*गर्म कपड़ों की बढ़ी डिमांड*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। ठंड में बढ़ोतरी होते ही हर तरफ गर्म कपड़ों की मांग बढ़ गई है। जरुरत के हिसाब से लोग ऊनी कपड़े, जैकेट,साल, कंबल व रजाई - गद्दा खरीद रहे हैं। ज्ञानपुर स्थित राजा पार्क किराने पटरी पर लगने वाली दुकानों के सामने ग्राहकों की भीड़ लगी है। व्यापारी भी लुधियाना, दिल्ली, जम्मू व कानपुर से थोक में गर्म कपड़ा मंगवा रहें हैं।

*मौसम से रहें सावधान, लापरवाही पड़ सकती है भारी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ प्रदीप सिंह ने बताया कि बढ़ी ठंड में सेहत के प्रति थोड़ी सी लापरवाही हमें बीमार कर सकती हैं। ऐसे में बच्चों व वृद्धों की स्वास्थ्य के प्रति विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। बुजुर्गों को हमेशा गर्म पानी पीने को दें। सुबह - शाम पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़ा पहनाएं। खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

*15 जनवरी को मनाई जाएगी मकर संक्रांति*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। 14 जनवरी को रात में भगवान भास्कर मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में पर्व रविवार की बजाय 15 जनवरी सोमवार को मनाया जाएगा।

बाबा बड़े शिव धाम गोपीगंज के आचार्य शरद पांडेय ने बताया कि 14 के बाद खरमास भी समाप्त हो रहा है। भगवान उत्तर दिशा की ओर हो जाएंगे। जिले के लोगों से आह्वान किया कि 14 की बजाय 15 को संक्रांति मनाए।

*जिले की तीनों विधानसभा के धार्मिक स्थलों का होगा सुंदरीरकरण*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले की तीनों विधानसभाओं में ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व वाले स्थलों को संरक्षित किया जाएगा।

ज्ञानपुर, औराई और भदोही विधानसभा की पांच धार्मिक स्थलों को विंध्याचल मंडल नवीन कार्ययोजना से सुंदरीकरण कार्य होगा। इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से डीपीआर तैयार की जा रही है।

शासन ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व वाले स्थानों को संरक्षित करने को लेकर गंभीर है। इसी कड़ी में ज्ञानपुर विधानसभा की धार्मिक व ऐतिहासिक पर्यटनस्थल सीतामढ़ी के साथ ही लवकुश वाल्मीकि आश्रम, भदोही विधानसभा में श्रीराम जानकी मंदिर और औराई विधानसभा में संत शिरोमणि रविदास मंदिर, त्रिलोकपुर और चकवा महावीर मंदिर का चयन नवीन कार्ययोजना में किया गया है।

इन धार्मिक स्थलाें पर आकर्षक लाइटिंग, भव्य गेट, बैठने के बेंच के साथ-साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर डीपीआर तैयार की जा रही है। इसके बाद इसे जिला प्रशासन के माध्यम से शासन को भेजा जाएगा।

पर्यटन अधिकारी डॉ. राजेश भारती ने बताया कि ज्ञानपुर व औराई में विधायक और भदोही एमएलसी के प्रस्ताव में इन मंदिरों का चयन नवीन कार्ययोजना में किया गया है। तीनों विधानसभा में होने वाले कार्यों की डीपीआर तैयार की जा रही है। इसके बाद इसे शासन को भेजा जाएगा।

*65.66 लाख से तीन राजकीय स्कूलों की सुधरेगी सेहत*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज समेत तीन राजकीय विद्यालयों का प्रोजेक्ट अलंकार से कायाकल्प किया जाएगा। स्वच्छ पेयजल, भवन मरम्मत एवं मूलभूत समस्याओं को दुरूस्त किया जाएगा। इसके लिए 65 लाख 66 हजार रूपये स्वीकृत हो गया है।

कार्यदायी संस्था का चयन कर शिक्षा विभाग काम को पूर्ण कराने में जुट गया है। सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने लिए लगातार प्रयासरत है।माध्यमिक स्कूलों की दशा सुधारने के लिए प्रोजेक्ट अलंकार योजना लागू की गई है। जिससे सरकारी स्कूलों की दशा तो सुधरेगी इसके अलावा शिक्षा के स्तर में गुणवत्ता आएगी।

सरकारी स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों जैसी सुविधाएं न होने से बच्चों के पेरेंट्स का मोह भंग होने लगा है, लेकिन शासन इस प्रोजेक्ट से अब सरकारी स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों जैसी सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।

इस योजना के तहत जहां स्कूलों की मरम्मत के कार्य कराए जा सकते हैं। वहीं स्कूलों में जो सुविधाएं उपल्ब्ध नहीं हैं। उनको योजना के माध्यम से कराया जाएगा। इसमें पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय बालिका इंटर कॉलेज महराजगंज, पंडित दीनदयाल उपाध्याय मॉडल इंटर कॉलेज गिर्दबड़गांव और राजकीय बालिका हाईस्कूल सदौपुर को शामिल किया गया है। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज को 29 लाख, मॉडल इंटर कॉलेज को 32 लाख और राजकीय सदौपुर को चार लाख 66 हजार रूपये स्वीकृत हुए हैं।

तीनों स्कूलों में भवन मरम्मत, मूलभूत सुविधाओं, रंगरोगन, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था दुरूस्त की जाएगी।

वित्तपोषित स्कूलों का नहीं हो सका चयन

प्रोजेक्ट अलंकार योजना के माध्यम से वित्तपोषित विद्यालयों का भी कायाकल्प होना है, लेकिन प्रबंधकों के दावपेंच के कारण अब तक उनका चयन नहीं हो सका। पूर्व में शासन ने 50 प्रतिशत अनुदान और शेष खर्च स्कूल से खर्च करने का प्राविधान किया था, लेकिन बाद में उसे घटाकर 75 फीसदी तक अनुदान कर दिया, लेकिन प्रबंधक सिर्फ 10 से 15 फीसदी तक अनुदान देने की बात कह रहे हैं, जिससे वित्तपोषित विद्यालय अब तक योजना में चयनित नहीं हो सके।

प्राेजेक्ट अलंकार के तहत तीन स्कूलों का चयन हुआ है। जिसमें काम कराने के लिए 65.66 लाख रूपये अवमुक्त हो चुके हैं। कार्यदायी संस्था का चयन कर काम शुरू कराया जाएगा।- विकायल भारती, जिला विद्यालय निरीक्षक।

*सेमराध में 14 को पहला स्नान, कल्पवास की व्यवस्था अधूरी,बिजली विभाग ने दिखाई तेजी,लोक निर्माण विभाग सुस्त*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सेमराध में कल्पवास शुरू होगा। मकर संक्रांति का स्नान 14 जनवरी को है। तब तक कल्पवासी आने लगेंगे। इसमें हफ्ते भर से भी कम समय है पर अब तक व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई है।

एक जनवरी को अपर जिलाधिकारी कुंवर वीरेंद्र मौर्य ने गंगा पूजन कर मेले की तैयारियों का शुभारंभ किया। उन्होंने सभी विभागों को हिदायत भी दी थी कि मेला क्षेत्र में जरूरी सुविधाएं समय पर मुहैया करा दी जाएं। बिजली विभाग ने एक सप्ताह के अंदर ही मेला स्थल पर खंभे आदि लगवा दिए।

तार खींचने का कार्य 50 फीसदी तक हो चुका है। लेकिन चेकरप्लेट में कम होने से श्रद्धालुओं की दिक्कत बढ़ने के आसार हैं। जल निगम को हैंडपंप, लगाने, नगर पंचायत शौचालय आदि की सुविधाएं मुहैया करानी है। लोक निर्माण विभाग और वन विभाग अभी सक्रिय नहीं दिख रहा है।

एक साल पूर्व तक मेले में 180 चेकरप्लेट आती थी लेकिन इस बार 135 ही भेजी गई थी। ऐसे में मेला स्थल तक जाने वाले मार्ग पर आने - जाने में परेशानी हो सकती है। अब तक मेलास्थल में पेजयल और शौचालय की सुविधा नहीं हो सकी है। हालांकि 14 से पूर्व पूर्ण होने का दावा किया जा रहा है।

गुरुपद उत्तराधिकारी स्वामी करुणाशंकर दास ने कहा कि लोक निर्माण की तरफ से कम चकरप्लेट आया है, जिससे दिक्कत होगी। वन विभाग ने अभी तक लकड़ी की व्यवस्था नहीं की है। पेजयल की व्यवस्था न होने से मेला क्षेत्र में काम करने वाले पदाधिकारियों को परेशानी उठानी पड़ी रही है।

उन्होंने कहा कि सभी विभागों ने 14 जनवरी से पहले ही व्यवस्थाएं करने का दावा किया है।

सभी विभागों को व्यवस्था पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए हैं। 14 जनवरी तक जिन विभागों की ओर से व्यवस्था पूरी नहीं होंगी उन पर कार्रवाई होगी।

कुंवर वीरेंद्र मौर्य अपर जिलाधिकारी

*भदोही के सीतामढ़ी में माता सीता ने धरती की गोद में ली थी समाधि,आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत, त्रेतायुग गाथाओं की साक्षी है यह स्थल*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मां गंगा के पावन तट पर विद्यमान जिले का प्रमुख धार्मिक, पौराणिक और पर्यटन स्थल सीतामढ़ी पूर्वांचल में खास पहचान रखता है। यह दिव्य व पावन भूमि अनेक धार्मिक एवं पौराणिक मान्यताओं की साक्षी है।

महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली सीतामढ़ी की पालन भूमि श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास का केंद्र है। असीम शांति और दिव्यता की अनुभूति कराने वाली इस पावन भूमि के कण - कण में माता सीता जी मंढ़ी हुई है। भूलत के प्रथम महाकाव्य, रामायण,की रचनास्थली,जगत जननी माता सीता के द्वितीय निर्वासन काल आश्रयस्थली, महर्षि वाल्मीकि, भगवान श्रीराम व जगत जननी माता सीता के सुपुत्रों लव और कुश कुमारों की जन्मस्थली सीतामढ़ी त्रेतायुग गाथाओं की जीवंत साक्षी है।

लवकुश कुमारों का जन्म आषाढ़ शुक्ल पक्ष नवमी को हुआ था। कुमारों का लालन-पालन, शिक्षा - दीक्षा, महर्षि वाल्मीकि के सानिध्य में सीतामढ़ी स्थित आश्रम में प्राप्त हुआ था। यहां की धरती पर लवकुश कुमारों ने श्री राम के अश्वमेध यज्ञ के घोड़े को पकड़ कर उनकी चतुरंगिनी सेना को पराजित किया था। इसी स्थान पर माता सीता रानी का भव्य मंदिर बना है।

सीतामढ़ी की पावन भूमि पर महर्षि वाल्मीकि को सप्त‌ऋषियों का उपदेश प्राप्त हुआ था। भविष्य में यह तकनीक न केवल प्रदूषण किए बिना अंतरिक्ष प्रक्षेपणों की राह खोलेगी, बल्कि इससे लंबी अवधि के अंतरिक्ष अभियान और गहरे अंतरिक्ष की खोज के अभियानों में मदद मिलेगी।

*पुराण और महाकाव्य देते हैं सीतामढ़ी स्थल की पौराणिकता की गवाही*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में पौराणिक स्थलों सीतामढ़ी धाम महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली होने के साथ- साथ लव- कुश कुमारों की जन्मस्थली ने यहीं पर रामायण महाकाव्य की रचना की थी। गोस्वामी तुलसीदास की कवितावली के कवित्त संख्या-138 इसके प्रणाण मिलते हैं। इसके अलावा अन्य कई महाकाव्यों में इसकी प्रामाणिकता भी सिद्ध होती है।

महर्षि वाल्मीकि आश्रम के महत पंडित हरिप्रसाद मिश्र शास्त्री कहते हैं कि गोस्वामी तुलसीदास जी अपनी कवितावली के कवित्त संख्या 138 में सीतामढ़ी की प्राथमिकता सिद्ध की है। जहां वाल्मीकि भयो व्याधि ते मुनींद्र मरा मरा जपे... सिय को निवास लवकुश को जनमथल यानी सीतामढ़ी में सप्तर्षियों का उपदेश सुनकर ( राम नाम का उलटा मरा मरा) हुए वाल्मीकि जी व्याध से महामुनि साधु हो ग‌ए। बताया कि यह स्थान माता सीता का निवास और लवकुश का जन्मस्थान है।

*मतदाता सूची में 35 हजार न‌ए वोटर जुड़े*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में मतदाता पुनरीक्षण अभियान खत्म होने के बाद मतदाता सूची में 33 हजार नए नाम जुड़े हैं। बीएलओ की रिपोर्ट के आधार पर न‌ए वोटरों का नाम जोड़ने के साथ जो लंबे समय से बाहर रह रहे हैं, उनका नाम काटा जा गया है। विशेष अभियान के तहत 35 हजार न‌ए वोटरों का नाम मतदाता सूची में अंकित हुआ जबकि 27 हजार 600 लोगों का नाम काटा गया।

सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दो दिन की रिपोर्ट में मतदाता सूची में नाम चढ़ाने के लिए 36 हजार ने आवेदन किया। बीएलओ की जांच करने के बाद 35 हजार नाम दर्ज किया गया है।

*भदोही में एक ही रात में दो घरों को चोरों ने बनाया निशाना, लाखों के आभूषण व नकदी लेकर हुए फरार*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही जिले के कोतवाली क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में दो घरों में चोरों ने एक ही रात में करीब 20 लाख के माल पर हाथ साफ कर दिया। चोरों ने घरों से नकदी व आभूषण सहित लाखों के माल चुरा कर फरार हो गए। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने डॉग स्क्वायड और विशेष टीम की मदद से जांच पड़ताल की।

यह है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार चोरी की पहली घटना घनश्यामपुर गांव में हुई। जहां चोरों ने दिवानी न्यायालय जज के पेशकार के घर से लाखों का माल उड़ा दिया। पीड़ित अवधेश चन्द्र मौर्य ने बताया कि गांव में उनके दो मकान हैं। एक मकान में पत्नी सहित परिवार के साथ वह रहते हैं। वहीं दूसरा मकान बंद रहता है। रविवार की रात चोरों ने दूसरे मकान में घूसकर करीब 65 हजार रुपये नकदी और आठ लाख के आभूषण पर हाथ साफ कर दिया। सुबह परिजन जब नींद से जागे तो उन्हें घटना की जानकारी हुई।

इसी तरह दूसरी चोरी की घटना तिलंगा गांव में हुई। जहां गांव निवासी आत्मा राम मिश्र घर में अपनी पत्नी के साथ रहते हैं। उनके दो बेटे अपने परिवार के साथ बाहर रहते हैं। देर रात चोर पीछे के रास्ते से घर में घूसे और कई कमरों को खंगालते हुए अटैची इत्यादि उठा ले गए। पीड़ित के अनुसार दोनों बहूओं और पत्नी की आठ लाख रुपये की आभूषण चोरों ने चुरा लिया है। सुबह घटना की जानकारी होने के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।

उधर, दो गांवों में चोरी की घटना की जानकारी मिलने बाद पुलिस डॉग स्क्वायड और विशेष टीम के साथ मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। लोगों के अनुसार चोरों के एक ही गैंग ने दोनों घटना को अंजाम दिया है, क्योंकि दोनों गांव आसपास ही हैं।