कौन हैं भाजपा के सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, जिनका नाम बिहार में डिप्टी सीएम की रेस में है सबसे आगे

डेस्क: बिहार में जेडीयू और आरजेडी का गठबंधन टूटने के बाद अब एनडीए सरकार बनने का रास्ता लगभग साफ हो गया है। नीतीश कुमार ने मुख्य मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद नए गठबंधन में शामिल होने का ऐलान कर दिया है। भाजपा में जेडीयू-बीजेपी की गठबंधन सरकार बनने पर भाजपा की ओर से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा का नाम डिप्टी सीएम की रेस में सबसे आगे चल रहा है। आइए आपको बताते हैं कि ये दोनों नेता कौन हैं, जिन्हें भाजपा ने प्रदेश में 2024 लोकसभा चुनाव में पार्टी को बंपर जीत दिलाने की जिम्मेदारी दे रखी है। 

सम्राट चौधरी

सम्राट चौधरी भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष हैं। वह कोइरी जाति से आते हैं। भाजपा ने वर्ष 2023 में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी थी। सम्राट चौधरी बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता भी हैं। सम्राट चौधरी की उम्र करीब 54 वर्ष है। वह नौजवान नेताओं में गिने जाते हैं। बिहार में ओबीसी वोटरों में यादवों के बाद सबसे ज्यादा संख्या कुर्मी और कोइरी जाति की है। इसलिए भी सम्राट चौधरी भाजपा के लिए बेहद जरूरी हैं। लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (आरजेडी) का सामना करने के लिए कुर्मी और कोइरी वोटरों को साधना बेहद जरूरी है। सम्राट चौधरी भाजपा के लिए इस लिहाज से सबसे ज्यादा फिट बैठते हैं। कुशवाहा वोटरों में भी उनकी जबरदस्त पकड़ है। राजनीति पृष्ठिभूमि में देखा जाए तो वह बिहार में समता पार्टी के संस्थापक शकुनी चौधरी के बेटे हैं। शकुनी चौधरी का कुशवाकहा समाज में बड़ा नाम और पकड़ है। वह कई बार विधायक और सांसद रह चुके हैं।

1990 में राजनीति में रखा कदम

सम्राट चौधरी का राजनीति में पदार्पण 1990 में हुआ था। वह 1999 में राबड़ी की सरकार में कृषि मंत्री भी रहे थे। वर्ष 2000 और 2010 में परबत्ता विधानसभा से उन्हें विधायक चुना गया था। इसके बाद 2014 में नगर विकास विभाग के मंत्री बने। फिर 2018 में आरजेडी का दामन छोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर लिया। उन्हें इसका तोहफा एनडीए सरकार में पंजायती राज्य मंत्री बना कर दिया गया। अब बिहार बीजेपी की कमान उनके हाथों में हैं। भाजपा को 2024 में बिहार में बंपर जीत दिलाने की कमान सम्राट चौधरी ही संभाल रहे हैं। 

विजय सिन्हा

भाजपा नेता विजय सिन्हा बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे थे। नीतीश के साथ भाजपा गठबंधन में वह बिहार विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। लखीसराय विधानसभा सीट से 2010 से वह विधायक बने हुए हैं। वर्ष 2017 से 20 के दौरान बिहार की गठबंधन सरकार में वह श्रम संसाधन मंत्री की भूमिका भी निभा चुके हैं। वह आरएसस बैकग्राउंड से आते हैं। 

उनके पिता शारदा रमण सिंह बाढ़ के हाई स्कूल में प्रभारी प्रिंसिपल रह चुके हैं। वर्ष 1967 में जन्मे सिन्हा ने 1982 में ही आरएसएस ज्वाइन कर लिया था। वह एएन कालेज में स्नातक के दौरान एबीवीपी के सक्रिय सदस्य रहे। उन्होंने बेगूसराय के पॉलिटेक्निक कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हासिल किया। 1985 में बिहार पॉलिटेक्निक छात्र संघ के सचिव रहे।

वर्ष 2005 में पहली बार बने भाजपा विधायक

वह भूमिहार समुदाय से आते हैं। पहली बार 2013 में उन्हें भाजपा का प्रवक्ता बनाया गया। इससे पहले वर्ष 2000 में वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश संगठन प्रभारी भी रहे। 2004 में बीजेपी प्रदेश कार्य समिति के सदस्य बने। वह इसके बाद बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री और बेगूसराय व खगड़िया के क्षेत्रीय प्रभारी का जिम्मा भी संभाला। 

वर्ष 2005 में विजय सिन्हा को पहली बार लखीसराय से विधायक चुना गया। 2010 से फिर लगातार इस सीट से विधायक हैं। 2017 में नीतीश सरकार में मंत्री रहे। वह भाजपा के समर्पित नेताओं में गिने जाते हैं। नीतीश कुमार से विधानसभा में अक्सर वह अपनी तीखी तकरार के लिए जाने जाते रहे हैं।

बिहार में बनी एनडीए की सरकार, सीएम के रुप में नीतीश कुमार के साथ इनलोगों ने मंत्री पद का लिया शपथ

डेस्क : बिहार मे एकबार फिर एनडीए की सरकार बन गई है। नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 9 वीं बार मुख्यमंत्री पद का शपथ लिया है। इन्हें राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने शपथ ग्रहण करवाया है। 

इसके साथ ही भाजपा के तरफ से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा उपमुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण किया है। इसके साथ ही साथ कुल 8 मंत्री को आज शपथ ग्रहण करवाया गया है। जिनमे जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार, विजेन्द्र यादव शामिल है। 

वहीं बीजेपी से सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा के साथ-साथ डॉ. प्रेम कुमार और हम के संतोष कुमार सुमन, जबकि निर्दलिये विधायक , सुमीत कुमार सिंह शामिल है।

बता दें आज सीएम नीतीश कुमार ने सुबह राज्यपाल भवन पहुंच अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप कर महागठबंधन से अलग होने का फैसला लिया था। वहीं एनडीए के साथ एकबार सरकार बनाने का दावा पेश किया था।

बड़ी खबर : रिकॉर्ड नौंवी बार बिहार के सीएम बने नीतीश कुमार, राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने शपथ ग्रहण करवाया

डेस्क : अभी-अभी बिहार की राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 9 वीं बार मुख्यमंत्री पद का शपथ लिया। इन्हें राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने शपथ ग्रहण करवाया है। 

इसके साथ ही भाजपा के तरफ से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा उपमुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण किया है। इसके साथ ही साथ कुल 8 मंत्री को आज शपथ ग्रहण करवाया गया।

बता दें आज सीएम नीतीश कुमार ने सुबह राज्यपाल भवन पहुंच अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप कर महागठबंधन से अलग होने का फैसला लिया था। वहीं एनडीए के साथ एकबार सरकार बनाने का दावा पेश किया था।

शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचे केन्द्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय, कही यह बात

पटना : बिहार में एकबार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है। अब से थोड़ी देर बाद नीतीश कुमार रिकॉर्ड नौंवी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण करेंगे। वहीं उनके साथ 8 और नेता मंत्री पद की शपथ लेंगे। 

इधर शपथ ग्रहण समारोह मे शामिल होने के लिए नेताओं का राजभवन पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया है। इसी कड़ी में बीजेपी सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय राजभवन पहुँचे। जहां मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने तेजस्वी और राजद पर जमकर निशाना साधा। 

नित्यानंद राय ने कहा कि आज बिहार के लिए महत्वपूर्ण दिन है। बिहार में जो जंगलराज स्थापित हो गया था उसका अंत हो गया है। नीतीश जी को तेजस्वी काम नही करने दे रहे थे। बिहार के विकास के लिए बीजेपी जदयू के साथ सरकार बना रही है।

जब नीतीश जी का प्रस्ताव आया तो बीजेपी ने स्वीकार किया। तेजस्वी के साजिश के खिलाफ बीजेपी जदयू के साथ मिलकर सरकार बना रही है। बहुत अच्छे से सरकार चलेगी। तेजस्वी जी कोई काम के नही है। 

पटना से मनीष प्रसाद

न्याय व लोकतंत्र की लड़ाई को पटरी से उतारने के लिए भाजपा ने नीतीश को फिर से बनाया मोहरा : दीपंकर भट्टाचार्य

पटना : बिहार में एकबार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है। आज शाम नीतीश कुमार रिकॉर्ड नौंवी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण करेंगे। वहीं उनके साथ 8 और नेता मंत्री पद की शपथ लेंगे। 

इधर प्रदेश में एनडीए की सरकार बनने पर भाकपा (माले) ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। भाकपा (माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने इसे लोकतंत्र व सामाजिक न्याय के साथ भीषण विश्वासघात करार दिया है। 

दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि यह तो सब जानते थे कि भाजपा बिहार में फिर से सत्ता पाने को बेताब थी। न्याय व लोकतंत्र की लड़ाई को पटरी से उतारने के लिए भाजपा ने नीतीश को फिर से मोहरा बनाया है। समय ही बताएगा कि नीतीश कुमार एक बार फिर भाजपा के जाल में क्यों फंसे। इस कृत्य को सामाजिक न्याय और लोकतंत्र के साथ भीषण विश्वासघात के रूप में याद किया जायेगा। बिहार इस विश्वासघात को बर्दाश्त नहीं करेगा और फासिस्ट हमले के विरुद्ध पुरजोर तरीके से लड़ेगा।

कहा कि अपने समय में कर्पूरी ठाकुर ने जब बिहार में आरक्षण और सामाजिक न्याय के एजेंडा को लागू करने के लिए पहला निर्णायक कदम उठाया तो उन्हें आरएसएस के दुष्टतापूर्ण विरोध का सामना करना पड़ा। उन्हें कभी अधिक समय तक सत्ता में नहीं रहने दिया गया। बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर उनके दो कार्यकाल बहुत ही अल्पकालिक थे।

आज कर्पूरी ठाकुर का सम्मान करने के नाम पर आरएसएस-भाजपा ब्रिगेड, सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री पद पर रहने वाले नीतीश कुमार को प्यादे के रूप में इस्तेमाल करके, बिहार की न्याय और लोकतंत्र की लड़ाई को पटरी से उतारना चाहती है। धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र, सामाजिक व आर्थिक न्याय और जन अधिकार की पक्षधर ताकतों को इस फासीवादी षड्यंत्र को बेनकाब करते हुए कर्पूरी ठाकुर की लोकतंत्रिक संघर्ष की विरासत को आगे बढ़ाना होगा।

पटना से मनीष प्रसाद

NDA के साथ जाकर नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनाने जा रही नई सरकार में मंत्री पद देने मे सभी जाति का रखा गया है पूरा ख्याल, जानिए पूरा डिटेल

पटना : बिहार में एकबार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है। आज शाम नीतीश कुमार रिकॉर्ड नौंवी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण करेंगे। वहीं उनके साथ 8 और नेता मंत्री पद की शपथ लेंगे। 

जो खबर निकल कर सामने आ रही है उसके अनुसार नये मंत्रिमंडल में जातियों का पूरा ख्याल रखा गया है। 

अभी जो खबर सामने आ रही उसके अनुसार जो मंत्री पद की शपथ लेंगे उसके अनुसार उनका पद और जाति निम्न है। 

1. नीतीश कुमार (मुख्यमंत्री) कुर्मी - JDU

2. सम्राट चौधरी, ;(उपमुख्यमंत्री) कोइरी - BJP

3. विजय सिन्हा, (उपमुख्यमंत्री) भूमिहार - BJP

4. प्रेम कुमार, , कहार - BJP

5. विजय चौधरी, भूमिहार - JDU

6. विजेंद्र यादव - JDU

7. श्रवण कुमार, ,कुर्मी -JDU

8. संतोष सुमन, दलित - HAM

9. सुमित सिंह, राजपूत – INDEPENDENT

बता दें इससे पहले एनडीए की बैठक हुई। जिसमे सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को एनडीए विधायक दल का नेता चुना गया। इसके साथ ही नीतीश कुमार के नेतृत्व मे बिहार में एनडीए की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया। 

ऐसी खबर सामने आ रही है कि नीतीश कुमार आज शाम पांच बजे सीएम पद की शपथ लेंगे। वहीं उनके साथ दो और नेता डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे। डिप्टी सीएम के तौर पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा का नाम सामने आ रहा है।  

पटना से मनीष प्रसाद

बिहार में घमासान के बीच लालू यादव की बेटी ने किसे बताया कूड़ा? जानें बाकी भाई-बहनों ने क्या कहा

डेस्क: बिहार में आरजेडी के साथ चल रही सरकार से अपना दामन छुड़ाते हुए नीतीश कुमार ने अब अपना पाला बदल लिया है। एक बार फिर से नीतीश कुमार एनडीए गठबंधन के साथ आ गए हैं। एक तरफ जहां नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा, उसके साथ ही दूसरी तरफ उनके शपथ ग्रहण की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। नीतीश कुमार अब भाजपा और अन्य सहयोगी दलों के साथ एक बार फिर से बिहार के सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। वहीं नीतीश कुमार के पाला बदलने पर पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बच्चों की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है।

तेजस्वी यादव ने कहा- 'खेला बाकी'

सबसे पहले तो इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार आदरणीय थे और हैं। कई चीजें उनके (नीतीश कुमार) नियंत्रण में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि 'महागठबंधन' में राजद के सहयोगी दलों ने हमेशा मुख्यमंत्री का सम्मान किया। वह मुख्यमंत्री के तौर पर मेरे साथ मंच पर बैठते थे और पूछते थे, "2005 से पहले बिहार में क्या था?" मैंने कभी प्रतिक्रिया नहीं दी... अब, अधिक लोग हमारे साथ हैं। जो काम दो दशकों में नहीं हुआ, वह हमने बहुत कम समय में कर दिखाया है, चाहे वह नौकरी हो, जातिगत जनगणना हो, आरक्षण बढ़ाना हो आदि। साथ ही तेजस्वी ने कहा कि ''बिहार में अभी खेला होना बाकी है।

तेज प्रताप यादव ने लिखी कविता

वहीं लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने भी एक्स पर पोस्ट करके अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने एक्स पर एक कविता लिखी है, इसमें उन्होंने 'भाव' शब्द के जरिए नीतीश कुमार के 'मूल्यों' और उनके 'विचारों' के बात की है। तेज प्रताप यादव ने एक्स पर लिखा है-

जब भाव न जागा भावों में, 

उस भावों का कोई भाव नहीं,

ऐसी भावों का कोई स्थान नहीं,

जिनका भाव नहीं अपनों की भावों में,

कहाँ रखी है भाव तेरी, जिनका ख़्याल तेरी भावों में,

बस सत्ता का ख़्याल है तेरी भावों में,

अपनों के भावों का क्या हुआ। 

तेरा अंत होगा और अंत होगा तेरी भावों का, कोई स्थान नहीं होगा तेरा, जब बात होगी तेरी भावों का॥

रोहिणी आचार्य ने कूड़े से की तुलना

इनके अलावा लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। रोहिणी आचार्य ने कचरे वाली गाड़ी की एक तस्वीर के साथ लिखा है कि 'कूड़ा गया फिर से कूड़ेदानी में, कूड़ा-मंडली को बदबूदार कूड़ा मुबारक'। रोहिणी आचार्य के इस पोस्ट का भी सीधा संबंध नीतीश कुमार के इस्तीफे से एनडीए में शामिल होने के साथ लगाया जा रहा है।

बिहार में एक CM और 2 डिप्टी सीएम का फॉर्मूला तय, BJP कोटे से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को अहम जिम्मेदारी

डेस्क: कई दिनों से बिहार की राजनीति में चल रहा उठा-पटक अब शांत हो गई है। आरजेडी के साथ गठबंधन समाप्त करते हुए नीतीश कुमार ने आज दोपहर में राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है। वहीं नीतीश कुमार के इस्तीफे के साथ ही बीजेपी के साथ नई सरकार के गठन का भी ऐलान कर दिया गया है। बिहार की इस नई सरकार में एक सीएम और दो डिप्टी सीएम का फार्मूला अपनाया गया है। इसमें नीतीश कुमार फिर से सीएम बनाए जाएंगे तो वहीं दोनों डिप्टी सीएम बीजेपी के होंगे। डिप्टी सीएम पद के लिए सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा का नाम सामने आया है।

जातिगत समीकरण साधने में जुटी बीजेपी

बता दें कि बिहार में दो डिप्टी सीएम के फार्मूले के साथ ही भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए जातिगत समीकरण साधने की भी तैयार कर ली है। दोनों डिप्टी सीएम में एक तरफ जहां सम्राट चौधरी कुशवाहा समाज से आते हैं तो वहीं विजय सिन्हा भूमिहार समाज से आते हैं। ऐसे में बीजेपी ने ना सिर्फ ओबीसी समाज को बल्कि सामान्य वर्ग के वोटर्स को भी साधने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं अब कयास लगाए जा रहे हैं कि आज शाम तक ही बिहार में नई सरकार के तहत नीतीश कुमार सीएम पद की शपथ भी ले लेंगे। इसको लेकर भी पूरी तैयारियां चल रही हैं। 

INDIA का दामन छोड़ NDA में गए नीतीश

बता दें कि आरजेडी के साथ गठबंधन तोड़ते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने राज्यपाल से राज्य में सरकार भंग करने के लिए भी कहा है। मैंने इंडी अलायंस बनवाया लेकिन काम नहीं हो रहा था। लालू की पार्टी का व्यवहार ठीक नहीं है। मैंने सभी से राय लेकर इस्तीफा दिया। इसके अलावा नीतीश कुमार ने कहा कि महागठबंधन की स्थिति ठीक नहीं है। अब मैं नए गठबंधन में जा रहा हूं और अब मैं बीजेपी के साथ वापस लौटूंगा। वहीं अब बिहार में हुई इस सियासी हलचल का लोकसभा चुनाव पर भी सीधा असर देखने को मिलेगा।

राजभवन पहुंचे नीतीश कुमार, सरकार बनाने का पेश करेंगे दावा

पटना : राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां नीतीश कुमार एकबार फिर राजभवन पहुंचे है। जहां वे राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। उनके साथ बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद है। 

इससे पहले एनडीए की बैठक हुई। जिसमे सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को एनडीए विधायक दल का नेता चुना गया। इसके साथ ही नीतीश कुमार के नेतृत्व मे बिहार में एनडीए की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया। नीतीश कुमार नवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर आज शपथ लेंगे। नवमी बार राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे.

ऐसी खबर सामने आ रही है कि नीतीश कुमार आज शाम पांच बजे सीएम पद की शपथ लेंगे। वहीं उनके साथ दो और नेता डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे। डिप्टी सीएम के तौर पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा का नाम सामने आ रहा है।  

पटना से मनीष प्रसाद

बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एकबार फिर बनेगी एनडीए की सरकार, राजभवन से बाहर निकलने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कही यह बात

डेस्क : बिहार की सियासत के लिए आज अहम दिन रहा। पिछले कई दिनों से जारी राजनीतिक हलचल के बीच बिहार मे सत्ता परिवर्तन हो गया राजभवन पहुंचकर सीएम नीतीश कुमार नें राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया। इसके साथ ही प्रदेश की महागठबंधन सरकार का पतन हो गया। 

वहीं अब नीतीश कुमार एकबार फिर एनडीए के साथ बिहार में सरकार बनाकर नौवीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे। 

राज्यपाल को इस्तीफा सौंपे जाने के बाद नीतीश कुमार राजभवन से बाहर निकले। राजभवन से निकलने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि आज हमने इस्तीफा दे दिया और जो सरकार थी उसको समाप्त कर दिया गया है। 

उन्होंने कहा कि पहले गठबंधन को छोड़कर नया गठबंधन बनाये थे लेकिन स्थिति ठीक नहीं लग रही थी। आज अलग हो गये अन्य पार्टियां एक साथ होकर जो पहले वो आज ही तय करेगी तो अलग फैसला होगा। कितना काम हम कर रहे थे लेकिन कुछ लोग काम ही नहीं कर रहे थे। लोगों की राय मानकर हमने इस्तीफा दिया। सबकी राय लेकर ही यह कदम उठाया। अब बिहार में नई सरकार के गठन की कवायद शुरू हो गयी है। अब नीतीश कुमार सरकार बनाने का दावा राज्यपाल को पेश करेंगे। जिसके बाद शाम 4 बजे नीतीश कुमार सीएम पद की शपथ लेंगे।