अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण बाबा केदार को मिला, धाम में होगा भव्य समारोह

 भगवान श्रीराम के आराध्य भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक भगवान केदारनाथ को अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण पत्र मिला है। केदारनाथ में मौजूद स्वामी ललित महाराज ने मंदिर परिसर में निमंत्रणपत्र और अयोध्या से आए पूजित अक्षत ग्रहण किए।

इस दौरान आईटीबीपी और पुलिस के जवानों को भी आमंत्रित किया गया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के ऊखीमठ खंड संघ चालक दलवीर सिंह पुजारी ने बताया, शुभ कार्य में सर्वप्रथम आराध्य देवी-देवताओं को आमंत्रित किया जाता है। इसी परंपरा के तहत अयोध्या में भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भगवान केदारनाथ को भी आमंत्रित किया गया है।

कहा, शीतकाल में माइनस तापमान में केदारनाथ में मौजूद संत स्वामी ललित महाराज ने बाबा केदार के नाम का निमंत्रणपत्र मंदिर परिसर में ग्रहण करते हुए भगवान को भेंट किया। स्वामी ललित महाराज ने कहा, सदियों के लंबे इंतजार के बाद भगवान श्रीराम अपने मूल मंदिर में विराजमान हो रहे हैं। 11,750 की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम में भी भगवान श्रीरामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का समारोह मनाया जाएगा।

इस दौरान आश्रम में विशेष पूजा-अर्चना के साथ ही दीपोत्सव का आयोजन भी किया जाएगा। वयोवृद्ध तीर्थपुरोहित श्रीनिवास पोस्ती का कहना है कि अयोध्या से भगवान केदारनाथ को समारोह का निमंत्रण मिलना पूरे क्षेत्र के लिए गौरव की बात है।

14 वर्ष से धाम में रह रहे ललित महाराज

स्वामी ललित महाराज बीते 14 वर्ष से केदारनाथ में बारामास प्रवास कर रहे हैं। वह, प्रतिदिन घंटों साधना के साथ ही आराध्य देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करते हैं। यात्राकाल में बाबा केदार के भक्तों के लिए निशुल्क भोजन व्यवस्था के साथ ही उनके रात्रि प्रवास का इंतजाम करते हैं। वह पूरे यात्राकाल में 10 से 12 हजार श्रद्धालुओं को भोजन कराते हैं। इसके अलावा धाम में निराश्रित पशुओं का संरक्षण भी करते हैं।

घने कोहरे का कहर, मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेसवे पर दो बसों की आपस में टक्कर, 40 से ज्यादा यात्री घायल, मची चीख पुकार

यूपी में कड़ाके की ठंड और कोहरे के मध्य यमुना एक्सप्रेसवे पर दर्दनाक हादसा हो गया। जहां आज तड़के 2 बसें आपस में जाकर टकरा गई। इस हादसे में 40 से अधिक लोग जख्मी हो गए। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जख्मियों को हॉस्पिटल पहुंचाया। जैसे ही बसों की टक्कर हुई मौके पर चीख-पुकार का माहौल पैदा हो गया। बहुत देर के लिए हाइवे पर लंबा जाम लगा रहा। सूत्रों का कहना है कि हादसा यमुना एक्सप्रेसवे पर मथुरा के पास माइल स्टोन-110 राया कट पर हुआ। जहां सुबह तकरीबन 3 बजे दो बसें आपस में टकरा गईं। हादसे के उपरांत 31 जख्मियों को जिला हॉस्पिटल में और 9 अन्य घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। 

मथुरा के एसएसपी शैलेश पांडे ने जानकारी दी है कि एक बस धौलपुर से नोएडा जा रही थी और दूसरी बस इटावा से नोएडा की ओर जा रही थी। दोनों बसों की टक्कर की वजह से 40 यात्री जख्मी हुए हैं। फिलहाल, जख्मियों को अस्पताल पहुंचाया गया है और जाम को भी खुलवा दिया गया है। यातायात सुचारु रूप से चालू हो चुका है। गौरतलब है कि यूपी सहित उत्तर भारत में कोहरे का कहर जारी है। जिसके चलते सड़क पर वाहनों को आवाजाही में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर घने कोहरे की वजह से दो बसें आपस में टकरा गईं। क्रेन की सहायता से बसों को रास्ते से हटवाया गया। घटना के वक्त कोहरा इतना घना था कि रेस्क्यू करने में भी दिक्कत भी आने लगी है।

मौसम विभाग ने आज उत्तरप्रदेश के 53 जिलों में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया जा चुका है, जिसकी वजह से रोड पर विजिबिलिटी बहुत ही ज्यादा कम है। घने कोहरे और कम विजिबिलिटी की वजह से हाइवे पर हमेशा एक्सीडेंट हो जाते हैं।

मालदीव के साथ बढ़ते विवाद पर विदेश मंत्री जयशंकर ने तोड़ी चुप्पी, जानें क्या कहा?

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भारत और मालदीव के बीच तनाव जारी है।मालदीव की मोहम्मद मुइज़्ज़ू सरकार ने भारतीय सैनिकों से 15 मार्च तक देश छोड़ने के लिए कहा है।मालदीव के विदेश मंत्रालय ने बताया है कि दोनों देश भारतीय सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया शुरू करने को लेकर तैयार हो गए हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में भारतीय सेना की वापसी को लेकर दी डेडलाइन का ज़िक्र नहीं किया गया है। इस बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ा बयान दिया है।उन्होंने तनाव पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि इसकी गारंटी नहीं दी जा सकती कि हर देश हर समय भारत का समर्थन करेगा या उससे सहमत होगा।

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, नागपुर में एक बैठक के दौरान विदेश मंत्री से मालदीव संग चल रहे तनाव को लेकर सवाल किया गया। इस पर जयशंकर ने कहा, राजनीति तो राजनीति ही है। मैं इसकी गारंटी नहीं दे सकता कि हर देश में, हर दिन, हर कोई हमारा समर्थन करेगा या हमसे सहमत होगा। उन्होंने कहा, 'हम जो करने की कोशिश कर रहे हैं, वो है- एक मजबूत संबंध बनाना।

राजनीति में उतार-चढ़ाव चलता रहता है -जयशंकर

एस जयशंकर ने आगे कहा, हमने पिछले 10 वर्षों में बहुत सफलता के साथ मजबूत संबंध बनाने की कोशिश की है। जयशंकर ने कहा, राजनीति में उतार-चढ़ाव चलते रहता है, लेकिन उस देश के लोगों में आम तौर पर भारत के प्रति अच्छी भावनाएं हैं और वे अच्छे संबंधों के महत्व को समझते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत वहां सड़कों, बिजली पारेषण लाइन, ईंधन की आपूर्ति, व्यापार पहुंच प्रदान करने, निवेश में शामिल रहा है। विदेश मंत्री ने कहा कि ये इस बात को दिखाता है कि कोई रिश्ता कैसे विकसित होता है, हालांकि कभी-कभी चीजें सही रास्ते पर नहीं चलती हैं और इसे वापस वहां लाने के लिए लोगों को समझाना पड़ता है जहां इसे होना चाहिए।

यह है विवाद

भारत और मालदीव के बीच राजनयिक विवाद उस समय पैदा हुआ जब मालदीव के तीन नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करते हुए उनकी हालिया लक्षद्वीप यात्रा की आलोचना की। भारत ने इस टिप्पणी की कड़ी निंदा की और विरोध दर्ज कराने के लिए मालदीव के राजदूत को तलब किया। देश के पीएम के बारे में गलत टिप्पणी से भारतीय लोगों में गुस्सा भड़क गया। लोगों ने बॉयकॉट मालदीव नाम से एक अभियान शुरू कर दिया। बढ़ते विवाद को देखते हुए मालदीव सरकार ने अपनी तीनों मंत्रियों को निलंबित कर दिया।

उड़ान में देरी के ऐलान से बौखलाया यात्री, पायलट को जड़ दिया मुक्का, अब 'No Fly' लिस्ट में डालने की तैयारी

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इन दिनों कोहरे के कारण सड़क से लेकर आकाश मार्ग तक प्रभावित है। ट्रेनों से लेकर फ्लाइट तक देरी से उड़ान भर रही हैं और देर से अपने गंतव्य तक पहुंच रहे हैं। जाहिर से इसके कारण यात्रियों को काफी परेशान होना पड़ रहा है।इस बीच दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो की एक फ्लाइट में रविवार को हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। दरअसल, उड़ान में देरी से गुस्साए एक यात्री ने पायलट के साथ मारपीट कर दी।

इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में शख्स को पायलट को घूंसा मारते देखा जा सकता है। विमानन सुरक्षा एजेंसी ने इस घटना का संज्ञान लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया गया है कि यह घटना तब हुई जब पायलट माइक्रोफोन पर यात्रियों को दिल्ली से गोवा जा रही फ्लाइट के कोहरे के चलते लेट होने की जानकारी दे रहा था। इसी दौरान यात्री ने पायलट को घूंसा मार दिया।

इस मामले की शिकायत आईजीआई पुलिस से की गई है। आईजीआई पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि हम आरोपियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, विमानन सुरक्षा एजेंसी ने वायरल वीडियो के संबंध में जांच शुरू कर दी है।

कोहरे के कारण 110 फ्लाइट्स हुईं लेट

फ्लाइट ट्रैकर वेबसाइट Flightradar24 के मुताबिक, यह घटना दिल्ली हवाई अड्डे पर कई फ्लाइट्स के देरी से उड़ान भरने की बीच हुई है। आज 110 फ्लाइट्स में लेट हुई हैं और 79 फ्लाइट्स रद्द कर दिया गया है। औसत देरी 50 मिनट तक पहुंच गई। लगातार फ्लाइट्स के डिले होने की वजह से यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

भीषण ठंड में ठिठुर रहा पूरा उत्तर भारत, शीतलहर के साथ कोहरे का अटैक, मौसम विभाग ने कहा-अभी नहीं मिलेगी

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पूरा उत्तर भारत शीत लहर और कोहरे की चपेट में है। श्रीनगर में तापमान शून्य से 4.2 डिग्री सेल्सियस रहा है। दिल्ली और एनसीआर का न्यूनतम तापमान गिरकर 3.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो इस सर्दी का सबसे कम तापमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सैटेलाइट इमेज जारी की है, जिसमें सामने आया कि घने कोहरे ने पश्चिम में पाकिस्तान से लेकर पूर्व में बंगाल की खाड़ी तक मैदानी इलाकों को ढक लिया है।मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में आने वाले कुछ दिनों तक कड़ाके की ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।अगले कुछ दिनों तक लोगों को शीतलहर और घने कोहरे का सामना करना पड़ सकता है।

आईएमडी के मुताबिक, अगले 4-5 दिनों तक पूरे उत्तर भारत में घने से बहुत घना कोहरा छाने की संभावना है।वहीं अगले 4 दिनों तक देश के उत्तर पश्चिम इलाकों में कोल्ड से लेकर सीवियर कोल्ड डे रहने के आसार हैं।

मौसम विभाग का अलर्ट

मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डीएस पई ने बताया कि 'मौसम ठंडा बना हुआ है और हवा शांत है। यह कोहरा बनने के लिए सबसे सही मौसम होता है। फिलहाल तेज हवाएं चलने के कोई आसार नहीं हैं, जिससे कोहरा छंटने के फिलहाल कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। मौसम विभाग का कहना है कि 16-17 जनवरी को फिर से पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा, जिसके चलते अभी कोहरे की समस्या बनी रहने की आशंका है।' मौसम विभाग का कहना है कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में 14 जनवरी से 16 जनवरी तक भीषण कोहरे का असर देखने को मिलेगा। कुछ जगहों पर 16-17 जनवरी को भी कोहरे का असर देखा जाएगा। 

दिल्ली में स्कूलों का समय बदला

दिल्ली के सभी स्कूलों का समय बदला है. मौजूदा कोहरे की स्थिति को देखते हुए एहतियात बरतते हुए 15 से 20 जनवरी तक सभी कक्षाओं यानी नर्सरी, केजी और प्राथमिक कक्षाएं सामान्य पाली: सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक, सुबह की पाली: सुबह 9 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक, शाम की पाली: दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी.

कोहरे कारण 100 विमानों ने देर से भरी उड़ान

रविवार को पाकिस्तान से लेकर पूर्व में बंगाल की खाड़ी तक पूरे भारत-गंगा के मैदानी क्षेत्र में घने कोहरे की चादर छाई हुई है. घने कोहरे के कारण कम दृश्यता की स्थिति के कारण परिचालन बाधित होने के कारण रविवार सुबह दिल्ली हवाई अड्डे पर कुल 10 उड़ानें डायवर्ट की गईं, लगभग 100 में देरी हुई और कुछ रद्द कर दी गईं. एक अधिकारी ने बताया कि सुबह 4.30 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच 2 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों सहित कुल 10 उड़ानों को जयपुर डायवर्ट किया गया. अधिकारी ने कहा कि खराब मौसम के कारण विदेशी सेवाओं सहित लगभग 100 उड़ानों में देरी हुई और कुछ उड़ानें रद्द कर दी गईं.

असदुद्दीन ओवैसी का भड़काऊ बयान, बोले-सत्ता में बैठे लोग हमारी मस्जिदों को ललचायी नजर से देख रहे, सावधान रहने की दी सलाह

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देश में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर धूम मची हुई है। सरकार से लेकर आम और खास जनवरी का इंतजार कर रहा है। इस बीच ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मुसलमानों को आगाह किया है। उकसाने वाला बयान देते हुए औवैसी ने कहा कि ये सरकार मस्जिदों को खत्म करना चाहती है। एक तो गवां चुके हैं, इसके बाद भी अगर नहीं जागे तो कुछ नहीं बचेगा।

मस्जिदों की हिफाजत करने की अपील

ओवैसी ने रविवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुआ कहा कि कुदरत हमसे कह रही है कि तुम अपनी गलती की वजह से एक मस्जिद खो चुके हो, सत्ता में बैठे लोग हमारी मस्जिदों को ललचायी नजरों से देख रहे हैं। ओवैसी ने आगे कहा कि आप जब भी मस्जिद जाइये अकेले मत जाइए, अपने बेटे को भी साथ ले जाइए। सिर्फ जुमे के दिन नहीं बल्कि हर वक्त की नमाज मस्जिदों में अदा की जानी चाहिए। मस्जिदों को आबाद रखो और मस्जिदों की हिफाजत करो। ओवैसी ने आगे कहा कि वे जानते हैं कि मुसलमानों को मस्जिद से दूर कर दोगे तो वे निहत्थे हो जाएंगे। मदरसे इस्लाम के किले हैं। इसलिए ये बेहद जरूरी है कि मदरसे और मस्जिदों को आबाद रखा जाए।

हमारी मस्जिदों से अजान को खत्म कर रहे हैं-ओवैसी

ओवैसी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपने मतभेदों को साइड में रखिए। इस वक्त हम ऐसी ताकतों का मुकाबला कर रहे हैं जो हमारे वजूद को मिटाना चाहती हैं और जो हमारी मस्जिदों से अजान को खत्म कर रहे हैं। अगर हम मिलकर खड़ें होंगे तो अल्लाह हमारी मदद करेगा।

बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है। इस बीच में ओवैसी ने भड़काऊ बयान दिया है।

*2024 के चुनाव को लेकर शशि थरूर का बड़ा दावा, बोले-भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है, लेकिन...*

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भले ही लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। यही नहीं, आने वाले चुनाव में जीत के बड़े-बड़े दावे भी किए जा रहे हैं। बीजेपी ने तो अपना नया नारा भी दे दिया है “अबकी बार 400 पार”। अब चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी एक भविष्यवाणी की है। शशि थरूर ने दावा किया है कि तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने कहा कि आगामी आम चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। लेकिन, उसे सरकार बनाने लायक सीटें पाने से रोका जा सकता है। उनका कहना है कि राजग के सहयोगी विपक्षी गठबंधन का समर्थन कर सकते हैं।

बीजेपी के साथी हमारा सहयोग करने को तैयार हों-थरूर

थरूर ने विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, भारत विविधताओं भरा देश है और वह उस स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, जहां राज्यों में सौ फीसदी सहमति नहीं है। उन्होंने आगे कहा, मुझे अब भी लगता है कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी। लेकिन, उनकी संख्या को उस स्तर तक कम किया जा सकता है, जहां सरकार बनाने के लिए उसके सहयोगी उनके साथ सहयोग करने के इच्छुक नहीं होंगे। पूर्व मंत्री ने कहा, हो सकता है कि वह हमारा सहयोग करने को तैयार हों। इसलिए, हमें इस चीज को आजमाना होगा। 

केरल में सीट बंटवारे पर समझौता असंभव-थरूर

आगामी चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन के बीच सीट बंटवारे को लेकर चल रही रार पर शशि थरूर ने कहा कि अगर इंडिया गठबंधन के अंदर पर्याप्त राज्यों में सीट बंटवारे पर समझौता हो जाता है तो कई जगहों पर हार से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि केरल में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर समझौता होना असंभव है।

अपने क्षेत्र से सबसे अच्छे व्यक्ति को दें वोट-थरूर

थरूर के मुताबिक, देश के लोगों को यह याद दिलाना जरूरी है कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र से सबसे अच्छे व्यक्ति को वोट दें। उन्होंने कहा, मोदी-मोदी का नारा लगाने वालों को पता होना चाहिए कि उन्हें केवल वाराणसी के लोग ही वोट दे सकते हैं। हर किसी को अपने इलाके से सबसे अच्छे उम्मीदवार को चुनना होगा, जो उन्हें लगता है कि उनका अच्छा प्रतिनिधित्व कर सकता है और अगर वे (पीएम) मोदी को ही (संसद) भेजने के लिए वोट करना चाहते हैं, तो यह उनकी पसंद है। अगर वे किसी ऐसे व्यक्ति को वोट देना चाहते हैं जो उनके विचार के अनुकूल है, तो यह उनकी पसंद है। प्रधानमंत्री पिचले आम चुनाव में उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट से चुने गए थे।

चीन से लौटने के बाद मोहम्मद मुइज्जू ने फिर दिखाया तेवर, भारत से अपने सैन्यबलों को हटाने की मांग दोहराई, 15 मार्च तक का अल्टीमेटम

#mohamed_muizzu_asked_india_to_withdraw_its_military_by_march_15 

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने एक बार फिर तेवर दिखाए हैं।चीन से लौटते ही मुइज्जू ने कह दिया है कि भारत 15 मार्च से पहले मालदीव से अपने सैनिकों को हटा लें।लगभग दो महीने पहले राष्ट्रपति बनने के बाद मुइज्जू ने मालदीव में तैनात दूसरे देश के सैनिकों को हटाने का एलान किया था। उन्होंने अपने चुनावी अभियान में India Out जैसा नारा भी दिया। एक दिन पहले उन्होंने भारत का नाम लिए बिना कहा था कि किसी देश के पास मालदीव को धमकाने का अधिकार नहीं है।बता दें कि मुइज्जू शनिवार को चीन के पांच दिवसीय राजकीय दौरे से वापस लौटे हैं। वापस लौटते ही मुइज्जू का यह नया तेवर देखने को मिला है।

पिछले कई साल से भारतीय सेना की एक टुकड़ी मालदीव में तैनात है। इस टुकड़ी को मालदीव की पिछली सरकार के आग्रह पर वहां तैनात किया गया था। भारतीय सेना की ये टुकड़ी समुद्री सुरक्षा के साथ-साथ आपदा राहत कार्यों में मालदीव की सेना की मदद करती है, लेकिन अब मुइज्जू की सरकार ने भारतीय सेना की टुकड़ी को 15 मार्च तक मालदीव छोड़ने का फरमान सुना दिया है।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मालदीव में भारतीय सेना के 88 जवान मौजूद हैं। मुइज्जू सरकार करीब दो महीने पहले भारतीय सैनिकों की वापसी का आह्वान किया था, लेकिन अब उन्होंने इसके लिए समय सीमा भी तय कर दी है।

सन ऑनलाइन अखबार की र‍िपोर्ट के मुताब‍िक, राष्ट्रपति कार्यालय में पब्‍ल‍िक पॉल‍िसी सेक्रेटरी अब्दुल्ला नाज़िम इब्राहिम ने प्रेस ब्रीफ‍िंग के दौरान कहा कि राष्ट्रपति मुइज्जू ने औपचारिक रूप से भारत से 15 मार्च तक अपने सैन‍िकों को वापस बुलाने को कहा है। उन्‍होंने यह भी साफ क‍िया है क‍ि भारतीय सैन‍िक मालदीव में नहीं रह सकते। नाज‍िम ने मालदीव सरकार की पॉल‍िसी का हवाला देते हुए कहा कि यह राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू और उनकी प्रशासनिक नीति है।

सेक्रेटरी ने इस बात का भी दावा क‍िया है क‍ि दोनों देशों के बीच सैन‍िकों की वापसी के मुद्दे को लेकर एक हाई लेवल कोर ग्रुप का गठन भी क‍िया गया है। माले स्‍थ‍ित व‍िदेश मंत्रालय हेडक्‍वार्टर में कोर ग्रुप की पहली बैठक रव‍िवार को आयोज‍ित की गई। इसमें दोनों देशों के अध‍िकार‍ी भी शाम‍िल हुए। बैठक में भारत की तरफ से मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर उपस्‍थ‍ित रहे। मीट‍िंग एजेंडा की पुष्‍ट‍ि मालदीव के पब्‍ल‍िक पॉल‍िसी सेक्रेटरी नाज‍िम ने की है, ज‍िसमें एक न‍िर्धारित समय सीमा के भीतर सैन‍िकों की वापसी होनी है।

चीन की हाल‍िया यात्रा कर स्‍वदेश लौटे राष्‍ट्रपत‍ि मोहम्मद मुइज्जू अब लगातार भारत को लेकर तीखी बयानबाजी कर रहे हैं। शन‍िवार (13 जनवरी) को भी मुइज्‍जू ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान भारत का नाम ल‍िए बिना परोक्ष रूप से कहा था कि 'हम छोटे हो सकते हैं लेकिन इससे उनको हमें धमकाने का लाइसेंस नहीं मिल जाता है।

*‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर निकले राहुल गांधी, शुरूआत से पहले पीएम मोदी पर कसा तंज*

#bharatjodonyay_yatra 

राहुल गांधी के नेतृत्व में मणिपुर से कांग्रेस की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू हो गई है।यात्रा के लिए राहुल गांधी दिल्ली से मणिपुर पहुंचे। यात्रा की शुरुआत से पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ध्वजारोहण किया। मणिपुर में संक्षिप्त समारोह में कांग्रेस प्रमुख खरगे ने पार्टी की- भारत जोड़ो न्याय यात्रा को हरी झंड दिखाई। मणिपुर के थौबल में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यात्रा की शुरुआत के प्रतीक रूप में पहले राहुल को राष्ट्रीय ध्वज सौंपा। इसके बाद दोनों ने संयुक्त रूप से कांग्रेस नेताओं के हाथ में राष्ट्र ध्वज की कमान सौंपी। इसी के साथ यात्रा की शुरुआत हो गई।

पीएम मोदी को मणिपुर का दर्द नहीं दिखता-राहुल गांधी

‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के शुरू होने में हुई देरी को लेकर माफी मांगते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि दिल्ली में मौसम खराब होने की वजह से हमारी फ्लाइट में देरी हुई, इसके लिए माफी मांगना चाहता हूं। वहीं, मणिपुर हिंसा के बाद से पीएम नरेंद्र मोदी के इस राज्य में नहीं आने की आलोचना करते हुए राहुल ने कहा कि पीएम मोदी को मणिपुर का दर्द नहीं दिखता है। मणिपुर हिंसा को लेकर पीएम मोदी की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर के कोने-कोने में नफरत फैल गई है। बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा नफरत वाली है। 

बीजेपी और आरएसएस के लिए मणिपुर हिंदुस्तान का भाग नहीं-राहुल गांधी

बीजेपी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, 29 जून को मैं मणिपुर आया था और उस विजिट में जो मैंने देखा जो मैंने सुना वो पहले कभी नहीं देखा था। मणिपुर में इतने लोग मरे, लोगों को कष्ठ हुआ, लेकिन पीएम मोदी आपका हाथ पकड़ने, आपका आसू पोंछने नहीं आए। शायद बीजेपी और आरएसएस के लिए मणिपुर हिंदुस्तान का भाग नहीं है।

भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भाजपा का तंज

भाजपा नेता नलिन कोहली ने कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर तंज कसते हुए कहा राहुल गांधी मणिपुर से अपनी यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं, लेकिन बीते 60 सालों को अगर पीएम मोदी के 9-10 सालों से तुलना करें तो कांग्रेस के कितने प्रधानमंत्रियों ने उत्तर पूर्व का दारौ किया? पीएम मोदी बीते नौ सालों में 60 बार वहां जा चुके हैं। मोदी सरकार के मंत्री 400 से ज्यादा दौरे कर चुके हैं। इंटरनेट, हाइवे, एयरपोर्ट, रेलवे का निर्माण तेज रफ्तार से हो रहा है। उत्तर पूर्व में 9 एयरपोर्ट से बढ़कर 17 हो गए हैं। 100 सालों के बाद नगालैंड में दूसरा रेलवे स्टेशन खुला है। 

देश को एक वैकल्पिक व्यवस्था प्रदान करने की अपील

इससे पहले ध्वजारोहण करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, हम पहुंचेंगे हर घर तक, न्याय का हक़, मिलने तक! आज थोउबल, मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत होगी। जन-जन के प्रिय राहुल गांधी जी 15 राज्यों से 6700 किमी का सफ़र तय करते हुए, कांग्रेस पार्टी के इस राष्ट्रीय जन-आंदोलन का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने आगे कहा, किसान, मज़दूर, दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, छोटे व्यापारी, दुकानदार, महिला, पूर्व सैनिक, खिलाड़ी, शिक्षक, आशा वर्कर, आंगनवाड़ी समूह आदि समाज के हर वर्ग से, यात्रा संवाद करेगी। ध्यान भटकाने के शोरगुल में असली मुद्दे कहीं खो गए हैं। पर कांग्रेस पार्टी देश के असली मुद्दों- बेरोज़गारी, महंगाई, राष्ट्रीय सुरक्षा, महिला अधिकार, एसटी/एससी शोषण, जातिगत जनगणना, आर्थिक असमानता आदि पर डटी हुई है। हमारा उद्देश्य है कि हम जनता की बात सुनकर देश को एक वैकल्पिक व्यवस्था प्रदान करे। न्याय की लड़ाई इसी लिए ज़रूरी है।

कांग्रेस को बड़ा झटका, 'हाथ' छोड़ मिलिंद देवड़ा ने थामा तीर-कमान

#milind_deora_joins_shiv_sena 

कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मिलिंद देवड़ा रविवार को शिवसेना शिंदे गुट में शामिल हो गये। रविवार को मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था।कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद वह सीएम एकनाथ शिंदे के सरकारी आवास पर पहुंचे थे। उसके बाद वह औपचारिक रूप से शिवसेना शिंदे गुट की सदस्यता ग्रहण की।अपने पिता का अनुसरण करते हुए मिलिंद देवड़ा ने भी कांग्रेस में अपना करियर शुरू किया था, लेकिन आज यह नाता तोड़ दिया।

शिदे गुट में शामिल होने के बाद मिलिंद देवड़ा ने कहा कि मकर संक्रांति पर सभी को शुभकामना देता हूं। आपकी सुख समृद्धि बढ़े। यह मेरी कामना है। आज वह भावुक हैं, क्योंकि उन्होंने कांग्रेस छोड़ दिया और सीएम शिंदे के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। सीएम शिदें की राजनीतिक विकासमूलक रही है। लोगों की सेवा करने आए हैं। सीएम शिंदे अत्यंत मेहनती और सहज ही उपलब्ध होने वाले नेता हैं और जमीन नेता हैं।

वहीं, एकनाथ शिंदे ने कहा है कि अगर मिलिंद देवड़ा शिवसेना में आ रहे हैं तो उनका स्वागत है. एकनाथ शिंदे ने कहा कि लेकिन अगर वे शिवसेना में आ रहे हैं तो उनका स्वागत है।

इससे पहले मिलिंद ने इस्तीफे की जानकारी सोशल मीडिया पर दी थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- आज मेरे राजनीतिक सफर का एक महत्वपूर्ण अध्याय खत्म हुआ। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया। शनिवार को जब मिलिंद के पार्टी छोड़ने की खबर मीडिया में आई तो उन्होंने कहा था कि वे ऐसा कुछ नहीं कर रहे। मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ने पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि इस्तीफे की टाइमिंग पीएम मोदी ने तय की है। 

गौरतलब है कि मिलिंद देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने की अटकलें बीते कई दिनों से चल रहीं थी। हालांकि उन्होंने इसे अफवाह बताकर कांग्रेस छोड़ने की बात से इनकार किया था। मिलिंद देवड़ा ने ये बात स्वीकार की थी कि वह अपने समर्थकों से चर्चा कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। मिलिंद देवड़ा मुंबई की दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं, लेकिन इस बार गठबंधन के तहत शिवसेना (यूबीटी) दक्षिण मुंबई सीट पर अपनी दावेदारी कर रही है। ऐसे में देवड़ा को अपना टिकट कटने की आशंका थी।