बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को मिलेगा भारत रत्न, पीएम मोदी ने दी जानकारी

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भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से नवाजा जाएगा। केंद्र की मोदी सरकार ने लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का ऐलान किया है। खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर ये जानकारी साझा की है।आडवाणी बीजेपी के सबसे पुराने और बड़े नेताओं में शामिल रहे हैं।

भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने भी उनसे बात की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी। हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।

मेरा सौभाग्य कि उनसे सीखने के अवसर मिले-पीएम मोदी

पीएम ने आगे कहा, सार्वजनिक जीवन में आडवाणी की दशकों लंबी सेवा को पारदर्शिता और ईमानदारी के प्रति अटूट निष्ठा के रूप में देखा जाता है, जिसने राजनीतिक नैतिकता में एक अनुकरणीय मानक स्थापित किया है। उन्होंने राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक पुनरुत्थान को आगे बढ़ाने की दिशा में अद्वितीय प्रयास किए हैं। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है। मैं इसे हमेशा अपना सौभाग्य मानूंगा कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनसे सीखने के अनगिनत अवसर मिले।

लालकृष्ण आडवाणी के बारे में

भाजपा के वरिष्ठ नेता और देश के सातवें उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म पाकिस्तान के कराची में 8 नवंबर, 1927 को एक हिंदू सिंधी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम किशनचंद आडवाणी और मां का नाम ज्ञानी देवी है। उनके पिता पेशे से एक उद्यमी थे। शुरुआती शिक्षा उन्होंने कराची के सेंट पैट्रिक हाई स्कूल से ग्रहण की थी। इसके बाद वह हैदराबाद, सिंध के डीजी नेशनल स्कूल में दाखिला लिया। विभाजन के समय उनका परिवार पाकिस्तान छोड़कर मुंबई आकर बस गया। यहां उन्होंने लॉ कॉलेज ऑफ द बॉम्बे यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की।

आरएसएस से की राजनीतिक सफर की शुरूआत

उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जरिए अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी।आडवाणी 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारत के सातवें उप प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं। इससे पहले वह 1998 से 2004 के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में गृहमंत्री रह चुके हैं। वह उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी थी। 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता की भूमिका बखूबी निभाई है।

कम नहीं हो रही अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें, सुबह-सुबह आवास पर पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम, जानें क्या है मामला

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दिल्ली शराब घोटाला केस में बार-बार ईडी की नोटिस की अनदेखी करने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच शनिवार की सुबह दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची है। क्राइम ब्रांच की टीम केजरीवाल को नोटिस देने पहुंची है। केजरीवाल ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था। बीजेपी ने इस आरोप के खिलाफ शिकायत की थी। शुक्रवार देर शाम को भी एक नोटिस लेकर क्राइम ब्रांच की टीम सीएम के आवास पर पहुंची थी, लेकिन नोटिस किसी के द्वारा रिसिव नहीं करने की वजह से पुलिस रात में वहां से लौट आई थी। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली सीएम का दफ्तर नोटिस लेने के लिए तैयार हो गया है। जबकि क्राइम ब्रांच की टीम का कहना है कि सीएमओ रिसिविंग देने को तैयार नहीं हैं।

दिल्ली पुलिस कमिश्नर को 30 जनवरी को भाजपा नेताओं ने अरविंद केजरीवाल और आतिशी के विधायकों के खरीद-फरोख्त के प्रयासों वाले दावों के खिलाफ शिकायत दी थी। यह शिकायत 6 पेज की थी। इस शिकायत के बाद ही गुरुवार की रात को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को जांच के लिए बोला गया था। इसके बाद लीगल फॉर्मेलिटी यानी कानूनी औपचारिकता पूरी होने के बाद शुक्रवार की शाम को एसीपी के नेतृव में दिल्ली पुलिस की एक टीम इंक्वॉयरी का नोटिस लेकर अरविंद केजरीवाल के घर गई थी।

दरअसल, 27 जनवरी को केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने उनके विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है और साथ ही पार्टी का टिकट देने का भी लालच दिया है। केजरीवाल ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, पिछले दिनों इन्होंने हमारे दिल्ली के सात एमएलए को संपर्क कर कहा है -कुछ दिन बाद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लेंगे। उसके बाद एमएलए को तोड़ेंगे। 21 एमएलए से बात हो गई है औरों से भी बात कर रहे हैं। उसके बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार गिरा देंगे। आप भी आ जाओ। 25 करोड़ रुपये देंगे और बीजेपी की टिकट से चुनाव लड़वा देंगे। उनका दावा था कि उन्होंने 21 एमएलए से संपर्क किया है लेकिन हमारी जानकारी के मुताबिक उन्होंने अभी तक सात एमएलए को ही संपर्क किया है और सबने मना कर दिया।

सहयोगी ने ही उठाया गठबंधन के अस्तित्व पर सवाल, प्रकाश अंबेडकर ने कहा-“इंडिया” खत्म हो गया

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प्रधारमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को सत्ता से दूर करने के उद्देश्य से विपक्षी दलों ने “इंडिया” गठबंधन बनाया। हालांकि विपक्षी दलों के मनसूबे बिखरते नजर आ रहे हैं। बिहार और बंगाल में पहले ही गठबंधन को जोरदार झटका लगा है। अब ऐसी लग रहा है कि महाराष्ट्र में भी विपक्षी दलों के बीच बात नहीं बन रही है। हाल ही में महाराष्ट्र में हुई महा विकास अघाडी (एमभीए) की बैठक में ऐसा ही कुछ देखने को मिला। इस बैठक में शामिल वंचित बहुजन अघाडी (VBA) के नेता प्रकाश अंबेडकर ने इंडिया गठबंधन के अस्तित्व पर ही सवाल उठा दिए।उन्होंने दो टूक कहा कि “इंडिया” में कुछ नहीं बचा है, लेकिन हम लोग महा विकास आघाडी को बचाने की पूरी कोशिश करेंगे।

लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर शुक्रवार को दक्षिण मुंबई के फाइव स्टार होटल में महा विकास आघाडी ने बैठक बुलाई। सीट शेयरिंग को लेकर महा विकास अघाड़ी की दूसरी मीटिंग हुई।इसमें वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष और डॉ. भीमराव अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर भी शामिल हुए। बैठक खत्म होने के बाद अंबेडकर होटल से नीचे आए तो उन्होंने मीडिया से कहा कि “इंडिया” लगभग खत्म हो चुका है।

इंडिया फ्रंट अब अस्तित्व में नहीं-अंबेडकर

अंबेडकर ने कहा, मेरी राय में इंडिया फ्रंट अब अस्तित्व में नहीं है।प्रकाश ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कोई “इंडिया” नहीं है। नीतीश कुमार, आप, ममता बनर्जी अलग हो गए हैं। कांग्रेस के आखिरी सहयोगी रहे अखिलेश यादव ने भी अलग राह पर चलने का फैसला किया है। जहां तक मेरी जानकारी है, दोनों अलग हो चुके हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि यह सच न हो, लेकिन वास्तविकता हर किसी के सामने है। इसे देखते हुए हमें एमवीए के साथ महाराष्ट्र में ऐसा नहीं होने देने के लिए बहुत सावधान रहना चाहिए।

संजय राउत ने संभाली बात

अंबेडकर के इस बयान के दौरान शिवसेना उद्धव गुट (यूबीटी) के सांसद संजय राउत और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले भी उनके साथ मौजूद थे। हालांकि बाद में संजय राउत ने मामला संभालते हुए कहा कि सब कुछ ठीक है, गठबंधन मजबूत है।सीट बंटवारे पर घटक दलों के बीच कुछ मुद्दे हैं, लेकिन रणनीतिक फैसले लिए जा रहे हैं।

अयोध्या में आस्था का सैलाबः अब तक 25 लाख श्रद्धालुओं ने किया दर्शन, दस दिनों में रामलला को 12 करोड़ का चढ़ावा

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अयोध्या में प्रभु रामलला दरबार में दर्शनार्थियों की धूम मची हुई है। अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से भक्तों का तांता लगा हुआ है, साथ ही लगातार धनवर्षा हो रही है। रामलला के दर्शन करने आने वाले भक्त दिल खोलकर दान कर रहे हैं।22 जनवरी को प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। 23 जनवरी से राम मंदिर आम भक्तों के लिए खोला गया। 22 जनवरी को प्रभु रामलला का दर्शन केवल वीआईपी श्रद्धालुओं ने किया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दिन भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को पूरा किया था। 1 फरवरी तक के दर्शन और दान के आंकड़े सामने आए हैं। वह भक्तों की राम मंदिर के प्रति आकर्षण को दर्शाता है। पिछले 11 दिनों में प्रभु रामलला के दान पात्र में 12 करोड़ का दान आया है। वहीं, इन 11 दिनों में 25 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है।

ऑनलाइन भी खूब मिल रहा है दान

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, 22 जनवरी से 1 फरवरी तक राम मंदिर में मौजूद दान पेटियों में रामभक्तों की ओर से 8 करोड़ रुपए से अधिक दान आए हैं। जबकि करीब 3.50 करोड़ रुपए ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं।

दिन में दो बार खाली करना पड़ती है दान पेटी

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता के अनुसार, रामलला के गर्भगृह के सामने दर्शन पथ के पास बड़े-बड़े आकार की चार दान पेटियां रखी गई हैं, जिनमें मंदिर आने वाले रामभक्त दान करते हैं। रामभक्तों के चंदे से ये दान इसके अलावा 10 कम्प्यूटरीकृत काउंटरों पर भी लोग दान कर रहे हैं। रामभक्तों के चंदे से दान पेटियां जल्दी भर जाती हैं, जिसे दिन में कम से कम 2 बार खाली करनी पड़ती है।

चढ़ावे की गिनती के लिए 14 कर्मचारियों की एक टीम

प्रभु रामलला को होने वाले चढ़ावे की गिनती के लिए 14 कर्मचारियों की एक टीम है।टीम चार दान पेटियों में आए चढ़ावे की गिनती करती है। इसमें 11 बैंक कर्मचारी और तीन मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारी शामिल हैं। प्रकाश गुप्ता ने कहा कि दान राशि जमा करने से लेकर उसकी गिनती तक सब कुछ सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में किया जाता है।

संसद में ऐसा क्या बोल गए खड़गे की पीएम मोदी भी नहीं रोक पाए हंसी? वीडियो शेयर कर बीजेपी ले रही मजे

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संसद के बजट सत्र में आज दिलचस्प नजारा देखने को मिला।राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे कुछ ऐसा बोल गए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए।आखिर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐसा क्या कह दिया कि पूरा सदन हंसने लगा?दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने लोकसभा चुनाव की संभावनाओं पर बात कर रहे थे, खरगे ने सदन में सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आपका इतना बहुमत है। पहले 300 पार था अब इन लोगों (बीजेपी) ने 'अबकी बार 400 पार' का नारा दिया है। खरगे के इतना बोलते ही पीएम मोदी और राज्यसभा चेयरमैन समेत बीजेपी के सांसद हंसने लगे।

हालांकि खड़गे ने बीजेपी पर तंज में ये कही थी लेकिन सदन में बैठे बीजेपी सांसदों ने उसे हाथोंहाथ लपक लिया और मेजें थपथपाकर स्वागत किया। खरगे के भाषण और बीजेपी सांसदों की प्रतिक्रिया पर सदन में मौजूद पीएम मोदी भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए। राज्यसभा का यह दिलचस्प वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वीडियो शेयर कर बीजेपी ने कसा तंज

बीजेपी ने इस वाकये से जुड़े वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया है। बीजेपी ने एक्स हैंडल पर कांग्रेस अध्यक्ष का वीडियो शेयर करते हुए तंज कसा है और कहा कि पीएम मोदी यही सोच रहे होंगे कि 'मुझे नए नफरत करने वालों की जरूरत है, पुराने मेरे प्रशंसक बन गए हैं।

ममता बनर्जी का कांग्रेस पर जोरदार हमला, बोली- हिम्मत है तो यूपी, बनारस में बीजेपी को हरा कर दिखाएं

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2024 में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार को सत्ता से बाहर करने के इरादे से बनाया गया महागठबंधन इंडिया टूटता और बिखरता नजर आ रहा है। सीट शेयरिंग को लेकर बात बनती नहीं दिख रही। ममता बनर्जी कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग को पहले ही खारिज कर चुकी हैं साथ ही वह कांग्रेस पर सीपीआईएम के साथ मिलकर बीजेपी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा रही हैं। इसके बाद भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आशा है कि सीट बंटवारे पर बात बन जाएगी। उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी से बात हो रही, जल्द सीट शेयरिंग का मामला सुलझ जाएगा। हालांकि,पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अध्यक्ष ममता बनर्जी कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी फेरती नजर आ रही हैं। ममता ने एक बार फिर कहा है कि वो एक भी सीट शेयर नहीं करेंगी। यही नहीं उन्होंने कांग्रेस पर जोरदार हमला भी बोला है।

कांग्रेस को 40 सीटें भी नहीं मिलेंगी-ममता

ममता बनर्जी ने कहा कि देश में 300 से ज्यादा सीटें लड़कर कांग्रेस को 40 सीटें भी नहीं मिलेंगी। मैं दो सीटें दे रही थी और उन्हें जिता देती। लेकिन वे और अधिक चाहते थे। मैंने कहा ठीक है, फिर सभी 42 पर चुनाव लड़ो। अस्वीकार कर दिया। उसके बाद से उनसे कोई बातचीत नहीं हुई।

कांग्रेस को ममता ने दिया चैलेंज

ममता बनर्जी ने आगे कहा कि मुझे पता चला कि बंगाल में कांग्रेस आ गई है। उन्होंने मुझे कभी सूचित नहीं किया। अगर आपमें इतनी हिम्मत है तो इलाहाबाद, राजस्थान, मध्य प्रदेश में यात्रा करें। उन्होंने कहा कि अब वे राज्य में सबसे पहले मुस्लिम वोटरों में खलबली मचाने आए हैं।उन्होंने कहा कि वे बंगाल में कार्यक्रम करने आए हैं, लेकिन इंडिया अलायंस सदस्य के तौर पर मुझे इसकी जानकारी तक नहीं दी। मुझे प्रशासनिक सूत्रों से पता चला। उन्होंने डेरेक को फोन करके अनुरोध किया था कि रैली को गुजरने की अनुमति दी जाए। फिर बंगाल क्यों आएं? हिम्मत है तो यूपी, बनारस, राजस्थान, मध्य प्रदेश में बीजेपी को हराएं।

राहुल गांधी के बीड़ी कामगारों से मुलाकात पर बोला हमला

ममता बनर्जी ने कहा कि जब मणिपुर जल रहा था तब आप कहां थे? हमने एक टीम भेजी थी। महिलाओं को नग्न कर घुमाया गया। 200 चर्च जला दिये गये। बनर्जी ने मुर्शिदाबाद में राहुल गांधी की बीड़ी कामगारों के साथ की मुलाकात पर भी निशाना साधा। ममता ने कहा कि आजकल फोटोशूट का नया चलन देखने में मिल रहा है।जो लोग कभी चाय के स्टॉल पर नहीं गए, अब वे बीड़ी कामगारों के साथ बैठकर फोटो खिंचवा रहे हैं।

आशावान राहुलः बोले- ममता बनर्जी से हो रही बात, जल्द सुलझ जाएगा सीट शेयरिंग का मामला

#rahul_gandhi_says_we_are_talking_with_mamata_banerjee_on_seat_sharing

लोकसभा चुनाव में अब ज्.दा वक्त नहीं बचा है। भले ही तारीखों की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन सभा पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। समाजवादी पार्टी ने तो अपनी पहली लिस्ट भी जारी कर दी है। हालांकि विपक्षी दलों के गठबंधन “इंडिया” की नाव हिचकोले खा रही है। एक तरफ बिहार में नीतीश कुमार ने बड़ा झटका देते हुए एनडीए का दामन थाम लिया। वहीं ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। कांग्रेस-टीएमसी में सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई है। जिसके बाद ममता बनर्जी ने अपना रास्ता लग कर लिया। पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और टीएमसी के बीच गतिरोध जारी है।पश्चिम बंगाल में कांग्रेस की राह बिल्कुल भी आसान नजर नहीं आ रही है।फिर भी कांग्रेस ने हिम्मत नहीं हारी और वह आशान्वित है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को अब भी उम्मीद है कि टीएमसी के साथ बात बन जाएगी। राहुल गांधी ने कहा है कि न तो ममता बनर्जी ने गठबंधन तोड़ा है, न ही हमने। दोनों तरफ से सीट बंटवारे पर चर्चा हो रही है। जल्द ही ये सुलझ जाएगा।

दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर पश्चिम बंगाल पहुंचे। यहां वह युवाओं से बात कर उनकी परेशानियां जानने की कोशिश कर रहे हैं। युवाओं से बातचीत के क्रम में एक व्यक्ति ने उनसे पूछा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी पहले इंडिया गठबंधन का हिस्सा थी। लेकिन अब उनकी पार्टी का बर्ताव बदल गया है। वो अलग होती दिख रही है।

राहुल गांधी ने इसका जवाब देते हुए कहा हमारा इंडिया गठबंधन है। इसे न तो ममता बनर्जी ने तोड़ा है और न ही हमने। ममता जी भी कह रही हैं कि वे गठबंधन में हैं। हम भी कह रहे हैं गठबंधन में हैं। सीट शेयरिंग को लेकर उनसे बातचीत चल रही है।दोनों तरफ से सीट बंटवारे पर चर्चा हो रही है। जल्द ही ये सुलझ जाएगा।

वहीं, ममता बनर्जी ने पिछले महीने ऐलान किया कि वह पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने वाली हैं। हालांकि, राष्ट्रीय स्तर पर उनकी पार्टी टीएमसी इंडिया गठबंधन का हिस्सा रहेगी। ममता ने आरोप लगाया कि लेफ्ट पार्टियां इंडिया गठबंधन के एजेंडे को हाईजैक करने की कोशिश कर रही हैं। जिन लेफ्ट पार्टियों से लड़कर वह सत्ता में आई हैं, उनके साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ना मुश्किल है। वह कांग्रेस की तरफ से सीट बंटवारे पर हो रही देरी से भी नाराज थीं।

पूनम पांडे का कैंसर से निधन, मैनेजर ने दी इंस्टाग्राम पर जानकारी, फैंस के बीच मचा हड़कंप, कईयों ने कहा, विश्वास नहीं हो रहा

मॉडल और बॉलीवुड एक्ट्रेस पूनम पांडे का निधन हो गया है. एक्ट्रेस का निधन सर्वाइकल कैंसर से हुआ है. एक्ट्रेस के इंस्टाग्राम अकाउंट पर उनके निधन की जानकारी दी गई है. यह जानकारी पूनम के मैनेजर ने दी है. इस पोस्ट के सोशल मीडिया पर आते ही पूनम पांडे के फैंस के बीच खलबली मच गई है. अभी तक पूनम के फैंस को उनके निधन की खबर पर विश्वास नहीं हो रहा है. वहीं, कई फैंस एक्ट्रेस की मौत की खबर पर शॉकिंग रिएक्शन भी दे रहे हैं.

पोस्ट में क्या लिखा

कहा जा रहा है कि यह पोस्ट पूनम पांडे की मैनेजर ने जारी किया है. इस पोस्ट में लिखा है, ‘यह सुबह हमारे लिए बेहद दुखदायी है, हमें यह बताते हुए बहुत ही दुख हो रहा है कि अपने पूनम पांडे को सर्वाइकल कैंसर की वजह से खो दिया है, हर व्यक्ति जो उनसे मिला उससे खूब प्यार मिला, दुख की इस घड़ी में हम आपसे गोपनीयता बनाए रखने का अनुरोध करते हैं’.

फैंस को नहीं हो रहा है विश्वास

वहीं, पूनम की मौत की खबर वाले इस पोस्ट पर कई लोगों के विश्वास नहीं हो रहा है. कईयों ने पूनम पांडे की मौत की शॉकिंग खबर को फेक भी बताया है और कईयों का मानना है कि यह पूनम का कोई नया पब्लिसिटी स्टंट भी हो सकता है. गौरतलब है कि हाल ही में पूनम में बिग बॉस 17 के विनर मुनव्वर फारुकी को जीत के लिए बधाई भी दी थी. इससे पहले इस अकाउंट पर राम मंदिर के उद्घाटन के जश्न का भी वीडियो शेयर किया गया था.

जगद्गुरु रामभद्राचार्य की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में हुए भर्ती, जानिए, अभी क्या है अपडेट

जगद्गुरु रामभद्राचार्य की शुक्रवार को अचानक तबियत बिगड़ गई। स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें आगरा के पुष्पांजलि हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। रामभद्राचार्य ने सीने में दर्द होने की शिकायत की थी। तत्पश्चात, उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। आगरा हरी पर्वत के देहली गेट स्थित पुष्पांजलि हॉस्पिटल में धर्मगुरु को भर्ती कराया गया है। हाथरस जाते समय उनकी तबीयत बिगड़ गई।  

जगद्गुरु रामभद्राचार्य हाल में हाथरस में रामकथा कह रहे हैं। बृहस्पतिवार को उनकी तबियत बिगड़ी थी, फिर भी वे कथा बोलते रहे थे। अब वह हॉस्पिटल में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है। वहीं, हॉस्पिटल के बाहर जगदगुरु के अनुयायी एवं शिष्य जमा होने लगे हैं। हालांकि उनकी मौजूदा स्थिति को लेकर अभी तक चिकत्सालय प्रशासन ने कोई हेल्थ बुलेटिन नहीं जारी किया है। शाम तक इस सिलसिले में कोई सूचना सामने आ सकती है।

वहीं, उनकी अचानक खराब हुई सेहत की सूचना कई संतों तक पहुंची तो वे बेहद चिंतित हो गए। उनके मौजूदा हालात को लेकर संत जानकारी जुटा रहे हैं। वहीं, हॉस्पिटल के बाहर उनके शिष्य जुटने लगे हैं। वहीं, हॉस्पिटल में चिकित्सकों की टीम उनके उपचार में जुटी हुई है। शाम तक उनकी सेहत को लेकर स्थिति स्पष्ट हो सकती है।

रजनीकांत और कमल हसन के बाद राजनीति में उतरा दक्षिण का एक और सुपरस्टार, लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी का ऐलान

#superstarthalapathyvijayenterspolitics

साउथ फिल्मों के सुपरस्टार थलापति विजय अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। सफल फिल्मी करियर के बीच थलापति विजय ने राजनीतिक गलियारे की ओर कदम बढ़ाया है। 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले साउथ के एक और फिल्मी हस्ती ने राजनीति में एंट्री ली है। थलापति विजय ने शुक्रवार को अपनी पार्टी का ऐलान किया, जिसका नाम है- ‘तमिझगा वेत्रि कषगम’।तमिल फिल्मों के सुपरस्टार थालापति विजय ने कहा कि उनकी पार्टी का चुनाव आयोग में रजिस्ट्रेशन हो गया है और उनकी पार्टी 2026 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी।

2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे

विजय ने कहा है कि वे 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।तमिल एक्टर ने यह भी कहा है कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में किसी दल का समर्थन नहीं करेगी। वह पार्टी के अध्यक्ष हैं और पार्टी सीधे 2026 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी।एक आधिकारिक बयान में एक्टर ने कहा कि पार्टी का पंजीकरण चुनाव आयोग में करा दिया गया है। मैं यह बताना चाहता हूं कि पार्टी की कार्यकारी समिति ने 2024 का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है और न ही किसी पार्टी को सपोर्ट किया जाएगा। एक्टर से नेता बने विजय ने कहा कि पार्टी का उद्देश्य 2026 का तमिलनाडु विधानसभा चुनाव लड़कर जीतना है। हम जनता को राजनीतिक परिवर्तन देना चाहते हैं।

राजनीति पेशा नहीं, बल्कि जनसेवा है-थलापति

एक्टर विजय ने एक बयान में कहा कि राजनीति कोई पेशा नहीं, बल्कि ‘पवित्र जनसेवा’ है। ‘तमिझागा वेत्री कषगम’ का शाब्दिक अर्थक ‘तमिलनाडु विजय पार्टी’ है। विजय का कहना है कि वह जनसेवा की राजनीति में खुद को झोंक देंगे। उन्होंने कहा कि मैं इसे तमिलनाडु के लोगों के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूं।

साउन के इन सितारों का सफल सियासी सफर

साउथ के फिल्मी सितारों का राजनीति में आने का चलन काफी पुराना है। साउथ इंडस्ट्री में चलन रहा है कि एक्टर्स, सफल अभिनय करियर के बाद राजनीति में एंट्री करते हैं। थलापति विजय से काफी पहले एमजी रामचंद्रन, जयललिता, एनटीआर, रजनीकांत, कमल हासन, चिरंजीवी, दिव्या स्पंदन जैसी हस्तियां राजनीति में उतर चुकी हैं।कई नामी सितारों ने अपनी पार्टी भी बनाई।एनटीआर ने भी एक्टिंग से ही अपने करियर की शुरुआत की। फैंस के दिलों की धड़कन बने और फिर राजनीति में भी सफलता हासिल की। एनटीआर नाम से मशहूर एनटी रामाराव ने तेलुगू देशम पार्टी की स्थापना की थी। वह सात साल तक मुख्यमंत्री रहे। इसके अलावा अन्नादुराई ने भी अभिनय के बाद राजनीतिक पार्टी बनाई थी। वह तमिलनाडु के पहले मुख्यमंत्री बने थे। तमिल फिल्म जगत में वीएन जानकी के नाम से मशहूर, अभिनेत्री जानकी रामाचंद्रन भी राजनीति में उतरीं और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनीं। वह अपने पति और मुख्यमंत्री एमजी रामाचंद्रन की मौत के बाद सीएम बनी थीं। कमल हासन ने फरवरी 2018 में राजनीतिक पार्टी मक्कल नीधि मय्यम पार्टी बनाई थी। तेलुगु सुपरस्टार चिरंजीवी ने 2008 में प्रजा राज्यम पार्टी नाम से अपनी पर्टी बनाई। 2009 के विधानसभा चुनाव में इस पार्टी को अठारह सीटों पर जीत मिली। रजनीकांत ने दिसंबर 2017 में अपनी पार्टी रजनी मंदरम की घोषणा की थी। इतना ही नहीं चिरंजीवी के भाई पवन कल्याण भी अपनी पार्टी बनाकर राजनीति में जोर-शोर से लगे हुए हैं।