राम शाकाहारी नहीं, मांसाहारी थे', एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने एक नए विवाद को दिया जन्म*

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अयोध्या में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पहले ही सियासत तेज है। इस बीच एनसीपी शरद पवार गुट के विधायक और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने एक नए विवाद की शुरूआत कर दी है। अब अगर बात शुरू हुई है तो, निःसंदेश दूर तलक जाएगी। शिरडी में पार्टी के शिविर में एनसीपी नेता जितेंद्र आह्वाड ने भगवान श्रीराम पर बयान दिया। इसी दौरान उन्हें भगवान राम के खाने को लेकर ऐसा बात कह डाली, जिसपर बीजेपी ने नाराजगी जाहिर की है।

महाराष्ट्र के शिरडी में बुधवार को एक कार्यक्रम में आव्हाड ने कहा कि ‘राम हमारे हैं, बहुजन के हैं।आव्हाड ने आगे कहा कि भगवान राम शाकाहारी नहीं थे, वह मांसाहारी थे। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति 14 साल तक जंगल में रहेगा वो शाकाहारी भोजन खोजने कहां जाएगा? उन्होंने जनता से सवाल करते हुए कहा कि क्या यह सही बात है या नहीं?

उन्होंने कहा, 'कोई कुछ भी कहे, सच्चाई यह है कि हमें आजादी गांधी और नेहरू की वजह से ही मिली। यह तथ्य कि इतने बड़े स्वतंत्रता आंदोलन के नेता गांधी जी ओबीसी थे, उन्हें (आरएसएस को) स्वीकार्य नहीं है।' उन्होंने आगे कहा कि गांधीजी की हत्या के पीछे का असली कारण जातिवाद था।

जितेंद्र आव्हाड के इस बयान पर अब जमकर बवाल हो रहा है। उनके इस बयान को लेकर देशव्यापी विरोध हो रहा है। बीजेपी और हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया। इसके अलावा अजित पवार गुट वाली एनसीपी ने जितेंद्र के इस बयान को लेकर मुंबई में विरोध प्रदर्शन भी किया।

जितेंद्र आह्वाड के बयान की एनसीपी अजित पवार गुट ने भी निंदा की है. एनसीपी अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि जितेंद्र आह्वाड के पास लगता है कि डॉक्टरेट की डिग्री है, आह्वाड ही इस दुनिया में सबसे बड़े ज्ञानी हैं उनके जितना ज्ञान किसी को नहीं इसलिए इस तरह के बयान सिर्फ वही दे सकते हैं.

आप को छापेमारी और केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका, ईडी ने बताया अफवाह

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देश की राजधानी दिल्ली में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हालांकि, आम आदमी पार्टी के दावों के बाद बढ़ी सियासी हलचल ने पारा चढ़ा दिया है। शराब घोटाला केस यानी आबकारी नीति घोटाला मामले में तीन बार ईडी के समन को इग्नोर कर चुके दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका जताई जा रही है। आम आदमी पार्टी के नेताओं का दावा है कि आज अरविंद केजरीवाल को ईडी गिरफ्तार कर सकती है। दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने दावा किया कि केजरीवाल के आवास पर छापा मारेगी और फिर उनको गिरफ्तार कर सकती है।

दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने दावा किया कि उनके पास सूचना है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) गुरुवार सुबह केजरीवाल के आवास पर छापा मारेगी और फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है। दिल्ली में सीएम केजरीवाल के घर की तरफ जाने वाले दोनों रास्ते खोल दिए गए हैं।इन्हें पहले दिल्ली पुलिस ने बंद कर दिया था। साथ ही साथ मुख्यमंत्री आवास के स्टाफ को भी अंदर जाने से रोक दिया था।

गुरुवार की सुबह आप नेता आतिशी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट की। पोस्ट के अनुसार, दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने बुधवार की रात में लिखा कि उन्हें खबर मिली है कि गुरुवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय अरविंद केजरीवाल के घर छापा मारने वाला है। गिरफ्तारी भी हो सकती है। वहीं, सीएम केजरीवाल के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 

दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दावा किया है कि सीएम केजरीवाल के घर आज ईडी की छापेमारी हो सकती है। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।

 

केजरीवाल की गिरफ्तारी और उनके आवास पर ईडी की छापेमारी की आशंका के बीच आप नेता पार्टी मुख्यालय पर जुटने लगे हैं। उधर, केजरीवाल के आवास के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल के घर की तरफ जाने वाले दोनों रास्तों को बंद कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री आवास के स्टाफ को भी अंदर जाने से रोक दिया गया है।

ईडी ने आप द्वारा केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने के दावे को अफवाह बताया है। ईडी सूत्रों ने बताया कि आज न केजरीवाल से पूछताछ की जाएगी और न ही उनकी गिरफ्तारी होगी।अभी जांच एजेंसी केजरीवाल के जवाब की जांच कर रही है। इसके बाद ईडी दिल्ली शराब नीति घोटाले में पूछताछ के लिए चौथा नोटिस भेजेगी।

बता दें कि ईडी केजरीवाल को अब तक तीन नोटिस भेज चुकी है। केजरीवाल को ईडी ने पहली बार 2 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि केजरीवाल ईडी के सामने न जाकर लिखित में जवाब भेज देते हैं और उसी दिन चुनाव प्रचार के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मध्य प्रदेश चले गए।ईडी ने केजरीवाल को दूसरा समन 18 दिसंबर को भेजा था और 21 दिसंबर को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया। एक बार फिर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने लिखित जवाब भेजा और बताया कि पहले से विपश्यना कार्यक्रम निर्धारित है और वह पंजाब के होशियारपुर चले गए। बुधवार यानी 3 दिसंबर को भी केजरीवाल शराब घोटाला मामले में ईडी की ओर से तीसरी बार समन भेजे जाने के बाद भी पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे।

कोहरे और शीतलहर के बीच बारिश बढ़ाने वाली है परेशानी, हाड़ कंपा देने वाली ठंड के लिए हो जाएं तैयार

#imddensefogcoldwavealertsinindiamany_states 

देश के उत्तर पश्‍च‍िम और पूर्वी भारत के कई राज्‍यों में सर्दी का स‍ितम जारी है।दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में शीत लहर का प्रकोप दिख रहा है। लोग हाड़ कंपा देने वाली ठंड से ठिठुरने को मजबूर हो गए हैं। उत्तर भारत में बुधवार सुबह कड़ाके की ठंड का प्रकोप दिखा। घने कोहरे से परिचालन और वाहनों की आवाजाही प्रभावित है। वहीं, दिल्ली-एनसीआर में कोहरे और कम दृश्यता के कारण कुछ उड़ानों के संचालन में देरी हुई।भारत मौसम व‍िभाग की ओर से जानकारी देते हुए कहा गया है क‍ि पंजाब, हर‍ियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्‍थान और मध्‍य प्रदेश के अध‍िकांश इलाकों में कोल्‍ड डे से लेकर सीव‍ियर कोल्‍ड डे की स्‍थ‍ित‍ि जारी रहने की संभावना है। यानी लोगों को कड़ाके की ठंड झेलने को तैयार रहना होगा। 

आज इन राज्यों में कोल्ड डे की चेतावनी

मौसम व‍िभाग के मुताब‍िक, पंजाब, हर‍ियाणा, चंडीगढ़ और मध्‍य उत्तर प्रदेश, राजस्‍थान, उत्तर पश्‍च‍िम व पूर्वी राजस्‍थान और मध्‍य प्रदेश के कई स्‍थानों पर और ब‍िहार के कुछ स्‍थानों पर 5 जनवरी तक कोल्‍ड डे से लेकर अत्‍यध‍िक कोल्‍ड डे की स्‍थ‍ित‍ि बनी रहेगी। वहीं, 4 और 5 जनवरी को इन राज्‍यों के कुछ ह‍िस्‍सों में सबुह के कुछ घंटों के ल‍िए घने से बहुत घना कोहरा छाये रहने की संभावना है। राजस्‍थान के अलग-अलग ह‍िस्‍सों में भी इन दो द‍िनों तक घने कोहरे की वजह से लोगों को मुश्‍क‍िलों का सामना करना पड़ सकता है। 

अगले 72 घंटों में अलग-अलग राज्यों में बारिश के आसार

उत्तर भारत के कुछ राज्यों में अगले दो दिनों में बारिश का अनुमान लगाया जा है। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पूर्व के हिस्से में बने कम दबाव के चलते अगले 72 घंटों में अलग-अलग राज्यों में बारिश हो सकती है। जबकि उत्तर भारत के कई इलाकों में न्यूनतम पारे से लेकर अधिकतम पारे में भी कुछ गिरावट हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत के राज्यों में 10 जनवरी तक कोहरे की भी लगातार संभावनाएं बनी हुई हैं।

यहां हो सकती है बारिश

मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में समुद्र के ऊपर बने कम दबाव का असर उत्तर भारत के इलाके में भी लो प्रेशर के तौर पर देखा जा रहा है। विभाग के मुताबिक अगले 72 घंटे के भीतर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश और झारखंड के हिस्सों में बारिश हो सकती है। हालांकि उत्तर प्रदेश के लखनऊ और कानपुर समेत आसपास के इलाकों में बुधवार की सुबह बारिश हुई है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बारिश पांच जनवरी तक उत्तर भारत के इलाकों में कहीं छुटपुट तो कहीं तेज बारिश हो सकती है। कम दबाव के बन रहे क्षेत्र के चलते ही उत्तर भारत के कई इलाकों में तेज कोहरे का भी अनुमान है।

ईरान में पूर्व जनरल सुलेमानी की कब्र के पास सिलसिलेवार दो धमाके, 73 लोगों की मौत

#blasts_near_qasem_soleimani_grave_in_iran_many_killed 

ईरान से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां सिलसिलेवार दो बम धमाकों में 73 लोगों की मौत हो गई है। कहा जा रहा है कि ये धमाके ईरान के पूर्व जनरल कासिम सुलेमानी की चौथी बरसी पर उनकी कब्र के पास हो रहे एक समारोह को निशाना बनाकर किए गए। बता दें कि ईरान के पूर्व जनरल सुलेमानी की 3 जनवरी 2020 को बगदाद हवाईअड्डे पर अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई थी।

2020 में ईराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए जनरल सुलेमानी की बुधवार को चौथी बरसी थी, ऐसे में उनकी याद में एक समारोह के तौर पर बुधवार को सैकड़ों लोग सुलेमानी की कब्र की ओर जा रहे थे। उसी वक्त यह हमला हो गया। धमाका करमान शहर में कब्रिस्तान के पास हुए हैं। अब तक किसी ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। मामले सेना सक्रिय हो चुकी है और सरकार ने अलर्ट के आदेश दिए हैं। ईरानी डिप्टी गवर्नर ने इन धमाकों को 'आतंकवादी' हमला बताया है।

बता दें कि ईरान में सुलेमानी एक कद्दावर शख्सियत थे। सुलेमानी ईरान की कुर्द फोर्स के प्रमुख जनरल थे। उन्हें ईरान से सुप्रीम नेता अयातुल्ला खुमैनी के बाद दूसरा सबसे ताकतवर शख्स माना जाता था। वे पूरे क्षेत्र में ईरानी नीति के सर्वेसर्वा थे। कुद्स फोर्स के गुप्त मिशनों और हमास और हिजबुल्लाह सहित सहयोगी सरकारों और सशस्त्र समूहों को मार्गदर्शन, धन, हथियार, खुफिया और रसद सहायता के प्रावधान के प्रभारी थे।

क्या जेलों में जाति के आधार पर होता है भेदभाव? सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र समेत 11 राज्यों से मांगा जवाब
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जेल में जाति के आधार पर भेदभाव होने की जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार समेत 11 राज्यों से जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल समेत 11 राज्यों से उस जनहित याचिका पर जवाब मांगा है, जिनमें आरोप लगाए गए हैं कि इन राज्यों की जेल की नियमावली कारागार में जाति के आधार पर भेदभाव को बढ़ावा देती है। प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड, न्यामूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने बुधवार को इस मामले की सुनवाई की। इसमें वरिष्ठ अधिवक्ता एस मुरलीधर ने बताया कि कैसे 11 राज्यों की जेल नियमावली अपनी जेलों के भीतर कार्य के बंटवारे में भेदभाव करती है और जाति के आधार पर कैदियों को रखा जाना तय होता है। वरिष्ठ अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि कुछ गैर अधिसूचित आदिवासियों और आदतन अपराधियों से अलग तरीके से बर्ताव किया जाता है और उनके साथ भेदभाव होता है। अदालत ने मुरलीधर से राज्यों से जेल नियमावलियों को एकत्र करने को कहा और याचिका को चार सप्ताह के बाद सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया। पीठ ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और अन्य को नोटिस जारी किया साथ ही सॉलीसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि वह महाराष्ट्र के कल्याण की मूल निवासी सुकन्या शांता द्वारा दायर जनहित याचिका में उठाए गए मुद्दों से निपटने में अदालत की सहायता करें। आपको बता दें कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पंजाब, ओडिशा, झारखंड, केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से जवाब मांगा है।
नहीं बनाए जाने पर छलका शिवराज सिंह चौहान का दर्द, बोले- कई बार राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता है

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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पार्टी के वो नेता है, जिसने दम पर मध्य प्रदेश में बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की। हालांकि, उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं मिली। बीजेपी की भारी जीत के बाद पार्टी ने चौहान की जगह मोहन यादव को मुख्यमंत्री चुना। उन्होंने सीएम आवास भी खाली कर दिया है। इस बीच नए साल में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने गृह जिले सीहोर पहुंचे थे। वहां वह एक स्थानीय कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे। इस दौरान मंच से संबोधन के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी बात कह दी। उन्होंने कहा है कि कई बार राजतिलक होते-होते वनवास हो जाता है, जो किसी न किसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए होता है। मेरे मुख्यमंत्री न बनने के पीछे भी कोई बड़ा उद्देश्य ही है।

दरअसल, नए साल में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने गृह जिले सीहोर पहुंचे थे। वहां एक स्थानीय कार्यक्रम के दौरान कुछ महिलाएं वहां फूट-फूटकर रोने लगी। वह शिवराज सिंह चौहान से कह रही थीं कि आप हमलोगों को छोड़कर मत जाइए। महिलाओं को रोते देखकर वह भावुक हो गए। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने महिलाओं से कहा कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। वह बार-बार उन्हें भरोसा देते रहे कि हम कहीं नहीं जा रहे हैं। वहीं, शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बहनों की योजनाएं भी जारी रहेंगी। लाडली बहना योजना से लेकर मुख्यमंत्री लाडली बहना आवास योजना चलती रहेगी।

चौहान ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, नई सरकार इन सभी कार्यों को आगे बढ़ाएगी। कहीं न कहीं कोई बड़ा उद्देश्य होगा, कभी-कभी जब तक ‘राजतिलक' का समय आता है, व्यक्ति वनवास में भी चला जाता है। लेकिन यह सब, किसी न किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए होता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सत्तारूढ़ सरकार इन सभी योजनाओं को लागू करेगी क्योंकि राज्य में कांग्रेस की नहीं बल्कि भाजपा की सरकार है। मैं नहीं हूं लेकिन प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। उन्होंने कहा कि भांजे-भांजियों के कल्याण में भी कोई कसर नहीं रहेगी। सारी योजनाएं चलती रहेंगी।

वहीं, कार्यक्रम के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने अपने नए बंगले का पता और नाम भी बताया। उन्होंने कहा कि उनके बंगले का नया पता है बी-8, 74 बंगला, जिसका नाम उन्होंने मामा का घर रख दिया है। शिवराज सिंह के नए बंगले के मेन गेट पर एक तरफ जहां उनके नाम की नेम प्लेट लगी है, वहीं दूसरी तरफ बड़े-बड़े अक्षरों में मामा का घर लिखा हुआ है।

बता दें कि शिवराज सिंह चौहान पहली बार साल 2005 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। उसके बाद से लगातार 15 साल तक उन्होंने सूबे की कमान बतौर मुख्यमंत्री संभाली। वो राज्य की जनता के बीच काफी लोकप्रिय थे, खासतौर पर महिलाओं के साथ उनका भाई बहन वाला रिश्ता था, यही वजह है कि राज्य में वो मामा के नाम से मशहूर थे। शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।

साक्षी मलिक का बृजभूषण शरण सिंह पर गंभीर आरोप,बोलीं- परिवार को मिल रही हैं धमकियां

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हाल में कुश्ती से संन्यास की घोषणा करने वाली पहलवान साक्षी मलिक ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद बृजभूषण सिंह पर आरोप लगाया है।भारत की ओलिंपिक पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा है कि उनके परिवार को धमकी भरे फोन आए हैं और वह इस मामले में सरकार से मदद चाहती हैं।साक्षी मलिका उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे।

साक्षी ने बुधवार को अपने दिल्ली आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बताया कि उनकी मां को किसी का फोन आया और वो शख्स कह रहा था कि उनके घर में किसी पर केस होने वाला है। साक्षी ने कहा कि बृजभूषण के लोग उन्हें फोन कर रहे हैं।उन्होंने भारतीय सरकार से सुरक्षा मांगी है। साक्षी ने साथ ही कहा है कि वह इस मामले की पूरी जानकारी पुलिस को देंगी। साक्षी ने कहा कि उन्होंने इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ी और फिर भी उन्हें धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव होने के बाद भी बृजभूषण का आदमी संघ में आया था।

फेडरेशन रद्द किए जाने पर उन्होंने कहा, फेडरेशन में संजय सिंह का दखलअंदाजी न हो। नई फेडरेशन दोबारा आती है तो हमें कोई दिकत नहीं है। उन्होंने आगे कहा,सरकार ने जो नए फेडरेशन का सस्पेंशन किया उसका हम स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा ,हमें नये महासंघ से कोई परेशानी नहीं है। सिर्फ एक व्यक्ति संजय सिंह के रहने से परेशानी है। संजय सिंह के बिना नए महासंघ से या तदर्थ समिति से भी हमें कोई मसला नहीं है। 

साक्षी मलिका ने कहा, हम जानते थे कि बृजभूषण प्रभावशाली हैं, लेकिन हमें नहीं पता था कि वह इतने शक्तिशाली थे कि वह अपने निवास से किसी से चर्चा किए बिना राष्ट्रीय घोषित कर देंगे। अब हम पर जूनियरों के कुश्ती करियर को खराब करने का आरोप लगाया जा रहा है. मैंने कुश्ती से संन्यास ले लिया है। मैं चाहती हूं कि जूनियर लड़कियां वह पूरा करें जो मैं नहीं कर सकी- मैं चाहती हूं कि वे देश के लिए रजत, स्वर्ण पदक जीतें। मैं नहीं चाहती कि किसी भी जूनियर को हमारे लिए परेशानी उठानी पड़े।

jamal kudu dance : भाभी जी ने अपने सिर पर ग्लास रख किया ‘जमाल कुडू’ गाने पर जबर बेली डांस, सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा वायरल

सोशल मीडिया डांस के वीडियो जमकर वायरल होते हैं। ऐसे वीडियो लोगों को काफी पसंद आते हैं। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म एनिमल का गाना जमाल कुडू काफी हिट हुआ था। इस गाने पर कई वीडियो वायरल हो चुके हैं। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐसा ही वीडियो तेजी से वायरल हुआ है। वीडियो में एक भाभी जमाल कुडू गाने पर बेली डांस करती नजर आ रही हैं। सोशल मीडिया पर इस डांस वीडियो को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। वहीं, लोग इसे जमकर शेयर भी कर रहे हैं।

 

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक भाभी नीली साड़ी पहन जमाल कुडू गाने पर जमकर ठुमके लगा रही हैं। इतना ही नहीं, भाभी अपने सिर पर ग्लास डालकर ये गाना परफार्म कर रही हैं। भाभी का एक्सप्रेशन कमाल का है, जिसे देख लोग कमेंट करने पर मजबूर हो रहे हैं। इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर नाम के यूजर ने शेयर किया है। वीडियो को अब तक 2 मिलियन से ज्यादा लोग देख चुके हैं। वहीं, लोग इस वीडियो पर जमकर अपना रिएक्शन भी दिए हैं। बता दें यूजर के हैंडल ऐसे कई डांस वीडियो मौजूद हैं।

 

वायरल वीडियो पर लोगों ने दिया ऐसा रिएक्शन

वायरल वीडियो पर लोग जमकर अपना रिएक्शन दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘बहुत शानदार डांस’, एक और यूजर ने लिखा, ‘एक्सप्रेशन कमाल के हैं। वहीं, एक और यूजर ने लिखा, ‘जमाल कुडू गाने पर अब तक का सबसे बेहतरीन डांस।

2024 के लोकसभा चुनाव मे दक्षिण का किला भेदने की तैयारी में बीजेपी, पीएम मोदी ने खुद संभाली कमान

#2024_lok_sabha_election_bjp_south_mission

लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। लिहाजा सभी राजनीतिक दलों ने चुनावी दंगल के लिए कसरत शुरू कर दी है। हाल ही में 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से 3 में जीत के बाद बीजेपी का फोकस दक्षिण भारतीय राज्यों की तरफ है।बीजेपी ने दक्षिण भारत की कुल 131 सीटों में से 84 को टारगेट करना शुरू किया है। दक्षिण भारत की कमान पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद अपने हाथों में रखी है।

2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी के लिए दक्षिण भारत खासा अहम है। इसके पीछे वजह है कि उत्तर भारत में लोकसभा सीटों के लिहाज से बीजेपी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर चुकी है। उतर भारत में बीजेपी के पास अब लोकसभा की सीटें और बढ़ाने की संभावना नहीं है, क्योकि यहां बीजेपी सैचुरेशन के स्तर पर है। बीजेपी को ये भी एहसास है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के चलते तेलंगाना में बीजेपी को नुकसान हुआ है।ऐसे में बीजेपी को लगता है कि अगर लोकसभा चुनाव में बीजेपी की सीटें कम होती है तो उसकी भरपाई या उसको बढ़ाने की गुंजाइश दक्षिण भारत में वोट और लोकसभा सीट लेकर किया जा सकता है।

चुनावी साल की शुरुआत दक्षिण भारत से

यही वजह है कि चुनावी साल की शुरुआत के साथ ही बीजेपी ने विपक्ष का दक्षिणी दुर्ग भेदने के लिए अपने सबसे बड़े चेहरे पीएम मोदी को मैदान में उतार दिया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल की शुरुआत दक्षिण भारत से की है। पीएम मोदी इन दिनों दक्षिण के तीन राज्यों तमिलनाडु, लक्षद्वीप और केरल के दो दिवसीय दौरे पर हैं।इसी क्रम में पीएम एक नए हवाई अड्डे सहित 20,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ करने के लिए मंगलवार को तमिलनाडु में थे।आज बुधवार को पीएम मोदी केरल के त्रिशूर में एक बड़ा रोड शो और एक सार्वजनिक बैठक करेंगे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सार्वजनिक बैठक में लगभग दो लाख भाजपा महिला कार्यकर्ता मौजूद रहेंगी।जानकारों की मानें तो इसका असर लोकसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है।

दक्षिण भारत में क्या है बीजेपी की स्थिति?

बता दें कि दक्षिण भारत में 131 लोकसभा सीटें हैं। जिसमें से तमिलनाडु में 39, आंध्र प्रदेश में 25, कर्नाटक में 28, केरल में 20, तेलंगाना में 17, पुदुच्चेरी और लक्षद्वीप में एक-एक सीट है। दक्षिण भारत में सिर्फ तेलंगाना और कर्नाटक में ही बीजेपी की लोकसभा सीटें हैं। इसलिए बीजेपी का पूरा प्लॉन लोकसभा चुनाव में तेजी के साथ काम करने का काम है। इनमें पर बीजेपी का फोकस उन 84 सीटों पर है, जो बीजेपी कभी नहीं जीती है। इन सीटों का क्लस्टर बनाकर इनकी जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्रियों को दी गई है। तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, केरल और तमिलनाडु को लेकर लगातार बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह बैठकें कर रहे हैं।

मध्यप्रदेश के शाजापुर में ट्रक ड्राइवर से 'औकात' पूछना कलेक्टर को पड़ा भारी, CM मोहन ने किया बर्खास्त, कहा, ऐसा व्यवहार मंजूर नहीं

 मध्य प्रदेश के शाजापुर में ट्रक डाइवर्स से संबंधित घटना को लेकर मध्य प्रदेश सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। सीएम डॉ मोहन यादव ने शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल को हटा दिया है। ड्राइवर से 'औकात' पूछने वाले बयान को लेकर कलेक्टर के खिलाफ यह एक्शन लिया गया है। किशोर कन्याल की जगह अब सरकार ने नरसिंहपुर कलेक्टर ऋजु बाफना को शाजापुर का नया कलेक्टर बनाया है।

वही इस मामले को लेकर सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा, यह सरकार निर्धनों की सरकार है। सबके काम का सम्मान होना चाहिए तथा भाव का भी सम्मान होना चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। हम निरंतर गरीबों की सेवा कर रहे हैं। सीएम ने कहा मानवता के नाते ऐसी भाषा हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं। मैं स्वयं मजदूर परिवार का बेटा हूं। इस प्रकार की भाषा बोलना उचित नहीं है। अधिकारी भाषा और व्यवहार का ध्यान रखें।

बता दें कि ट्रक ड्राइवर्स की हड़ताल के बीच शाजापुर के कलेक्टर का एक वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें वह एकमीटिंग के चलते एक ड्राइवर से 'औकात' पूछते दिखाई दे रहे हैं। बाद में कलेक्टर किशोर कान्याल ने इस शब्द के उपयोग को लेकर अफसोस प्रकट किया था। दरअसल, ड्राइवर यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के चलते कलेक्टर अपना आपा खो बैठे थे। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि जब ड्राइवर्स के एक प्रतिनिधि ने कलेक्टर से ठीक ढंग से चर्चा करने का आग्रह किया तो उन्होंने ड्राइवर्स और अन्य से कानून अपने हाथ में नहीं लेने को बोला। साथ एक एक व्यक्ति से बोले, क्या करोगे तुम, क्या औकात है तुम्हारी? 

वही शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल ने 'औकात' वाले बयान पर माफी मांग ली थी। वहीं, अपनी सफाई में कहा था कि जिला और पुलिस प्रशासन ने जिले के 250 ड्राइवर्स की बैठक बुलाई थी। दरअसल, सोमवार को उनमें से कई ड्राइवर्स ने बहुत उपद्रव मचाया था। इसी के चलते कलेक्टर ऑफिस में बैठक बुलाकर ड्राइवर्स को समझाइश दी जा रही थी कि कानून को हाथ में न लें। प्रजातांत्रिक तरीके से अपना विरोध जताएं। इसी के चलते बैठक में सम्मिलित एक शख्स बार-बार पर खलल डाल रहा था तथा कह रहा था कि 3 जनवरी तक मांगें नहीं मानी तो हम किसी भी स्तर पर जा सकते हैं। उसी समय यह शब्द मेरे मुंह से निकल गए गए थे। अगर किसी को मेरी बातचीत से दुख पहुंचा हो तो माफी चाहता हूं।