*रायल्टी न जमा करने पर दो भट़्ठों पर खनन विभाग ने रोका ईंट निर्माण*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। विनिमय शुल्क यानि रायल्टी जमा न करने पर ईंट-भट्ठों पर खनन विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है।कोतवाली क्षेत्र के उमरी गांव में रायल्टी बकाए में खनन विभाग ने दो भट्ठों पर खनन एवं ईंट निर्माण का कार्य रोक दिया। विनिमय शुल्क जमा न होने पर विधिक कार्रवाई की चेतावनी दिया।जिले में वैसे तो 150 ईंट भट्ठा संचालित हैं। कुछ संचालक समय से जरूरी भुगतान को कर देते हैं, लेकिन कई लापरवाही बरतते हैं। मनमानी तरीके से बगैर प्रदूषण प्रमाण पत्र लिए संचालित किए जा रहे तमाम ईंट भट्ठे पर्यावरण में जहर तो घोल ही रहे हैं साथ ही संचालक राजस्व को भी चपत लगाने में पीछे नहीं हट रहे हैं।
बेधड़क मिट्टी का खनन कर ईंट बनाने का व्यवसाय किया जा रहा है, लेकिन रायल्टी जमा करने में रूचि नहीं ली जा रही है। वर्ष 2022-23 में 80 लाख रुपये की रायल्टी की अदायगी न करने पर खनन विभाग ने सितंबर-अक्तूबर में 72 ईंट भट्ठा संचालकों को नोटिस जारी किया। 31 दिसंबर तक विनिमय शुल्क जमा करने के लिए समय भी दिया गया, लेकिन अब भी 50 से अधिक भट्ठा संचालकों ने रायल्टी की रकम जमा नहीं की। रविवार को खनन अधिकारी अरविंद कुमार पुलिस बल एवं राजस्य टीम के साथ उमरी के राजपूत ब्रिक्स एवं प्रिंस ईंट उद्योग भट्ठे पर धमके।
उन्होंने बताया कि दोनों संचालकों ने साल 2022 और 2023 की रायल्टी जमा नहीं किया है। जिसको लेकर दोनों भट्ठों पर ईंट पथाई और भट्ठा संचालन कार्य पर रोक लगाया गया है। खनन अधिकारी ने कहा कि 31 दिसंबर तक शुल्क जमा करने का समय दिया गया था। अब भट्ठा संचालकों से बकाया की धनराशि में 18 प्रतिशत वार्षिक ब्याज के साथ लिया जाएगा। उन्होंने अन्य बकाएदार संचालकों से तीन दिन में विनिमय शुल्क जमा करने के लिए कहा। हिदायत दिया कि ऐसा न करने पर विधिक कार्रवाई भी की जाएगी।
Jan 08 2024, 14:52