*एक लाख बच्चों को दी गई विटामिन ए की दवा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत विटामिन ए की खुराक देने का विशेष अभियान जिले में 27 दिसंबर से चल रहा है। अब तक करीब एक लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जा चुकी है। यह विशेष अभियान जिले में 27 जनवरी तक चलेगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जा रही। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि अभियान में दो लाख बच्चों को विटामिन ए खुराक देने का लक्ष्य मिला है।

इसमें कुछ 14 सौ आशाओं व 422 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां लगाया गया है। यह अभियान स्वास्थ्य विभाग एवं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार के सहयोग से चल रहा है। छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं 16 प्राथमिक केंद्रों में भी विटामिन ए की खुराक दी जा रही है।

*बंद कमरे में हीटर ब्लोअर न जलाएं,सोख लेगा आक्सीजन*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।ठंड से बचने के लिए हीटर और ब्लोअर का प्रयोग सेहत के लिए नुकसानदेह है। बंद कमरे में हीटर, ब्लोअर, आक्सीजन सोख लेता है। इससे सेहत को खतरा है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए से यह बेहद खतरनाक हो सकता है। ठंड में लोग में घरों हीटर और ब्लोअर का खूब प्रयोग कर रहे हैं।

इनकी इस कदर मांग है कि बाजार में हीटर और ब्लोअर की कमी हो गई है। महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राजेश रावत ने बताया कि दमा के मरीज भूलकर भी हीटर व ब्लोअर न चलाएं क्योंकि इससे कमरे में आक्सीजन की कमी हो जाती हैं। इससे निकलने वाली गैस भी नुकसानदेह होती है।

*जिला जेल के बंदे द्वारा बनाए गए साथ वॉल हैंगिंग भेजे गए अयोध्या डीएम ने दी जानकारी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम का प्रमाण प्रतिष्ठा किया जाएगा। जिसको लेकर देश के कोने-कोने से कुछ न कुछ लोग भेंट कर रहे हैं। इस क्रम में भदोही जिला के जिला कारागार में बंद कैदियों ने अपने अथक मेहनत के बलबूते सात वॉल हैंगिंग तैयार किया। जिसमें भगवान राम ,हनुमान ,सीता समेत अन्य देवी देवताओं का चित्र कालीन में उकेरा गया है । 1 जनवरी से इस कार्य में जिला जेल के 15 कैदी लगे हुए थे आज सत वाल हैंगिंग तैयार कर लिया गया। जिसका जिला अधिकारी गौरांग राठी ने निरीक्षण करने के बाद आज रात अयोध्या के लिए भेज देने की बात बताई। जिला अधिकारी ने बताया कि यह कालीन अयोध्या में मंडल आयुक्त रिसीव करके उपयुक्त स्थान पर लगवाने का कार्य वहां पर होगा। इस कार्य में सभी धर्म मजहब के कारीगर गंगा जमुनी का तहजीब कायम करते हुए उक्त सात वॉल हैंगिंग को तैयार किया है ।जिसे अयोध्या भेजा जा रहा है।

बता दें कि जिलाधिकारी गौरांग राठी के पहल पर शासन से मंजूरी मिलने के बाद जिला जेल के कैदियों ने जेल में ही जिलाधिकारी के निर्देश पर अयोध्या में भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा में भदोही के विख्यात कालीन पर विभिन्न देवी देवताओं का चित्र उतार कर भेंट करने को ठानी, और 1 जनवरी से उस कार्य में 15 बंदी पूरी लगन के साथ लग गए। बंदियो के अथक प्रयास के बाद आज देवी देवताओं के चित्र से निर्मित सात वाल हैंगिंग को अयोध्या भेजा गया । उक्त वाल हैंगिंग अयोध्या के एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन व मंदिर परिसर में अपनी चार-चार बिखरेगी।

इस संबंध में बंदी सलीम ने बताया कि हम सभी के आग्रह पर जेलर साहब ने जिला अधिकारी से बात की और मंजूरी मिलने के बाद हम सभी कैदी एक साथ मिलकर कार्य को पूरा किया। बताया कि इस कार्य को करके काफी अच्छा लग रहा है और आगे भी हम सभी लोग अयोध्या मंदिर के लिए कुछ देने के लिए कालीन बनाने का रणनीति तैयार करेंगे।जिलाधिकारी गौरांग राठी ने बताया कि पूरा देश व प्रदेश 22 तारीख के उत्सव को लेकर काफी ललाईत थे। उसी क्रम में भदोही से सात वाल हैंगिंग तैयार कर अयोध्या भेजा गया है और 22 तारीख को प्रतिकात्मक महोत्सव में भदोही को शामिल किया गया है । उन्होंने बताया कि जेल में बंद चार अल्पसंख्यक एवं अन्य वर्ग के कारीगरों ने एक साथ मिलकर गंगा जमुनी तहजीब को कायम करते हुए वॉल हैंगिंग को तैयार किया।

तैयार हुआ वॉल हैंगिंग विशेष वाहन से अयोध्या के लिए भेज दिया गया है। जहां पर मंडल आयुक्त के द्वारा रिसीव कर चिन्हित जगह पर लगाया जाएगा।जेलर राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि जेल के कैदियों ने सात वॉल हैंगिंग विभिन्न साइज के तैयार किए हैं । जिसमें 5 बाई 8, 4×6, 5×3 के वाल हैंगिंग को 1 जनवरी से 15 बंदी तैयार करने में जुटे थे जो 18 जनवरी को पूरा कर लिया गया। जेलर ने बताया कि बंदी रात दिन मेहनत कर बिना नक्शे के अपने हाथों के कला से यह कालीन तैयार किए हैं । उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी ने सामान मुंहैया कराया था जिसे बंदिया ने अपने लग्न के साथ कार्य किया । ऐसे कार्य करने से निश्चित रूप से बंदिया के अंदर अपराधी सोच समाप्त होगी और उनके अंदर धार्मिक एवं आर्थिक सोच पैदा होगी ,जो देश व समाज मे एक अच्छा संदेश जाएगा। जेलर ने बताया कि वाव हैंगिंग के कार्य में जुटे 15 बंदियो के अलावा जेल में बंद अन्य कैदियों द्वारा भी इस कार्य में सहयोग देकर उनके अंदर भी एक अलग सी प्रसन्नता व्याप्त है।

*ठंड में हड्डी रोगियों की बढ़ाई मुश्किलें*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। ठंड में इजाफा होते ही हड्डी रोगियों की मुश्किलें बढ़ गई है। आम दिन के सापेक्ष ठंड में हड्डी रोगियों में वृद्धि हो रही है। सर्द हवा शरीर में लगते ही हड्डी रोगियों के दर्द उभर जा रहे हैं। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल हो या निजी चिकित्सालय हर तरफ मरीज बढ़ रहे हैं। जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि इन दिनों हड्डी रोगियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। लोगों को घुटने की कैप , ग्लब्स और गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए। ताकि जोड़ पर सीधी ठंडी हवा नहीं लगे।

जोड़ों पर ठंडी हवा लगने से हड्डी रोग के मरीजों का दर्द बढ़ता है । तेज दर्द होने पर मरीज बेचैन होने के साथ अनिद्रा का शिकार हो सकते हैं। सर्दी में वृद्धि होते ही अधेड़ व वृद्धों की परेशानी काफी बढ़ जाती है।

*चोरी के मामलों का नहीं हुआ खुलासा, आक्रोश*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। स्थानीय थाना क्षेत्र में पिछले दिन लगातार हुई चोरी - छिनैती कि घटना का खुलासा न होने से लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। चोरी व छिनैती मामले में पुलिस को अब तक कोई सफलता प्राप्त नहीं हो सकी है। बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के तिलंगा गांव में आत्माराम मिश्रा के घर जहां लाखों की चोरी हुई थी। वहीं क्षेत्र के ही घनश्यामपुर गांव में अमरेश चंद्र मौर्य के यहां भी धावा बोलकर लाखों का माल चोर उठा ले गए थे। दूसरे दिन तिंलगा गांव स्थित तिलेश्वरनाथ मंदिर में लगा घंटा चोर काट ले गए थे।

नगर में सराफा कारोबारी से हुई छिनैती व एटीएम से कार्ड बदल कर पैसा निकाल लेने की हुई घटना में किसी एक भी मामले का पुलिस खुलासा नहीं कर सकी है। इसके चलते स्थानीय नागरिकों में पुलिस प्रशासन के प्रति काफी नाराजगी है। हालांकि, गोपीगंज पुलिस को इसमें किसी भी प्रकार की सफलता नहीं मिलने पर जहां व्यापारियों आम नागरिकों में नाराजगी व्याप्त है।

पुलिस अभी तक एक चोरी की घटना को छोड़ किसी भी चोरी की मामले दर्ज अभी तक नहीं किया है। चोरी की घटना को लेकर पुलिस कितना गंभीर है यह जांच में ही पता चल रहा है।

*1.86 लाख को मिलता फायदा, 36 हजार ने लिया लाभ*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) को लेकर बिजली विभाग के उपभोक्ताओं में दिलचस्पी नहीं दिखी। अफसरों के गांव-गांव कैंप लगाने का भी कोई फायदा नहीं दिखा। मंगलवार को अभियान के चौथे चरण का भी समापन हो गया। एक लाख 86 हजार उपभोक्ताओं में मात्र 36 हजार ने पंजीकरण कराया।

स्थिति यह रही कि चौथे चरण में महज तीन हजार उपभोक्ताओं ने बकाया जमा करने के लिए पंजीकरण कराया।जिले में भदोही और ज्ञानपुर डिविजन हैं। जिनमें दो लाख 26 हजार उपभोक्ता जुड़े हैं। कुल 1.86 लाख उपभोक्ता हैं, जो ओटीएस के लाभ की परिधि में हैं। एकमुश्त समाधान योजना की शुरुआत आठ नवंबर को हुई थी।

30 नवंबर तक चले पहले चरण में महज छह प्रतिशत उपभोक्ताओं ने योजना का लाभ उठाया था। वहीं एक दिसंबर से 15 दिसंबर तक संचालित दूसरे चरण में करीब 10 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया। तीसरे चरण में महज 16 प्रतिशत उपभोक्ता ही लाभान्वित हुए।

उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करते हुए पावर कारपोरेशन ने चौथे चरण को भी 16 जनवरी तक बढ़ाया, लेकिन लोगो पर कोई प्रभाव नहीं दिखा। करीब 16 दिनों तक चले अभियान में मात्र तीन हजार उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया। चार चरणों में 36 हजार ने पंजीकरण कराकर करीब 25 करोड़ बकाया जमा किया।

अधीक्षण अभियंता विद्युत अशोक कुमार ने बताया कि 31 दिसंबर तक 33 हजार 651 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया था, जबकि 16 जनवरी तक यह संख्या 36 हजार पहुंच सकी। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

1.86 उपभोक्ताओं पर 455 करोड़ बकाया

ज्ञानपुर। जिले के भदोही और ज्ञानपुर डिविजन से जुड़े करीब एक लाख 86 हजार उपभोक्ताओं पर बिजली विभाग का 455 करोड़ रूपये बकाया है। जिसकी वसूली के लिए विभाग समय-समय पर अभियान चलाने के साथ ही छूट भी देता है, लेकिन बकाया जमा करने में उपभोक्ताओं में दिलचस्पी नहीं दिखती। जिससे साल दर साल यह बकाया बढ़ता जा रहा है।

*हिट एंड रन के 12 मामलों में मिलेगा मुआवजा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में हिट एंड रन में अपनी जान गंवाने वाले एवं घायल लोगों को मुआवजा मिलने का रास्ता साफ हो गया है। सीओ भुवनेश्वर पांडेय और यात्रीकर अधिकारी शारदा प्रसाद मिश्रा ने 12 पीड़ितों के परिवार को बुलाकर दस्तावेज जमा कराया।

सीओ ने बताया कि सरकार मोटर वाहन दुर्घटना मुआवजा योजना 2022 के तहत पीड़ितों को मदद करेगी। इसके लिए मृतक के परिजनों को दो लाख और घायल को 50 हजार मुआवजा दिया जाना है। उन्होंने बताया कि 12 लोगों का दस्तावेज जमा किया गया है। उन्हें जल्द ही योजना का लाभ दिया जाएगा। परिवार वालों से अवगत कराया गया।

*आठवीं तक के स्कूल 19 तक बंद, इंटर का समय बदला*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कड़ाके की ठंड से राहत नहीं मिल रही है। शीतलहर के मद्देनजर गौरांग राठी ने आठवीं तक के सभी विद्यालयों को 19 जनवरी तक बंद रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बेसिक, सीबीएसई, आईसीएसई,मदरसा बोर्ड में पहली से आठवीं तक स्कूल बंद रहेंगे।

हाईस्कूल और इंटरमीडिएट काॅलेजों का समय परिवर्तित किया गया है। अब सुबह 10 से दोपहर तीन बजे तक ही विद्यालय संचालित होंगे। बीए‌एस भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि विद्यालय बंद रहेंगे लेकिन शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक प्रशासनिक कार्य के लिए स्कूल आएंगे।

*यूपी का दूसरा प्रयाग, जहां माघ में गंगा की गोद में 29 साल से बस रही है तम्बुओं की नगरी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही काशी-प्रयाग के मध्य स्थित भदोही जिले के सेमराध में कल्पवास मेले का शुभारंभ हो गया है। मकर माघ कल्पवास मेले का यह 29वां वर्ष है। 01 जनवरी 2024 को मां गंगा व बाबा सेमराधनाथ के पूजन व धर्म ध्वजारोहण, भूमिपूजन के साथ सेमराध में मां गंगा की गोद में रेती पर तैयारियां शुरू हुईं थीं। 14 जनवरी से कल्पवासियों का मेले में आना शुरू हो गया है। मेला समिति के अध्यक्ष महंथ करुणा शंकर दास ने बताया कि 25 जनवरी से मेले की भव्यता बढ़ेगी, कल्पवासियों की संख्या में भी वृद्धि हो जाएगी।

अध्यात्म और सनातन धर्म का प्रतीक यह 'कल्पवास' 24 फरवरी तक चलेगा। गंगा की रेती में तम्बुओं की नगरी बस चुकी है। कल्पवासियों का आना यहां शुरू है। 15 जनवरी मकर संक्रांति के अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने सेमराध के पवित्र घाट पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाई और घाट पर बसे बाबा सेमराध नाथ के दरबार में मत्था टेका। प्रशासन व मेला समिति के ओर से कल्पवास परिक्षेत्र में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गईं हैं। कल्पवास मेले में बिजली, पानी, टॉयलेट आदि की उपलब्धता कराई गई है। जाने आने हेतु रास्ते बनाएं गए हैं एवं रेती में चकरप्लेट बिछाई गई है। आग जलाने हेतु लकड़ियां आदि भी मंगाईं गईं हैं।

पूरे कल्पवास मेले के दौरान भंडारा भी संचालित होगा। खास बात यह है कि कल्पवासियों के लिए रहने के लिए लगाई जाने वाली छावनी (तंबू) का फिलहाल कोई शुल्क नही है। मेला अध्यक्ष बताते हैं कि बेहद कम पैसे में यहां कल्पवास का पुण्य कमाया जा सकता है। मेले में लगातार अखंड हरिकीर्तन चलेगा, साथ ही विद्वतजनों द्वारा प्रवचन व राम कथा भी की जाएगी। बसंत पंचमी से नौ दिनी शतचंडी महायज्ञ भी होगा। धार्मिक अनुष्ठानों से समूचा इलाका भक्ति भाव से सराबोर रहेगा। 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा के दिन भी कल्पवास क्षेत्र में विशेष पूजा-पाठ के कार्यक्रम होंगें।

स्वप्न प्रेरणा (संदेश) के बाद हुई थी कल्पवास की शुरुआत

महंथ करुणा शंकर दास ने बताया कि मेरे गुरु ब्रह्मलीन स्वामी रामशंकर दास महाराज, जो मिथिला के मधुबनी से सेमराध साल 1990 में आए। उन्हें दिसंबर 1995 में स्वप्नवत संदेश मिला, कि सेमराध नाथ धाम महातीर्थ है। सेमराध नाथ धाम पंचवटी धाम नगरदह गांव से उत्तर वाहिनी इब्राहिमपुर घाट तक लगभग 5 किलोमीटर लंबा और 2 किलोमीटर चौड़ा क्षेत्र है। स्वप्नवत आदेश हुआ कि तुम प्रयाग नही सेमराध में कल्पवास शुरू करो। उसके बाद 14 जनवरी 1996 में महाराज ने 15 से 20 लोगों के साथ सेमराध गंगा घाट पर कल्पवास की शुरुआत की। पूरे माह तक अखंड दीप वहां जला। मेले की समाप्ति के बाद दीप खुली आसमान और ओस के नीचे पूरी रात जलता रहा, तो लोग आश्चर्यचकित हुए। फिर महाराज ने दीप को लाकर सेमराध नाथ धाम के गर्भ गृह में रखवा दिया जो अब भी अखंड रूप से जल रहा है। 02 साल तक मेला वैसे ही चला फिर धीरे-धीरे प्रशासनिक सहयोग व हस्तक्षेप बढ़ता गया।

सेमराध कल्पवास करने का विशेष पुण्य और महत्व

करुणा दास महाराज ने कहा कि यहां कल्पवास करने पर भगवान श्री हरि विष्णु के साथ-साथ भगवान शिव की भी कृपा भक्त पर बनती है। अवगत हो कि हरिद्वार, नासिक, उज्जैन और प्रयागराज के बाद सेमराध ही ऐसा पवित्र स्थल हैं, जहां कल्पवास का मेला लगता है।

सेमराध को लेकर क्या बताए थे ब्रह्मलीन प्रयाग पीठाधीश्वर

ब्रह्मलीन प्रयाग पीठाधीश्वर रंग रामानुजाचार्य दंडी स्वामी ने कथा सुनाते हुए कहा था कि द्वापर युग की एक पौराणिक कथा के अनुसार भगवान श्री कृष्ण और पौंड्रक में युद्ध हुआ। पौंड्रक एक ऐसा राजा था जो भगवान श्री कृष्ण की नकल करता था और स्वयं को वासुदेव कृष्ण कहता था। युद्ध में पौंड्रक मारा गया। काशीराज जो कि पौंड्रक के मित्र थे। उसकी तरफ से युद्ध लड़ने आए, वह भी मारा गया। बाद में काशीराज के पुत्र ने कृत्या नाम की एक राक्षसी को यज्ञ द्वारा पैदा किया, वह भगवान श्री कृष्ण से युद्ध लड़ी। भगवान श्री कृष्ण ने सुदर्शन चक्र को उसके वध हेतु छोड़ा। सुदर्शन चक्र ने कृत्या का वध किया साथ में ही पूरे काशी को नष्ट कर दिया जला दिया।

इस पूरी घटना से भगवान शिव श्री कृष्ण से नाराज हुए और उनसे कहा कि मेरा काशी संपूर्ण रूप से नष्ट हो गया है, अब मैं कहां रहूं। तो भगवान श्री कृष्ण ने उनसे कहा कि आप अपना त्रिशूल काशी से छोड़े और मैं अपना सुदर्शन छोड़ता हूं। जहां इन दोनों का मिलन होगा, आप काशी का पुनः निर्माण होने तक वहीं विराजमान हो जाए। जहां पर त्रिशूल और सुदर्शन का मिलन हुआ, उस जगह को समर-अधि कहा गया। जिसे अब अपभ्रंश से सेमराध कहा जाने लगा है।

*गेंहू में पीलापन, टमाटर में झुलसा रोग का बढ़ा खतरा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। लागातार ठंड का असर फसलों पर दिखने लगा है। गेंहू की फसल में पीलापन आलू और टमाटर में झुलसा रोग का खतरा बढ़ गया है। इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि समय से उपचार नहीं करने पर उपज प्रभावित हो सकती है।

जिले में गेहूं की खेती 47000 हेक्टेयर और टमाटर की 25 हेक्टेयर में खेती होती है। कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कोहरा और धुंध रह रही है। सूरज के दर्शन दिन में एक - दो घंटे हो रहे हैं। इसका असर अब फसलों पर पड़ने टमाटर और आलू फसलों में ठंड के असर के कारण रोग लगने की आशंका है। कृषि विज्ञान केन्द्र बेजवां के डाॅ आरपी चौधरी ने बताया कि गेहूं में पीलापन रोग का खतरा बढ़ा है।

इसका समय से उपचार न हो तो इसका असर पैदावार पर पड़ता है।