*जीआईसी बना प्रायोगिक परीक्षा का कंट्रोल रूम*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में दो से नौ फरवरी तक होने वाली प्रायोगिक परीक्षा के लिए विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज को कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहीं से सभी केंद्रों पर निगरानी रखी जाएगी। सीसी कैमरों एवं डीबीआर सही न कराने वाले स्कूलों से हर हाल में 31 जनवरी तक व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा गया है।

माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड की परीक्षा 22 फरवरी से शुरू होगी। इसके लिए 96 केंद्रों का निर्धारण किया गया है। इसमें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के करीब 56 हजार छात्र-छात्राएं शामिल होंगे।

बोर्ड परीक्षा से पहले इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षा दूसरे चरण में दो से नौ फरवरी तक होनी है। सकुशल परीक्षा कराने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग जुट गया है।डीआईओएस विकायल भारती ने बताया कि प्रायोगिक परीक्षा पर निगरानी रखने के लिए विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज को कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां पर तीन से चार स्क्रीन लगाए गए हैं।

जिनसे एक-एक केंद्र पर नजर रखी जाएगी। इसके लिए कंट्रोल रूम प्रभारी भी नामित किया जा चुका है। वहीं दूसरी ओर यूपी बोर्ड परीक्षा में प्रयुक्त होने वाली उत्तर पुस्तिकाएं जीआईसी पहुंचने लगी है। अब तक दो लाख उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल जीआईसी स्थित कोठार में रखवाया गया है।

इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा में बार कोड युक्त कॉपियां प्रयुक्त होंगी। एक सप्ताह में दो बार में दो लाख उत्तरपुस्तिकाएं आ चुकी हैं।

प्रधानाचार्य विजय सिंह यादव ने बताया कि अब तक हाई स्कूल की एक लाख और इंटर की एक लाख कापियां आई है। उन्होंने बताया कि अभी सिर्फ अ कॉपियां ही प्राप्त हो रही हैं।

कॉपी प्राप्त होने के बाद परीक्षा केंद्रों को उत्तर पुस्तिकाओं का आवंटन कराया जाएगा। ताकि परीक्षा केंद्रों को उत्तर पुस्तिका ले जाने के लिए दो बार न आना पड़े। परीक्षा केंद्रों को उत्तर पुस्तिकाओं का आवंटन परीक्षार्थियों की संख्या के आधार पर किया जाएगा।

जिस केंद्र पर जितनी संख्या में परीक्षार्थी आवंटित होंगे, उसी के अनुसार उत्तर पुस्तिकाएं आवंटित की जाएंगी।

*प्रेमी की दर्दनाक आपबीती: दो लोगों ने कमरा बंद कर की हैवानियत... लहूलुहान हालत में पहुंचा घर, हालत देख सब सन्न*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। चौरी थाना क्षेत्र के बहुतरा खुर्द गांव में युवक ने अपने साथ ही बर्बरता का किस्सा सुनाया तो सुनने वालों के भी रोंगटे खड़े हो गए। लव अफेयर के एक मामले में प्रेमी को घर के अंदर बंधक बनाकर पहले उसकी जमकर पिटाई की गई, फिर उसका गुप्तांग काट दिया गया।

मामले की जानकारी होते ही पुलिस आनन-फानन मौके पर पहुंची और घायल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया एवं पीड़ित के तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई।

पीड़ित की आपबीती सुनकर सब सन्न

पीड़ित के अनुसार 26 जनवरी की दोपहर बाद गैरेज मालिक ने पीड़ित को अपने घर बुलाया। आरोप है कि गैरेज मालिक सूरज प्रजापति, सोनू प्रजापति कन्हैया प्रजापति ने अपने घर के एक कमरे में बंद कर उसकी जमकर लाठी-डंडे से पिटाई की फिर धारदार हथियार से उसके प्राइवेट पार्ट को काट दिया। उसकी आपबीती सुनकर सब सन्न रह गए।

युवक के लहूलुहान होने के बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी तो उसको घायलावस्था में ही छोड़कर आरोपी फरार हो गए। वह किसी तरह से भागकर अपने गांव पहुंचा और परिजनों को आपबीती बताई। परिजन युवक को लेकर चौरी थाने पहुंचे।

पीड़ित परिवार ने गैरेज संचालक समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया और पीड़ित को भदोही के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका इलाज चल रहा है।

यह है पूरा मामला

बताया जाता है कि औराई थाना क्षेत्र के भगवती दासपुर गांव निवासी रोहित प्रजापति (22) पुत्र झग्गड़, बहुतरा खुर्द गांव निवासी सूरज प्रजापति के ममहर बाजार स्थित मोटर ऑटो गैरेज में काम करता था। रोहित रात में भी गैरेज में ही रहता था। इसी बीच उसका गैरेज मालिक के परिवार की एक लड़की के साथ अफेयर चलने लगा।

आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, तीन गिरफ्तार

चौरी थाने के अध्यक्ष देवेंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि पीड़ित के तहरीर पर आरोपियों खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है पुलिस ने मुख्य आरोपी को छोड़कर बाकी लोगों को गिरफ्तार कर आवश्यक कार्रवाई में जुटी है।

*12 सेमी पर करें प्याज की रोपाई बेहतर होगी पैदावार*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।जिले में आलू की खुदाई के बाद प्याज की रोपाई की जा रही है। जिले में करीब 15 हेक्टेयर में प्याज की खेती की जानी है। इन दिनों रोपी गई प्याज की खोदाई अप्रैल के दूसरे सप्ताह से शुरू हो जाती है। प्याज की रोपाई 10-12 सेंटीमीटर की दूरी पर करनी चाहिए।

लाइन से लाइन की दूसरी 15-20 सेंटीमीटर पर होनी चाहिए। इससे उत्पादन अच्छा होता है। जिले में बड़े पैमाने पर प्याज की खेती नहीं की जाती है। किसान अपनी जरूरत के लिए प्याज का उत्पादन करते हैं।

कृषि विज्ञान केन्द्र बेजवां के फल व सब्जी विशेषज्ञ डॉ एके चतुर्वेदी ने बताया कि किसानों को चाहिए कि प्याज की रोपाई 10-12 सेंटीमीटर और लाइन की दूरी 15-20 सेंटीमीटर होनी चाहिए। इससे पैदावार अच्छा होता है। इसके अलावा खेत तैयार करते समय 250 ग्राम की दर से मिट्टी में मिलाकर गोड़ाई कर दें। इसके बाद प्याज की रोपाई करें।

रोपाई की गई प्याज की सिंचाई दो दिन के अंदर कर देनी चाहिए। सल्फर का उपयोग करने से भविष्य में प्याज में सुखने की दिक्कत नहीं होती है, इसके अलावा फसल की क्वालटी अच्छी होती है।

*फाइलेरिया मुक्त होने के राह पर कालीन नगरी*

नितेश श्रीवास्तव

कालीन नगरी फाइलेरिया मुक्त होने के राह पर आगे बढ़ गई है। नवंबर 2023 में चलाए गए अभियान में एक फीसदी से कम फाइलेरिया के मरीज मिले। यह जिले के लिए बड़ी उपलब्धि रही। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब अप्रैल केपहले सप्ताह में फाइलेरिया को लेकर 14 गांव में प्री टॉस अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।

रिपोर्ट के आधार पर जनपद को फाइलेरिया मुक्त किया जाएगा।जिले की आबादी करीब 20 लाख के आस-पास है, जो 546 ग्राम पंचायतों निवास करती है। नवंबर 2023 में फाइलेरिया मरीजों की खोज के लिए विभाग की तरफ से सर्वे अभियान चलाया गया। जिसमें भदोही में दो और औराई एवं गोपीगंज में एक एक व्यक्तियों में फाइलेरिया का लक्षण मिला था।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने फाइलेरिया बीमारी की जांच की। लेकिन किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है, हालांकि 2022 या उससे पूर्व मिले दो मरीजों का उपचार चल रहा है। जिनके मार्च तक स्वस्थ होने की उम्मीद है। जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने बताया कि 2023 में कोई मरीज नहीं मिले हैं। पूर्व में जिन गांव में मरीज या संदिग्ध मिले ऐसे 14 गांव को चिन्हित किया गया है। प्री टॉस को लेकर अप्रैल के पहले सप्ताह में अभियान चलाया जाएगा।

यदि मरीज मिलते हैं, तो उन्हे दवा खिलाई जाएंगी। रात्रि कालीन अभियान के दौरान लक्षण मिलने पर व्यक्ति की जांच की जाएगी। जांच दो मिनट की होती है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मरीज को दवा खिलाई जाएगी। ऐसे भी प्रदेश में सात जिले ऐसे है, जो फाइलेरिया मुक्त के राह पर है। जिसमें जनपद का नाम भी शामिल है। संभवत मई तक जनपद फाइलेरिया मुक्त घोषित कर दिया जाएगा।

*आरईएस के एक्सईएन पर गिरी गाज, मुख्यालय संबद्ध*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता अख्तर अली अंसारी को भदोही से हटाकर लखनऊ संबद्ध किया गया है। राज्यसभा सांसद जया बच्चन की निधि से सवा करोड़ के टेेंडर की धांधली में वे विवादों में घिर गए थे।राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने एक दशक पूर्व भदोही को अपना नोडल जिला बनाया था। उन्होंने कई गांव में सड़क, इंटरलाॅकिंग आदि कार्यों को अपनी अपनी निधि से कराने की स्वीकृति दी थी। चार महीने पूर्व उनकी निधि से सवा करोड़ की इंटरलाॅकिंग के लिए ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने निविदा जारी की।

तकनीकी कमेटी की बैठक से पहले ही ठेकेदारों का चयन कर लिया गया। इसके खिलाफ सांसद रमेश चंद्र बिंद, भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग शिकायत की तो सीडीओ ने जांच कराई। आरोप सही पाए जाने पर टेंडर निरस्त कर दिया। बाद टेंडर को निरस्त कर दुबारा निविदा जारी की गई।

टेंडर धांधली से लेकर दो जीएसटी नंबरो से ठेकेदारों को भुगतान, चंदौली में अतिरिक्त कार्यभार देखने के दौरान की गई गड़बड़ी संग समकक्ष अधिकारी के खिलाफ आरोपपत्र भेजने का मामला भी प्रकाश में आया था। संयुक्त सचिव आनंद प्रकाश सिंह ने 25 जनवरी को अधिशासी अभियंता अख्तर अली अंसारी को मुख्यालय संबद्ध कर दिया। अधीक्षण अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण हरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि एक्सईएन को मुख्यालय संबद्ध किया गया है।

ग्रामीण अभियंत्रण विभाग पहले भी काफी विवादों में रहा है। अवैध तरीके से काम करने वाले कंप्यूटर आपरेटर का मामला सामने आया था। सीडीओ के तीन बार पत्र जारी करने के बाद भी आपरेटर को अब तक नहीं हटाया गया।

*लोग सीट बेल्ट बांधना अपनी शान के खिलाफ मानते*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। हादसे हमें बहुत कुछ सिखाते हैं पर हम देख कर अनदेखा भी कर देते हैं अक्सर तेज रफ्तार के कारण व सीटबेल्ट ना लगाने के कारण एक्सीडेंट के दौरान मौतें हो जाती हैं इंसान तो चला जाता है लेकिन कुछ सवाल पीछे छोड़ जाता है!शासन ने कार की पिछली सीट पर भी सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य किया हुआ है।दुर्घटना में पहले सीट बेल्ट सुरक्षा प्रदान करते हैं फिर बैलून का नंबर आता है! लेकिन लोग सीट बेल्ट बांधना अपनी शान के खिलाफ मानते हैं।

जबकि कार की कीमत में आपने सीट बेल्ट की भी कीमत चुकाई है मगर उसका उपयोग नहीं करते हैं!बेल्ट दुर्घटना के झटके को रोकता है और एअर बैग खुल जाते हैं यात्री का जीवन सुरक्षित हो जाता है।दुर्घटना के समय व्यक्ति को अपने वजन से कई गुना ज्यादा तेज झटका लगता है जिसे सीट बेल्ट को रोक लेता है।इसीलिए सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य किया हुआ है।

*29 करोड़ 16 लाख 61 हजार से जिला पंचायत वित्तीय वर्ष में कराएगा विकास कार्य, बैठक में प्रस्ताव पर लगी मुहर*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- ज्ञानपुर नगर स्थित जिला पंचायत सभागार में आज एक बैठक संपन्न हुई। जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी यशवंत सिंह एवं समस्त जिला पंचायत सदस्यों के उपस्थिति में 2024- 25 में 29 करोड़ 16 लाख 61 हजार रुपए से विकास कार्य करने की प्रस्ताव पारित किया गया। जबकि 2023- 24 में प्रारंभिक आवशेष 52 लाख 26 हजार 931 रुपए रह। बैठक में विद्युत विभाग की जमकर शिकायत की गई।

बता दें कि जिला पंचायत भदोही की बैठक में पुनरीक्षित बजट अनुमान वर्ष 2024 25 में 29 करोड़ 16 लाख 61 हजार आय निर्धारित की गई। जबकि कुल आय 30 करोड़ 8 लाख 27 हजार 931 निश्चित हुआ और कुल व्यय 29 करोड़ 2 लाख 76 हजार एवं बचत एक करोड़ 66 लाख 11931 रुपए का प्रस्ताव बनाया गया। बैठक में जिला पंचायत के सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र में कराए जाने वाले विकास कार्य का प्रस्ताव अपर जिला पंचायत अधिकारी व जिला पंचायत अध्यक्ष के समक्ष रखा। जिस पर विचार करने की बात कही गई। सदस्यों ने जिला पंचायत सदन की बैठक में विद्युत विभाग द्वारा ट्रांसफार्मर बदलने को लेकर पैसे की मांग पर विद्युत विभाग के अधिकारी की शिकायत की गई। जिसे संज्ञान में लेकर मामले की जांच करने की बात की गई।

बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी ने कहा कि जिले के कोने-कोने को विकास का रौशनी पहुंचने के लिए जिला पंचायत पूरी तरह कटिबंध है एक-एक करके समस्त क्षेत्र का विकास किया जाएगा कहीं भी किसी प्रकार की त्रुटि नहीं रहेगी।

*भदोही में 14 लाख पौधे रोपे जाएंगे,पौधारोपण के लिए वन विभाग अपनी नर्सरी में तैयार कर रहा पौधे*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- इस वर्ष जिले में 14 लाख से ज्यादा पौधारोपण होने से जिले में हरियाली छाएगी। वन विभाग की नर्सरी में लाखों पौधा तैयार हो रहे हैं। इस वर्ष किस विभाग को कितना पौधा रोपित करना है इसका लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। विभागीय स्तर से पौधा रोपित करने को स्थान का चयन होना शुरू हो गया है।

प्रभागीय वनाधिकारी नीरज आर्य ने बताया कि इस साल 14 वर्ष से ज्यादा पौधा रोपित करने का लक्ष्य शासन से मिला है। लक्ष्य तो एक माह पूर्व ही आ गया था। अब विभागीय स्तर से स्थान चयन की प्रक्रिया चल रही है। वन बाय द्वारा नर्सरी में पौधा तैयार किए जा रहे हैं। समस्त कार्यदायी विभागों द्वारा आवंटित लक्ष्य के अनुसार पौधारोपण को स्थान चयनित कर ली जाएं।

लक्ष्य के अनुसार, वन विभाग कार्यालय के पास स्थित नर्सरी व अन्य नर्सरियों में पौधा तैयार किए जा रहे हैं। पर्यावरण विभाग, ग्राम विकास, पंचायती राज, नगर विकास, लोक निर्माण, सिंचाई नहर विभाग, रेशम, कृषि,पशु पालन, सहकारिता, उद्योग, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा,श्रम विभाग, परिवहन उद्यान पुलिस, स्वास्थ्य विभाग,जिला पंचायत समेत अन्य विभागों द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष पौधरोपण किए जाएंगे। इससे जिले में हरियाली होगी।

*अभी होंगे बीमार तो रहेंगे परेशान, बदलते मौसम में सतर्क रहने की जरूरत*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- मौसम में बदलाव के कारण अस्पतालों में मौसमी बीमारी के मरीजों में बीमार होने पर मरीजों को तीन दिनों तक परेशानी झेलनी पड़ती है। चिकित्सकों के अनुसार, वर्तमान ठंड के समय अगर कोई बीमार होता है तो उसे ठीक होने पर कम से कम तीन बार तक परेशानी उठानी पड़ेगी। ऐसे में मौसम को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।

पिछले कुछ दिनों से ठंड निरंतर पड़ रही है। इसका असर लोगों की सेहत पर पड़ा है। अस्पताल में सर्दी, जुकाम, बुखार,बदन दर्द, जोड़ों के दर्द आदि मरीज पहुंचे रहे। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या बढ़ी है। शनिवार को 470 मरीजों की ओपीडी रही। जिन्हें चिकित्सकों ने जांच पड़ताल कर दवा उपलब्ध कराई। इसके अलावा बदलते मौसम में सतर्क रहने भी सलाह दी।

जिला चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ आशुतोष सिंह ने बताया कि बदलते मौसम में सेहत को लेकर हर किसी को सावधानियां बरतनी चाहिए। खासकर बच्चों, बुजुर्गों के प्रति अभिभावकों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि तापमान में बदलाव के कारण ये जल्दी बीमार होते हैं। शाम के वक्त गुनगुना पानी अवश्य पीना चाहिए। मौसमी बीमारी से ग्रसित होने पर तीन दिनों तक परेशानियां उठानी पड़ती है। क्योंकि इसका असर तीन दिनों तक रह सकता है।

*ठंड में आंखों के लिए बरतें विशेष सावधानी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- मखमली कालीन नगरी भीषण ठंड में ठिठुर रही है। बढ़ते ठंड में आंख के प्रति विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। ठंड से बचाव को गर्म कपड़ा से पूरा शरीर ढका रहता है लेकिन आंख हमेशा खुला होता है। ऐसे में विशेष सावधानी बरत तमाम बीमारियों से बचा जा सकता है। क्योंकि धुंध में व्याप्त धूल आंखों में चुभती है जिससे एलर्जी होने लगता है।

सर्दी में बच्चे व वृद्धों का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। शीत से आंख में सूजन आना व बाइक चलाते आंख से पानी गिरने लगता है। वृद्धों व बच्चों को सुबह - शाम पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़ा पहनाएं। ऐसे में किसी तरह की लापरवाही बरतना घातक साबित हो सकता हैं।बदलते मौसम में ज्यादा देर तक पढ़ने पर आंखें दुखने लगती है। सिर दर्द होने लगता है। सिर दर्द होने लगता है। चश्मा लगाने के बाद भी यह समस्या होने पर तत्काल चिकित्सकीय से परामर्श लें। जरुरत पड़ने पर चश्मा भी लगवाएं।

महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में डॉ प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि ठंड के दिनों में आंख की समस्याएं काफी बढ़ जाती है। बच्चों व वृद्धों में आंख संबंधित तमाम समस्या उत्पन्न होने लगती है। ऐसे में बिना समय गंवाए चिकित्सक से इलाज कराएं। ठंड में इजाफा होने से लोग शीत की चपेट में न आ जाएं। इसलिए सुबह-शाम पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़ा पहनें। वृद्धों को गर्म पानी पीने को दें। शीत से बचाव को सुबह-शाम अलाव के पास बैठाएं। खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।