक्त पब्लिक एड्रेस सिस्टम में 40 कैमरे व साउन्ड हैं, जिसके लिये 10 जंक्शन बनाये गये हैं।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि इस कार्य को सात दिवस के अन्दर पूर्ण करा लिया जाए, जिसका अनुश्रवण जनपद स्तर के इन्टीग्रेटेड कमान्ड सेन्टर (आई.सी.सी.) से किया जाएगा तथा यह कार्य जनपद में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में संचालित किया जाएगा तथा भविष्य में यह कार्य जनपद की अन्य ग्राम पंचायतों में भी कराया जाएगा। ग्राम पंचायत कारीपहाड़ी में गोबरधन परियोजना के अन्तर्गत निमित 85 घनमीटर बायोगैस संयंत्र के स्थलीय निरीक्षण में जिलाधिकारी ने उक्त संयंत्र के निर्बाध संचालन एवं उससे होने वाली समस्त आय को ओ.एस.आर. खाते में जमा किये जाने के निर्देश दिये गये। साथ ही विकास खण्ड तालबेहट की ग्राम पंचायत खांदी में प्रस्तावित बायोगैस संयंत्र हेतु भूमि चयन की कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम पंचायत खांदी में बायोगैस संयंत्र हेतु धनराशि की शासन से मांग की जाएगी व यदि शासन से धनराशि प्राप्त नहीं होती है तो जनपद की किसी अन्य मद से उक्त बायोगैस संयंत्र की स्थापना की जाएगी। उन्होंने प्रत्येक विकास खण्ड में इस प्रकार के बायोगैस संयंत्र की स्थापना हेतु ग्राम पंचायत के चयन के निर्देश दिये।

*लोगों को नियमों के प्रति जागरूक कर रहा यातायात विभाग*

ललितपुर- शहर में इन दिनों यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए यातायात विभाग पूरी तरह से जुटा हुआ है। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर वाहन चालकों को उनके द्वारा यातायात नियमों का पालन करने का आह्वान किया जा रहा है, तो वहीं बिगड़ैल वाहन चालकों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही भी की जा रही है।

शनिवार को 18 वर्ष आयु से कम होने के बावजूद भी वाहन चलाने वाले चालकों के खिलाफ अभियान चलाया गया। इस दौरान ऐसे वाहन चालकों को समझाईश दी गयी कि वह 18 वर्ष की आयुवर्षता पूर्ण करते हुये सहायक सम्भागीय परिवहन कार्यालय से लाइसेंस बनवायें और फिर वाहन का संचालन करें।

गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक के आदेश पर और अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार व क्षेत्राधिकारी यातायात के निकट पर्यवेक्षण में प्रतिदिन लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। यातायात प्रभारी उप निरीक्षक आलोक कुमार तिवारी ने बताया कि शहर में इन दिनों यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखने के लिए वाहन चालकों जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा दुकानदारों से स्थायी और अस्थाई रूप से अतिक्रमण न करने और वाहन चालकों से यातायात नियमों का पालन करते हुये वाहन चलाने की आवश्यकता पर भी बल दिया जा रहा है। बताया कि दो पहिया वाहन चालक सदैव हेलमेट का प्रयोग करें, नशे का सेवन कर वाहन न चलायें, गाड़ी के कागजात साथ में रखें और चार पहिया वाहन सदैव गाड़ी के कागजात साथ में रखते हुये सीट बेल्ट का प्रयोग आवश्यक रूप से करें। इसके अलावा वाहन पर हूटर या शीशों पर काली फिल्म का प्रयोग न करें। टीएसआई ने कहा कि लोगों को यातायात नियमों के प्रति सजग होकर वाहन चलाना चाहिए, जिससे कि अनावश्यक कार्यवाही से बचें और सुरक्षित रहें।

*हत्या का षडय़ंत्र रचने वाले मास्टर माइण्ड को पुलिस ने दबोच, मसाला व्यापारी से रंगदारी मांगने का मामला*

ललितपुर- मसाला व्यापारी से पचास लाख रुपये की रंगदारी मांगने और हत्या करने का आपराधिक षडय़ंत्र रचने वाले मास्टर माइण्ड को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मास्टर माइण्ड ने इकबालिया बयान में भी बयान दर्ज कराते हुये पुलिस के समक्ष षडय़ंत्र रचने की बात स्वीकारी है।

पुलिस ने बताया कि मामले में मास्टर माइण्ड से जुड़े कुछ लोगों को पहले ही हिरासत में लेकर जेल भेजा जा चुका है। फरार चल रहे मास्टर माइण्ड को भी अब हिरासत में लेकर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

पुलिस की ओर से बताया जा रहा है कि मोहल्ला सुभाषपुरा निवासी सुमित अग्रवाल पुत्र स्व.प्रहलाद ने तहरीर देकर पुलिस को बताया था कि मोहल्ला चौबयाना निवासी अभय चौबे पुत्र विजय नारायण चौबे अपने आधा दर्जन साथियों के साथ आया और तमंचे के बल पर 50 लाख की रंगदारी मांगी थी। उन लोगों द्वारा बैंक में जमा करने के लिए ले जाये जा रहे 48 हजार रुपये भी छीन लिये गये थे। मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक ने जांच कर कार्यवाही के लिए पांच टीमों का गठन किया था। टीमों ने जांच कर कार्यवाही करते हुये पूर्व में अभय चौबे के साथियों को हिरासत में लेकर जेल भेजा जा चुका है। तब से फरार चल रहे अभय चौबे की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी। पुलिस ने फरार हुये अभय चौबे पर 25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया था।

पुलिस टीम के हाथ शनिवार को महत्वपूर्ण सफलता उस समय लगी, जब इनामिया बदमाश हत्या का षडय़ंत्र रचने और रंगदारी मांगने के मामले में मास्टर माइण्ड अभय चौबे पुत्र विजय नारायण चौबे गोविन्द सागर बांध के पास से पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पूछताछ के दौरान अभय चौबे ने पुलिस को बताया कि वह पहले सुमित अग्रवाल का दोस्त था। सुमित अग्रवाल और उसने अन्य लोगों के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेज को फर्जी तरीके से तैयार कराकर एक मंगलानी की जमीन खरीदी थी, जिसमें उसने भी रुपये लगाये थे और जमीन बेचकर हिस्सा बांटने की बात हुयी थी। बताया कि बाद में उसे जमीन में हिस्सा नहीं मिला, जिससे दोनों के बीच तनाव पैदा हो गया। उसने बताया कि इसी बीच उसने चौबयाना निवासी राजेन्द्र उर्फ राजा रैकवार, घुसयाना निवासी मोनू ग्वाला, मसौराकलां व हाल आजादपुरा निवासी निशान्त निगम उर्फ मुन्ना, चौबयाना निवासी दीपक कुशवाहा उर्फ पेन्टर, चौबयाना निवासी सुनील कुमार कुशवाहा, मध्य प्रदेश के जिला दमोह अंतर्गत थाना बनवार के हरदुआ निवासी प्रीतम सिंह, चौबयाना निवासी राजकुमार कुशवाहा के साथ एकराय होकर आपराधिक षडय़ंत्र बनाकर रणनीति तैयार की। रणनीति के अनुसार सुमित अग्रवाल से रुपये मांगने और न देने पर उसकी हत्या कर देने का प्लान था। अभय चौबे ने बताया कि हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए उसने बाहर से आदमी बुलाया था, जो कि पूर्व में हत्या कर चुका है और सुमित के घर व दुकान की रेकी करायी। हत्या को अंजाम देने के लिए एक कार भी खरीदी और कई बार सुमित की हत्या करने की कोशिश भी की, लेकिन वह बच गया। अभय चौबे ने यह भी बताया कि उसने सुमित से रुपये लेने के लिए कई बार धमकाया। बताया कि सभी मिलकर सुमित की हत्या करने वाले थे कि पुलिस ने पकड़ लिया। घटना के खुलासे को लेकर अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन व डीआईजी झांसी के निर्देशानुक्रम में पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक ने अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार व क्षेत्राधिकारी सदर के पर्यवेक्षण में धरातलीय सूचना, सर्विलांस, सीसीटीवी कैमरों की मदद से घटनाक्रम के खुलासे के लिए पांच टीमों का गठन किया था। मास्टर माइण्ड को पकडऩे वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली शशिभूषण, निरीक्षक जर्नादन यादव, निरीक्षक नरेन्द्र सिंह, उप निरीक्षक अंकित कौशिक, मुख्य आरक्षी बृजबिहारी सेंगर, आरक्षी अभिषेक कुमार आदि शामिल रहे।

*ड्रिंक एण्ड ड्राईव इज बैरी डेन्जरस नशे में वाहन को चलाने से करें परहेज : आलोक कुमार तिवारी*

ललितपुर। आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर पुलिस काफी संजीदा नजर आ रही है। वहीं दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक द्वारा शहर का लगातार भ्रमण करते हुये यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाये रखने के लिए यातायात प्रभारी उप निरीक्षक आलोक कुमार तिवारी को निर्देशित किया जा रहा है।

इसी क्रम में यातायात पुलिस द्वारा शहर भर में सघन चैकिंग अभियान चलाने के साथ-साथ ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखने की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है।

गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक के आदेश और एएसपी अनिल कुमार व क्षेत्राधिकारी यातायात के निकट पर्यवेक्षण में यातायात प्रभारी उप निरीक्षक आलोक कुमार तिवारी ने शुक्रवार को शहर भर में सघन चैकिंग अभियान चलाया। इस दौरान ट्रैफिक पुलिस ने जांच के दौरान स्टंट कर वाहन चलाने पर 13 चालकों के चालान किये।

वहीं बिना हेलमेट लगाये वाहन चलाने पर 27 और मोटर साइकिल पर तीन सवारी को लेकर 16 चालान किये गये। शुक्रवार को चैकिंग के दौरान मुख्य रूप से शराब/मादक पदार्थों का सेवन करते हुये वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्यवाही करते हुये ऐसे 8 वाहन चालकों पर कार्यवाही की गयी।

यातायात प्रभारी आलोक कुमार तिवारी ने बताया कि शहर के दुकानदारों से फुटपाथ पर स्थायी और अस्थाई अतिक्रमण को बढ़वा न देने को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। वहीं वाहन चालकों से भी यातायात नियमों का पालन करते हुये वाहन चलाने की अपील की जा रही है।

उन्होंने कहा कि आगामी त्यौहारों के मद्देनजर यातायात को सुगमता से संचालित करने के लिए और सख्ती बरती जायेगी।