*अयोध्या में श्री रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा का मुहूर्त का धार्मिक व राजनीतिक प्रभाव: डॉ. कुंदन ज्योतिषी*
भदोही। राम जन्मभूमि अयोध्या में बना भव्य राम मंदिर देश-दुनिया में चर्चा में है. फिलहाल मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों जोरों पर है. इसके लिए 22 जनवरी 2024 की तारीख निर्धारित की गई है।लेकिन खास बात यह है कि, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा केवल 84 सेकंड के सूक्ष्म मुहूर्त में ही की जाएगी. बताया जा रहा है कि, 84 सेकंड का यह मुहूर्त बहुत ही शुभ है जोकि भारत के लिए संजीवनी का काम करेगा। 22 जनवरी 2024 में दोपहर लगभग 12.30 बजे के आसपास अभिजित मुहूर्त में अयोध्या में श्री राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी।
इस मुहूर्त का चमत्कारी प्रभाव धर्म - जगत व राजनीतिक जगत दोनों में देखने को मिलेगा। साथ ही पूरी दुनिया पर इस प्रभाव भविष्य में पड़ेगा। मुहूर्त कुंडली में मेष लग्न है जहां धर्म भाव का स्वामी गुरु अपनी मित्र राशि में बैठा है। और लग्न का स्वामी मंगल भाग्य भाव में बैठकर गुरु के साथ स्थान परिवर्तन योग बना रहा है। साथ ही गुरु से दृष्ट है एवं बुध एवं शुक्र जैसे शुभ ग्रहों से भाग्यभाव में ही युति कर रहा है। जिसके प्रभाव से यह मुहुर्त धर्म जगत के लिए संजीवनी का काम करेगा। पूरे विश्व में हिंदू धर्म में एक बार से आने वाले समय में अपने पुरानी ऊंचाईयों को प्राप्त करेगा।
भदोही जिले में गोपीगंज नगर के जोगिनका गांव के निवासी डॉ कुंदन ज्योतिषी ने कही उन्होंने बताया कि छठें भाव का केतु व बाहरवें भाव का राहु विरोधी व विपक्षियों परास्त करेगा। किंतु बारहवें भाव के राहु पर मंगल की दृष्टि विदेशी आतंकवादी घटनाएं बढ़ाएगी। साथ ही गुरू पर शनि की दृष्टि अपने ही देश में विरोध व संघर्ष बढ़ाएगी। अतः सावधानी सुरक्षा अनिवार्य है।
ग्रहों के शुभ प्रभाव से विरोधी व शत्रु अपने मनसूबे में कामयाब नहीं हो पाएंगे। धर्म भाव में चतुर्थेश चंद्रमा उच्च का होने से मंदिर प्रशासन को धन व भौतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं रहेगी। लग्न उच्चेश व पंचमेश सूर्य दशम् भाव में सूर्यकृत राजयोग की सृष्टि कर रहा है। जिसकी वजह से सत्ताधारी राजनौतिक पार्टी जिसके द्वारा यह मुहुर्त जिस वर्ष संपन्न होगा उस वर्ष उस पार्टी को लोकसभा के चुनाव में भारी बढ़त मिलेगी व पुनः उसके हाथों में नई सरकार की कमान आएंगी।
Jan 08 2024, 14:51