*कथा व्यास पंडित धर्मदत्त वाजपेई ने श्रीमद् भागवत कथा को बताया परम मोक्षदायनी*
सीतापुर- क्षेत्र के प्रसिद्ध बरम बाबा देवस्थान पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा में कथा व्यास पंडित धर्मदत्त वाजपेई ने श्रीमद् भागवत कथा को परम मोक्षदायनी बताते हुए कहा कि, इस कलिकाल में श्रीमद् भागवत कथा समस्त दुखों को नष्ट करने वाली है, उन्होंने श्रीमद् भागवत कथा के महात्म्य का वर्णन करते हुए कहा कि, श्रीमद् भागवत कथा जिस स्थान पर होती है वह स्थान मंदिर का रूप ले लेता है और इसको कराने वाला, व श्रवण करने वाला सभी को प्रभु की कृपा प्राप्त होती है।
शनिवार को कथा व्यास ने श्रीमद् भागवत कथा की अमृत वर्षा करते हुए भगवान ब्रह्मा के द्वारा भगवान श्री कृष्ण की परीक्षा की कथा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जब ब्रह्मा जी को पता चला कि भगवान विष्णु ने पृथ्वी पर श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लिया है तो वो उनके दर्शन करने को आतुर हो गए और वह ब्रह्मलोक से सीधा पृथ्वी पर आ गए। जहां पर उन्होंने मोर मुकुट को अपने सिर पर धारण किए एक बालक को देखा। यह बालक गायों और ग्वालों के साथ मिट्टी में खेल रहा था। यह सब देख ब्रह्मा जी को लगा कि यह बालक विष्णु जी का अवतार कैसे हो सकता है। लेकिन बच्चे के चेहरे पर जो तेज था यह देख ब्रह्मा जी ने श्री कृष्ण की परीक्षा लेने का विचार किया, परंतु भगवान श्री कृष्ण की अद्भुत लीलाओं को देखकर उन्होंने भगवान श्री कृष्ण से अपने असली रूप में दर्शन देने की प्रार्थना की, कथा व्यास ने भगवान श्री कृष्ण के द्वारा विराट दर्शन की कथा का वर्णन किया गया।
Jan 06 2024, 16:29