म्यूचुअल फंड की 24 स्कीमों में जोखिम, इनमें निवेशकों के 1.7 लाख करोड़ रु., सभी ओपन एंडेड डेट स्कीम्स की स्ट्रेस टेस्टिंग से हुआ खुलासा

  

 देश के 17 म्यूचुअल फंड्स की 24 स्कीम फाइनेंशियल स्ट्रेस से जूझ रही हैं। आरबीआई की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक इन ओपन डेटेड स्कीम में निवेशकों के 1.7 लाख करोड़ रुपए लगे हैं। इनमें आगे नकदी संकट हो सकता है। यानी इन स्कीम में निवेशकों के धन निकालने में जोखिम की आशंका है। ऐसे में फंड हाउस को तत्काल जोखिम दूर करने के लिए कहा गया है।

आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई से सितंबर के बीच तीन माह की स्टडी में यह स्ट्रेस पाया गया। देश में चल रही सभी 299 म्यूचुअल फंड स्कीम की स्ट्रेस टेस्टिंग की गई हैं। इनमें निवेशकों के 12.4 लाख करोड़ रुपए लगे हैं। यानी सिर्फ 8% म्यूचुअल फंड स्कीम में तनाव है। सेबी के नियमों के तहत सभी ओपन एंडेड डेट स्कीम की हर माह स्ट्रेस टेस्टिंग होती है। इसमें सभी तरह की जोखिमों का अध्ययन किया जाता है, जिसमें स्कीम के निवेशकों द्वारा पैसे निकालने के समय पैदा होने वाली जोखिम की स्थिति भी शामिल है।

गाइडलाइंस के मुताबिक सभी म्यूचुअल फंड स्कीम चलाने वाली कंपनियों के लिए एक तयशुदा तरलता अनुपात रखना जरूरी है। पर्सनल लोन से ज्यादा कृषि सेक्टर में एनपीए बढ़ रहा रिपोर्ट के मुताबिक बैंकों के कृषि कर्ज का ग्रॉस एनपीए 7% पर पहुंच गया है। कुल एनपीए में इस सेक्टर की हिस्सेदारी 26.9% है। वहीं, पर्सनल लोन का ग्रॉस एनपीए 1.3% है। कुल एनपीए में इस सेक्टर की हिस्सेदारी 12.9% ही है। 5 करोड़ से ज्यादा कर्ज लेने वाले बड़े कर्जदाताओं की कुल कर्ज में हिस्सेदारी - 44.5% लेकिन ग्रॉस एनपीए में इनकी हिस्सेदारी 51.8% है। वहीं, देश के 100 सबसे बड़े कर्ज लेने वालों की कुल कर्ज में हिस्सेदारी 35.8% है। लेकिन इनकी एनपीए में हिस्सेदारी जीरो है। यानी सबसे बड़े कर्जदार समय पर अदायगी कर रहे हैं।

ठंड का सितम : बर्फीली ठंडी पछुआ एवं उत्तर पछुआ हवा से कांप रहा राजधानी पटना समेत पूरा प्रदेश, मौसम विभाग ने एहतियात बरतने की दी सलाह

डेस्क : पिछले तीन-चार दिनों से अचानक पटना सहित दक्षिण बिहार में मौसम का मिजाज बदल गया है। बर्फीली ठंडी पछुआ एवं उत्तर पछुआ हवा की रफ्तार ने कनकनी बढ़ा दी और शीतलहर जैसे हालात बन रहे है। वहीं अगले तीन दिनों में पटना, गया सहित अन्य जिलों में 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा की संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण पछुआ हवा की रफ्तार बढ़ी है। जो अगले तीन दिनों तक जारी रहेगा। इस दौरान अधिकतम तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आने की संभावना है। इसके साथ ही न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम रहने की संभावना है। वहीं 12 से 15 जनवरी के दौरान उत्तर बिहार के 14 जिलों में शीत दिवस या शीत लहर होने की संभावना है। 

रविवार तक प्रदेश से पश्चिमी विक्षोभ के पार करने की संभावना है। जिस कारण हवा की रफ्तार में अगले तीन दिनों के बाद से धीरे-धीरे कमी आएगी।

गुरुवार को पटना सहित प्रदेश के अधिकतर शहरों के न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सुबह और शाम के समय कनकनी का एहसास हुआ। पटना सहित दक्षिण बिहार में दोपहर के समय धूप निकलने के कारण लोगों ने दिन में राहत महसूस की।

25 शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सबसे ज्यादा नवादा में 3.7 डिग्री सेल्सियस तापमान गिरा। पटना सहित प्रदेश के 29 शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा 7 डिग्री सेल्सियस पूसा में तापमान गिरा, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस और सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस सबौर में दर्ज किया गया।

पटना का अधिकतम और न्यूनतम पारा गिरा

गुरुवार को पटना के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज किया गया। लगभग 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चली। इस कारण लोगों को कनकनी का एहसास हो रहा था। दिन में धूप निकलने के कारण लोगों ने राहत महसूस की। पटना के अधिकतम तापमान में 3.9 और न्यूनतम तापमान में 1.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आयी। पटना का न्यूनतम तापमान 11.6 और अधिकतम तापमान 19.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

शीत दिवस या शीत लहर होने की संभावना

उत्तर बिहार के कई जिलों में पिछले कई दिनों से धूप नहीं निकल रही है। इस कारण इन जिलों में शीत दिवस या शीत लहर जैसी स्थिति 12 से 15 जनवरी के बीच बन सकती है। शीत दिवस या शीत लहर जैसी स्थिति सीतामढ़ी, मधुबनी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, मधेपुरा, कटिहार और सहरसा सहित उत्तर बिहार के अन्य शहरों में बन सकती है।

मौसम विभाग की सलाह

कड़कड़ाती ठंड को देखते हुए मौसम विभाग ने 12 से 15 जनवरी के बीच कई जिलों में शीत दिवस या शीतलहर होने की संभावना जताई है। इसको लेकर लोगों को एहतियात बरतने को कहा है। इसमें बताया है कि बच्चे एवं बुजुर्गों को ठंड से बचना है। गर्म कपड़े धारण करें और गर्म पेय पदार्थ का सेवन करें।

अहमदाबाद से अयोध्या के लिए रवाना हुई पहली फ्लाइट, राम-लक्ष्मण, माता सीता के वेश में नज़र आए यात्री

अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह से पहले, भक्त उत्तर प्रदेश के पवित्र शहर के लिए रवाना होने लगे हैं। एक वीडियो में अहमदाबाद से अयोध्या के लिए पहली उड़ान भर रहे भक्तों के उत्साहपूर्ण जश्न को कैद किया गया। फुटेज में अहमदाबाद हवाई अड्डे पर भगवान राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान के रूप में सजे हुए भक्त हवाई अड्डे के कर्मचारियों और अन्य यात्रियों के साथ उत्सव मनाते हुए दिखाई दे रहे हैं।

इस बीच, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने अहमदाबाद और अयोध्या के बीच पहली त्रि-साप्ताहिक उड़ान को हरी झंडी दिखाई। सिंधिया ने कहा कि, "2014 में उत्तर प्रदेश में केवल 6 हवाई अड्डे थे, और अब राज्य में अयोध्या हवाई अड्डे सहित 10 हवाई अड्डे हैं। अगले साल तक, यूपी में 5 और हवाई अड्डे होंगे। आज़मगढ़, अलीगढ़, मोरादाबाद, श्रावस्ती और चित्रकूट में एक-एक हवाई अड्डा है। जिनका अगले महीने उद्घाटन होगा। इस साल के अंत तक जेवर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा भी तैयार हो जाएगा।"

सिंधिया ने कहा कि, "हमने 30 दिसंबर को इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा संचालित अयोध्या और दिल्ली के बीच पहली उड़ान शुरू की। आज हम अयोध्या को अहमदाबाद से जोड़ने जा रहे हैं।" उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में अहमदाबाद और अयोध्या के बीच पहली त्रि-साप्ताहिक उड़ानों को हरी झंडी दिखाने के लिए मंत्रियों के अधिकारियों के साथ शामिल हुए।

उल्लेखनीय है कि, राम मंदिर का 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह 22 जनवरी को होगा। अयोध्या में राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान मुख्य समारोह से एक सप्ताह पहले 16 जनवरी को शुरू होंगे। वाराणसी के एक पुजारी, लक्ष्मी कांत दीक्षित, 22 जनवरी को राम लला के अभिषेक समारोह का मुख्य अनुष्ठान करेंगे। 14 जनवरी से 22 जनवरी तक, अयोध्या में अमृत महोत्सव मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला की मूर्ति की स्थापना में शामिल होने के लिए तैयार हैं।

हालांकि, लखनऊ के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, पीयूष मोर्डिया ने मंगलवार को कहा कि जब मंदिर का अभिषेक समारोह अयोध्या में होने वाला है, तो भक्त राम मंदिर के 'दर्शन' नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि केवल आमंत्रित लोग ही समारोह में शामिल हो सकेंगे। 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारी में, योगी सरकार ने भव्य आयोजन की चल रही तैयारियों में तेजी लाने और बारीकी से निगरानी करने के लिए विभिन्न जिलों के अधिकारियों को अयोध्या में तैनात किया है।

इंदौर ने लगातार सातवें साल जीता सबसे साफ शहर का अवार्ड, गुजरात का ये शहर भी नंबर 1

#indorewinscleanest_city

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के परिणाम आ गए हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह में एक बार फिर इंदौर को देश के सबसे स्वच्छ शहर का अवॉर्ड दिया गया है। इंदौर को सातवीं बार देश के सबसे साफ शहर का खिताब मिला है। सीएम मोहन यादव ने दिल्ली में आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम में यह अवॉर्ड लिए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें यह पुरुस्कार दिया है। वहीं, इस बार इंदौर के साथ सूरत को भी संयुक्त रूप से स्वच्छ शहर का अवॉर्ड मिला है।

लोगों की सोच में है स्वच्छता- सीएम मोहन योदव

मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने स्वच्छता सर्वेक्षण में सातवीं बार इंदौर के नंबर वन आने पर राज्य और इंदौर के लोगों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इंदौर के लोगों ने फिर से साबित कर दिया है कि स्वच्छता न सिर्फ उनकी आदत बन चुकी है, बल्कि अब उनकी सोच में भी स्वच्छता ही है।

नगर निगम के साथ लोगों की अहम भूमिका

इंदौर को साफ बनाने में वहां के लोगों के साथ-साथ नगर निगम की भूमिका भी बड़ी है। जनभागीदारी की वजह से इंदौर को लगातार यह खिताब मिलता रहा है। बीच में बीच नगर निगम और शहर के जनप्रतिनिधि इसे लेकर अभियान चलाते रहते हैं। इंदौर के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। वहीं, इंदौर की सफाई प्रणाली को देखने दूसरे राज्यों से भी लोग आते हैं।

इंदौर की सबसे अहम बात है कि यहां शहर से निकले वाले कचरे से गैस बनाया जाता है। उसी गैस से शहर में सीएनजी बसों का परिचालन होता है। कचरे से गैस बनाने के लिए इंदौर में एशिया का सबसे बड़ा प्लांट है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।इंदौर के घरों से हर रोज 500 टन गीला कचरा निकलता है। जिससे रोज 17 हजार किलो बायो सीएनजी और 100 टन जैविक खाद भी बन रही है। इससे हर महीने 4 करोड़ रुपए की कमाई होती है। देवगुराड़िया के पास यह प्लांट बना है।

'त्रेता युग में रावण ने भी अपना दिमाग खो दिया था और हश्र हम जानते हैं...', राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने पर BJP का कांग्रेस पर क

 कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी एवं अधीर रंजन चौधरी अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को होने वाले राम मंदिर अभिषेक कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होंगे. उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया है. बीजेपी ने इस कदम के लिए बुधवार को कांग्रेस की आलोचना की. कांग्रेस ने बुधवार को ऐलान किया कि मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने राम मंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सम्मिलित होने के निमंत्रण को 'सम्मानपूर्वक अस्वीकार' कर दिया है, तथा आरोप लगाया कि बीजेपी एवं RSS ने इसे 'चुनावी लाभ' के लिए 'राजनीतिक कार्यक्रम' बना दिया गया है.

वही इसको लेकर मोदी सरकार की मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा- कांग्रेस पार्टी का प्रभु श्री राम विरोधी चेहरा राष्ट्र के सम्मुख प्रस्तुत हो चुका है। इंडी एलायंस ने कॉन्ग्रेस के नेतृत्व में बार-बार हिन्दू धर्म का अनादर किया है। अब उनके नेताओं द्वारा प्राण-प्रतिष्ठा के पुण्य आमंत्रण को ठुकराना उनके सनातन विरोधी सोच को दर्शाता है। 

वही बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने भी निमंत्रण अस्वीकार करने के लिए कांग्रेस नेताओं की खिल्ली उड़ाते हुए कहा, 'पीएम नरेंद्र मोदी के शासन में आज भारत में त्रेता युग का राम राज्य वापस आ गया है। जो लोग 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होंगे वे जीवन भर पश्चाताप करेंगे। मनोज तिवारी ने राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा कांग्रेस नेताओं को निमंत्रण देने पर आश्चर्य जताया।

उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा, 'जो अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं चाहते थे तथा यहां तक कि कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर प्रभु श्री राम को एक काल्पनिक व्यक्ति बताया. फिर भी उन्हें आमंत्रित किया गया। इसके बाद भी उनका दिमाग खराब हो गया है। त्रेता युग में रावण ने भी अपना दिमाग खो दिया था।

शास्त्रों के मुताबिक, कलियुग के तुरंत बाद त्रेता युग शुरू होगा

 मुझे लगता है कि नरेंद्र मोदी के वक़्त में ही इसकी (त्रेता युग) शुरुआत हो चुकी है। यह राम राज्य की शुरुआत है। विपक्ष के इस आरोप पर कि बीजेपी लोकसभा चुनाव जीतने के लिए राम मंदिर अभिषेक कार्यक्रम का राजनीतिक उपयोग कर रही है। मनोज तिवारी ने कटाक्ष किया तथा कहा, 'विपक्षी दल प्रभु श्री राम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, अगर इससे उन्हें चुनाव में मदद मिलती है। बीजेपी सांसद ने चुटकी लेते हुए कहा, 'सोनिया जी हिंदी में या इटैलियन में ही भजन गाएं, उनको किसने रोका है।

अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर किन्नरों की अनोखी पहल, 30 हजार लोगों को कराया भोज, 7 हजार शॉल बांटीं

22 जनवरी 2024 को अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है। वही इसको लेकर देशभर में भारी उत्साह है। इस बीच राजस्थान के करौली में किन्नर समाज ने अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में दान पुण्य कर निर्धन लोगों की सहायता की। इसी के साथ उन्होंने धार्मिक एवं सामाजिक समरसता का संदेश दिया। किन्नर समाज करौली की गुरु मां गद्दी नसीम हिनाबाई के नेतृत्व में किन्नर मुस्कान, रानी, पिंकी, मधु समेत सैकड़ों किन्नरों की मदद से 30 हजार से अधिक लोगों को भोजन कराया गया। इसी के साथ निर्धन महिलाओं व बच्चों को कपड़े वितरित किए।

किन्नरों के इस आयोजन में भोजन प्रसादी को 2 दर्जन से ज्यादा हलवाइयों ने तैयार किया। भोजन कराने के साथ ही धार्मिक एवं सामाजिक समरसता की नई परंपरा को जन्म देते हुए किन्नरों ने महिलाओं को साड़ियों का वितरण किया। इसके अतिरिक्त बुजुर्ग लोगों, महिलाओं व पुरुषों के लिए 7000 गर्म शॉल बांटीं। वहीं बच्चों के लिए भी कपड़ों का वितरण किया। किन्नर समाज की गुरु मां गद्दी नसीम हिना बाई के इस आयोजन की पूरे करौली शहर में सराहना हो रही है। यह आयोजन अयोध्या में प्रभु श्री राम का मंदिर तथा प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर किया गया। सामाजिक समरसता के इस कार्य में पूरे शहर के लोगों ने सहयोग दिया।

हिना बाई ने कहा कि हम प्रभु श्री राम के अनुयाई हैं। हम सबके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं। सभी को रोजगार प्राप्त हो, नौकरी मिले। सब अच्छे से रहें, यही हमारी कामनाएं हैं। इसी लक्ष्य को लेकर हमने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर ये आयोजन किया है।

उत्तराखंड पर्यटन मंत्रालय ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में होम स्टे को भी किया शामिल, मिलेगा पुरस्कार; 31 जनवरी तक आवेदन तिथि

 राष्ट्रीय स्तर पर इस बार श्रेष्ठ ग्रामीण होम स्टे को पुरस्कार दिया जाएगा। पर्यटन मंत्रालय ने श्रेष्ठ पर्यटन गांव प्रतियोगिता में ग्रामीण होम स्टे की श्रेणी को शामिल किया है। पर्यटन गांव और होम स्टे के लिए 31 जनवरी तक आवेदन करने की तिथि निर्धारित है।

उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बीते वर्ष से केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ पर्यटन गांव प्रतियोगिता शुरू की थी। जिसमें पिथौरागढ़ जिले के सरमोली गांव को श्रेष्ठ पर्यटन गांव का पुरस्कार दिया गया। वर्ष 2024 के लिए राष्ट्रीय प्रतियोगिता शुरू हो गई है। गांवों को पर्यटन से जोड़ने के लिए पर्यटन मंत्रालय ने अभिनव पहल की है।

होम स्टे प्रतियोगिता के लिए 14 श्रेणियां

राष्ट्रीय प्रतियोगिता में श्रेष्ठ पर्यटन गांव के लिए आठ श्रेणियां निर्धारित हैं। इसमें हेरिटेज, एग्री टूरिज्म, क्राफ्ट, वाइब्रेंट विलेज, एडवेंचर, सामुदायिक आधारित पर्यटन, रिस्पांसिबल टूरिज्म, वेलनेस शामिल हैं। जबकि ग्रामीण होम स्टे प्रतियोगिता के लिए 14 श्रेणियां हैं। इसमें वाइब्रेंट विलेज, ग्रीन, समुदाय के माध्यम से संचालित होम स्टे, महिला नेतृत्व वाली इकाई, विरासत और संस्कृति पर आधारित होम स्टे, फार्म स्टे, कॉटेज, आयुर्वेदिक और कल्याण, वर्नाक्यूलर आर्किटेक्चर, क्लस्टर, जिम्मेदार आचरण, ट्री हाउस और विला शामिल है।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि विरासत, कृषि पर्यटन, शिल्प, जिम्मेदार पर्यटन, जीवंत गांव, साहसिक पर्यटन, समुदाय-आधारित पर्यटन, कल्याण श्रेणी की थीम आधारित होम स्टे सर्वोत्तम पर्यटन गांव के तहत अपना नामांकन कर सकते हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए गांव और होम स्टे पर्यटन मंत्रालय की वेबसाइट www.rural.tourism.gov.in पर 31 जनवरी 2024 तक आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा प्रतियोगिता से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए हमारे प्रदेश के नोडल अधिकारी एवं अपर निदेशक पर्यटन पूनम चंद से संपर्क कर सकते हैं।

राजनाथ सिंह ने ब्रिटिश पीएम सुनक से की मुलाकात, बोले-भारत अब कमजोर नहीं है, चीन का भी नजरिया बदला

#rajnath_singh_said_in_britain_india_is_no_longer_weak

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ब्रिटेन दौरे पर हैं। इस दौरान रक्षा मंत्री ने बुधवार को 10 डाउनिंग स्ट्रीट में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक बातचीत के एजेंडे में रक्षा, व्यापार और क्षेत्रीय मुद्दे शामिल थे। इसके अलावा मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर जारी वार्ता की प्रगति पर भी चर्चा की गई।राजनाथ सिंह ने यहां रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स और विदेश मंत्री कैमरन के साथ भी मुलाकात की है। 

अपने ब्रिटेन दौरे के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधावर को लंदन में इंडिया हाउस में एक सामुदायिक स्वागत समारोह में शामिल हुए। राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम में भारत और चीन के बीच जारी तनाव को लेकर भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चीन को भारत का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है, लेकिन हम चीन को अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते हैं, शायद चीन ऐसा मानता है। हम किसी को भी अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते। राजनाथ सिंह ने कहा, 2020 में, भारत और चीन के बीच आमना-सामना हुआ और हमारे सुरक्षा बलों ने जो बहादुरी दिखाई, शायद यही कारण है कि चीन का भारत के प्रति नजरिया बदल गया है। उन्हें एहसास हो गया है कि भारत अब कमजोर नहीं है। पहले हम रक्षा उपकरणों के आयातक सबसे बड़े हुआ करते थे, लेकिन अब जब रक्षा वस्तुओं के निर्यात की बात आती है तो हम शीर्ष 25 देशों में हैं।

राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के एक लेखक ने भी भारत को लेकर एक लेख लिखा है। चीन सरकार भी मानती है कि भारत में हुए आर्थिक और रणनीतिक बदलावों के चलते भारत की अर्थव्यवस्था एक रणनीतिक ताकत बन गई है। हम किसी को अपना दुश्मन नहीं देखते लेकिन ये बात दुनिया जानती है भारत और चीन के बीच रिश्ते अच्छे नहीं हैं। हम सभी के साथ अपने रिश्ते बेहतर करना चाहते हैं।

लंदन में राजनाथ सिंह ने अपने समकक्ष ग्रांट शाप्स के साथ ब्रिटेन-भारत रक्षा उद्योग के सीईओ के गोलमेज सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि भारत ब्रिटेन के साथ सह-निर्माण पर केंद्रित एक समृद्ध रक्षा साझेदारी की कल्पना करता है. गोलमेज बैठक में ब्रिटेन के रक्षा उद्योग के कई मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय (एमओडी) के अधिकारी, ब्रिटेन-भारत व्यापार परिषद (यूकेआईबीसी) और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।इस दौरान कई प्रमुख रक्षा कंपनियां जैसे- बीएई सिस्टम्स, जीई वर्नोवा, जेम्स फिशर डिफेंस, लियोनार्डो एसपीए, मार्टिन-बेकर एयरक्राफ्ट कंपनी लिमिटेड, एसएएबी यूके, थेल्स यूके, अल्ट्रा-मैरीटाइम रोल्स-रॉयस, एडीएस ग्रुप और एमबीडीए यूके शामिल हुए। सिंह ने इसके बारे में एक्स पर कहा कि रक्षा उद्योग जगत के वरिष्ठों के साथ शानदार बातचीत हुई। भारत सहयोग और सह निर्माण की कल्पना करता है। दोनों देशों की ताकतों का समन्वय कर हम एक साथ महान काम कर सकते हैं।

अयोध्या जाएंगे लालकृष्ण आडवाणी, राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में होंगे शामिल

#lal_krishna_advani_to_attend_ram_temple_pran_pratishtha_ceremony

अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के उद्घाटन के लिए तैयारियां जोरों-शोरों पर चल रही हैं।इस बीच राम मंदिर आंदोलन का चेहरा रहे लालकृष्ण आडवाणी को लेकर बड़ी खबर आ रही है।बीजेपी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी 22 जनवरी को अयोध्या जाएंगे। वह राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। इसकी जानकारी विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने दी है।

अभी तक उनकी तबीयत और उम्र को देखते हुए कहा जा रहा था कि शायद वे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल न हो सकें, लेकिन अब उनकी उपस्थिति पर मुहर लग गई है। राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेता रहे लालकृष्ण आडवाणी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए पहले ही निमंत्रण दिया गया था। हालांकि उनकी उम्र को देखते हुए यह तय नहीं था कि वे अयोध्या पहुंचेंगे। हालांकि तब विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार ने एक वक्तव्य जारी कर कहा था कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने का अनुरोध किया गया है। दोनों नेताओं के आवास पर जाकर ट्रस्ट के नेताओं ने उन्हें निमंत्रण पत्र सौंपा है।  

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक कृष्ण गोपाल और राम लाल, आलोक कुमार ने बुधवार को लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता दिया।आलोक कुमार का कहना है कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उनकी यात्रा के दौरान लालकृष्ण आडवाणी को सभी जरूरी मेकिकल सुविधाएं और अन्य व्यवस्थाएं मुहैया करवाई जाएंगी।

राममंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया था कि समारोह के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया है, लेकिन अपील यही है कि कृपया वह ना आएं। क्योंकि उनकी उम्र बहुत ज्यादा है। ठंड का मौसम रहेगा, जो उनके स्वास्थ्य के लिए अनुकूल नहीं होगा। उन्होंने कहा था कि आडवाणी के बारे में बार बार सवाल पूछना उनका मजाक उड़ाना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भव्य मंदिर का उद्घाटन करेंगे और रामलला की मूर्ति की स्थापना में शामिल होंगे। इसके अलावा प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए संतों को भी निमंत्रण दिया गया है। वहीं, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया है। इंडिया गठबंधन में शामिल कई घटक दलों ने अयोध्या जाने से मना किया है। वहीं, समारोह में शामिल होने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुप्पी साधे हुए हैं।

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस के शामिल नहीं होने पर पार्टी नेताओं ने ही उठाए सवाल, आलाकमान को दे डाली नसीहत

#congress_leader_arjun_modhwadia_on_rejecting_the_invitation

अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से कांग्रेस ने किनारा कर लिया है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी शामिल नहीं होंगे।कांग्रेस ने इस कार्यक्रम को आरएसएस और बीजेपी का इवेंट बताकर इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है।कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले पर कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता ने आपत्ति जताई है। गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया ने एक्स पर आलाकमान के फैसले की आलोचना की।मोढवाडिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर श्रीराम को आराध्य देव बताते हुए कहा है कि कांग्रेस को इस तरह के राजनीतिक निर्णयों से दूर रहना चाहिए था।वहीं, कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी इस फैसले पर आपत्ति जताई है।

गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया ने एक्स पर आलाकमान के फैसले की आलोचना की। उन्होंने कांग्रेस नेता जयराम रमेश के एक पोस्ट को टैग करते हुए कहा कि भगवान राम हमारे आराध्य हैं। यह देशवासियों की आस्था और विश्वास का मामला है। राम मंदिर के मामले में कांग्रेस को राजनीतिक निर्णय नहीं लेना चाहिए।

इधर, कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि श्रीराम मंदिर के निमंत्रण को ठुकराना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और आत्मघाती फैसला है, आज दिल टूट गया। 

गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर ने भी हाईकमान को नसीहत दी है कि उन्हें जनभावनाओं का सम्मान करना चाहिए। डैमेज कंट्रोल के तौर पर दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ये शंकराचार्यों के हिसाब से नहीं हो रहा है, बीजेपी उनका अपमान कर रही है।

इससे पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से दूरी बनाए रखने का ऐलान किया था।कांग्रेस ने बयान जारी कर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बयान जारी कर कहा है कि भगवान राम हमारे देश में लाखों लोगों द्वारा पूजे जाते हैं। धर्म एक व्यक्तिगत मामला है, लेकिन आरएसएस/बीजेपी ने लंबे समय से अयोध्या में मंदिर का राजनीतिक प्रोजेक्ट बनाया है। बीजेपी और आरएसएस के नेताओं द्वारा अधूरे मंदिर का उद्घाटन किया जा रहा है। स्पष्ट रूप से चुनावी लाभ के लिए आगे लाया गया है।

वहीं, कर्नाटक में राम मंदिर अभिषेक का जश्न मन रहा है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। ऐसे में कर्नाटक सरकार ने आलाकमान के फैसले का बचाव किया। कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि हम सभी हिंदू हैं। मैं हिंदू हूं। मैं राम भक्त हूं। मैं हनुमान भक्त हूं। हम सभी यहां से प्रार्थना करते हैं। राम हमारे दिल में हैं। हमारे दिल में राजनीतिकरण के लिए कुछ भी नहीं है।