*नए कानून के विरोध में मुरादाबाद में भी सड़कों पर उतरे प्राइवेट और रोडवेज बस चालक*
प्रशान्त शर्मा
मुरादाबाद- नए कानून के विरोध में मुरादाबाद जनपद में भी चालकों का आंदोलन तेज हो गया है, चालकों ने नए कानून को वापस लेने की मांग उठाई है,अपनी मांग पूरी न होने तक चालकों ने हड़ताल का भी ऐलान कर दिया है, प्राइवेट चालकों के साथ ही रोडवेज चालक भी इस नए कानून के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। रोडवेज चालकों ने भी हड़ताल कर अपना विरोध जताया है।
नववर्ष के पहले दिन रोडवेज और प्राइवेट बस चालको की हड़ताल के चलते यात्री परेशान रहे, रोडवेज विभाग के अधिकारियों के द्वारा चालकों से वार्ता भी की गई, मगर कोई भी नतीजा नहीं निकला। वही मुरादाबाद में प्राइवेट बस चालको ने भी हड़ताल कर इस नए कानून का विरोध जताया है। प्राइवेट और सरकारी बसों की हड़ताल के चलते नव वर्ष के पहले दिन यात्रियों को परेशानियों से जूझना पड़ा।
शहर के रामपुर रोड स्थित काशीपुर बस अड्डे पर बसों को रोकने के उपरांत ड्राइवर संगठन द्वारा हड़ताल का ऐलान किया गया, और कहा गया की सरकार द्वारा एक काला कानून लाया जा रहा है, इस कानून के द्वारा सभी ड्राइवर लोग परेशान हो जाएंगे। कानून बनाते समय सरकार द्वारा ड्राइवर के हितों को ध्यान में नहीं रखा गया है, जबकि दुर्घटना कोई जान बूझ कर नहीं होती, सड़क हादसों की वजह कुछ और ही होती है, अगर उसकी सजा सिर्फ ड्राइवर को मिलेगी तो फिर ड्राइवर का परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएगा । ट्रक ड्राइवर और बस ड्राइवर संगठन द्वारा अपना विरोध दर्ज कराया गया है, और इस काले कानून को वापस लेने की मांग भी उनके द्वारा उठाई गई है।
बता दें कि नए कानून में सड़क हादसा होने पर आरोपी वाहन चालक को दस साल की सजा और पांच लाख रुपये का जुर्माने का प्रावधान है।इसलिए चालक नए कानून का लगातार विरोध कर रहे हैं।
Jan 06 2024, 16:34