*बहराइच-लखीमपुर जंगल के चार रेंजों का कॉरिडोर एरिया सर्वे शुरू, तीन महीने चलेगा सर्वे, पांच कैमरे चोरी*
महेश चंद्र गुप्ता
बहराइच और लखीमपुर के जंगल क्षेत्र को जोड़ने वाले कॉरिडोर में वन्यजीवों के आवागमन का सघन सर्वे विशेषज्ञों की निगरानी में होगा। तीन माह तक कॉरिडोर क्षेत्र का सर्वे कार्य चलेगा। सर्वे अभियान की शुरुआत हो चुकी है।
वन्यजीवों के आवागमन की निगरानी के लिए डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की ओर से 71 कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन दुखद बात यह है कि शुरुआती दौर में ही पांच थर्मो सेंसर कैमरे चोरी हो गए। इस मामले में रेंज केस दर्ज कर एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है।
आपको बताते चलें कि जनपद बहराइच-लखीमपुर खीरी अंतर्गत नेपाल सीमा से सटे दुधवा टाइगर रिजर्व व कतर्नियाघाट सेंक्चुरी के बीच कॉरिडोर क्षेत्र है। इसी कॉरिडोर के माध्यम से वन्य जीव एक जंगल से दूसरे जंगल में आते जाते हैं। इस कोरिडोर एरिया का सर्वे शुरू हो चुका है।
जिसको लेकर लखीमपुर व बहराइच के चार रेंजों के कॉरिडोर एरिया में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ( विश्व प्रकृति निधि भारत) के द्वारा 71 थर्मोसेंसर कैमरे लगाए गए हैं। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के सूत्रों ने बताया कि डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के वन्यजन्तु वैज्ञानिकों के नेतृत्व में कतर्नियाघाट व दुधवा टाइगर रिजर्व के बफरजोन के मंझरा, खैरटिया, बेलरायां रेंज के तिकुनिया, बरसोला, व उत्तर निघासन व बफरजोन और धौरहरा रेंज के ढकरवा, गजियापुर, खैरीघाट आदि गांवों के कॉरिडोर एरिया में 71 थर्मोसेंसर कैमरे लगाए गए हैं।
जिससे वन्यजीव जंगली हाथी, गैंडा, बाघ, तेंदुआ व अन्य जीवों के आवागमन पर नज़र रखी जा रही है।
यह सर्वे का कार्य 15 जनवरी से शुरू हुआ है जो अगले तीन महीने तक चलेगा। कैमरे की निगरानी टीम में कार्य कर रहे सहायक परियोजना अधिकारी कन्हईलाल और उनकी फील्ड टीम है । स्थानीय वनकर्मियों ने बताया कि लगाए गए 71 कैमरों में से सर्वे के शुरुआती दौर में ही पांच कैमरे चोरी हो गए है जिसकी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के अधिकारियों ने बताया कि कॉरिडोर का सर्वे इस लिए हो रहा है कि कॉरिडोर एरिया के मध्य से आवागमन करने वाले वन्यजीवों के आवागमन का अध्ययन किया जा सके और कॉरिडोर के महत्व का आकलन कर रिपोर्ट सौंपी जा सके जिससे कॉरिडोर एरिया को वन्यजीवों के लिए और सुरक्षित किया जा सके जिससे वन्य जीवों के आवागमन पर कोई खतरा न हो।
Jan 28 2024, 18:58