*आईजीआरएस 83.8 फीसदी शिकायतों का निस्तारण पर रैकिंग पिछड़ी भदोही*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। मुख्यमंत्री शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) की ताजा जारी रैकिंग में भदोही को 51 स्थान नीचे खिसक गई है। हालांकि शिकायतों के निस्तारण जिले को 130 में 108 अंक मिले हैं और 83.8 फीसदी शिकायतों का निस्तारण भी हुआ है, लेकिन कालीन नगरी अंकों के मामले पिछड़ गई है।
दिसंबर माह की जारी रैकिंग में भदोही को 59वां रैंक मिला है। नवंबर माह की रैकिंग में भदोही टॉपटेन में शामिल थी।लोगों की समस्याओं का प्रमुखता से निस्तारण किए जाने और उन्हें त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से शासन स्तर से मुख्यमंत्री शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) पोर्टल लांच किया गया।
जिस पर कोई भी फरियादी अपनी आनलाइन शिकायत दर्ज करा सकता है। जिसकी माॅनीटरिंग शासन स्तर से की जाती है। पोर्टल पर यह भी सुविधा है कि फरियादी अगर शिकायत के निस्तारण से संतुष्ट नहीं है तो दोबारा शिकायत दर्ज करा सकता है।
आईजीआरएस पर आने वाली शिकायतों का गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण हो सके और लोगों को त्वरित न्याय मिल सके। इसको लेकर जिलाधिकारी गौरांग राठी बेहद गंभीर हैं। इसी कड़ी में उन्होंने असंतुष्ट शिकायतों के निस्तारण के लिए जनसंवाद दिवस का अभिनव प्रयोग भी किया।
जिसके तहत हर बृहस्पतिवार को सभी विभागीय अधिकारी अपने-अपने विभागों के असंतुष्ट शिकायतों का निस्तारण करते हैं। इन सब प्रयासों की देन है कि जिले में आईजीआरएस की स्थिति लगातार बेहतर होती रही।
नवंबर माह में जिला टॉप टेन में प्रवेश करते हुए आठवें स्थान पर रहा, लेकिन दिसंबर माह की जारी ताजा रैकिंग में भदोही को बड़ा नुकसान हुआ और जिला 59वें स्थान पर पहुंच गया है। वहीं बात करें मंडल स्तर की तो यहां भी भदोही की स्थिति काफी अच्छी नहीं है। मंडल में मिर्जापुर को 115 और सोनभद्र को 112 अंक प्राप्त हुआ है।
आईजीआरएस की ताजा रैकिंग के बाद जिलाधिकारी गौरांग राठी ने नाराजगी जतायी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि शिकायतों के निस्तारण में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। इसकी समीक्षा की जाएगी और शत प्रतिशत निस्तारण सुनिश्चित किया जाएगा।
आईजीआरएस की फीडबैक प्रक्रिया में संशोधन
शासन की ओर से आईजीआरएस की फीडबैक की प्रक्रिया में संशोधन कर दिया गया है। जिसमें अधीनस्थ अधिकारी की आख्या केवल एक बार वापस होगी। वहीं तीन माह के संदर्भ का श्रेणीकरण किया जाएगा। साथ ही फीडबैक प्राप्त होने पर अगर अधिकारी द्वारा दोबारा वहीं आख्या लगाई जाती है तो संबंधित अधिकारी से जवाब भी मांगा जाएगा। इससे आईजीआरएस की शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हो सकेगा।
Jan 06 2024, 16:27