*आम की फसल को गुजिया मिज कीट से बचाएं,मुलायम पता - मंजरी और फल का रस चूसते हैं कीट*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। आम फसल में गुजिया और मिज कीट लगने का खतरा बढ़ गया है। बागवानी सावधानी बरतकर फसल को नष्ट होने से बचा सकते हैं।
आम पौधा और वृक्षों में लक्षण दिखते ही जिला उद्यान विभाग में संपर्क करें। जिला उद्यान अधिकारी ममता सिंह यादव ने बताया कि आम की अच्छी उत्पादकता के लिए जरूरी है कि फसल को कीटों से बचाया जाए। दिसंबर माह में बागवानों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। गुजिया कीट के शिशु जमीन से निकलकर पेड़ों पर चढ़ने है। मुलायम पत्तियों,मंजरियों एवं फलों से रस चूसकर क्षति पहुंचाते हैं। इसके शिशु एक - दो मिमी लंबे एवं गुलाबी रंग के होते हैं।
मादा वयस्क कीट सफेद रंग के पंखहीन एवं चपटे होते हैं। इस कीट के नियंत्रण के लिए बागों की गहरी गुड़ाई करनी चाहिए। आम पेड़ के मुख्य तने पर भूमि से 50-60 सेमी ऊंचाई पर चार सौ गेज की पाॅलिथीन शीट की 50 सेमी चौड़ी पट्टी को तने के चारों ओर लपेट कर सुतली से बांधना चाहिए। शीट के ऊपरी व निचले हिस्से पर ग्रीस लगा देना चाहिए।
इससे कीट पेड़ों के ऊपर नहीं चढ़ पाएंगे। कीट दिखने पर मोनोक्रोटोफास 36 इंसी एक मिली अथवा डायमेथोएट 40 ईसी दो मिली दवा अथवा डायमेथोएट 20 ईसी दो मिली अथवा डायमेथोएट 30 ईसी 1.5 मिली दवा प्रति लीटर पानी में घोलकर और निकलने की अवस्था पर एक छिड़काव करना चाहिए।
Jan 24 2024, 18:49