*ट्रक के धक्के से घायल सफाई कर्मी की इलाज के दौरान मौत*

मिर्जापुर- राजगढ़ थाना क्षेत्र के ददरा पहाड़ी गांव के पास शुक्रवार की रात लगभग 8:30 बजे ट्रक के धक्के से घायल बाइक सवार सफाईकर्मी की ट्रामा सेंटर वाराणसी में शुक्रवार की रात इलाज के दौरान मौत हो गयी। मृतक सफाई कर्मी कलवारी गांव से ड्यूटी करने के बाद अपने घर बघौडा वापस जा रहा था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

थाना क्षेत्र के बघौडा गांव निवासी अशोक कुमार 38 वर्ष पुत्र कृपाशंकर राजगढ़ विकास खंड के कलवारी गांव में सफाई कर्मी के पद पर कार्यरत था। शुक्रवार को कलवारी गांव में ड्यूटी करने के बाद बाइक से अपने घर बघौडा वापस जा रहा था। जैसे ही ददरा पहाड़ी गांव के पास पहुचा,कि मिर्जापुर सोनभद्र मार्ग पर रात लगभग 8:30 बजे सोनभद्र की तरफ से आ रहा ट्रक चालक को घना कोहरा होने के कारण सामने से आ रहा बाइक सवार सफाई कर्मी दिखाई नहीं दिया। जिससे ट्रक चालक ने बाइक सवार सफाई कर्मी टपेट में आ गया। ट्रक के धक्के से सफाई कर्मी अशोक कुमार गम्भीर रूप से जख्मी हो गया।

मौके पर लोगो की भीड़ लग गयी।मौके पर मौजूद लोगों से एम्बुलेन्स द्वारा घायल सफाई कर्मी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में भर्ती कराया।जहा घायल की हालत गंभीर देख आकस्मिक ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर सर्वेश पांडेय ने बेहतर इलाज के लिए ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया।ट्रामा सेंटर वाराणसी में इलाज के दौरान घायल सफाई कर्मी अशोक कुमार की शुक्रवार की रात लगभग 10:30 बजे मौत हो गयी।पुलिस शव को अन्त्य परीक्षण के लिए भेज दिया।सफाई कर्मी की मौत से परिजन रोते रोते बेहाल हो गए।मृतक सफाई कर्मी को तीन पुत्र तथा एक पुत्री है।जिसमे एक पुत्र तथा एक पुत्री की शादी हो गयी हैं।दो पुत्र अविवाहित है।

*मोटरसाइकिल की टक्कर के बाद हाईवा में लगी आग, एक व्यक्ति की जलकर मौत*

मिर्जापुर- जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के चौकी करनपुर क्षेत्रांतर्गत बाई पास के पास हाईवा ट्रक व मोटरसाइकिल में टक्कर हो गयी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मोटरसाइकिल हाईवा ट्रक में फंस गई। जिससे मोटरसाइकिल के रगड़ से हाइवा में आग लग गयी। जो देखते ही देखते आग का गोला बन गयी।

दुर्घटना शनिवार की भोर की बताई जा रही है। सूचना पर पहुंची कोतवाली देहात पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया गया। तब तक इस दुर्घटना में आग से जल कर एक व्यक्ति कि मृत्यु हो गयी थी। जिसके शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त की कार्यवाही कराते हुए अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं हाईवा पूरी तरह से जलकर कबाड़ में तब्दील हो चुका था। दुर्घटना का मंज़र देख कर उधर से गुजर रहे लोगों की रुह कांप जा रही थी। हादसे के बाद कानून एवं शांन्तिव्यवस्था सम्बन्धित कोई समस्या नही है।

*स्वामी विवेकानंद नन्द जयंती अवसर पर विचार गोष्ठी आयोजन*

मीरजापुर। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा जिला ईकाई के तत्वावधान में युवाओं के प्रेरणा स्रोत भारत रत्न स्वामी विवेकानंद नन्द की जयंती के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस मौके पर विवेकानंद नन्द की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धापूर्वक याद किया गया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ डी एल श्रीवास्तव ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी का जन्मदिन राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में मनाया जाता हैं।

ऐसे युगपुरुष, भारत के महान अध्यात्मिक गुरु को नमन करते हुए स्वामी विवेकानंद जी के विचारों से युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। डॉ अरविन्द श्रीवास्तव ने कहा कि स्वामी जी द्वारा दी गई शिक्षाओं से करोड़ों युवा प्रेरित है। स्वामी जी द्वारा कही गई बातें करोड़ों युवाओं को जोश भरने का काम करती है उनकी ओजस्वी वाणी ओजपूर्ण विचारों में सुप्त लोगों को जागृत किया।

उनकी युवावस्था देश के हर युवा के लिए मिसाल है। यहीं कारण है कि उनका जन्मदिन युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष रत्नेश श्रीवास्तव ने कहा कि एक समृद्ध परिवार में जन्मे स्वामी विवेकानन्द जी बचपन से काफी कुशाग्र बुद्धि वाले और जिज्ञासू से उनके शिक्षक भी उनके हाजिर जवाबी के कायल थे।

वह परमेश्वर की प्राप्ति के लिए काफी लालायित रहते थे। जब माता पिता ने उनसे शादी करने के लिए कहा तो उन्होंने जवाब दिया कि वह इश्वर को खोज रहे है। समाज को उनके जीवन से प्रेरणा लेने कि आवश्यकता है।

संचालन करते हुए जिला महामंत्री सुजीत कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि स्वामी जी बन्धनों से पूरी तरह मुक्त थे वे कहते थे मेरे बच्चो हमें चाहिए लोहे जैसी मांसपेशियां और फौलाद जैसा स्नायु जिसमें ब्रज सा मन निवास करे। इस मौके पर राज नारायण, नीरू श्रीवास्तव, संजय, विनय, रमेश, अभिनव रंजन, मनीष, पुलक, सतीश श्रीवास्तव, आवेश श्रीवास्तव, सारिका श्रीवास्तव, जयप्रकाश श्रीवास्तव, रेनू श्रीवास्तव, महेश कुलश्रेष्ठ आदि तमाम लोग उपस्थित रहे।

*पानी की टंकी में मिला बालक का शव, मचा हड़कंप*

मीरजापुर। पानी की टंकी में एक 14 वर्षीय बालक का शव मिलने से हड़कंप मच गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के अनुसार देहात कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत लंका पहाड़ी चन्दईपुर में बनी पानी की टंकी में एक बालक का शव होने की सूचना पर पुलिस उच्चाधिकारी व थाना पुलिस बल द्वारा मौके पर पहुंच कर मृत बालक के शव को स्थानीय लोगों की मदद से पानी की टंकी से बाहर निकलवाया गया।

 मृतक बालक की पहचान प्रदीप कुमार मौर्या पुत्र दीनानाथ मौर्य निवासी मझगवां थाना कोतवाली देहात उम्र करीब-14 वर्ष के रूप में हुई है। देहात कोतवाली पुलिस द्वारा मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

*बाल संरक्षण के प्रति संवेदनशील है सरकार : ई. अशोक कुमार यादव*

मीरजापुर। उत्तर प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य इंजीनियर अशोक कुमार यादव ने कहा है कि बाल संरक्षण के प्रति सरकार पूरी तरह से गंभीर है। इसके लिए कड़े कानून के साथ-साथ निरंतर अभियान चलाकर बाल संरक्षण की दिशा में विविध कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं, ताकि बाल संरक्षण को रोका जा सके।

 वह शुक्रवार को फतहां स्थित चौधरी चरण सिंह अतिथि गृह में पत्रकारों से मुखातिब हो रहे थे। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के आसपास किसी भी प्रकार के नशे इत्यादि की दुकान ना हो इसके लिए 100 मीटर की दूरी निर्धारित करने के साथ-साथ सख्त निर्देश भी दिए गए हैं। मेडिकल की दुकानों पर भी जो विद्यालयों के आसपास हैं नशे की सिरप इत्यादि ना हो इसके लिए कैमरे लगाए जाने के साथ ही साथ निर्देशित किया गया है।

 कि बच्चों का विशेष ख्याल रखा जाए, ताकि वह नशे के चंगुल में ना फंसने पाएं। उन्होंने बताया कि बाल संरक्षण अभियान के तहत स्वामी विवेकानंद की जयंती अवसर 12 जनवरी से 23 जनवरी 2024 तक एक विशेष अभियान "हर विद्यालयों में एक युद्ध नशे के विरुद्ध" चलाया जा रहा है। इसी के तहत नगर के राजस्थान इंटर कॉलेज में स्वामी विवेकानंद जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस अवसर पर छात्रों के बीच नशा मुक्ति पर चर्चा करते हुए उन्हें शपथ दिलाया गया।

 राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य द्वारा बताया गया कि बाल किशोरों के संरक्षण के लिए सरकार ने कई कदम उठा रखे हैं तथा इनके संरक्षण के प्रति सरकार गंभीर और संवेदनशील भी है। पत्रकारों से मुक्ती होने से पूर्व उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य इंजीनियर अशोक कुमार यादव ने जिला मंडलीय अस्पताल के महिला एवं चिल्ड्रन वार्ड का निरीक्षण किया है।

 जहां उन्होंने अस्पताल में सफाई व्यवस्था पर असंतोष जताते हुए सफाई व्यवस्था की मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने की निर्देश दिए। अस्पताल के वार्ड में मक्खियों और मच्छरों को देख उन्होंने सफाई के साथ-साथ दवा के छिड़काव की भी बात कही। तत्पश्चात उन्होंने बाल संरक्षण गृह का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं पर संतोष जताया है।

 इस मौके पर उनके साथ जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी, जिला संरक्षण अधिकारी जिला बाल संरक्षण ईकाई पंकज शर्मा, महिला कल्याण अधिकारी श्रीमती डा मंजू यादव मौजूद रही हैं।

*पहाड़ी के नीचे अज्ञात युवक का मिला शव, सनसनी*

मिर्जापुर। चुनार थाना क्षेत्र के शक्तेसगढ़ पुलिस चौकी अंतर्गत सिद्धनाथ दरी चढ़ाई पर गोलंबर हनुमान मंदिर पहाड़ी के नीचे शुक्रवार को एक (25) वर्षीय अज्ञात युवक का शव मिला, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। 

 शुक्रवार सुबह करीब दस बजे एक चरवाहा पहाड़ी के नीचे जा रहा था, तभी चरवाहे की नजर झाड़ियां में पड़े शव की तरफ गया। अज्ञात युवक का शव देख सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे शक्तेसगढ़ चौकी प्रभारी इंद्र भूषण मिश्रा ने आसपास जांच-पड़ताल कर शव का शिनाख्त कराने का प्रयास किया लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाई। 

 सूचना पर पुलिस उच्च अधिकारी एवं थाना चुनार पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर फॉरेंसिक टीम के साथ जांच-पड़ताल किया। युवक काले रंग का शर्ट व जींस का पैंट पहना है। चुनार प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि युवक की मौत कैसे हुई है।

*ट्रक में पीछे से घुसी बोलेरो,चार घायल,जिसमे दो रेफर*

राजगढ़ मीरजापुर। राजगढ़ थाना क्षेत्र के ददरा पहाड़ी गांव के पास मिर्जापुर सोनभद्र मार्ग पर ट्रक चालक द्वारा अचानक ब्रेक लगाने पर पीछे से आ रहे बोलेरो सवार ट्रक में टक्कर मार दिए।

जिससे बोलेरो सवार चार लोग जख्मी हो गए।सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में भर्ती किया गया। जहां दो घायलों की हालत गंभीर देख जिला अस्पताल मिर्जापुर रेफर कर दिए।अन्य घायलों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया।

थाना क्षेत्र के ददरा पहाड़ी गांव में एक वृद्ध महिला की मौत हो गयी थी।जिसका चुनार घाट पर अंतिम संस्कार करने के बाद बोलेरो सवार अपने घर वापस जा रहे थे।जैसे ही ददरा पहाड़ी गांव के पास पहुचे। कि मिर्जापुर सोनभद्र मुख्यमार्ग पर जा रहा ट्रक चालक अचानक ट्रक का ब्रेक लगा दिया।जिससे पीछे से आ रही बोलेरो ट्रक के पीछे घुस गई।

ट्रक में टक्कर लगने से बोलेरो सवार ग्राम प्रधान बाबुनन्दन यादव 34 वर्ष,बब्बू पटेल 35 वर्ष,डॉक्टर कोल 37 वर्ष,रमेश 36 वर्ष,सभी निवासीगण ददरा पहाड़ी घायल हो गए।सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में भर्ती किया गया।

जहां हालत गंभीर देख बब्बू पटेल तथा डॉक्टर कोल को जिला अस्पताल मिर्जापुर रेफर कर दिया गया।अन्य दो घायलों को हल्की छोटे आयी थी।जिनको इलाज के बाद घर भेज दिया गया।

*कंबोडिया में सर्वोच्च क्लब कारपोरेट के कन्वेंशन में रघुबर मौर्या किए प्रतिभाग*

राजगढ़, मिर्जापुर। भारतीय जीवन बीमा निगम में सर्वोच्च क्लब के कन्वेंशन समारोह कंबोडिया में शैक्षणिक प्रशिक्षण के दौरान विकास खण्ड राजगढ़ के रघुबर प्रसाद मौर्य को प्रतिभाग करने का मौका मिला। जिससे जानने वालों में खुशी की लहर दौड़ गई।

बताते चलें कि श्री मौर्या भारतीय जीवन बीमा निगम में उत्कृष्ट कार्य करने पर महामहिम राज्यपाल से सम्मानित हो चुके हैं। इतना ही नहीं सबसे काबिले तारीफ़ बात यह है कि आठ जनपदों के वाराणसी मण्डल में मात्र अकेले कारपोरेट क्लब की अर्हता पूर्ण करने पर भारत के बाहर कंबोडिया में 6 से 9 जनवरी को शैक्षणिक प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था।

जहां चार दिवसीय शैक्षणिक प्रशिक्षण एव भ्रमण कार्यक्रम में सम्मिलित किया गया जो पुरे जनपद के लिए गर्व की बात है। श्री मौर्या से फोन पर हुई वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि इस मुकाम पर पहुंचने का मेरा सपना था, यह एलआईसी में सबसे बड़ा क्लब मेंबर है जिसमें हमें वर्ष 2022-23 के कन्वेंशन में प्रतिभाग करने का सौभाग्य मिला। इसके लिए हम अपने पूर्वांचल के समस्त पॉलिसी धारकों एव सहयोगी मित्रों का आभार प्रकट करता हूं।

उन्होने बताया कि एलआईसी में हम 2013 से निरंतर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर MDRT - USA का टारगेट पूर्ण करते हुए अपने शुभचिंतकों के सहयोग से MDRT से तीन गुना कार्य करके पीछले चार वर्षों से निरन्तर आगे बढ़ते हुए कोर्ट ऑफ द टेबल (COT) मेंबर बने। उन्होंने कड़ी मेहनत और लोगों का अपने साथ सहानुभूति पूर्वक पॉलिसी जोड़ने के लिए धन्यवाद देते हुए इस उपलब्धियों के लिए अपने समस्त पॉलिसी धारकों को आभार प्रकट किया।

बताया गया कि 10 जनवरी को रघुबर मौर्य को जनपद में पहुंचते ही उनके विकास अधिकारी राघवेन्द्र कुमार सिंह अपने टीम के साथ सर्व प्रथम बधाई देने पहुंचे। पर देखते ही देखते बधाई देने वालों का ताता लग गया। कोई फोन से तो कोई मिलकर उनके संघर्ष भरी सफलता के लिए बधाई देने में कोताही नहीं कर रहे थे।

*आनंद मार्ग की स्थापना दिवस 9 जनवरी पर विशेष*

संतोष देव गिरि

मीरजापुर। आनंद मार्ग का स्थापना दिवस पर आनंद मार्ग के आचार्य संजीवानंद अवधूत जी ने कि कहा श्री आनंदमूर्ति जी का जन्म 1921 में वैशाखी पूर्णिमा के दिन बिहार के जमालपुर में एक साधारण परिवार में हुआ था।

परिवार का दायित्व निभाते हुए वे सामाजिक समस्याओं के कारण का विश्लेषण उनके निदान ढूंढने एवं लोगों को योग, साधना आदि की शिक्षा देने में अपना समय देने लगे। 9 जनवरी सन 1955 में उन्होंने आनंद मार्ग प्रचारक संघ की स्थापना की। श्री श्री आनंदमूर्ति जी ने समझा कि जिस जीवन मूल्य (भौतिकवाद) को वर्तमान मानव अपना रहे हैं वह उनके न शारीरिक व मानसिक और न ही आत्मिक विकास के लिए उपयुक्त है।

अतः उन्होंने ऐसे समाज की स्थापना का संकल्प लिया, जिसमें हर व्यक्ति को अपना सर्वांगीण विकास करते हुए अपने मानवीय मूल्य को ऊपर उठने का सुयोग प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि हर एक मनुष्य को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में विकसित होने का अधिकार है और समाज का कर्तव्य है कि इस अधिकार को ठीक से स्वीकृति दें।

वे कहते थे कि कोई भी घृणा योग्य नहीं, किसी को शैतान नहीं कह सकते। मनुष्य तब शैतान या पापी बनता है जब उपयुक्त परिचालन पथ निर्देशन का अभाव होता है और वह अपनी कुप्रवृतियों के कारण बुरा काम कर बैठता है। यदि उनकी इन कुप्रवृतियों को सप्रवृतियों की ओर ले जाया जाए तो वह शैतान नहीं रह जाएगा।

हर एक–मनुष्य देव शिशु है इस तत्व को मन में रखकर समाज की हर कर्म पद्धति पर विचार करना उचित होगा। अपराध संहिता या दंड संहिता के विषय में उन्होंने कहा कि मनुष्य को दंड नहीं बल्कि उनका संशोधन करना होगा। उनका कहना था कि सबको एक साथ लेकर चलने में ही समाज की सार्थकता है।

यदि कोई यात्रा पथ में पिछड जाये, गंभीर रात की अंधियारी में जब तेज हवा का झोंका उसकी दीप को बुझा दे तो उसे अंधेरे में अकेले छोड़ देने से तो नहीं चलेगा। उसे हाथ पकड कर उठाना होगा अपने प्रदीप की रोशनी से उसे दीप शिखा को ज्योति करना होगा। अगर कोई अति घृणित कार्य किया है तो उसका दंड उसे अवश्य मिलेगा पर उससे घृणा करके उसे भूखे रख कर मार डालना मानवता विरोधी कार्य होगा।

उनके विचारानुसार हर व्यक्ति का लक्ष्य एक ही है, सभी एक ही लक्ष्य पर पहुंचना चाहते हैं अपनी सूझ एवं समझदारी एवं परिस्थिति के अनुसार अलग-अलग रास्ता अपनाते हैं। कोई धनोपार्जन, कोई सेवा का पथ अपनाते हैं, लेकिन हर प्रयास के पीछे मौलिक प्रेरणा एक ही रहती है,शाश्वत शांति की प्राप्ति, पूर्णत्व की प्राप्ति ।

अगर व्यक्ति का लक्ष्य समान है तो उनके बीच एकता लाना संभव है। आध्यात्मिक भावधारा का सृजन कर विश्व बंधुत्व के आधार पर एक मानव समाज की स्थापना को वास्तविक रूप दिया जाना संभव है।

नव्यमानवता :

उन्होंने देखा मानव भिन्न-भिन्न प्रकार कुठांओं ग्रसित है। जिस कारण वह अपना तथा जगत के भिन्न जीवों के बीच सही संबंध को समझ पाने में सफल नहीं हो रहा है। इस तरह की कुंठा मानव समाज को भिन्न-भिन्न प्रकार परस्पर विरोधी गुटों में विभाजित कर रही है।

विरोध के कारण समाज को काफी नुकसान हो रहा है। यद्यपि एक और वृहद मानवधारा है, जिसे मानवतावाद कहते हैं, लेकिन मानवता नाम पर जो कुछ हो रहा है, वहां भी भू-भाव एवं जाति, मजहब भाव प्रवणता ही छुपे रूप में प्रबल है। मानवता की इसी कमी को दूर करने के उद्देश्य से श्री श्री आनंदमूर्ति जी ने समाज संबंधी वर्तमान धारणा को वृहत कर पशु-पक्षी, पेड-पौधे को भी भाई-बहन के रूप में समान समाज

के रूप में देखा। जिसे नव्य मानवता वाद कहते हैं। मानवता वाद ही चरम आर्दश नहीं है। मनुष्य के अलावा पृथ्वी पर अन्य जीव भी हैं।

प्रउत :

श्री श्री आनंदमूर्ति जी अपने आर्थिक एवं सामाजिक सिद्धांत का प्रतिपादन करते समय मानव जाति की उन तमाम आवश्यकताओं पर जोर दिये जिस पर मनुष्य का अस्तित्व एवं मूल्य दोनों निर्भर करता है एवं उसके मनोवैज्ञानिक पक्ष पर भी विचार किया।

उनका सामाजिक लाभ जन-जन तक पहुंचाना चाहते हैं। प्रउत ' आर्थिक संचालन का विकेंद्रीकरण चाहता है कारण आम जनता को आर्थिक लाभ तभी मिल सकता है जब हर स्तर पर उसकी भागीदारी हो जनता की आर्थिक प्रक्रिया में भागीदारी के लिए को-ऑपरेटिव उपयुक्त है।

अतः प्रउत में सहकारिता को अहमियत दिया गया है इस तरह आर्थिक प्रगति को दुरूस्त करने के साथ-साथ उसमें शोषण के सभी द्वारों को बंद करने का प्रयास किया गया है। श्री श्री आनंदमूर्ति जी के अनुसार हर प्रकार की अभिव्यक्ति मानव मात्र को अपने-अपने तरह से प्रभावित करती है।

यौगिक चिकित्सा पद्धति : श्री श्री आनंदमूर्ति जी के अनुसार जितनी भी प्रचलित चिकित्सा प्रणाली है, उनमें कुछ खासियत है। खास-खास बीमारी का इलाज खास-खास पद्धति में है एवं रोग के अनुरूप उसका इलाज उपयुक्त प्रणाली से होता है। इस दिशा में उन्होंने यौगिक चिकित्सा एवं द्रव्य गुण नामक पुस्तक लिख बहुत से असाध्य रोगों के इलाज के लिए नुस्खा दिया. उन्होंने माइक्रोवाइटा नाम सूक्ष्म जैविक सत्ता के बारे में बताकर चिकित्सा प्रणाली को अधिक प्रभावशाली बनाने का प्रयास किया.

प्रभात संगीत : संस्कृति समाज की रीढ़ होती है श्री श्री आनंदमूर्ति जी ने पांच हजार अठारह की संख्या में प्रभात संगीत लोरी सुनाकर संतप्त मानवता को सांत्वना प्रदान कर आत्मबल से उद्वेलित कर उसे उल्लासित और उत्साहित किया है।

आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम : सन् 1970 में श्री श्री आनंदमूर्ति जी ने एमट की स्थापना की ताकि दुनिया में पीड़ित मानवता की सेवा हो सके. एमट के कार्यकर्ता पूरे विश्व में सेवा मूलक कार्यों के बल पर अपनी पहचान बना पाए। सोमालिया

में राहत कार्य को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने एमट को मान्यता दी।

आनंद मार्ग के संस्थापक भगवान श्री श्री आनंद मूर्ति जी ने मानव समाज के कल्याण के लिए विशाल दर्शन एवं विशाल संस्था और इसमें व्यवहारिक रूप देने के लिए हजारों जीवन दानी संन्यासियों को तैयार किया।

*डा. काशी प्रसाद जायसवाल की स्मृति में भव्य द्वार निर्माण की मांग, डा. काशी प्रसाद की स्मृति को संजोए जाने का होगा कार्य: अरूण जायसवाल*

मीरजापुर। राज राजेश्वर कार्त्यवीर सहस्त्रबाह भगवान श्री अर्जुन को कुल आराध्य रूप में पूजने वाले जायसवाल समाज के प्रतिष्ठित संगठन जायसवाल क्लब मिर्जापुर के सदस्यों ने हाड़ कपाती ठण्ड में अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए, दिसम्बर माह के अंतिम सप्ताह में जिलाध्यक्ष अरुण जायसवाल के अगुवाई में निर्धन वंचित शहर वासियों को शहर भ्रमण करते हुए कम्बल वितरण किया।

नारघाट स्थित मां काली मंदिर के वार्षिक श्रृंगार और सामूहिक भोज में अपने क्लब की सक्रिय सहभागिता दर्ज करायी। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अरुण जायसवाल, जायसवाल क्लब महिला मिर्जापुर की जिलाध्यक्षा मधु जायसवाल ने बताया की जायसवाल समाज के गौरव डा. काशी प्रसाद जायसवाल की जन्मभूमि मिर्जापुर है, वाराणसी के क्वींस कॉलेज में उनकी आरंभिक शिक्षा दीक्षा हुई तत्पश्चात इलाहाबाद विश्व विद्यालय तथा कैम्ब्रिज विश्वविध्यालय से शिक्षा पूरी करते हुए वह महान मुद्राशास्त्री इतिहासज्ञ और विधिवेता बने।

जिलाध्यक्षा ने मांग रखी कि मिर्जापुर-वाराणसी राजमार्ग पर मिर्जापुर में प्रवेश से पहले एक भव्य नगर द्वार डा काशी प्रसाद जायसवाल के स्मृति में बनाया जाय और उन्हें भारत रत्न देने की दिशा में सक्रियता से विचार किया जाय।

अंत में सभी स्वजातीय बन्धुओं और बहनों को नव वर्ष की शुभ बेला में बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाये और बधाई देते हुए समाजहित से जुड़े कार्य बढ़ाने पर जोर दिया। कहा हमारा समाज निरंतर संगठित हो और अपने सुन्दर सामाजिक कार्यों से समाज के लोगो का उत्थान करता रहे। इस मौके पर रमेश कुमार जायसवाल इत्यादि मौजूद रहे हैं।