*नगर विकास मंत्री से मिले भाजपा के वरिष्ठ नेता नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि नीलमणि, नगर विकास पर हुई चर्चा*

रमेश दूबे

संत कबीर नगर जनपद के धनघटा विधानसभा से विधानसभा के प्रत्याशी रह चुके वरिष्ठ भाजपा नेता नगर पंचायत अध्यक्ष हैसर धनघटा के प्रतिनिधि नीलमणि नगर विकास मंत्री एके शर्मा से मुलाकात की ।

नगर विकास मंत्री से मुलाकात के दौरान भाजपा नेता ने नव सृजित नगर पंचायत हैसर बाजार धनघटा के विकास पर चर्चा की। विकास संबंधित तमाम योजनाओं पर वार्ता की ।

जानकारी के लिए बता दें नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि नगर पंचायत के विकास के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं।

इसी कड़ी में नगर विकास मंत्री से उनकी मुलाकात को जोड़कर देखा जा रहा है ।

आने वाले दिनों में निश्चित ही इसका लाभ नगर पंचायत हैसर बाजार धनघटा को मिलने जा रहा है।

*धन उगाही में माहिर सिपाही व दरोगा को थाना प्रभारी नहीं कर रही कार्य मुक्त*

मनोज त्रिवेदी

जगतपुर,रायबरेली।क्षेत्र में लगातार अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। कहीं चोरी कहीं लूटपाट कहीं मारपीट वह महिला अपराध की बाढ़ सी आ गई है। पुलिसकर्मी अपराध को रोकने के बजाय धनउगाही में लगे हुए हैं। यहां तक की महिला अपराधों में पुलिस जबरन सुलह समझौता करा कर मोटी रकम वसूल लेती है।

जगतपुर थाना क्षेत्र के टिकरिया में 14 नवंबर की रात अज्ञात चोरों ने भाजपा नेता सुभाष सिंह सहित चार घरों में नगदी समेत सोने चांदी का जेवरात पार कर दिया था। तथा उसके बाद 2 दिसंबर को भीख गांव में व रोशन पाल के यहां अज्ञात चोरों ने सोने चांदी का जेवरात व नगदी पार कर दिया था ।

तथा जून माह में सुल्तानपुर जनौली में सिपाही के घर करोड़ों रुपए की चोरी हुई थी। इसके साथ ही थाना क्षेत्र में थाना क्षेत्र में बाइक चोरी साइकिल चोरी डीजल इंजन चोरी बैटरी चोरी जैसी घटनाएं आम बात हो गई हैं। पुलिस इन घटनाओं को रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है। स्थानीय लोगों की माने तो पुलिस अवैध खनन हरे पेड़ों की कटाई तथा थानों में सुलह समझौता पर मोटी रकम वसूल रही है।

जिसको लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों ने पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी से मिलकर स्थानांतरित हुए दरोगा व सिपाहियों को कार्य मुक्त करने के लिए शिकायत की थी ।जिसको लेकर पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से जगतपुर थाना अध्यक्ष बबिता पटेल को निर्देशित किया था। स्थानांतरित हुए दरोगा व सिपाहियों को कार्य मुक्त किया जाए एवं अपराध के रोकथाम के लिए शक्त निर्देश दिए थे। लेकिन उसके बावजूद भी दरोगा व सिपाही थानेदार के खासमखास बने हैं।

पुलिस अधीक्षक को झूठा आश्वासन देकर थाना प्रभारी गुमराह कर रही है। वही क्षेत्र की जनता सिपाही दरोगाओं की वसूली से अजिज हो गई है। वहीं तक की दरोगा ने तो जमीनी विवाद में भी दखल देना शुरू कर दिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी कुछ दिन पूर्व पुलिस ने एक जमीनी मामले में मामले को निपटने के लिए₹50000 लिए तथा महिला संबंधी दुष्कर्म जैसी जघन्य घटनाओं को चालिस से पचास हजार लेकर मामले को रफा दफा कर देती है। पुलिस की इस कार्य प्रणाली को लेकर क्षेत्रीय लोगों में नाराजगी तथा चर्चा का विषय बना जगतपुर के थाने के सिपाही व दरोगा।

जगतपुर के स्थानीय जनप्रतिनिधि जिला पंचायत सदस्य राकेश सिंह राना ने बताया है। कि दारोगा व सिपाहियों द्वारा लगातार क्षेत्रीय जनता को परेशान किया जा रहा है। और उनसे मोटी रकम वसूली की जाती है। जिसको लेकर स्थानांतरित दरोगा अगर शीघ्र कार्य मुक्त नहीं हुई तो इसके लिए एसपी ऑफिस में प्रदर्शन किया जाएगा।

थानेदार बबिता पटेल से बात की गई तो उन्होंने बताया है। कि जिसको जो खबर लिखना है। लिखे हम अपनी मर्जी से कार्य मुक्त करेंगे कोई कुछ नहीं कर सकता किसी का आदेश मेरे लिए मायने नहीं रखता।

*भगवंतपुर चंदनिहा से शुरू हुआ था आन्दोलन का आगाज,अवध प्रांत के किसानों का लगा था जमावड़ा*

दुर्गेश मिश्र

रायबरेली। शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशा होगा। वर्षो पहले 7 जनवरी 2021 रायबरेली के इतिहास में अमिट छाप बनाए हुए है, क्योंकि 7 जनवरी को रायबरेली में किसानों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई गईं। जो मुंशीगंज गोलीकाण्ड के नाम से चर्चित है।

यूं तो आन्दोलन बहुत से हुए लेकिन रायबरेली किसान आन्दोलन (मुंशीगंज गोली काण्ड) ने वर्ष 1921 में अंग्रजों के साम्राज्य के ताबूत में कील ठोकने का काम किया था। इस किसान आंदोलन की कड़ियाँ दीनशाह गौरा विकास खण्ड के भगवंतपुर चंदनिहा गांव से जुड़ी हैं।

किसानों पर हो रहा अत्याचार बना आन्दोलन की नींव

गौरतलब है की इस गांव के तालुकेदार त्रिभुवन बहादुर सिंह के अत्याचारों से त्रस्त होकर पूरे खुशिवाल मजुरे भगवंतपुर चंदनिहा निवासी पं. अमोल शर्मा के नेतृत्व में 5 जनवरी सन् 1921 को भगवंतपुर चंदनिहा में किसानों की बैठक की गई। जहां नाराज किसानों ने तालुकेदार त्रिभुवन बहादुर सिंह के महल को घेर लिया।

हजारों की संख्या में किसानों से घिरे महल को देख भयभीत तालुकेदार ने इसकी सूचना तत्कालीन जिलाधिकारी ए.जी, शैरिफ को दी।

जिस पर जिलाधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और किसान सभा के नेताओं में अवधप्रांत के अग्रणी पं. अमोल शर्मा, बाबा जानकीदास व बद्री नारायण सिंह को समझौते के लिए महल के अंदर बुलवाया और वहीं से गिरफ्तार कर रायबरेली जेल भेजदिया गया, जहां से उन्हें तत्काल लखनऊ भेज दिया गया। इस समय किसानों को अपना योगदान देने वाला बाबा रामचंद्र नही थे। फिर भी किसान अपने लोकप्रिय नेताओं को छुड़ाने के लिए रायबरेली की ओर पैदल ही चल पड़े और 6 जनवरी की शाम मुंशीगंज पहुंच गए।

मुंशीगंज पुल पर ही अंग्रेज हुकूमत ने रोका था किसानों को

अपने लोकप्रिय नेताओ की गिरफ्तारी की खबर आग की तरह अवध प्रांत में फैल चुकी थी। जिसने भी सुना वह रायबरेली की ओर कूच कर गया।चारो ओर से मजदूर किसान रायबरेली आना शुरू हो गए।

रायबरेली को चारो ओर से घिरता देख बौखलाए तत्कालीन डीएम ने इन सबको रोकने का प्रयास शुरु कर दिया।इसके लिए बैलगाड़ियों को मुंशीगंज पुल के रास्ते में लगा कर रास्ते को जाम कर दिया गया। किसानों की भीड़ के उग्र रूप को देखकर अंग्रेज पुलिस ने किसानों को सई नदी पर ही रोक दिया।

इसकी सूचना मारतण्ड वैद्य ने पं. मोतीलाल नेहरू को तार भेज कर दी।

उन्होंने इस घटना से अवगत कराते हुए उनसे यहां आने का आग्रह भी किया। उनकी अनुपस्थित में यह तार पं. जवाहर लाल नेहरू को मिला और वह तुरंत चल पड़े।

सरदार वीर पाल सिंह ने चला दी थी किसान पर गोली

7 जनवरी 1921 की सुबह एक सरदार बीरपाल सिंह की गोली का शिकार एक किसान हुआ।यह किसान बदलू गौड़ जैसे ही जमीन पर गिरा मानो इस घटना को ही जैसे अंग्रेजों ने एक आदेश की तरह माना।

इसी के साथ ही अंग्रेजों ने निहत्थे किसानों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। इस गोलीबारी में सड़क से लेकर पूरी सई नदी तक का पानी किसानों के खून से लाल हो गया।

इधर गोली बारी शुरु हो चुकी थी।उधर मुंशीगंज पहुंच रहे श्री नेहरू को रायबरेली में ही रोक लिया गया। इस गोली काण्ड में हजारों किसान शहीद हो गए। उधर पकड़े गए किसानों को 100 रुपए का अर्थदण्ड व छह माह की सश्रम सजा सुनाई गई।

अनवरत जारी है जलांजलि का सिलसिला

इसी गोली काण्ड की याद मे प्रतिवर्ष 7 जनवरी को किसानों के पुरोधा पं. अमोल शर्मा भगवंतपुर चंदनिहा गंगा घाट से जल लेकर शहीदो को नमन करने आते थे।

उसके बाद वर्ष 1998 से इस जलांजलि की परंपरा को उनके दत्तक पौत्र शिवबाबू शुक्ला ने आरंभ किया वह बताते है की बाबा की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने कुछ बुजुर्गों के साथ पैदल यह यात्रा आरंभ की थी। इसी तरह वर्ष 2000 में साइकिल व वर्ष2001से 2004 तक टैक्टर से पहुंचे।2005 से जिला प्रशासन की ओर से एक बस मुहैया करवाई गई जो अब भी जारी है।

*दिन में बिजली न मिलने से गेहूं की सिंचाई भी हो रही बाधित*

रायबरेली। बिजली विभाग द्वारा बनाया गया रोस्टर जारी किया गया है जिसको लेकर किसानों में आक्रोश व्याप्त है ।किसान रात में सिंचाई करने के लिए मजबूर है वहीं छोटे उद्योग धंधे भी प्रभावित हो रहे हैं।

बिजली विभाग ने एक जनवरी से 31 जनवरी तक जो रोस्टर बनाया है। उसमें शाम 5 बजे से लेकर सुबह 9 बजे तक एवं दोपहर में 12 से 2 तक बिजली आपूर्ति होनी है, लेकिन जो भी आपूर्ति मिल रही है वह लोकल फाल्ट की भेंट चल रही है।

जबकि रबी की सीजन में गेहूं की सिंचाई के लिए किसानों को दिन में बिजली की आवश्यकता ज्यादा पड़ती है,लेकिन नए रोस्टर के अनुसार दिन को बिजली नहीं मिलने पर किसान सर्द भरी रातों में सिंचाई करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।

वहीं विभाग भी सूत्रों की माने तो कंट्रोल डिविजन रोस्टर का निर्धारण करता है। ऐसा रोस्टर निर्धारण किया जाता है जिससे बिजली कम से कम खपत हो। बिजली विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का कहना है कि दिन में बिजली न रहने पर उनको भी काम करने में समस्या आ रही है। ओटीएस योजना का काम करने के लिए भी बिजली की आवश्यकता पड़ेगी।मीटर रीडिंग करने वाले कर्मचारी भी बताते हैं कि बिजली दिन में न मिलने उपभोक्ताओं के बिल नहीं बन पा रहे हैं।

किसान राधेश्याम ,बद्री विशाल द्विवेदी, विनोद द्विवेदी,सूरज तिवारी ,कैलाश नाथ, कृष्ण कुमार आदि ने बताया कि इस समय किसानों को दिन में सिंचाई के लिए बिजली चाहिए लेकिन दिन में बिजली नहीं मिलती जो बिजली मिलती भी है वह लोकल फाल्ट की भेंट चढ़ रही है। ऐसे में हम लोगों को मजबूरन रात में सर्द भरी रातों में सिंचाई करनी पड़ रही है जिसके कारण कई किसानों को ठंड के कारण बीमार भी पड़ रहे हैं अधिकारियों से रोस्टर बदलवाने के लिए अनुरोध किया गया लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।

क्या बोले जिम्मेदार

रोस्टर का निर्धारण कंट्रोल डिवीजन करता है हर महीने रोस्टर बदलता रहता है किसानों को बिजली दिन में बिजली दिलाने के लिए पत्र लिखा गया है जल्दी रोस्टर में बदलाव हो जाएगा

रामकुमार अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल द्वितीय

सेवा अस्माकम धर्मः चैरिटेबल ट्रस्ट व यूनीक समाज सेवा संस्थान का कैंसर जन चेतना व कंबल वितरण शिविर आयोजित

रायबरेली।रविवार को वेला भेला उत्तर पारा रायबरेली में विशाल कैंसर जनचेतना व 8वां कंबल वितरण शिविर का आयोजन सेवा अस्माकम धर्मः चैरिटेबल ट्रस्ट व यूनीक समाज सेवा संस्थान द्वारा हुआ।

जिसमें कड़ाके की सर्दी में निर्धन, बेसहारा, और पीड़ित लोग जो बुनियादी ज़रूरतें भी पूरी कर पाने में सक्षम नहीं हैं उन्हें शिविर लगाकर निःशुल्क कम्बल वितरित किया गया ताकि सर्दी के भयावह प्रकोप से बेसहारा लोगों को राहत मिल सके।

कार्यक्रम में कैंसर को लेकर लोगों को जागरूक किया गया और साथ ही वृद्धों की सेवा को लेकर संस्थापक लवलेश जी ने लोगों जागरूक किया कार्यक्रम में संस्था के संस्थापक लवलेश कुमार अध्यक्ष राहुल कुमार, कोषाध्यक्ष पंकज, विनोद, संरक्षक रामप्रताप, नवल किशोर, संजय, अभिषेक, संदीप, अजय, राजेंद्र, राहुल, प्रियंका, ज्योति, उमेश चंद्र, हरिशचंद्र और यूनीक समाज सेवा संस्थान के सभी सदस्य व स्वयं सेवी की मौजूदगी में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ l

*अन्य देशों में भी जीवंत कराएंगे आचार्य की स्मृतियां : मंजु मिश्रा समारोह*

रायबरेली। आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति संरक्षण अभियान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर पहचान दिलाने के लिए अमेरिका इकाई की अध्यक्ष श्रीमती मंजु मिश्रा एवं निफ्ट के निवर्तमान निदेशक डॉ भारत साह का अभिनंदन किया गया। उन्होंने आचार्य जी की स्मृतियों को वैश्विक स्तर पर और अधिक बढ़ाने तथा हिंदी का प्रचार-प्रसार करने का संकल्प व्यक्त किया।

श्रीमती मिश्रा ने कहा कि आचार्य द्विवेदी का आधुनिक हिंदी साहित्य में अद्भुत योगदान है। स्थान दौलतपुर को सरकारों को राष्ट्रीय स्मारक के रूप में विकसित करना चाहिए ताकि भावी पीढ़ियां प्रेरणा ग्रहण कर सकें। डॉ साह ने कहा कि देश में हिंदी को बाबा दिए जाने की जरूरत है। हिंदी उन्नति के बिना हिंदुस्तान मजबूत नहीं होगा।

संयोजक गौरव अवस्थी, सह संयोजक विनय द्विवेदी, अध्यक्ष विनोद शुक्ल, महामंत्री अनिल मिश्र ने श्रीमती मिश्रा और डॉ साह के अभियान में दिए गए योगदान पर प्रकाश डाला। श्रीमती मिश्रा, उनके पति सुधीर कुलकर्णी, इला कुलकर्णी, शिवानी और श्वेता का बुके, बुक और स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया। इसी क्रम में डॉ साह, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती आभा साह, बेटे कुशाग्र और प्रखर का भी अभिनंदन किया गया।

इस मौके पर ग्रामीण बैंक कर्मचारी कल्याण परिषद के संरक्षक विनोद शुक्ला, रोटरी क्लब अध्यक्ष राकेश कक्कड़, स्वतंत्रता सेनानी आश्रित संगठन के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार मिश्र, डॉ सुशील चंद्र मिश्र, डॉ राकेश तिवारी, राजीव भार्गव, धर्मेंद्र तिवारी, राकेश मोहन मिश्रा, कृष्ण मनोहर मिश्र, करुणा शंकर मिश्रा, अमित सिंह, यादवेन्द्र प्रताप सिंह, सुधीर द्विवेदी, स्वतंत्र पांडेय, डॉ निशांत मिश्र, अभिषेक मिश्रा, श्रीमती मधु कक्कड़, प्राची मिश्रा, राजेश द्विवेदी, नीलेश मिश्रा, इंदु मिश्रा, प्रिया पांडेय, मौजूद रहीं। आभार डॉ विवेक यादव ने व्यक्त किया।

दो वर्ष पहले अमेरिका इकाई की कमान संभाली

वर्ष 2017 में आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी युग प्रेरक सम्मान से सम्मानित श्रीमती मंजु मिश्रा कैलीफोर्निया में हिंदी का प्रचार-प्रसार करती है। उन्होंने 2 वर्ष पहले आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी राष्ट्रीय स्मारक समिति की अमेरिका इकाई की कमान संभाली थी। अमेरिका इकाई अब तक एक दर्जन से अधिक ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित कर चुकी है। इन कार्यक्रमों में देश और विदेश के हिंदी के विद्वानों ने हिंदी भाषा के स्वरूप और आचार्य द्विवेदी के योगदान पर अपने महत्वपूर्ण व्याख्यान दिए।

प्रेमचंद द्वारा संपादित विज्ञान वार्ता पुनर्प्रकाशित कराई

कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद ने आचार्य द्विवेदी द्वारा सरस्वती में विज्ञान और तकनीक पर लिखे गए लिखो का संग्रह विज्ञान वार्ता शीर्षक से 1930 में अपने संपादन में प्रकाशित किया था। निफ्ट के निवर्तमान निदेशक डॉ भारत साह ने समिति के अनुरोध पर विज्ञान वार्ता पुस्तक का पुनर प्रकाशन अपने निजी खर्चे से कराया। इसके अतिरिक्त भी उन्होंने आचार्य द्विवेदी स्मृति संरक्षण अभियान को कई प्रकार का सहयोग दिया।

डीएवी पब्लिक स्कूल में वार्षिक उत्सव का हुआ आयोजन

रायबरेली।एनटीपीसी ऊंचाहार स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के अवसर पर विद्यालय का वार्षिकोत्सव यूफोरिया का आयोजन किया गया।

 वैदिक परंपरा के अनुसार हवन के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में एनटीपीसी परियोजना के प्रमुख मनप्रीत सिंह छाबड़ा रहे। गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में तरुणा छाबड़ा अध्यक्षा प्रियदर्शिनी क्लब एवम विशिष्ट अतिथि के रूप में 

राजेश कुमार महाप्रबंधक परिचालन एन टी पी सी, स्नेहा त्रिपाठी प्रबंधक मानव संसाधन, एव बालकृष्ण प्रधानाचार्य सरस्वती विद्या मंदिर रहे।

 प्रधानाचार्य ने मुख्य अतिथि और अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया ।कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि एवम अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके की गई।डी ए वी के छात्रों ने गणेश वंदना की अद्भुत प्रस्तुति दी गई। इसके पश्चात विद्यालय के नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा बहुत सुंदर नृत्य प्रस्तुत किए गए दयानंद सरस्वती की संपूर्ण जीवन चरित्र को दयानंद कथा के द्वारा प्रस्तुत किया गया राजस्थानी मिट्टी की महक को लिए हुए कालबेलिया डांस प्रस्तुत किया।

 इसके पश्चात मोबाइल के दुष्परिणामों को प्रस्तुत करते हुए बच्चों ने माइम एक्ट प्रस्तुत किया तत्पश्चात पुराने और नए गानों का फ्यूजन डांस प्रस्तुत किया। अगली प्रस्तुति में हमारी संस्कृति और संस्कार विषय पर एक रामायण नाटिका प्रस्तुत की गई। इसके बाद विद्यालय के होनहार छात्रों द्वारा म्यूजिकल योग की अद्भुत प्रस्तुति दी गई जिसे सभी ने खूब सराहा।

सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों को दिखाते हुए एक अंग्रेजी नाटक प्रस्तुत किया गया फिर भारत के भिन्न-भिन्न प्रदेशों की झलकियां को लेते हुए अतुल्य भारत कार्यक्रम को प्रस्तुत किया गया। पंजाब की मिट्टी की महक को लिए हुए कक्षा 11 के छात्रों द्वारा बहुत ही सुंदर भांगड़ा नृत्य हुआ। नए वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए बच्चों ने एक बहुत ही सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया।

सुर संगम के माध्यम से सूफी संगीत को पेश करके जैसे वहां बैठे हर दर्शक को झूमने पर मजबूर कर दिया। प्रधानाचार्य ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि किस प्रकार से विद्यालय दिन प्रतिदिन प्रगति के मार्ग पर चल रहा है।

 मुख्य अतिथि ने पूरे कार्यक्रम की सराहना करते हुए भविष्य में विद्यालय के विकास के लिए हर संभव सहयोग करने की बात कही । इस अवसर पर लता सिंह प्रधानाचार्या डी ए वी कोरवा अमेठी एवम सभी शिक्षक शिक्षिकाए उपस्थित रहे।

पत्रकार वीरेंद्र सिंह की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

रायबरेली। पत्रकारों के बीच में ताऊ जी के नाम से मशहूर रहे वीरेंद्र सिंह की स्मृति में गुरूवार को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन रायबरेली क्लब में किया गया। रायबरेली मीडिया क्लब की तरफ से आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पत्रकार, समाजसेवी, शिक्षाविद्, राजनेता ने पहुंचकर स्वगीर्य वीरेंद्र सिंह की चित्र पर पुष्प अर्पित करके उनको याद किया।

प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने उनको याद करते हुए कहा कि उनकी सोच को आगे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में वीरेंद्र सिंह का कोई सानिध्य नहीं था। मेरी तरफ से परिवार को जो भी आवश्यकता होगी वह करने का प्रयास करूंगा।

राणा बेनी माधव स्मारक समिति के अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह ने कहा कि वीरेंद्र जी का जैसा नेचर था, उसको कभी भुलाया नहीं जा सकता है। शिक्षाविद डाॅ शशिकांत शर्मा ने कहा कि परिवार के साथ हम हैं और आगे भी रहेंगे। समाजसेवी महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि उनके कामों को देखते हुए कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है।

पत्रकार गौरव अवस्थी ने कहा कि वीरेंद्र सिंह का जाना हमारी बिरादरी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनका स्वभाव और नेचर बहुत ही अच्छा था। जितेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि खबरों का इंट्रो बनाना और उसको लिखने की कला बहुत ही बेहतर थी। शिव प्रसाद ने कहा कि दादा की खबरों की पकड़ और तथ्य हम लोगों के लिए रिसचर् का पेपर रहता था। उनकी खबर पूरी तथ्यों के साथ में लिखी जाती है।

शिक्षक श्याम सुंदर पाण्डेय ने कहा कि दादा की खबरों को लेकर सजगता और उनका सूत्र बहुत ही मजबूत रहता था। पत्रकार अनुज अवस्थी ने उनके साथ किए गए कामों को याद करते हुए कैफी आजमी का षेर पढ़ा यूं तो सदा दहर में रहने आता नहीं कोई, जैसे आप गए हो वैसे भी जाता नहीं कोई... करते हुए उनको याद किया। कायर्क्रम का संचालन हरीषानन्द मिश्र ने किया।

स्वर्गीय वीरेंद्र सिंह को श्रद्धाजंलि देने के लिए मीडिया क्लब के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह, राजपाल सिंह, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष बीके शुक्ला, नगरपालिका अध्यक्ष शत्रोहन सोनकर, सभासद एसपी सिंह, सुनील श्रीवास्तव, गुरजीत सिंह तनेजा, बलजीत सिंह मोंगा, रोहित मिश्रा, अखिल श्रीवास्तव, हीरालाल कनौजिया, पिंकू शुक्ला, बृजेंद्र शरण गांधी, विजय रस्तोगी, अनिल मिश्रा, पूनम तिवारी, एडवोकेट नागेंद्र सिंह, ओम सिंह, राजेश शुक्ला, बब्लू त्रिवेदी, उपेंद्र सिंह, दिवाकर सिंह, शशांक पटेल, उमेश सिंह, रजनीश सिंह, उमेश प्रताप सिंह, गोविंद चैहान, राजीव षाडंगी, आदित्य बाजपेई, रामजी श्रीवास्तव, रवि श्रीवास्तव, बृजेश कुमार त्रिपाठी, धीरेंद्र कुमार, नीलम यादव, बबलू सिंह, धीरज श्रीवास्तव, दुर्गेश मिश्रा, संदीप पाण्डेय, अभय सिंह, सुशील सिंह आदि उपस्थित रहे।

*मीनू के विपरीत खाना बनाने का लगाया आरोप, वीडियो वायरल*

रायबरेली।शिवगढ़ के उच्च प्राथमिक विद्यालय दहिगवा में गुटबंदी के चलते शिक्षकों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।गुरुवार दोपहर उस समय विद्यालय में हड़कंप मच गया जब 112 पुलिस पहुंच गई l

अनुदेशक देवेंद्र प्रताप सिंह ने इंचार्ज प्रधानाध्यापिका तारा वर्मा पर मीनू के विपरीत रोटी दाल की जगह दाल चावल बनवाने का आरोप लगाया कहा बच्चों को दाल चावल खिला दिया और खुद के लिए स्पेशल सब्जी रोटी बनवा ली।बच्चों के विरोध पर रोटियां फिकवा दिया।

आरोप लगाया कि रसोईया रीता यादव से प्रअ ने साठ गांठ कर अपने लिए रोटी बनवाई और विरोध पर रसोईया रोटियां फेंक दी और अपने पति को बुलाकर बच्चों को गालियां दिलवाई।वहीं इंचार्ज प्रअ तारा वर्मा ने फोन पर बताया कि गैस लीकेज के कारण गुरुवार को रोटी दाल की जगह दाल चावल बना था l

160 बच्चों के सापेक्ष उपस्थित 100 बच्चों ने खाना खा लिया था l फिर रसोइयों ने रोटी भी बना ली जिसका वीडियो अनुदेशक देवेंद्र प्रताप सिंह ने बनाकर वायरल कर दिया और बच्चों को बहका दिया।विद्यालय पहुंचे रसोइया रीता यादव के पति बृजेश ने अपनी पत्नी को डाट रहा था कि अनुदेशक ने उस पर बच्चों को गालियां देने का आरोप लगाकर भगा दिया और 112 पुलिस बुला ली l

उन्होंने अनुदेशक पर करीब आठ माह से प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया कहा इसकी शिकायत डीएम से करेंगी।मौके पर डायल 112 पुलिस भी पहुंची।

*एमडीएम राशन चोरी के मामले में अब तक नहीं हुई कार्रवाई*

रायबरेली। जिले में शिक्षा महकमे के ज़िम्मेदार सूबे के सीएम व तेज तर्रार जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की किरकिरी कराने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं।

डलमऊ तहसील क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय तेरुखा के बाहर से लगभग एक सप्ताह पूर्व सोशल मीडिया पर कई वीडियो जमकर वायरल हुई जिनमें एक प्रभारी प्रधानाध्यापक विद्यालय से अपनी निजी स्कूटी से एमडीएम का राशन घर ले जा रहे थे।

ग्रामीणों ने गुरु जी को पकड़ कर हंगामा करते हुए राशन चोरी जैसे गम्भीर आरोप लगाये तो आरोपी शिक्षक ने माफी मांगनी शुरू कर दी।आरोपी शिक्षक द्वारा माफी मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो शिक्षा महकमे की जमकर किरकिरी हुई। इतनी किरकिरी के बावजूद खण्ड शिक्षा अधिकारी के के त्रिपाठी का ढुलमुल रवैया भी सामने आया।

अपनी कार्यशैली के कारण अक्सर विवादों में रहजे वाले खण्ड शिक्षा अधिकारी के के त्रिपाठी ने इस मामले में भी विभाग की किरकिरी कराई, छुट्टी स्वीकृत करने का एप बन्द होने के बावजूद आरोपी शिक्षक को छुट्टी पर भेज दिया गया, बीईओ के इस रवैये से विभाग की किरकिरी हो रही है।

ग्रामीणों ने कार्यवाही न होने पर आलाधिकारियों से शिकायत की बात कही है। मामले के बाबत जब बीईओ के के त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आरोपी शिक्षक छुट्टी से वापस आ गए हैं, जांच रिपोर्ट तैयार कर शीघ्र की उच्चाधिकारियों को अग्रेषित की जाएगी, मामला गम्भीर है, कार्यवाही की जाएगी।