मंत्री रामविचार नेताम का निर्देश, इन विद्यार्थियों को टेलीविजन स्क्रीन पर लाइव दिखाया जाएगा प्रभु श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह

रायपुर-   आदिम जाति विकास मंत्री राम विचार नेताम के निर्देश पर 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान प्रदेश के सभी आश्रम-छात्रावासों और कार्यालयों में शंखध्वनि और घंटानाद और आरती पूजन किया जाएगा। संध्या बेला दीप प्रज्जवलित कर दीपोत्सव मनाया जाएगा। इस संबंध में मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर स्थित आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा राज्य के सभी जिलों के सहायक आयुक्तों को पत्र जारी कर दिया गया है।

गौरतलब है कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में आयोजित श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में प्रभु श्री राम के बाल रूप विग्रह को श्री राम जन्म भूमि पर बन रहे भूतल के गर्भग्रह में विराजित कर प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.

सहायक आयुक्तों को निर्देशित किया गया है कि आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग प्राण प्रतिष्ठा समारोह के एक दिन पहले 21 जनवरी को विभाग के आश्रम, छात्रावास, प्रयास/एकलव्य विद्यालय एवं कीड़ा परिसर सहित अन्य सभी कार्यालयों और भवन परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। 22 जनवरी के दिन सवेरे 11 बजे से दोपहर 1 बजे के मध्य आश्रम-छात्रावासों व कार्यालयों में टेलीविजन/एल.ई.डी. स्कीन लगाकर अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को दिखाये जाने को कहा गया है।

पत्र में कहा गया है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान आश्रम, छात्रावास, प्रयास/ एकलव्य विद्यालय एवं कीड़ा परिसर सहित अन्य सभी कार्यालयों में शंखध्वनि, घंटानाद, आरती, प्रसाद वितरण किया जाए और सायंकाल के बाद दीप प्रज्जवलित कर रोशनी, आतिशबाजी के साथ दीपोत्सव की जाए।

उप राष्ट्रपति के मुख्य अतिथ्य में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का 38वां स्थापना दिवस सम्पन्न

रायपुर-   उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के 38वें स्थापना दिवस को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे किसान खुशहाल होंगे तो देश खुशहाल होगा। किसानों के लिए खेती-किसानी आजीविका का साधन ही नहीं अपितु देश की इकॉनामी को गति प्रदान करने, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक विकास का आधार है। अन्नदाताओं का अभिनंदन करते हुए करते हुए श्री धनखड़ ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में आधुनिक तकनीकी को अपनाकर, किसानों को सहयोग प्रदान कर, आने वाली पीढ़ियों को खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और 2047 तक विकसित भारत बनाने के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।

समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने की। अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और कृषि मंत्री राम विचार नेताम भी समारोह में उपस्थित थे। उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ ने इस मौके पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गई धान की इम्यूनोबूस्टर एवं कैंसर रोधी नवीन किस्म ‘संजीवनी’ से निर्मित तीन उत्पादों संजीवनी इंस्टैन्ट, संजीवनी मधु कल्क तथा संजीवनी राइस बार का लोकार्पण किया। उन्होंने ने विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित कृषि दर्शिका 2024 का विमोचन भी किया। इसके पहले उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने विश्वविद्यालय परिसर में कृषि स्टार्ट अप, बायोटेक और कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं कृषि मंत्री रामविचार नेताम के साथ विश्वविद्यालय परिसर में मौलश्री का पौधा रोपा। कार्यक्रम के प्रारंभ में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश चंदेल ने अतिथियों का स्वागत किया।

उप राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और वैज्ञानिकों का आव्हान करते हुए कहा कि आज भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। इसमें किसानों का योगदान अतुलनीय है। कृषि के क्षेत्र में विद्यार्थियों और वैज्ञानिकों के योगदान से इसमें उत्तरोत्तर वृद्धि होगी। 2047 तक विकसित भारत का निर्माण केवल सपना नहीं हमारा लक्ष्य है। इसे हासिल करने में कृषि के विकास में कृषि वैज्ञानिकों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में आज स्टार्टअप के लिए नई संभावनाएं और बेहतर विकल्प हैं।

उप राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों से कहा कि 2047 तक विकसित भारत बनाने में आपकी भूमिका एक सैनिक की तरह है। आप किसानों को कृषि उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग और कृषि उत्पादों में वेल्यू एडिशन के लिए प्रोत्साहित करें। हमारे किसान भी खेती किसानी में ड्रोन टेक्नालॉजी का उपयोग करें। इसके लिए भी उन्हें प्रोत्साहित किया जाए। आज भारत तेजी से विकास कर रहा है। आपके योगदान से विकास की यह रफ्तार और तेज होगी।

उन्होंने जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने के लिए वृक्षारोपण, खेती में आधुनिक तकनीक के उपयोग, खेती में सौर ऊर्जा के उपयोग, जल संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ एक आदिवासी बहुल और प्राकृतिक संसाधनों से सम्पन्न राज्य है। यह सुनिश्चित किया जाए कि इन संसाधनों का पूरा लाभ यहां के लोगों को मिले। उन्होंने कहा कि ’इंडिया इज साईनिंग स्टार इन ग्लोबल इकानॉमी’ है। इसमें किसानों सहित सभी का योगदान हैं। सरकार की योजनाओं और बेहतर नीतियों ने इस उपलब्धि में उत्प्रेरक का काम किया है।

उप राष्ट्रपति ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों के लिए यह अमृत काल है। अब कृषि दूध, सब्जी, तिलहन आदि के केवल उत्पादन तक सीमित नही है। उत्पादनों का प्रसंस्करण कर वेल्यू एडिशन के क्षेत्र में बेहतर विकल्प उपलब्ध हो रहे हैं। उन्होंने सभी को स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विश्व का अग्रणी देश बनाने में हमारे युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर विकसित भारत के निर्माण का अभियान शुरू किया गया है। विकसित भारत संकल्प यात्रा पूरे देश में आयोजित की जा रही है। लोग अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रहे हैं और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का सीधा लाभ भी प्राप्त कर रहे हैं। हमारे देश में युवाओं की आबादी सबसे ज्यादा है। युवाओं में अपार क्षमता है वे इस अभियान को सफल बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि पीढ़ियों से कृषि छत्तीसगढ़ का मुख्य व्यवसाय रहा है, जो हमारे समुदायों को बनाए रखता है और हमारी संस्कृति का पोषण करता है। हमारे राज्य की समृद्ध कृषि विरासत पर हम सभी को गर्व है। छत्तीसगढ़ कृषि-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार के एक रोमांचक युग का गवाह बन रहा है। स्टार्टअप और कृषि-उद्यमी उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं। कृषि क्षेत्र के नवप्रवर्तक किसानों और सरकार के साथ सहयोग करें ताकि उनके नवाचार जनता तक पहुंचें।

उन्होंने विद्यार्थियों और कृषि वैज्ञानिकों से कहा कि स्टार्टअप्स के साथ सहयोग करें, अपना ज्ञान किसानों के साथ साझा करें, और आईजीकेवी के कार्यक्रम के माध्यम से उपलब्ध संसाधनों का लाभ उठाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें। इससे कृषि न केवल उत्पादक होगी बल्कि टिकाऊ, लचीली और समावेशी भी होगी। उन्होंने कहा कि हम सभी बहुत भाग्यशाली हैं जो स्वतंत्र भारत के साथ-साथ गणतंत्र भारत के अमृत काल के साक्षी बने। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गई धान की इम्यूनिटी बूस्टर किस्म संजीवनी काफी उपयोगी साबित होगी। उन्होंने स्थापना दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि कृषि वैज्ञानिकों और उद्यमियों की सहभागिता से हम किसानों के जीवन को खुशहाल और समृद्ध बनाएंगे। उन्होंने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और विद्यार्थियों का आव्हान करते हुए कहा कि कृषि और प्रदेश के कृषकों के विकास के लिए विशेष रणनीति बनाएं। श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा कृषि क्षेत्र के विकास को अपनी सर्वाेच्च प्राथमिकता में रखा है। उन्होंने हमेशा नवाचारों, अनुसंधानों और उद्यमिता के विकास को प्रोत्साहित और प्रेरित किया है। राज्य सरकार भी इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से इसके लिए प्रतिबद्ध है। हम कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से अपने प्रदेश में कृषि विकास को नयी ऊंचाइयों पर स्थापित करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय ने कृषि शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य किया है। विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न फसलों की 160 से अधिक किस्में विकसित की गई हैं एवं 100 से अधिक उन्नत कृषि तकनीकों का भी विकास किया गया है। उत्तर में बलरामपुर से लेकर दक्षिण में सुकमा तक कृषि महाविद्यालय, अनुसंधान केन्द्र एवं कृषि विज्ञान केन्द्र का मजबूत नेटवर्क विश्वविद्यालय के पास है। इस नेटवर्क की सहायता से विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के कृषि-विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने छत्तीसगढ़ के लोगों को खुशहाल जीवन की गारंटी दी है। उनकी गारंटी समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए है। इन गारंटियों को पूरा करने की शुरूआत हमने कर दी है। मुख्यमंत्री पद का दायित्व संभालते ही दूसरे ही दिन कैबिनेट की बैठक आयोजित कर प्रधानमंत्री आवास योजना के 18 लाख हितग्राहियों के आवास निर्माण की स्वीकृति देने का निर्णय लिया गया। मोदी जी की गारंटी को पूरा करते हुए हम किसानों से 3100 रूपये प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी कर रहे हैं। खरीदे जा रहे धान का भुगतान वर्तमान में समर्थन मूल्य के हिसाब से किया जा रहा है, शीघ्र ही किसानों को अंतर की राशि का भुगतान भी कर देंगे।

उन्होंने कहा कि मोदी जी की गारंटी के अनुरूप हमने पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन, सुशासन दिवस के अवसर पर 12 लाख किसानों के बैंक-खातों में दो साल के धान के बकाया बोनस की राशि 3716 करोड़ रुपए अंतरित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि मोदी जी की गारंटी के अनुरूप हम खेतिहर मजदूरों को भी प्रतिवर्ष 10,000 रूपये आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे। महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना शीघ्र प्रारंभ की जाएगी। जिसमें उन्हें 12,000 रूपये प्रतिवर्ष प्राप्त होंगे। उन्होंने विद्यार्थियों का आव्हान करते हुए कहा कि आप अपनी शिक्षा एवं कौशल का उपयोग नए उद्यमों की स्थापना करने के लिए करें। स्व-रोजगार अपनाकर आप स्वयं आय अर्जित कर सकते हैं एवं अन्य लोगो को भी रोजगार दे सकते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति, वैज्ञानिकों, अधिकारियों-कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं को स्थापना दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिकारी-कर्मचारी, वैज्ञानिक, छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

जो विधायक विधानसभा में जितना ज्यादा बैठता है अपने विचार उतने ही बेहतर तरीके से रख पाता है - लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला


रायपुर-  जो विधायक विधानसभा में जितना ज्यादा बैठता है। वो विधानसभा में अपने विचार उतने ही बेहतर तरीके से रख पाता है और इस तरह से अपने क्षेत्र का बेहतर प्रतिनिधित्व कर पाता है। यह बात छत्तीसगढ़ विधानसभा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विधायकों के दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम में कही। श्री बिरला ने इस मौके पर कहा कि सदन संविधान का मंदिर है अतएव सदन के भीतर गरिमापूर्ण आचरण बहुत जरूरी है। विधानसभा के नियमों और संसदीय परंपराओं की जितनी गहराई से जानकारी होगी, अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने में आपको उतना ही लाभ होगा। केवल अपने क्षेत्र की समस्याएं न रखें अपितु राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय परिदृश्य को देखते हुए पूरे प्रदेश से जुड़े मुद्दे विधानसभा में रखें। श्री बिरला ने कहा कि पूर्व में विधानसभा में हुई कार्यवाही का अध्ययन भी विधायकों के लिए काफी उपयोगी होता है। दस्तावेजों का डिजिटलीकरण बहुत उपयोगी है। पुरानी बहसों को सुनने से मुद्दों की समझ गहरी होती है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ छोटा राज्य है लेकिन अपने नवाचारों से और नई परंपराओं से यह प्रदेश देश भर में आदर्श राज्य के रूप में स्थापित हो सकता है। विधानसभा के सदस्य के रूप में इसमें आप सभी की अहम भूमिका हो सकती है। छत्तीसगढ़ की प्रशंसा करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ में गहरी विविधता है। यह छोटा राज्य जरूर है लेकिन अपने लोकाचारों के मामले में, संस्कृति के मामले में बेहद समृद्ध है। इस राज्य के आगे बढ़ने की बहुत सी संभावनाएं हैं। आप सभी दूसरे राज्यों के नवाचारों का भी अध्ययन करते रहें। उनके विधायकों से बात करें, जो अच्छी पद्धति हैं उसे अपने यहां लागू करने का प्रयास भी करते रहें।

इस मौके पर उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने भी अपना उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि आदरणीय ओम बिड़ला जी के मार्गदर्शन में तथा प्रधानमंत्री श्री मोदी के निर्देश पर हम उत्तरप्रदेश को पेपरलेस विधानसभा बनाने का लक्ष्य प्राप्त कर पाए हैं। प्रबोधन और सीखने के लिए सारी उम्र कम है। हमेशा सीखते रहिये।

लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह ने भी उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि प्रबोधन कार्यक्रम से विधानसभा के सदस्यों को विधानसभा की प्रक्रिया समझने में काफी मदद मिलेगी। यहां दृष्टांतों की भी जानकारी दी जाएगी ताकि वे अपने कार्यकाल में इनके माध्यम से प्रभावी कार्य कर सकें। श्री सिंह ने लोकसभा में किये गये नवाचारों की जानकारी दी और कहा कि इस तरह की परिपाटियों को विधानसभा में भी अपनाना चाहिए।

स्वास्थ्य बेहतर नहीं होने की वजह से विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह की अनुपस्थिति में संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने उनका संदेश विधायकों को बताया। उन्होंने कहा कि इस बात की गहरी खुशी है कि आज प्रबोधन कार्यक्रम के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपनी उपस्थिति दी है। प्रबोधन के माध्यम से विधायकों को अगले पांच सालों में विधानसभा में कुशलता से कार्य करने में मदद मिलेगी। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि भगवान श्रीराम के ननिहाल में आये सभी अतिथियों का मैं अभिनंदन करता हूँ। यह दो दिवसीय कार्यक्रम विधायकों के लिए काफी उपयोगी होगा। नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत ने कहा कि प्रबोधन कार्यक्रम के माध्यम से विधायकों को काफी कुछ सीखने मिलता है। प्रबोधन के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आये हैं। हम उनका अभिनंदन करते हैं। कार्यक्रम के शुरूआत में विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा ने विस्तार से प्रबोधन कार्यक्रम की जानकारी दी।

उप राष्ट्रपति ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में विकास प्रदर्शनी का किया अवलोकन

रायपुर-   उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर लगायी गई। विकास प्रदर्शनी में कृषि स्टार्ट अप, बायोटेक और कृषि विज्ञान केंद्र के विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। इस दौरान धमतरी जिले के बगरूम नाला गांव से आईं प्रेमबाई कुंजाम और मिलन बाई उइके ने उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ को बताया कि उनके समूह की महिलाएं नगरी दुबराज सुगंधित चावल का उत्पादन करती हैं। जिसका मूल्य 120 रूपये प्रति किलोग्राम है।

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अलसी के डंठल से बने छत्तीसगढ़ लिलेन कपड़े में विशेष रूचि दिखायी। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. के. पी. वर्मा ने बताया कि अलसी के डंठल जो अब तक बिलकुल भी उपयोगी नहीं थे अब इनसे ’वेस्ट टू वेल्थ’ अभियान के तहत कपड़ों का निर्माण किया जा रहा है। उपराष्ट्रपति ने इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय की प्रदर्शनी में लगे मूंगफली छिलाई यंत्र को अपने हाथों से संचालित किया एवं इसकी प्रशंसा भी की।

बस्तर जोन से लगाए गए लघु धान्य फसलों की प्रदर्शनी के निरीक्षण के दौरान उप राष्ट्रपति ने उत्सुकतावश फसलों की जानकारी ली। कृषि विज्ञान केंद्र कांकेर से आये डॉ. राहुल साहू ने उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ को बताया कि उनके साथ स्व सहायता समूह की 500 महिलाएं जुड़ी हुई हैं जो कोदो, कुटकी, रागी जैसी लघु धान्य फसलों का उत्पादन एवं प्रसंस्करण कर अपना जीवन यापन कर रही हैं। कृषि विज्ञान केंद्र कोरिया जिले के द्वारा लगाए गए स्टाल में उप राष्ट्रपति ने करमा जीराफुल चावल की जानकारी ली तथा साथ ले जाने की भी इच्छा जाहिर की।

जेनेटिक्स एन्ड प्लांट ब्रिडिंग विभाग के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने उप राष्ट्रपति को कृषि विश्व विद्यालय में अनुसंधान से निर्मित चावल संजीवनी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह चावल इम्युनिटी बूस्टर का काम करता है साथ ही कैंसररोधी है। उन्होंने उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ को विश्वविद्यालय में अनुसंधान से निर्मित धान के अन्य प्रजातियों और बौनी किस्म की फसलों की भी जानकारी दी।

कृषि महाविद्यालय जगदलपुर के सदस्यों ने इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित केरा बस्तर नारियल की जानकारी देते हुए उप राष्ट्रपति को बताया कि यह प्रजाति छत्तीसगढ़ जैसे गैर परम्परागत क्षेत्र में उत्पादित की गयी है।

उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने स्टाल निरीक्षण के दौरान सीजी रायगढ़ हल्दी के द्वारा बनाये गए उत्पाद हल्दी पंचांग का भी अवलोकन किया। हल्दी पंचांग हल्दी के पांच अंगों जड़, कंद, पत्ता, पुष्प और तना से बना स्वत्व और चूर्ण है। जिसका उपयोग त्वचा और रक्तवाहिनी के रोगों के उपचार में किया जाता हैं।

मनोहर गौशाला के मैंनेजिंग ट्रस्टी पदम डाकलिया ने उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ को कामधेनु सौम्या का छायाचित्र, गोबर से बने भगवान गणेश की प्रतिमा, गोबर से बने दीये, गोबर से बनी चटाई और गोबर से बने मनके की माला भेंट किया। उन्होंने उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ को बताया कि उनके पास अद्वितीय 27 लक्षणों से युक्त एक मात्र कामधेनु गाय है। उन्होंने अब तक 75 हजार किसानों को गौमूत्र एवं जैविक पदार्थों से बने निःशुल्क फसल अमृत का वितरण किया है। श्री डाकलिया ने उप राष्ट्रपति को बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गोबर से बनी चटाई भेंट की थी। उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने श्री डाकलिया के गौ सेवा एवं किसान हितैषी कार्यों की सराहना की।

छत्तीसगढ़ बीजेपी ने की लोकसभा चुनाव के लिए लोकसभा प्रभारी, सह प्रभारी, संयोजक और सहसंयोजकों की नियुक्ति

रायपुर-  भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने लोकसभा चुनाव हेतु लोकसभा प्रभारी, सह प्रभारी, संयोजक एवं सहसंयोजकों की नियुक्ति की है।

बता दें कि भारत में 18वीं लोकसभा के सदस्यों के चुनाव के लिए अप्रैल और मई 2024 तक लोकसभा चुनाव होने की उम्मीद है। लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है। पिछला लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई 2019 में हुए थे।

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने विकसित संजीवनी धान के तीन इम्यूनोबूस्टर का किया लोकार्पण, CM साय ने अधिकारियों से किसानों के लिए किया ये आग्रह…

रायपुर-   उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने विकसित संजीवनी धान के तीन इम्यूनोबूस्टर का लोकार्पण किया. राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन भी कार्यक्रम में शामिल हुए. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, कृषि मंत्री रामविचार नेताम भी साथ में मौजूद रहे.

कृषि विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छात्र-छात्राओं को संबोधित किया. 160 से अधिक फसलों को विकसित किया है. कृषि विकास में कृषि विश्वविद्यालय बड़ी भूमिका निभा रहा है. अनुसंधानों और उद्यमिता के विकास को प्रेरित किया है. कृषि विकास को नई ऊंचाइयों पर स्थापित करेंगे. किसानों के जीवन को खुशहाल और समृद्ध बनाएंगे. पीएम मोदी ने किसानों को खुशहाल जीवन की गारंटी दी है. राज्य सरकार की गारंटी है, किसानों की खुशी. 18 लाख पीएम आवास बनाने की स्वीकृति दी है.

पहली कैबिनेट बैठक में बजट में 3,799 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना लागू की जाएगी, 12 हजार रुपए सालाना महिलाओं को देंगे. मुख्यमंत्री ने कृषि विश्वविद्यालय के अधिकारियों से आग्रह किया कि कृषकों के लिए रणनीति बनाएं, ताकि किसानों का कल्याण हो सके.

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कुछ बातें है, जिससे देश में बदलाव आया है. हमारी सोच बदल गई है. आज का भारत जिस विकास के साथ आगे जा रहा है, दुनिया कह रही है कि भारत आज एक चमकते तारे की तरह है. हम हर क्षेत्र में वर्ल्ड लीडर हैं. सबसे अधिक डिजिटल ट्रांजेक्शन हमारे भारत में होते हैं. भारतीयता हमारी पहचान है और हमें गर्व है. कभी असफल होने के डर से किसी चीज को आगे नहीं बढ़ाएंगे तो आपका नुकसान कम और देश का नुकसान ज्यादा है. अगर आपने ठान ली तो बदलाव को कोई नहीं रोक पाएगा।

आगे उन्होंने कहा, कृषि में जितने स्टार्टअप की संभावना है, उसका इस्तेमाल करें आप. सभी बड़े-बड़े उद्योग इसी में जा रहे हैं. पहले कहा जाता था कि, स्काई इस द लिमिट. विकसित भारत 2047 हमारा सपना नहीं, हमारा लक्ष्य है. हम लक्ष्य की ओर तीव्रता से जा रहे हैं, मुख्यमंत्री से मैंने कई बातें की और इनका नाम देख लीजिए विष्णु देव, इनकी मदद कौन कर रहे है कौशल्या जी.

*उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में मौल श्री का पौधा रोपण

रायपुर-   उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विश्वविद्यालय परिसर में मौल श्री का पौधा रोपण किया। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कृषि स्टार्ट अप, बायोटेक और कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया।

दौरे को लेकर जारी शेड्यूल के मुताबिक उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ राजभवन से दोपहर 3.30 बजे प्रस्थान कर शाम 4.10 बजे छत्तीसगढ़ विधानसभा पहुंचेंगे और वहां आयोजित विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायकों को सम्बोधित करेंगे। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कार्यक्रम पश्चात शाम 5.20 बजे विधानसभा से प्रस्थान कर शाम 5.45 बजे रायपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से शाम 5.50 बजे दिल्ली के प्रस्थान करेंगे।

मंत्री बृजमोहन ने कहा- सभी विधायकों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा, कांग्रेस के सुंदरकांड पाठ पर बोले- राम की शरण में तो हर किसी को आना पड़ेगा

रायपुर- विधानसभा प्रबोधन कार्यक्रम को लेकर कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में संसदीय परंपरा को निभाया जाता है. आज 2 दिन का विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के मार्गदर्शन में विधायकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम है. लोकसभा के अध्यक्ष, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड, केंद्र के मंत्री मनसुख मांडवीया और कल देश के गृह मंत्री अमित शाह आने वाले हैं. उनके माध्यम से नए और पुराने सभी विधायकों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.

राम मंदिर प्रतिष्ठा को लेकर हो रहे समारोह पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रभु राम के बिना ना तो यह दुनिया चलती है ना देश चलता है. जब रामलाल पधार रहे हैं तो राममय होना स्वाभाविक है. फिर ये तो प्रभु राम का ननिहाल है. जहां भांजे का पैर धोया जाता है. पूरे देश और विश्व के साथ में छत्तीसगढ़ की जनता भी उत्सव मनाने के लिए तैयार है. आज पुलिस ग्राउंड में गाथा श्री राम की संगीत में कार्यक्रम शाम को 6:00 बजे से है. सभी से अनुरोध है राम मंदिर के इतिहास को जानने के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में आएं.

 कांग्रेस पर तंज 

कांग्रेस अब हनुमान चालीसा और सुंदर कांड का पाठ करेगी इस सवाल पर कहा बृजमोहन ने कहा कि राम की शरण में तो हर किसी को आना पड़ेगा. वहीं पिछले सरकार के घोटाले पर उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से वो सरकार सरकार नहीं थी, घोटाले बाज सरकार थी. डेवलपमेंट से उनको मतलब नहीं था. वो अपना जेब भरते थे. धीरे-धीरे परते अब खुल रही हैं.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की खनिज विभाग के कामकाज की समीक्षा

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि डीएमएफ की राशि का उपयोग खनन प्रभावितों के लिए होना चाहिए। प्रभावितों के शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी मूलभूत जरूरतों को पूरा करने में यह राशि प्राथमिकता के साथ खर्च होनी चाहिए। मुख्यमंत्री श्री साय ने आज मंत्रालय महानदी भवन में खनिज विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय कामकाज और गतिविधियों की समीक्षा के दौरान यह बातें कही। मुख्यमंत्री श्री साय ने अधिकारियों से प्रदेश में खनिज के भंडारण, उत्खनन, इसके उपयोग तथा आपूर्ति सहित विभागीय कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी.दयानंद और डॉ बसवराजू एस. उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अधिकारियों से कहा कि छत्तीसगढ़ में खनिज संसाधनों का विपुल भंडार मौजूद है और इससे प्रदेश को बड़े राजस्व की प्राप्ति भी होती है। देश की खनिज जरूरतों को पूरा करने में प्रदेश अग्रणी है। हमें कार्ययोजना तैयार कर संसाधनों के बेहतर उपयोग को बढ़ावा देना होगा। देश के साथ-साथ प्रदेश के विकास में इन संसाधनों का समुचित लाभ मिले, यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बहुमूल्य खनिज जैसे सोना और हीरे के भंडारण, लिथियम, यूरेनियम, ग्रेफाइट तथा कोल बेड मीथेन आदि के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने खनिजों की उपलब्धता का आकलन करने और उत्खनन की प्रक्रिया में विभागीय भूमिका पर भी चर्चा की। श्री साय ने कहा कि रेयर अर्थ एलिमेंट के प्रदेश में भंडारण भी उपलब्ध है, इनके उत्खनन की दिशा में प्रभावी कदम उठाएं जाएं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक मात्रा में उपलब्ध खनिज कोयले के भंडारण और इसकी आपूर्ति के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली। साथ ही उन्होंने प्रदेश में उपलब्ध गौण खनिजों के उत्खनन के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं को लेकर चर्चा की। बैठक में खनिज विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

ब्रिटेन में बने कानून की बजाए भारत अब अपने कानून से संचालित होगा: उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा

रायपुर-  उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि ब्रिटेन में पारित किए कानून से नहीं अब भारत में बने कानून से ही देश का संचालन होगा। उन्होंने आज यहां राजधानी रायपुर के सर्किट हाउस में गृह विभाग द्वारा ‘‘नवीन कानून: दंड संहिता से न्याय संहिता की ओर’’ विषय पर आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा नए कानून में अपराधी को दण्ड देने के साथ-साथ पीड़ित को न्याय देने की भावना निहित है। महिलाओं एवं बच्चों को न्याय एवं सुरक्षा देना भी इस नये कानून की प्राथमिकता में शामिल है। यह नवीन कानून निश्चित रूप से दूरदर्शी सोच और कल्पना का परिणाम है।

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कार्यशाला में कहा कि नये कानून से हमारा समाज और देश आगे बढ़ेगा, अब कोई भी तारीख पे तारीख नहीं दे पाएगा। समय-सीमा में सभी कानूनी प्रावधान के अंतर्गत कार्रवाई करनी होगी। नए कानून में महिला के विरूद्ध घटित अपराधों की प्रथम सूचना एवं विवेचना महिला अधिकारी द्वारा किए जाने का बाध्यकारी प्रावधान है। अलगावादी क्रियाकलाप या सशस्त्र विद्रोह या विध्वंषक क्रियाकलाप के द्वारा भारत की एकता, अखण्डता या सम्प्रभुता के विरूद्ध कारित अपराधों पर आजीवन कारावास का प्रावधान किया गया है।

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि नवीन कानून में मुख्यतः औपनिवेशिक कानूनों में बदलाव, महिला सुरक्षा एवं न्याय, आतंकवाद, संगठित अपराध एवं भारत की सम्प्रभुता, एकता एवं अखण्डता के विरूद्ध अपराध, पीड़ित केन्द्रित कानूनी प्रावधान, अनुसंधान में वैज्ञानिक तकनीक, डिजिटल एवं इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के प्रावधान, न्यायालयीन प्रक्रिया से संबंधित प्रावधान शामिल किए गए हैं। उन्होंने धारा 370 का उल्लेख करते हुए कहा कि आजादी के 70 साल बाद हमारे पूर्वजों के संकल्प को पूरा किया गया है। उन्होंने नवीन कानून के संबंध में व्यापक रूप से प्रशिक्षण प्रदान करने, तकनीकी उन्नयन, संसाधन एवं वित्तीय प्रबंधन, अंतर्विभागीय समन्वय तथा नये कानूनों के प्रावधानों को लागू करने के संबंध में बात कही।

उन्होंने बताया कि नये कानून में मॉबलिंचिंग द्वारा हत्या के अपराध पर अधिकतम मृत्युदंड तक का प्रावधान किया गया है। भारतीय दंड संहिता 1860 के स्थान पर भारतीय न्याय संहिता 2023 को अधिसूचित किया गया। भारतीय दण्ड संहिता की 511 धाराओं के स्थान पर अब 358 धाराएं हैं तथा 23 अध्याय के स्थान पर 20 अध्याय है। भारतीय दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के स्थान पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 को अधिसूचित किया गया है, जिसमें 484 धाराओं के स्थान पर 531 धाराएं एवं 37 अध्याय के स्थान पर 39 अध्याय है। भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1972 के स्थान पर भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 को अधिसूचित किया गया है, जिसमें 167 धाराओं के स्थान पर 170 धाराएं हैं एवं 11 अध्याय के स्थान पर 12 अध्याय है।

सांसद सुनील सोनी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि नये कानून के लागू होने से पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय मिलेगी तथा पुलिस की विश्वसनीयता बढ़ेगी। कार्यशाला में भारतीय न्याय संहिता 2023, नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। जिसमें सदियों से चले आ रहे औपनिवेशिक कानूनों में बदलाव किया गया है। इस अवसर पर विधायकद्वय पुरन्दर मिश्रा और मोतीलाल साहू, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, अधिवक्तागण, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी, अनेक जनप्रतिनिधिगण, मीडिया के प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।