महान स्वतंत्रता सेनानी सह पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 121 वीं जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा


भारत के विकास में किसानों की अहम भूमिका "विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित।       

राष्ट्रीय किसान दिवस एवं भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी सह पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 121 वीं जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन , मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन। आज दिनांक 23 दिसंबर 2023 को राष्ट्रीय किसान दिवस एवं भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी सह भारत सरकार के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की 121वी जन्म दिवस के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया जिसका विषय था" भारत के विकास में किसानों की अहम भूमिका"।

 जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवीयो एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली ,डॉ अमित कुमार लोहिया ,वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक, सामाजिक कार्यकर्ता नवीदूं चतुर्वेदी, पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन एवं डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन 23 दिसंबर 1902 को महान स्वतंत्रता सेनानी सह भारत सरकार के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्म हुआ था। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्श एवं मूल्यों के अनुरूप देश के विकास एवं किसानों के प्रति उनके मन में बहुत हमदर्दी थी।

चौधरी चरण सिंह देश के ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्हें हमेशा उनकी सादगी के लिए जाना जाता है। 

जमीन से उठकर सियासत की बुलंदी तक पहुंचने वाले चौधरी चरण सिंह ने पूरे जीवन भर देश , किसानों, गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों की लड़ाई लड़ी। इस अवसर पर वक्ताओं ने एक घटना याद करते हुए कहा कि

किसानों की एक शिकायत का निस्तारण करने के लिए चौधरी चरण सिंह मैला कपड़ा पहने हुए किसान की वेशभूषा में इटावा के ऊसराहार थाने में रपट लिखाने के लिए पहुंच गए थे। थाने पर तैनात पुलिसकर्मी चरण सिंह को इस साधारण वेशभूषा में पहचान नहीं सके और उनसे रिश्वत की मांग कर दी। बाद में असलियत पता लगने पर हड़कंप मच गया और पूरा ऊसराहार थाना सस्पेंड कर दिया गया था।

चौधरी चरण सिंह को भारतीय सियासत के सादगी पसंद नेताओं में शुमार किया जाता रहा है। उन्हें दिखावे के साथ ही फिजूलखर्ची से काफी नफरत थी। 1979 में देश के प्रधानमंत्री पद की कुर्सी पर पहुंचने वाले चौधरी चरण सिंह हमेशा आम लोगों की बात सुनने को तत्पर रहते थे। यही कारण था कि कई मौकों पर वे सुरक्षा का तामझाम छोड़कर आम लोगों के बीच पहुंच जाया करते थे। उनकी यह सादगी लोगों को काफी पसंद आया करती थी।

1979 में प्रधानमंत्री बनने के बाद चरण चौधरी चरण सिंह के पास किसानों की कई शिकायतें पहुंचीं। किसानों की शिकायत थी कि पुलिस और ठेकेदारों की ओर से घूस लेकर उन्हें परेशान किया जा रहा है।

 किसानों की इन शिकायतों को लेकर चौधरी चरण सिंह काफी गंभीर थे और उन्होंने खुद ही इस शिकायत की सच्चाई जानने और इसका समाधान खोजने की कोशिश की।

1979 के अगस्त महीने के दौरान शाम के वक्त मैली-कुचैली धोती पहनकर एक बुजुर्ग किसान उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के ऊसराहार थाने में अपनी शिकायत लेकर पहुंचा। किसान ने थाने में अपने बैल के चोरी हो जाने की रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की। थाने में मौजूद दरोगा रुआबी भरे अंदाज में किसान से उल्टे-सीधे सवाल पूछने लगा।

दरोगा ने बिना रिपोर्ट लिखे किसान को उल्टे पांव लौटा दिया। 

बुजुर्ग किसान के लौटते समय पीछे से एक सिपाही बोला कि थोड़ा खर्चा पानी देने पर रिपोर्ट दर्ज कर ली जाएगी। आखिरकार 35 रुपये की रिश्वत पर रिपोर्ट लिखे जाने की बात तय हुई। बुजुर्ग किसान की ओर से पैसा दिए जाने के बाद रिपोर्ट लिख ली गई।

रिपोर्ट दर्ज करने के बाद थाने के मुंशी ने बुजुर्ग किसान से सवाल पूछा कि वे हस्ताक्षर करेंगे या अंगूठा लगाएंगे।

 किसान ने हस्ताक्षर करने की बात कही तो मुंशी ने हस्ताक्षर के लिए कागज बढ़ा दिया। बुजुर्ग किसान ने हस्ताक्षर के लिए पेन निकालने के साथ स्याही वाला पैड उठाया तो मुंशी भी हैरान रह गया। बुजुर्ग किसान ने हस्ताक्षर करने के साथ कुर्ते की जेब से मुहर निकालकर थाने के कागज पर ठोक दी।

मुहर पर लिखा हुआ था प्रधानमंत्री भारत सरकार। कागज पर प्रधानमंत्री की मुहर देखकर पूरे थाने में हड़कंप मच गया। वह बुजुर्ग किसान और कोई नहीं बल्कि भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह थे। रिश्वत लेने के मामले में बाद में पूरे ऊसराहार थाने को सस्पेंड कर दिया गया था।

 इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि सरकार के अथक प्रयासों के बावजूद किसानों के लिए बहुत कुछ करना अभी बाकी है। भारत के विकास में किसानों का योगदान अतुल्य ले रहा है।

39 लाख से संतघाट में मुक्तिघाट बनने का रास्ता हो रहा साफ:गरिमा

नगर के बसवारिया जगदम्बानगर में 2.86 करोड़ की लागत से स्वीकृत विद्युत एवं पारम्परिक शवदाह गृह और 39 लाख से बनने वाले संतघाट में मुक्तिघाट शवदाह गृह के निर्माण का रास्ता साफ होने लगा है।

इसकी जानकारी देते हुए नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बताया कि बिहार प्रदूषण नियंत्रण पर्षद पटना के स्तर से बहाल एक्सपर्ट दल ने पर्यावरण संरक्षा की दृष्टि से स्थल निरीक्षण का कार्य पूरा कर लेने के बाद की उनसे भी शिष्टाचार मुलाकात की है। महापौर श्रीमती सिकारिया ने बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के सचिव एस. चंद्रशेखर के स्तर से नामित पटना के ए एन कॉलेज के इन्वायरमेंट एंड वेदर डिपार्टमेंट की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नूपुर बोस, अमृत रत्न और अभिषेक दत्ता से मुलाकात में मिली जानकारी के आधार पर नगर निगम क्षेत्र के लिए अपनी दोनों महत्वाकांक्षी योजनाओं का मार्ग प्रशस्त होते देख नगर विकास एवम आवास विभाग व सरकार के प्रति हृदय से आभार जताया है।

महापौर ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र के जगदम्बानगर के समीप बनने को स्वीकृत 2.86 करोड़ से भी अधिक की लागत वाले अत्याधुनिक विद्युत शवदाह गृह के लिए निविदा प्रक्रिया भी पूरी की जा चुकी है। वही नगर निगम क्षेत्र के समीपवर्ती संतघाट में कुल 39 लाख से बनने वाले मैनुअल पारम्परिक मुक्तिघाट शवदाह गृह के निर्माण का रास्ता साफ होते देख मुझे बेहद खुशी मिली है। साथ ही महापौर ने यह भी बताया कि इन दोनों शवदाह गृह के अलावा निगम में पड़ने वाले अन्य 25 मुक्तिघाट शवदाहगृह के जीर्णोद्धार की लिस्ट बिहार प्रदूषण नियंत्रण पर्षद पटना के एक्सपर्ट दल को बिभागीय स्वीकृति हेतु सौंप दी गई है।

2.33 करोड़ लागत की 22 योजनाओं के जारी कार्यादेश में गुणवत्ता और समयबद्धता का जेई करें पालन : महापौर

बेतिया: दो करोड़ 33 लाख 43,000 रूपये की लागत वाली विभिन्न वार्डों की कुल 22 योजनाओं का कार्यादेश गुरुवार को नगर निगम महापौर के द्वारा जारी किया गया। महापौर गरिमा देवी सिकारिया के द्वारा प्रत्येक विकास योजनाओं में गुणवत्ता और निर्धारित समयबद्धता का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश अभिकर्ता जेई मनीष कुमार और संवेदकों को दिया गया। 

अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में श्रीमती सिवारिया ने कहा कि निर्धारित समय सीमा के साथ चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के अंदर ही सड़क व नाला निर्माण पूरा कराने का महापौर के द्वारा सख्त निर्देश दिया गया। 

महापौर ने बताया कि नगर निगन के वार्ड-46 बैधनाथपुर में रामविलास महतो के घर से हरिहर साह के घर के पास तक सड़क निर्माण कार्य पर कुल 1459450 की लागत आएगी। वही वार्ड -27 के कालीकुंज में सुरेन्द्र प्रसाद बयौत के घर से विनोद तिवारी का घर होते मेन रोड तक 751600 की लागत से सड़क एवं नाला निर्माण कार्य। वही वार्ड -44 में पीपरा में मोहन ठाकुर के घर भाया गुदर बीन के घर से बीजली बीन के घर तक 9,62000 सड़क एवं नाला निर्माण कार्य को स्वीकृति दी गई है। 

इसी प्रकार वार्ड-45 शेखौना मठ टोला में 567000 की लागत सेबुनीलाल महतो के घर से मेन रोड तक नाला एवं सड़क निर्माण कार्य।वार्ड -18 में1489600 लागत से रामचंद्र कुशवाहा के घर से कम्युनिष्ट पार्टी चौक होते हुए मोहन चौधरी के घर तक कालीकरण सड़क निर्माण कार्य पूरा होगा।

वार्ड-18 में 1498000 के खर्च से सागर पोखरा चौक से प्रितम के घर के पास तक कालीकरण सड़क निर्माण कार्य किया जायेगा।वार्ड -19 में 435200 की लागत से जैनुल अब्बुद्दीन के मकान से दीनानाथ साह के मकान तक सड़क निर्माण कार्य होगा।

वार्ड -36 के बरवत प्रसराईन में 404900 से बिन्देश्वरी ठाकुर के घर से रामलाल महतो के घर भाया अशोक पटेल जी के घर तक नाला निर्माण कार्य होना स्वीकृत हुआ है। वार्ड -39 हरदिया में ललन प्रसाद के घर भाया स्कूल गेट से गणेश राम के घर तक सड़क निर्माण कार्य पर 731500 खर्च किए जायेंगे। 

वार्ड-38 में हेमन्त कुमार भाया भिखारी महतो के घर से कोहड़ा नदी तक 458200 की लागत से नाला निर्माण कार्य होगा। इसी प्रकार वार्ड -26 न्यू कॉलोनी में 550800 की लागत से श्याम जी के घर भाया अश्वनी के घर से कुंदन राय के घर के पीछे तक नाला निर्माण किया जाएगा। 

वही वार्ड-25 में सुदामा शर्मा के घर भाया उमाशंकर साही जी के घर से पाठक के घर तक नाला निर्माण कार्य को 731900 की लागत से पूरा किया जायेगा। वही वार्ड -4 में पलटू साह के घर से दक्षिण चमारटोली पुल तक सड़क निर्माण कार्य पर 1348400 की लागत आएगी।वही वार्ड -15 में उपाध्याय के घर सेनया बाजार चौक तक सड़क निर्माण कार्य को 1489200 से स्वीकृति दी गई है। 

वार्ड -32 में डॉ० लालबाबू के घर से मुस्तफा जी घर तक सड़क एवं नाला निर्माण कार्य को 1067700 से पूरा किया जायेगा।वार्ड-33 में चंडी राय से शिव मंदिर तक नाला एवं रोड तथा सबरू गदी के घर से बुंदी गदी के घर तक नाला एवं रोड निर्माण कार्य को 1050700 से पूरा किया जायेगा।वार्ड -35 में बेलदारी में असर्फी के घर से गिरी के घर एवं प्रमोद राम के घर से राधा राम के घर तक एवं शेख नूर जमा के घर से शेख उमरान के घर तक सड़क निर्माण कार्य पर कुल 1063300 की लागत आएगी। 

वही वार्ड 40 चरगाहाँ में नगीना पटेल के घर से रवि पटेल के घर तक सड़क निर्माण कार्य को 1234200 की लागत से पूरा किया जायेगा। वहीं विभिन्न संवेदको को वार्ड 6 में गुंजन श्रीवास्तव के घर से सुदामा जी के घर तक सड़क निर्माण एवं गुंजन जी के घर से सुदामा जी के घर होते हुए विनय जी के घर तक नाला निर्माण एवं संजय महतो के घर से महाबीर साह के घर तक सड़क एवं नाला निर्माण 373680/- राशि से करने, वार्ड 2 में कुदरत चौधरी के घर से हीरालाल साह के घर होते हुए नन्दकिशोर यादव के घर तक आर०सी०सी० नाला निर्माण 3134790/- राशि से करने, वार्ड 22 में संतोष जी के घर से काजी मलिक जी के घर तक आर०सी०सी० नाला निर्माण 1873350/- राशि से एवं वार्ड 28 में दिनेश कुमार के घर भाया सुभाष जी के घर से घनश्याम चौबे जी के घर तक आर०सी०सी० नाला निर्माण 667530/- राशि से पूरा करने हेतु कार्यादेश प्रदान किया गया।

खुद का भी पक्का छतदार मकान का सपना पाले गरीबों के लिए "सबके लिए आवास" योजना वरदान:गरिमा

बेतिया।नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के 28 लाभुकों का मकान तैयार हो जाने पर इनको प्रतिकात्मक रूप में उनके मकान की चाभी और अंतिम किस्त सौंपा गया। इस मौके पर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि खुद का भी पक्का छतदार मकान का सपना पाले गरीबों के लिए "सबके लिए आवास" योजना एक प्रकार से सरकारी वरदान है। श्रीमती सिकारिया ने कहा कि अपने नगर निगम क्षेत्र के एक भी गरीब का मकान कच्चा नहीं रहने देना हमारा संकल्प है।

इसको लेकर जनता को उसका वाजिब हक दिलाना हमारी जिम्मेदारी है। वे बुधवार को नगर निगम के महापौर कक्ष में 'हाउसिंग फॉर ऑल' योजना के चौथे किस्त मद में तीस तीस हजार रूपये भुगतान का कागजात 28 लाभुकगण यथा मो. सलाउद्दीन खान, मो. सरफराज खान, अरमान अली, भिखम यादव, ओजैर अहमद, रामप्रवेश ठाकुर, भरत प्रसाद, हजरा खातून, गीता देवी, अब्दुल सलाम, राजेश्वर ठाकुर, मो. सरफुदीन अंसारी, सजादा खातून, जीतेन्द्र कुमार शर्मा, शर्मीला देवी, समसून नेशा, शबनम अब्दुल्लाह, बेबी देवी, तबस्सुम नेशा,मो. कलाम आदि को सौंपने के बाद बोल रहीं थीं। इस मौके पर महापौर श्रीमती सिकारिया के हाथों दूसरी किस्त कुल 57 लाभुकों को एक-एक लाख का अंशदान दिया गया है।

जिसमें नगर निगम के विभिन्न वार्डों की लाभुकों में शांति देवी, लीची देवी, रामकली देवी, वाकू साह, पनवा देवी, दिलीप यादव, मोह० एकराम, नंदन यादव, सुनैना देवी, बेगम खातून, सुमित्रा देवी, मो० सलीम मियां, जरीना हकतुम, मालती देवी, सुबोध राम, आशा देवी, शोभा देवी, नथुनी महतो, अध्या महतो, द्रौपदी देवी, राजेंद्र कुमार, प्रमोद शर्मा, शामू राम, लालन पटेल, सहजादी बेगम, संध्या देवी, मो० महरूफ अंसारी, ताहिर आलम, अमाना खातून, जैबुन नेशा, मिसरून नेशा, जलेखा खातून, ओमप्रकाश साह, संजय गिरी इत्यादि के नाम शामिल हैं।

इस मौके पर मौजूद रहे नगर आयुक्त शंभू कुमार ने बताया कि आज सबके लिए आवास योजना के विभिन्न स्तर के कुल 85 लाभुक परिवारों के बीच 65.40 लाख की रकम का वितरण किया गया है। इस आयोजन के मौके पर सिटी मैनेजर अरविंद कुमार, मो. शहजाद, अमित कुमार, साहेब अली, मो. तबरेज, जुलम साह, संजय शर्मा, मो. कजाफी, पार्षद मो. जुबेर आदि की भी सहभागिता रही।

SSB 44वीं वाहिनी नरकटियागंज ने अपना 60वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया

नरकटियागंज : आज 20 दिसंबर को 44 वाहिनी सशस्त्र सीमा बल नरकटियागंज ने अपना 60वां स्थापना दिवस धूम धाम से मनाया।

इस स्थापना दिवस में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम शामिल रहे जैसे स्पेशल गार्ड द्वारा सलामी, मुख्य अतिथि का सम्बोधन, युवाओं के लिए क्रिकेट मैच प्रतियोगिता, वॉलीबॉल प्रतियोगिता, रास्स्साकसी प्रतियोगिता, बच्चों के लिए सैकरेस प्रतियोगिता, जलेबी रेस प्रतियोगिता, स्पून मार्बल प्रतियोगिता, महिलाओं के लिए सुई धागा प्रतियोगिता, मटका फोड़ प्रतियोगिता, म्यूजिकल चेयर प्रतियोगिता, पुरस्कार वितरण, एवं बड़ा खाना इत्यादि शामिल रहाl

कार्यक्रम के दौरान श्री सुरेश सुब्रमण्यम क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया, श्री सूर्यप्रकाश गुप्ता एस.डी.एम. नरकटियागंज, श्री प्रवीण कुमार, एस. बी. आई. मैनेजर, श्री गोविंद कुमार ठाकुर, कार्यवाहक कमांनडेंट 44 वाहिनी एवं अन्य अधिकारी सहित जवान एवं उनके परिवार सहित लगभग 800 लोग उपस्थित रहेl

'मुथूट फिनकॉर्प लिमिटेड' की शाखा का नगर निगम महापौर ने किया उद्घाटन, मौके पर कही यह बात

बेतिया : नगर के लाल बाजार में हजारीमल धर्मशाला के समीप मुथूट फिनकॉर्प लिमिटेड की शाखा का उद्घाटन नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल श्रीमती सिकारिया ने कहा कि वर्त्तमान परिवेश में रोजगार और कारोबार को गति देने के लिए पूंजी बाजार के सपोर्ट की बड़ी दरकार है। ताकि समाज के कारोबारी सोच के लोगों को भारतीय रिजर्व बैंक के मानक गाइड लाइन के तहत जरूरतमंदों को पूंजी उपलब्ध हो सके। 

महापौर श्रीमती सिकारिया ने यह भी कहा कि आज लोगों की जरूरत के अनुरूप ऋण पूंजी मुहैया कराने सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र बैंक और वित्तीय संस्थान खर्रे नहीं उतर पा रहे। जरूरत और मांग के अनुरूप ऋण पूंजी योजनाओं के उपलब्ध नहीं होने से कारोबारी पूंजी का बेहद अभाव है। 

मुझे उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व के मानक गाइड लाइन के अनुरूप मुथूट फिनकॉर्प लिमिटेड की बेतिया शाखा निश्चित ही हमारे नगर निगम वासियों के लिए पूंजी बाजार आधारित सहयोग और सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य करते हुए जनता के भरोसा जीत सकेगी।  

वही कंपनी के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि मुथुट फाइनेंस लिमिटेड भारतीय वित्तीय निगम और देश में ऋण और स्वर्ण ऋण देने वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्था है। 

हमारी कम्पनी सोने के लेनदेन के वित्तपोषण के अतिरिक्त विदेशी मुद्रा सेवाएं, धन हस्तान्तरण, धन प्रबन्धन सेवाएं, यात्रा और पर्यटन सेवाएँ प्रदान करती है तथा सोने के सिक्के और ज्वेलरी भी ईएमआई पर बेचती है। 

इस मौके पर शाखा प्रबंधक अरुण कुमार, पूर्व विधायक प्रकाश राय, दीपेंद्र सराफ, नवेंन्दु चतुर्वेदी, कुश कश्यप एवं गणमान्य लोगों आदि की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही।

*मैं बहुत दुःखी हूं कि अपने सेवांत जैसा हक पाने में भी 23 साल तक का इंतजार करना पड़ा है:महापौर

बेतिया : महापौर गरिमा देवी सिकारिया के द्वारा नगर निगम की सेवा से जून 2000 में रिटायर सफाईकर्मी महादेव रावत, इंद्रदेव मल्लिक तथा 2002 में रिटायर कल्पतिया देवी और वर्ष 2003 में सेवा निवृत ओमप्रकाश राउत व बैजनाथ प्रसाद सहित कुल 26 पूर्व नगर निगम कर्मियों के बीच 45.01 लाख राशि के भुगतान का कागजात लाभुकों को शॉल ओढ़ाकर मुँह मीठा कराकर उनके हाथ में सोमवार को सौंपा गया। 

इस मौके पर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि आप सबको अपने जीवन की गाढ़ी कमाई में से हुई कटौती के साथ नगर निगम के भी अंशदान की राशि और कागजात आप सबको सौंपने हुए आज मुझे खुशी के साथ बहुत दुःख भी हो रहा है। यह इसलिए कि आपको अपना हक पाने के लिए 23 साल से भी अधिक का इंतजार करना पड़ा। यह स्थिति तब है जबकि महापौर के पद की शपथ लेने के साथ समयबद्धता को सर्वोपरि मानकर काम करना शुरू किया था। बावजूद इसके आज मैं इसको लेकर बहुत दुखी हूं कि आज भुगतान से पहले ही हमारे रिटायर कर्मियों में से कई लोग मर चुके हैं। उनकी सेवांत राशि का भुगतान उनके आश्रितजन को किया गया है। 

कहा कि हमने बचपन में पढ़ा है कि विलंब भी अन्याय के समान है। आप सबको भी किसी न किसी रूप में देरी की वजह से इस अन्याय का शिकार होना पड़ा। मुझे यह कहने में तनिक संकोच नहीं कि इसका कारण हमारा ही सिस्टम और उसकी उदासीनता है। 

उन्होंने बताया कि वर्ष 2000 के जून से लेकर वर्ष 2019 तक में रिटायर हुए सहीम अहमद, कैलाश महतो, घोघरी देवी, हिरा राउत, अयोध्या राउत, शारदा देवी, पारस राउत, मोहन राउत, ध्रुवपती देवी,कैलाशी देवी, कान्ति देवी, विणा देवी, फुलझरिया मेहतरानी, लिलावती देवी, शिवकली देवी, झूलन राउत, ललिता देवी,मीरा देवी, स्व.गोपाल राउत,स्व.मनोज कुमार ओम प्रकाश राउत, बैजनाथ प्रसाद, कैलाश महतो, घोघरी देवी, हिरा राउत, अयोध्या राउत, शारदा देवी, पारस राउत, मोहन राउत, ध्रुवपती देवी, कैलाशी देवी, कान्ति देवी, विणा देवी, फुलझरिया मेहतरानी, लिलावती देवी, शिवकली देवी, झूलन राउत, ललिता देवी, मीरा देवी के साथ स्व. गोपाल राउत, स्व. मनोज कुमार के आश्रित दावेदार को सेवांत लाभ मद में भुगतेय राशि का भुगतान कराया जा रहा है। 

महापौर श्रीमती सिकारिया बताया कि बीते माह मैं नगर निगम कार्यालय से लेकर अनेक बीमार पड़े कुल 19 रिटायर सफाई कर्मियों के घर पर जाकर उनको भुगतान का कागजात सौंपा है। 

मौके पर नगर निगम के रमन कुमार, संजीव कुमार, साहेब अली, मोहम्मद हैदर इत्यादि उपस्थित रहे।

पार्षदगण के सहयोग से नगर के प्रत्येक वार्ड का सर्वांगीण विकास मेरी पहली प्राथमिकता : महापौर

बेतिया - महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने नगर निगम के वार्ड विभिन्न वार्डों में पीसीसी सड़क और आरसीसी नाले का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि नगर पार्षदगण के सहयोग से नगर के प्रत्येक वार्ड का सर्वांगीण विकास मेरी पहली प्राथमिकता है। अनेक समस्याओं और अवरोध के बावजूद पूरे नगर निगम क्षेत्र के चतुर्दिक विकास का अभियान जारी रहेगा। 

इस क्रम में श्रीमती सिकारिया ने नगर निगम के वार्ड 23 में सागर ऐतिहासिक पोखरा के कॉलोनी के सागर पोखरा के पूर्वी भाग में धीरज जी के घर से कुल 15.99 लाख की लागत से आरसीसी नाला और मनोज जी के घर से शत्रुघ्न बनर्जी के घर तक नव निर्मित पीसीसी उद्घाटन स्थानीय नगर पार्षद राजकुमार की उपस्थिति महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने किया। 

इस मौके पर नगर पार्षद इंद्रजीत यादव, रोहित सिकरिया, दीपक कुमार, शैलेश कुमार, पार्षद प्रतिनिधि मो.कजाफी, सरफराज अहमद, कनीय अभियंता सजा सुमन के अतिरिक्त दर्जनों गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इसी प्रकार वार्ड 38 के रूपडीह मुहल्ले में भूरी महतो के घर से कोहड़ा नदी के पास तक 17.57 लाख से नव निर्मित आरसीसी नाला का उदघाटन महापौर गरिमा देवी सिकारिया द्वारा ही स्थानीय नगर पार्षद नवनीत कुमार रंजन और वार्ड 8 के नगर पार्षद कुणाल सर्राफ की मौजूदगी में किया गया। 

वही नगर निगम के वार्ड 15 में 14.89 लाख रूपये से उपाध्याय जी के घर से नया बाजार चौक तक पीसीसी रोड का शिलान्यास महापौर गरिमा देवी किया गया है। इस मौके पर स्थानीय नगर पार्षद अफरीना खातून, पार्षद प्रतिनिधि व पूर्व पार्षद नेहाल अहमद, अरमान अहमद, ओबैद अहमद मौजूद रहे।

विजय दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि।

1971 में अमर शहीदो,स्वतंत्रता सेनानियों एवं वीर सैनिकों का योगदान" विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न। 52वी विजय दिवस पर नायको, अमर शहीदों ,स्वतंत्रता सेनानी एवं वीर सैनिकों को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि।

विजय दिवस की 52 वी वर्षगांठ पर दिया विश्वशांति अहिंसा पर्यावरण संरक्षण एवं आपसी प्रेम का संदेश ।           

   आज दिनांक 16 दिसंबर 2023 को विजय दिवस की 52वी वर्षगांठ पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया ,जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ,बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली , डॉ अमित कुमार लोहिया , डॉ अमानुल हक वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से सर्वप्रथम बांग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीब उर रहमान , स्वर्गीय इंदिरा गांधी,अमर शहीदों स्वतंत्रता सेनानियों एवं भारत के उन हजारों सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने पाकिस्तान के साथ युद्ध में विजय प्राप्त की एवं बांग्लादेश की स्थापना के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। बांग्‍लादेश के मुक्ति संग्राम में भारत की अहम भूमिका रही थी। तब पूर्वी पाकिस्‍तान में 9 महीने तक खूनी संघर्ष की स्थिति बनी रही।

9 महीनों की खूनी संघर्ष के बाद जनरल नियाजी के साथ करीब 93हजार पाकिस्तानी सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने हथियार डाल दिए थे। इस अवसर पर वक्ताओं ने महात्मा गांधी, बंगबंधु शेख मुजीब उर रहमान, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी, अमर शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों के आदर्शों एवं मूल्यों पर‌‌ प्रकाश डालते हुए विश्व शांति अहिंसा पर्यावरण संरक्षण एवं आपसी प्रेम का संदेश दिया। इस अवसर पर एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया, जिसका विषय था" विजय दिवस 1971 में अमर शहीद स्वतंत्रता सेनानियों एवं वीर सैनिकों का योगदान"।

इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल ,डॉ शाहनवाज अली डॉ अमानुल हक एवं डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से पुनः कहां कि बांग्लादेश की आजादी में भारत की भूमिका अहम रही थी। इसे इंदिरा गांधी के राजनीतिक करियर के महत्‍वपूर्ण फैसलों में गिना जाता है।

पूर्वी पाकिस्‍तान जब आजादी के लिए संघर्ष कर रहा था, मुक्ति वाहिनी की प्रशिक्षण, आश्रय और हथियार जैसी जरूरतें भारत की मदद से ही पूरी हुई। भारत ने तब पूर्वी पाकिस्‍तान से लाखों की संख्‍या में आने वाले शरणार्थियों को आश्रय और भोजन भी मुहैया कराया था। एक स्वतंत्र बांग्लादेश के लिए पूरे भारत से सहज समर्थन मिल रहा था। बिहार, उत्‍तर प्रदेश, असम, नागालैंड, त्रिपुरा जैसे कई राज्यों ने भी बांग्‍लादेश की स्‍वतंत्रता के समर्थन में अपनी विधानसभाओं में प्रस्‍ताव पारित किया था।

बांग्‍लादेश की आजादी को लेकर बुनियाद साल 1952 में ही पड़ गई थी, जब पाकिस्‍तान की हुकूमत ने उर्दू को पूरे देश की आधिकारिक भाषा बनाने की घोषणा की, लेकिन मुल्‍क की आजादी को लेकर निर्णायक संघर्ष साल 1971 में नौ महीनों के लिए हुआ, जिसकी शुरुआत 26 मार्च को बांग्‍लादेश की आजादी की घोषणा के साथ ही हो गई। आजादी के इस जंग के नायक शेख मुजीबउर रहमान थे, जिन्‍हें पाकिस्‍तान की सेना ने उसी रात गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के तीन दिन बाद उन्‍हें कराची ले जाया गया था।

बंधु बंधु शेख मुजीबउर रहमान को करीब नौ महीने तक मियांवाली जेल की कालकोठरी में रखा गया था। इस बीच ढाका की सड़कों पर संघर्ष हुई थी। पाकिस्‍तानी सेना का दमन मानवाधिकार उल्‍लंघन के सभी रिकॉर्ड तोड़ रहा था। महिलाओं के साथ दुष्‍कर्म जैसी जघन्‍य वारदातें भी सामने आ रही थीं। लेकिन पूर्वी पाकिस्‍तान में स्‍वतंत्रता की भावना इस कदर मजबूत थी कि पाकिस्‍तानी सेना तमाम हथकंडों के बावजूद उन्‍हें कुचलने में नाकाम रही।

इस दौरान पाकिस्‍तान के साथ भारत का सशस्‍त्र संघर्ष औपचारिक तौर पर 3 दिसंबर को पाकिस्‍तानी सेना द्वारा भारत पर हमले के साथ शुरू हुआ था। करीब 13 दिनों तक चली जंग 16 दिसंबर, 1971 को खत्‍म हुई थी, जब पाकिस्तान के जनरल नियाजी के साथ करीब 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने हथियार डाल दिए थे। भारत में यह दिन विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।

अब जिला प्रशासन की निगरानी में होगी नगर निगम की सभी खरीदारी: गरिमा

बेतिया। नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बताया कि अब जिला प्रशासन की निगरानी में नगर निगम की सभी संसाधनो की खरीदारी संपन्न की जायेगी। वही प्रतिवर्ष के करोड़ों के संसाधनों के खरीद की निविदा प्रक्रिया भी जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय के स्तर से मनोनित पदाधिकारीगण की देखरेख में संपन्न की जा सकेगी। श्रीमती सिकारिया ने बताया कि बीते अक्तूबर 2023 में बोर्ड से पारित प्रस्ताव के बाद उनके अनुरोध पर डीएम द्वारा जिला के दो प्रतिनिधि पदाधिकारी का मनोनयन कर दिया गया है। राज्य कर के स्थानीय उपायुक्त राजन कुमार श्रीवास्तव और जिला कोषागार के सहायक कोषागार पदाधिकारी सुनील पासवान नगर निगम की क्रय समिति में जिला प्रशासन का प्रतिनिधित्व करने के लिए जिलाधिकारी स्तर से मनोनित किए गए हैँ। यहां उल्लेखनीय है कि नगर आयुक्त के स्तर से संपन्न साफ सफाई कार्य की आउटसोर्सिंग एजेंसी 'पाथेय' के साथ अनुबंध में विहित प्रावधान की अनदेखी वाली महापौर की आपत्तियों से सहमत होने के बाद विभागीय जांच के आधार पर विभागीय अपर मुख्य सचिव के सख्त आदेश के आलोक में नगर आयुक्त शंभू कुमार को पाथेय के साथ नगर निगम के तीन साल और दो साल और कार्य करने के अनुबंध को रद्द करना पड़ा है। श्रीमती सिकारिया ने जिला पदाधिकारी महोदय को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब जिला प्रशासन स्तर के दो प्रतिनिधि सदस्य के नगर निगम की क्रय समिति में शामिल रहने से सरकारी विहित नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सकेगा।

बेतिया नगर निगम बोर्ड से पारित स्ट्रीट लाइट खरीदारी के प्रस्ताव पर अन्य नगर निकायों के द्वारा खरीद दर एवं मानक में काफ़ी अंतर पाए जाने के कारण अब खरीदारी पर विभाग से लगी रोक 

बेतिया। महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बताया कि संपूर्ण नगर निगम क्षेत्र में सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था को प्रभावी बनाने की कार्रवाई पर नगर विकास एवं आवास विभाग से रोक लगा दी गई है। हालांकि स्ट्रीट लाइट व हाई मास्त लाइट की खरीद के लिए बोर्ड से करीब चार माह पूर्व पारित प्रस्ताव पर अन्य निकायों द्वारा विभागीय प्रावधानों की अनदेखी के कारण ऐसी स्थिति बनी है। नगर विकास एवं आवास विभाग ने इससे संबंधित खरीदारी पर रोक संबंधी आदेश में विभाग के अपर निदेशक शशिभूषण प्रसाद के द्वारा कहा गया है कि बिहार के अनेक नगर निकायों में स्ट्रीट लाइट, पोल और अन्य उपयोगी सामानों की खरीद में निर्धारित दर एवं उसके मानक की अनदेखी तथा प्रतिष्ठित कंपनियों से लाइटों का क्रय नहीं किये जाने की जानकारी मिलने पर अगले आदेश तक ऐसी कोई भी खरीदारी पर नगर विकास एवम आवास विभाग से रोक लगा दी गई है।