*सेमराध धाम कल्पवास मेले में संकीर्तन शुरू:महीने भर चलेगा सीताराम नाम का पाठ, 29 वर्षों से लग रहा मेला*
भदोही। काशी और प्रयाग के मध्य स्थित भदोही जिले के सेमराध नाथ धाम में गंगा किनारे कल्पवास मेले की शुरूआत साल के पहले दिन से यानी की एक जनवरी से हो चुकी है।
गंगा के किनारे बसे सेमराध नाथ धाम 'तंबुओं की नगरी' में प्रत्येक वर्षों की भांति इस बर्ष भी आज से अखंड श्री सीताराम नाम कीर्तन की शुरूआत हो गई है। 29 वर्षों से लगातार चल रहे कल्पवास मेले में महन्त करुणा शंकर दास जी महराज की देख- रेख में एक महीने तक सीताराम नाम कीर्तन अखंड रूप से चलता रहेगा।
भगवान शिव की नगरी काशी से आए महन्त करुणा शंकर दास जी महाराज के भक्त अमर बहादुर सिंह ने सीताराम नाम की कीर्तन का शुभारंभ किया है। महंत ने बताया कि अमर बहादुर सिंह वाराणसी के बड़े कार्पेट व्यवसाई हैं, ये लगातार 3 वर्षों से माघ में अखंड सीताराम नाम कीर्तन कराते चले आ रहे हैं। अमर बहादुर सिंह जी बड़े धार्मिक और दलायु व्यक्ति हैं। इन्होंने अखंड सीताराम नाम कीर्तन संचालन के अलावा गरीबों में भी बांटा है। कीर्तन को अखंड रुप से चलाएं रखना काफी मुश्किल होता है।
इसके बारे में महंत करुणा शंकर दास जी महाराज ने बताया कि समस्त कल्पवासी टोली बनाकर दो- दो घंटे सीताराम कीर्तन किया करते हैं। इस विधि से कीर्तन करने पर प्रत्येक कल्पवासी 30 दिनों में 60 घंटे या फिर ढाई दिनों तक कीर्तन पूरी कर लेता है।
जिससे प्रत्येक कल्पवासी को माघ मास कल्पवास के साथ - साथ ढाई दिनों के सीताराम नाम कीर्तन का भी पुण्य प्राप्त होता है। कल्पवासियों के अलावा मेले में स्नान के लिए आए श्रद्धालुओं में पुरुषों महिलाओं एवं बच्चों द्वारा भी सीताराम नाम कीर्तन किया जाता है।
अखंड सीताराम नाम कीर्तन आज से प्रारंभ होकर पूरे माघ महीने अर्थात 24 फरवरी तक निर्बाध और अखंड रुप से चलता रहेगा।
Jan 29 2024, 13:37