आज भारत के सबसे लंबे समुद्री ब्रिज 'अटल सेतु' का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी, लेकिन यहां ऑटो-बाइक, ट्रेक्टर को नहीं होगी अनुमति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु का उद्घाटन करेंगे. मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक 17,840 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है और यह देश का सबसे लंबा समुद्री पुल है। दिसंबर 2016 में पीएम मोदी ने पुल की आधारशिला रखी थी। भारत के बुनियादी ढांचे के विकास में ऐतिहासिक मील का पत्थर चिह्नित करते हुए, अटल सेतु नाम पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी सम्मान करता है।

अटल सेतु 21.8 किलोमीटर लंबा पुल है जो मुंबई के सेवरी और रायगढ़ जिले के न्हावा शेवा क्षेत्र को जोड़ता है। देश के सबसे लंबे पुल की मदद से दोनों स्थानों के बीच की यात्रा मौजूदा दो घंटे से घटकर लगभग 15-20 मिनट रह जाएगी। बुनियादी ढांचे के चमत्कार के बारे में बात करते हुए, MMARDA के मेट्रोपॉलिटन कमिश्नर डॉ संजय मुखर्जी ने कहा कि, '12 जनवरी को, पीएम मोदी अटल सेतु - मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का उद्घाटन करेंगे। यह समुद्र पर बना भारत का सबसे लंबा पुल है। इस पुल को बनाने में कई ऐसी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है, जिनका इस्तेमाल भारत में पहली बार हुआ है। इस पुल में इस्तेमाल की गई लाइटें जलीय पर्यावरण को परेशान नहीं करती हैं।

अटल सेतु पर इन नियमों का करना होगा पालन

मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (MTHL) पर चार पहिया वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा होगी। यानी कार, टैक्सी, हल्के मोटर वाहन, मिनीबस और टू-एक्सल बसों जैसे वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा है। पुल के चढ़ने और उतरने पर गति 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक सीमित रहेगी। पुलिस ने बताया कि समुद्री पुल पर मोटरसाइकिल, ऑटो रिक्शा और ट्रैक्टरों को अटल सेतु पर अनुमति नहीं दी जाएगी। मोटरसाइकिल, मोपेड, तिपहिया वाहन, जानवरों द्वारा खींचे जाने वाले वाहन और धीमी गति से चलने वाले वाहनों के लिए भी प्रवेश नहीं होगा।

मुंबई की ओर जाने वाले मल्टी-एक्सल भारी वाहनों, ट्रकों और बसों को ईस्टर्न फ्रीवे पर प्रवेश नहीं मिलेगा। इन वाहनों को आगे की आवाजाही के लिए मुंबई पोर्ट-सिवड़ी निकास (निकास 1सी) लेना होगा और 'गाड़ी अड्डा' के पास एमबीपीटी रोड का उपयोग करना होगा। एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस ने "जनता के लिए खतरे, रुकावटों और असुविधाओं" को रोकने के लिए भारत के सबसे लंबे समुद्री पुल पर गति सीमा लगा दी है। इस बीच, प्रधानमंत्री राज्य में 30,500 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का अनावरण करने के लिए महाराष्ट्र का दौरा करेंगे।

आज शुक्रवार (12 जनवरी) को अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी ईस्टर्न फ्रीवे के ऑरेंज गेट को जोड़ने वाली एक भूमिगत सड़क सुरंग की आधारशिला भी रखेंगे। प्रधानमंत्री राज्य में नमो महिला सशक्तीकरण अभियान की भी शुरुआत करेंगे।

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले PM मोदी ने शुरू किया 11 दिन का विशेष अनुष्ठान, शेयर किया ये खास ऑडियो मैसेज

अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अब सिर्फ 10 दिन शेष हैं। देश में हर ओर इसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं तथा कई स्थानों पर तमाम कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.. इस बीच पर पीएम नरेंद्र मोदी ने एक विशेष ऑडियो संदेश जारी किया है। X पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, 'अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में सिर्फ 11 दिन ही शेष हैं। मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनूंगा। प्रभु ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के चलते, सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है। इसे ध्यान में रखते हुए मैं आज से 11 दिन का खास अनुष्ठान शुरू कर रहा हूं। मैं आप सभी जनता-जनार्दन से आशीर्वाद का आकांक्षी हूं। इस समय, अपनी भावनाओं को शब्दों में कह पाना बहुत मुश्किल है, किन्तु मैंने अपनी ओर से एक प्रयास किया है…'

वीडियो की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी 'राम-राम' बोलते हुए करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी आगे बोलते हैं, 'जीवन के कुछ क्षण ईश्वरीय आशीर्वाद के कारण ही यथार्थ में बदलते हैं। आज हम सभी भारतीयों के लिए, दुनियाभर में फैले रामभक्तों के लिए ऐसा ही पवित्र अवसर है। हर ओर प्रभु श्रीराम की भक्ति का अद्भुत वातावरण है। चारों दिशाओं में राम नाम की धूम है। राम भजनों की अद्भुत सौन्दर्य माधुरी है। हर किसी को इंतजार है 22 जनवरी का, उस ऐतिहासिक पवित्र पल का और अब अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में सिर्फ 11 दिन ही शेष हैं। मेरा सौभाग्य है कि मुझे भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनने का अवसर प्राप्त हो रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी आगे बोलते हैं, 'मेरे लिए कल्पनातीत अनुभूतियों का समय है। मैं भावुक हूं, भाव विह्वल हूं। मैं पहली बार जीवन में इस प्रकार के मनोभाव से गुजर रहा हूं। मैं एक अलग ही भाव-भक्ति की अनुभूति कर रहा हूं। मेरे अंतर्मन की ये भाव यात्रा मेरे लिए अभिव्यक्ति का नहीं, अनुभूति का अवसर है.चाहते हुए भी मैं इसकी गहनता, व्यापकता एवं तीव्रता को शब्दों में बांध नहीं पा रहा हूं। आप भलि भांति मेरी स्थिति समझ सकते हैं। जिस स्वप्न को अनेकों पीढ़ियों ने सालों तक संकल्प की भांति अपने ह्रदय में जिया। मुझे उसकी सिद्धी के समय उपस्थित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। प्रभु ने मुझे सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है।

Budget Session: संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से 9 फरवरी तक चलेगा; एक फरवरी को पेश होगा अंतरिम बजट

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 31 जनवरी को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को करेंगी संबोधित, इसी के साथ शुरू होगा बजट सत्र

संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा। यह 9 फरवरी तक चल सकता है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेंगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 31 जनवरी को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। इसी के साथ ही बजट सत्र की शुरुआत होगी।

एक फरवरी को पेश होने वाला बजट अंतरिम बजट होगा। लोकसभा चुनाव के बाद नई सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी। दरअसल, 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को समाप्त हो रहा है, इसलिए आम चुनाव की घोषणा से पहले यह संसद का आखिरी सत्र होगा। 2019 में लोकसभा चुनावों की घोषणा 10 मार्च को की गई थी और 11 अप्रैल से 19 मई के बीच सात चरणों में मतदान हुआ था।

Enemy Property: सरकार 84 कंपनियों में 'शत्रु संपत्ति' के शेयर बेचेगी, 20 कंपनियों के लिए बोलियां आमंत्रित

 कस्टोडियन ऑफ एनिमी प्रॉपर्टीज फॉर इंडिया (सीईपीआई) के पास 84 कंपनियों के 2,91,536 शेयर, शत्रु संपत्ति

सरकार ने देश में मौजूद शत्रु संपत्ति से जुड़ा बड़ा एलान किया है। सरकार ने कहा है कि वह 84 कंपनियों में 2.91 लाख से अधिक शत्रु संपत्ति के शेयर एकल व्यक्तियों और कंपनियों को बेचने की योजना बना रही है।   

सार्वजनिक नोटिस के अनुसार पहले चरण में सरकार 20 कंपनियों में करीब 1.88 लाख शेयर बेचना चाहती है और उसने इसके लिए 10 श्रेणियों के खरीदारों से बोली आमंत्रित की है जिनमें एकल व्यक्ति, एनआरआई, हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ), योग्य संस्थागत खरीदार (क्यूआईबी), ट्रस्ट और कंपनियां शामिल हैं। पाकिस्तान और चीन की नागरिकता लेने वाले लोगों की ओर से छोड़ी गई संपत्ति जिनमें ज्यादातर 1947 और 1962 के बीच छोड़ी गईं थीं को 'शत्रु संपत्ति' कहा जाता है।

प्रस्तावित शेयर बिक्री देश में 'शत्रु संपत्ति' के निपटान की दिशा में सरकार की पहल का हिस्सा है। इस प्रक्रिया में खरीदारों को उन शेयरों के लिए बोली लगानी होगी जो वे खरीदना चाहते हैं और सरकार की ओर से निर्धारित आरक्षित मूल्य से नीचे उद्धृत किसी भी मूल्य को अस्वीकार कर दिया जाएगा। आरक्षित मूल्य को संभावित बोलीदाताओं से गोपनीय रखा जाएगा।

कस्टोडियन ऑफ एनिमी प्रॉपर्टीज फॉर इंडिया (सीईपीआई) के पास 84 कंपनियों के 2,91,536 शेयर हैं। जो शत्रु संपत्ति के अंतर्गत आते हैं। निवेश व सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने एक सार्वजनिक नोटिस में कहा, "भारत सरकार का 84 कंपनियों के 2,91,536 शेयर बेचने का प्रस्ताव है।" इसमें चुनिंदा 20 कंपनियों और 1,87,887 शेयरों के नाम भी सूचीबद्ध किए गए हैं।

दीपम ने कहा कि इच्छुक खरीदारों को अपनी बोली जमा करनी होगी, जिसमें उन कंपनियों के शेयरों की संख्या और संबंधित शेयरों के लिए बोली मूल्य का उल्लेख होगा, जिनके लिए वे बोली लगाने की इच्छा रखते हैं। यह भी कहा गया है कि सरकार इनमें से प्रत्येक कंपनी के शेयरों के लिए आरक्षित मूल्य तय करेगी, जिसका खुलासा नहीं किया जाएगा।

डीआईपीएएम ने कहा, 'भारत सरकार की मंजूरी के बाद मूल्य प्राथमिकता के आधार पर वैध मूल्य बोली जमा करने वाले पात्र बोलीदाताओं को शेयर आवंटित किए जाएंगे। सीईपीआई के पास मौजूद शत्रु शेयरों के निपटान के लिए प्रक्रिया और तंत्र को 8 नवंबर, 2018 को कैबिनेट की ओर से अनुमोदित किया गया था। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स को सीईपीआई की ओर से आयोजित शेयरों की बिक्री के लिए एक मर्चेंट बैंकर और सेलिंग ब्रोकर के रूप में नियुक्त किया गया था। 

पिछले महीने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने संसद को सूचित किया था कि सरकार ने देश में शत्रु संपत्तियों के निपटान की पहल के तहत 2,709 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर बेचे हैं। शत्रु संपत्ति से जुड़े ऐसे शेयरों की बिक्री एक उच्च स्तरीय समिति की सिफारिश पर की जाती है जो मात्रा और मूल्य स्तर का सुझाव देती है। शत्रु संपत्ति की बिक्री या निपटान से हुई आय को भारत की समेकित निधि में जमा किया जाता है।

म्यूचुअल फंड की 24 स्कीमों में जोखिम, इनमें निवेशकों के 1.7 लाख करोड़ रु., सभी ओपन एंडेड डेट स्कीम्स की स्ट्रेस टेस्टिंग से हुआ खुलासा

  

 देश के 17 म्यूचुअल फंड्स की 24 स्कीम फाइनेंशियल स्ट्रेस से जूझ रही हैं। आरबीआई की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक इन ओपन डेटेड स्कीम में निवेशकों के 1.7 लाख करोड़ रुपए लगे हैं। इनमें आगे नकदी संकट हो सकता है। यानी इन स्कीम में निवेशकों के धन निकालने में जोखिम की आशंका है। ऐसे में फंड हाउस को तत्काल जोखिम दूर करने के लिए कहा गया है।

आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई से सितंबर के बीच तीन माह की स्टडी में यह स्ट्रेस पाया गया। देश में चल रही सभी 299 म्यूचुअल फंड स्कीम की स्ट्रेस टेस्टिंग की गई हैं। इनमें निवेशकों के 12.4 लाख करोड़ रुपए लगे हैं। यानी सिर्फ 8% म्यूचुअल फंड स्कीम में तनाव है। सेबी के नियमों के तहत सभी ओपन एंडेड डेट स्कीम की हर माह स्ट्रेस टेस्टिंग होती है। इसमें सभी तरह की जोखिमों का अध्ययन किया जाता है, जिसमें स्कीम के निवेशकों द्वारा पैसे निकालने के समय पैदा होने वाली जोखिम की स्थिति भी शामिल है।

गाइडलाइंस के मुताबिक सभी म्यूचुअल फंड स्कीम चलाने वाली कंपनियों के लिए एक तयशुदा तरलता अनुपात रखना जरूरी है। पर्सनल लोन से ज्यादा कृषि सेक्टर में एनपीए बढ़ रहा रिपोर्ट के मुताबिक बैंकों के कृषि कर्ज का ग्रॉस एनपीए 7% पर पहुंच गया है। कुल एनपीए में इस सेक्टर की हिस्सेदारी 26.9% है। वहीं, पर्सनल लोन का ग्रॉस एनपीए 1.3% है। कुल एनपीए में इस सेक्टर की हिस्सेदारी 12.9% ही है। 5 करोड़ से ज्यादा कर्ज लेने वाले बड़े कर्जदाताओं की कुल कर्ज में हिस्सेदारी - 44.5% लेकिन ग्रॉस एनपीए में इनकी हिस्सेदारी 51.8% है। वहीं, देश के 100 सबसे बड़े कर्ज लेने वालों की कुल कर्ज में हिस्सेदारी 35.8% है। लेकिन इनकी एनपीए में हिस्सेदारी जीरो है। यानी सबसे बड़े कर्जदार समय पर अदायगी कर रहे हैं।

ठंड का सितम : बर्फीली ठंडी पछुआ एवं उत्तर पछुआ हवा से कांप रहा राजधानी पटना समेत पूरा प्रदेश, मौसम विभाग ने एहतियात बरतने की दी सलाह

डेस्क : पिछले तीन-चार दिनों से अचानक पटना सहित दक्षिण बिहार में मौसम का मिजाज बदल गया है। बर्फीली ठंडी पछुआ एवं उत्तर पछुआ हवा की रफ्तार ने कनकनी बढ़ा दी और शीतलहर जैसे हालात बन रहे है। वहीं अगले तीन दिनों में पटना, गया सहित अन्य जिलों में 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा की संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण पछुआ हवा की रफ्तार बढ़ी है। जो अगले तीन दिनों तक जारी रहेगा। इस दौरान अधिकतम तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आने की संभावना है। इसके साथ ही न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम रहने की संभावना है। वहीं 12 से 15 जनवरी के दौरान उत्तर बिहार के 14 जिलों में शीत दिवस या शीत लहर होने की संभावना है। 

रविवार तक प्रदेश से पश्चिमी विक्षोभ के पार करने की संभावना है। जिस कारण हवा की रफ्तार में अगले तीन दिनों के बाद से धीरे-धीरे कमी आएगी।

गुरुवार को पटना सहित प्रदेश के अधिकतर शहरों के न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सुबह और शाम के समय कनकनी का एहसास हुआ। पटना सहित दक्षिण बिहार में दोपहर के समय धूप निकलने के कारण लोगों ने दिन में राहत महसूस की।

25 शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सबसे ज्यादा नवादा में 3.7 डिग्री सेल्सियस तापमान गिरा। पटना सहित प्रदेश के 29 शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा 7 डिग्री सेल्सियस पूसा में तापमान गिरा, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस और सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस सबौर में दर्ज किया गया।

पटना का अधिकतम और न्यूनतम पारा गिरा

गुरुवार को पटना के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज किया गया। लगभग 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चली। इस कारण लोगों को कनकनी का एहसास हो रहा था। दिन में धूप निकलने के कारण लोगों ने राहत महसूस की। पटना के अधिकतम तापमान में 3.9 और न्यूनतम तापमान में 1.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आयी। पटना का न्यूनतम तापमान 11.6 और अधिकतम तापमान 19.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

शीत दिवस या शीत लहर होने की संभावना

उत्तर बिहार के कई जिलों में पिछले कई दिनों से धूप नहीं निकल रही है। इस कारण इन जिलों में शीत दिवस या शीत लहर जैसी स्थिति 12 से 15 जनवरी के बीच बन सकती है। शीत दिवस या शीत लहर जैसी स्थिति सीतामढ़ी, मधुबनी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, मधेपुरा, कटिहार और सहरसा सहित उत्तर बिहार के अन्य शहरों में बन सकती है।

मौसम विभाग की सलाह

कड़कड़ाती ठंड को देखते हुए मौसम विभाग ने 12 से 15 जनवरी के बीच कई जिलों में शीत दिवस या शीतलहर होने की संभावना जताई है। इसको लेकर लोगों को एहतियात बरतने को कहा है। इसमें बताया है कि बच्चे एवं बुजुर्गों को ठंड से बचना है। गर्म कपड़े धारण करें और गर्म पेय पदार्थ का सेवन करें।

अहमदाबाद से अयोध्या के लिए रवाना हुई पहली फ्लाइट, राम-लक्ष्मण, माता सीता के वेश में नज़र आए यात्री

अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह से पहले, भक्त उत्तर प्रदेश के पवित्र शहर के लिए रवाना होने लगे हैं। एक वीडियो में अहमदाबाद से अयोध्या के लिए पहली उड़ान भर रहे भक्तों के उत्साहपूर्ण जश्न को कैद किया गया। फुटेज में अहमदाबाद हवाई अड्डे पर भगवान राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान के रूप में सजे हुए भक्त हवाई अड्डे के कर्मचारियों और अन्य यात्रियों के साथ उत्सव मनाते हुए दिखाई दे रहे हैं।

इस बीच, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने अहमदाबाद और अयोध्या के बीच पहली त्रि-साप्ताहिक उड़ान को हरी झंडी दिखाई। सिंधिया ने कहा कि, "2014 में उत्तर प्रदेश में केवल 6 हवाई अड्डे थे, और अब राज्य में अयोध्या हवाई अड्डे सहित 10 हवाई अड्डे हैं। अगले साल तक, यूपी में 5 और हवाई अड्डे होंगे। आज़मगढ़, अलीगढ़, मोरादाबाद, श्रावस्ती और चित्रकूट में एक-एक हवाई अड्डा है। जिनका अगले महीने उद्घाटन होगा। इस साल के अंत तक जेवर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा भी तैयार हो जाएगा।"

सिंधिया ने कहा कि, "हमने 30 दिसंबर को इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा संचालित अयोध्या और दिल्ली के बीच पहली उड़ान शुरू की। आज हम अयोध्या को अहमदाबाद से जोड़ने जा रहे हैं।" उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में अहमदाबाद और अयोध्या के बीच पहली त्रि-साप्ताहिक उड़ानों को हरी झंडी दिखाने के लिए मंत्रियों के अधिकारियों के साथ शामिल हुए।

उल्लेखनीय है कि, राम मंदिर का 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह 22 जनवरी को होगा। अयोध्या में राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान मुख्य समारोह से एक सप्ताह पहले 16 जनवरी को शुरू होंगे। वाराणसी के एक पुजारी, लक्ष्मी कांत दीक्षित, 22 जनवरी को राम लला के अभिषेक समारोह का मुख्य अनुष्ठान करेंगे। 14 जनवरी से 22 जनवरी तक, अयोध्या में अमृत महोत्सव मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला की मूर्ति की स्थापना में शामिल होने के लिए तैयार हैं।

हालांकि, लखनऊ के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, पीयूष मोर्डिया ने मंगलवार को कहा कि जब मंदिर का अभिषेक समारोह अयोध्या में होने वाला है, तो भक्त राम मंदिर के 'दर्शन' नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि केवल आमंत्रित लोग ही समारोह में शामिल हो सकेंगे। 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारी में, योगी सरकार ने भव्य आयोजन की चल रही तैयारियों में तेजी लाने और बारीकी से निगरानी करने के लिए विभिन्न जिलों के अधिकारियों को अयोध्या में तैनात किया है।

इंदौर ने लगातार सातवें साल जीता सबसे साफ शहर का अवार्ड, गुजरात का ये शहर भी नंबर 1

#indorewinscleanest_city

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के परिणाम आ गए हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह में एक बार फिर इंदौर को देश के सबसे स्वच्छ शहर का अवॉर्ड दिया गया है। इंदौर को सातवीं बार देश के सबसे साफ शहर का खिताब मिला है। सीएम मोहन यादव ने दिल्ली में आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम में यह अवॉर्ड लिए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें यह पुरुस्कार दिया है। वहीं, इस बार इंदौर के साथ सूरत को भी संयुक्त रूप से स्वच्छ शहर का अवॉर्ड मिला है।

लोगों की सोच में है स्वच्छता- सीएम मोहन योदव

मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने स्वच्छता सर्वेक्षण में सातवीं बार इंदौर के नंबर वन आने पर राज्य और इंदौर के लोगों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इंदौर के लोगों ने फिर से साबित कर दिया है कि स्वच्छता न सिर्फ उनकी आदत बन चुकी है, बल्कि अब उनकी सोच में भी स्वच्छता ही है।

नगर निगम के साथ लोगों की अहम भूमिका

इंदौर को साफ बनाने में वहां के लोगों के साथ-साथ नगर निगम की भूमिका भी बड़ी है। जनभागीदारी की वजह से इंदौर को लगातार यह खिताब मिलता रहा है। बीच में बीच नगर निगम और शहर के जनप्रतिनिधि इसे लेकर अभियान चलाते रहते हैं। इंदौर के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। वहीं, इंदौर की सफाई प्रणाली को देखने दूसरे राज्यों से भी लोग आते हैं।

इंदौर की सबसे अहम बात है कि यहां शहर से निकले वाले कचरे से गैस बनाया जाता है। उसी गैस से शहर में सीएनजी बसों का परिचालन होता है। कचरे से गैस बनाने के लिए इंदौर में एशिया का सबसे बड़ा प्लांट है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।इंदौर के घरों से हर रोज 500 टन गीला कचरा निकलता है। जिससे रोज 17 हजार किलो बायो सीएनजी और 100 टन जैविक खाद भी बन रही है। इससे हर महीने 4 करोड़ रुपए की कमाई होती है। देवगुराड़िया के पास यह प्लांट बना है।

'त्रेता युग में रावण ने भी अपना दिमाग खो दिया था और हश्र हम जानते हैं...', राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने पर BJP का कांग्रेस पर क

 कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी एवं अधीर रंजन चौधरी अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को होने वाले राम मंदिर अभिषेक कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होंगे. उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया है. बीजेपी ने इस कदम के लिए बुधवार को कांग्रेस की आलोचना की. कांग्रेस ने बुधवार को ऐलान किया कि मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने राम मंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सम्मिलित होने के निमंत्रण को 'सम्मानपूर्वक अस्वीकार' कर दिया है, तथा आरोप लगाया कि बीजेपी एवं RSS ने इसे 'चुनावी लाभ' के लिए 'राजनीतिक कार्यक्रम' बना दिया गया है.

वही इसको लेकर मोदी सरकार की मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा- कांग्रेस पार्टी का प्रभु श्री राम विरोधी चेहरा राष्ट्र के सम्मुख प्रस्तुत हो चुका है। इंडी एलायंस ने कॉन्ग्रेस के नेतृत्व में बार-बार हिन्दू धर्म का अनादर किया है। अब उनके नेताओं द्वारा प्राण-प्रतिष्ठा के पुण्य आमंत्रण को ठुकराना उनके सनातन विरोधी सोच को दर्शाता है। 

वही बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने भी निमंत्रण अस्वीकार करने के लिए कांग्रेस नेताओं की खिल्ली उड़ाते हुए कहा, 'पीएम नरेंद्र मोदी के शासन में आज भारत में त्रेता युग का राम राज्य वापस आ गया है। जो लोग 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होंगे वे जीवन भर पश्चाताप करेंगे। मनोज तिवारी ने राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा कांग्रेस नेताओं को निमंत्रण देने पर आश्चर्य जताया।

उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा, 'जो अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं चाहते थे तथा यहां तक कि कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर प्रभु श्री राम को एक काल्पनिक व्यक्ति बताया. फिर भी उन्हें आमंत्रित किया गया। इसके बाद भी उनका दिमाग खराब हो गया है। त्रेता युग में रावण ने भी अपना दिमाग खो दिया था।

शास्त्रों के मुताबिक, कलियुग के तुरंत बाद त्रेता युग शुरू होगा

 मुझे लगता है कि नरेंद्र मोदी के वक़्त में ही इसकी (त्रेता युग) शुरुआत हो चुकी है। यह राम राज्य की शुरुआत है। विपक्ष के इस आरोप पर कि बीजेपी लोकसभा चुनाव जीतने के लिए राम मंदिर अभिषेक कार्यक्रम का राजनीतिक उपयोग कर रही है। मनोज तिवारी ने कटाक्ष किया तथा कहा, 'विपक्षी दल प्रभु श्री राम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, अगर इससे उन्हें चुनाव में मदद मिलती है। बीजेपी सांसद ने चुटकी लेते हुए कहा, 'सोनिया जी हिंदी में या इटैलियन में ही भजन गाएं, उनको किसने रोका है।

अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर किन्नरों की अनोखी पहल, 30 हजार लोगों को कराया भोज, 7 हजार शॉल बांटीं

22 जनवरी 2024 को अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है। वही इसको लेकर देशभर में भारी उत्साह है। इस बीच राजस्थान के करौली में किन्नर समाज ने अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में दान पुण्य कर निर्धन लोगों की सहायता की। इसी के साथ उन्होंने धार्मिक एवं सामाजिक समरसता का संदेश दिया। किन्नर समाज करौली की गुरु मां गद्दी नसीम हिनाबाई के नेतृत्व में किन्नर मुस्कान, रानी, पिंकी, मधु समेत सैकड़ों किन्नरों की मदद से 30 हजार से अधिक लोगों को भोजन कराया गया। इसी के साथ निर्धन महिलाओं व बच्चों को कपड़े वितरित किए।

किन्नरों के इस आयोजन में भोजन प्रसादी को 2 दर्जन से ज्यादा हलवाइयों ने तैयार किया। भोजन कराने के साथ ही धार्मिक एवं सामाजिक समरसता की नई परंपरा को जन्म देते हुए किन्नरों ने महिलाओं को साड़ियों का वितरण किया। इसके अतिरिक्त बुजुर्ग लोगों, महिलाओं व पुरुषों के लिए 7000 गर्म शॉल बांटीं। वहीं बच्चों के लिए भी कपड़ों का वितरण किया। किन्नर समाज की गुरु मां गद्दी नसीम हिना बाई के इस आयोजन की पूरे करौली शहर में सराहना हो रही है। यह आयोजन अयोध्या में प्रभु श्री राम का मंदिर तथा प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर किया गया। सामाजिक समरसता के इस कार्य में पूरे शहर के लोगों ने सहयोग दिया।

हिना बाई ने कहा कि हम प्रभु श्री राम के अनुयाई हैं। हम सबके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं। सभी को रोजगार प्राप्त हो, नौकरी मिले। सब अच्छे से रहें, यही हमारी कामनाएं हैं। इसी लक्ष्य को लेकर हमने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर ये आयोजन किया है।