*दिन में बिजली न मिलने से गेहूं की सिंचाई भी हो रही बाधित*
रायबरेली। बिजली विभाग द्वारा बनाया गया रोस्टर जारी किया गया है जिसको लेकर किसानों में आक्रोश व्याप्त है ।किसान रात में सिंचाई करने के लिए मजबूर है वहीं छोटे उद्योग धंधे भी प्रभावित हो रहे हैं।
बिजली विभाग ने एक जनवरी से 31 जनवरी तक जो रोस्टर बनाया है। उसमें शाम 5 बजे से लेकर सुबह 9 बजे तक एवं दोपहर में 12 से 2 तक बिजली आपूर्ति होनी है, लेकिन जो भी आपूर्ति मिल रही है वह लोकल फाल्ट की भेंट चल रही है।
जबकि रबी की सीजन में गेहूं की सिंचाई के लिए किसानों को दिन में बिजली की आवश्यकता ज्यादा पड़ती है,लेकिन नए रोस्टर के अनुसार दिन को बिजली नहीं मिलने पर किसान सर्द भरी रातों में सिंचाई करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
वहीं विभाग भी सूत्रों की माने तो कंट्रोल डिविजन रोस्टर का निर्धारण करता है। ऐसा रोस्टर निर्धारण किया जाता है जिससे बिजली कम से कम खपत हो। बिजली विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का कहना है कि दिन में बिजली न रहने पर उनको भी काम करने में समस्या आ रही है। ओटीएस योजना का काम करने के लिए भी बिजली की आवश्यकता पड़ेगी।मीटर रीडिंग करने वाले कर्मचारी भी बताते हैं कि बिजली दिन में न मिलने उपभोक्ताओं के बिल नहीं बन पा रहे हैं।
किसान राधेश्याम ,बद्री विशाल द्विवेदी, विनोद द्विवेदी,सूरज तिवारी ,कैलाश नाथ, कृष्ण कुमार आदि ने बताया कि इस समय किसानों को दिन में सिंचाई के लिए बिजली चाहिए लेकिन दिन में बिजली नहीं मिलती जो बिजली मिलती भी है वह लोकल फाल्ट की भेंट चढ़ रही है। ऐसे में हम लोगों को मजबूरन रात में सर्द भरी रातों में सिंचाई करनी पड़ रही है जिसके कारण कई किसानों को ठंड के कारण बीमार भी पड़ रहे हैं अधिकारियों से रोस्टर बदलवाने के लिए अनुरोध किया गया लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
क्या बोले जिम्मेदार
रोस्टर का निर्धारण कंट्रोल डिवीजन करता है हर महीने रोस्टर बदलता रहता है किसानों को बिजली दिन में बिजली दिलाने के लिए पत्र लिखा गया है जल्दी रोस्टर में बदलाव हो जाएगा
रामकुमार अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल द्वितीय
Jan 04 2024, 19:47