*भदोही में एक ही रात में दो घरों को चोरों ने बनाया निशाना, लाखों के आभूषण व नकदी लेकर हुए फरार*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही जिले के कोतवाली क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में दो घरों में चोरों ने एक ही रात में करीब 20 लाख के माल पर हाथ साफ कर दिया। चोरों ने घरों से नकदी व आभूषण सहित लाखों के माल चुरा कर फरार हो गए। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने डॉग स्क्वायड और विशेष टीम की मदद से जांच पड़ताल की।

यह है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार चोरी की पहली घटना घनश्यामपुर गांव में हुई। जहां चोरों ने दिवानी न्यायालय जज के पेशकार के घर से लाखों का माल उड़ा दिया। पीड़ित अवधेश चन्द्र मौर्य ने बताया कि गांव में उनके दो मकान हैं। एक मकान में पत्नी सहित परिवार के साथ वह रहते हैं। वहीं दूसरा मकान बंद रहता है। रविवार की रात चोरों ने दूसरे मकान में घूसकर करीब 65 हजार रुपये नकदी और आठ लाख के आभूषण पर हाथ साफ कर दिया। सुबह परिजन जब नींद से जागे तो उन्हें घटना की जानकारी हुई।

इसी तरह दूसरी चोरी की घटना तिलंगा गांव में हुई। जहां गांव निवासी आत्मा राम मिश्र घर में अपनी पत्नी के साथ रहते हैं। उनके दो बेटे अपने परिवार के साथ बाहर रहते हैं। देर रात चोर पीछे के रास्ते से घर में घूसे और कई कमरों को खंगालते हुए अटैची इत्यादि उठा ले गए। पीड़ित के अनुसार दोनों बहूओं और पत्नी की आठ लाख रुपये की आभूषण चोरों ने चुरा लिया है। सुबह घटना की जानकारी होने के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।

उधर, दो गांवों में चोरी की घटना की जानकारी मिलने बाद पुलिस डॉग स्क्वायड और विशेष टीम के साथ मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। लोगों के अनुसार चोरों के एक ही गैंग ने दोनों घटना को अंजाम दिया है, क्योंकि दोनों गांव आसपास ही हैं।

*दो नगर ओडीएफ प्लस, पांच को मिली मायूसी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। स्वच्छ भारत मिशन फेज दो के स्वच्छता सर्वेक्षण में जिले की दो नगर पंचायत घोसिया, खमरिया को ओडीएफ डबल प्लस में शामिल किया गया है जबकि पांच निकाय को झटका लगा है। पाचों नगर पंचायतें स्वच्छता की गतिविधियों में सरकारी गाइडलाइन को पूरी नहीं कर सकी।

स्वच्छ भारत मिशन शासन की प्राथमिकता में शामिल है। केंद्र और प्रदेश सरकार इसको लेकर करोड़ो रूपये भी खर्च कर रही हैं। हर साल शासन स्तर से निकायों का सर्वे कराया जाता है। जिसमें साफ-सफाई, खुले में शौच, पेयजल की सुविधाओं आदि की रिपोर्ट ली जाती है। पिछले महीने शासन स्तर से आयी टीम ने जिले की सात निकाय में सर्वे कर जमीनी हकीकत देखी। शनिवार को शासन ने स्वच्छता सर्वेक्षण की सूची जारी की। जिसमें खमरिया और घोसिया नगर पंचायत को ओडीएफ प्लस-प्लस में शामिल है। इसमें शामिल होने के लिए कुल 20 से अधिक मानक को पूरा करना पड़ता है।

जनपद में दो नगर पालिका भदोही, गोपीगंज है। पांच नगर पंचायत है ज्ञानपुर, खमरियां, सुरियावां, घोसिया और नई बाजार है। इन सभी निकायों में करीब 128 वार्ड है और तीन लाख के करीब यहां की जनसंख्या है। लखनऊ से आई टीम ने निकायों की सर्वे किया था। टीमें ने शौचालयों में हवा, पानी, बिजली, सेप्टि टैंक, साफ-सफाई, वाल पेंटिंग, दरवाजा, कुंडी, शौचालय पर गमले की स्थित, इंडिकेटर आदि सहित विभिन्न बिदुओं की जांच हुई थी। ये सब मानक पूरा करने के बाद खमरिया, घोसिया नगर पंचाायत को ओडीएफ प्लस में शामिल किया गया। ओडीएफ प्लस प्लस में शामिल होने के लिए सामुदायिक शौचालय को विशेष प्राथमिकता दी जाती है।

*2.54 करोड़ से भदोही नगर का होगा विकास*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। बुनियादी और ढांचागत समस्याओं से जूझ रही भदोही नगर की जनता को अगले कुछ महीनों में राहत मिल सकती है। नगर पालिका के विभिन्न वार्डों के विकास के लिए बने 12.54 करोड़ के 51 प्रस्तावों को जिलाधिकारी गौरांग राठी से अनुमोदन मिल चुका है। अब नगर पालिका ने टेंडर की तैयारी शुरू कर दी है। एक महीने के बाद सभी वार्डों में सड़क, नाली, सीवर, पेयजल आदि के काम शुरू होने के आसार हैं।

15वें वित्त आयोग निधि से 12.54 करोड़ रुपये नगर पालिका के पास हैं। उसी के लिए लगभग सभी 28 वार्डों में नागरिक सुविधाएं बेहतर बनाने के कार्यों का प्रस्ताव बनाकर जिलाधिकारी के पास भेजा था। डीएम ने उस पर स्वीकृत दे दी है। अधिशासी अधिकारी रविशंकर शुक्ला ने बताया कि हर वार्ड में काम कराए जाएंगे। सीवर व्यवस्था, नाली, इंटरलाकिंग सड़कों का निर्माण का प्रस्ताव है। सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए उपकरणों और वाहनों की खरीद की जाएगी। जलापूर्ति के लिए सबमर्सिबल पंप और पाइप लाइन विस्तार का काम होने हैं। फिलहाल नगर पालिका के गठन के बाद 10 करोड़ के निर्माण कार्य कराए गए हैं।

12.54 करोड़ रुपयों से निर्माण कार्य हो जाने के बाद पुराने और नए नगरीय क्षेत्र में काफी परिवर्तन होगा।आनंद नगर ब्रिज के नीचे बिछेगा इंटरलाकिंगभदोही। नगर के आनंद नगर में रेलवे ओवर ब्रिज बनने के बाद से उसके नीचे का क्षेत्र वर्षों से उपेक्षित है। बारिश में कीचड़ और जलभराव होता है। दुकानों और पटरी व्यवसाइयों को दिक्कत तो होती है खरीदार आना पसंद नहीं करते हैं। इसको देखते हुए जिलाधिकारी ने बहुत पहले नगर पालिका से ब्रिज के नीचे के क्षेत्र में इंटरलाकिंग बिछाने का निर्देश दिया था। वह समय अब आ गया है। ईओ ने बताया कि 12.54 करोड़ से होने वाले कार्य में ओवर ब्रिज के नीचे भी इंटरलाकिंग बिछाए जाने का कार्य शामिल है।

ईओ का वर्जन

12.54 करोड़ के कुल 51 कार्यों के लिए टेंडर कराए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिसमे एक महीने का समय लग सकता है। इसके बाद शीघ्र काम शुरू कराने की तैयारी है। रविशंकर शुक्ला ईओ नगर पालिका परिषद भदोही।

*रायल्टी न जमा करने पर दो भट़्ठों पर खनन विभाग ने रोका ईंट निर्माण*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। विनिमय शुल्क यानि रायल्टी जमा न करने पर ईंट-भट्ठों पर खनन विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है।कोतवाली क्षेत्र के उमरी गांव में रायल्टी बकाए में खनन विभाग ने दो भट्ठों पर खनन एवं ईंट निर्माण का कार्य रोक दिया। विनिमय शुल्क जमा न होने पर विधिक कार्रवाई की चेतावनी दिया।जिले में वैसे तो 150 ईंट भट्ठा संचालित हैं। कुछ संचालक समय से जरूरी भुगतान को कर देते हैं, लेकिन कई लापरवाही बरतते हैं। मनमानी तरीके से बगैर प्रदूषण प्रमाण पत्र लिए संचालित किए जा रहे तमाम ईंट भट्ठे पर्यावरण में जहर तो घोल ही रहे हैं साथ ही संचालक राजस्व को भी चपत लगाने में पीछे नहीं हट रहे हैं।

बेधड़क मिट्टी का खनन कर ईंट बनाने का व्यवसाय किया जा रहा है, लेकिन रायल्टी जमा करने में रूचि नहीं ली जा रही है। वर्ष 2022-23 में 80 लाख रुपये की रायल्टी की अदायगी न करने पर खनन विभाग ने सितंबर-अक्तूबर में 72 ईंट भट्ठा संचालकों को नोटिस जारी किया। 31 दिसंबर तक विनिमय शुल्क जमा करने के लिए समय भी दिया गया, लेकिन अब भी 50 से अधिक भट्ठा संचालकों ने रायल्टी की रकम जमा नहीं की। रविवार को खनन अधिकारी अरविंद कुमार पुलिस बल एवं राजस्य टीम के साथ उमरी के राजपूत ब्रिक्स एवं प्रिंस ईंट उद्योग भट्ठे पर धमके।

उन्होंने बताया कि दोनों संचालकों ने साल 2022 और 2023 की रायल्टी जमा नहीं किया है। जिसको लेकर दोनों भट्ठों पर ईंट पथाई और भट्ठा संचालन कार्य पर रोक लगाया गया है। खनन अधिकारी ने कहा कि 31 दिसंबर तक शुल्क जमा करने का समय दिया गया था। अब भट्ठा संचालकों से बकाया की धनराशि में 18 प्रतिशत वार्षिक ब्याज के साथ लिया जाएगा। उन्होंने अन्य बकाएदार संचालकों से तीन दिन में विनिमय शुल्क जमा करने के लिए कहा। हिदायत दिया कि ऐसा न करने पर विधिक कार्रवाई भी की जाएगी।

*अयोध्या में श्री रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा का मुहूर्त का धार्मिक व राजनीतिक प्रभाव: डॉ. कुंदन ज्योतिषी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। राम जन्मभूमि अयोध्या में बना भव्य राम मंदिर देश-दुनिया में चर्चा में है. फिलहाल मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों जोरों पर है. इसके लिए 22 जनवरी 2024 की तारीख निर्धारित की गई है।लेकिन खास बात यह है कि, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा केवल 84 सेकंड के सूक्ष्म मुहूर्त में ही की जाएगी. बताया जा रहा है कि, 84 सेकंड का यह मुहूर्त बहुत ही शुभ है जोकि भारत के लिए संजीवनी का काम करेगा। 22 जनवरी 2024 में दोपहर लगभग 12.30 बजे के आसपास अभिजित मुहूर्त में अयोध्या में श्री राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी।

इस मुहूर्त का चमत्कारी प्रभाव धर्म - जगत व राजनीतिक जगत दोनों में देखने को मिलेगा। साथ ही पूरी दुनिया पर इस प्रभाव भविष्य में पड़ेगा। मुहूर्त कुंडली में मेष लग्न है जहां धर्म भाव का स्वामी गुरु अपनी मित्र राशि में बैठा है। और लग्न का स्वामी मंगल भाग्य भाव में बैठकर गुरु के साथ स्थान परिवर्तन योग बना रहा है। साथ ही गुरु से दृष्ट है एवं बुध एवं शुक्र जैसे शुभ ग्रहों से भाग्यभाव में ही युति कर रहा है। जिसके प्रभाव से यह मुहुर्त धर्म जगत के लिए संजीवनी का काम करेगा। पूरे विश्व में हिंदू धर्म में एक बार से आने वाले समय में अपने पुरानी ऊंचाईयों को प्राप्त करेगा।

भदोही जिले में गोपीगंज नगर के जोगिनका गांव के निवासी डॉ कुंदन ज्योतिषी ने कही उन्होंने बताया कि छठें भाव का केतु व बाहरवें भाव का राहु विरोधी व विपक्षियों परास्त करेगा। किंतु बारहवें भाव के राहु पर मंगल की दृष्टि विदेशी आतंकवादी घटनाएं बढ़ाएगी। साथ ही गुरू पर शनि की दृष्टि अपने ही देश में विरोध व संघर्ष बढ़ाएगी। अतः सावधानी सुरक्षा अनिवार्य है।

ग्रहों के शुभ प्रभाव से विरोधी व शत्रु अपने मनसूबे में कामयाब नहीं हो पाएंगे। धर्म भाव में चतुर्थेश चंद्रमा उच्च का होने से मंदिर प्रशासन को धन व भौतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं रहेगी। लग्न उच्चेश व पंचमेश सूर्य दशम् भाव में सूर्यकृत राजयोग की सृष्टि कर रहा है। जिसकी वजह से सत्ताधारी राजनौतिक पार्टी जिसके द्वारा यह मुहुर्त जिस वर्ष संपन्न होगा उस वर्ष उस पार्टी को लोकसभा के चुनाव में भारी बढ़त मिलेगी व पुनः उसके हाथों में न‌ई सरकार की कमान आएंगी।

*सीजन में भी सब्जियां चढ़ी,महंगाई ने मध्यम वर्ग की थाली से पौष्टिक भोजन छीन लिया*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।महंगाई के कारण आम आदमी की थाली से पौष्टिक भोजन गायब है। दाल- सब्जी की कीमत चढ़ने से लोग परेशान हैं। आलम यह है कि सीजन में भी सब्जियों के दामों में आग लग हुई है। दुकानदारों की मानें तो निकट भविष्य में दाम कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

इसके कारण लोगों की मुसीबतें गृहणियों की अधिक बढ़ी है। बता दें कि ठंड का महीना स्वास्थ्य के लिए उत्तम माना जाता है। इस समय सब्जियों की उत्पादकता अधिक होती है। इसके कारण दाम में कमी होती थी। इससे यह आम आदमी के बजट में बैठ जाया करती थी। लेकिन साल ऐसा नहीं है। कारण पूर्व माह के बाद इन दिनों लगातार चार दिनों से रही रुक-रुक कर बारिश। साथ ही कोहरा भी असर डाल रहा है इतना ही नहीं आवारा मवेशियों का जमघट भी।

किसान लालचंद मौर्य ने बताया कि मौसम की मार व महंगी के बाद भी किसी तरह सब्जियों की खेती की गई। लेकिन उसे आवारा मवेशियों से बचा पाना मुश्किल है। ऐसे में जो दाम लगा है,वह भी निकलना मुश्किल नजर आ रहा है। उधर, मजदूरों का कहना है कि महंगी के कारण सब्जी का सेवन करना एवरेस्ट फतह के बराबर हो गया है।

इस संबंध में ज्ञानपुर सब्जी की दुकानों लगाने वाले गोरे मौर्य ने बताया कि सीज़नल सब्जियों के दाम अधिक होने के कारण बिक्री पहले की अपेक्षा काफी कम हो गई है। इससे करोबार में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

*बाजारों में सज गई ढूंढा - पट्टी की दुकानें, बिक्री सुस्त,बहन - बेटियों के घर अजान - सब्जी पहुंचाने की सदियों पुरानी परंपरा का निर्वहन*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी दिन रविवार को मनाया जाएगा। बाजारों में लाई, चूड़ा, गट्टा आदि सामानों की दुकानों सज गई हैं। बहन, बेटियों यहां खिचड़ी पहुंचाने की परंपरा की शुरुआत लोगों ने कर दी है। हालांकि,पैसे की किल्लत व मंदी तथा महंगाई का असर त्योहार पर साफ देख जा रहा है। दुकानदार ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद है कि आगामी दिनों में पटरी के दुकानदारों के यहां ग्राहकों की भीड़ उमड़ेगी। मकर संक्रांति पर्व काफी खर्चीला होता है। सदियों से चली आ रही परंपरा का निर्वहन प्रत्येक व्यक्ति कर रहा है।

बहन, बेटियों, के यहां लाई, चूरा, गट्टा, गुड़ समेत खाद्यान्न पहचाने की परम्परा है। कालीन उद्योग में छाई मंदी, बेरोजगारी, तथा मौसम की मार से लोग बेहाल है। त्योहार के मद्देनजर कालीन नगरी समेत जनपद के ग्रामीण बाजारों में दुकानें सज गई हैं। ग्राहकों की आमद अभी काफी कम देखी जा रही है। उम्मीद है कि आगामी दिनों में लेकर में लोग जरूर आएंगे। दुकानदारों ने बताया कि पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष बिक्री काफी कम है। त्योहार के एक दो दिन पहले ग्राहकों के उमड़ने की संभावना जताई है। दुकानदारों का कहना है कि मौसम की बेरुखी से भी दुकानदारों धीमी है।

मकर संक्रांति पर बिकने वाली सामग्रियों के दाम

लाई - 50 रुपए

चूड़ा - 40-35 रुपए

गट्टा - 70 रुपए

गुड़ - 60 रुपए

दाल पट्टी - 120-140 रुपए

चीनी पट्टी - 140 रुपए

बादाम पट्टी - 120 रुपए

लाई लड्डू -80 रुपए

सेव लडू -110 रुपए

तिलकूट -150 रुपए

रामदाना - 130 रुपए

*जिला अस्पताल में नवजात शिशुओं के लिए लगाए गए आठ बेबी वार्मर,एम‌एनसीयू ,एन‌आरसी और लेबर रुम में लगाया गया*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। निर्धारित समय से पहले पैदा हुए बच्चों की हिफाजत के इलाज के लिए निजी अस्पतालों में जाने की जरूरत नहीं होगी। आठ बेबी वार्मर मशीन को इंस्टॉल कर दिया गया है। इनके लेबर रुम,एम‌एनसीयू और एन‌आरसी में लगाया गया है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में बीते ढाई साल से आठ न्यू बेबी वार्मर मशीन आकर रखा हुआ था। इंस्टॉल न होने के कारण मरीजों को इसकी लाभ नहीं मिल पा रहा था।

सरकारी चिकित्सालयों में आकर कोई प्री मेच्योर बेबी जन्म लेता है तो चिकित्सकों के पास उसे रेफर करने के अलावा कोई चारा नहीं होता। जिला अस्पताल में हर महीने 25 से 30 डिलेवरी होती है। क‌ई बार बच्चों का वजन कम होता है तो कभी बच्चों को उचित तापमान में रखे जाने की आवश्यकता होती है। अब इस तरह के केसों को इधर-उधर भटकने या जिला अस्पतालों में भी इलाज मिल सकेगा। अस्पताल के एन‌आरसी में दो, एनम‌नसीयू वार्ड में चार और लेबर रुम में न्यू दो बेबी वार्मर मशीन लगाई गई है। इससे नवजातों के उपचार में काफी सहूलियत मिलेगी।

बेबी वार्मर ढाई साल से स्टोर रुम में रखी गई थी। जिससे इंस्टॉलमेंट कराया गया। इससे पहले ये व्यवस्था न होने बच्चों को रेफर किया जाता था। लेकिन अब उन्हें उपचार की सुविधा यही मिलेगी।

डॉ राजेंद्र कुमार सीएम‌एस जिला चिकित्सालय

*ज्ञानपुर सीओ प्रभात राय ने पेश की मानवता की मिशाल, तोता के लिए बने 'देवदूत'*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भले ही लोग पुलिस के लोगों को लेकर एक अलग नजरिया रखते है कि पुलिस के लोग सख्त होते है और बहुत लोग है कि वर्दी में पुलिस को देखकर खौफ भी खाते है। बेशक पुलिस के लोग कानून व्यवस्था को सही बनाये रखने के लिए सख्ती भी करते है जो कही न कही समाज के हर व्यक्ति के लिए लाभकारी है। लेकिन पुलिस के लोग हर समय सख्त रहते है ऐसा कुछ नही है। पुलिस के लोग भी एक आम इंसान की तरह ही होते है लेकिन ड्यूटी के कारण अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए सख्ती भी करते है। लेकिन पुलिस के लोगों में भी मानवीय मूल्यों की परख और मानवता होती है जो कही न कही आये दिन देखने को मिलती है।

एक ऐसा ही नजारा शनिवार को कालीन नगरी भदोही में ज्ञानपुर-गोपीगंज मार्ग पर सिंहपुर नहर के पास देखने को मिला जहां पर दोपहर में करीब तीन बजे ज्ञानपुर के सीओ प्रभात राय गोपीगंज अपने वाहन से जा रहे थे कि एक तोता किसी वाहन के चपेट में आने से गिर गया। और यह नजारा सीओ प्रभात राय ने देखा। और देखते ही सीओ ने अपनी गाड़ी को कुछ दूरी पीछे कराकर गाड़ी से नीचे उतर गये। और इसी बीच एक साइकिल सवार शख्स ने तोता का उठा लिया और अपने घर ले जाने की बात कहने लगा। सीओ उस शख्स के पास जाकर पूछा कि तोता का क्या करोगे तो उसने कहां पिंजरे में रखकर पालेंगे। सीओ ने उस शख्स से यह कहते हुए तोता ले लिया कि किसी भी जीव को कैद करके रखना पाप है। इसे स्वतंत्र रखना चाहिए। शख्स तोता देकर चला गया।

सीओ प्रभात राय ने तोते को लेकर सहलाते रहे और कई बार उसे उड़ाने का प्रयास किये लेकिन तोता सही से उड़ नही पा रहा था। लेकिन कुछ देर तक उसे सहलाते रहने पर जब सीओ ने तोता को उडाया तो वह उड़ गया। साथ में पास के पेड़ पर बैठे अन्य तोते भी उस तोता के साथ उड़ गये। तोता के उड़ जाने पर सीओ प्रभात राय काफी खुश दिखे। इस नजारा को जितने लोगों ने देखा वह सीओ की प्रशंसा करते देखा गया। सच में सीओ तोता के लिए देवदूत बनकर आ गये नही तो कोई उसे पकड़कर पिंजरे में ही रख लेता।

*प्रमुख मंदिरों में नौ दिन तक गूंजेंगे राम नाम, मुख्य सचिवने कहा-अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर कार्यक्रम का आयोजन होगा ऐतिहासिक*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- प्रमुख मंदिरों में मकर संक्रांति से लेकर 22 जनवरी तक प्रभु श्रीराम की गूंज सुनाई देगी। अयोध्या में हो रहे ऐतिहासिक कार्यक्रम को सफल बनाने में कालीन नगरी के लोग जी जान से जुट गए हैं। इस दौरान प्रभु श्रीराम,माता सीता के नाम का जाप करने संग, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाएंगे।

मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र का फरमान एक सप्ताह पहले ही जिले में आया था। इसे लेकर जिला प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां कर ली है। 14 जनवरी से प्रमुख मंदिरों में युवक मंगल दल, आशा बहुएं, एएन‌एम ग्राम पंचायत सहायक महिलाओं के संगठनों का सहयोग लेकर कार्यक्रम कराया जाएगा। कार्यक्रमों को संपन्न कराने को तहसील, ब्लाक स्तर के नोडल अधिकारियों को भी तैनात किया जाएगा। जिसे प्रशासन अंतिम रुप देने का काम कर रहा है।

मंदिरों का नाम पदनाम, मोबाइल नंबर आदि संस्कृति विभाग के पोर्टल पर दर्ज किए जाएंगे। भजन, कीर्तन, श्रीरामचरितमानस मानस पाठ, सुंदरकांड, हनुमान चालीसा का पाठ आदि कार्यक्रम किए जाएंगे। गोपीगंज नगर स्थित,बाबा बड़े शिव धाम, तिलेश्वर नाथ धाम, सीता समाहित स्थल,बाबा हरिहरनाथ मंदिर ज्ञानपुर में नौ दिनों तक श्री राम की गूंज सुनाई देगी।