सांसद निशिकांत के पहल पर, गोड्डा को फिर मिला तोहफा, रेलवे ने इस ट्रेन को दिया विस्तार, अब सीधे जा सकेंगे मुंबई


गोड्डा : गोड्डा को एक और नई ट्रेन की सौगात मिली है. रेलवे के अनुसार, भागलपुर से लोकमान्य तिलक मुंबई जाने वाली ट्रेन (12335) का विस्तार किया गया है. अब हर रविवार को यह ट्रेन गोड्डा से खुलेगी. यह ट्रेन 5:30 बजे सुबह खुलकर हंसडीहा के रास्ते भागलपुर 8:50 बजे पहुंचेगी और 8:55 सुबह यह ट्रेन भागलपुर से लोकमान्य तिलक के लिए खुलेगी. वहीं यह ट्रेन 12336 गुरुवार को लोकमान्य तिलक से 8:05 बजे खुलकर शुक्रवार रात 8:30 बजे गोड्डा पहुंचेगी.

इस ट्रेन की वजह से अब यात्री गोड्डा से सीधे मुंबई का सफर कर सकेंगे. बता दें कि इससे पहले गोड्डा से दिल्ली, गोड्डा से रांची, गोड्डा से पटना, गोड्डा से कोलकाता और गोड्डा से जमशेदपुर के लिए सीधी ट्रेन थी और अब जब गोड्डा से मुंबई के लिए लोगों को सीधी ट्रेन मिलने वाली है. वहीं गोड्डा से भागलपुर के बीच या ट्रेन हंसडीहा, बाराहाट, मंदार हिल में रुकेगी. वहीं इस ट्रेन को लेकर गोड्डा वासी काफी उत्साहित और खुश नजर आ रहे हैं.

रेलवे द्वारा जारी स्थिति के बाद गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल से गोड्डा वासियों से यह खुशखबरी साझा की है. लिखा कि “माननीय प्रधानमंत्री जी ने राम की अयोध्या को गोड्डा से ट्रेन देने के बाद, आज आर्थिक राजधानी मुंबई के लिए गोड्डा से ट्रेन दी है. कर्मठ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी को हम केवल आभार ही दे सकते हैं. संथाल परगना धन्य है”.

आईपीएस प्रभात कुमार, अनूप बिरथरे समेत 53 पुलिस अधिकारी और कर्मी 26 जनवरी को किये जायेंगे सम्मानित


Ranchi: आईपीएस प्रभात कुमार, अनूप बिरथरे समेत 53 पुलिस अधिकारी और कर्मी 26 जनवरी को सम्मानित किये जाएंगे. इसे लेकर झारखंड पुलिस मुख्यालय के द्वारा पत्र जारी किया गया हैं. जारी पत्र में के मुताबिक, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से दो पुलिस पदाधिकारी, सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से 23 पुलिस पदाधिकारी और कर्मी, वीरता के लिए पुलिस पदक से 23 पुलिस पदाधिकारी और कर्मी, असाधारण आसूचना कुशलता पदक से पांच अधिकारी और कर्मी, और अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए केंद्रीय गृह मंत्री पदक से दो पुलिस पदाधिकारी सम्मानित होंगे.

अयोध्या के नए राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए कैबिनेट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का किया अभिनंदन


रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की ओर से कैबिनेट के सामने पेश प्रस्ताव में इसे भारत की आत्मा की प्राण प्रतिष्ठा बताया गया।

नई दिल्ली। अयोध्या के नए राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए कैबिनेट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभिनंदन किया। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की ओर से कैबिनेट के सामने पेश प्रस्ताव में इसे भारत की आत्मा की प्राण प्रतिष्ठा बताया गया। कठिन अनुष्ठान के साथ प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के सफल आयोजन को ऐतिहासिक बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी को युग प्रवर्तक बताया गया।

प्राण प्रतिष्ठा के साथ नए युग की शुरुआतः अनुराग ठाकुर

कैबिनेट में पारित प्रस्ताव की जानकारी देते हुए सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि जनता के बीच लोकप्रियता को देखते हुए प्रधानमंत्री जननायक तो पहले से हैं, लेकिन प्राण प्रतिष्ठा के साथ नए युग की शुरुआत के बाद नवयुग प्रवर्तक के रूप में सामने आए हैं।कैबिनेट में बैठे मंत्रियों ने प्राण प्रतिष्ठा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन का उल्लेख करते हुए कहा कि हजार सालों तक बरकरार रहने वाले मंदिर निर्माण और इससे हजार सालों तक देश को दिशा मिलने का काम होने के बाद हुई हुई कैबिनेट की पहली बैठक को भी सहस्त्राब्दी की कैबिनेट (कैबिनेट ऑफ मिलेनियम) कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।

कैबिनेट ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया

कैबिनेट के सदस्यों ने कहा कि हम सिर्फ मंत्री के रूप में नहीं, बल्कि भारत के एक सामान्य नागरिक रूप में आभार व्यक्त करते हैं। अनुराग ठाकुर के अनुसार प्रस्ताव में कहा गया है कि प्राण प्रतिष्ठा के दौरान उमड़ा जनसैलाब और उनके भावनाओं का उभार अद्वितीय था। आपातकाल के खिलाफ आंदोलन के दौरान आम लोगों के बीच एकता जरूर देखी गई थी, लेकिन वह एकता सिर्फ एक तानाशाह के खिलाफ और प्रतिरोधी आंदोलन की थी। भगवान राम के लिए उभरा जन सैलाव एक नए युग के प्रवर्तन का संकेत है।

प्रस्ताव में राम जन्मभूमि आंदोलन की चर्चा

प्रस्ताव के अनुसार राम जन्मभूमि आंदोलन स्वतंत्र भारत का एकमात्र आंदोलन था, जिसमें पूरे देश के लोग एकजुट हुए थे और करोड़ों भारतीयों की भावनाएं जुड़ी हुई थी। प्राण प्रतिष्ठा के दिन भावनाओं का ज्वार भी इसी से जुड़ा है। राम को भारत की नियति बताने वाले प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन का उल्लेख करते हुए प्रस्ताव में कहा गया कि इस नियति का वास्तव में मिलन 22 जनवरी को हुआ है।इसके बाद हुई पहली बैठक में शामिल होने पर मंत्रियों ने खुद को सौभाग्यशाली बताया और कहा कि ऐसा सौभाग्य कई जन्मों में एक बार मिलता है। प्रस्ताव में कहा गया कि स्वतंत्र भारत में होने वाली कैबिनेट की बैठकों में ही नहीं, बल्कि अंग्रेजी शासन काल में वायसराय की एक्जीक्यूटिव कौंसिल की बैठकों में भी ऐसा अवसर नहीं आया होगा।

हेल्थ टिप्स:वजन कम करना चाहते है तो नाश्ते में खाएं ये हेल्दी चीजे,तेजी से घटने लगेगा वजन


ब्रेकफास्ट यानी यानी सुबह का नाश्ता ब्रेकफास्ट को पूरे दिन का सबसे जरूरू मील माना जाता है. सुबह का नाश्ता बॉडी में दिनभर एनर्जी बनाकर रखता है. सुबह का नाश्ता ठीक से न खाने से पूरे दिन बार-बार भूख लगती है. वजन घटाने वाले ज्यादातर लोग अपने ब्रेकफास्ट को स्किप करते हैं. वही, कुछ लोग अपनी डाइट में प्रोटीन लेना शुरू कर देते हैं, जिससे उन्हें बार-बार भूख नहीं लगती और लंबे समय तक पेट भरा रहता है।

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें को प्रोटीन फैट लॉस में बड़ी भूमिका निभाता है. इसके अलावा,ये मेटाबॉलिक रेट को भी हाई रखता है. आज यहां हम आपको कुछ ऐसी डिशेज के बारे में बताने वाले हैं, जो वजन कम करने वाले लोगों के लिए परफेक्ट मील हैं.

दलिया

दलिया को सुपरफूड भी कहा जाता है. ये खाने में जितना हेल्दी होता है, पचने में भी उतना ही आसान ही होता है. इसे खाने से बार-बार भूख नहीं है. सुबह के नाश्ते में दलिया खाकर वजन कम किया जा सकता है. अगर आप मीठा दलिया नहीं खाना चाहते हैं तो नमकीन भी बना सकते हैं.

पोहा

पोहा उत्तर भारत में खूब खाया जाता है. पोहा लो कैलोरी फूड माना जाता है. स्वाद और हेल्थ में पोहा अच्छा माना जाता है. पोहा बनाने के दौरान कई मसालों और सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे शरीर को कई सारे न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं.

उपमा

साउथ इंडियन डिश उपमा भी खाने में बेहद टेस्टी लगता है. इसे पचाना भी आसान होता है. उपमा को लाइट नाश्ता माना जाता है, जो वेट लॉस के लिए जाना जाता है. ये कुछ ही मिनटों में तैयार हो जाता है.

अंडे की भुजिया

प्रोटीन के सबसे रिच सोर्स में अंडे को शामिल किया जाता है. सुबह के हेल्दी ब्रेकफास्ट में अंडे की भुजिया का ऑमलेट को शामिल किया जा सकता है. इसमें आप अपनी मनपसंद की सब्जियां बना सकते हैं.

रांची के मोरहाबादी मैदान में गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी पूरी


आज किया गया फुल ड्रेस रिहर्सल, खास रहेगा इस बार की झांकी

रांची में गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। इस मौके पर फाइनल रिहर्सल किया गया। इस बार परेड में कुल 16 प्लाटून शामिल होंगे। इस बार के परेड में भारतीय सेना और ओडिशा पुलिस के भी एक एक प्लाटून हिस्सा ले रहे हैं। रांची उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा एवं वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन सिन्हा की देखरेख में फुल ड्रेस रिहर्सल किया गया। 

रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में गणतंत्र दिवस को लेकर फुल ड्रेस रिहर्सल आज बुधवार को संपन्न हो गया। फुल ड्रेस रिर्हसल के दौरान गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों को रियल टाइम बेसिस पर दुहराया गया। उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने वरीय पुलिस अधीक्षक के साथ परेड का निरीक्षण कर मार्च पास्ट सलामी ली। निरीक्षण के बाद एसएसपी ने परेड में शामिल सभी प्लाटून को आवश्यक निर्देश भी जारी किया, ताकि गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक बेहतरीन परेड देखने को मिले।

वही उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को ससमय प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुंचकर कार्य एवं दायित्व का निर्वहन करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारी अपनी-अपनी जिम्मेदारी निष्ठापूर्वक निभायें।

रांची के मोरहाबादी मैदान में होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में झंडोतोलन जहां राज्यपाल करेंगे। वही इस बार गणतंत्र दिवस के परेड में 16 प्लाटून हिस्सा ले रहे हैं। जिसमें भारतीय सेना भी शामिल है। गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने वाले विभिन्न प्लाटून इस तरह से हैंः-

1. सेना 

2. सीआरपीएफ

3. आईटीबीपी 

4. सीआईएसएफ

5. एसएसबी 

6. उड़ीसा़ पुलिस

7. झारखण्ड जगुआर

8. जैप-1

9. जैप-2

10. जैप-10

11. आईआरबी-05

12. रांची जिला पुलिस (पुरुष)

13. रांची जिला पुलिस (महिला)

14. झारखण्ड गृहरक्षा वाहिनी 

15. एनसीसी (ब्वॉयज)

16. एनसीसी (गर्ल्स)

बैण्ड पार्टी निम्न हैंः-

1. सेना बैण्ड

2. जैप-1 बैण्ड

3. जैप-10 बैण्ड 

4. झारखण्ड गृहरक्षा वाहिनी बैण्ड पार्टी

गणतंत्र दिवस के अवसर पर फर्स्ट इन कमांड के रुप में सेना के मेजर अंकुश चौधरी हैं। सेकेण्ड इन कमांड के रुप में परिक्ष्यमान पुलिस उपाधीक्षक राजीव रंजन रहेंगे हैं।

रांची के मोरहाबादी मैदान में गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी पूरी,आज किया गया फुल ड्रेस रिहर्सल, खास रहेगा इस बार की झांकी

रांची में गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। इस मौके पर फाइनल रिहर्सल किया गया। इस बार परेड में कुल 16 प्लाटून शामिल होंगे। इस बार के परेड में भारतीय सेना और ओडिशा पुलिस के भी एक एक प्लाटून हिस्सा ले रहे हैं। रांची उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा एवं वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन सिन्हा की देखरेख में फुल ड्रेस रिहर्सल किया गया। 

रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में गणतंत्र दिवस को लेकर फुल ड्रेस रिहर्सल आज बुधवार को संपन्न हो गया। फुल ड्रेस रिर्हसल के दौरान गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों को रियल टाइम बेसिस पर दुहराया गया। उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने वरीय पुलिस अधीक्षक के साथ परेड का निरीक्षण कर मार्च पास्ट सलामी ली। निरीक्षण के बाद एसएसपी ने परेड में शामिल सभी प्लाटून को आवश्यक निर्देश भी जारी किया, ताकि गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक बेहतरीन परेड देखने को मिले।

वही उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को ससमय प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुंचकर कार्य एवं दायित्व का निर्वहन करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारी अपनी-अपनी जिम्मेदारी निष्ठापूर्वक निभायें।

रांची के मोरहाबादी मैदान में होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में झंडोतोलन जहां राज्यपाल करेंगे। वही इस बार गणतंत्र दिवस के परेड में 16 प्लाटून हिस्सा ले रहे हैं। जिसमें भारतीय सेना भी शामिल है। गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने वाले विभिन्न प्लाटून इस तरह से हैंः-

1. सेना 

2. सीआरपीएफ

3. आईटीबीपी 

4. सीआईएसएफ

5. एसएसबी 

6. उड़ीसा़ पुलिस

7. झारखण्ड जगुआर

8. जैप-1

9. जैप-2

10. जैप-10

11. आईआरबी-05

12. रांची जिला पुलिस (पुरुष)

13. रांची जिला पुलिस (महिला)

14. झारखण्ड गृहरक्षा वाहिनी 

15. एनसीसी (ब्वॉयज)

16. एनसीसी (गर्ल्स)

बैण्ड पार्टी निम्न हैंः-

1. सेना बैण्ड

2. जैप-1 बैण्ड

3. जैप-10 बैण्ड 

4. झारखण्ड गृहरक्षा वाहिनी बैण्ड पार्टी

गणतंत्र दिवस के अवसर पर फर्स्ट इन कमांड के रुप में सेना के मेजर अंकुश चौधरी हैं। सेकेण्ड इन कमांड के रुप में परिक्ष्यमान पुलिस उपाधीक्षक राजीव रंजन रहेंगे हैं।

भारत से राजनयिक विवाद के बीच मालदीव ने फिर चली उल्टी चाल, चीन के जासूसी जहाज को घुसने की दी इजाजत


 भारत से राजनयिक विवाद के बीच मालदीव ने एक बार फिर उल्टी चाल चली है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अपना मित्र बताने वाले मोहम्मद मुइज्जू ने भारत के खिलाफ नई साजिश रची है। उन्होंने चीन के जासूसी जहाज को अपने क्षेत्र में घुसने की इजाजत दे दी। भारत से तनावपूर्ण संबंधों के बीच मालदीव ने चीनी जहाज के माले आने की पुष्टि करते हुए कहा कि मित्र राष्ट्रों के जहाजों का स्वागत है। चीनी जहाज के कुछ हफ्तों में मालदीव पहुंचने की संभावना है। इसने भारत की चिंता बढ़ा दी है भारत की चिंता इसलिए भी गंभीर है क्योंकि पिछले साल चीन ने अपने जासूसी जहाज को श्रीलंकाई धरती पर उतारा था, तब भी काफी बवाल हुआ था।

मालदीव का राष्ट्रपति बनने के बाद से मोहम्मद मुइज़ू के उठाए कदम भारत के खिलाफ ही रहे हैं। मालदीव का सर्वेसर्वा बनने से पहले उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय सेना की आलोचना की थी और जीतने पर भारतीय सेना को देश से बाहर करने का वादा भी किया था। राष्ट्रपति बनने के बाद मुइज्जू ने किया भी ऐसा ही। मुइज्जू सरकार ने भारत को सेना के वापस चले जाने के लिए 15 फरवरी तक का वक्त दिया है। इतना ही नहीं मालदीव की परंपरा को तोड़ते हुए मालदीव के राष्ट्रपति भारत न जाकर चीन दौरे पर गए। इसी महीने मुइज्जू ने शी जिनपिंग से मुलाकात की थी, यह उनकी पहली राजकीय यात्रा भी थी। 

एक स्वतंत्र खुफिया शोधकर्ता और ओपन सोर्स डेटा के अनुसार, एक चीनी जासूसी जहाज के जल्द ही मालदीव पहुंचने की संभावना है। बता दें कि चीनी जासूसी जहाज पिछले साल श्रीलंकाई धरती पर उतरा था, जिसके बाद चीनी जहाज पर भारत की जासूसी करने के आरोप भी लगे थे। चीन ने इस बार मालदीव के सहारे भारत पर निशाना साधने की कोशिश की है।

चीन के पास रिसर्च और जासूसी क्षेत्रों में जहाजों का सबसे बड़ा बेड़ा है, जिसके बारे में विशेषज्ञों का मानना ​​है कि यह वैज्ञानिक और सैन्य दोनों उद्देश्यों की पूर्ति करने में सक्षम है। रिपोर्ट के अनुसार, चीनी पोत जियांग यांग होंग 03 "हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश कर रहा है और माले की ओर कदम बढ़ा चुका है। उधर, मालदीव ने भी पुष्टि कर दी है कि चीनी जहाज को उसने अपने क्षेत्र में आने की इजाजत दे दी है। मालदीव ने आधिकारिक बयान में कहा कि मित्र राष्ट्र चीन का उसके क्षेत्र में स्वागत है। उधर, हिन्द महासागर में चीन की उपस्थिति ने भारत की चिंता बढ़ा दी है।

चीनी जहाज कब निकला और कब पहुंचेगा मालदीव

शिपस्पॉटिंग पोर्टल Marinetraffic.com के आंकड़ों के अनुसार , जियांग यांग होंग 03 पोत 16 जनवरी को चीनी बंदरगाह से माले के लिए रवाना हुआ था। वर्तमान में जावा सागर में मंडराते हुए जहाज के 8 फरवरी के आसपास मालदीव पहुंचने की उम्मीद है, हालांकि उम्मीद यह भी है कि जहाज 30 जनवरी तक भी पहुंच सकता है। 

हालांकि इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है कि भारत ने चीन के जासूसी जहाज की यात्रा पर मालदीव के साथ आपत्ति व्यक्त की है या नहीं, लेकिन नई दिल्ली सरकार ने पहले भी ठोस कदम उठाए थे, जब चीनी जहाज ने पड़ोसी देश श्रीलंका का दौरा किया था। रक्षा सूत्रों का कहना है कि भारतीय नौसेना जहाज की गतिविधि पर नजर रख रही है।

पंडित धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम की अनुमति नही मिलने को लेकर दायर संशोधित याचिका की सुनवाई आज

रांची: पलामू में बाबा बागेश्वर धाम पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर प्रार्थी की ओर से झारखंड हाइकोर्ट में संशोधित याचिका दायर कर दी गयी है. यह मामला हाइकोर्ट के जस्टिस आनंद सेन की अदालत में 24 जनवरी को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है. 

उल्लेखनीय है कि प्रार्थी हनुमंत कथा आयोजन समिति की ओर से संयोजक मेदिनीनगर के पूर्व मेयर अरुणा शंकर, सचिव दीनानाथ प्रसाद ने संशोधित याचिका दायर की है. इसमें कहा गया है कि पलामू के उपायुक्त द्वारा आयोजन की अनुमति नहीं दी जा रही है. 

अनुमति के लिए उन्हें विस्तृत प्लान दिया गया था, लेकिन उन्होंने 10 जनवरी को कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की आशंका जाहिर करते हुए अनुमति नहीं देने से संबंधी आदेश जारी कर दिया, जो सही नहीं है. कार्यक्रम के आयोजन को अनुमति दी जानी चाहिए. 

प्रार्थी ने कार्यक्रम के दौरान विधि-व्यवस्था, फायर सेफ्टी, ट्रैफिक, मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी निर्देश देने का आग्रह किया है. पलामू के चैनपुर प्रखंड के ओरनार गांव में 10 फरवरी से लेकर 15 फरवरी तक बाबा बागेश्वर का कार्यक्रम प्रस्तावित है.

रांची के लोकसभा सांसद संजय सेठ को दादा साहेब फाल्के आइकॉन गोल्ड अवार्ड से आज नई दिल्ली में किया जाएगा सम्मानित


रांची :रांची के लोकसभा सांसद संजय सेठ को दादासाहेब फाल्के आइकन गोल्ड अवार्ड के लिए चयन किया गया उन्हें सर्वश्रेष्ठ आइकन संसद के लिए लिए चयनित किया गया सांसद सेठ को यह अवार्ड आज को नई दिल्ली में दिया जाएगा। दादासाहब फाल्के संस्थान के द्वारा संसद को बेस्ट आइकॉन एमपी झारखंड के रूप में चुना गया है। 

सांसद का यह चुनाव क्षेत्र में आम जनता के बीच सक्रियता, लोकसभा में उपस्थित, सत्र में सवाल जवाब, क्षेत्र में विकास कार्यों , सोशल मीडिया पर सक्रियता सहित सामाजिक क्षेत्र में किए जाने वाले किए गए कार्यों को लेकर हुआ है।

उक्त संस्था ने एक सर्वे के बाद सांसद को इस अवार्ड के लिए नामित किया है। विगत वर्षों में सांसद ने लोकसभा में अपनी सत्र प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराई है। सवालों के मामले में भी सांसद सक्रिय रहे हैं। क्षेत्र के मुद्दे को उन्होंने मुखरता से लोकसभा में रखा है। 3 वर्षों से बुक बैंक के माध्यम से लाखों पुस्तकों का वितरण किया गया। टॉय बैंक के माध्यम से हजारों खिलौने का वितरण किया गया।

इसके अतिरिक्त सेठ ने सांसद खेल महोत्सव, सांसद सांस्कृतिक महोत्सव, परीक्षा पर चर्चा को लेकर ड्राइविंग कंपटीशन जैसे कई ऐसे कार्य किए हैं, जिनकी चर्चा राष्ट्रीय पटल पर हुई है। सोशल मीडिया पर भी सांसद की सक्रियता बहुत अच्छी रहती है। उनके इन्हीं कार्यों को लेकर दादासाहब फाल्के संस्थान ने उन्हें गोल्ड अवार्ड के लिए चुना है। अपने चुनाव पर सांसद संजय सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित तमाम वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में मैं कार्य कर रहा हूं। उसी का परिणाम आज इस रूप में सामने आया है।

सांसद ने कहा की क्षेत्र के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं की अनथक मेहनत, उनके सुझाव, आम जनता का आशीर्वाद और विश्वास के परिणाम स्वरूप आज वह राष्ट्रीय पटल पर चर्चा में है और उन्हें यह सम्मान मिल रहा है। सांसद ने कहा कि यह पुरस्कार क्षेत्र की जनता को समर्पित है क्योंकि क्षेत्र की जनता के स्नेह प्यार और विश्वास ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचा है। 

यह सम्मान उन्हें आज नई दिल्ली में दिया जाएगा। इस सम्मान के लिए संसद ने दादा साहबफाल्के संस्थान के प्रति भी कृतज्ञता प्रकट की है।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि

राँची: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती, आज पूरा देश "पराक्रम दिवस" के रूप में मना रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राजधानी रांची के नेताजी सुभाष चंद्र बोस उद्यान स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के स्वाधीनता संग्राम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की निर्णायक भूमिका रही थी। आजादी की लड़ाई में उनके योगदान को हम कभी भूल नहीं सकते। उन्होंने आम जनमानस के गौरव को स्थापित किया। हमें इस बात का गर्व है कि हम एक ऐसे लोकतांत्रिक देश में रहते हैं जहां अनेक वीरों तथा वीरांगनाओं ने जन्म लिया। इनके नाम इतिहास के सुनहले पन्नों पर दर्ज हैं। हम अपने इन अमर वीर शहीदों के सपनों को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं ।