16 साल से कम उम्र के स्टूडेंट्स नहीं जा सकेंगें कोचिंग, वरना 1 लाख का जुर्माना होगा कोचिंग पर, सरकार का बड़ा फैसला
बिहार, हाजीपुर,: सरकार ने निजी संस्थानों के लिए नई गाईडलाइंस जारी करते हुए आदेश दिया हैं कि 16 साल से कम उम्र वाले विद्यार्थी कोचिंग नहीं जा सकते. सरकार ने कहा हैं कि आदेश की अवहेलना करने वालों पर एक लाख रूपये तक का जुर्माना वसूला जाएगा, कोचिंग सेंटर का रजिस्ट्रेशन रद्द भी हो हैं सकता हैं. माना जा रहा हैं कि पिछले कुछ समय से कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले छात्रों की आत्महत्या की घटनाएं सामने आने के बाद सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं.
         मंत्रालय द्वारा दिए गए दिशानिर्देश के अनुसार कोचिंग संस्थान 16 साल से कम उम्र के विद्यार्थियों को अपने यहां दाखिल नहीं कर सकेंगें और अच्छे नंबर या रैंक दिलाने की गारंटी जैसे भ्रामक वादे भी नहीं कर सकेंगें. यह कदम दिशानिर्देशों के जरिए एक कानूनी ढांचे को स्थापित करके बेतरतीब तरीके से बढ़ रहे निजी संस्थानों को रोकने के लिए हैं.
           कोचिंग संस्थान कोचिंग की गुणवत्ता या उसमें दी जाने वाली सुविधाओं या ऐसे कोचिंग संस्थान या उनके संस्थान में पढ़ें छात्र द्वारा प्राप्त परिणाम के बारें में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी दावे को लेकर कोई भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित नहीं कर सकते हैं या प्रकाशित नहीं करवा सकते, जो अनैतिक कदाचार या किसी भी अपराध के लिए दोषी ठहराया गया हो. कोई भी संस्थान तब तक पंजीकृत नहीं होगा जब तक कि वह इन दिशानिर्देश की आवश्यकता को पूरा न कर लें.
        दिशानिर्देश में कहा गया हैं,"कोचिंग संस्थानों की एक तनावपूर्ण स्थितियों में छात्रों को निरंतर सहायता प्रदान करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप के लिए एक विभाग स्थापित करना चाहिए. उस विभाग का सक्षम अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा सकते हैं कि कोचिंग संस्थान द्वारा तनावग्रस्त छात्र की मदद के लिए परामर्श प्रणाली विकसित करें.
       दिशानिर्देश में कहा गया हैं कि विभिन्न पाठ्यक्रमों का शुल्क पारदर्शी और तार्किक होना चाहिए और फीस की रसीद दी जानी जरूरी हैं. इसमें साफ किया गया हैं कि अगर छात्र बीच में ही पाठ्यक्रम छोड़ता हैं तो उसकी बची हुई अवधि की फीस लौटाई जानी चाहिए.
       केन्द्र ने कहा हैं कि कोचिंग संस्थानों पर दिशानिर्देश का उल्लंघन करने पर एक लाख जुर्माना लगाया जाना जाएगा या अत्यधिक शुल्क वसूलने पर उनका पंजीकरण रद्द कर दिया जा सकता हैं. कोचिंग संस्थानों की उचित निगरानी के लिए सरकार ने दिशानिर्देश के प्रभावी होने के तीन महीने के भीतर 
नए और मौजूदा कोचिंग संस्थानों का पंजीकरण करने का प्रस्ताव दिया हैं. दिशानिर्देशों के मुताबिक, राज्य सरकार कोचिंग संस्थान की गतिविधियों की निगरानी के लिए जिम्मेदार होंगें.
कोर्ट के मुंशी को बाइक सवार बदमाशों ने सरेआम गोलियों से भूना, मौके पर हुई मौत, साथी की बची जान
हाजीपुर: हाजीपुर मुजफ्फरपुर एनएच-22 सराय थाना क्षेत्र के लाल कोठी होटल के निकट दिनदहाड़े बेखौफ बदमाशों ने कोर्ट जा रहे मुंशी की गोली मारकर हत्या कर दी.बताया जाता हैं कि मुंशी रंजन कुमार अपने घर से हाजीपुर सिविल कोर्ट के लिए आ रहे थे. उनके साथ एक सहयोगी अनिल कुमार सिंह थे. लाल कोठी के निकट एक बाइक पर सवार दो बदमाश पहुंचे और रंजन कुमार पर अंधाधुंध गोलियां चलाना शुरू कर दिया. वहीं बदमाशों ने रंजन कुमार के बाइक पर सवार अनिल कुमार सिंह को वहां से भागने के लिए कहा. रंजन कुमार मुजफ्फरपुर लॉ कॉलेज में फाइनल इयर के स्टूडेंट थे.      मौके पर मौजूद स्थानीय लोग एवं पुलिस ने घायल अवस्था में रंजन कुमार को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. मृतक महुआ  थाना क्षेत्र के पहाड़पुर निवासी राज मंगल राय के 25 वर्षीय पुत्र रंजन कुमार थे.
   घटना की जानकारी मिलते ही सदर अस्पताल में  कई वकील पहुंचे. घटना को लेकर सिविल कोर्ट के वकीलों में आक्रोश व्याप्त हैं. करीब पांच साल से हाजीपुर सिविल कोर्ट में रहकर मुंशी का काम करते थे.सूत्रों के मुताबिक आपसी विवाद में रंजन कुमार को गोली मारकर हत्या की बात कही जा रही हैं. रंजन के पड़ोसी से भी विवाद चल रहा था.
         घटना के संबंध में एसपी रवि रंजन कुमार ने बताया कि सुबह करीब 11 बजे सराय थाना अंतर्गत लाल कोठी होटल के पास एक मोटर साईकिल पर सवार दो अज्ञात बदमाशों के द्वारा गोली चलाई गई, जिसमें मोटर साईकिल जा रहे महुआ थाना के पहाड़पुर निवासी राज मंगल राय के पुत्र रंजन कुमार की मृत्यु हो गई.
       स्थानीय पुलिस द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर बदमाशों के भागने की दिशा में लगे सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर लिया गया हैं. जिसकी पहचान कर गिरफ्तारी हेतु लगातार छापेमारी की जा रही हैं. वर्तमान में स्थिति सामान्य हैं
      
कफन बांधकर निकला हूॅ ; हाजीपुर में संकल्प महासभा में दहाड़े चिराग पासवान.
बिहार, हाजीपुर: पूरे बिहार में संकल्प महासभा में कार्यक्रम के दौरान मंगलवार को चिराग पासवान एतिहासिक अक्षयवट राय स्टेडियम में कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ को संबोधित किया. चिराग पासवान ने कार्यकर्ताओं को संबोधित कर कहा मैं शेर का बेटा हूॅ. ना टूटने वाला हूॅ ना ही झुकने वाला हूॅ. बिहार को विकसित बनाने के लिए अपने सिर पर कफ़न बांध कर निकला हूॅ.
            चिराग पासवान ने अक्षयवट राय स्टेडियम में कहा कि इस भूमि को मेरे पिता और नेता स्व. रामविलास पासवान ने अपनी मां का दर्जा दिया हैं. हाजीपुर से मेरे पिता स्व. रामविलास पासवान की पहचान रही हैं और हाजीपुर के लोगों की पहचान स्व.  रामविलास पासवान से रही. किसी ट्रेन में चले जाइये कोई अधिकारी मिलेगा तो स्व. रामविलास पासवान के बारे में बताएगा. इन्होंने कहा कि हाजीपुर की पावन धरती पर आप सबों के बीच आकर पारिवारिक प्यार और स्नेह महसूस कर रहा हूं. अक्षयवट राय स्टेडियम में भारी भीड़ को देखकर गदगद हो गए. हमें बड़ी शक्तियों द्वारा कई बार खत्म करने का प्रयास किया, लेकिन आप सबों के कारण ही मैं आज पूरी मजबूती से खड़ा हूं. आप सबों ने जो मेरे पिता को पूरी उम्र प्यार और सम्मान दिया हैं. जिससे वे दो- दो बार अपने ही रिकॉर्ड को गिनीज बुक अॉफ वर्ल्ड में तोड़ा हैं आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास हैं कि आप लोगों के सहयोग से फिर उनका रिकॉर्ड तोडूंगा. चिराग पासवान ने कहा कि आज 16 जनवरी को हाजीपुर की धरती ने विजय का शंखनाद कर दिया हैं. आज का दिन ये तय कर दिया कि हाजीपुर लोकसभा से लोजपा रामविलास के प्रत्याशी की शत- प्रतिशत जीत आप लोगों के आर्शीवाद से तय हैं.       मैं उस सपने को साकार करने के लिए निकला हूं, जिस सपने को पूरा करने में मेरे पिता और नेता ने पूरा जीवन समर्पित कर दिया. बिहार और बिहारियों को विकास की राह से जोड़ने के लिए उन्होंने पूरा जीवन लगा दिया. बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट विजन की चर्चा करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि आखिर बिहार के पिछड़ेपन का जिम्मेवार कौन है. लोगों की जिम्मेवारी तय करनी होगी. कौन जिम्मेदार हैं बिहार को पिछड़ा बनाने और पिछड़ा बनाए रखने में.
     चिराग पासवान ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सरकार और पूर्व की सरकारों ने आप लोगों के बीच गई और मत लेने का काम तो किया, लेकिन उन्होंने बिहार को आगे ले जाने के लिए विकास कार्य करना जरूरी नहीं समझा. आजादी के बाद से यही लोग सत्ता में रहे. लंबे समय तक कांग्रेस, उसके बाद राजद से कई मुख्यमंत्री देखा, लेकिन 20 साल से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सीएम के रूप में देख रहे हैं. इतने लंबे समय से बिहार के लोगों ने महागठबंधन के घटक दलों को सत्ता में रखा. लेकिन इसके बावजूद  बिहार पिछड़ा प्रदेश कहलाता हैं.
        बिहारी मेरी पहचान हैं, बिहारी मेरा स्वाभिमान हैं, बिहारी मेरा गुरूर हैं. चिराग ने सवालिया निशान में पूछा कि चिराग से आखिर सीएम को नफ़रत क्यों हैं इन्होंने खुद इसका जवाब देते हुए कहा कि क्योंकि चिराग पासवान बिहार में ही रोजगार की बात करता हैं.महिलाओं के सम्मान की बात करता हैं. इन्होंने कहा कि कफ़न बांध निकला हूं , जब तक बिहार को विकसित राज्य ना बना दूं, चैन की सांस नहीं लूंगा
बिहार में हर निर्धन परिवार को मिलेंगे 2-2 लाख रुपये, नीतीश कैबिनेट का अहम फैसला; 18 एजेंडों पर लगी मुहर
बिहार: बिहार के 94 लाख 33 हजार 312 गरीब परिवारों के एक-एक सदस्य को दो-दो लाख रूपये सहायता राशि के रूप में मिलेंगे. यह सभी वर्गों के लोगों अर्थात सामान्य वर्ग, पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, एससी व एसटी वर्ग के लोगों को दिया जाएगा. मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. बैठक में 18 प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गयी.      कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने बताया कि यह राशि लाभुकों को तीन किश्तों में दी जाएगी. पहले साल 25 फीसदी, दूसरे साल, 50 फीसदी और तीसरे साल 25 फीसदी देय होगी यह योजना पांच वर्षों के लिए लागू की गयी हैं. वर्ष 2023-24 में 250 करोड़, वर्ष 2024-25 में सांकेतिक रूप से 1000 करोड़ रूपये, कुल 1250 करोड़ की राशि पर प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी हैं.
     बैठक के बाद अपर सचिव ने बताया कि जाति आधारित गणना के अनुसार राज्य में गरीब परिवारों की संख्या 94,33,312 हैं. इन परिवारों के एक-एक सदस्य को रोजगार के लिए दो-दो लाख रूपये अनुदान के रूप में दिया जाएगा. इस उद्देश्य से राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा बिहार लघु उद्यमी योजना के प्रस्ताव पर स्वीकृति प्रदान की गयी हैं.
       इसके तहत 62 उद्दोगों को सहायता दी जाएगी. योजना के कार्यान्वयन व मानिटरिंग के लिए उद्दोग विभाग के अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में छह कमेटी बनायी गयी हैं. यही नहीं जिला स्तर पर पर मॉनिटरिंग के लिए संबंधित जिलाधिकारी की अध्यक्षता में भी छह सदस्यीय कमेटी बनायी गयी हैं यदि कोई उद्दोग छूट गए होंगें तो उन्हें इस सूची में शामिल करने के लिए 18 से 50 वर्ष के केवल बिहार के निवासी पात्र होंगे. लाभुकों की पारिवारिक आय 6 हजार रूपये मासिक से अधिक नहीं होनी चाहिए. योजना के लिए प्रत्येक वर्ष अॉनलाइन आवेदन मांगे जायेंगें. अधिक आवेदन प्राप्त होने पर लाभुकों का चयन कम्प्यूटराईज्ड रैंडम तरीके से होगी.
कई थानाध्यक्ष हुए इधर से उधर....77 इंस्पेक्टरों का हुआ तबादला जानिए किसे मिला कौन सा पुलिस स्टेशन
बिहार : तिरहुत रेंज के विभिन्न जिलों में अवधि पूरी कर चुके 77 इंस्पेक्टरों का तबादला किया गया हैं. इस जिले के सदर, मोतीपुर, कांटी थानाध्यक्ष समेत अन्य शामिल हैं. तिरहुत रेंज के आइजी शिवदीप वामनराव लाण्डे ने बोर्ड की बैठक के बाद वैशाली, सीतामढ़ी, शिवहर व मुजफ्फरपुर के 77 पुलिस इंस्पेक्टरों के दूसरे जिलें में तबादले का आदेश जारी किया.
      लिस्ट के अनुसार मुजफ्फरपुर जिला से मीनापुर अंचल इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार को वैशाली, सदर थानाध्यक्ष कुंदन कुमार को सीतामढ़ी, संकरा अंचल इंस्पेक्टर रणधीर कुमार सिंह को शिवहर, विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष एस अरशद नोमान को सीतामढ़ी भेजा गया हैं.
       इसके अलावा कटरा अंचल इंस्पेक्टर वीरेन्द्र कुमार को सीतामढ़ी, मिठनपुरा थानाध्यक्ष राकेश कुमार को सीतामढ़ी, मोतीपुर अंचल इंस्पेक्टर अरूण कुमार मंडल को वैशाली, मो. शमीम अख्तर हमारी को वैशाली, देवरिया थानाध्यक्ष सरोज कुमार को सीतामढ़ी भेजा गया हैं.          इसके अलावा, यातायात थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार कुशवाहा को सीतामढ़ी, कांटी थानाध्यक्ष मुकेश  कुमार को सीतामढ़ी, सदर अंचल इंस्पेक्टर ओमप्रकाश को वैशाली,बोचहां थानाध्यक्ष अनिल राम का ट्रांसफर सीतामढ़ी में हुआ हैं.
      पानापुर ओपी कांटी से सुशील कुमार को सीतामढ़ी, कर्जा थानाध्यक्ष राजेश कुमार राकेश को शिवहर, हत्था ओपी से संतोष कुमार को वैशाली और अहियापुर से राजेश कुमार यादव को सीतामढ़ी जिला में तबादला किया गया हैं.
      इसके अलावा शिवहर जिले के इंस्पेक्टर शाहिद हुसैन को वैशाली शंकर प्रसाद को सीतामढ़ी, कार्यकारी इंस्पेक्टर आशुतोष प्रसाद को मुजफ्फरपुर, अनिल कुमार को सीतामढ़ी, अरविंद कुमार सिंह को मुजफ्फरपुर, रघुनंदन राम को वैशाली, सैफ अहमद खां को मुजफ्फरपुर में बदली किया गया हैं.
      वैशाली जिले के इंस्पेक्टर शारदानंद सुमन को सीतामढ़ी भेजा गया.
         वहीं, वैशाली जिले के इंस्पेक्टर शारदानंद सुमन को सीतामढ़ी, अस्मित कुमार को मुजफ्फरपुर, संतोष  कुमार को सीतामढ़ी, अजीत कुमार श्रीवास्तव को सीतामढ़ी, श्वेता स्वरात को सीतामढ़ी भेजा गया हैं.
         एजाज आलम को मुजफ्फरपुर, धनंजय कुमार पांडेय को सीतामढ़ी, विनय प्रसाद को शिवहर, रामशंकर कुमार को सीतामढ़ी, अनिल कुमार को सीतामढ़ी, संतोष कुमार सिंह टू को मुजफ्फरपुर, बेराज हुसैन सीतामढ़ी, परशुराम सिंह को सीतामढ़ी, परशुराम सिंह को सीतामढ़ी, मंजर आलम को शिवहर, इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह का सीतामढ़ी ट्रांसफर किया गया हैं.
        प्रशांत कुमार को सीतामढ़ी, राज कुमार पांडेय को मुजफ्फरपुर, सुधाकर पांडेय को मुजफ्फरपुर, रमेश दत्त पांडेय को शिवहर में बदली गयी हैं. सीतामढ़ी जिले से इंस्पेक्टर सत्येन्द्र कुमार को वैशाली, प्रमोद कुमार मुजफ्फरपुर, अरूण कुमार को वैशाली, रेखा सिंहा को मुजफ्फरपुर भेजा गया हैं.
             इसके अलावा गौतम कुमार तिवारी को मुजफ्फरपुर, शशिभूषण सिंह को मुजफ्फरपुर, दयाशंकर प्रसाद को मुजफ्फरपुर, सुबोध कुमार मिश्रा को मुजफ्फरपुर, राकेश रंजन को शिवहर, अजय कुमार मुजफ्फरपुर, पंकज कुमार का वैशाली में पोस्टिंग हुआ हैं.
        रामविनय पासवान को मुजफ्फरपुर, प्रवीण कुमार को मुजफ्फरपुर,रामइकबाल प्रसाद को मुजफ्फरपुर, अरविंद कुमार वन को वैशाली, राजेश कुमार वन को शिवहर, जनमेयज राय को मुजफ्फरपुर, राकेश रंजन को शिवहर, अजय कुमार को मुजफ्फरपुर, पंकज कुमार का वैशाली में तबादला किया गया हैं.
बर्फीली हवाओं से कांपा बिहार, पटना समेत 8 जिलों में शीतलहर, घने कोहरे का भी प्रकोप
बिहार: पश्चिमी क्षेत्र से चली शुष्क और बर्फीली हवाओं ने लोगों को कंपा दिया हैं. लगातार इसका प्रभाव बने रहने से कई जिलों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में तेजी से गिरावट आई .पटना सहित राज्य के अधिकतम शहरों का न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे आ गया हैं. वहीं धूप के प्रभावी न होने से कनकनी की स्थिति बनी हुई हैं. मौसम विभाग की ओर से लोगों को सचेत रहने की सलाह दी गई हैं. पटना सहित प्रदेश के आठ जिले रविवार को भीषण शीत दिवस और शीत दिवस की चपेट में रहे. राज्य के 322 शहरों के न्यूनतम में वृद्धि और 9 में गिरावट दर्ज की गई.
    पटना का न्यूनतम तापमान में सबसे अधिक 2.6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई. प्रदेश का न्यूनतम तापमान में सबसे अधिक 2.6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई. प्रदेश का सबसे ठंडा शहर सबौर रहा. यहां न्यूनतम तापमान 5 डिग्री पर आ गया, जबकि अधिकतम पारा 17 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं पटना सहित 19 शहरों के अधिकतम तापमान में वृद्धि और 12 में गिरावट आई हैं. इनमें खगड़िया में सबसे अधिक 3.4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई. प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस मोतिहारी में दर्ज किया गया.       पटना भीषण शीत दिवस की चपेट में रहा. वहीं शेखपुरा, जमुई, बक्सर, बांका, समस्तीपुर, सहरसा और किशनगंज में शीत दिवस रहा. पूर्णिया में बहुत घना, पश्चिमी चंपारण में घना व पटना सहित अधिकतम शहरों में सुबह के समय मध्यम स्तर का कोहरा छाया रहा. इससे वाहन चालकों को परेशानी हुई.
       पटना के न्यूनतम और अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई. वहीं दिन में हल्की धूप खिली थी. इसके बावजूद लोगों को सर्द हवा चलने के कारण कनकनी का एहसास हो रहा था. शनिवार को पटना शीत दिवस की चपेट में रहा. पटना के न्यूनतम तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान में 1.6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई . कम दृश्यता के कारण पटना की कई उड़ानें रद्द रहीं. ट्रेन अपने समय से काफी विलंब से पहुंच रही हैं.
राजधानी पटना में दिनभर दौड़ती रही दही एक्सप्रेस, 15 जनवरी तक चलेगी दही एक्सप्रेस, 31 लाख लीटर दूध व नौ लाख किलो बेचने की हैं तैयारी
बिहार: मकर संक्रांति के अवसर पर राजधानी के बाजारों में तिल, गुड़ एवं भागलपुर की कतरनी चूरा से पूरा वातावरण सुवासित हो रहा हैं.मकर संक्रांति को लोगों में काफी उत्साह हैं. कहीं पर तिलकुट की खरीदारी हो रही हैं, तो कहीं पर दूध-दही की. राजधानी में सुधा , अमूल्य सहित कई कंपनियों के उत्पादों की धूम हैं. वहीं भागलपुर के कतरनी एवं मोतिहारी के मिरचईया चूरा को भी लोग काफी पसंद कर रहे हैं.
      पटना डेयरी प्रोजेक्ट के प्रबंध निदेशक रूपेश राज का कहना हैं कि राजधानी के हर कोने में में दूध-दही की आपूर्ति की जा रही हैं कहीं पर दूध-दही की कमी नहीं हो इसके लिए सुधा की ओर से दही एक्सप्रेस चलाया जा रहा हैं जहां कहीं भी दूध-दही की जरूरत हो रही हैं, तत्काल दही एक्सप्रेस से दही एवं दूध की आपूर्ति की जा रही हैं.
   वहीं अमूल्य की ओर से 80 हजार लीटर दूध एवं दही की आपूर्ति की जाएगी.राज डेयरी की ओर से भी तीन लाख किलो दही एवं छह लाख लीटर दूध की आपूर्ति की जाएगी.
     मकर सक्रांति के मद्देनजर राजधानी के खादी मॉल में दही एवं चूरा की बिक्री की जा रही हैं. मॉल के प्रबंधक रमेश कुमार का कहना हैं कि यहां पर भागलपुर, मोतिहारी के किसानों द्वारा तैयार किया गया चूरा की बिक्री की जा रही हैं.वहीं शेखपूरा के पशुपालकों द्वारा तैयार दही की आपूर्ति लोगों को की जा रही हैं. इसके अलावा यहां गया के तिलकुट की व्यवस्था की गयी हैं
अन्तर्विभागीय समन्वय बनाकर विकास कार्यो में लाएं तेजी: डीडीसी
हाजीपुर, वैशाली: समाहरणालय सभागार में शनिवार को जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक की गई. जिससे आम जन को योजनाओं का लाभ समय पर मिल सके.बैठक की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त चित्रगुप्त कुमार ने की.बैठक में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को जन्म एवं मृत्यु से संबंधित सभी आवेदनों को अद्यतन रखने और तीनों अनुमंडल पदाधिकारी को इसका अनुश्रवण करने का निर्देश दिया गया.
      जिला उद्योग केन्द्र, वैशाली की कार्यों की समीक्षा की गई.प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्धम उन्नयन योजना अन्तर्गत 326 के विरुद्ध मात्र 104 लाभुकों को ही राशि का भुगतान किया गया हैं. जिला उद्योग केन्द्र को योग्य लाभुकों को आवेदन स्वीकृत कर ऋण की राशि का भुगतान कराने का निर्देश दिया गया. उप विकास आयुक्त ने ऋण राशि के वितरण के लिए कैम्प लगवाने का निर्देश दिया. जिला राज्य खाद्य निगम, वैशाली के द्वारा दिसम्बर माह में शत प्रतिशत खाद्दान्न का उठाव एवं वितरण कर लिया गया हैं. उपविकास आयुक्त के द्वारा जिला की तीनों अनुमंडलों पदाधिकारी को आपूर्ति व्यवस्था का लगातार निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया हैं. मत्स्य  विभाग के अन्तर्गत चल रहे योजनाओं का प्रचार- प्रसार सोशल मीडिया से सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया. ग्रामीण कार्य प्रमंडल, हाजीपुर के द्वारा कुल 61 टोला सम्पर्क पथ के लिए सर्वे कराया गया हैं. जिसमें 25 पथों का डीपीआर बना कर विभाग को भेजा गया हैं. पीएचईडी के द्वारा बताया गया हैं कि नल- जल योजना से संबंधित पंचायती राज विभाग की योजना पीएचईडी को हैण्डओवर कर दिया गया हैं. उन्होंने बताया कि छूटे टोला के लिए भी नल-जल कनेक्शन को प्रस्ताव विभाग को भेजा गया हैं.
        बैठक में उपविकास आयुक्त के साथ जिला भू- अर्जन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी महनार डीसीएलआर, हाजीपुर, महुआ, निदेशक डीआरडीए सभी कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता सहित सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.
सरकारी स्तर पर अलाव जलाने की मांग
लालगंज, वैशाली: पिछले दो दिनों से पछुआ हवा के चलने और कुहासा के कारण ठंड काफी बढ़ गई हैं. हाड़ कंपाने वाली ठंड में लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया हैं. शीतलहर के साथ घना कोहरा के कारण कनकनी से लोग परेशान हैं. अचानक ठंड में इजाफा होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया हैं. ठंड के कारण लोग दिन रात अपने घरों में दुबके रहें सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा. दिन के करीब दो बजे हल्की धूप निकलने पर लोगों को राहत मिला. फिर शाम ढ़लते ही ठंड बढ़ गई. लोग अलाव जलाकर अपने अपने घरों में बैठ गए. दुकानदारों ने कार्टूण, बेकार कागज, लकड़ी जलाकर कनकनी से राहत पायी. इतनी ठंड के बावजूद इसके शहरी क्षेत्र से देहाती क्षेत्र तक अलाव की कहीं कोई व्यवस्था नहीं किए जाने से लोगों ने नाराजगी जताई हैं. स्थानीय नागरिकों, दुकानदारों ने ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र के लोगों ने नाराजगी जताई हैं.
        स्थानीय नागरिकों, दुकानदारों ने ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र के लोगों ने चौक- चौराहे पर अलाव जलाने की मांग की हैं. इस संबंध में सीओ पंकज कुमार ने बताया कि राजस्व कर्मियों से चौक चौराहे पर अलाव जलाने को कहा गया हैं. वहीं नगर परिषद के सभापति कंचन कुमार शाह ने बताया कि अलाव अलाव जलाने के लिए कोई सरकारी फंड नहीं हैं लेकिन नगर परिषद के निजी कोष से चौक- चौराहे, बस स्टैंड सहित आवश्यक जगहों पर अलाव की व्यवस्था करने का आदेश दिया गया हैं.
बेहद जरूरी हैं प्रॉपटी का बीमा
इंश्योरेंस: आपके घर, दुकान, अॉफीस सभी तरह की संपत्ति की सुरक्षा के लिए जरूरी है वह बीमा कवर कराया गया हो. कई तरह के पैकेज या अंब्रेला कवर मौजूद हैं जो संपत्ति को जोखिम से सुरक्षित रखते हैं. इनमें घर के लिए हाउसहोल्डर पॉलिसी, दुकान के लिए शॉपकीपर्स पॉलिसी पैकेज उपलब्ध हैं. एक ही पॉलिसी में आप अपने कई फिजिकल असेट्स जिसमें इमारत और अन्य सामान शामिल हैं, का बीमा कराया जा सकता हैं.
    प्रॉपटी इंश्योंरेंस में कई तरह के जोखिमों से अपनी संपत्ति को सुरक्षित बनाया जा सकता हैं. प्रॉपटी इंश्योंरेंस में अग्नि बीमा सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं. यह पॉलिसी आग से होने वाले नुकसान की भरपाई करती हैं इसे घर, दुकान, ऑफिस किसी भी तरह के लिए ली जा सकती हैं.
           अग्नि बीमा केवल आग से ही सुरक्षा प्रदान नहीं करता बल्कि बिजली गिरने, विस्फोट, दंगा, हड़ताल, तूफान, चक्रवाती तूफान, बाढ़ आदि से होने वाले नुकसान कवर किए जाते हैं.
       लेकिन युद्ध की परिस्थितियों, प्रदूषण से होने वाले नुकसान, इलेक्ट्रिकल या मैकेनिकल, ब्रेकडाउन, डकैती या सेंधमारी से होने वाले नुकसान को बीमा कंपनियां अतिरिक्त प्रीमियम लेकर कवर करती हैं.
    अग्नि बीमा सामान्यतः एक वर्ष के लिए जारी होता हैं. इस तरह की पॉलिसियां बिजनेस या आवासीय भवनों के लिए होती हैं. पॉलिसी में घर के भीतर रखा सभी तरह का सामान, नकद अन्य कीमती सामान आदि कवर किए जाते हैं. इसके अलावा आपके मकान की इमारत को पहुंचने वाले नुकसान को भी इस पॉलिसी में कवर किया जाता हैं.
        पॉलिसी में आपकी बीमित राशि के दायरे में आने वाली वास्तविक नुकसान की भरपाई की जाती हैं अगर नुकसान बीमित राशि से अधिक है तो आनुपातिक आधार पर नुकसान की भरपाई बीमा कंपनियां करती हैं इसलिए यह जरूरी है कि जब आप बीमा करवाएं तो आप अपने सामान की सही कीमत बताएं ताकि नुकसान की पूरी भरपाई हो सके.
   पॉलिसी के दायरे को दंगा , हड़ताल , और चोरी तक बढ़ाया जा सकता हैं