*राजकीय पाली क्लीनिक को उपकरण का इंतजार,पशु अस्पताल परिसर में बना है भवन*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पशु अस्पताल परिसर में राजकीय पाली क्लीनिक का भवन बनकर तैयार हो गया है। भवन बनने के साथ रंगाई-पुताई का काम पूर्ण हो गया है। पशु चिकित्सक समेत विभागीय लोग न‌ए भवन में सिफ्ट हो ग‌ए है। अब उपकरण का इंतजार रह गया है। मानक के अनुरूप उपकरण आते ही राजकीय पाली क्लीनिक शुरू हो जाएगी। छह करोड़ एक लाख की लागत से पाली क्लीनिक पूर्ण रुप से बनकर संचालित होगा।

यहां भदोही, सोनभद्र व वाराणसी जिले के मवेशियों का इसमें उपचार होगा। भवन बनने के साथ ही पेंटिंग भी पूर्ण हो गया है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो मंडल में पहला क्लीनिक बनकर तैयार हो रहा है। इसमें तीन जिले के मवेशियों का उपचार कराया जाएगा। इस पाली क्लीनिक में गाइनोकोलॉजिस्ट जांच लैब, आपरेशन थिएटर, एक्स - रे व अल्ट्रासाउंड की सुविधा होगी। मवेशी का प्रसव के बच्चा फंस जाता है। तो सर्जन द्वारा आपरेशन किया जाएगा। अल्ट्रासाउंड व एक्सरे का अच्छा इंतजाम होगा।

*दिसंबर माह में 17326 मरीजों की हुई ओपीडी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिला चिकित्सालय के ओपीडी में दिसंबर माह में हर माह की अपेक्षा में नवंबर माह में 25700 मरीजों की ओपीडी रही, लेकिन दिसंबर में ओपीडी के मरीजों की संख्या घटकर 17326 हो गई।

इस लिहाज से देखा जाए तो नवंबर की अपेक्षा लगभग दिसंबर में आठ हजार कम मरीज ओपीडी में सबसे अधिक मौसमी बीमारी के साथ हड्डी की समस्या से जूझने वाले लोग पहुंचे।

महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में आम दिनों में भी हर दिन 800 से 900 मरीजों की ओपीडी होती है। गौर करने वाली बात है कि ठंड के बढ़ते असर के बीच दिसंबर में ओपीडी में मरीजों की संख्या कम हुई। दिसंबर में 17326 के करीब ओपीडी रही। इस दौरान ज्यादातर मरीज सर्दी, जुखाम, बुखार, बदन, दर्द, आदि से ग्रसित मरीज पहुंचे रहे हैं। ठंड के बीच सबसे अधिक हड्डी और सर्दी ज़ुकाम के मरीज रही।

सीएम‌एस डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि भीषण ठंड में भी मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। पिछले महीने की अपेक्षा मरीज कुछ संख्या कम हुई है।

*राम लला के दर्शन को 250 किमी नंगे पांव जाएंगे रमेश,चार साल पहले पहले राम मंदिर बनने तक नंगे पांव रहने का लिया था संकल्प*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। श्रद्धा और भक्ति का जब एक साथ मिलन होता है तो संकल्प जन्म लेता है। एक ऐसा संकल्प जो हमें हमारे प्रभु से मिला दें। कुछ ऐसा ही संकल्प डीघ ब्लॉक के गोलखरा निवासी रमेश सिंह ने लिया है।

बीते पांच सालों से वे श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए नंगे पांव हैं। प्रभु श्रीराम को टेंट में देखकर द्रवित होने वाले रमेश ने पांच साल पहले राम मंदिर निर्माण तक नंगे पांव रहने का संकल्प लिया था। उनका यह संकल्प अब पूरा होने वाला है।

आगामी 12 जनवरी को वे माता सीता के समाहित स्थल सीतामढ़ी से प्रभु श्रीराम के मिलन को नंगे पांव ही निकलेंगे। प्रभु के दर्शन के साथ उनका संकल्प भी पूरा हो जाएगा।डीघ ब्लॉक के गोलखरा निवासी रमेश सिंह पेशे से किसान हैं। 2018 में कार्तिक मास के दौरान वे पंचकोशी यात्रा पर गए थे।

इस दौरान अयोध्या में श्रीराम लला के दर्शन को पहुंचे रमेश सिंह अपने प्रभु श्रीराम को टेंट में बैठे देखकर इतना द्रवित हुए कि उसकी क्षण जूता-चप्पल त्याग नंगे पांव रहने का संकल्प लिया। उन्होंने यह प्रण लिया कि जब तक राम मंदिर का निर्माण नहीं हो जाएगा। वे नंगे पांव ही रहेंगे

बातचीत में उन्होंने बताया कि 2018 में जब वे दर्शन करने गए थे तो रामलला के विग्रह के पास बड़े-बड़े घास उग आए थे।जिससे उनका मन कष्ट से भर गया।

बताया कि 2020 में जब राम मंदिर का शिलान्यास हुआ तो वे नंगे पांव ही साइकिल चलाकर अयोध्या प्रभु श्रीराम का दर्शन करने गए थे। अब उनका संकल्प पूरा होने का समय आ गया है।जिस घड़ी का उन्हें काफी समय से इंतजार था। अब वह घड़ी करीब आ गई है। जिससे वे काफी प्रसन्न हैं।

बताया कि श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद वे प्रभु का दर्शन करेंगे। 12 जनवरी को माता सीता के समाहित स्थल से नंगे पांव ही 250 किमी की यात्रा कर अयोध्या प्रभु श्रीराम से मिलने जाएंगे।श्रीराम भक्त रमेश सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मिल चुके हैं। बताया कि 28 जुलाई 2023 को वे सीएम योगी से मिलकर अपने संकल्प की जानकारी दी।

जहां सीएम योगी ने उनसे कहा था कि अब तो राम मंदिर बनने लगा है तो जूता-चप्पल पहन लो। इस पर रमेश सिंह ने बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उनके दर्शन करके ही अपने संकल्प को पूरा करेंगे।

रमेश सिंह ने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का उन्हें न्योता नहीं मिला है, लेकिन उन्होंने संकल्प लिया है कि प्रभु श्रीराम का दर्शन जरूर करेंगे। बताया कि वे 12 जनवरी से अपनी पदयात्रा शुरू करेंगे। 22 जनवरी को भले ही दर्शन न हो सके, लेकिन 23 या 24 को दर्शन कर अपना संकलप की पूर्णाहुति करेंगे।

*घर के दरवाजे का कुंडी तोड़कर 24 हजार नगद समेत लाखों का आभूषण उठा ले गए चोर, परिवार के लोग गए थे बनारस*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र के वार्ड नंबर 6 कुंवरगंज में घर के दरवाजा का कुंडी तोड़कर अंदर घुसे चोरों ने अलमारी का लाकर तोड़कर उसमें रखे 24 हजार रुपया नगद एवं लाखों का आभूषण उठा ले गए । घटना की जानकारी तब हुई जब परिवार के लोग बनारस से घर पहुंचे और देखा कि सामान बिखरा हुआ है उनके होश उड़ गये। तत्काल चोरी की सूचना थाना पुलिस को देते हुए चोरी की तहरीर दिया । सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस चोरी के मामले का जांच पड़ताल कर आगे की कार्रवाई में जुड़ गई।

बता दें की ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र के वार्ड नंबर 6 कुंवरगंज स्थित डॉक्टर अनिल श्रीवास्तव के मकान में बीती रात चोरों ने घर के दरवाजे का कुंडी तोड़कर अंदर घुस गए। अंदर घुसे चोरों ने कमरे में रखा अलमारी का लाकर तोड़कर उसमें रखा 24000 रुपया नकद एवं गले का हार ,चैन, अंगूठी समेत अन्य लाखों का आभूषण उठा ले गए। घटना की जानकारी होने के बाद पीड़ित परिवार तत्काल घटना की सूचना थाना पुलिस को देते हुए चोरी की तहरीर दिया । सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन कर आगे की कार्रवाई में जुट गई।

बता दे कि परिजन किसी कार्य से बनारस गए थे और जब लौट कर आए तो देखा कि घर के दरवाजे का कुंडी टूटा है और सामान बिखरा हुआ था।पीड़ित अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि परिवार के साथ हम सभी लोग सोमवार को बनारस गए थे। और जब वहां से लौट कर घर पहुंचे तो मेरी पत्नी चाभी लेकर दूसरे तल पर कमरा खोलने के लिए गई तो देखा कि कमरे का कुंडी टूटा हुआ है और ताला लगा था। कमरे के अंदर गई तो अलमारी टूटा हुआ था और उसमें रखा आभूषण समेत अन्य सामान गायब था। जिसकी जानकारी हम लोगों को हुई तो तत्काल हम सभी लोगों ने पुलिस को सूचना देते हुए चोरी की तहरीर दी है।

*प्रदेश स्तर पर चमकी भदोही पीआरवी, मिला दूसरा स्थान*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मुसीबत में फंसे लोगों की मदद के लिए भदोही पुलिस अब पहले से ज्यादा तेजी से पहुंच रही है। पुलिस का रिस्पांस टाइम यानी सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंचने का औसत समय अब 7.21 मिनट तक पहुंच गया है। नवंबर से करीब 18 सेेकेंड की तेजी आई है। बेहतर रिस्पांस टाइम की वजह से भदोही पीआरवी जोन में लगातार 22वें महीने जहां अव्वल है। वहीं प्रदेश स्तर पर पांचवें से तीन अंक छलांग लागकर दूसरे स्थान पर पहुंच गया।

किस जिले की पुलिस कितनी तेज है, इसका अंदाजा उसके रिस्पांस टाइम से लगाया जाता है। इसका आधार है पीआरवी यानी पुलिस रिस्पांस व्हीकल। आपात कालीन नंबर डायल 112 से जुड़ी पीआरवी को सूचना मिलते ही घटनास्थल पर जाने के लिए कहा जाता है। मौके पर पहुंचने के समय को ही रिस्पांस टाइम कहा जाता है। साल 2022 में रिस्पांस टाइम बहुत ही खराब रहा। 2023 में लगातार स्थिति सुधर रही है। एक साल पहले जहां रिस्पांस टाइम आठ मिनट 38 सेकेंड था। वहीं अब करीब एक मिनट तक घट चुका है।

नवंबर 2023 से दिसंबर के बीच ही करीब 18 सेकेंड का सुधार हुआ। नवंबर में सात मिनट 39 सेकेंड रही, जबकि अब सात मिनट 21 सेकेंड पर पहुंच गया है। पुलिस अधीक्षक डाॅ. मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि दिसंबर में यूपी 112 की रिस्पांस टाईम में सुधार हुआ है। जोन स्तर पर की गई रैंकिंग में भदोही पीआरवी को प्रथम स्थान और प्रदेश स्तर पर की रैंकिंग में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। पिछले 22 महीने से पीआरवी के रिस्पांस टाइम की रैंकिंग में लगातार टॉप पर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रिस्पांस टाइम और भी बेहतर किया जाएगा।

*प्री-बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे 56 हजार छात्र-छात्राएं*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही ।बोर्ड परीक्षा से एक महीने पूर्व हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की प्री-बोर्ड की परीक्षा कराने की तैयारी में माध्यमिक शिक्षा विभाग जुट गया है। 11 से 15 जनवरी के मध्य 193 माध्यमिक और इंटर कॉलेजों में प्री-बोर्ड की परीक्षा कराई जाएगी।

इसमें बोर्ड परीक्षा के 56 हजार छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। डीआईओएस ने सभी प्रधानाचार्यों को परीक्षा समय से कराने का निर्देश दिया।माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से बोर्ड परीक्षा की तिथि पहले ही तय कर दी गई है। 22 फरवरी से शुरू होने वाली परीक्षा से पूर्व छात्र-छात्राओं तैयारी जांचने के लिए प्री-बोर्ड परीक्षा कराई जाएगी। इसके लिए 11 से 15 जनवरी की तिथि निर्धारित की गई है।

पांच दिनों के अंदर कॉलेजों को प्री-बोर्ड परीक्षा करानी है। जिला विद्यालय निरीक्षक विकायल भारती ने बताया कि प्री-बोर्ड परीक्षा के लिए 10 जनवरी तक मॉडल प्रश्नपत्र वेबसाइट पर आ जाएंगे। प्रधानाचार्य मॉडल प्रश्नपत्र को निकालकर परीक्षा कराएं। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल और इंटर की बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकृत 59 हजार 987 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। उन्होंने सभी विद्यालय प्रबंधक व प्रधानाचार्यों को निर्धारित समय सारिणी के अनुसार परीक्षा संपन्न कराकर परिणाम को परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया।

सचल दल संग मजिस्ट्रेट तैनाती की तैयारी

बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण तय होने के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग ने अन्य तैयारी शुरू कर दी है। अब जोनल, सेक्टर मजिस्ट्रेट, कक्ष निरीक्षक संग केंद्र व्यवस्थापक, सचल दस्तों के गठन की कवायद शुरू हो गई है। डीआईओएस ने बताया कि मकर संक्राति के बाद परीक्षा की तैयारी को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

10 से 24 तक उत्तर मध्यमा की प्रायोगिक परीक्षा

संस्कृत शिक्षा परिषद की ओर से उत्तर मध्यमा प्रथम और द्वितीय की प्रायोगिक परीक्षा की तिथि तय कर दी गई है। 10 से 24 जनवरी के मध्य विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज में परीक्षा होगी। जिला विद्यालय निरीक्षक विकायल भारती ने इसके लिए दो परीक्षकों को भी नामित किया है। जिसमें गृह विज्ञान के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय बालिका इंटर कॉलेज महराजगंज की प्रवक्ता पंकज रानी और वाद्य संगीत के लिए राजकीय हाईस्ककूल महुआपुर के सहायक अध्यापक राहुल को बनाया गया है।

*कार्डधारकों को गेहूं-चावल के साथ बाजारा भी मिलेगा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही । जिले में दो लाख 97 हजार कार्डधारकों को फरवरी से गेहूं-चावल के साथ बाजरा भी मिलेगा। शुरूआत में शासन ने 1913 क्विंटल बाजरे का आवंटन भी कर दिया है। अंत्योदय को 10 किलो और पात्र गृहस्थी को दो किलो प्रति कार्ड बाजरा दिया जाएगा।जिले की 546 ग्राम पंचायतों और सात नगर निकायों में कुल 725 कोटे की दुकानें हैं। जहां 38 हजार अंत्योेदय कार्डधारक और दो लाख 50 हजार से अधिक पात्र गृहस्थी कार्डधारक प्रति महीने शासन से मिलने वाली नि:शुल्क राशन सुविधा का लाभ लेते हैं। श्री अन्न यानि मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए दिसंबर में शासन ने कोटे की दुकानों से मोटा अनाज वितरित करने का निर्णय लिया। विभागीय सचिव का पत्र आने के बाद पूर्ति विभाग व्यवस्था को प्रभावी बनाने की मुहिम में जुट गया है। अंत्योदय कार्डधारकों को पहले 14 किलो गेहूं और 21 किलो चावल मिलता था, लेकिन अब 14 किलो गेहूं, 11 किलो चावल और 10 किलो बाजरा मिलेगा। इसी तरह अंत्योदय कार्डधारक को प्रति यूनिट दो किलो गेहूं और तीन किलो चावल के स्थान पर दो किलो गेहूं, एक किलो चावल और दो किलो बाजरा दिया जाएगा।

फरवरी से इसकी शुरूआत होनी है, लेकिन अब तक सिर्फ 1913 क्विंटल बाजरा आवंटित किया गया है जो कार्डधारक एवं यूनिट के सापेक्ष मात्र 30 फीसदी भी नहीं है। जिससे समय से कार्डधारकों को बाजरे की आपूर्ति कर पाना विभाग के लिए बड़ी चुनौती होगी। जिला पूर्ति अधिकारी सीमा सिंह ने कहा कि कार्डधारकों को फरवरी से बाजरा दिया जाएगा। जिसके लिए सभी प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

*बिजली चोरी में तीन साल कारावास, सात लाख अर्थदंड*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। अपर विशेष न्यायाधीश शैलोज चंद्रा की अदालत ने बिजली चोरी के दोषी को तीन साल कारावास और सात लाख के अर्थदंड की सजा सुनाई। तीन साल पूर्व भदोही नगर में दर्ज मुकदमे में कोर्ट ने यह फैसला सुनाया। अर्थदंड न देने पर दोषी को एक साल अतिरिक्त कारावास भुगतना पड़ेगा।

प्रवर्तन दल के उप निरीक्षक बृजेश राय ने भदोही कोतवाली में तहरीर दी कि आठ फरवरी 2020 को सुबह आठ बजकर 35 मिनट पर अधिशासी अभियंता रामकुमार टीम के साथ रिलायंस पेट्रोल पंप के सामने जांच करने पहुंचे। अजय दूबे निवासी कंसापुर को कटिया डालकर रेस्टोरेंट चलाते पाया गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपपत्र न्यायालय में भेजा। अभियुक्त के अधिवक्ता ने तर्क दिया कि उसका यह प्रथम अपराध है। वह एक सम्मानित सभ्रांत व्यक्ति है। कम से कम दंड एवं अर्थदंड दिया जाए।

एडीजीसी क्रिमिनल विकास नारायण सिंह और अजीत कुमार सिंह ने तर्क दिया कि 10 एसी लगे होटल को सात साल तक बिना कनेक्शन लिए संचालित करना गंभीर अपराध है। प्रतिष्ठान में 35 किलोवोट का लोड पाया गया था। लाखों रुपये की बिजली चोरी की गई।। ऐसे में कठोर से कठाेर सजा मिलनी चाहिए। बिजली विभाग की तरफ से 58 लाख 87 हजार 831 रुपया जुर्मान निर्धारित किया गया है। दोनों पक्ष के तर्क सुनने के बाद न्यायाधीश ने अजय दूबे को धारा 135 विद्युत अधिनियम के तहत बिजली चोरी का दोषी मानते हुए तीन साल कारावास और सात लाख अर्थदंड की सजा सुनाई।

*यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा 96 केंद्रों पर कराई जाएगी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा 96 केंद्रों पर होगी। डीएम गौरांग राठी ने 103 केंद्रों के प्रस्ताव को अस्वीकृत करते हुए 96 विद्यालयों को केंद्र बनाने की मंजूरी ने दी। माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर केंद्रों की सूची को अपलोड कर दिया।

अनंतिम सूची में प्रस्तावित 93 केंद्रों में छह राजकीय समेत 10 विद्यालयों को काटकर 13 न‌ए को शामिल किया गया। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने फरवरी में होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए 24 नवंबर को 93 केंद्रों की अंनतिम सूची जारी किया गया। जरुरी संसाधनों की कमी के कारण छह राजकीय विद्यालयों को पहले ही सूची से बाहर कर दिया। 93 केंद्रों को लेकर विद्यालयों की तरफ से कुल 126 आपत्तियां शिक्षा विभाग के पास आई।

जिसमें छात्र - छात्राओं के केंद्रों की दूरी एवं आवंटन का मामला , पूर्व में क‌ई साल तक क‌ई रहे केंद्र विद्यालय के न बनने जैसी शिकायतें शामिल रही। डीएम के निर्देश पर गठित टीम ने 41 विद्यालयों की जांच कर रिपोर्ट सौंपी। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने राजकीय समेत 14 विद्यालयों को काटकर 23 न‌ए विद्यालयों को केंद्र बनाने का प्रस्ताव बनाकर जिलाधिकारी के पास भेजा। हालांकि उसे स्वीकृति नहीं किया गया। करीब पखवारे भर से अधिक समय तक चले मंथन के बाद 96 केंद्र बनाए गए हैं। जिससे बार्ड से प्रभावित 93 के स्थान पर अब 96 केंद्र बने हैं।

जिला विद्यालय निरीक्षक विकालय भारती ने बताया कि जिला स्तरीय समिति के समक्ष 103 केंद्रों की सूची भेजी गई थी। लेकिन डीएम ने 96 केंद्रों की मंजूरी दी। स्वीकृति मिलने के बाद उसे परिषद की वेबसाइट पर अपलोड किया जा चुका है। अगर किसी विद्यालय की आपत्ति दर्ज करानी होगी तो वह सीधे परिषद के पास जाएगा।

बताते चलें कि 2024 में होने वाली बोर्ड की परीक्षा में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में कुल 56 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे।

*नहीं हुआ उपचार तो पैदावार प्रभावित करेंगे खरपतवार, जानें कैसे मिलेगा समाधान?*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- गेंहू की फसल को खरपतवार से बचाना बहुत जरूरी होता है। अगर समय रहते फसल को खरपतवार से नहीं बचाया गया तो यह पूरे फसल में फैल जाती है। जिससे गेंहू उत्पादन पर 20 फीसदी तक असर पड़ने की संभावना बनी रहती है। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक फसल को खरपतवार से बचाने के लिए समय-समय पर दवाओं का छिड़काव बहुत जरूरी होता है। जिले में इस साल 47 हजार हेक्टेयर में गेंहू की खेती की गई। जनपद में गेंहू की किसानों की प्रमुख फसल है। गेंहू की सिंचाई के बाद संकरी पत्ती वाले खरपतवार तेजी से बढ़ने लगते हैं। जिसमें जंगली जई, गेहूंसा, चौड़ी पत्ती, खरतुवा, हिरनखुरी, कंतेली, बथुआ, कृष्णनील, चटरी, मटरी आदि खरपतवार उग आते है। यह खरपतवार तेजी से फैसते हैं। शुरूआत में ही इनका उपचार नहीं किया गया तो खरपतवार पूरे फसल में फैल जाती है। जिससे फसल के नुकसान होने की संभावना बन आती है।

कृषि विज्ञान केंद्र बेंजवा के कृषि विशेषज्ञ डॉ. आरपी चौधरी ने बताया कि गेहूं की फसल में खरपतवार आ जाते हैं, जो खेत के पोषक तत्वों को नष्ट करते हैं। पोषक तत्वों की कमी से पैदावार प्रभावित होता है। इन खरपतवारों से फसल को बचाने के लिए हमें दवाओं का उपयोग करना चाहिए। जिसमें फसल की बुआई के बाद सेल्फोसल्फ्यूरान 75 फीसदी, मैटसल्यूरान मिथाइल 5 फीसदी, 40 ग्राम क्लोडिना कॉप, एक फीसदी वेस्ट उब्लयू पी की मात्रा 500-600 लीटर पानी में घोल बनाकर पहली सिंचाई के बाद और 30 दिन के अंदर छिड़काव करना चाहिए। खेत में चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार को रोकने के लिए 2.4 डी, सोडियम साल्ट, 625 ग्राम या 1.5 लीटर में 2.4 डि एस्टर प्रति हेक्टयेर की दर से 600 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव 35 दिन के अंदर कर दे। बताया कि गेहूं की सिंचाई 21 दिन बाद की जाती है।

किसान खरपतवार को कम करके गेहूं की फसल की पैदावार बढ़ा सकते हैं। बताया कि मौसम भी अब गेहूं की फसल के लिए अच्छा हो रहा है, क्योंकि पिछले कुछ दिनों से कोहरे का असर है। जिससे ठंड बढ़ी है। यह मौसम गेंहू की फसल के लिए उत्तम है।