*नाबालिग से छेड़खानी में दो को तीन साल का कारावास*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। अपर सत्र न्यायाधीश एवं विशेष न्यायाधीश पाक्सो श्रीमती मधु डोगरा की अदालत ने नाबालिग से छेड़खानी के दो दोषियों को तीन-तीन साल कारावास एवं सात हजार अर्थदंड की सजा सुनाई। तीन साल पूर्व औराई के एक गांव में हुए मामले में कोर्ट ने फैसला सुनाया। अभियोजन के मुताबिक आठ अगस्त 2020 को नाबालिग के पिता ने औराई कोतवाली में तहरीर दिया कि उसकी बेटी के साथ दो लोगों ने छेड़खानी की।

पुलिस ने दलित उत्पीड़न एवं छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर आरोपपत्र न्यायालय में भेजा। जहां दोनों पक्ष के वकीलों ने अपने-अपने तर्क रखे। पुलिस की मॉनिटरिंग सेल एवं विशेष लोक अभियोजक कौलेश्वरनाथ पांडेय की पैरवी से कोर्ट ने दोनों को छेड़खानी का दोषी माना। न्यायाधीश श्रीमती मधु डोगरा ने दोषी पिंटू बिंद और दिनेश पटेल निवासी नारायणपुर को तीन-तीन साल कारावास और सात हजार अर्थदंड की सजा सुनाई।

*सोशल मीडिया पर गलत टिप्पणी में जाएंगे जेल*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर पुलिस सख्त हो गई है। सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्मों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही खुफिया विभाग के जवानों को भी मैदान में उतार दिया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती ने जिले के लोगों से फेसबुक,वाट्स‌अप, इंस्टाग्राम एक्स आदि सोशल प्लेटफार्मों पर सोच समझ कर ही पोस्ट करने का आह्वान किया।

कहा कि शांति में खलल, भड़काऊ, आदि पोस्ट करने पर संबंधित जेल रवाना किया किया जाएगा। इसके लिए जिला मुख्यालय पर सोशल मीडिया सेल को और भी सक्रिय कर दिया है। इसके अलावा एल‌आईयू, एसबाईबी समेत सभी खुफिया एजेंसियों के जवानों को भी सक्रिय रहने का आदेश दे दिया गया है। सोशल मीडिया पर गलत टिप्पणी पर लोगों की पैनी नजर रहेगी।

*कांशीराम आवास परिसर में कूड़ा डंप होने से बढ़ी लोगों की नाराजगी*

भदोही- विकास भवन के बेहद करीब स्थित कांशीराम शहरी आवास में कूड़ा डंप होने से लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। कचरा से उठा रहा दुर्गंध लोगों का जीना दुश्वार कर दी है। चेताया कि शीघ्र ही डंप कचरा को नहीं हटाया गया तो लोग हर स्तर से आवाज उठाने को बाध्य होंगे।

लोगों ने बताया कि कांशीराम शहरी आवास में रहना मुहाल हो गया है। घर से निकला कूड़ा-कचरा मनमाने ढंग से डंप किया जा रहा है। कचरा से उठा रहा दुर्गंध लोगों को बीमार न कर दे यह चिंता सताए जा रही है। उपेक्षा का दंश झेल रहे करीब 12 सौ परिवार का रहना मुश्किल हो गया है। ऐसे में डंप कचरा को उठाकर निर्धारित स्थान पर रख दी जाए तो लोगों को काफी राहत मिलेगी।

*1 करोड़ 75 लाख से पूर्ण होगा अधूरे सीएचसी का निर्माण कार्य, लाखों लोगों को मिल सकेगी बेहतर उपचार की सुविधा*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- एक दशक से अधूरा पड़ा अभोली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य जल्द ही शुरु होगा। निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए शासन स्तर से एक करोड़ 75 लाख रुपए बजट स्वीकृत किया गया है। सीएचसी बन कर तैयार होने के बाद क्षेत्र के करीब 10 दर्जन गांव के लाखों लोगों को बेहतर उपचार मिलेगा। अभोली में स्वास्थ्य केंद्र न होने के कारण लोगों को ज्ञानपुर, सुरियावां जाना पड़ता है। इससे मरीजों को परेशानी तो होती ही है, बल्कि आर्थिक बोझ भी बढ़ता है।

अभोली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण की स्वीकृति 2009 में हुई थी। 2010 में निर्माण शुरू किया गया। तत्कालीन शिक्षा मंत्री रंगनाथ मिश्रा ने भूमि पूजन कर शिलान्यास किया। इसके लिए 3 करोड़ 25 लाख रुपए का बजट आवंटित किया गया था, लेकिन कार्यदायी संस्था और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते कार्य पूरा नहीं हो सका। सिर्फ बिल्डिंग बनकर तैयार है लेकिन प्लास्टर नहीं हुआ है। निर्माण कार्य में धांधली को लेकर तत्कालीन परियोजना प्रबंधक, एकाउटेंट को जेल भी जाना पड़ा था। इसके बाद से निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। जिसे बनवाने के लिए ग्रामीणों ने कई बार सांसद, विधायक से मांग किया, लेकिन वह सिर्फ एक औपचारिकता बन कर रह गया।

ब्लॉक में सीएचसी न होने के कारण लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा था। बेहतर उपचार के लिए मरीजों को ज्ञानपुर 25 किमी, तो सुरियावां 18 किमी जाना पड़ता था। इससे मरीज को परेशानी के साथ ही आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता था। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके चक ने बताया कि कार्यदायी संस्था से बात हुई है। टेंडर हो चुका है। जिसके लिए एक करोड़ 75 लख रुपए की स्वीकृति मिली है।

*जानलेवा हमले के आरोप में सात को तीन-तीन साल के कारावास की सजा*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम शैलोज चंद्रा की अदालत ने जानलेवा हमले के सात दोषियों को तीन-तीन साल कारावास एवं अर्थदंड की सजा सुनाई। करीब एक दशक पूर्व के मुकदमें में कोर्ट ने फैसला सुनाया।

अभियोजन के मुताबिक दिसंबर 2012 में कोइरौना के हरिरामपुर गांव निवासी रामआसरे खड़ंजे पर बाजरा रखा था। हटाने के विवाद को लेकर दो पक्षों के मारपीट हो गई। इसमें पुलिस ने रामआसरे, संदीप कुमार, श्याम कुमार और लाल साहब के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपपत्र न्यायालय में भेजा। जहां दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद न्यायाधीश ने चारों दोषियों को तीन-तीन साल कारावास एवं नौ-नौ हजार अर्थदंड की सजा सुनाई।

इसी तरह उसी मुकदमें में दूसरे पक्ष के लाल बहादुर, जैनेंद्र कुमार और मंजू लाल को भी जानलेवा हमले का दोषी मानते हुए कोर्ट ने तीन-तीन साल कारावास और 38-38 हजार अर्थदंड की सजा सुनाई। अभियोजन पक्ष से पैरवी अपर जिला शासकीय अधिवक्ता विकास नारायण सिंह ने की।

*अयोध्या उत्सव का साक्षी बनेगा सुंदरवन, 120 स्कूली बच्चे प्रस्तुत करेंगे रामायण की जीवंत झांकी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कालीन नगरी में भी उत्साह है। ज्ञानपुर- भदोही के मध्य स्थित राम जानकी मंदिर सुंदरवन भी अयोध्या उत्सव का साक्षी बनेगा। यहां 120 स्कूली बच्चे रामायण की जीवंत झांकी को प्रस्तुत करेंगे। राम जन्म से लेकर राम-रावण युद्ध और राम के राज्याभिषेक की तैयारी की गई है।

राम जानकी मंदिर की माता साध्वी राजलक्ष्मी मांडा ने पत्रकारों से रूबरू होकर आयोजन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रभु श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मंदिर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। मंदिर के पास स्थित जंगल में रामायण से जुड़ी जीवंत झांकिया एवं दृश्य प्रस्तुत किए जाएंगे। सुंदरवन के इस जंगल के कंकड़ और पत्थर प्रभु श्रीराम के जीवन गाथा को सुनाएंगे। प्रभु श्रीराम के जन्म, दीक्षा, विवाह, वनगमन, सीताहरण, सबरी आश्रम, सुग्रीव मिलन, अशोक वाटिका, राम-रावण युद्ध की झांकी स्कूली बच्चों की तरफ से प्रस्तुत किया जाएगा।

इस कार्यक्रम को लेकर जंगल को पूरी तरह आकर्षक तरीके से सजाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां भगवान शिव का विशाल मंदिर स्थापित होने जा रहा है। दो से तीन साल में यह जन आस्था का प्रमुख केंद्र होगा। उनका कहना है कि सुंदरवन को लेकर मान्यता है कि प्रभु श्रीराम सीतामढ़ी पैदल जाते समय सुंदरवन होकर ही गुजरे थे।

*तनाव से उबरने को थामी पेंसिल और जिंदगी में भरा नया रंग,15 महीने से जिला जेल में बंद अनुराग के डिजाइन वाले वॉल हैंगिंग लगेंगे श्रीराम मंदिर में*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- अनुराग दुबे 15 महीनों से जिला कारागार में बंद है। वह विचाराधीन कैदी हैं। उन पर दहेज का मामला दर्ज है। सत्ताइस साल के इस बंदी ने जेल में तनाव से उबरने के लिए पेंसिल और रंगों ने नाता जोड़ा और अब वे कागज पर कलाकृतियां उकेरने लगे हैं। उन्होंने कला की शिक्षा कहीं से नहीं ली लेकिन उनकी बनाई डिजाइन पर ऐसी कालीन बनाई गई हैं जो राम मंदिर की शोभा बढ़ाएंगी।जिला प्रशासन ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर कालीन भेट की हैं। इस कालीन की डिजाइन अनुराग दुबे ने ही बनाई है।

चौरी के ममहर गांव निवासी अनुराग ने अयोध्या भेजी गई आठ वालहैगिंग में श्रीराम जानकी, हनुमान, राम मंदिर के चित्र उकेरे हैं। सभी कलाकृतियों को अनुराग ने कागज पर पेंसिल से बनाया है। उसके बाद उसे रंगा। बुनकरों ने उसके आधार पर वॉलहैगिंग की बुनाई की है।स्नातक तक पढ़ाई करने वाले अनुराग ने बताया कि दहेज के मामले में 15 महीने पहले वे गिरफ्तार होकर जेल आए तो अवसाद में चले गए। जेलर राजेश वर्मा ने उन्हें इससे बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया। अवसाद से मुक्त होने के लिए उन्होंने ड्राइंग करनी शुरू की। कुछ दिनों के अभ्यास के बाद वे कोई भी चित्र देखकर उसको हूबहू बनने का हुनर हासिल कर लिया। काम करते-करते रंगों की समझ भी विकसित हो गई।

उनका कहना है कि जेल ने उनके जीवन को एक नई दिशा दी है। अगर वे यहां नहीं आते तो शायद उन्हें अपने अंदर की इस प्रतिभा का पता नहीं चल पाता। जेल से छूटने के बाद उनकी डिजाइनिंग में ही कैरियर बनाने की इच्छा है।

*सीतामढ़ी में लवकुश ने बांधा अश्वमेघ का घोड़ा, भू-प्रवेश सीता मंदिर में बंधे हुए हैं हनुमान जी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी तेजी से चल रही है। प्रभु राम और माता सीता से जुडे़ स्थानों की चर्चा इस समय अधिक है। भदोही के सीतामढ़ी में भगवान श्रीराम आए थे। इसका जिक्र पद्मपुराण के पाताल खंड में है। वाल्मीकि आश्रम के महंत पं. हरि प्रसाद मिश्र शास्त्री ने बताया कि प्रभु राम ने जब माता सीता को वन में भेज दिया था तो वैदेही सीतामढ़ी स्थित महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में पहुंची थीं। महर्षि वाल्मीकि आश्रम में ही उन्होंने अपना द्वितीय वनवास व्यतीत किया। आश्रम में ही सीता माता ने गुप्त नवरात्र आषाढ़ शुक्ल पक्ष नवमी को लव और कुश कुमारों को जन्म दिया।

श्री राम ने अयोध्या का राज्य संभालने के पश्चात अश्वमेध यज्ञ का आयोजन किया। यज्ञ का घोड़ा छोड़ा गया। सीतामढ़ी में गुरु वाल्मीकि के सानिध्य में लव-कुश कुमारों की शिक्षा-दीक्षा चल रही थी। दोनों कुमार साथ-साथ खेलते और युद्ध अभ्यास करते थे। उन्होंने अश्वमेध के घोड़े को पकड़कर बांध दिया। घोड़े के साथ आए सैनिकों ने बालकों से घोड़े को छोड़ने के लिए कहा। कुमारों ने उनकी बात नहीं मानी और घोड़े को अपने साथ आश्रम में ले गए। सैनिकों ने इसकी जानकारी लक्ष्मण और हनुमान को दी।लवकुश और लक्ष्मण में युद्ध हुआ। लक्ष्मण मूर्छित हो गए। हनुमान को भी लवकुश ने बांध लिया और चतुरंगिनी सेना को पराजित कर दिया। इसके बाद भरत, शत्रुघ्न और पुत्रों को भी दोनों कुमारों ने परास्त कर दिया। इसके प्रभु श्री राम बालकों को देखने खुद यहां स्थान पहुंचे। श्री राम ने दोनों बालकों को समझाया और घोड़ा छोड़ने को कहा लेकिन कुमारों ने राम को युद्ध के लिए ललकारा। पिता-पुत्रों के बीच युद्ध की नौबत देखकर महर्षि वाल्मीकि माता सीता को लेकर पहुंचे और सारी बात बताई।

श्री सीता समाहित स्थल मंदिर के निचले तल में भू प्रवेश करती मां सीता की अद्भुत दिव्य मूर्ति स्थापित है। मूर्ति के पीछे त्रेतायुगीन गाथाओं की पृष्ठभूमि को उकेरा गया है। जिसमे लवकुश कुमारों ने हनुमान जी के दोनों हाथ बांध रखे हैं। जबकि श्री राम की चतुरंगिनी सेना मूर्छित हो कर जमीन पर पड़ी है। इसी तरह तमाम योद्धाओं की मूर्ति इस पृष्ठभूमि में देखी जा सकती है।

*96 केंद्रों की होगी त्रिस्तरीय निगरानी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।जिले में यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारी तेज हो गई है। माध्यमिक शिक्षा विभाग कंट्रोल रूम,सचल दस्तों के गठन की प्रक्रिया को पूर्ण करने में लगा है। नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए 96 केंद्रों की त्रिस्तरीय निगरानी की जाएगी। जिला क्षेत्रीय कार्यालय और राज्य स्तर पर बने कंट्रोल रूम से हर केंद्र जुड़ा रहेगा

। परीक्षा शुरू होने से पूर्व केंद्रों के सीसी कैमरे,वायस रिकार्डर एवं डीबीआर को परखा जाएगा। जिले में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा 22 फरवरी से शुरू होगी। पखवारे भर पूर्व 96 केंद्रों को फाइनल करने के बाद विभाग कक्ष निरीक्षक के चयन के लिए स्कूलों से शिक्षकों की सूची मांगी गई है।

2023 की तरह इस बार भी जनपद, क्षेत्रीय कार्यालय और राज्य स्तर पर बने कंट्रोल रूम से परीक्षा केंद्रों की निगरानी की जाएगी। परीक्षा से पहले सभी सीसीटीवी कैमरे को ट्राॅयल करके देखा जाएगा। जहां भी खमियां मिलेगी,उसे 31 जनवरी तक दुरुस्त कराया जाएगा। जिससे प्रायोगिक परीक्षा शुरू होने से पूर्व ही सभी सीसीटीवी कैमरे दुरस्त हो जाएं।

इस बार की परीक्षा में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में कुल 56 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक विकालय भारती ने बताया कि 96 केंद्रों को कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा। परीक्षा केंद्र की एक-एक गतिविधियों पर कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष के अलावा राज्य एवं क्षेत्रीय कार्यालय से भी नजर रखा जा सकेगा।

*10 केंद्रों पर होगी नवोदय की प्रवेश परीक्षा*80 सीटों के लिए 3219 छात्र-छात्राओं के बीच होगा मुकाबला*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।जवाहर नवोदय विद्यालय ज्ञानपुर में कक्षा छह में प्रवेश के लिए 20 जनवरी को परीक्षा कराई जाएगी। इसके लिए छह ब्लॉकों में 10 केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें 3219 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। परीक्षा सुबह 11.30 से 1.30 बजे तक होगी।

जिलाधिकारी गौरांग राठी ने परीक्षा को पारदर्शी कराने के लिए 10 सेक्टर मजिस्ट्रेट और एडीएम कुंवर वीरेेंद्र मौर्य को नोडल अधिकारी बनाया है। प्रवेश पत्र नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।

परिषदीय एवं मान्यता प्राप्त विद्यालयों में पढ़ने वाले पांचवीं के छात्र-छात्राओं को नवोदय में छठवीं कक्षा में प्रवेश के लिए मौका दिया जाता है। उत्तीर्ण होने पर छठवीं से 12वीं तक उन्हें आवासीय शिक्षा की सुविधा दी जाती है। जवाहर नवोदय विद्यालय ज्ञानपुर में कक्षा छह में कुल 80 सीटें हैं।

इसके सापेक्ष मांगे गए आवेदन में कुल 3219 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है। 20 जनवरी को होने वाली परीक्षा के लिए अभोली में डॉ. लोहिया इंटर कॉलेज सागरपुर बवई, इंटर कॉलेज दुर्गागंज, औराई में इंटरमीडिएट कॉलेज बाबूसराय, रामसजीवन इंटर कॉलेज खमरिया, भदोही में वुडवर्ड पब्लिक स्कूल भदोही, प्रेम बहादुर सिंह पब्लिक स्कूल, पंडित दीनदयाल उपाध्याय माध्यमिक इंटर कॉलेज सागरपुर, विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज ज्ञानपुर, जिला पंचायत बालिका इंअर कॉलेज ज्ञानपुर और सेवासदन इंटर कॉलेज मोढ़ को केंद्र बनाया गया है।

जिला विद्यालय निरीक्षक विकायल भारती ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी और बीडीओ को 10 केंद्रों का सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया गया है। डीएम ने परीक्षा पर नजर रखने के लिए एडीएम को नोडल अधिकारी बनाया है। उन्होंने बताया कि परीक्षा के दिन सभी केंद्रो पर सुरक्षा के लिए पुलिस के जवान भी तैनात रहेंगे।