*हत्या का षडय़ंत्र रचने वाले मास्टर माइण्ड को पुलिस ने दबोच, मसाला व्यापारी से रंगदारी मांगने का मामला*
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ललितपुर- मसाला व्यापारी से पचास लाख रुपये की रंगदारी मांगने और हत्या करने का आपराधिक षडय़ंत्र रचने वाले मास्टर माइण्ड को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मास्टर माइण्ड ने इकबालिया बयान में भी बयान दर्ज कराते हुये पुलिस के समक्ष षडय़ंत्र रचने की बात स्वीकारी है।
पुलिस ने बताया कि मामले में मास्टर माइण्ड से जुड़े कुछ लोगों को पहले ही हिरासत में लेकर जेल भेजा जा चुका है। फरार चल रहे मास्टर माइण्ड को भी अब हिरासत में लेकर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस की ओर से बताया जा रहा है कि मोहल्ला सुभाषपुरा निवासी सुमित अग्रवाल पुत्र स्व.प्रहलाद ने तहरीर देकर पुलिस को बताया था कि मोहल्ला चौबयाना निवासी अभय चौबे पुत्र विजय नारायण चौबे अपने आधा दर्जन साथियों के साथ आया और तमंचे के बल पर 50 लाख की रंगदारी मांगी थी। उन लोगों द्वारा बैंक में जमा करने के लिए ले जाये जा रहे 48 हजार रुपये भी छीन लिये गये थे। मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक ने जांच कर कार्यवाही के लिए पांच टीमों का गठन किया था। टीमों ने जांच कर कार्यवाही करते हुये पूर्व में अभय चौबे के साथियों को हिरासत में लेकर जेल भेजा जा चुका है। तब से फरार चल रहे अभय चौबे की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी। पुलिस ने फरार हुये अभय चौबे पर 25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया था।
पुलिस टीम के हाथ शनिवार को महत्वपूर्ण सफलता उस समय लगी, जब इनामिया बदमाश हत्या का षडय़ंत्र रचने और रंगदारी मांगने के मामले में मास्टर माइण्ड अभय चौबे पुत्र विजय नारायण चौबे गोविन्द सागर बांध के पास से पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पूछताछ के दौरान अभय चौबे ने पुलिस को बताया कि वह पहले सुमित अग्रवाल का दोस्त था। सुमित अग्रवाल और उसने अन्य लोगों के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेज को फर्जी तरीके से तैयार कराकर एक मंगलानी की जमीन खरीदी थी, जिसमें उसने भी रुपये लगाये थे और जमीन बेचकर हिस्सा बांटने की बात हुयी थी। बताया कि बाद में उसे जमीन में हिस्सा नहीं मिला, जिससे दोनों के बीच तनाव पैदा हो गया। उसने बताया कि इसी बीच उसने चौबयाना निवासी राजेन्द्र उर्फ राजा रैकवार, घुसयाना निवासी मोनू ग्वाला, मसौराकलां व हाल आजादपुरा निवासी निशान्त निगम उर्फ मुन्ना, चौबयाना निवासी दीपक कुशवाहा उर्फ पेन्टर, चौबयाना निवासी सुनील कुमार कुशवाहा, मध्य प्रदेश के जिला दमोह अंतर्गत थाना बनवार के हरदुआ निवासी प्रीतम सिंह, चौबयाना निवासी राजकुमार कुशवाहा के साथ एकराय होकर आपराधिक षडय़ंत्र बनाकर रणनीति तैयार की। रणनीति के अनुसार सुमित अग्रवाल से रुपये मांगने और न देने पर उसकी हत्या कर देने का प्लान था। अभय चौबे ने बताया कि हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए उसने बाहर से आदमी बुलाया था, जो कि पूर्व में हत्या कर चुका है और सुमित के घर व दुकान की रेकी करायी। हत्या को अंजाम देने के लिए एक कार भी खरीदी और कई बार सुमित की हत्या करने की कोशिश भी की, लेकिन वह बच गया। अभय चौबे ने यह भी बताया कि उसने सुमित से रुपये लेने के लिए कई बार धमकाया। बताया कि सभी मिलकर सुमित की हत्या करने वाले थे कि पुलिस ने पकड़ लिया। घटना के खुलासे को लेकर अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन व डीआईजी झांसी के निर्देशानुक्रम में पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक ने अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार व क्षेत्राधिकारी सदर के पर्यवेक्षण में धरातलीय सूचना, सर्विलांस, सीसीटीवी कैमरों की मदद से घटनाक्रम के खुलासे के लिए पांच टीमों का गठन किया था। मास्टर माइण्ड को पकडऩे वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली शशिभूषण, निरीक्षक जर्नादन यादव, निरीक्षक नरेन्द्र सिंह, उप निरीक्षक अंकित कौशिक, मुख्य आरक्षी बृजबिहारी सेंगर, आरक्षी अभिषेक कुमार आदि शामिल रहे।
Feb 03 2024, 19:55