*आठ लाख 80 हजार को खिलाई जाएगी कृमि मुक्ति दवा,1913 स्कूलों और 1506 आंगनबाड़ी केंद्रों पर दी जाएगी दवा*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही । बच्चे, किशोर और किशोरियों में कुपोषण की मुख्य वजह आंत में रहने वाला कृमि है। यह कुपोषण के साथ एनीमिया का भी एक कारण है।
इससे बचाव के लिए जनपद में एक फरवरी से अभियान चलाकर कृमि मुक्ति दवा खिलाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने अभियान चलाकर आठ लाख 80 हजार बच्चाें, युवाओं को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। यह अभियान जिले के 1913 स्कूलों और 1506 आंगनबाड़ी केंद्रो पर दवा खिलाई जाएगी।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संतोष कुमार चक ने बताया कि एक साल से लेकर 19 वर्ष तक के सभी बच्चों, किशोर, किशोरियों को दवा का सेवन कराया जाएगा। जिसकी तैयारी पूरी हो चुकी है। शिक्षक या आंगनबाड़ी कार्यकत्री, स्वास्थ्यकर्मी के सामने इस दवा का सेवन बच्चों, युवकों को कराएगी।
साल में दो बार पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाई जाती है। जिसका सेवन जरुर करना चाहिए, जिससे पेट सफा रहता है। क्योंकि पेट में दिक्कत होने के कारण कई बीमारियां जन्म लेती है। जनपद में 8 लाख 80 हजार 177 बच्चों को कृमि दवा देने का लक्ष्य है। इसके अलावा जिले के 987 सरकारी व 926 प्राइवेट स्कूल यानि 1913 स्कूलों में दवा खिलाई जाएगी।
इसके अलावा 1506 आंगनबाड़ी केंद्रों पर दवा खिलाई जाएगी। किसी भी प्रतिकूल प्रभाव के लिए समस्त ब्लाकों पर मेडिकल टीम तैनात रहेंगी। जो बच्चें एक फरवरी को दवा खाने से छूट जाएंगे, उन्हे पांच फरवरी को दोबार दवा खिलाई जाएगी।
Jan 29 2024, 13:39