तीरंदाजी प्रतियोगिता में नेमवि में आलओवर चैम्पियनशिप प्राप्त की
ललितपुर। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी द्वारा आवंटित अन्तर महाविद्यालयीन तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन नेहरू महाविद्यालय में संपन्न हुआ। प्रतियोगिता का शुभारम्भ मुख्य अतिथि राज्यमंत्री मनोहरलाल, पूर्व राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा, नेमवि प्रबंधक प्रदीप चौबे, सदर विधायक रामरतन कुशवाहा, जिला पंचायत अध्यक्ष कैलाश नारायण, प्राचार्य, मनोविज्ञान प्रो. अवधेश अग्रवाल, संस्कृत विभाग प्रो.ओमप्रकाश शास्त्री ने संयुक्त रूप से अतिवीर हनुमानजी के चित्र पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलित करके किया।
मुख्य अतिथि राज्यमंत्री ने कहा कि खेल का मैदान उत्तम सदगुणों की स्थायी छाप छोड़ता है। प्रतिकूल परिस्थितियों से जूझने की शक्ति खेल के मैदान से ही विकसित होती है। संयम, अच्छे खिलाड़ी का आभूषण है। खेल के मैदान में सीखा गया अनुशासन जीवन में सफलता की कुंजी है। नेमवि प्रबंधक ने कहा कि प्रशासनिक एकादमी में सिविल सेवा के प्रशिक्षार्थियों को एकाग्रता बनाने और भविष्य की जिम्मेदारियों के बारे में तैयार होने में मदद करने के मकसद से तीरंदाजी के कोर्स को प्रारम्भ किया गया है।
उन्होंने कहा कि धैर्य, लक्ष्य पर ध्यान, चुनौतीपूर्ण स्थितियों में कैसे शांत रहा जा सकता है और तीरंदाजी कला कौशल से ही संभव है। प्राचार्य ने खेलकूद का सर्वोकृष्ट योगदान स्पोर्टसमैनशिप है। इसकी अवधारणा व्यापक है,जिसके अधीन खेल के प्रति समपर्ण के साथ खेल में निष्पक्षता, न्याय और हारजीत दोनों को समान भाव से ग्रहण करना नितांत आवश्यक है।
मनोविज्ञान विभाग के प्रो.अवधेश अग्रवाल ने कहा कि धनुष विद्या केवल शारीरिक शक्ति का प्रयोग नहीं है। बल्कि वर्तमान परिवेश में भौतिकवादी दौड़ में मानसिक अवसाद को रोकने की एक संजीवनी है। संस्कृत विभाग के प्रो.ओमप्रकाश शास्त्री ने कहा कि हमारी परम्परात्मक सांस्कृतिक धरोहर में चिरकाल में धनुष विद्या का सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थान मिला है।
जानकारी देते हुए प्रतियोगिता संयोजक प्रो.अनिल सूर्यवंशी ने बताया कि अंर्तमहाविद्यालय टीमों में महर्रा स्थित महाविद्यालय, पनारी स्थित महिला महाविद्यालय, के.पी.एस. महाविद्यालय ककरूवा, बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय कैम्पस झाँसी, राजकीय महाविद्यालय झाँसी व नेहरू महाविद्यालय ललितपुर की टीमों ने प्रतिभाग किया।
तीरंदाजी प्रतियोगिता छात्र वर्ग में नेमवि के मोहन रजावत ने प्रथम स्थान, सौरभ अहिरवार ने द्वितीय एवं बु.वि. झाँसी के साहिल गुप्ता ने तृतीय एवं नेमवि के विशाल ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। छात्रा वर्ग में सृष्टि ने प्रथम स्थान, नेमवि की छाया ने द्वितीय स्थान, शिखा सेंगर ने तृतीय एवं ऋतु राजा ने चतुर्थ प्राप्त किया। साथ ही प्रतियोगिता में नरेश, युवराज, अभिषेक, अरूण धाकड़, सिमरन पटैरिया, अर्जुन शर्मा ने प्रतिभाग किया। बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झाँसी से चयनकर्ता के रूप में विनोद बौद्ध रहे।
आब्जर्बर के रूप में कामता प्रसाद अंर्तरा कला बांदा से उपस्थित रहे। रैफरशिप के रूप में अंकुर, अभिषेक यादव, अरविंद भार्ग, आसिफ, रवि चंद्रवंशी, हरिओम, दीपक, भगवत यादव, जुनैद रजा, नीतेश राज, रवि कुशवाहा आदि शामिल रहे। छात्राओं में दीक्षा, हलीमन, खुश्बू वर्मा, साक्षी बुंदेला, रोशनी आदि शामिल रहीं।
इस मौके पर अनीता, डा.मनोज कुमार, डा.रौशन सिंह, डा.सुभाष जैन, डा.संजीव कुमार शर्मा, डा.सूबेदार यादव, डा.रामकुमार रिछारिया, डा. शैलेन्द्र सिंह चौहान, डा.रेनू चंदेल, डा.राजेश तिवारी, डा.ऊषा तिवारी, डा.ओ.पी.चौधरी, डा.बलराम द्विवेदी, डा.दीपक पाठक, डा.प्रीति पाठक, डा.विनोद कुमार, डा.वर्षा साहू, डा.लक्ष्मीकांत मिश्रा, डा.गीरेन्द्र सिंह, संदीप श्रीवास्तव, डा.जितेन्द्र राजपूत, डा.जगत कौशिक, डा.अवनीश त्रिपाठी, डा.अरिमर्दन सिंह, डा.रजनी चौबे, डा.रिचा साहनी, डा.रिचा सक्सेना, कविता पैजवार, डा.जगवीर सिंह, डा.विनीत अग्निहोत्री, डा.पराग कुमार, डा.अनूप दीक्षित, धर्मेन्द्र यादव, धु्रव किलेदार, फहीम बख्श, अंकित चौबे, हरदयाल, राकेश प्रजापति, भरत सिंह, मिलन सेन आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुधाकर उपाध्याय ने किया।
Dec 15 2023, 20:14