मगध सुपर 30 एल्युमनी और सोशल आडिट समारोह का हुआ आयोजन : मौजूद लोगों ने कहा- अभ्यानंद आधुनिक युग के द्रोणाचार्य
गया : अभ्यानंद आधुनिक युग के द्रोणाचार्य है। महाभारत काल में द्रोणाचार्य ने अर्जुन, युधिष्ठिर, दुर्योधन सहित कई के गुरु थे। लेकिन एकलव्य जो निर्धन और पिछड़े वर्ग से थे। उन्हें शिष्य नहीं बनाया। वहीं, अभ्यानंद ने समाज के निर्धन लेकिन मेघावी छात्र-छात्राओं के लिए गुरु द्रोणाचार्य साबित हुए।
अभ्यानंद के मार्गदर्शन में मगध सुपर 30 सहित कई संस्थानों से हजारों की संख्या में रहे निर्धन और मेघावी छात्र-छात्राएं आईआईटी/एनआईटी सहित कई लब्धप्रतिष्ठ तकनीकी शिक्षा संस्थानों में प्रवेश पाने में सफल रहे हैं। मगध सुपर -30 एल्युमनी और सोशल आडिट समारोह में जनवरी से 15 दिसंबर के बीच प्राप्त आय और व्यय का लेखा-जोखा समाज के समक्ष रखा गया।
करीब 13, लाख 46 हजार 630 रुपए के आय के साथ 13 लाख 46 हजार 360 रुपया का व्यय हुआ है। जबकि दो महीना का बिजली बिल और फोटोकापी का 13 हजार रुपया की देनदारी राशि बकाया है। इस मौके पर कई छात्रों ने उपस्थित गणमान्य लोगों को बताया कि उनकी माली हालत ऐसी नहीं थी, जो वें कोई कोचिंग सेंटर या अन्य स्थानों पर रहकर जेईई एडवांस/मेंस की तैयारी कर सके। लेकिन मगध सुपर 30 ने समाज के सहयोग से उन्हें मौका दिया।
आज वें आईआईटी, एनआईटी अन्य तकनीकी शिक्षा संस्थानों में प्रवेश पाने में सफल रहे। फिर नौकरी कर रहे हैं। जिससे उनके परिवार की स्थिति में काफी बदलाव आया है। नक्सल प्रभावित इलाकों से आए पास आउट बच्चों के शब्दों में मगध सुपर 30 ने साइलेंट रिवोल्यूशन (सुप्त क्रांति) नक्सलियों के कथित मुक्त क्षेत्र में लाने में सफल रहा है। बच्चों के हाथों में अब हथियार के ट्रिगर के स्थान पर कंम्पयूटर का माउस होता है। नक्सलियों को बाल और महिला दस्ते के लिए छात्र-छात्राएं और महिलाएं नहीं मिल रही है।
एक ने कहा कि खुले आसमान में हम जलते दिया थे। मगध सुपर 30 ने खुले आसमान में जल रहे दीप को बुझने नहीं दिया। बल्कि छत की व्यवस्था कर दीप की रौशनी को और फैलाने में मददगार बना। इस मौके पर अभ्यानंद, डा.नूतन, सुशीला डालमिया, उषा डालमिया सहित कई को भगवान विष्णु का चरण चिन्ह और बुके भेंट किया गया और शाल ओढ़ाकर उन्हें सम्मानित किया गया।
अध्यक्ष अखौरी निरंजन प्रसाद, सचिव पंकज कुमार, कोषाध्यक्ष लालजी प्रसाद, संरक्षक गीता कुमारी, डा कौशलेंद्र प्रताप सिंह, डा अनूप केडिया, प्रमोद भदानी, श्याम भंडारी जनकवि सुरेन्द्र कुमार, सुरेंद्र आदि ने समारोह को सम्बोधित किया।
वहीं, अभिभावक सोनी गुप्ता, राकेश कुमार, विजय कुमार शाह के अलावे छात्रा अदिति कुमारी, तनीषा, जयश्री, रितिका, नैंसी, आरोही, भास्कर, आशीष, आशुतोष , जयप्रकाश, कृष्णा, नीतीश, अनुराग, मनीष, शिवम्, पीयूष आदि ने नाट्य मंचन किया। धन्यवाद ज्ञापन तनीषा कुमारी ने की।
गया से मनीष कुमार
Dec 25 2023, 11:22