*माला विक्रेताओं की बढ़ी दिक्कत*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।कड़ाके की ठंड में प्रभात बेला पर माला बिक्री करने वालों को दिक्कत बढ़ गई। सिद्धपीठ बाबा हरिहरनाथ मंदिर के पास एक माला विक्रेता कंबल ओढ़े कंपकंपी भरता नजर आए।

हल्की बारिश के बीच सर्द हवा चला तो गलन में अचानक इजाफा हो गया। सुबह माला की बिक्री करने वालों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

*नगरों में दुरूस्त व्यवस्था, ग्रामीण इलाकों में अलाव का इंतजार,नगरों के रैना बसेरों के पर्याप्त इंतजाम, अलाव की व्यवस्था*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही ।जिले में ठंड के बचाव को लेकर पुख्ता इंतजाम का दावा किया जा रहा है लेकिन ग्रामीण इलाकों में अब भी अलाव नहीं जल रहे हैं। सर्द हवाओं के बीच लोग खुद लकड़ी का इंतजाम कर अलाव जला रहे हैं।

नगरीय क्षेत्रों में प्रशासन ने रैनबसेरों का भी प्रबंध किया है और अलाव भी जल रहे हैं।नगरीय क्षेत्रों में तो व्यवस्थाएं काफी अच्छी मिली लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी अलाव के पुख्ता इंतजाम नहीं दिखने को मिले। जिला प्रशासन जिले में 179 जगहों पर अलाव जलाने की दावा कर रहा है।

आठ रैनबसेरों में 160 लोगों के रहने का इंतजाम है। पड़ताल में नगर के क्षेत्रों में प्रमुख जगहों पर अलाव जलते मिले। रैनबसेरों में भी पर्याप्त सुविधाएं देखने को मिलीं। रैनबसेरों में रुकने के पर्याप्त इंतजाम थे लेकिन वहां शरण लेने वाली संख्या कम थी। भदोही, ज्ञानपुर, सुरियावां, नई बाजार, घोसिया, गोपीगंज में रैन बसेराें में बिस्तर, कंबल के अलावा पानी इत्यादि की व्यवस्थाएं दुरुस्त मिली।गोपीगंज नगर में कुछ जगहों पर अलाव जलता मिला लेकिन कई ऐसी भीड़भाड़ वाले इलाकों में अलाव नहीं दिखे।

रेलवे स्टेशन मिर्जापुर रोड, तिलेश्वरनाथ धाम में अलाव नहीं जल रहे थे। शेल्टर होम ज्ञानपुर में 40 बेड है। वहां व्यवस्थाएं दुरूस्त है। ईओ राजेंद्र दूबे ने बताया कि महिला पुरुष के लिए अलग-अलग कमरे में बिस्तर लगाए गए हैं। इसकी निगरानी की जाती है।

भदोही में नगर पालिका ने रेलवे स्टेशन पर रैनबसेरा बनाया है, जो महिला-पुरुषों के लिए पांच-पांच लोगों की क्षमता है। ईओ रविशंकर शुक्ला ने बताया कि इसके अलावा रैन बसेरा के बाहर प्रतिदिन शाम को अलावा जलाया जाता है। जिसका रेलयात्री भी लाभ उठा रहे हैं।

*ठंड में मरीज के साथ रुकने वाले लोगों के लिए की गई व्यवस्था*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में उपचार कराने आने वाले मरीजों के तीमरदारों का अब दिक्कतों का सामाना नहीं करना पड़ेगा। बढ़ते ठंड को देखते हुए चिकित्सालय के मुख्य गेट के बगल में रैन बेसरा बनाया गया है।

जहां पर 20 तीमरदार एक साथ रात गुजार सकते हैं। जिला चिकित्सालय में रोजाना औसतन 800 से 900 मरीजों की ओपीडी होती है। इसके अलावा इमरजेंसी में 40 से 45 मरीज देखे जाते हैं। जरुरत पड़ने पर मरीजों को रोका भी जाता है। ऐसे में उनके साथ जो तीमारदार रूकते हैं। उनकी परेशानी बढ़ जाती है। मरीज के साथ अस्पताल में रात गुजारने वाले लोगों की सहूलियत को ध्यान में रखकर यहां 20 बेड का रैन बसेरा बनाया गया है।

सीएमएस डॉ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि मुख्य गेट के बलग में 20 तीमरदारों को रात गुजारने के लिए रैन बसेरा बनाया गया है। यह रैन बसेरा ऊपर से छाजनदार है, तीन साइड से घिरा है। सामने की ओर खुला है, जो टाइल्सयुक्त है। रैन बसेरा के बगल में प्यास बुझाने के लिए नल की व्यवस्था है।

*सेहत के लिए सजग रहना जरूरी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही ।जिला चिकित्सालय के फिजिशियन डॉ. प्रदीप यादव ने बताया कि ऐसे मौसम में सेहत को लेकर सतर्कता बेहद जरुरी है। खास कर बच्चों और बुजुर्ग के प्रति होना चाहिए। जब ठंड के दिनों में अचानक से बारिश हो जाए, स्थ्वास्थ्य को लेकर सजग होना चाहिए।

इस मौसम में सर्दी जुकाम, वायरल बुखार आदि की समस्या होती है। हर व्यक्ति सुबह शाम गुनगुना पानी पिये और बच्चों को गुनगुना धूल पिलाए। रात के वक्त बच्चे बेड़ पर पेशाब कर दे तो त्काल कपड़ा बदले। इसे बच्चे में सर्दी जुकाम होने का डर बना रहता है।

*दस हजार 374 शौचालय के लिए पहली किस्त आई,इस वित्तीय वर्ष में सवा 10 हजार का लक्ष्य*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले में वित्तीय वर्ष 2023 में कुल 3700 शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ। जबकि 6750 शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण होना शेष है। शासन स्तर से 10374 शौचालय का पहली किस्त सरकार की ओर आ गई है। डीपीआरओ राकेश कुमार की मानें तो वित्तीय वर्ष 2023 में कुल दस हजार 450 शौचालय निर्माण का लक्ष्य स्वच्छ भारत मिशन के तहत आया था।

12 हजार के हिसाब से 10374 आवास का पहला किस्त आ गया है। इसमें 3700 शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। शेष शौचालय भी निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण हो जाएंगे। उन्होंने कार्यक्रम को लेकर जानकारी दी। योजना के बारे में उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रत्येक लाभार्थि के खाते 12 हजार रुपया शासन स्तर से भेजा जाता है। शौचालय निर्माण में शेष खर्च लाभार्थी को स्वयं खर्च करना पड़ता है।

*शीतलहर संग खिचड़ी की तैयारी तेज,गन्ना पेराई, चूड़ा कुटाई में युद्ध स्तर पर जुटे ग्रामीण,बहन, बेटियों के यहां खिचड़ी पहुंचाने की है परम्परा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मकर संक्रांति पर्व की तैयारियां तेज हो गई है। परम्पराओं का निर्वहन करते हुए बहन, बेटियों के यहां खिचड़ी पहुंचाने के लिए गन्ने की पेराई से गुड़, चूड़ा आदि को तैयार करने में ग्रामीण जुट गए हैं। हालांकि इस दौरान मौसम का साथ न मिलने के कारण लोगों की दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद इसके पर्व की तैयारियां चरम पर है।

मकर संक्रांति पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। समय काफी कम होने के कारण ग्रामीण अंचलों में अन्नदाताओं गन्ने की पेराई कर गुड़,तिल ,तिलवा, पट्टी, ढूंढा बनाने की प्रक्रिया में युद्ध स्तर पर जुट गए हैं। ग्रामीण ने बताया कि धूप का साथ न मिलने के कारण ईंधन नहीं मिल पा रहा है। जिससे तैयारियों में बाधा उत्पन्न हो रही है। इसी तरह चूड़ा तरह बनाने वाली मशीन पर सुबह-शाम भीड़ उमड़ रही है।

धान को कूटका कर चूड़ा बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। मशीन संचालकों ने बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष कम ही लोग आ रहे हैं। कारण डेंगू बीमारी के बाद बंदी उत्पन्न हुए आर्थिक हालत। पैसों का अभाव बताकर लोग उदारी ही चूड़ा कूटवा रहे हैं। ग्रामीण शिवराम यादव, मुन्ना यादव, ने बताया कि इस वर्ष डेंगू व वायरस फीवर बीमारी के कारण पैसों का घोर अभाव है। बावजूद इसके बहन , बेटियों के यहां खिचड़ी पहुंचाने की परम्परा है।

*सामूहिक विवाह को 96 आवेदन,बीस जनवरी के ब्लाक स्तर पर होगा विवाह*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में सीएम सामूहिक विवाह को अब तक 96 लोगों का आनलाइन आवेदन हो चुका है। बीस जनवरी के बाद ब्लाक स्तर पर सीएम सामूहिक शादी की तिथि निर्धारित की जाएगी। वित्तीय वर्ष 15 दिसंबर को कुल 170 सीएम सामूहिक शादी हो चुकी हो चुकी है। अब विभागीय स्तर से न‌ए वर्ष में शादी की तैयारी चल रही है। जिला समाज कल्याण विभाग की मानें तो विभागीय पोर्टल पर सीएम सामूहिक विवाह को अब तक कुल 96 लोगों का आवेदन हो चुका है। पूर्व 15 दिसंबर को कुल 170 जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधे थे।

विकास खंड भदोही में अन्य पिछड़ा वर्ग के तीन व 16 अनूसूचित समेत कुल 19 जोड़ों का सामूहिक विवाह हुआ था। सुरियावां ब्लाक में अल्पसंख्यक एक एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के दो व 13 अनुसूचित समेत कुल 16 अभोली ब्लाक में पिछड़ा वर्ग आठ व नौ अनुसूचित सहित 17 ज्ञानपुर ब्लाक परिसर में अन्य पिछड़ा पांच व अनुसूचित जाति के 26 व एक अल्पसंख्यक समेत कुल 32 जोड़े एक - दूजे के हुए थे। औराई ब्लाक में अनुसूचित 28 अन्य पिछड़ा वर्ग एक समेत कुल 29 वर - वधु परिणय सूत्र में बंधे थे। वहीं नगर पालिका में दस नगर पंचायत सुरियावा में तीन, नगर पंचायत घोसिया में दो जोड़ों की शादी हुई थी। सीएम सामूहिक विवाह के पूर्व आवेदनों का गहनता से सत्यापन होगा।

*राजकीय पाली क्लीनिक को उपकरण का इंतजार,पशु अस्पताल परिसर में बना है भवन*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पशु अस्पताल परिसर में राजकीय पाली क्लीनिक का भवन बनकर तैयार हो गया है। भवन बनने के साथ रंगाई-पुताई का काम पूर्ण हो गया है। पशु चिकित्सक समेत विभागीय लोग न‌ए भवन में सिफ्ट हो ग‌ए है। अब उपकरण का इंतजार रह गया है। मानक के अनुरूप उपकरण आते ही राजकीय पाली क्लीनिक शुरू हो जाएगी। छह करोड़ एक लाख की लागत से पाली क्लीनिक पूर्ण रुप से बनकर संचालित होगा।

यहां भदोही, सोनभद्र व वाराणसी जिले के मवेशियों का इसमें उपचार होगा। भवन बनने के साथ ही पेंटिंग भी पूर्ण हो गया है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो मंडल में पहला क्लीनिक बनकर तैयार हो रहा है। इसमें तीन जिले के मवेशियों का उपचार कराया जाएगा। इस पाली क्लीनिक में गाइनोकोलॉजिस्ट जांच लैब, आपरेशन थिएटर, एक्स - रे व अल्ट्रासाउंड की सुविधा होगी। मवेशी का प्रसव के बच्चा फंस जाता है। तो सर्जन द्वारा आपरेशन किया जाएगा। अल्ट्रासाउंड व एक्सरे का अच्छा इंतजाम होगा।

*दिसंबर माह में 17326 मरीजों की हुई ओपीडी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिला चिकित्सालय के ओपीडी में दिसंबर माह में हर माह की अपेक्षा में नवंबर माह में 25700 मरीजों की ओपीडी रही, लेकिन दिसंबर में ओपीडी के मरीजों की संख्या घटकर 17326 हो गई।

इस लिहाज से देखा जाए तो नवंबर की अपेक्षा लगभग दिसंबर में आठ हजार कम मरीज ओपीडी में सबसे अधिक मौसमी बीमारी के साथ हड्डी की समस्या से जूझने वाले लोग पहुंचे।

महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में आम दिनों में भी हर दिन 800 से 900 मरीजों की ओपीडी होती है। गौर करने वाली बात है कि ठंड के बढ़ते असर के बीच दिसंबर में ओपीडी में मरीजों की संख्या कम हुई। दिसंबर में 17326 के करीब ओपीडी रही। इस दौरान ज्यादातर मरीज सर्दी, जुखाम, बुखार, बदन, दर्द, आदि से ग्रसित मरीज पहुंचे रहे हैं। ठंड के बीच सबसे अधिक हड्डी और सर्दी ज़ुकाम के मरीज रही।

सीएम‌एस डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि भीषण ठंड में भी मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। पिछले महीने की अपेक्षा मरीज कुछ संख्या कम हुई है।

*राम लला के दर्शन को 250 किमी नंगे पांव जाएंगे रमेश,चार साल पहले पहले राम मंदिर बनने तक नंगे पांव रहने का लिया था संकल्प*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। श्रद्धा और भक्ति का जब एक साथ मिलन होता है तो संकल्प जन्म लेता है। एक ऐसा संकल्प जो हमें हमारे प्रभु से मिला दें। कुछ ऐसा ही संकल्प डीघ ब्लॉक के गोलखरा निवासी रमेश सिंह ने लिया है।

बीते पांच सालों से वे श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए नंगे पांव हैं। प्रभु श्रीराम को टेंट में देखकर द्रवित होने वाले रमेश ने पांच साल पहले राम मंदिर निर्माण तक नंगे पांव रहने का संकल्प लिया था। उनका यह संकल्प अब पूरा होने वाला है।

आगामी 12 जनवरी को वे माता सीता के समाहित स्थल सीतामढ़ी से प्रभु श्रीराम के मिलन को नंगे पांव ही निकलेंगे। प्रभु के दर्शन के साथ उनका संकल्प भी पूरा हो जाएगा।डीघ ब्लॉक के गोलखरा निवासी रमेश सिंह पेशे से किसान हैं। 2018 में कार्तिक मास के दौरान वे पंचकोशी यात्रा पर गए थे।

इस दौरान अयोध्या में श्रीराम लला के दर्शन को पहुंचे रमेश सिंह अपने प्रभु श्रीराम को टेंट में बैठे देखकर इतना द्रवित हुए कि उसकी क्षण जूता-चप्पल त्याग नंगे पांव रहने का संकल्प लिया। उन्होंने यह प्रण लिया कि जब तक राम मंदिर का निर्माण नहीं हो जाएगा। वे नंगे पांव ही रहेंगे

बातचीत में उन्होंने बताया कि 2018 में जब वे दर्शन करने गए थे तो रामलला के विग्रह के पास बड़े-बड़े घास उग आए थे।जिससे उनका मन कष्ट से भर गया।

बताया कि 2020 में जब राम मंदिर का शिलान्यास हुआ तो वे नंगे पांव ही साइकिल चलाकर अयोध्या प्रभु श्रीराम का दर्शन करने गए थे। अब उनका संकल्प पूरा होने का समय आ गया है।जिस घड़ी का उन्हें काफी समय से इंतजार था। अब वह घड़ी करीब आ गई है। जिससे वे काफी प्रसन्न हैं।

बताया कि श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद वे प्रभु का दर्शन करेंगे। 12 जनवरी को माता सीता के समाहित स्थल से नंगे पांव ही 250 किमी की यात्रा कर अयोध्या प्रभु श्रीराम से मिलने जाएंगे।श्रीराम भक्त रमेश सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मिल चुके हैं। बताया कि 28 जुलाई 2023 को वे सीएम योगी से मिलकर अपने संकल्प की जानकारी दी।

जहां सीएम योगी ने उनसे कहा था कि अब तो राम मंदिर बनने लगा है तो जूता-चप्पल पहन लो। इस पर रमेश सिंह ने बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उनके दर्शन करके ही अपने संकल्प को पूरा करेंगे।

रमेश सिंह ने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का उन्हें न्योता नहीं मिला है, लेकिन उन्होंने संकल्प लिया है कि प्रभु श्रीराम का दर्शन जरूर करेंगे। बताया कि वे 12 जनवरी से अपनी पदयात्रा शुरू करेंगे। 22 जनवरी को भले ही दर्शन न हो सके, लेकिन 23 या 24 को दर्शन कर अपना संकलप की पूर्णाहुति करेंगे।